Monday, April 28, 2025
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श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात DDRF, SDRF एवं सेक्टर अधिकारी की टीमें बनी हैं देवदूत

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रूद्रप्रयाग, श्री केदारनाथ धाम दर्शन करने पहुंच रहे किसी तीर्थ यात्री का स्वास्थ्य खराब होने एवं घायल होने की स्थिति में केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सेक्टर अधिकारी की टीमें देवदूत बनी हैं, जो बीमार एवं घायल व्यक्तियों को तत्काल यात्रा मार्ग में तैनात की गई एमआरपी में उपचार हेतु पहुंचाया ही नहीं जा रहा है बल्कि उनके जीवन को भी बचाया जा रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि सेक्टर अधिकारी भीमबली ने अवगत कराया है कि छोटी लिनचोली में एक यात्री का स्वास्थ्य अति खराब है जो चलने में असमर्थ है। सूचना मिलते ही यात्रा पड़ाव भीमबली में तैनात डीडीआरएफ की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मौके पर पहुंचकर घायल यात्री को एमआरपी छोटी लिनचोली से एमआरपी भीमबली लाया गया।

प्राथमिक उपचार के बाद यात्री को गौरीकुंड के लिए रैफर किया गया तथा डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा उपचार हेतु गौरीकुंड लाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि उक्त यात्री की स्थिति सामान्य है। भैंरों मंदिर के पास एक यात्री की अचानक तबियत खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम जंगलचट्टी द्वारा यात्री का रेस्क्यू कर गौरीकुंड अस्पपाल उपचार हेतु पहुंचाया गया।
उन्होंने यह भी अवगत कराया कि गौरीकुंड गेट के ऊपर किसी यात्री द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला यात्री केदारनाथ दर्शन करने घोड़े से जा रही थी महिला यात्री घोडे़ से गिरने के कारण घायल हो गई जिसे सूचना प्राप्त होते ही डीडीआरएफ की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर उक्त महिला (शकुतंला देवी उम्र 65 वर्ष निवासी इंदौर, मध्य प्रदेश) को स्ट्रेचर के माध्यम से गौरीकुंड लाया गया। जिसका चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला को सोनप्रयाग चिकित्सालय के लिए रैफर किया गया।
उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि थारू कैंप के पास घोड़े की टक्कर से एक यात्री के घायल होने पर छोटी लिनचोली आरएमपी ले जाया गया जहां उसे त्वरित उपचार दिलाया गया। व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक है। यात्रा मार्ग में तैनात सभी सुरक्षा बल की टीमें अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता से करते हुए बीमार एवं घायल यात्रियों को सूचना प्राप्त होते ही तत्काल उपचार हेतु नजदीकी एमआरपी में पहुंचाकर यात्रियों को त्वरित गति से उपचार दिलाते हुए उनकी जान को बचाया जा रहा है।

बच्चे, बुजुर्ग रहें सावधान, 5 दिन लू का कहर और 45 डिग्री होगा तापमान; ऑरेंज अलर्ट जारी

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नई दिल्ली (आरएनएस)। आगामी पांच दिन के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में लू चलने की आशंका है और इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली पर पड़ने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा, 18 मई से पूर्वी और मध्य भारत में भी गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।
मौसम कार्यालय ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया जिसमें बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों एवं गरीबी में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधित चिंता पर जोर दिया गया। चेतावनी में कहा गया है कि लंबे समय तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारियां बढ़ने की आशंका है।
आईएमडी ने कहा, ’17-20 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में और 18-20 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में प्रचंड लू चलने के आसार हैं।’ राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। मौसम कार्यालय ने इससे पहले मई में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में लू चलने के दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान जताया था। आम तौर पर उत्तरी मैदानी इलाकों, मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत के आसपास के क्षेत्रों में मई में लगभग तीन दिन लू चलती है। इस बार अप्रैल में ही पूर्व, पूर्वोत्तर और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अधिकतम तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। यहां तक की, सरकारी एजेंसियों को स्वास्थ्य संबंधित चेतावनियां जारी करनी पड़ीं और कई राज्यों ने स्कूलों में कक्षाएं बंद कर दीं। कई स्थानों पर अप्रैल में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि अप्रैल में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। केरल में संदिग्ध तौर पर लू लगने से कम से कम दो लोगों की मौत हो ग

