नई दिल्ली, हडको ने आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के साथ वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मुख्य लक्ष्य स्थापित करने हेतु एक समझौता ज्ञापन(एमओयू) पर हस्ताक्षर किए । इस समझौता ज्ञापन पर दुर्गा शंकर मिश्रा, सचिव, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) तथा कामरान रिज़वी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, हडको के बीच हस्तारक्षर, एम नागराज, निदेशक (कॉर्पोरेट प्लाकनिंग) तथा डी. गुहन, निदेशक(वित्ता) की उपस्थिति में किए गए ।
बिटियां के हत्यारों को मिले कठोरतम दण्ड: अन्नू कक्कड़
भाजपा पार्षद दल व मण्डल पदाधिकारियों ने चन्द्राचार्य चौक से ऋषिकुल तक कैण्डल मार्च निकालकर की आरोपियों को फांसी देने की मांग
हरिद्वार, (कुल भूषण) । हरिद्वार की बिटियां की जघन्य हत्या के आरोपियों को फांसी देने व बिटियां की आत्मा की शांति हेतु भाजपा पार्षद दल के उपनेता राजेष षर्मा के संयोजन में भाजपा पार्षद दल व भाजपा मण्डल पदाधिकारियों ने चन्द्राचार्य चौक से ऋषिकुल तक कैण्डल मार्च निकालकर की आरोपियों को फांसी देने की मांग की।
महिला मोर्चे की प्रदेष महामंत्री अन्नू कक्कड़ ने कहा कि बिटियां की निर्मम हत्या ने तीर्थनगरी को शर्मसार कर दिया है।
बिटियां के हत्यारों को कठोरतम दण्ड मिलना चाहिए।
भाजपा पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल ने कहा कि दोषियों को इस जघन्य अपराध के लिए अतिषीघ्र फांसी की सजा मिलनी चाहिए जिससे भविष्य में कोई इस प्रकार की घटना करने की हिम्मत न कर सके।
भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि फरार आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए उसकी सम्पत्ति को जब्त किया जाये। यदि स्थानीय पुलिस ने फरार आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो भाजपा पार्षद दल प्रदेश के डीजीपी से मिलकर कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा।
भाजपा पार्षद दल के उपनेता राजेश शर्मा ने कहा कि इस घटना से तीर्थनगरी वासियों में काफी आक्रोश व भय का वातावरण व्याप्त है। पुलिस को विश्वास बहाली के लिए फरार आरोपी को गिरफ्तार कर दोषियों को अतिशीघ्र फांसी के फंदे तक पहुंचाना होगा।
इस अवसर पर प्रान्तीय भाजपा नेता सुभाष चन्द, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी, मयंक गुप्ता, राजकुमार अरोड़ा, पार्षद विनित जौली, अनिल वशिष्ठ, राधेकृष्ण शर्मा, रामेश्वर बड़ौदिया, योगेन्द्र सैनी, सपना शर्मा, ललित रावत, प्रशांत सैनी, नितिन माणा, पिंकी चौधरी, रेनू अरोड़ा, प्रीतकमल सारस्वत, आशा सारस्वत, विमला देवी, विवेक उनियाल, निशा नौडियाल, आनन्द सिंह नेगी, सुनील पाण्डे, हितेश कुमार, कमल बृजवासी, योगेन्द्र अग्रवाल, सुरेश शर्मा, सचिन अग्रवाल, विदित शर्मा, तरूण नैयर, दीपांशु विद्यार्थी, गौरव भारद्वाज, दीपक शर्मा, आई.पी. सिंह, महेन्द्र धामा, दिव्यम यादव, सन्नी गिरि, लोकेश गिरि, अनुज सैनी, रमित दत्ता, आदित्य गौड़, रणधीर गुर्जर, विकल राठी आदि समेत सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्त्ता शामिल रहे।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बच्ची के परिजनों से मिल व्यक्त की सांत्वना
हरिद्वार,23 दिसम्बर (कुल भूषण) उत्तराखण्ड के शहरी विकास, आवास मंत्री मदन कौशिक ने ऋषिकुल न्यू कालोनी, हरिद्वार स्थित आवास पहुंचकर 11 वर्षीय मासूम के परिजनों को सांत्वना व ढांढस बंधाया तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस को दिये। उन्होंने कहा कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से की जायेगी तथा दोषियों को फांसी के फन्दे तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि आपको जितनी भी टीमें लगानी पड़े अपराधी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होनी चाहिये तथा किसी को भी इस मामले में बख्सा नहीं जोयेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपराधी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होगी।
