Thursday, May 1, 2025
Home Blog Page 1774

विरक्ता व त्याग की मूर्ति थे टाट वाले बाबा: स्वामी विजयानंद

0

हरिद्वार,9 दिसम्बर (कुल भूषण) वेदांत वेत्ता  टाट वाले बाबा के 31 वे वार्षिक वेदांत सम्मेलन  में आज  तृतीय दिवस पर भक्ति एवं वेदांत की गंगा  गुरु वंदना से बिरला घाट पर प्रवाहित हुई।

दुर्लभ सन्त टाट वाले बाबा महाराज के सानिध्य एवं संस्मरण प्रकट करते हुए हुए बाबा के अनन्य शिष्य स्वामी विजयानंद महाराज ने कहा कि यह कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि बाबा जी मे विरक्तता, त्याग कोटि-कोटि कूट कर भरा हुआ था।जिस प्रसिद्धि एवं नाम के लिए दुनिया सिर पटकती है।दर दर की ठोकरें खाती हैं, थोड़ा सा दान देकर तख्तियां लटकवाने के लिए तलबगार रहतीं हैं लेकिन टाट वाले बाबा ने कभी भी पैसे तक को छुआ तक भी नहीं। बाबा ने कभी भी अपना नाम, जाति,ग्राम,कुल का आदि का कभी बखान ही नहीं किया। बाबा का कहना था कि शरीर मिथ्या, उसका नाम मिथ्या,जाति मिथ्या है तो उस में प्रीती क्यों करें।

कृष्ण मयी माता ने बाबा जी को नतमस्तक होते हुए वेदांत के अर्थ को स्पष्ट किया। वेदों के पश्चात जब से संसार है तब से वेद है। सृष्टि अनादि है तो वेद भी अनादि है। गुरु ने जैसा मंत्र दिया वैसा ही जाप करना होता है।दूध का सार मक्खन होता हैं ठीक उसी प्रकार वेदों का सार वेदांत होता हैं।

 

इस अवसर पर टाट वाले बाबा जी के परम शिष्य संजय कुमार बत्रा,विजय शर्मा,रमा वोहरा, भावना गौर ,कोशिलया सोनेजा ,भावना गौर ,एस एम जे एन पी जी कालेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ,राम चन्द्र सुरेन्द्र वोहरा,ओमी बाबा,उमा बर्मन,शारदा खिललन, सुषमा चंदवानी, लेखराज,आदि  ने अनन्त श्री टाट वाले बाबा, स्वामी जगदीश मुनि, समाधि सेविका माता लक्ष्मी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित एवं संस्मरण प्रस्तुत किये। टाट वाले बाबा की लिखी पुस्तक असंभव कुछ नहीं सब संभव है वास्तव में सभी समस्याओं का हल इस पुस्तक में मिल जाता है यह एक अलौकिक ग्रंथ हैं।

मातृशक्ति की ओर गूलर वाला से आई  सुश्री महेश देवी ,श्रीमती मधु गौड़ ,सुश्री भावना गौड़, आदि द्वारा भी श्रृद्धा सुमन एवं भजन के द्वारा अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किये । कार्यक्रम का सफल संचालन संजय बत्रा के द्वारा किया गया।

 

बालिका शिक्षा के युग प्रवर्तक थे आचार्य रामदेव: प्रो0 शास्त्री

0

हरिद्वार,9 दिसम्बर (कुल भूषण)  गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के आर्यसमाज द्वारा पुण्यभूमि कांगड़ी ग्राम में आचार्य रामदेव के निर्वाण दिवस पर यज्ञ किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा प्रो0 सत्यदेव निगमालंकार  और प्रो मनुदेवबन्धु ने वैदिक परम्परा के अनुसार यज्ञ का कार्यक्रम सम्पन्न कराया।

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि बालिका शिक्षा के युग प्रवर्तक आचार्य रामदेव ने सर्वप्रथम पाठशाला देहरादून के राजपुर रोड़ पर खोली। उसके पश्चात् 1917 में आचार्य रामदेव ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार की भूमि खरीदी और हरिद्वार में भव्य विश्वविद्यालय बनाकर इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया। उन्होंने कहा कि आचार्य रामदेव 18 भाषाओं के प्रकाण्ड विद्वान थे। अंग्रेजी भाषा में उनको एकाधिकार था। अंग्रेज भी उनकी भाषा को सुनकर दंग रह जाते थे।