सरकार का एक्शन- चारधाम यात्रा के बारे में फेक न्यूज या विडियो बनाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

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देहरादून  (आरएनएस)। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का दुष्प्रचार करने वाले तथा यात्रा के सम्बन्ध में फेक न्यूज या विडियो बनाने वालों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। बिना रजिस्ट्रेशन एवं ट्रिप कार्ड या पोस्ट डेटेड रजिस्ट्रेशन की बसों एवं गाडिय़ों को यात्रामार्ग पर तत्काल रोक, वापस भेजा जाए।
बुधवार को यह निर्देश देते हुए देहरादून सचिवालय में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की समीक्षा के दौरान, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि फेक न्यूज या वीडियों के माध्यम से यात्रा को बदनाम करने वाले तत्वों के विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग को टूर ऑपरेटर्स के साथ बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ट्रिप कार्ड या पोस्ट डेटेड रजिस्ट्रेशन के वाहनों के मुद्दे पर बैठक करने के निर्देश दिए हैं। बिना रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों को जगह-जगह पर स्थापित चेक पॉइन्टस पर चिन्हित कर उचित कार्यवाही की जाएगी। इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव द्वारा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों एवं पुलिस महानिदेशकों को भी पत्र भेजा जाएगा। रतूड़ी ने श्रद्धालुओं की समस्याओं के मौके पर ही त्वरित निवारण के दृष्टिगत, अधिकारियों को अपने मोबाइल पर प्राप्त किसी भी श्रद्धालु की शिकायत पर तत्काल उचित कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को अपने मोबाइल 24 घण्टे खुले रखने तथा यात्रा से सम्बन्धित शिकायतों को अनिवार्यत सुनने के कड़े निर्देश जारी किए हैं।
चारधाम यात्रा के कुशल प्रबन्धन हेतु जिलों में तैनात प्रभारी सचिवों की स्थिति को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा है कि प्रभारी सचिव द्वारा सचिवालय से ही जिला प्रशासन एवं जिलाधिकारी आदि के माध्यम से नियमित रूप से यात्रा की मॉनिटरिंग की जाएगी तथा सचिवालय एवं जिला प्रशासन के मध्य प्रभावी समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। धामों में बेहतरीन क्राउड मेनेजमेंट एवं यात्रामार्ग पर टै्रफिक मेनेजमेंट के दृष्टिगत मुख्य सचिव ने यात्रामार्ग पर श्रद्धालुओं के सुविधा हेतु जगह-जगह स्थापित हॉल्डिंग प्लेस पर पेयजल, शौचालय तथा भोजन आदि सभी आवश्यक सुविधाएं एवं धामों के लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विशेषकर ऋषिकेश नगर निगम को अपने हॉल्डिंग प्लेस में यात्रियों हेतु बेहतरीन सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
चारधाम यात्रा पर आने वाले कुछ श्रद्धालुओं द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान, अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ना देने या गलत जानकारी देने के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव श्रीमती रतूड़ी ठ्ठद्गष्स्वास्थ्य विभाग को नियमों का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 50 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस करने के सख्त निर्देश दिए हैं। बैठक में सचिव, स्वास्थ्य ने जानकारी दी कि इस बार यात्रा रूट पर 184 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इनमें 44 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स हैं। इस बार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लेब शुरू की गई हैं। कुल 11 भाषाओं में यात्रा सम्बन्धित एसओपी जारी की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच से लेकर तमाम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, कमिश्नर, गढ़वाल, विनय शंकर पाण्डेय, सचिव अरविन्द सिंह हयांकी, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

