Saturday, April 26, 2025
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ग्रामीण बैंक व शिक्षक एसोसिएशन के बीच हुआ एमओयू

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हरिद्वार 10 नवंबर (कुल भूषण शर्मा) राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन हरिद्वार ने शिक्षकों को दीपावली पर सीसीएल का तोहफा दिया है। अब किसी शिक्षक को ग्रामीण बैंक से सीसीएल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा इस संदर्भ में उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक द्वारा एसोसिएशन के साथ एमओयू किया गया ।

गौरतलब है कि शिक्षक हित में राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन हरिद्वार के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल गत दिनों उत्तराखंड ग्रामीण बैंक देहरादून के क्षेत्रीय प्रबंधक पी.डी. जोशी एवम वरिष्ठ प्रवन्धक ऋण अनिल डोरा से शिक्षकों के सीसीएल कैश क्रेडिट लिमिट के संदर्भ में मिला था।

एग्रीमेंट करते समय प्रतिनिधिमंडल में  एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह  जिला महामंत्री  दर्शन सिंह पवार एवं जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण भट्टाचार्य उपस्थित थे। राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन हरिद्वार के शिक्षक हित में किए गए इस कार्य से हरिद्वार जनपद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 3000 से अधिक शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा।

रुड़की देवबंद रेलवे लाइन निर्माण कार्य को लेकर जिलाधिकारी ने किसानों से की चर्चा

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हरिद्वार 10 नवंबर (कुल भूषण शर्मा) जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर  की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पन्त सभागार में रूड़की-देवबन्द रेलवे लाईन के सम्बन्ध में  एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने रूड़की-देवबन्द रेलवे लाईन के मुआवजे आदि के सम्बन्ध में किसानों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने किसानों को पांच लाख रूपये अतिरिक्त प्रति परिवार देने के प्रस्ताव की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर आप इस पर सहमत हो जायेंगे तो बहुत जल्दी सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं। उन्होंने वहां उपस्थित किसानों से कहा कि हमारे लिये व्यापक जनहित सर्वोपरि है।

उन्होंने कहा कि नियमानुसार हमें कार्य जनहित में तत्काल शुरू करना है। आगे इसमें और विलम्ब नहीं हो सकता। आपको इसमें सहयोग करना चाहिये, जो सभी के लिये उचित है।
इस मौके पर किसानों ने उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी या नये ऐक्ट के अनुसार मुआवजा देने की बात कही।
जिलाधिकारी ने कहा कि जहां आपत्तियां हैं, वहां पुनः पैमाइश होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अगर नया अधिग्रहण होगा, तो वर्तमान दरों पर होगा तथा आज की तिथि के अनुसार मुआवजा मिलेगा।
जिलाधिकारी ने किसानों से कहा कि आप गांव के लोगों से भी आपस में अच्छी तरह विचार-विर्मश कर लें तथा अपने पक्ष की जानकारी लिखित रूप में उपलब्ध करा दें। बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारी, रेलवे के अधिकारी तथा किसान उपस्थित थे।

समाज कल्याण द्वारा वृद्धजनों व दिव्यांगों के कल्याणार्थ शिविर का आयोजन

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हरिद्वार 10 नवंबर (कुल भूषण शर्मा) समाज कल्याण विभाग के तत्वाधान में वृद्धजनों, दिव्यांगों एवं विधवा महिलाओं आदि के कल्याणार्थ शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदत्त विभिन्न प्रकार की पेंशन एवं अन्य योजनाओं के आवेदन पत्र भरवाये जायेंगे, पेंशन प्राप्त करने वाले लाभार्थियों का सत्यापन किया जायेगा, दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बनाये जाने हेतु रजिस्ट्रेशन किये जायेंगे एवं चिकित्सा विभाग द्वारा दिव्यांगता प्रमाण भी जारी किये जाएंगे।
11 नवम्बर 2020 को खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय भगवानपुर में एक शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर में कोविड-19 के संक्रमण से सम्बन्धित गाईडलाइन (सामाजिक दूरी, मास्क एवं सैनीटाईजर) का अनिवार्य रूप से पालन किया जाएगा। यह जानकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार द्वारा दी गयी।