स्वामी श्रद्धानन्द ने समाज को दी नई दिशा: प्रो0 शास्त्री
हरिद्वार,23 दिसम्बर (कुल भूषण) गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) में स्वामी श्रद्धानन्द महाराज जी का 94वां बलिदान दिवस का आयोजन दयानन्द स्टेडियम में किया गया। बलिदान दिवस के उपलक्ष्य पर विश्वविद्यालय के दयानन्द स्टेडियम में यज्ञ का आयोजन किया गया उसके उपरान्त श्रद्वांजली सभा की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि राष्ट्रीय फलक पर आर्य समाज की खुशबू फैलनी चाहिए। स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने गुरुकुल जैसे पौधे को लगाकर देश और समाज को एक नई दिशा दी थी। आज विश्वविद्यालय के प्रत्येक कर्मचारी को इस पौधे को पल्लवित और पोषित करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय औषधीय पादक बोर्ड के सी.ई.ओ. जे.एल.एन. शास्त्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते देश दुनिया में भारतीय वनस्पतियों के औषधीय गुणों को स्वीकार कर जहां स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया है वहीं विश्व पटल पर भारतीय वनस्पति व आयुर्वेदिक औषधियों को मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाए जायेंगे, जिसका व्यय बोर्ड द्वारा किया जाएगा। उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 सुनील जोशी ने कहा कि कोविड-19 के चलते जहां विश्व के अन्य देशों में मृत्यु दर बहुत अधिक रही है वहीं हमारे देश में अभी तक इस बीमारी से लगभग 1 लाख 50 हजार लोग इस बीमारी के चलते लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द के बलिदान दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय व गुरुकुल आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी आयुर्वेद पद्धति को बढ़ावा देने के लिए औषधीय वाटिकाओं का निर्माण किया जाएगा, जिसमें प्रदेश व देश की विभिन्न दुर्लभ वनस्पतियों को संरक्षित किया जाएगा।
दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के सदस्य सतीश चड्ढ़ा ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने मैकाले शिक्षा के विरोध में वैदिक संस्कृति को पल्लवित करने का काम किया है। स्वामी श्रद्धानन्द ने गुरुकुल को स्थापित करने के लिए अपनी जमीन, घर त्याग दिया था उनके अथक प्रयासो के चलते गुरुकुल की पहचान यूरोपीय देशों तक पहुंची।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 दिनेशचन्द्र भट्ट ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने अपनी वसीयत को लिखने से पूर्व अपनी पुत्रों से यह मांग की थी कि आपको गुरुकुल की सदैव रक्षा करनी है। इस कार्य को स्वामी जी के बलिदान होने के बाद उनके बड़े पुत्र इन्द्र वाचस्पति ने पूर्ण निष्ठा के साथ गुरुकुल का प्रचार-प्रसार किया। परीक्षा नियंत्रक प्रो0 एम0आर0 वर्मा ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। आर्य समाज को स्थापित करने का कार्य स्वामी दयानन्द के बाद स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने किया है।
भेषज्ञ विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो0 सतेन्द्र राजपूत ने कहा कि आज राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे.एल.एन.शास्त्री ने फीता काटकर औषधीय पादप वाटिका का उद्घाटन किया। इस वाटिका में औषधीय, धार्मिक और अन्य पौधे रोपित किए गए है। वर्तमान में वाटिका में एक हजार पौधे रोपित हुए है। इस अवसर पर कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री, डा0 सुनील जोशी, जे.एल.एन. शास्त्री, कुलसचिव प्रो0 दिनेश चन्द्र भट्ट ने भी वनस्पतीय पौधों को रोपित किया।