कार्तिक स्वामी मंदिर में भव्य 108 बालमपुरी शंख पूजा एवं हवन कार्यक्रम का आयोजन

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”  क्रोंच पर्वत पर  3048 मीटर की ऊंचाई पर अवस्थित  भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में पर्यटन विकास परिषद उत्तराखंड  जिला प्रशासन एवं मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे तमिलनाडू से आए  पुजारियों एंव तमिलनाडू के प्रसिद्ध 6 मंदिरों के शिवाचार्य द्वारा दिव्य पूजा-अर्चना की गई”

रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड पर्यटन विकास द्वारा जनपद के क्रौंच पर्वत में स्थित कार्तिकेय स्वामी मंदिर में भव्य 108 बालमपुरी शंख पूजा व हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) भाष्कर खुल्बे, अपर सचिव यूकाडा सी रविशंकर, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं दक्षिण भारत से आए शिवाचार्य व गुरुजनों ने पूजा अर्चना की।

इस अवसर पर विशेष कार्याधिकारी भाष्कर खुल्बे ने कहा कि कार्तिक स्वामी मंदिर में 108 बालमपुरी शंख से पूजा व हवन एवं दक्षिणा वर्त से स्वामी कार्तिकेय का भव्य जलाभिषेक किया गया। उन्होंने कहा कि भगवान का आशीर्वाद का प्रतीक है कि हम सब यहां पर आज उपस्थित हैं तथा भगवान का आशीर्वाद हमें अभी तक मिला है आगे भी मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि विकास की सीमा जो हमने कभी तय नहीं की हैं उनको पाकर चारधाम एवं कार्तिकेय स्वामी मंदिर में ऐसा परिवेश बनाएंगे जिससे सभी को आस्था, भक्ति और प्रेम का संगम सबको मिले। तमिलनाडू के 6 मठों से मुर्गन की पूजा करने वाले लोग आज कार्तिकेय को प्रणाम करने आए हैं तथा पारस्परिक संबंध इतना सुंदर बना है कि भारत को जोड़ने का एक तरीका है आस्था सबको साथ मिला ले इससे बड़ा कोई प्रमाण नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान से यही कामना है हम सब पर आशीर्वाद बना रहे।

इस अवसर पर अपर सचिव यूकाडा सी रविशंकर ने कहा कि पृथ्वी की परिक्रमा करने के बाद कार्तिकेय स्वामी यहां पर पहुंचे तो गणेश को श्रेष्ठ पद दिया गया है जिसके बाद कार्तिकेय ने अपनी माँ पार्वती से नाराज होकर यहाँ पर तपस्या की। इसके बाद कार्तिकेय दक्षिण भारत को चले गए। जहां उनकी मुरगन स्वामी के नाम से विशेष रूप से आराधना की जाती है। कार्तिक स्वामी मंदिर व कार्तिकेय स्वामी के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि उत्तर भारत का यह कार्तिकेय स्वामी का एकमात्र मंदिर है। दक्षिण भारत में तमिलनाडू में भगवान कार्तिकेय के बहुत अनुयायी हैं तथा आज दक्षिण के शिवाचार्य आए हैं तथा सभी अनुयायी देश के आगे बढने की कामना कर रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने पर सभी शिवाचार्य, गुरुजनों एवं भक्तजनों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कार्तिक स्वामी मंदिर आगमन पर मुख्य पुजारियों, शिवाचार्यों एवं मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय स्वामी मंदिर में इस तरह से कार्यक्रम कराने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय मंदिर को पर्यटन के मानचित्र पर उभरकर आए इसके लिए पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित किया जा रहा है।

इस अवसर पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई। पदम श्री शिवमणि व उनके साथियों द्वारा अपनी प्रस्तुति भी दी गई। साथ ही शिवाचायों व गुरुजनों व अतिथियों को सम्मानित भी किया गया।

इस अवसर पर कूनमपट्टी एथेनम, माईलम एथेनम, कौमारा, मुत्त एथेनम, श्रृंगेरी मुत्त, निदेशक प्रचार सुमित पंत, मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार डोभाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, एम वी अरोर सुब्रमण्यम, शिवाचार्य, राजेश वैद्य (वीणा) यू राजेश (मंगोलिन) प्रवीन नारायण, सांई हरिराम, जेएस के गोपी, जी मुरली कृष्णा, शत्रुघ्न नेगी अध्यक्ष मंदिर समिति, बलराम सिंह, सचिव, मंदिर समिति, विक्रम नेगी, उपाध्यक्ष मंदिर समिति, सहित विभिन्न क्षेत्रों से आए अतिथि एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।