सीएम त्रिवेंद्र रावत ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के समाधि स्‍थल पहुंचकर उन्‍हें दी श्रद्धांजलि

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देहरादून, मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दूधातोली में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी के समाधि स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी एक महान देशभक्त के साथ दूरदृष्टा भी थे। उन्होंने पहाड़ की पीड़ा को समझा था। वे दूरस्थ क्षेत्रों के विकास की बात उठाते रहे। दृढ़ निश्चय के धनी थे। वे हम सभी को हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे।

राज्य निर्माण आंदोलन के शुरूआती दौर से ही गैरसैण को राजधानी बनाने की संकल्पना हर आंदोलनकारी के मन में रही।  गैरसैंण भराङीसैण विधानसभा भवन का नाम भी चंद्र सिंह गढ़वाली जी के नाम पर ही है। हमने प्रदेशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए गैरसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है। केवल घोषणा ही नहीं की बल्कि अगले 10 वर्षों में 25 हजार करोङ रूपए से गैरसैंण परिक्षेत्र में प्रदेश की राजधानी के अनुरूप अवस्थापना सुविधाओं का विकास करने जा रहे हैं। गैरसैंण राजधानी परिक्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाई जाएगी। अल्पकालीन और दीर्घकालिक विकास योजनाएं तैयार की गई है। सचिवालय भी बनाने जा रहे हैं। बङी पेयजल योजना पर भी काम कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी में भी सुधार होगा।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को क्षेत्र का हाईड्रोलोजिकल सर्वे करवाकर वाटर रिचार्जिंग के लिये वृहद वृक्षारोपण करवाने के निर्देश दिये।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धनसिंह रावत, विधायक  महेन्द्र भट्ट,  सुरेन्द्र सिंह नेगी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

अब तनिष्क के इस एड पर भड़का लोगों का गुस्सा, कंपनी को हटाना पड़ा दिवाली का ये विज्ञापन

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नेशनल डेस्क: पॉपुलर ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क को अपने दिवाली विज्ञापन की वजह से विवादों का सामना करना पड़ रहा है। एक महीने से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब तनिष्क को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के चलते अपना विज्ञापन वापस लेना पड़ा है। इससे पहले लोगों की धार्मिक भावनाएं कथित तौर पर आहत करने को लेकर कंपनी ने अपने एकत्वम संग्रह के विज्ञापन को वापस ले लिया था। इस विज्ञापन में एक हिंदू लड़की को मुस्लिम परिवार की बहू के तौर पर दर्शाया गया था जहां उसकी गोदभराई की रस्म की जा रही थी।

कंपनी के नए दिवाली विज्ञापन में नीना गुप्ता, निमरत कौर, सयानी गुप्ता और अलाया ने काम किया है। यह विज्ञापन पिछले हफ्ते बृहस्पतिवार को जारी किया गया। इस विज्ञापन में सयानी गुप्ता कहते हुए दिखती हैं, मैं लंबे समय बाद अपनी मां से मिलने की उम्मीद कर रही हूं। निश्चित तौर पर पटाखे नहीं जलाउंगी, मुझे नहीं लगता कि किसी को पटाखे जलाने चाहिए, लेकिन बहुत सारे दिये जलाने चाहिए। हालांकि सोशल मीडिया पर एक धड़े की भावनाएं विज्ञापन में दिवाली पर पटाखे ना जलाने सलाह को लेकर आहत हो गयीं।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी. टी. रवि ने ट्वीट किया, किसी को भी हमें सलाह देने की जरूरत नहीं है कि हिंदू त्यौहारों को कैसे मनाया जाना चाहिए? कंपनियों को अपने उत्पाद बेचने पर ध्यान देना चाहिए ना कि पटाखे नहीं फोडऩे को लेकर भाषणबाजी करनी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि 50 सेकेंड के विज्ञापन को कंपनी के ट्विटर और यूट्यूब पेज से हटा लिया गया है। लेकिन यह इंस्टाग्राम पेज पर अभी बना हुआ है। इस बारे में संपर्क करने पर कंपनी ने टिप्पणी करने से मना कर दिया।