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 दिनेश चन्द्र भट्ट ने कहा कि आचार्य रामदेव ने भारत के इतिहास को दो कालखण्डों में लिखा है। आज भी पूरे देश में इतिहास की बात होती है तो उनकी पुस्तकों का चित्रण जरूर होता है। प्रोफेसर दिनेश भट्ट ने बताया कि आचार्य रामदेव जी का व्यक्तित्व इतना महान था और अपने समय में वह इतने प्रसिद्ध थे उनके बारे में आज हिंदुस्तान अखबार के संपादक के पृष्ठ पर जो सबसे नीचे वाला कॉलम होता है उसमें उसमें उनके द्वारा किए गए कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की।

भेषज विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष  व मुख्यवक्ता प्रो सत्येन्द्र राजपूत ने कहा कि यह पूण्यभूमि एक ऐतिहासिक धरोहर है। यहां पर स्वामी श्रद्धानन्द ने गुरुकुल शिक्षा का शुभारम्भ किया था। 1902 में इस गुरुकुल कांगड़ी पुण्यभूमि की स्थापना की गयी थी। इस पूण्यभूमि से ही देश की आजादी के लिए स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने बिगुल बजाया था।

काँगड़ी गांव  प्रधान ने कुलपति से मांग की कि काँगड़ी गांव के पास हाईवे पर स्वामी श्रध्दानंद प्रवेश द्वार  बनाया जाये।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रो सोहनपाल आर्य डॉ विजेंद्र शास्त्री, डॉ योगेश शास्त्री ,प्रो प्रभात कुमार,डॉ श्वेतांक आर्य, डॉ दीन दयाल, पूर्व सम्पदा अधिकारी करतार सिंह, रामप्रकाश शर्मा,नवीन कुमार,  अमित कुमार, रमेश चंद्र , दीपक आनंद, डॉ सचिन पाठक,धर्मेंद्र बालियान दीपक वर्मा, कर्मचारीगण, उपस्थित रहे। सामाजिक कर्मठ महिलाओं को आचार्य रामदेव का चित्र देकर सम्मानित की किया गया।कार्यक्रम का संचालन प्रो सत्यदेव निगमालंकार ने किया।

आध्यात्मिक ऊर्जा के पुंज हैं मठ, मंदिर: अनिरूद्ध भाटी

0

हरिद्वार,9 दिसम्बर (कुल भूषण) उत्तरी हरिद्वार स्थित भूपतवाला में प्राचीन धार्मिक संस्था मौनी मंदिर आश्रम में आश्रम और मंदिर के संचालक पंडित बाल गोविंद के संयोजन में मौनी मंदिर के संचालक रहे स्व. हरिप्रसाद पांडे की छठी पुण्यतिथि पर यज्ञ, हवन आदि धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर नगर निगम में भाजपा दल के उपनेता पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि धार्मिक संस्थाएं, मठ, मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा के पुंज हैं जिनके मूल में संतजनों का जप तप समाहित है। पार्षद महावीर वशिष्ठ ने कहा कि मौनी मंदिर के संचालक स्व. हरि प्रसाद पांडे गीता, भागवत और रामायण के मर्मज्ञ तथा प्रकाण्ड ज्योतिषाचार्य थे। उन्हीं की परम्परा कोे उनके शिष्य पंडित बाल गोविंद आगे बढ़ा रहे हैं।

पार्षद विनित जौली, अनिल वशिष्ठ, विदित शर्मा ने कहा कि मौनी मंदिर का अन्नकूट महोत्सव, कृष्ण जन्माष्टमी, शिवरात्रि पर्व एक विशिष्ट आयोजन हुआ करता था जो इस क्षेत्र की पहचान हुआ करता था। इसका सारा श्रेय संस्था के संचालकांे को जाता है। इस अवसर पर उमेश शर्मा, सुभाष वर्मा, संदीप गोस्वामी, ललित पुरी, दीपांशु विधार्थी, संजय वर्मा, सूर्यकांत शर्मा सहित क्षेत्र के प्रबुद्ध गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

कोरोना काल में स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन के कार्य को मिली सराहना, जिलाधिकारी ने सेवा सम्मान से किया अलंकृत

