मसूरी(दीपक सक्सेना) , चौकी हैप्पी वैली में नियुक्त होमगार्ड कर्मचारी सुभाष द्वारा थाना मसूरी पर सूचना दी की अनुकूल रावत सन ऑफ विपेद्र सिंह रावत उम्र 22 वर्ष द्वारा एलबीएस मसूरी में अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है इस सूचना पर तत्काल थाना हाजा से पुलिस बल पंचायत नामा मय दिगर कागजात घटनास्थल पर पहुंचे तो पाया कि मृतक अनुकूल रावत ने अपने सरकारी आवास में फांसी खा रखी है और दरवाजे पर अंदर से ताला लगा रखा है। उक्त दरवाजे को कारपेंटर के माध्यम से तुड़वाया गया और मृतक को नीचे उतारा गया जिसकी वीडियो ग्राफी फोटोग्राफी की गई । मृतक उपरोक्त के पंचायत नामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। मालूमात करने पर जानकारी हुई की मृतक अनुकूल रावत एलबीएस मसूरी में एमटीएस विभाग में कार्यरत थे। और अपने सरकारी आवास में अकेले रहते थे। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।घटना के कारणो की जांच की जाएगी।
ट्रॉमा से पीड़ित व्यक्ति के प्रति सिर्फ चिकित्सकों की ही नहीं अपितु सर्वसमाज की जिम्मेदारी है : राज्यपाल
देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को राजभवन ऑडिटोरियम में विश्व ट्रॉमा दिवस के अवसर पर एम्स ऋषिकेश द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने एम्स के ट्रॉमा केंद्र में कार्यरत नर्सिंग अधिकारी, एम्स ऋषिकेश के सफाई कर्मचारी एवं शवगृह सहयोगियों को उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में सड़क दुर्घटनाओं को कम करना एक बड़ी चुनौती है एवं इस चुनौती से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ट्रॉमा से पीड़ित व्यक्ति के प्रति सिर्फ चिकित्सकों की ही नहीं अपितु सर्वसमाज की जिम्मेदारी है और हेल्थ, एसडीआरएफ, एनसीसी और रेडक्रॉस की टीमों को समन्वय कर इसे आगे बढ़ाना चाहिए।
राज्यपाल ने एम्स द्वारा आयोजित किए जा रहे जन-जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों में लगभग 5000 छात्रों को प्रशिक्षण देना एम्स ऋषिकेश द्वारा किए गए सबसे प्रभावशाली प्रयासों में से एक है और यह पहल एक मजबूत और सुरक्षित समुदाय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश ने राज्य सरकार के साथ मिलकर 250 से अधिक मरीजों की सफलतापूर्वक हेलीकॉप्टर द्वारा निकासी की है, जिससे समय पर जीवन रक्षक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सकी है।
राज्यपाल ने कहा कि एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित हेली एम्बुलेंस और टेलिमेडिसिन सुविधा से विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस पहाड़ी राज्य में स्वास्थ्य से संबंधित चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी प्रभावशाली तकनीक के प्रयोग से स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है और उत्तराखण्ड के सभी स्वास्थ्य सुविधा अवयवों को मिलकर टेलिमेडिसिन एवं एआई युक्त सुविधाओं का एक विश्व स्तरीय मॉडल तैयार करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्व ट्रॉमा दिवस के अवसर पर, हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने समुदायों को सुरक्षित और अधिक सक्षम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ‘संजीवनी’ नामक परियोजना शुरू होने जा रही है, जिसके तहत अगले एक वर्ष तक मरीजों को निशुल्क हेलीकॉप्टर से निकाला जाएगा।
कार्यक्रम में ट्रॉमा विभाग के डॉ. मधुर उनियाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ट्रॉमा विभाग की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह, डीन प्रो. जया चतुर्वेदी, ट्रॉमा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आजम, डॉ. नवीन कुमार सहित एसडीआरएफ के जवान, एम्स ऋषिकेश के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
केदारनाथ उपचुनाव को भाजपा तैयार, पार्टी हाईकमान को भेजे 6 नाम