डा0 सुनील जोशी ने उपस्थित आगन्तुकों के लिए आयुर्वेदिक आरोग्य कीट उपलब्ध कराई। इस अवसर पर प्रो0 जयदेव वेदालंकार, प्रो0 श्रवण कुमार शर्मा, प्रो0 सोमदेव शतांशु, प्रो0 मनुदेव बन्धु, प्रो0 पंकज मदान, प्रो0 वी0के0 सिंह, प्रो0 ब्रह्मदेव, प्रो0 सत्यदेव निगमालंकार, प्रो0 आर0सी0 दुबे, प्रो0 नवनीत, प्रो0 एस0के0 श्रीवास्तव, प्रो0 प्रभात सेंगर, प्रो0 एल0पी0 पुरोहित, संयुक्त कुलसचिव देवेन्द्र कुमार, डा0 मयंक अग्रवाल, डा0 नमिता जोशी, डा0 संगीता विद्यालंकार, डा0 सुचित्रा मलिक, डा0 मृदुला जोशी, प्रो0 आर0के0एस0 डागर, डा0 शिव कुमार चैहान, डा0 पंकज कौशिक, रमेश चन्द, अमित धीमान, चन्द्रप्रकाश, गन्धर्व सेन, धर्मेन्द्र बालियान, हेमन्त सिंह नेगी, विरेन्द्र पटवाल, कुलदीप, नवीन, अमित, धर्मेन्द्र बिष्ट, ललित नेगी, इत्यादि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से प्रो0 एम0आर0 वर्मा एवं डा0 अजय मलिक द्वारा किया गया।
सरोज शाह महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव नियुक्त
देहरादून, सरोज शाह को उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस का प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया है. उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने नियुक्ति पत्र जारी कर यह सूचना दी है। सरोज शाह की नियुक्ति पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी।
नव नियुक्त प्रदेश सचिव सरोज शाह ने सचिव पद नियुक्त किये जाने पर उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव, प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व, पूर्व उत्तराखंड सीएम हरिश रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें जो दायित्व सौंपा है उसका वह निष्ठापूर्वक निर्वहन करेगी तथा प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य करेगी।
वर्तमान में, गैरसैंग में नगर पंचायत सभासर सरोज शाह, पूर्व में उत्तराखंड आंदोलन सहित राजधानी संघर्ष समिति की अग्रणी नेत्री के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है। 2004 के राजधानी आंदोलन में वह पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुई थी तथा तबसे लगातार गैरसैंग राजधानी आंदोलन में सक्रिय व अग्रणी भूमिका में रही है। वर्ष 2019 में गैरसैंग राजधानी संघर्ष समिति में उन्होंने महत्तपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान वो पुलिस लाठीचार्ज में घायल भी हुई थी तथा उनपर मुकदमा भी दर्ज हुआ और उन्हें 4 दिनों तक पुरसाड़ी जेल में रहना पड़ा.
सरोज शाह को प्रदेश सचिव नियुक्त किए जाने पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गैरसैंग व जिला कांग्रेस कमेटी, चमौली ने हर्ष व्यक्त करते हुए सरिता आर्य व प्रदेश नेतृत्व का आभार प्रकट किया है
उत्तराखण्ड़ कोरोना ब्रैकिंग : आज 564 नए संक्रमित मिले, 08 की हुई मौत, दून में मिले 230 संक्रमित
देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, बुधवार को कोरोना के 564 नए मरीज मिले और आठ संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 87940 हो गई है। जबकि मृतकों का आंकड़ा 1447 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को अल्मोड़ा में 23, बागेश्वर में चार, चमोली में 18, चंपावत में 14, देहरादून में 230, हरिद्वार में 37, नैनीताल में 113, पौड़ी में 17, पिथौरागढ़ में 30, रुद्रप्रयाग में 26, टिहरी में 15, ऊधमसिंह नगर में 31, जबकि उत्तरकाशी जिले में छह मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई।
आज बुधवार को एम्स ऋषिकेश में एक, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में दो, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में दो, वेलमेड अस्पताल देहरादून में दो, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक संक्रमित की मौत हुई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 547 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इसके साथ ही राज्य में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 79888 हो गई है, जबकि 5507 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। राज्य भर से 14 हजार सात सौ से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए। 16 हजार के करीब सैंपल नेगेटिव आए जबकि 15 हजार से अधिक सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 90.84 प्रतिशत, जबकि संक्रमण दर 5.28 प्रतिशत चल रही है।
ब्रह्मानंद और परमानंद में क्या अंतर है?
