Thursday, June 19, 2025
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RBI ने बैंक ग्राहकों को दी चेतावनी! इन ऐप्‍स से रहें सावधान वरना आसानी से लोन पाने के चक्‍कर में उठाना होगा तगड़ा नुकसान

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(फोटो प्रतीकात्‍मक)

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को सभी ग्राहकों को अलर्ट किया है. आरबीआई ने बताया कि अगर आप डिजिटल प्लेटफॉर्म या फिर मोबाइल ऐप (Mobile App) के जरिए लोन लेने के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं. इसके जरिए ना सिर्फ आपके डॉक्यूमेंट्स के साथ फर्जीवाड़ा किया जा सकता है बल्कि ऊंची ब्याज दरों पर लोन दिया जाता है. इसके अलावा इनके पैसों की रिकवरी का तरीका भी बहुत गलत होता है.

इस तरह लोन लेने से बचें
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ऐसे मोबाइल ऐप और डिजिटल प्लेटफॉर्म से व्यक्तिगत तौर पर या छोटे व्यवसाय के लिए अनाधिकृत ऋण लेने से बचने को कहा है जो तुरत और बिना कागजात के पैसे देने का वादा करते हैं. ज्यादा दरों पर मिलता है लोन
रिजर्व बैंक ने कहा कि इस तरह लोन लेने वाले ग्राहकों को ज्यादा दरों पर ब्याज चुकाना होता है. इसमें कई तरह के अतिरिक्त चार्ज छिपे हुए होते हैं. इसके साथ ही फोन के जरिए आपकी पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.

आम जनता को किया अलर्ट
केन्द्रीय बैंक ने कहा- “आम लोगों को आगाह किया जाता है कि वे इस तरह की बेईमान गतिविधियों और ऑनलाइन/मोबाइल ऐप के माध्यम से कंपनी/फर्म के ऋणों की पेशकश को सत्यापित करें.”

अनजान व्यक्ति को न दें जानकारी
आपको बता दें कंज्यूमर को कभी भी केवाईसी डॉक्यूमेंट्स किसी अनजान व्यक्ति, अनाधिकृत ऐप को नहीं देने चाहिए और ऐसी घटनाओं के बारे में संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सूचित करना चाहिए.

बैंक, आरबीआई से रजिस्टर्ड गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और अन्य संस्थाओं जो राज्य सरकार के वैधानिक प्रावधानों के तहत द्वारा विनियमित उनसे लोन लिया जा सकता है.

सम्मान परिषद का गठन न करने पर से गुस्साए आंदोलनकारी, विधानसभा कूच कर किया प्रदर्शन

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देहरादून, उत्तराखंड सरकार की ओर से आंदोलनकारी सम्मान परिषद का गठन न करने से गुस्साएआंदोलनकारियों ने विधानसभा सत्र के तीसरे दिन विधानसभा कूच किया,
चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय प्रवक्ता महेश जोशी ने कहा कि इस साल स्थापना दिवस के मौके पर भी सरकार की ओर से आंदोलनकारियों के लिए कोई घोषणा नहीं की गई, महेश जोशी ने कहा कि इससे आंदोलनकारी आक्रोशित हैं। बुधवार को आंदोलनकारी नेहरू कॉलोनी स्थित शहीद रविंद्र रावत के शहीद स्थल पर एकत्र हुए, शहीद स्थल से आंदोलनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधानसभा कूच के लिए बढ़े।
इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच खींचतान हुई।

एंट्रेंस एग्जाम्स के मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स सॉल्व करने के कारगर तरीके जानिये यहां

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आजकल भारत सहित पूरी दुनिया में अधिकतर स्कूलों, कॉलेजों या यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के लिए अधिकतर एंट्रेंस एग्जाम्स और कई जॉब्स के लिए रिटन टेस्ट में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स (MCQs) में सही उत्तर स्टूडेंट्स और जॉब कैंडिडेट्स को मार्क करना होता है. इन MCQs को ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन्स भी कहा जाता है. अगर आपने भी अभी तक कोई MCQ आधारित एंट्रेंस एग्जाम दिया है तो इनके बारे में आपको बहुत अच्छी जानकारी जरुर होगी लेकिन, अगर अभी तक आपने इस तरह का कोई एग्जाम नहीं दिया है तो फिर, आपके लिए कोई भी एंट्रेंस एग्जाम्स पास करने के लिए जरुरी जानकारी हासिल करने के साथ ही इन MCQs को सॉल्व करने के बारे में आपके पास सटीक जानकारी होनी चाहिए ताकि आप अपनी हायर एजुकेशन या जॉब पाने के लिए अपने किसी भी MCQ आधारित एग्जाम में सफल हो सकें.