देहरादून(आरएनएस)। भाजपा लंबे समय से केदारनाथ उपचुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। मंगलवार को निर्वाचन आयोग की ओर से उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बाद पार्टी ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके तहत पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर आए नामों पर स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड में विचार विमर्श किया गया। इसके बाद नाम केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजे गए हैं। भाजपा सूत्रों ने बताया कि पैनल में छह नेताओं के नाम शामिल हैं। इनमें पूर्व विधायक आशा नौटियाल, कुलदीप रावत, चंडी प्रसाद भट्ट, एश्वर्या रावत, कुलदीप आजाद नेगी और कर्नल अजय कोठियाल के नाम शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि उन्होंने स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअल रूप से जुड़े। अब हाईकमान के स्तर के पैनल में से एक नाम फाइनल होने का इंतजार हो रहा है। टिकट फाइनल होते ही पार्टी सक्रियता को और बढ़ाएगी।
उधर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि पार्टी ने प्रत्याशी चयन को रुद्रप्रयाग में संगठन की ओर से दिए गए नामों पर चर्चा की। पैनल के लिए आए सभी नामों के संदर्भ में क्षेत्रीय, सामाजिक और सांगठनिक पहलुओं पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। उसके बाद स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से नामों का पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजने का निर्णय लिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बुधवार को कहा कि हिंदुओं को बांटने और डेमोग्राफिक बदलाव का समर्थन करने वालों को केदारघाटी की जनता उपचुनाव में सबक सिखाएगी। पत्रकार वार्ता में भट्ट ने कहा- बदरीनाथ व अयोध्या के चुनावी नतीजों को सनातन से जोड़ने वाली कांग्रेस को कुरुक्षेत्र व वैष्णो देवी सीट पर हुई हार को भी अपने खिलाफ सनातनी जनादेश मानना चाहिए। जवान के मुद्दे पर हरियाणा का मत दर्शाता है कि सैनिक बाहुल्य उत्तराखंड भी अग्निवीर पर सरकार के साथ है। यहां की राष्ट्रवादी और सनातनी जनता भाजपा को ही जिताएगी।
प्लाट दिलाने का झांसा देकर ठग लिए 40 लाख
देहरादून(आरएनएस)। बद्रीपुर में प्लाट दिलाने का झांसा देकर चालीस लाख रुपये ठग लिए गए। मामले में नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रणजीत सिंह असवाल निवासी निवासी सेक्टर एक, डिफेंस कॉलोनी ने नेहरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी। जिस पर प्रदीप सकलानी निवासी पुजारगांव टिहरी और मनमोहन शर्मा निवासी शिवा एंक्लेव, जीएमएस रोड के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रणजीत सिंह असवाल के अनुसार उन्हें भवन निर्माण और अपने रिश्तेदारों के लिए जमीन की आवश्यकता थी। परिचित विनय पंवार ने उन्हें प्रदीप सकलानी से मिलवाया। प्रदीप ने बद्रीपुर में एक आवासीय जमीन दिखाते हुए कहा कि वह उक्त जमीन के विक्रय के लिए अधिकृत हैं। बताया कि जमीन की जमीन के मूल मालिक मनमोहन शर्मा से हैं। जिनसे विक्रम अनुबंध दिखाया। इस पर रणजीत ने विश्वास जताते हुए टोकन मनी के रूप में ₹1 लाख और बाद में ₹48 लाख नगद और ₹1 लाख बैंक के माध्यम से कुल ₹50 लाख का भुगतान कर दिया। इसके बाद आरोपी पक्ष ने रजिस्ट्री नहीं की। तब पीड़ित को पता लगा कि फर्जी अनुबंध पत्र के जरिए उन्हें धोखा दिया गया। इसके बाद आरोपी पक्ष ने दस लाख रुपये वापस किए। शेष रकम वापस नहीं की गई। एसओ नेहरू कॉलोनी मोहन सिंह ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
जंगली जानवरों को रोकने के लिए कॉलर कैमरों का उपयोग होगा: सुबोध उनियाल
हरिद्वार(आरएनएस)। गुरुवार को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने हरिद्वार में आयोजित हो रहे द्वितीय मां गंगा ऑल इंडिया बास्केटबॉल इंटरनेशनल टूर्नामेंट का शुभारंभ किया। इस दौरान हरिद्वार प्रेम नगर आश्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरीय खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बड़े स्तर के खिलाड़ियों का हरिद्वार आना अच्छा है। इससे हरिद्वार और उत्तराखंड का नाम पूरे देश और दुनिया में रोशन हो रहा है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता से कुछ जरूर सीखने को मिलेगा। उत्तराखंड सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव मदद कर रही है। हरिद्वार बास्केटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित नैय्यर ने बताया कि टूर्नामेंट में कुल 10 टीम में प्रतिभाग कर रही है। इंडियन एयर फोर्स, आर्मी, बैंक ऑफ बड़ोदा, नॉर्दर्न रेलवे, ईस्टर्न रेलवे कोलकाता, नॉर्थ ईस्ट रेलवे जबलपुर, दिल्ली, उत्तराखंड सीआईएसएफ और चंडीगढ़ की टीम प्रमुख है।
