Thursday, June 19, 2025
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उत्तराखंड और गोवा दोनों प्रदेशों की “अतिथि देवो भव:” एक समान संस्कृति-डॉ० नरेश चौधरी

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हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा ) “उत्तराखंड एवं गोवा प्रदेश आध्यात्मिक यात्रियों, श्रद्धालुओं एवं समुद्री जल क्रीड़ा करने वाले पर्यटकों के लिए अंतराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों पर “हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई हम सब हैं भाई भाई” तथा “अतिथि देवो भव:” भारतीय संस्कृति को चरितार्थ कर रहे हैं “।
उत्तराखंड में संपूर्ण विश्व से आस्थावान श्रद्धालु यात्री, चार धाम यात्रा, धार्मिक स्थलों के दर्शनार्थ, मां गंगा, पवित्र नदियों, कुंभ मेला स्नान, कावड़ मेले में पवित्र गंगा जल को लेने के लिए, हेमकुंड साहिब, पिरान कलियर दरगाह जैसे पवित्र धार्मिक स्थानों के भ्रमण हेतु करोड़ों की संख्या में आते हैं, उसी प्रकार अंतरराष्ट्रीय पर्यटक, आध्यात्मिक भावना के साथ तनाव मुक्त दिनचर्या के लिए समुद्री जल क्रीड़ा हेतु गोवा प्रदेश में पहुंचते हैं तथा जब सभी धर्म के धार्मिक स्थलों यथा मंदिर, मस्जिद, चर्च,गुरुद्वारा के दर्शन करते हैं, तो भारत की संस्कृति “हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, हम सब हैं भाई भाई” देखने को मिलती है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना विभागाध्यक्ष/ रेडक्रॉस सचिव प्रोफेसर (डॉ०) नरेश चौधरी पारिवारिक भ्रमण हेतु गत दिवस गोवा प्रदेश गए, तो उन्हें वहां पर उत्तराखंड की संस्कृति “अतिथि देवो भव:” भी चरितार्थ होते नजर आई, जिस संस्कृति के तहत उत्तराखंड प्रदेश का प्रत्येक जन सेवक सभी पर्यटकों, यात्रियों, श्रद्धालुओं की सभी स्नान पर्वों, धार्मिक यात्राओं में अपने-अपने दायित्वों के निर्वहन करते हुए अग्रणीय रूप से सामाजिक सेवा करता है,और डॉ० नरेश चौधरी स्वयं भी समर्पित सामाजिक सेवा के धनी हैं । गोवा प्रदेश के पर्यटन एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रोहण खोंटे ने डॉ० नरेश चौधरी का पारिवारिक स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड और गोवा दोनों प्रदेशों की “अतिथि देवो भव:” एक समान संस्कृति है जिसके लिए संपूर्ण विश्व में दोनों प्रदेशों की विशेष पहचान है। इसी के तहत गत वर्ष उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ० प्रमोद सावंत की विशेष पहल पर सीधे हवाई उड़ान प्रारंभ की गई, इस सार्थक प्रयास को जारी रखने हेतु दोनों प्रदेशों की सरकार, पर्यटन विभाग के साथ-साथ सामाजिक/ धार्मिक संस्थाओं के स्वयंसेवकों को पर्यटकों को जागरूक करने के लिए जन जागरूकता करनी होगी, जिससे जो पर्यटक गोवा प्रदेश आते हैं, उन्हें जागरूक कर उत्तराखंड धार्मिक पर्यटक स्थलों के दर्शनार्थ हेतु प्रेरित किया जाए तथा जो यात्री पर्यटक उत्तराखंड आए उन्हें गोवा प्रदेश भ्रमण हेतु जागरूक किया जाए। डॉ० नरेश चौधरी ने गोवा के पर्यटन मंत्री को पर्यटक जागरूक अभियान हेतु अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर दोनों प्रदेशों के पर्यटन विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए समन्वयक पर्यटक जागरूक प्रेरक स्वयंसेवक के रूप में अहम भूमिका निर्वहन करने हेतु आश्वासन दिया, इसके लिए पर्यटन मंत्री रोहण खोंटे ने डॉ० नरेश चौधरी को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि उत्तराखंड भ्रमण के दौरान जिस समर्पित भावना के तहत समन्वयक अधिकारी के रूप में आप द्वारा सभी धार्मिक/ पर्यटक स्थलों का भ्रमण मुझे एवं मेरी टीम को कराया गया वह हमेशा के लिए स्मरणीय है, आपकी समर्पित एवं कार्य क्षमता भावनाओं से प्रतीत होता है कि आप दोनों प्रदेश उत्तराखंड एवं गोवा के पर्यटकों को जागरूक करने की इस विशेष पहल में अवश्य कारगर सिद्ध होंगे।