0

देहरादून, वैश्विक महामारी कोरोना से से जहां पूरे विश्व में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं देश के साथ साथ उत्तराखण्ड़ भी इस भयानक बीमारी से अछूता नहीं रहा, देश में मार्च माह से लगे लॉकडाउन के चलते गरीब जनता को रोजी रोटी से दो चार होना पड़ा | इस दौरान कई स्वयं सेवी संस्थायें लोगों की हर संभव मदद के लिये आगे आई, उत्तराखण्ड़ में समाज के लिये सकारात्मक कार्यो में लगी स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन भी कोरोना काल के सार्थकता के साथ आगे आई, संस्था के युवा सदस्यों ने जनता को राशन किट के साथ मास्क का वितरण किया,

संस्था द्वारा अपने कार्यालय में मास्क का निर्माण के साथ राशन सामग्री उत्तराखंड़ के पर्वतीय जनपदों के अलावा राजधानी देहरादून के ग्रामीण इलाकों, रिस्पना के किनारे बसी मलिन बस्तियों के साथ कोरोना काल के दौरान गरीब मजदूर और निर्धन परिवारों को प्रदान की, उत्तराखंड में वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान किये गये सार्थक कार्य और जरूरतमंद लोगों की सहायता की, जिलाधिकारी देहरादून द्वारा सराहना की गई और संस्था के पदाधिकारियों एवं सहयोगियों द्वारा किए गए

इस निस्वार्थ जनसेवा के लिए देहरादून के जिला अधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा संस्था को कोरोना योद्धा सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया। संस्था को मिले सम्मान स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन के सदस्य गौरव महसूस करते हैं और भविष्य में भी अपनी सार्थकता को परिलक्षित करने में संकल्पबद्ध हैं |

वेस्ट वारियर्स का सार्थक आह्वान, मिलकर करेंगे मालदेवता नदी साफ

0

देहरादून, वेस्ट वारियर्स संस्था,जो की ठोस कचरा प्रबंधन के लिए कार्य कर रही है के द्वारा एक विशेष सफाई अभियान का आयोजन किया गया जो महाराणा प्रताप चौक से मालदेवता नदी तक था। वेस्ट वारियर्स संस्था का उद्देश्य मालदेवता नदी को एक निर्मल स्वच्छ धारा बनाना है और साथ ही वहा आ रहे पर्यटको को भी अपने कचरे को सही तरीके से व्यवस्थित करने हेतु प्रेरित करना है.

आज अपने स्वयंसेवकों के साथ मिलकर वेस्ट वारियर्स संस्था, नगर निगम, देहरादून के दस कर्मचारियों , रायपुर के निवासियों और श्री गणेश कंडवाल , डिस्ट्रिक्ट फूड सेफ्टी अधिकारी ने मिलकर इस सफाई अभियान को सफल बनाया. सभी का यही प्रयास था की नदी वा वहा बह रही नहर मैं जा चुके कचरे को निकाल पानी को साफ- स्वच्छ बनाया जाए। वेस्ट वॉरियर्स संस्था द्वारा लोगों को कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूक करने के लिए मालदेवता नदी के पास एक स्टाल भी लगाया गया ।
कुल मिला कर 220 किलो कचरे को एकत्र किया गया जिसमे से 55 Kg सूखा कचरा अलग कर स्वछता केंद्र भेजा गया ,हमारी कोशिश रही है की कम से कम कचरा डंपिंग जोन मे भेजा जाए .इसी उदेश्य को ध्यान मे रखते हुए आज के सफाई अभियान मे भी कचरे को अलग कर भिन भिन जगह भेजा गया .
अब साल का अंत समय आ गया है और आने वाले नए साल की शुरुआत के साथ हमें लगता है कि इस निर्मल नदी को शून्य-ठोस अपशिष्ट पर्यटन स्थल में परिवर्तित करने की दिशा में यह एक महान कदम है।

उत्तराखंड शासन में 12 आईपीएस अधिकारियों के हुए तबादले, लिस्ट जारी

0

देहरादून, उत्तराखंड शासन ने 12 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। वहीं कुछ अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। पीवीके प्रसाद अपर पुलिस महानिदेशक अतिरिक्त प्रभार बने। अमित सिन्हा से पुलिस महा निरीक्षक फायर सर्विस का प्रभार हटा। अमित सिन्हा को पुलिस महानिरीक्षक दूरसंचार अतिरिक्त प्रभार बनाया गया।

संजय गुंज्याल से पुलिस महानिरीक्षक पीएसी एसडीआरएफ का प्रभार हटा। एपी अंशुमन पुलिस महा निरीक्षक साइबर अपराध और एसटीएफ बने। एपी अंशुमन को पुलिस महा निरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था का अतिरिक्त प्रभार मिला।