गुलदार की आवाजाही पर नजर रखेगा वन विभाग
नैनीताल(आरएनएस)। गुलदार के आबादी क्षेत्रों में पहुंचने का सिलसिला जारी है। ऐसे में अब वन विभाग की ओर से गुलदार की आवाजाही पर नजर रखे जाने की योजना बनाई जा रही है। भवाली वन रेंज के ऐसे इलाके चिह्नित कर नजर बनाए रखने के लिए कार्रवाई की गई है। जहां गुलदार स्थानीय लोगों पर ज्यादा हमलावर हो रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि मानव वन्यजीव संघर्ष से निपटने के लिए पिंजरे, ट्रैंकुलाइज गन सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। वन विभाग की ओर से पहले से ही ऐसे इलाके चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां गुलदारों की संख्या अधिक है। और जहां हमले की घटनाएं ज्यादा होती हैं। ऐसे इलाकों को चिह्नित कर गश्त की जा रही है। लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है।
राष्ट्रीय दलों की 24 वर्षों की अराजकता के खिलाफ यूकेडी करेगी तांडव रैली- त्रिवेंन्द्र पंवार
रुद्रप्रयाग- उत्तराखण्ड क्रान्ति दल एक बार पुनः उत्तराखण्ड वासियों के ज्वलन्त मुद्धो को लेकर सड़को पर उतरने की कवायद में जुटा है। इसके लिये दल ने राष्ट्रीय दलों द्वारा राज्य गठन के 24 साल में प्रदेश में ब्याप्त अराजकता को लेकर ताडंव रैली करने का निर्णय लिया है। उक्रांद के पूर्व केन्द्रीय अध्यक्ष त्रिवेंन्द्र पंवार ने रुद्रप्रयाग में प्रेस वार्ता कर इस आसय की जानकारी देते हुये बताया कि उक्रांद मूल निवास 1950, शसक्त भू कानून, लागू करने को लेकर आगामी 24 अक्टूबर को देहरादून में तांडव रैली करेगा। रैली में प्रवासी उत्तराखंडियों सहित प्रदेश भर के कार्य कर्ता भाग लेगें।
आज गढवाल मंडल विकास निगम रुद्रप्रयाग में उक्रांद संरक्षक त्रिवेन्द्र पंवार ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि उत्तराखण्ड में अराजकता का माहौल ब्याप्त है। राज्य बनने के 24 वर्ष हो गये राष्ट्रीय दलों ने दिल्ली में बैठे आकाओं की शह पर राज्य व राज्य वासियों के संसाधनो की जमकर लूट की है। प्रदेश सरकार राज्य के मूल निवासियों की पहचान विलुप्त करने पर तुली है जमकर राज्य की जमीनों को बाहरी धन्ना सेठों व भू माफिया को लुटाई जा रही है। आने वाले समय उत्तराखण्ड वासियों के लिये चुनौती पूर्ण होने वाला है न तो उनकी पहचान बचेगी न उनकी जमीनें। राज्य का मूल निवासी कौन है यह कहना मुस्किल हो जायेगा। उन्होने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में यूसीसी लाने की बात कर रही है यह कानून प्रदेश के निवासियों के लिये घातक होगा। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय दलों की अराजकता के खिलाफ उक्रादं देहरादून में ताडंव रैली के माध्यम से सरकार को चेतायेगा। रैली के माध्यम से जनता को बताया जायेगा कि अभी भी मौका है इस अराजकता को रोकने का व राज्य की मूल अवधारणा को बचाने का। उन्होने आम जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में रैली में प्रतिभाग करने की अपील की। उन्होने कहा कि केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव के लिये जिला कार्यकारणी द्वारा प्रत्यासियों का प्रस्ताव केन्द्रीय कार्यकारणी को भेजा गया है दो तीन दिनों में प्रत्यासी घोषणा पर निर्णय लिया जायेगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रावत, जिलाध्यक्ष बलबीर चौधरी, आशुतोष भंडारी, केन्द्रीय संगठन मंत्री जितार सिंह जगवाण, अशौक चौधरी, सन्नी भट्ट, विक्रम सिंह फर्स्वाण, अजीत भंडारी आदि मौजूद थे।
दिवाली से पहले केंद्रीय कर्मचारियों को मिला बड़ा गिफ्ट,, डीए में हुई बढ़ोतरी …
नई दिल्ली र (आरएनएस)। दीवाली से पहले केंद्र सरकार ने करोड़ों कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ा तौहफा दिया है। सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डीए में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। मोदी कैबिनेट ने आज बुधवार को अपनी बैठक में आधिकारिक तौर पर महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है। 3 फीसदी की इस बढ़ोतरी के बाद अब कर्मचारियों को मिलने वाला डीए बढक़र 53 फीसदी हो जाएगा।