एंट्रेंस एग्जाम पास करने के लिए इन टिप्स को जरुर करें फ़ॉलो

किसी स्कूल बोर्ड एग्जाम की तुलना में एंट्रेंस एग्जाम्स पास करने के लिए स्टूडेंट्स या जॉब सीकर कैंडिडेट्स को बिलकुल अलग तरीके से तैयारी करनी पड़ती है. किसी एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के लिए आपको पूरी लगन से मेहनत करनी पड़ती है. किसी एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के लिए आप को सैंपल टेस्ट्स से प्रैक्टिस, रिवीजन टेस्ट्स के साथ ही फीडबैक पर भी ध्यान देना होगा. विभिन्न किस्म के एंट्रेंस एग्जाम्स पास करने के लिए आपको निम्नलिखित महत्वपूर्ण टिप्स को फॉलो करना चाहिए:

  • एंट्रेंस एग्जाम्स की तैयारी करने के लिए एक स्टडी स्ट्रेटेजी तैयार करें.
  • आपको अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करना सीखना चाहिए.
  • आपको उन टॉपिक्स या स्टडी एरियाज की पहचान करनी होगी जहां आपको ज्यादा तैयारी की जरूरत है.
  • आप प्रैक्टिस टेस्ट के दौरान अपने तौर-तरीके फॉलो कर सकते हैं.
  • मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स में महारत प्राप्त करें.
  • सभी एंट्रेंस एग्जाम्स के दौरान टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण स्किल है.
  • टाइम मैनेजमेंट के लिए आप केवल जरुरी चीजों पर ही अपना फोकस रखना सीखें.
  • सभी बेसिक कॉन्सेप्ट्स को अच्छी तरह रिवाइज कर लें क्योंकि प्रश्न तो हरेक एग्जाम में बदलते रहते हैं लेकिन कॉन्सेप्ट वही रहते हैं.
  • किसी भी टॉपिक के अधिक से अधिक क्वेश्चन्स आइडेंटिफाई करके अटेम्पट करने की कोशिश करें.
  • जो एंट्रेंस एग्जाम अभी आपने देना है, उसके मार्किंग पैटर्न को समझें.
  • अगर आपके एंट्रेंस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग की जाएगी तो किसी भी क्वेश्चन का गलत आंसर मार्क करने के बजाय उस क्वेश्चन का आंसर ही न दें.

मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स (MCQs) का परिचय

दरअसल, मल्टीपल च्वाइस या ओबेज्क्टिव रिस्पोंस एक ऐसा तरीका है जिसमें एग्जामिनी को कई च्वाइसेज में से सही विकल्प या ऑप्शन चुनना होता है. एमसीक्यू की फुल फॉर्म – मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन है. किसी एमसीक्यू के लिए कैंडिडेट्स को 4 या 4 से अधिक ऑप्शन्स में से क्वेश्चन का सही आंसर चुनना होता है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसी भी पूछे गए प्रश्न का लंबा आंसर लिखने के बजाय कैंडिडेट्स एमसीक्यू के साथ दिए गए विभिन्न ऑप्शन्स में से सही ऑप्शन को मार्क कर देते हैं और इस वजह से काफी कम समय में एग्जामिनर उनकी नॉलेज, रीजनिंग स्किल्स आदि की परख कर लेते हैं.

मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चनेयर के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी

मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चनेयर में एग्जाम और सब्जेक्ट की जरूरत के मुताबिक 50, 100, 120, 150 और 200 क्वेश्चन्स या उससे भी अधिक क्वेश्चन्स दिए जाते हैं जिनके साथ दिए गए 4 या अधिक ऑप्शन्स में से एग्जामिनी को सही ऑप्शन को आंसर के तौर पर मार्क करना होता है. असल में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन के 2 हिस्से होते हैं जैसेकि, पहला हिस्सा “स्टेम” कहलाता है जिसमें क्वेश्चन या प्रॉब्लम का विवरण दिया जाता है. एमसीक्यू के दूसरे हिस्से में उस क्वेश्चन के नीचे उस क्वेश्चन से संबद्ध 4 या 4 से अधिक ऑप्शन्स दिए जाते हैं जिनमें से एग्जामिनी को एक सही आंसर ऑप्शन चुनना होता है. अन्य सभी ऑप्शन्स उस क्वेश्चन के गलत आंसर्स या डिस्ट्रेक्टर्स होते हैं जो सही आंसर के आस-पास के अनुमान तो होते हैं पर गलत आंसर्स ही होते हैं.

मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स के एक से अधिक आंसर्स सही होने पर क्या करें?