पूरण सिंह रावत पुलिस महा निरीक्षक प्रशिक्षण बने। रिद्धिम अग्रवाल को पुलिस उपमहानिरीक्षक निदेशक दूरसंचार मिला। नीरू गर्ग को पुलिस उपमहानिरीक्षक सतर्कता का प्रभार मिला। मुख्तार मोहसिन पुलिस उपमहानिरीक्षक फायर सर्विस बने।

नीलेश आनंद भरणे को पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्मिक मिला। नारायण सिंह उप पुलिस उपमहानिरीक्षक सीआईडी बने। राजीव स्वरूप पुलिस उपमहानिरीक्षक ट्रेनिंग कम निदेशक पीटीसी नरेंद्र नगर बने। अजय सिंह पुलिस अधीक्षक एसटीएफ बने।उत्तराखंड में पुलिस अधिकारीयों के बंपर तबादले, पढ़िए पूरी लिस्ट » Raibaar Uttarakhand

निर्वाचन : पुनरीक्षण कार्यक्रम के प्रचार प्रसार हेतु जागरूकता वाहनों को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने किया रवाना

0

देहरादून, मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2020-21 की जनसामान्य के मध्य व्यापक प्रचार प्रसार हेतु जागरूकता वाहनों का फ्लैग ऑफ़ किया । इसमें लोडिंग तथा विक्रमों पर जागरूकता के पोस्टर लगाकर शहर में जगह जगह SSR-2020-21 कार्यक्रम का प्रचार प्रसार करने के लिए निर्देशित किया गया। कार्यक्रम में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री एस ए मुरुगेसन, अपर जिलाधिकारी वित्त श्री बीर सिंह बुधियाल, राज्य नोडल अधिकारी मोहम्मद असलम, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी देहरादून के साथ साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के स्टाफ़ द्वारा प्रतिभाग किया गया।

बड़ी खबर : उत्तराखंड कैबिनेट बैठक खत्म, 15 दिसम्बर से खुलेेंगे कॉलेज

0

देहरादून, उत्तराखंड सरकार ने आज मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने पर निर्णय ले लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा होने बाद उच्च शिक्षण संस्थान को खोलने का निर्णय ले लिया है, सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में यह कैबिनेट बैठक की गई जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कैबिनेट के समक्ष कुल 29 मामलों पर हुई चर्चा, 27 मामलों पर भी मुहर लगाई गई।

कोविड-19 को लेकर हुई चर्चा, वेक्सीन के रखरखाव को लेकर भी हुआ मंथन, उत्तराखंड में 20% लोगों को पहले चरण में वेक्सिनेशन को लगया जाएगा।

उत्तराखंड कैबिनेट में फैसला लिया गया कि 15 दिसंबर से उच्च शिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। जिसमे सभी निजी और प्रोफेशनल कोर्स से जुड़े कॉलेज खोलने को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अनुसुया प्रसाद मैखूरी को श्रद्धांजलि दी |

कोरोना की वैक्सीन के टीके लगाने को लेकर हुई विस्तृत चर्चा

20 प्रतिशत लोगों को पहले चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी

फ्रंट लाइन में काम करे कर्मचारियों,55 साल से ऊपर के बीमार लोगो को लगाया जाएगा टीका

उत्तराखंड पेयजल निगम की नियमावली

देहरादून मेडिकल कालेज में 44 सुपर स्पेशलिटी पदों को स्वीकृति

रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज में 927 पदों को मिली स्वीकृति

नैनीताल में सेंचुरी पल्प मिल की भूमि लीज को लेकर भी लिया गया फैसला

निजी सुरक्षा एजेंसी की मान्यता को लेकर भी लिया गया फैसला

अब एक जिले में ही नैनी होगी एजेंसी खोलने को लेकर मान्यता

विधानसभा का सत्र करने पर मंजूरी

21 से 23 सितम्बर सत्र आयोजित करने को मंजूरी

खाद उधोग बोर्ड में 7 स्वीकृत पद के तहत 4 पद किये गए खत्म

उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह अधिनियम को कानून बनाने को मिली मंजूरी

Ews के पद पर खाली रहने समान्य पद से भरा जाएगा

सेवा अधीनस्थ चयन आयोग करेगा पुलिस भर्ती

राज्य के निवासियों के लिए ट्रस्ट शोसायटी एक्ट बनाने को लेकर हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में बनी कमेटी को मिली मंजूरी