केन्द्रीय विद्यालय कर्मचारियों का 13 सूत्री मांगों को लेकर देशभर में प्रदर्शन

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नई दिल्ली अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्रीय विद्यालय कर्मचारी संघ KVINTSA ने आज देश भर में फैले केन्द्रीय विद्यालयो में एक घंटा अतिरिक्त कार्य करके व काला फीता बांधकरअपनी 13 सूत्रीय मांगों के समर्थन में विरोध स्वरूप कार्य किया ।
केंद्रीय विद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के आह्वान पर आज देशभर में उक्त प्रदर्शन किया गया , KVINTSA के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगराज चंदेलिया ने बताया की शिक्षा मंत्रालय का अहम हिस्सा होने के बाद भी केंद्रीय विद्यालय के कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है

तथा आश्वासनों के बाद भी विभिन्न समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है जिसके कारण आज देश भर में फैले केंद्रीय विद्यालयो में कार्य करने वाले कर्मचारियों ने सांकेतिक रूप से प्रदर्शन कर केंद्रीय विद्यालय संगठन से अपील की कि वह उनकी 13 सूत्री मांगों पर शीघ्र विचार कर इनका समाधान करें । उन्होंने कहा यदि संगठन द्वारा उनकी जायज मांगो को अनदेखा किया जाता है तो मजबूर होकर हम आंदोलन की रणनीति तय करेंगे , जिसके लिए पूर्ण रूप से केंद्रीय विद्यालय संगठन जिम्मेदार होगा ।

संघ के महासचिव संदीप विश्वास ने कहा की हमारी पिछले कई सालों से संगठन से कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की वार्ता चल रही है जिसमें हमें यह बताया गया था की आपकी लंबित समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा परंतु संगठन ने अब तक कर्मचारियों की मांगों को नजरअंदाज किया जिसके कारण देशभर में केंद्रीय विद्यालय के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया ।

देशभर के अन्य संभागों सहित देहरादून संभाग में भी कॉला फीता लगाकर एवं एक घंटा अतिरिक्त कार्य कर अपना विरोध प्रकट किया गया संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार एवं महासचिव संजय गुसाईं ने बताया कि देहरादून संभाग के सभी स्कूलों में राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशों के तहत अपना विरोध प्रकट किया गया । संघ की 13 सूत्रीय मांगों में NPS , बोनस , तबादला नीति , सब स्टाफ के पदों पर भर्ती , पदोन्नति , प्रमोशन और पारिवारिक पेंशन की बहाली आदि प्रमुख रूप से शामिल है ।

PPF: आपने भी खुलवा रखा है ये सरकारी खाता तो जान लें ये 4 जरूरी बातें, नहीं तो…!

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नई दिल्ली: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) पर सरकार ने तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में ब्याज दरों (Interest Rates) में कोई बदलाव नहीं किया है. ब्याज दर फिलहाल 7.9 फीसदी पर ही बनी हुई हैं. बता दें पीपीएफ (PPF) लंबे निवेश के लिए एक अच्छा और बेहतर विकल्प है. ये स्कीम की सरकार की ओर से चलाई जाती है इसलिए इसमें निवेश को सुरक्षित माना जाता है. इस स्कीम में आपको टैक्स में छूट का फायदा भी मिलता है. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 सी के तहत एक साल में आप 1.5 लाख रुपये तक के योगदान पर टैक्स छूट का फायदा मिलता है. इसके अलावा इसमें मैच्योरिटी और ब्याज से होने वाली इनकम भी टैक्स फ्री होती है. पीपीएफ खातों से जुड़ी हम आपको वो 4 अहम बातें बताने जा रहे हैं जो आपको पता होना जरूरी है-

कौन खुलवा सकता है PPF अकाउंट
>> भारत में रहने वाला कोई भी व्यक्ति पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं.
>> कोई भी पेरेंट्स अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर भी यह खाता खुलवा सकते हैं.>> बच्चे की उम्र 18 साल होने पर स्टेटस बदलने के लिए एक फॉर्म भरना होगा.
>> पीपीएफ खातों को संयुक्त नाम (Joint Account) पर नहीं खोल सकते.