जी हां! यह बिलकुल सही है कि मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स के एक से अधिक आंसर्स सही हो सकते हैं. लेकिन अगर किसी एमसीक्यू के एक से अधिक सही आंसर ऑप्शन्स हैं तो ऐसे प्रश्नों को पूछने और उनके ऑप्शन्स प्रस्तुत करने का तरीका भी थोड़ा अलग होता है.

मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन्स के आंसर देने के लिए आजमायें ये कारगर तरीके

आजकल तकरीबन सभी किस्म के एग्जाम्स में एमसीक्यू शामिल होते हैं इसलिए एमसीक्यू को पास करने के लिए आपकी सहूलियत के लिए हम यहां कुछ जरुरी टिप्स और स्ट्रेटेजीज यहां पेश कर रहे हैं:

  • पूरा क्वेश्चन पढ़ें

आप सबसे पहले पूरा क्वेश्चन ध्यान से पढ़ें और फिर उस क्वेश्चन के आंसर ऑप्शन्स पढ़ें. स्टूडेंट्स या एग्जामिनीज अक्सर आधा क्वेश्चन पढ़कर या फिर सरसरी तौर पर क्वेश्चन पढ़कर उसका आंसर मार्क कर देते हैं और इस जल्दबाजी के कारण कई बार गलत आंसर मार्क कर देते हैं. इसलिए, पूरे क्वेश्चन को अच्छी तरह पढ़कर ही अपना आंसर मार्क करें.

  • हरेक आंसर ऑप्शन को जरुर पढ़ें

एमसीक्यू का आंसर देने से पहले एक बार उस क्वेश्चन के सभी आंसर ऑप्शन्स को एक बार पढ़ें जरुर. अक्सर सभी एमसीक्यूज में एक सही आंसर के साथ ही एक बेस्ट आंसर ऑप्शन भी दिया गया होता है और आप सभी आंसर ऑप्शन्स पढ़े बिना जल्दी में बेस्ट आंसर को भी जल्दबाजी में सही आंसर के तौर पर मार्क कर सकते हैं.

  • क्वेश्चन का आंसर पहले अपने दिमाग में सोचें

किसी एमसीक्यू को पढ़कर ही पहले उसका आंसर अपने दिमाग में सोच लें क्योंकि ऐसा करने पर आपको उस क्वेश्चन का आंसर सेलेक्ट करने में जरूरत से ज्यादा समय नहीं लगेगा.

  • सोच-समझ कर आंसर्स का अनुमान लगायें

जिन एमसीक्यूज के आंसर्स आपको नहीं आते हैं, उन क्वेश्चन्स के आंसर अच्छी तरह सोच-विचार कर ही मार्क करने. ऐसा करने पर बहुत बार आपको सही आंसर का अनुमान लग जाता है.

  • गलत आंसर्स को हटा दें

एमसीक्यू का फाइनल आंसर सेलेक्ट करने से पहले उस क्वेश्चन के बिलकुल गलत आंसर्स को हटा दें और फिर बचे हुए आंसर्स में से सही आंसर चुनें. ऐसा करने से आपका समय भी बच जाएगा.

  • ज्यादा इनफॉर्मेशन सही है

आमतौर पर एमसीक्यू के सही आंसर में ज्यादा इनफॉर्मेशन दी जाती है इसलिए आप अनुमानित आंसर मार्क करते समय इस प्वाइंट का ध्यान रख सकते हैं.

  • जब एक से अधिक सही आंसर ऑप्शन्स दिए हों तो आजमायें यह तरीका

ऐसी स्थिति में आप “उपरोक्त सभी” का ऑप्शन चुन सकते हैं जो अक्सर सही आंसर ऑप्शन होता है.

एमसीक्यू सॉल्व करने के लिए ये प्वाइंट्स भी अवश्य फ़ॉलो करें:

  • ट्रू या फाल्स आंसर्स अपने दिमाग में सोच कर भी आप सही आंसर चुन सकते हैं.
  • क्वेश्चन के सेंटेंसेज को ध्यान से पढ़कर अपने आंसर्स चुनें.
  • एमसीक्यू के की वर्ड्स पर ध्यान दें.
  • अपनी गलतियों से सीख लें.
  • हरेक एमसीक्यू का अनुमानित आंसर मार्क नहीं करें.
  • टाइम मैनेजमेंट का पूरा ध्यान रखें.
  • एमसीक्यूज की अच्छी प्रैक्टिस करें.
  • एमसीक्यूज का आंसर देने से पहले क्वेश्चन को समझें.
  • एमसीक्यू में दिए गए वर्ड्स पर ध्यान देने के बाद ही अपना फाइनल आंसर मार्क करें.
  • नेगेटिव मार्किंग होने पर जो क्वेश्चन्स आपको नही आते हैं उनके गलत आंसर्स कभी नहीं मार्क करें.(साभार -jagranjosh)