 

विधायक ज्वालापुर रविबहादुर के द्वारा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कार्यक्रम का शुभारम्भMay be an image of 13 people

हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा ) क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी एवं प्रांतीय दल रक्षक दल अधिकारी, बहादराबाद पूनम मिश्रा ने अवगत कराया कि आज युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग, हरिद्वार के तत्वाधान में विकास खंड बहादराबाद द्वारा ब्लाक स्तरीय युवा महोत्सव का उत्तराखण्ड संस्कृत विश्व विद्यालय सभागार बहाद‌राबाद में आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ  विधायक ज्वालापुर रविबहादुर के द्वारा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर किया गया।
कार्यक्रम में 15 वर्ष से 29 वर्ष की आयु वर्ग वाले विभिन्न स्कूली बच्चों एवं महिला, महिला मंगल, युवक मंगल दलों द्वारा प्रतिभाग किया गया। युवक-युवतियों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य की लोक संस्कृति को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से लोकगीत, लोक नृत्य , एकाकी नाटक का मंचन किया गया तथा स्कूली बच्चों द्वारा एकल गीत, भाषण, कहानी लेखन एवं पेंटिंग की प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया, सभी विजयी प्रतिभागियों को क्षेत्रीय युवा समिति बहादराबाद के अध्यक्ष मनोज चौहान एवं जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रमोद चन्द्र पाण्डेय जी के द्वारा पुरुस्कार वितरण किया गया।

विधायक  रवि बहादुर द्वारा युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवावस्था को बेहतरीन ढंग से जीते हुए अपनी रुचि के अनुसार सकारात्मक गतिविधियों में खूब मेहनत करें ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर अपनी रुचि को ही आजिविका का साधन बनाया जा सके।
इंजीनियर रवि बहादुर के द्वारा सभी युवाओं को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए स्वच्छ, स्वस्थ व समृद्धशाली उत्तराखण्ड बनने हेतु प्रेरित किया ।
कार्यक्रम संयोजक श्रीमती पूनम मिश्रा क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी बहादराबाद द्वारा सभी उपस्थित अधिकारी, गणमान्य नागरिक एक अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का संचालन किया।

कार्यक्रम में ज़ि यू क अधि मुकेश भट्ट, व्यापक प्रशिक्षण श मनोज चौहान, योगेश चौहान, हिमांशु गुप्ता, रिचा गुप्ता, चन्द्रमोहन मिश्रा, मिनाक्षी सिंह रावत, शिवकुमार कश्यप, डा० अरुण मिश्रा, ब्लॉक कमांडर (PAD) रामकुमार, मुकेश, बाबूराम , ताराचंद सहित विभिन्न कार्यालय के विद्यालय के छात्र-छात्राएं युवक एवं महिला मंगल दलों के सदस्य उपस्थित थे।

 

नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने हरकी पौड़ी पहुंचकर माँ गंगा आरती में प्रतिभाग कियाMay be an image of 4 people, henna and wedding

हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा ) नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने हरकी पौड़ी पहुंचकर माँ गंगा आरती में प्रतिभाग किया तथा माँ गंगा का दुग्धभिषेक किया। उन्होंने माँ गंगा से देश की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी के हरकी पौड़ी पहुँचने पर श्री गंगा सभा के पदाधिकारी महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने उनका स्वागत किया और गंगाजली देकर व अंग वस्त्र उड़ाकर स्वागत किया और गंगाजली भेट की। गंगासभा के सभापति तन्मय वशिष्ठ, स्वागत अध्यक्ष सिद्धार्थ चक्रपाणि आदि उपस्थित थे।