परम पावन-तरण तारिणी में गंगा के तट पर बहने वाली कहानी में, चौथे दिन, एक बहुत ही शांत धारा में, बापू ने कहा कि शुकदेवजी अपनी माता के गर्भ से पैदा हुए थे और कई रूपों में, उपनयन या किसी भी अन्य संस्कार से पहले छोड़ दिए गए थे। जिसे ममता-मोहवश हैयायन व्यास टूटे हुए दिल के साथ खोजने के लिए दौड़े। शुकदेवजी से वृक्ष और लताएँ जवाब देती हैं, कोई कहता है कि वृक्ष क्यों प्रतिक्रिया करता है? जैसे ही वक्ता के होंठ हिलते हैं, वैसे ही गुरबानी-गुरुकृपा। शुक भी हर निर्जीव के दिल में निहित है, इसलिए शुक जवाब देते है।
पाँच प्रकार के सुख हैं जैसे कि विश्वानंद, भोगानंद आदि लेकिन साधक के लिए दो प्रकार के सुख हैं – ब्रह्मानंद और परमानंद दोनों के बीच क्या अंतर है? ब्रह्मानंद तब होता है जब कोई साधक ब्रह्म को याद करता है या ब्रह्म उसकी याददाश्त खोलता है और साधु-साधक उसे अनुभव करता है। लेकिन साधु अपने गुरु को याद करता है और अहसास आनंदित होता है। आनंद में गद-गीर नीरा बहै नीरा-ए की स्थिति है।
विद्यानंद क्षणिक सुख है। शुकदेवजी अपनी माता के गर्भ में बारह वर्षों से हैं। यह मानव या वैज्ञानिक तर्क से नहीं मापा जाता है बल्कि बारह वर्ष एक युग माना जाता है। कोई भी जानकार, विद्वान अपने जीवन के अंतिम वर्षों में 12-12 साल के टुकड़ों को देखकर समझ सकता है कि कितना बदल गया है।
रामचरित मानस में, मंत्री-सचिव पात्र बहुत पुराने हैं। रावण आदि के स्वांग में माल्यवंत, जामवंत, सुमंत, जटायु, संपति, ब्रह्मा आदि।
शुक का निर्णय गर्भ से बाहर नहीं आने का था जब तक कि परम सही पक्ष पर नहीं था। बापू ने कहा कि भगवद गीता में लोगों के बीच आध्यात्मिक संचार होता है। शारीरिक या मानसिक रूप से आपका बुद्धपुरुष के साथ जुड़ाव, यह वही भावना देगा। गीताजी कहती हैं कि संघ काम पैदा करता है और काम क्रोध पैदा करता है लेकिन फकीरों की संगति से राम चमकते हैं। एक सत्संग में, समय स्थिर हो जाता है, समय सारणी नहीं। समय रुक जाता है।
लक्ष्मण धर्म है, शत्रुघ्न का अर्थ है। यह समझने के लिए कि रामतो स्वयं मोक्ष हैं लेकिन भरत काम करते हैं, थोड़ा गुरु की कृपा चाहिए।
जहाँ हृदय ब्रह्म का अनुसरण करता है वही ब्रह्मानन्द है जो थोड़ा कठोर है लेकिन परमानन्द तीसरा प्रेम है। वास्तव में वैष्णववाद हमें आनंद देना चाहता है। हम प्यार के शिकार हैं। ब्रह्मानंद को योगियों को दे दो। ब्रह्मानंद संघ से मुक्त है लेकिन आनंद में संबंध है। सूफियों ने उसे मरहम लगाने वाला कहा। ब्रह्मानंद सुनकर मन भर सकता है, लेकिन परमानंद खुद को नष्ट कर लेता है।
नैनीताल : हाईकोर्ट ने दून के जिला जज को किया सस्पेंड, कई जिला जजों के किए तबादले
नैनीताल, उत्तराखंड़ के उच्च न्यायालय ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए देहरादून के जिला जज प्रशांत जोशी को सस्पेंड कर दिया है, गौरतलब हो कि 21 दिसंबर 2020 को मसूरी कैम्प कोर्ट को अपनी आधिकारिक कार की जगह केवल कृष्ण सोइन नाम के व्यक्ति की ऑडी कार पर जिला न्यायाधीश का बोर्ड लगाकर गए।