इस बढ़ोतरी से 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को फायदा मिलने की उम्मीद है। बता दें कि डीए बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से प्रभावी है। ये भी बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी जुलाई से दिसंबर महीने तक के लिए है। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों को अक्टूबर की सैलरी में तीन महीने- जुलाई, अगस्त और सितम्बर का ष्ठ्र एरियर भी मिलेगा।
दरअसल, केंद्र सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देता है, जबकि पेंशनभोगियों को डीआर दिया जाता है। सामान्य तौर पर, डीए और डीआर में साल में दो बार बढ़ोतरी की जाती है- जनवरी और जुलाई। अभी एक करोड़ से ज्यादा केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 50 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है। इससे पहले बीते मार्च महीने में सरकार ने 4त्न डीए बढ़ाने का ऐलान किया था। 2006 में, केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए डीए और डीआर की गणना करने के फॉर्मूले को संशोधित किया था। 30 सितंबर को कन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लॉइज एंड वर्कर्स ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेटर लिखकर डीए/डीआर बढ़ोतरी की घोषणा में देरी पर चिंता व्यक्त की थी। इसके साथ आपको ये भी बता दें कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों का ष्ठ्र उनके बेसिक सैलरी के आधार पर तय किया जाता है।
राजस्व वृद्धि के लिए नवाचार और कर संग्रहण में वृद्धि के लिए और प्रयास किये जाएं: मुख्यमंत्री
देहरादून(आरएनएस)। राज्य में राजस्व वृद्धि के लिए सभी विभागों द्वारा इनोवेटिव प्रयास किये जाएं। विभागों द्वारा राजस्व बढ़ाने के लिए नये स्रोतों पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा जिन योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, उनमें राजस्व प्राप्ति बढ़ाने की दिशा में विभागीय सचिवों द्वारा विशेष ध्यान दिया जाए। विभागों द्वारा राजस्व संग्रहण मे वृद्धि करने के लिए नए तरीके और रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि कर संग्रहण प्रक्रिया में और सुधार के साथ ही कर चोरी रोकने के लिए नियमित कड़े कदम उठाये जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि विकास और जनहित से जुड़े विभिन्न कार्यों का आमजन को पूरा लाभ मिले। कार्यों में मितव्ययता के साथ गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ये निर्देश सचिवालय में वित्तीय मितव्ययता के संबंध में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदृढ़ वित्तीय प्रबन्धन राज्य सरकार का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि हमें स्वयं के राजस्व संसाधनों में वृद्धि के लिए और तेजी से प्रयास करने हैं। खनन क्षेत्र में राजस्व वृद्धि के लिए किये गये प्रयासों की उन्होंने सराहना की। इस वर्ष खान क्षेत्र में प्रथम छमाही में गत वर्ष की तुलना में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जो कुल वार्षिक लक्ष्य का 52 प्रतिशत प्राप्त हो गया है। एस.जी.एस.टी., परिवहन, आबकारी, वानिकी, ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में राजस्व वृद्धि के लिए और प्रयासों पर मुख्यमंत्री ने बल दिया। उन्होंने कहा कि मितव्ययता के बहुत से आयाम हैं। सुदृढ़ कानून व्यवस्था से जहां एक ओर निवेश बढ़ता है, आर्थिक गतिविधियां भी बढती हैं। राज्य के कर एवं करेत्तर आय में वृद्धि होती है। इसी प्रकार पालिसी इन्टरवेंशन से भी राज्य की आय में वृद्धि हो सकती है तथा मितव्ययता सुनिश्चित की जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नई नीतियों और जिन नीतियों में संशोधन किया गया है उनका असर उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था पर स्पष्ट रूप से दिखे। नीतियों के सफल क्रियान्वयन के लिए होलिस्टिक एप्रोच के साथ कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि मितव्ययता से आशय यह नहीं है कि हम कल्याणकारी राज्य की अवधारणा से समझौता करें। हमारी रणनीति होगी कि हम लोक कल्याण के कार्यों को और बेहतर ढंग से कर सकें। महत्वाकांक्षी परियोजनाओं तथा लोक कल्याणकारी कार्यों को करने के लिए आवश्यक है कि हम राज्य के संसाधनों में वृद्धि करें, बड़ी परियोजनाओं का सही ढ़ंग से लागत और लाभ का विश्लेषण करें। मितव्ययता के लिए उत्पादकता में सुधार, अनावश्यक व्यय में कटौती, और संसाधनों का सही उपयोग करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप पिछले 20 माह में राज्य की जी.