हडको द्वारा सीएसआर योजना में स्कूल एवं अस्पतालों में वाटर कूलर प्रदान किए गए

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चंडीगढ़, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन के चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ , पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश राज्यों में 11 स्थानों में 8 सरकारी स्कूलों एवं 3 हस्पताल /चिकित्सा केंद्रों में वाटर कूलर शीतल स्वच्छ जल हेतु प्रदान किए गए।
संजय भार्गव क्षेत्रीय प्रमुख हडको चंडीगढ़ द्वारा अवगत कराया की हडको की कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी योजना के अंतर्गत 2 वाटर कूलर चंडीगढ़ , 2 लुधियाना , 3 एस ए एस नगर मोहाली पंजाब एवं 4 हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में उपायुक्त कार्यालय के माध्यम से आवंटित करते हुए स्थापित कर दिए गए है । यह वाटर कूलर 120 लीटर के 3 स्टेज फिल्टरेशन युक्त प्रदान किए गए है । इस कार्य को संपादित करने हेतु हडको क्षेत्रीय कार्यालय के सभी कर्मियों का आभार व्यक्त किया विशेष कर आशीष , राजीव , कंवलजीत कौर , हरविंदर सिंह, केसर सिंह ।
दिनांक 17 अक्टूबर को भी सोलन एवं एस आर एस नगर में चार स्थानों पर वाटर कूलर का लोकार्पण कार्यक्रम किया गया जिसमें संजीव चोपड़ा , रमन शर्मा , हरविंदर सिंह ,निर्मल सिंह और केसर सिंह के साथ साथ स्कूल प्रबंधन एवं चिकित्सालय प्रबंधन के सदस्यों ने प्रतिभागिता की ।

उत्तराखण्ड में यूसीसी लागू करने के लिए नियमावली और क्रियान्वयन समिति ने मुख्यमंत्री को सौंपा ड्राफ्ट

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राज्य में यूसीसी लागू करने के लिए कैबिनेट में जल्द तय की जाएगी तिथि- मुख्यमंत्री

देहरादून :  समान नागरिक संहिता, उत्तराखण्ड 2024 अधिनियम के राज्य में क्रियान्वयन के लिए सेवानिवृत्त आई.ए.एस.श्री शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई ‘नियमावली और क्रियान्वयन समिति’ ने शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को नियमावली का ड्राफ्ट सौंपा। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आई.ए.एस.श्री शत्रुघ्न सिंह, सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता श्री मनु गौड़, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, अपर पुलिस महानिदेशक श्री अमित सिन्हा और स्थानिक आयुक्त श्री अजय मिश्रा मौजूद थे।

समिति द्वारा समान नागरिक संहिता, उत्तराखण्ड 2024 अधिनियम की नियमावली का ड्राफ्ट सौंपे जाने के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 2022 में प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद हमने मंत्री मण्डल की पहली बैठक में निर्णय लिया कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करेंगे। सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देशाई की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति बनाई गई। कमेटी के रिपोर्ट सौंपने के बाद 07 फरवरी, 2024 को राज्य विधान सभा में पारित किया गया। उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता विधेयक 2024 पर महामहिम राष्ट्रपति की सहमति के बाद 12 मार्च, 2024 को समान नागरिक संहिता उत्तराखण्ड, 2024 अधिनियम पारित हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता अधिनियम की नियमावली आज सौंपी गई है। इस नियमावली में मुख्य रूप से चार भाग है। जिसमें विवाह एवं विवाह-विच्छेद लिव-इन रिलेशनशिप, जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण तथा उत्तराधिकार सम्बन्धी नियमों के पंजीकरण सम्बन्धी प्रक्रियाएं उल्लिखित है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मंत्रीमण्डल की बैठक में इस अधिनिनियम को राज्य में प्रभावी रूप से लागू करने के लिए तिथि तय की जायेगी। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। जन सामान्य की सुलभता के दृष्टिगत इस समान नागरिक संहिता के लिए एक पोर्टल तथा मोबाइल एप भी तैयार किया गया है, जिससे कि पंजीकरण, अपील आदि की समस्त सुविधाएं जन सामान्य को ऑनलाईन माध्यम से सुलभ हो सके। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में सबको समान रूप से न्याय मिले। महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विधेयक बना है। जल्द इस अधिनियम को धरातल पर उतारा जायेगा। आजादी के बाद उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य बन जायेगा जिसे समान नागरिक संहिता लागू करने का गौरव प्राप्त होगा।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव श्रीमती रिद्धम अग्रवाल, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।