वही उस ऑडी कार के मालिक के लिए देहरादून के राजपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 471 व 120बी के तहत आरोपित है और मामले में दर्ज एफआईआर को निरस्त करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है। उच्च न्यायालय ने इस कृत्य को उत्तराखंड सरकारी जनसेवक रूल्स 2002 के नियम संख्या 31, 32 व 30 का उल्लंघन मानते हुए उन्हें निलंबित कर जिला न्यायाधीश रुद्रप्रयाग के मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। खास बात है कि ऐसे में अब वह पूर्व अनुमति के बिना स्टेशन भी नहीं छोड़ पाएंगे।
साथ ही उच्च न्यायालय ने प्रदेश के तीन जिलें नैनीताल, पिथौरागढ़ व बागेश्वर के जिला जज सहित प्रदेश के कई न्यायिक अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं।
ऐसे में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार.विजीलेंस द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जाने किसका कहा हुआ तबादला
उजाला-भवाली यानी उत्तराखंड ज्युडिशियल एंड लीगल एकेडमी के निदेशक डाण् जीके शर्मा का तबादला कर उन्हें पिथौरागढ़ के जिला जज बनाया गया।
वही पिथौरागढ़ के जिला जज राजेंद्र जोशी का तबादला कर नैनीताल के जिला जज बनाया गया।
लेबर कोर्ट काशीपुर के प्रसाइडिंग ऑफीसर नितिन शर्मा का तबादला कर उन्हें उजाला का निदेशक बनाया गया है।
बागेश्वर के जिला जज धनंजय चर्तुवेदी का तबादला कर उन्हें उत्तराखंड उच्च न्यायालय में रजिस्ट्रार जनरल बनाया गया।
फूड सेफ्टी अपीलेट ट्रिब्यूनल देहरादून के प्रसाइडिंग ऑफीसर सीपी बिजल्वाणा का बने देहरादून के जिला जज ।
साथ ही नैनीताल के जिला जल राजीव कुमार खुल्बे को उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव पद पर नियुक्त किया गया है।
इको ग्रुप द्वारा धेपलिंग कॉलोनी में कूड़ा प्रबंधन अभियान
देहरादून, इकोग्रुप द्वारा देहरादून में स्वच्छता मुहिम को और गति देते हुए धेपलिंग कॉलोनी, तिब्बत सेटलमेंट, सहस्त्रधारा रोड में कूड़ा प्रबंधन में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए आज प्रातः काल अभियान चलाया और इसके निवासियों से जीरो वेस्ट की तरफ आगे बढ़ने की दिशा में वेस्ट के सही निस्तारण से संबंधित पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। यह अभियान वेस्ट वॉरियर देहरादून के सौजन्य से शुरू की गई श्रृंखला में पहला कदम भी है।
इको ग्रुप ने मुख्य रूप से सेग्रीगेशन ,सूखा ओर गीला कूड़े को पृथक कर प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने का आवाह्न कर सेग्रीगेशन और प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने के लिए प्रेरित किया। इस प्रयास से घर से निकलने वाला कूड़े में कमी आएगी, घर में कूड़े का स्टोरेज काम होगा, घिरेगा, नगर निगम की गाड़ी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, पर्यावरण की रक्षा भी होगी और साथ साथ इको ब्रिक्स को उपयोग में लाकर बेंच, पेडेस्टल , स्टूल इत्यादि भी बनाये जाएंगे।