15 दिसम्बर से उच्च शिक्षण संस्थान खोलने को कैबिनेट को मिली मंजूरी

कोविड 19 नियमों के पालन के तहत खोलेंगे शिक्षण संस्थान

आर्ट या फाइन आर्ट के छात्रों को बीएड से राहत देने के लिए किया जयेगा अध्यन

हरावाला में 300 बेड का सरकारी अस्पताल के लिए सड़क में चौड़ीकरण में दी गयी छूट

सिंचाई विभाग के द्वारा दी गयी लीज पर दिए गए पट्टे लिए जाएंगे वापस

शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को 100 रुपये मिलेगा पानी का कनेक्शन

ऋषिकेश कर्णप्रयाग निर्माणाधीन रेलवे लाइन भंडार में शिथिलता को लेकर बनी कमेटी

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी

स्वच्छ भारत मिशन जल जीवन मिशन के द्वितीय चरण को मिली मंजूरी

स्वामित्व योजना 10 दिन में विवादों का निपटारा करने पर लगी मुहर

पीएचडी करने वाले डॉक्टरों को लेकर सरकार ने लिया फैसला

आधी सैलरी या स्कॉलरशिप में एक चीज डॉक्टरों को लेना होगा लाभ

उत्तराखंड अधिप्राप्ति नियमावली में किया गया बदलाव केंद्र सरकार के बदले गए नियमो को राज्य ने अपनाया

चीनी कम्पनी को उत्तराखंड में ठेका न मिले इसको लेकर नियम बदल गया

पीएसी,एपी प्रमोशन सूची में महिला पुरुष की अलग – अलग बनाने पर कैबिनेट ने लगाई मुहर

’कामधेनू कलर मैक्स शीट’ का नया प्लांट शुरु किया

0

राज्य/देश में 100 नए डीलर और वितरक जोड़ने का लक्ष्य

( विजय आहूजा) हल्द्वानी। कामधेनू लिमिटेड ने हल्द्वानी, उत्तराखंड में एक नई विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया। इस प्लांट में ’कामधेनू कलर मैक्स’ ब्रांड की उच्च क्वालिटी वाली कलर कोटेड शीट का उत्पादन किया जाएगा। 1000 मीट्रिक टन प्रति माह की क्षमता वाला यह प्लांट कंपनी को उत्तराखंड में कलर कोटेड शीट्स की बढ़ती मांग को पूरा करने में मददगार बनेगा। इस प्लांट से उत्तराखंड और उससे लगने वाले उत्तर प्रदेश के इलाकों में रोजगार के परोक्ष एवं अपरोक्ष अवसर उत्पन्न होंगे जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान होगा।

कंपनी की कारोबारी योजनाओं के बारे में कामधेनू लिमिटेड के निदेशक सुनील अग्रवाल ने कहा, ’’कोविड-19 लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था में धीरे-धीरे वापसी देखने को मिल रही है तथा प्रदेश में आवास एवं इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मांग वृद्धि हो रही है। इसलिए हम इस क्षेत्र में अपनी हाई क्वालिटी कलर कोटेड शीट्स की उत्पादन क्षमता में इजाफा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, ’’अंतर्राष्ट्रीय मानकों के समकक्ष कामधेनू कलर मैक्स रिहाइशी और औद्योगिक परियोजनाओं में रूफिंग व क्लैडिंग के लिए खूबसूरत समाधान पेश कर रही है।

’कामधेनू कलर मैक्स’ एक प्रि-पेन्टेड प्रॉडक्ट है जो चयन हेतु आकर्षक रंगों की विस्तृत रेंज पेश करता है। हाई क्वालिटी स्टील अलॉय की अनेक परतों पर एक खास कोटिंग ’कामधेनू कलर मैक्स’ को सक्षम बनाती है की वह क्रैकिंग व पीलिंग, चरम मौसम व भारी निर्माण के दौरान प्रतिरोध कर सके। यह न सिर्फ शीट्स को पूरी तरह जंग से मुक्त एवं वाटरप्रूफ बनाता है बल्कि अंदरूनी हिस्से को गर्मियों में शीतल तथा सर्दियों में गर्माहट भरा बनाए रखता है।