फि‍जि‍क्स वाला (PW ) खोलेगा 77 नए टेक-इनेबल्ड विद्यापीठ ऑफलाइन सेंटर्स

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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अब और भी सुलभ फ़िज़िक्स वाला के अभी 126 विद्यापीठ और पाठशाला सेंटर्स हैं

देहरादून-  फ़िज़िक्स वाला (पीडब्लू), भारत की प्रमुख एडटेक कंपनी, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए शैक्षणिक वर्ष 25-26 में77 नए ऑफलाइन टेक-इनेबल्ड लर्निंग सेंटर्स खोलने का ऐलान किया है। ये नए सेंटर्स तमिलनाडु, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों में खोले जाएंगे। इस विस्तार से पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स की कुल संख्या 126 से बढ़कर 203 हो जाएगी, जो 141 शहरों में होंगे। इस कदम का मकसद खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों के बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है, ताकि देश के दूर-दराज़ के इलाकों तक भी इसका लाभ मिल सके। शैक्षणिक वर्ष 24-25 में पीडब्लू के विद्यापीठ और पाठशाला सेंटर्स में 2 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एडमिशन लिया, जो पीडब्लू के मिशन पर लोगों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। अगले शैक्षणिक वर्ष में पीडब्लू का लक्ष्य 2.5 लाख छात्रों को पढ़ाना है और कंपनी इस बात पर पूरी तरह से ध्यान देती है कि हर स्टूडेंट को उसकी पढ़ाई के लिए जरूरी गाइडेंस और संसाधन मिलें। आज लगभग हर IIT और हर AIIMS में पीडब्लू का कोई न कोई छात्र पढ़ रहा है।

पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स दो मॉडल्स में बंटे हुए हैं – विद्यापीठ और पाठशाला । विद्यापीठ सेंटर्स टेक-इनेबल्ड हैं, जहाँ छात्र क्लास रूम में आकर अनुभवी टीचर्स से पढ़ाई करते हैं। वहीं पाठशाला मॉडल में ‘दो-टीचर सिस्टम’ है, जहाँ एक टीचर वर्चुअली पढ़ाते हैं और दूसरा टीचर क्लासरूम में रहकर स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देता है। इस मॉडल से छात्र चाहे कहीं भी हों, वे देश के टॉप टीचर्स से पढ़ाई कर सकते हैं। इन दोनों मॉडल्स को मिलाकर पीडब्लू ने डिजिटल और फिजिकल लर्निंग को एक साथ लाकर देशभर के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी है।
उनकी भलाई को प्राथमिकता देते हैं। नए सेंटर्स खोलकर हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्रों को अच्छी शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े, जिससे उनका आर्थिक बोझ भी कम हो। साथ ही, हम ये भी चाहते हैं कि उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों में शिफ्ट होने का मानसिक और भावनात्मक तनाव न झेलना पड़े।”
हाल ही में फ़िज़िक्स वाला ने अपनी तीसरी नेशनल स्कॉलरशिप एंट्रेंस टेस्ट (NSAT) 2024 का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में हुआ। इस टेस्ट के लिए 250 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप रखी गई थी, जो इसे देश के सबसे बड़े स्कालरशिप टेस्ट में से एक बनाता है। इस पहल का मकसद NEET-UG और IIT-JEE जैसे बड़े एग्ज़ाम्स की तैयारी कर रहे छात्रों को उनकी आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना शिक्षा और एक्सपर्ट गाइडेंस देना है।