दिल्ली के कनॉट प्लेस तक पहुंचेगा ‘हाउस ऑफ ‌हिमालयाज’, मुख्य सचिव ने लगाई मुहर

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ के स्थानीय उत्पादों की प्रोसेसिंग/पैकेजिंग/ ब्रान्डिग हेतु सबसे बड़े अम्ब्रेला ब्रान्ड के रूप में उभर रहे हाउस ऑफ हिमालय के स्टोर जल्द ही नई दिल्ली के कनॉट प्लेस व अन्य मुख्य स्थानों में खोले जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। एनडीएमसी ने इस सम्बन्ध में सहमति दे दी है।
हाउस ऑफ हिमालया के कार्याे को गति देने हेतु मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हाउस ऑफ हिमालया से सम्बन्धित विभागों के साथ नियमित रूप से प्रत्येक माह समीक्षा बैठक का निर्णय लिया है। हाउस ऑफ हिमालया के तहत मांग के अनुरूप पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु सीएस ने महिला स्वयं सहायता समूहों एवं स्थानीय लोगों से अधिकाधिक स्थानीय उत्पादों की खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में हाउस ऑफ हिमालया की प्रथम बोर्ड मीटिंग सम्पन्न हुई। सीएस ने बैठक के एजेण्डा पर विस्तृत चर्चा के बाद इस पर सहमति प्रदान की।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखण्ड के विभिन्न विभागों की परियोजनाओं/ पहल के माध्यम से प्रचलित उनके सभी ब्राण्ड्स को अम्ब्रेला ब्राण्ड के तहत लाए जाने, स्थानीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने, गुणवत्ता, माननीकृत पैकंजिंग, ब्राण्डिंग एवं विपणन करने में हाउस ऑफ हिमालया ग्लोबल प्लेटफॉर्म साबित होगा। महिला स्वयं सहायता समूहों माध्यम से स्थानीय उत्पादों की खरीद से राज्य में महिला सशक्तीकरण का एक नया अध्याय आरम्भ होगा।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि राज्य स्तर पर हाउस ऑफ हिमालया के रूप में कम्पनी के गठन से स्थानीय हितधारकों, स्वयं सहायता समूहों, किसानों व स्थानीय उत्पादकों की आजीविका संवर्द्धन कर उन्हें उनकी फसलों व उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।
बैठक में सचिव राधिका झा, अपर सचिव मनुज गोयल, निकिता खण्डेलवाल एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

बिना पंजीकरण यमुनोत्री-गंगोत्री धाम न आएं तीर्थयात्री : सुंदरम

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-सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा

-ऋषिकेश और डामटा बैरियर पर पुलिस सख्ती से कराएं पंजीकरण का पालन

-यात्रा कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबरों का ज्यादा करें प्रचार प्रसार