मैच्योरिटी की तारीख
किसी भी पीपीएफ अकाउंट को मैच्योरिटी की अवधि 15 साल होने के बाद बिना किसी योगदान के भी आगे बढ़ाया जा सकता है. बता दें कि पीपीएफ खाता बंद होने तक ब्याज देता रहता है. यदि खाताधारक 15 साल बाद भी इसे जारी रखना चाहता है तो इसके लिए मैच्योरिटी की तारीख से एक साल के भीतर फॉर्म ‘एच’ भरकर जमा करना होगा.

ब्याज की गणना
पीपीएफ नियम के अनुसार, निवेशकों को अपनी किश्तों को हर महीने की पांचवीं तारीख या उससे पहले जमा करना होता है. क्योंकि इस खाते में ब्याज की गणना पांचवीं और आखिरी तारीख के बीच के न्यूनतम बैलेंस पर की जाती है. इसलिए अधिकतम ब्याज पाने के लिए खाताधारक को अपना योगदान या एकमुश्त राशि हर महीने की 5 तारीख से पहले जमा करा देनी चाहिए.

समय से पहले निकासी और लोन
पीपीएफ खातों में 7वें वित्तीय वर्ष से 50 फीसदी की निकासी की जा सकती है. बता दें कि पीपीएफ खातों में आंशिक निकासी भी कर मुक्त होती है. पीपीएफ खातों को 15 सालों से आगे बढ़ाने जाने की स्थिति में भी 50 फीसदी निकासी की जा सकती है. वहीं, लोन को उस वर्ष के अंत से एक वर्ष की समाप्ति के बाद लिया जा सकता है जिस वर्ष प्रारंभिक सदस्यता लगी गई थी लेकिन उस वर्ष के अंत से (जिसमें प्रारंभिक सदस्यता ली गई थी) पांच वर्ष की समाप्ति से पहले भी लोन लिया जा सकता है.

उत्तराखंड स्थापना दिवस: जवानों ने दिखाए हैरत अंगेज करतब

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देहरादून, 21 राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित पुलिस परेड के बाद बारी आई विभिन्न दस्तों की परेड और साहसिक करतबों की। शुरूआत हुई श्वान दल (डॉग स्क्वायड) की लूसी से। लूसी ने मुख्य अतिथि को फूलों का गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया। इसके बाद डॉग स्क्वायड ने बारी-बारी से अपने करतब दिखाने शुरू किए।

स्वागत के बाद लूसी ने एक संदिग्ध को भीड़ में से दबोचने का प्रदर्शन भी किया। दूर बैठे एक व्यक्ति को पहले तो लूसी ने पहचाना और जब वह भागा तो पीछे दौड़कर उसे दबोच लिया। लूसी की पकड़ इतनी मजबूत थी कि तीन पुलिसकर्मियों के जुटने के बाद व्यक्ति को छुड़ाया जा सका, इसके बाद एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) की टीम ने भी दो डेमो दिखाए। तेज धमाके के साथ शुरू हुए इस प्रदर्शन ने एक बार तो सबको हिलाकर रख दिया। डेमो एक वीआईपी को आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाने का था। एटीएस की टीम ने प्रतीकात्मक हेलीकॉप्टर के मॎध्यम से उतरने का प्रदर्शन किया।

बिहार चुनाव: फैसले का इंतजार आज, नेताओं की बढ़ी धड़कन

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पटना:बिहार विधान सभा चुनाव के फैसले की घड़ी आ हीं गई. आज होगा 3733 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला. दो महीने की लंबी चुनावी प्रक्रिया और मंथन के बाद आज खुलेंगें प्रत्याशियों की किस्मत के पिटारे और पता चलेगा कि मतदाताओं ने क्या सुनाया है फैसला. किसके सिर पर होगा ताज इस बात का फैसला अब से चंद घंटो में स्पष्ट हो जाएगा. इस चुनाव में विभिन्न दलों के कुल 3733 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. आज सुबह 8 बजे से ही गिनती शुरू हो जाएगी. पहले वीवीपैट की गिनती होगी. फिर साढ़े आठ बजे से इवीएम के वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और लगभग 10 बजे के बाद रुझान आने शुरू हो जाएंगे.