PW देहरादून विद्यापीठ के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विस्तार को लेकर अपनी उत्सुकता साझा की:

“यह नई सुविधा हमारे शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षणिक संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। जीएमएस रोड कैंपस अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा, अत्यधिक योग्य संकाय, और शैक्षणिक कार्यक्रम लाएगा, जो NEET/JEE और ओलंपियाड की तैयारी करने वाले छात्रों की मदद करेगा, ताकि वे सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी चीज़ों से सुसज्जित हों।”

सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे लगाए, नहीं होगी धन की कमी डीएम ने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश

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देहरादून(दीपक सक्सेना ), जिलाधिकारी सविन बंसल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मसूरी में यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था को लेकर संयुक्त निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने भविष्य की जरूरत दृष्टिगत रखते हुए सेटेलाइट पार्किंग की दिशा में कार्य योजना पर कार्य करने के दिए निर्देश।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मॉल रोड पर निर्धारित समय पर ही वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जाए इसके लिए एसडीएम मसूरी को दिए समय सारणी निर्धारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शटल सेवा संचालन हेतु प्रभावी कार्यवाही करें, शटल सेवा के लिए निर्धारित चार्ज रखें, गैप फंडिंग प्रशासन द्वारा की जाएगी। टैक्सी यूनियन वाले भी निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन कर सकते हैं। डीएम ने किंग्रेग पार्किंग का निरीक्षण किया , डीएम ने एक सफ्ताह के भीतर पार्किंग व्यवस्था सुचारू करने तथा शौचालय बनाने के निर्देश दिए।
डीएम ने हाथीपांव रोड पर निरीक्षण के पार्किंग की संभावना देखी, प्रभावी प्लान तैयार करने के निर्देश।
डीएम ने नगर निकाय के अधिकारियों को टोल पर पीओएस मशीन, गोल्फ कार्ड लगाने के निर्देश।
डीएम ने पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे लगाए, नहीं होगी धन की कमी डीएम ने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश। साथ ही यातायात में सुधार हेतु उपकरण आदि की मांग के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसडीएम मसूरी अनामिका, एसएसपी यातायात मुकेश कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी मसूरी अनुज कुमार, अधि अभि लोनिवि जितेंद्र कुमार त्रिपाठी, आरटीओ शैलेश तिवारी आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बी एस नेगी महिला पॉलिटेक्निक में उद्यमिता कार्यशाला का शुभारंभ

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देहरादून। बी एस नेगी महिला पॉलिटेक्निक में 50 दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला का शुभारंभ  अंजली रावत (जी.एम. डी. आई, सी) द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया। उसके उपरान्त छात्रा द्वारा शिव स्तुति प्रस्तुत की गई।

डी. आई सी द्वारा संचालित यह कार्यशाला छात्राओं को उत्तराखण्ड की पारंपरिक कला और डिज़ाइन-ऐपन कला आदि सीखने के अवसर प्रदान करने और उनके कौशल को बढ़ाने की दिशा में एक पहल है। यह उन्हें उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान और अनुभव का विस्तार करने में मदद करेगा। यह पाठ्यक्रम मुख्य रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु की छात्राओं और महिलाओं के लिए प्रारंभ किया गया है। कार्यशाला में राज्य सरकार द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।May be an image of 4 people and text