-संकरे मार्गों पर 42 सीटर बसों को सुरक्षित स्थान पर रोकने से कम रहेगा दबाव

-यात्रा रूट पर वैकल्पिक पार्किंग स्थलों को विकसित करने पर दिया जाए ध्यान

उत्तरकाशी, सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने बुधवार को उत्तरकाशी में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण धामों की यात्रा करने वालों को सख्ती से निपटें और सीधा चेकिंग बैरियर से वापस भेजें। इसके लिए बैरियरों तथा अन्य स्थानों पर सख्ती से चेकिंग की जाए। उन्होंने यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों के पहुंचने से उत्पन्न स्थिति पर सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी बुधवार को उत्तरकाशी पहुंचे। यहां आईटीबीपी मातली के सभाकक्ष में जिले के अधिकारियों की बैठक लेते हुए सचिव ने कहा कि रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने से यात्रा मार्गों पर जाम और दबाव बढ़ रहा है।
उन्होंने साफ कहा कि बगैर पंजीकरण के किसी को भी धाम में न जाने दिया जाए। इसके लिए बैरियर पर सख्ती से जांच-पड़ताल कर ऐसे यात्रियों और वाहनों को सीधे वापस भेजें। इसके अलावा पंजीकरण तिथि से पहले और बाद में भी पंजीकरण को कतई स्वीकार न करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नम्बरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें।
उन्होंने यात्रा रूट पर सुरक्षित और अतिरिक्त पार्किंग स्थल विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां 42 सीटर और बड़ी बसों को पहले रोक दें। ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो। बैठक में जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि यमुनोत्री धाम में हर दिन 10 हजार से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं। इसी तरह गंगोत्री धाम में 12 हजार से अधिक यात्री आ रहे हैं। दोनों धामों में क्षमता से अधिक यात्री आ रहे हैं।
जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि यमुनोत्री और गंगोत्री की धारण क्षमता और सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रियों की संख्या निर्धारित की जाए तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे न तो जाम लगेगा और न ही अन्य व्यवस्थाओं में समस्या होगी। जिलाधिकारी ने यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन के द्वारा भोजन, पानी की व्यवस्था और मेडिकल शिविरों की जानकारी दी।

बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एडीएम रज़ा अब्बास, एसडीएम डुंडा नवाजिश खालिक, सीएमओ डॉ. बी०एस०रावत, जनपद आपदा प्रबंधक अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

बैठक के बाद सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी और मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन के साथ हर्षिल, धराली, भैरवघाटी और गंगोत्री धाम में यात्रा व्यवस्था देखने गए। यहां तीर्थयात्रियों से भी प्रमुख सचिव ने बातचीत कर यात्रा का फीडबैक लिया। साथ ही श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात कर बैठक की।

सचिव ने मंदिर समिति को तीर्थयात्रियों की व्यवस्था एवं अन्य समस्याओं पर बातचीत की। इस दौरान मंदिर समिति से भी रिकॉर्ड यात्रियों के आने पर सहयोग की अपेक्षा की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने प्रमुख सचिव को भरोसा दिया कि वह यात्रा व्यवस्था में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धाम में सभी व्यवस्थाएं ठीक हैं। लेकिन संकरे मार्ग को चौडीकरण, प्रमुख पड़ावों पर पार्किंग स्थल बनाकिने का सुझाव दिया। ताकि वाहनों का दवाव बढ़ने पर सुरक्षित पार्किंग कराई जाए।

 

अश्विन ने जीती शिमला माउंटेन बाइक रेस

– अंडर -16 में रहा प्रथम, मिली राइजिंग स्टार की जर्सी
– सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल का छात्र है अश्विन रौथाण

देहरादून, सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के छात्र अश्विन रौथाण ने शिमला में आयोजित 11वीं शिमला माउंटेन बाइक रेस प्रतियोगिता जीत ली। उन्होंने अंडर-16 आयु वर्ग में पहला स्थान हासिल किया। अश्विन को राइजिंग स्टार की जर्सी से भी नवाजा गया। बलूनी ग्रुप के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने अश्विन की इस उपलब्धि पर उसे सम्मानित किया । उन्होंने कहा कि स्कूल के छात्र विभिन्न खेलों में अपना, स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने अश्विन की इस उपलब्धि पर खुशी जतायी और उसे शुभकामनाएं दीं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 10 से 12 मई में 11वीं शिमला माउंटेन बाइक रेस का आयोजन किया गया था। 130 किलोमीटर लंबी इस प्रतियोगिता में देश के 45 शहरों और चार विदेशी राइडर्स समेत 140 खिलाड़ियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि यह रेस प्रतिष्ठित क्रास कंट्री मैराथन और ओलंपिक की तर्ज पर आयोजित की जाती है। रेस सिंगल ट्रैक और जंगल के रास्ते से होकर भी गुजरी।

संयुक्त नागरिक संगठन की पहल : जलशोधन संयंत्र को लेकर अधिकारियों से पर्यावरण संरक्षकों ने किया संवाद