आज 55 मतगणना भवनों में होगा 3,733 प्रत्याशियों की हार-जीत का फैसला

कोरोना संक्रमण के बीच हुए इस चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने पूरी सतर्कता बरतते हुए जो दिशा-निर्देशों दिए हैं उनके अनुसार, राज्य के विभिन्न जिलों में 55 भवनों में मतगणना की तैयारी की गई है. चार जिलों में तीन-तीन भवनों में मतगणना होगी. ये जिले हैं -सिवान,बेगूसराय, पूर्वी चंपारण और गया. इसके अलावे सहरसा, गोपालगंज, दरभंगा,भागलपुर, बांका, नालंदा मधुबनी, पूर्णिया और नवादा ऐसे जिले हैं, जहां मतदान के लिए दो-दो भवनों में केंद्र बनाए गए हैं. राजधानी क्षेत्र पटना समेत राज्य के 23 जिले ऐसे हैं, जहां एक-एक भवन में ही मतगणना केंद्र बनाया गया है.

कोविड गाइड लाइन का पालन

मतगणना केंद्रों में 414 हॉल में टेबल लगाए गए हैं. कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए टेबलों के बीच दूरी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. जहां एक हॉल में वोटों की बिनती होगी वहां दूरा बरकरार रखते हुए 14 टेबल लगाए जाएंगे और जहां दो हॉल में गिनती होगी वहां सात-सात टेबल एक हॉल में लगाए जाएंगें जिसकी निगरानी के लिए ऑब्जर्बर और माइक्रो ऑब्जर्बर नियुक्त किए जाएंगें.तीन चरणों में हुए मतदान के बाद राज्य भर के 3733 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद है. इनमें से 370 महिला और एक ट्रांसजेंडर हैं.

उत्तराखंड : 221 कांस्टेबलों को मिला दीपावली का तोहफा, प्रमोट कर हेड कांटेबल बनाया

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ स्थापना दिवस पर प्रदेश के 221 पुलिसकर्मियों को दिवाली का तोहफा मिला। इन पुलिसकर्मियों को प्रमोट कर हेड कांस्टेबल बनाया गया है। इनमें कई कांस्टेबल और बाकी हेड कांस्टेबल विशेष श्रेणी के पुलिसकर्मी शामिल हैं। आईजी कार्मिक ने बताया कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन पुलिसकर्मियों को प्रमोट किया गया है।
राज्य स्थापना दिवस पर पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को प्रमोशन लिस्ट जारी की है।

काफी समय से हेड कांस्टेबल पद पर प्रमोशन होने थे। सोमवार को 221 पुलिसकर्मियों का इंतजार खत्म हो गया है। ये सभी पुलिसकर्मी 25 से 30 साल की सेवा करने वाले हैं। लंबे समय से प्रमोशन की प्रक्रिया चल रही थी। जबकि पुलिस के कुछ कार्मिक इस लिस्ट को ठीक नहीं मान रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें कुछ ऐसे पुलिसकर्मी शामिल हैं जो पहले से हेड कांस्टेबल (बाजू पर तीन फीतियां) लगा रहे थे। इसके साथ ही कुछ ऐसे हैं जो एक स्टार लगाते थे और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर कहलाते थे।

ऐसे में इन्हें अब हेड कांस्टेबल कहने का क्या मतलब? लेकिन, इस मामले में आईजी कार्मिक का कहना है कि प्रमोशन बहुत ही सूझबूझ और सभी नियमों को ध्यान में रखकर किया गया है। जिन्हें हेड कांस्टेबल कहा जा रहा है वे असल में हेड कांस्टेबल विशेष श्रेणी (एचसीवीएस) थे। अब उन्हें कंफर्म हेड कांस्टेबल बना दिया गया है। इनमें कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो एक स्टार कंधे पर लगाते चले आ रहे हैं। वे चालान भी काट रहे थे, लेकिन अब उन्हें हेड कांस्टेबल बनाया गया है। यानी अब उन्हें फीतियां लगानी होंगी। हालांकि मुख्यालय का कहना है कि एक स्टार वाली व्यवस्था सिर्फ अस्थाई व्यवस्था थी। जो कांस्टेबल 30-30 साल सर्विस कर चुके हैं उनके अंदर कोई कुंठा न हो इसके लिए यह व्यवस्था की गई थी। यह नोटिफाई पद नहीं है।