अपने स्वागत भाषण में बोलते हुए संस्थान की प्रधानाचार्या  नमिता ममगईं ने राज्य सरकार द्वारा उद्यमिता प्रोत्साहन की दिशा में की जा रही इस पहल की सराहना की और इसे छात्राओं के उज्जवल भविष्य के निर्माण में एक अहम योगदान बताया।  अन्जनी रावत (जी. एम डी आई सी) ने उद्यमिता कार्यशाला की विस्तृत जानकारी प्रदान की। अपने संबोधन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि छात्राए देश का भविष्य हैं और उनका आत्मनिर्भर और स्वावलंबी होना अति आवश्यक है। इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्राओं का आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ाती है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन करवाने का आश्वासन दिया । कार्यक्रम में बोलते हुए श्रीचन्द्र बजाज (उद्यमी) ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें रोज़गार लेने की बजाय रोज़गार देने वाला बनने हेतु प्रेरित किया । कार्यक्रम में गुरवांशी बजाज, लक्ष्मी त्यागी, गवर्निंग बॉडी के सदस्यों, कर्मचारियों और छात्राओं ने भी भागीदारी की।

डीआईटी विश्वविद्यालय में उद्यमिता पर कार्यशाला आयोजित

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देहरादून। डीआईटी विश्वविद्यालय ने बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) ज्ञान और जागरूकता पर एक अत्यधिक जानकारीपूर्ण कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला का आयोजन आईपीआर सेल, सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन और एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्टार्टअप्स (सीआईआईईएस) द्वारा किया गया था। कार्यशाला को यूसीओएसटी और आईएचयूबी डीआईटी विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और नवोदित उद्यमियों के बीच आईपीआर की समझ को बढ़ाना था।
तकनीकी सत्रों में आईआईटी रुड़की के एसोसिएट डीन (इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन) डॉ. विवेक कुमार मलिक जैसे उल्लेखनीय वक्ताओं ने इनोवेशन इकोसिस्टम पर मुख्य भाषण दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रचनात्मकता, उद्यमशीलता और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इनोवेशन इकोसिस्टम कैसे आवश्यक है। डॉ. मलिक ने बताया कि एक इनोवेशन इकोसिस्टम आपस में जुड़े संस्थानों, उद्योगों, स्टार्टअप्स, शिक्षाविदों और सरकारी निकायों का एक नेटवर्क है जो इनोवेशन को बढ़ावा देने और समर्थन देने के लिए सहयोग करते हैं। एक सफल इकोसिस्टम के प्रमुख घटकों में इनक्यूबेटर, एक्सेलेरेटर, फंडिंग मैकेनिज्म, शोध संस्थान और एक मजबूत आईपीआर ढांचा शामिल हैं। स्टार्टअप उत्तराखंड के प्रतिनिधि श्री अंकिश यादव ने क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए उपलब्ध विभिन्न वित्तपोषण योजनाओं पर जानकारीपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप उत्तराखंड, उत्तराखंड सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप को उनके विकास के विभिन्न चरणों में सहायता देकर नवाचार, उद्यमशीलता और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। यूकोस्ट के वैज्ञानिक बी श्री हिमांशु गोयल सहित अन्य विशेषज्ञों ने बौद्धिक संपदा की सुरक्षा में भौगोलिक संकेत (जीआई), कॉपीराइट और ट्रेडमार्क की जानकारीपूर्ण व्याख्या की। पेटेंट अटॉर्नी और ईएलपीआईएस एनालिटिक्स की उपाध्यक्ष श्रीमती सौम्या कौशिक ने क्रमशः भारत में फार्मास्युटिकल आविष्कारों के तकनीकी हस्तांतरण में शामिल कार्यप्रणाली पर बात की। उन्होंने इस प्रक्रिया में पेटेंट संरक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, यह सुनिश्चित करते हुए कि आविष्कारकों को उचित मुआवजा मिले, जबकि फार्मास्युटिकल उद्योग को नई और जीवन रक्षक दवाओं को कुशलतापूर्वक बाजार में लाने की अनुमति मिले। नियामक अनुपालन, बौद्धिक संपदा अधिकारों और शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के बीच सहयोग में चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। कार्यशाला में नवाचार को बढ़ावा देने और बौद्धिक संपदा की सुरक्षा में आईपीआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में देहरादून के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों से प्रतिभागी उपस्थित थे, जिनमें मुख्य रूप से सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, अल्पाइन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एवं एसजीआरआर यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यशाला का उद्घाटन डॉ जी रघु रामा (कुलपति), डॉ पात्रा (प्रो कुलपति) और रजिस्ट्रार (डॉ सैमुअल) द्वारा किया गया।