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“वक्ताओं ने कहा भूजल स्तर बढ़ाने के लिए विशाल स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना ही एकमात्र उपाय है जिससे वर्षा के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा”

 

देहरादून, दून के रायपुर ब्लाक के खलांगा क्षेत्र में पर्यावरण के विनाश का सबब बनने वाले जलशोधन संयंत्र को निकटवर्ती क्षेत्र में लगाने की मांग पर बुधवार को दून की सामाजिक संस्थाओं ने एकजुट होकर विरोध कर अधिकारियों से संवाद स्थापित किया।
संयुक्त नागरिक संगठन की पहल पर संयंत्र निर्माण के लिए जिम्मेवार उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास और निर्माण निगम के कार्यालय में अधीक्षण अभियंता मोहम्मद वसीम अहमद सहित अन्य अधिकारियों के साथ आयोजित संवाद में विभाग द्वारा परियोजना का प्रस्तुतीकरण करते हुए बताया गया कि दून में पेयजल आपूर्ति की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु बांध प्रस्तावित है। संवाद में पर्यावरण संरक्षकों ने सुझाव दिया कि सरकार की विकास योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण विषय प्राथमिकता में नही है जबकि यह विषय जनहित में सर्वोपरि बनाया जाना जरूरी है।अन्यथा भावी पीढियों के साथ वन्य जन जीवन, पशु पक्षियों की भी जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी।
वक्ताओं ने कहा भूजल स्तर बढ़ाने के लिए विशाल स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना ही एकमात्र उपाय है जिससे वर्षा के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा। सौंग नदी जो अधिकतर सूखी ही रहती है यहां बारिश का पानी रोक कर जलाशय उपयोगी हो सकता है, संवाद के दौरान ग्लोबल वार्मिंग से हो रहे पर्यावरणीय नुकसान से जलाशय कब तक लबालब भरे रहेंगे यह सुनिश्चित नहीं है। वक्ताओं ने कहा ग्रेविटी पर आधारित प्रस्तावित योजना पर पुनर्विचार करते हुए इसमें समाजिक संस्थाओ के सुझावों को शामिल कर ही अंतिम निर्णय लिया जाना आवश्यक होगा। वक्ताओं ने भूजल स्तर में गिरावट के लिए राजधानी में दिनोदिन उगते कंक्रीट के जंगलों को जिम्मेदार बताया और अब यह स्थिति कंट्रोल से बाहर हो चुकी है | सरकार को बेतहाशा बढ़ते भवन निर्माण की तरफ भी ध्यान न देना चाहिए | इस दौरान
अधीक्षण अभियंता मोहम्मद वसीम अहमद को एक ज्ञापन पत्र भी दिया गया |

संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी के नेतृतव आयोजित इस संवाद में मैती अभियान के पद्यश्री कल्याण सिंह रावत, गर्वमैंट पैशनर्स वेलफेयर संगठन के चौ.ओमवीरसिंह, आरटीआई क्लब के आर. एस. धुन्ता, सिटिजन फॉर ग्रीन दून के हिमांशु अरोडा, मैड के आर्यन कोहली, नेचर बड़ी के अभिषेक रावत, इको के आशीष गर्ग, दून सिख वेलफेयर सोसाइटी के जीएस जस्सल, रूलक के पूर्व संगठक अवधेश शर्मा, पर्यावरणविद् मनोज ध्यानी, उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के प्रदीप कुकरेती, बैंक एम्पलाइज यूनियन के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन मेहंदीरता, समानता मंच के विनोद नौटियाल आदि शामिल थे।

श्रद्धालुओं से भरा टेम्पो ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त, एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, सभी यात्री सुरक्षित