एस.डी.पी0. में 1.3 गुना वृद्धि हुयी है। दो सालों में राज्य के प्रति व्यक्ति आय में 26 प्रतिशत वृद्धि हुयी है। 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 5 हजार रूपये थी। 2023-24 में यह बढ़कर 2 लाख 60 हजार रूपये हो गयी है। वर्ष 2023-24 में राज्य ने 34 प्रतिशत की वृद्धि पूंजीगत कार्यों में की है। पहली बार 10 हजार करोड़ से अधिक के पूंजीगत कार्य प्रदेश में हुये। वर्ष 2023-24 में राज्य के कर राजस्व में 12.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस वर्ष 16.96 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में राज्य राजस्व संसाधनों में वृद्धि के लिये किये जा रहे प्रयासों, प्रतिबद्ध और गैर प्रतिबद्ध व्यय की प्रवृत्ति, महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए पर्याप्त संसाधनों की उपलब्धता,राजकोषीय संसाधनों का बेहतर तरीके से उपयोग आदि विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में डी.पी.आर. बनाने से लेकर परियोजना पूरा करने तक पूंजीगत परियोजनाओें के कार्य की ई-मानीटरिंग, ई-गवर्नेंस का उपयोग और राजस्व स्रोतों की डिजिटल निगरानी, रिकार्ड, दस्तावेज और सेवाएं देने हेतु पेपरलेस विधि का उपयोग,ई-वाहन को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जिन योजनाओं में केन्द्रांश और राज्यांश क्रमशः 90 और 10 के अनुपात में हो उनको अधिक प्राथमिकता दी जाए। नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित सार्वजनिक कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में नवाचार और टेक्नोलॉजी के उपयोग, पब्लिक ऐसेट मैनेजमेंट और मोनेटाइजेशन, सार्वजनिक अधिप्राप्ति में बचत एवं मितव्ययिता, पीएसयू में सुधार, योजनाओं के पुनरुद्धार, अनावश्यक व्यय की पहचान कर उसका निराकरण करने पर भी विचार विमर्श किया गया।
बैठक में वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव न्याय प्रदीप पंत, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, एल फैनई, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, सचिव डॉ. आर. मीनाक्षी सुदंरम, शैलेश बगोली, श्रीमती राधिका झा, नितेश झा, दिलीप जावलकर, सचिन कुर्वे, रंजीत सिन्हा, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, बृजेश कुमार संत, एच. सी. सेमवाल, विनोद कुमार सुमन, डॉ. नीरज खैरवाल, डा. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव मनमोहन मैनाली एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
कर्मचारियों को कॉरपोरेट सैलरी पैकेज के लिए छह बैंकों के साथ करार
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड के एक लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को उनके सैलरी अकाउंट पर अब एक करोड़ तक के बीमा की सुविधा मिलेगी। कॉरपोरेट सैलरी पैकेज के तहत छह बैंक कर्मचारियों को यह सुविधा प्रदान करेंगे। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की मौजूदगी में बैंकों के साथ इस संदर्भ में करार किए गए। सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और जिला सहकारी बैंक के साथ एमओयू हुए। राज्य के करीब 64 प्रतिशत सरकारी कर्मचारी इस सुविधा से लाभांवित होंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये सभी बैंक कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज को कर्मचारियों के लिए और लाभकारी बनाने के लिए भी काम करेंगे। उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत कर्मचारियों को यह सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बैंकों की शाखाओं में वेतन खातों में खाताधारक को व्यक्तिगत बीमा कवर के साथ-साथ अन्य वित्तीय लाभ भी दिए जाएंगे। जिसमें दुर्घटना होने पर मृत्यु, पूर्ण अपंगता तथा आंशिक अपंगता की स्थिति में उनके आश्रितों को क्षतिपूर्ति के रूप में क्लेम का लाभ तथा अन्य लाभ बिना प्रीमियम के दिए जाएंगे।