महर्षि वाल्मीकि जयंती पर रुद्रप्रयाग में निकाली गई भव्य शोभा यात्रा

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(देवेंन्द्र चमोली)
भगवान बाल्मीकि जयन्ती जनपद में बडे धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर मुख्य बाजार में भब्य शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमें आयोजकों सहित सभी वर्गो ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी की। शोभा यात्रा में सजी झाँकिया देखने के लिये बाजार में लोगों का ताँता लगा रहा।
भगवान बाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर बाल्मीकि समाज द्वारा रंगा रगं कार्यक्रम आयोजित कर नगर छैत्र में भब्य शोभा यात्रा निकाली गयी। नये बस अड्डे से शुरु हुई शोभा यात्रा मुख्य बाजार से होते हुये मकडी बाजार तक पहुँची शोभा यात्रा में सजी झाकियाँ जहाँ आकृषण का केन्द्र रही वहीं कलाकारों द्वारा दी गयी प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा। शोभा यात्रा में पहलवानों के करतब व कृष्ण सुदामा के चित्रण मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। इस दौरान शोभा यात्रा में चल रहे लोगों के लिये स्थानीय ब्यापारियों व समाज सेवियों द्वारा जलपान की ब्यवस्था भी की गयी।
इससे पूर्व बाल्मीकि समाज द्वारा रात्री जागरण कार्यक्रम किया गया जिसमें रंगा रगं कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसका दर्शकों ने खूब लुफ्त उठाया। जागरण कार्यक्रम में आयोजक मंडल के पदाधिकारी व बाल्मीकि समाज के लोगों के साथ साथ सभी वर्गो के स्थानीय लोगों ने भी भागीदारी की।

काँची काम कोटि पीठ द्वारा रतूड़ा एव कलना में किया गया वृहद जन जागरूकता कार्यक्रम

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रुद्रप्रयाग- कांची काम कोटि पीठ कांचीपुरम तामिलनाडु सर्वज्ञ पीठ के सौजन्य से विकासखंड अगस्त्यमुनि के रतूड़ा में स्थित उत्तरकांची मठ परिसर में संस्कार युक्त शिक्षा और चिकित्सा की आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने पर केंद्रित व्यापक सर्वेक्षण के दौरान ग्राम सभा रतूड़ा एवं कलना में बृहद जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । यह जानकारी देते हुए रतूड़ा उत्तरकांची मठ परिसर के सेवक वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी श्यामलाल सुंदरियाल ने कहा कि जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती जी के पावन सानिध्य में रतूड़ा उत्तरकांची मठ परिसर में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के स्थापित प्रकल्पों को स्थानीय आवश्यकताओं एवं जन आकांक्षाओं के अनुरूप व्यापक आयाम दिए जाने पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।इस अवसर पर ग्राम सभा रतूड़ा एवं कलना में आयोजित जागरूकता शिविर में स्थानीय ग्रामीण जनसमुदाय की आशातीत भागीदारी और उत्साह पर प्रफुल्लित कांची मठ द्वारा गठित रतूड़ा परियोजना के मुख्य कार्यकारी शिवाशंकरण एवम सदस्य श्रीनिवासन ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती जी का उत्तराखंड देवभूमि के प्रति अपार स्नेह, आस्था और विश्वास है ।इसीलिए रतूड़ा उत्तरकांचीं मठ परिसर के विकास को केंद्रित करते हुए स्थानीय आवश्यकताओं और जनाकांक्षाओं को वरीयता प्रदान कर शिक्षा एवम स्वास्थ्य के प्रकल्पों को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने के लिए व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनसमुदाय की आशातीत भागीदारी से ही लक्ष्य हासिल किए जा सकते है।ग्राम प्रधान कलना ताजबर भंडारी एवम रतूड़ा के उप प्रधान राजेंद्रलाल शाह के साथ ही महिला मगलदल अध्यक्ष रतूड़ा मुन्नी देवी ने पूर्व में कांची कामकोटि शंकाराचार्य अस्पताल एवम बाल विद्यालय रतूड़ा द्वारा प्रदान की गई अविस्मरणीय सेवाओं की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए भविष्य में आयोजित कार्यक्रमों के नियोजन में सहभागिता दर्ज करने की प्रतिबद्धता जताई । उत्तरकांची मठ के सेवक श्यामलाल सुंदरियाल ने कहा कि शिक्षा की आधुनिकतम पद्धति के साथ ही पीढ़ी को नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक एवम चारित्रिक रूप से सबल बनाने की पहल पर केंद्रित शिक्षा केंद्र एवम आधुनिक चिकित्सा के साथ पारंपरिक , प्राकृतिक चिकित्सा एवम ध्यान योग दर्शन केंद्र और आदिगुरु शंकराचार्य अध्ययन केंद्र की स्थापना के प्रयास किए जा रहे हैं।इस अवसर पर कलना के 85 वर्षीय नत्था सिंह ने ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती जी के साथ उत्तरकांची मठ की स्थापना के दौरान बिताए स्वर्णिम पलों का भाव पूर्ण स्मरण करते हुए, उनके सामाजिक योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा भी की। कार्यक्रम में इस अवसर पर पीताम्बर थपलियाल,राकेश भंडारी,महेश बहुगुणा,किशोर भंडारी,मुकेश भंडारी,रोहित राणा ,बिहारीलाल, भूपाल सिंह,गुमान सिंह के साथ ही महिला मंगल दल एवम महिला समूह की पुरनी देवी ,लीला देवी, पूर्वा देवी एवम संग्रामी देवी आदि ने सहभागिता दर्ज की।