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उत्तरकाशी, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज ढ़बरानी से आगे सौनगाड़ के पास गंगोत्री धाम दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं का टेम्पो ट्रेवलर अनियंत्रित होने से सड़क पर ही पलट गया।
उक्त घटना की जानकारी पर एसडीआरएफ उत्तराखंड के जवानों द्वारा बिना समय गंवाए त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त दुर्घटनाग्रस्त वाहन में सवार 18 लोगो को 02 एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया। साथ ही SDRF टीम द्वारा दुर्घटनाग्रस्त वाहन में सर्चिंग करते हुए प्राप्त कीमती व आवश्यक समान को जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।

उक्त वाहन (HR 55 AR 7404) अहमदाबाद, गुजरात के यात्रियों को लेकर गंगोत्री धाम हेतु जा रहा था व अचानक ब्रेक फैल होने से यह हादसा हो गया।

नाबालिग सगी बहनों से होटल में दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी युवकों को किया गिरफ्तार

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देहरादून, चमोली की रहने वाली दो नाबालिग बहनों को सहस्रधारा के होटल में ले जाकर दो आरोपियों ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने सोमवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक मोटर मैकेनिक का काम करते हैं। आरोपियों के खिलाफ राजपुर थाना पुलिस ने पॉक्सो और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पूछताछ के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
एसओ राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि चमोली जिला निवासी दो सगी बहनें देहरादून में रहती हैं। उनके माता-पिता की कुछ साल पूर्व मौत हो चुकी है। इनमें छोटी बहन की उम्र करीब 14 वर्ष और बड़ी बहन की उम्र 16 वर्ष है।
आरोप है कि 14 वर्षीय किशोरी से कुछ दिन पहले 21 वर्षीय अहतसाम निवासी आजादनगर कॉलोनी, निकट सहस्रधारा क्रॉसिंग ने बातचीत शुरू की। इसके बाद आरोपी ने 14 वर्षीय किशोरी की बड़ी बहन से अपने परिचित 26 वर्षीय साहिल हाल निवासी चूना भट्ठा, मूल निवासी कांधला, जिला सहारनपुर का परिचय कराया। आरोप है कि उसने 16 वर्षीय किशोरी को भी प्रेमजाल में फंसा लिया।
दोनों आरोपी मिले और दोनों पीड़िताओं को रविवार शाम सहस्रधारा घुमाने ले गए। आरोप है कि सहस्रधारा में हेरिटेज होटल में कमरा लिया और रात को वहां ठहरे। इस दौरान दोनों आरोपियों ने दोनों बहनों से दुष्कर्म किया। दोनों बहनें घर नहीं पहुंची तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर राजपुर थाना पुलिस ने सहस्रधारा स्थित हेरिटेज होटल से दोनों बहनों को बरामद किया। एसओ राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि दोनों बहनों के साथ मिले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके बयान के आधार पर दोनों पर दुष्कर्म और पॉक्सो ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों नाबालिग बहनों को मेडिकल कराया जाएगा।

ऐतिहासिक सांस्कृतिक उपलब्धि : भरतनाट्यम और कैलीग्राफी प्रदर्शन का हुआ नया रिकॉर्ड स्थापित

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“तुंगनाथ मंदिर में एक असाधारण सांस्कृतिक में श्र‌द्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय तक नृत्य करने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखण्ड़ की होनहार बच्चों ने उत्तराखण्ड़ के तुंगनाथ में एक ऐसा रिकार्ड बनाया जिस पर हम गर्व कर सकते है, अंतर्राष्ट्रीय भरतनाट्यम नृत्यांगना परिन्दा आर्ट स्टूडियो की संचालिका गुरु श्रद्धा बछेती, अन्तर्राष्ट्रीय कैलीग्राफी आर्टिस्ट अभिषेक यादव सदस्य टीम इवोल्यूशन ने मिलकर एक बार फिर प्रदेश का मान बढ़ाया है। स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से से रूबरू होते हुये नृत्यांगना श्रद्धा बछेती ने कहा कि विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर, तुंगनाथ में असाधारण सांस्कृतिक आयोजन में शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय 1 घंटा 30 मिनट तक न टूटने वाला भरतनाट्यम नृत्य का रिकार्ड बनाया, इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय कैलीग्राफी आर्टिस्ट अभिषेक यादव ने श्रद्धा के गणवेश में ओर केनवास में नृत्य समाप्त होने तक के समय तक कैलीग्राफी करने का असम्भव सफल रिकॉर्ड बनाकर अपना नाम इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है।May be an image of 6 people, people studying, people smiling and text