यह ईको-फ्रैंडली उत्पाद इमारत के कार्बन फुटप्रिंट को न्यूनतम कर के ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर भी खरा उतरता है। कामधेनू स्टील निर्माण की जानकारी और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए सर्वोत्तम कच्चा माल चुन कर सर्वश्रेष्ठ तकनीक एवं प्रक्रियाओं द्वारा बेहतरीन क्वालिटी के उत्पाद पेश करती है। यह उत्पाद कड़ी क्वालिटी जांच से गुजरता है इसलिए हर मौसम में टिका रहता है।

किसान आंदोलन : गृह मंत्री शाह और किसानों के बीच बैठक बेनतीजा, अब छठे दौर की बातचीत भी अधर में लटकी

0

नई दिल्ली, कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसॎनों के बीच सुहल होने संभावना पर रार बढ़ती जा रही, मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह और कुछ किसान नेताओं के बीच रात हुई बैठक विफल रहने के बाद सरकार और किसान यूनियनों के बीच बुधवार(आज) प्रस्तावित छठे दौर की वार्ता अधर में लटक सकती है, जबकि सरकार की ओर से बुधवार की वार्ता के संबंध में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है लेकिन अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद कुछ किसान नेताओं ने कहा कि प्रस्तावित बैठक में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता। इन नेताओं ने कहा कि सरकार के लिखित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के बाद ही अगले कदम पर निर्णय लिया जाएगा।

मंगलवार करीब आधी रात को समाप्त हुई बैठक के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, शाह जी ने कहा कि सरकार जिन संशोधनों के पक्ष में हैं उन्हें कल लिखित में देगी। हम लिखित संशोधनों को लेकर सभी 40 किसान यूनियनों से चर्चा करने के बाद बैठक में शामिल होने के बारे में फैसला लेंगे।

हन्नान मोल्लाह ने कहा कि बुधवार हो सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक नहीं होगी। सरकार कृषि कानून वापस लेने को तैयार नहीं है। मंत्री (अमित शाह) ने कहा है कि बुधवार को किसान नेताओं को प्रस्ताव दिया जाएगा। बुधवार को किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर इस प्रस्ताव को लेकर बैठक करेंगे, एआईकेएस नेता एवं माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा कि हम बुधवार को सरकार के साथ होने वाली वार्ता में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर दोपहर 12 बजे किसान नेताओं की बैठक होगी।

हन्नान मोल्लाह ने कहा, अमित शाह ने हमसे कहा कि सरकार जो संशोधन करना चाहती है वह उसे लिखित में देगी और हम तीनों कानूनों को निरस्त करना चाहते हैं, बीच का कोई रास्ता नहीं है। शाह के साथ बैठक में मौजूद सभी 13 यूनियनों ने कानूनों को रद्द करने की मांग की, अन्य के साथ चर्चा करके हम अगले दौर की वार्ताओं के संबंध में निर्णय करेंगे।

गौरतलब हो कि कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों से छठे दौर की वार्ता से ठीक एक दिन पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गतिरोध समाप्त करने के प्रयासों के तहत किसान नेताओं के एक समूह से मुलाकात की। 13 किसान नेताओं को शाह के साथ इस बैठक के लिए बुलाया गया था। बैठक रात आठ बजे आरंभ हुई। किसान नेताओं में आठ पंजाब से थे जबकि पांच देश भर के अन्य किसान संगठनों से संबंधित थे।

बैठक में शामिल नेताओं में अखिल भारतीय किसान सभा के हन्नान मोल्लाह और भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत भी शामिल रहे। कुछ किसान नेताओं ने बताया कि उन्हें पहले इस बैठक के शाह के आवास पर होने की उम्मीद थी, लेकिन यह राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा में हुई।

प्रदर्शन कर रहे किसानों का दावा है कि ये कानून उद्योग जगत को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं और इनसे मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म हो जाएगी। हालांकि बैठक को लेकर किसान संगठनों के बीच असंतोष के स्वर उभरने लगे। भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने निर्धारित वार्ता से एक दिन पहले शाह के साथ बैठक को लेकर सवाल उठाया। प्रदर्शनरत किसान संगठनों में यह सबसे बड़ा संगठन है। बैठक में राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी, हनन मोल्लाह, शिवकुमार हक्का, बलबिर सिंह, जगजीत सिंह, रुलदू सिंह मानसा, मंजीत सिंह राय, बुट्टा सिंह बुरूजगिल, हरिंदर सिंह लखोवाल, दर्शन पाल, कुलवंत सिंह संधू और भोग सिंह मानसा शामिल थे |