इको ग्रुप की इस मुहिम में करीब 52 मेंबर्स ने भाग लिया इन सब निवासियों को प्लास्टिक के ग़लत निस्तारण से संबंधित खतरों एवं इको ब्रिक्स द्वारा इसके सदुपयोग के बारे में विस्तार से इको ग्रुप के संस्थापक सदस्य आशीष गर्ग, अमित जैन एवं अनिल मेहता द्वारा चर्चा की गई। प्रत्येक प्रेरित सदस्य ने इको ब्रिक्स बनाकर पर्यावरण संरक्षित करने का प्रण लिया। निवासी कपड़े के थैले बनाने के लिए इको ग्रुप को पुराने कपड़े भी प्रदान करेंगे । इस कार्यक्रम में धेपलिंग कॉलोनी से श्री जम्पा, टेरिंग, होबसोंग, लोथर, करमा चुंबा इत्यादि ने सक्रियता से भाग लिया।
अल्मोड़ा की प्रिया बनी जज, हासिल की पीसीएसजे में आठवीं रैंक, क्षेत्र में खुशी की लहर
अल्मोड़ा, उत्तराखंड़ की बेटी ने फिर एकबार फिर शाबाशी की हकदार बनी, जनपद अल्मोड़ा की प्रिया शाह अब जज बनकर प्रदेश की सेवा करेगी, उसने उत्तराखंड पीसीएसजे में आठवीं रैंक हासिल की। उत्तराखंड पीसीएसजे सिविल जज जूनियर डिवीजन में आठवीं रैंक प्राप्त करने वाली अल्मोड़ा के डुबकिया मोहल्ला निवासी प्रिया शाह के पिता स्व. अनुज कुमार अधिवक्ता थे,
प्रिया की माता किरन शाह गृहिणी हैं और चेली ऐपण संस्था से भी जुड़ी हैं। उनके दादा स्व. दिनेश चंद्र शाह वरिष्ठ अधिवक्ता थे। प्रिया ने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई कुर्मांचल अकादमी अल्मोड़ा से की है।एसएसजे परिसर से प्रिया शाह ने 2014 में बीकॉम करने के बाद यहीं से 2017 में उन्होंने एलएलबी में प्रवेश लिया और इस साल एलएलएम भी पूरा कर लिया है। बीकॉम और एलएलबी में टॉपर रहकर उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। 2017 में ही व्यक्तिगत एमकॉम की परीक्षा में भी उन्होंने प्रदेश टॉप किया था।
छोटा भाई शुभम शाह सीए की तैयारी कर रहा हैं। उनके चाचा स्व. डॉ. राजेश शाह प्रसिद्ध डॉक्टर थे। जबकि चाची डॉ. विनीता शाह अल्मोड़ा में सीएमओ के पद पर रह चुकी हैं।
एलएलबी में टॉप करने और स्वर्ण पदक पाने के बाद प्रिया को हौसला मिला और पहली बार में ही उन्होंने पीसीएसजे परीक्षा में आठवीं रैक प्राप्त की। वह बहुत अधिक समय तक पढ़ाई नहीं करती थीं, बल्कि पूरे दिन में थोड़े-थोड़े समय ही पढ़ाई करती थी।
प्रिया कहती हैं मां के परिश्रम से ही आज इस ऊंचे मुकाम पर पहुंची हूं। दादा और पिता की मौत के बाद माता किरन शाह ने पिता और मां दोनों की जिम्मेदारी निभाई। मां ने उसे हमेशा हिम्मत दी। प्रिया का कहना है कि परीक्षाओं के समय मां खुद भी परीक्षार्थियों की तरह जागती रहीं। कहा कि वैसे तो हर किसी ने उनकी सहायता की। कॉलेज से लेकर अल्मोड़ा के अधिवक्ताओं और अन्य प्राध्यापकों ने उन्हें सहयोग किया। प्रिया की इस उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी की लहर है और लोगों परिवार को बधाई प्रेषित कर रहे हैं |