भारत का निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 4.8 प्रतिशत बढ़ा

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नई दिल्ली , । भारत का निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर तक की अवधि में सालाना आधार पर 4.86 प्रतिशत बढक़र 393.22 अरब डॉलर हो गया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 375 अरब डॉलर था। सरकार द्वारा बुधवार को जारी किए गए डेटा में यह जानकारी सामने आई।
चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में कुल माल निर्यात की संचयी वैल्यू 213.22 अरब डॉलर रही। वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-सितंबर अवधि के दौरान यह आंकड़ा 211.08 अरब डॉलर था। इसमें 1.02 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।
अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान सर्विसेज के निर्यात में 9.81 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, भारत का निर्यात सितंबर में माल और सर्विसेज को मिलाकर 65.19 अरब डॉलर रहने की उम्मीद है। इसमें सालाना आधार पर 3.76 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि देखी गई है।
बीते महीने भारत के निर्यात में इंजीनियरिंग गुड्स, जैविक और अजैविक रसायन, प्लास्टिक और लिनोलियम, दवाएं और फार्मास्यूटिकल्स और सभी प्रकार के रेडीमेड गारमेंट्स (आरएमजी) आदि प्रमुख थे।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो सितंबर में इंजीनियरिंग गुड्स का निर्यात 10.55 प्रतिशत बढक़र 8.89 अरब डॉलर से 9.82 अरब डॉलर हो गया। जैविक और अजैविक रसायनों का निर्यात 11.21 प्रतिशत बढक़र 2.12 अरब डॉलर से 2.36 अरब डॉलर हो गया।
प्लास्टिक और लिनोलियम का निर्यात सितंबर 2024 में 28.32 प्रतिशत बढक़र 0.79 अरब डॉलर हो गया, जो कि सितंबर 2023 में 0.62 अरब डॉलर था। दवाओं और फार्मास्यूटिकल्स का निर्यात 7.22 प्रतिशत बढक़र 2.39 अरब डॉलर से 2.57 अरब डॉलर हो गया।
कपड़ा निर्यात सितंबर 2024 में 17.30 प्रतिशत बढक़र 1.11 अरब डॉलर हो गया, जो पहले 0.95 अरब डॉलर था।
सितंबर में कुल आयात (माल और सेवाएं संयुक्त) 71.68 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, इसमें 3.79 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।