कर्मचारियों को मिलेगी यह सुविधा
कॉरपोरेट सैलरी पैकेज के तहत राज्य के पांच बैंकों में से किसी एक में खाता होने पर दुर्घटना में मृत्यु की स्थिति में परिजनों को वेतन के आधार पर 30 लाख से लेकर एक करोड़ तक का कवर मिलेगा। पूर्ण अपंगता की स्थिति में 30 लाख से 50 लाख तथा आंशिक अपंगता की स्थिति में 10 लाख से लेकर 40 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही पैकेज के तहत चिकित्सा, एम्बुलेंस की सुविधा, बच्चों की शिक्षा, पुत्री के विवाह जैसी आवश्यकताओं के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। कर्मचारियों की प्राकृतिक मृत्यु की स्थिति में भी उनके आश्रितों को 3 लाख से लेकर 10 लाख तक की सहायता प्रदान की जाएगी।
खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों में थूकने की घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस विभाग सख्त कार्रवाई के मूड में है। पुलिस महानिदेशक ने इस संदर्भ में सख्त ऐक्शन के आदेश जारी किए हैं। हाल ही में मसूरी में नौशाद अली और हसन अली को चाय के बर्तन में थूकने और उस चाय को ग्राहकों को पिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि ‘देवभूमि उत्तराखंड में धर्मांतरण, थूक जिहाद और जमीनों पर अवैध अतिक्रमण नहीं चलेगा।’ अब सीएम धामी ने खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि यदि कोई ऐसा कुकृत्य करते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सीएम के निर्देश के बाद पुलिस महानिदेशक की ओर से सूबे के पुलिस अधिकारियों के लिए एक गाइडलाइन जारी हुई है।
उत्तराखंड के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार की ओर से अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि होटल और ढाबों आदि जगहों पर पेय एवं खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाएं सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। इनका सीधा संबंध स्वास्थ्य एवं खाद्य विभाग से है। कानून व्यवस्था के लिहाज पुलिस की कार्रवाई भी जरूरी हो जाती है। इन घटनाओं को देखते हुए होटल/ढाबा आदि संस्थानों में काम करने वालों का शत-प्रतिशत सत्यापन करने का निर्देश दिया जाता है।
उत्तराखंड के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और समस्त जनपदों को निर्देश दिए कि वे होटल, ढाबा एवं खानपान से जुड़े अन्य व्यवसायिक संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों का शत-प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करें। साथ ही इन संस्थानों के रसोई घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने पर जोर दिया जाए। यही नहीं खुले में खोखा, रेहड़ी जैसी खाने पीने की दुकानें चलाने वाले कारोबारियों पर विशेष नजर रखने के लिए स्थानीय अभिसूचना इकाई की सहायता ली जाए।
गश्त एवं पैट्रोलिंग के समय इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाए। जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य एवं खाद्य विभाग से संपर्क कर के होटल, ढाबा आदि व्यवसायिक संस्थानों में औचक चैकिंग की जाये। खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर धारा 274 BNS के साथ ही 81 उत्तराखण्ड पुलिस एक्ट के तहत केस दर्ज किया जाये। यही हीं यदि आरोपी के कृत्य से धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी मसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हो तो BNS की सुसंगत धाराओं 196 (1) (बी) अथवा 299 के अन्तर्गत भी ऐक्शन लिया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उक्त दिशा-निर्देश को अपने एक्स हैंडल से साझा किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि किसी भी पेय अथवा खाद्य पदार्थ में थूकने जैसे दुष्कृत्य करने वालों के लिए देवभूमि उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है। जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिए जा रहे हैं कि यदि कोई इस तरह का कुकृत्य करते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। दिशा-निर्देश में जन-जागरूकता अभियान चलाए जाने पर भी जोर दिया गया है।