पत्रकारों से बातचीत करते हुये श्रद्धा और अभिषेक ने कहा कि उन्होंने भगवान शिव के प्रति श्रद्धा दिखाते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना ये कारनामा कर दिखाया। इस दौरान श्रद्धा कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियों से जूझ रही थीं। उत्तराखंड़ के तुंगनाथ मंदिर में एक असाधारण सांस्कृतिक आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें श्र‌द्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय तक नृत्य करने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया।

गौरतलब हो कि श्रद्धा मूल रूप से पौड़ी निवासी हैं। वह देहरादून में अपनी माँ और भाई के साथ रहती है। उनकी शिक्षा देहरादून में हुई है। उन्होंने जहाँ बीसीए किया वहीं भरतनाट्यम में एम.ए. किया है। अभिषेक देहरादून में अपने माता-पिता व भाई के रहते हैं और उन्होंने फाइन आटर्स में ग्रेजुएशन किया है।
इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए श्रद्धा और अभिषेक ने आर्थिकी से लेकर स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी को अपने हौसलों के आगे नहीं आने दिया है। श्रद्धा की बीते 2 सालों में कई सर्जरी हुई है। मेडिकल ग्राउंड के चलते इस रिकॉर्ड के लिए श्रद्धा और अभिषेक ने जान के खतरे तक की परवाह किए बिना कदम पीछे नहीं किए। श्रद्धा और अभिषेक ने लगातार अपनी लगन और कला से प्रदेश का नाम रोशन कर रखा है। उन्हें कई सम्मान और अवॉर्ड भी मिले है। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए लाखों रुपए का खर्च आना था। जिसके लिए शासन-प्रशासन, सांस्कृति विभाग से भी मदद मांगी व सीएम धामी से भी मिलने के प्रयास किए। लेकिन आचार संहिता के चलते किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी।
श्रद्धा ने कहा कि इस दौरान श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति व तुंगनाथ के मंदिर अध्यक्ष और लोकल नागरिकों द्वारा इस रिकॉर्ड को बनाने में बहुत सहयोग मिला।
पत्रकार वार्ता में दीपा बछेती, राज्य उप प्रमुख शिवसेना (शिंदे गुट) राजेश सकलानी, राधवानंद ग्वाड़ी, पार्षद मीरा कठैत, अनुष्का घिल्डियाल, सरला यादव, अनिकेत यादव उज्जवल नेगी आदि उपस्थित थे |

अवलोकनः
13 मई 2024 की एक शांत सुबह को तुंगनाथ मंदिर में इतिहास रचा गया, जब श्रद्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन किया। उनकी असाधारण सहनशीलता और रचनात्मकता को 1 घंटे और 27 मिनट तक प्रदर्शित किया गया, जिससे इस उल्लेखनीय ऊंचाई पर सांस्कृतिक और कलात्मक क्षेत्रों में एक नया मानक स्थापित हुआ।

आयोजन की सफलता :

प्रतिभागियों के इस रिकॉर्ड स्थापित करने की बारीकी से निगरानी और प्रमाणन डॉ. प्रदीप भारद्वाज के द्वारा की गयी, डा. भारद्वाज भारतीय रिकॉर्ड पुस्तक से हैं, प्रतिभागियों ने हर मानदंड अत्यंत ईमानदारी से पूरा किया गया और सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रिकॉर्ड की पुष्टि की। इससे प्रामाणिकता और उच्चतम मानकों का पालन सुनिश्चित हुआ।

इनका मिला सहयोग :

बन्ना स्प्रे पेंट, परिंदा आर्ट स्टूडियो, अनडिसप्यूटेड आर्ट्स एंड फैशन, लिबरल आर्ट्स प्रोडक्शंस और टीम इवोल्यूशन जिनके अमूल्य सहयोग से यह आयोजन संभव हो पाया।