विधानसभा सत्र का कार्यकाल एक दिन और बढ़ा

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देहरादून, उत्तराखंड़ का शीतकालीन सत्र की अवधि एक दिन बढा दी गई है। विधानसभा में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बुधवार को विधानसभा सचिवालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई जिसमें गुरुवार 24 दिसंबर को भी सत्र की कार्यवाही संचालित करने का निर्णय लिया गया। हालांकि गुरुवार को असरकारी दिवस होगा जिसमें प्रश्नकाल नहीं होगा।

विदित है कि विपक्ष लगातार सरकार पर विधानसभा की अवधि बढ़ाने का दबाव बना रहा था। विपक्ष का आरोप था कि सरकार सवालों से बचने के लिए जानबूझकर सत्र की अवधि को कम रख रही है। नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा ह्रदयेश कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में लगातार इस मुद्दे को उठा रही थी। सदन के बाहर भी कांग्रेस के विधायक लगातार इस मांग को लेकर हमलावर थे।

इसको देखते हुए बुधवार को ही सरकार ने सत्र की अवधि बढ़ाने के संकेत दिए थे। जिसके बाद अब कार्यमंत्रणा समिति ने सत्र की अवधि बढ़ाने पर मुहर लगा दी है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को भी विधानसभा की कार्यवाही चलेगी। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल नही होगा।

विपक्ष कार्यस्थगन ला सकेगा
सत्र की अवधि एक दिन बढ़ने के साथ ही विपक्ष को सदन में सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है। गुरुवार को असरकारी दिवस होने के बावजूद विपक्ष कार्यस्थगन ला सकेगा। इसके अलावा नियम 300 और 58 के तहत भी सदन में चर्चा होगी।

माल्टा की टोकरी लेकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक

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देहरादून, बुधवार को किसान दिवस के अवसर पर, पहाड़ के किसानों की समस्या उजागर करने के लिए कांग्रेस विधायक माल्टा की टोकरी ओर मंडुआ, झंगोरा की थेलियां लेकर विधानसभा पहुंचे। यहां विधायकों ने सरकार पर स्थानीय उपजों के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक मनोज रावत, काजी निजामुद्दीन, आदेश चौहान और ममता राकेश सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए जाते समय, विधानसभा के गेट पर जमा हुए।

मनोज रावत माल्टा की टोकरी लिए हुए थे। मनोज रावत ने कहा कि पहाड़ में इस बार माल्टा की अच्छी फसल हुई है। लेकिन सरकार मात्र सात रुपए का मूल्य दे रही है। उस पर भी खरीद केंद्रों की व्यवस्था नहीं की गई है। जिस कारण माल्टा उत्पादक किसान मायूस हैं। मनोज ने कहा कि कोदा, झंगोरा, राजमा, चौलाई उत्पादक किसानों की भी यही स्थिति है।

जबकि सरकार के मंत्री खुले आम, पहाड़ी उपजों का मजाक उड़ा रहे हैं। विधायक ममता राकेश ने कहा कि भाजपा सरकारों की उदासीनता के चलते ही किसान दिवस पर भी देशभर का किसान सड़कों पर आंदोलनरत है। काजी निजामुद्दीन ने कहा कि सरकार ने गन्ना किसानों के भुगतान पर भी आधी अधूरी जानकारी दी है। हालांकि गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें माल्टा और दूसरे अनाज को अंदर नहीं ले जाने दिया। कांग्रेस विधायकों के प्रदर्शन पर संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सरकार ने एक दिन पहले ही इस विषय पर विस्तार से अपनी बात रखी है। तब कांग्रेस विधायकों ने अपनी बात नहीं रखी, अब राजनीति करने के लिए मीडिया के सामने अपनी बात रख रहे हैं।

हाईकोर्ट रोडवेज कर्मियों को वेतन नहीं पर जतायी सख्त नाराजगी, एक सप्ताह के भीतर पेश करें शपथपत्र

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नैनीताल, उत्तराखण्ड़ हाईकोर्ट ने रोडवेज कर्मचारियों को जुलाई से वेतन नहीं देने पर सख्त नाराजगी जताई है। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तराखंड परिवहन निगम व उत्तराखंड सरकार को मामले में एक सप्ताह के भीतर शपथपत्र पेश करने को कहा है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई।

मामले के सुप्रीम कोर्ट में होने की बात पर पूर्व में हाईकोर्ट ने यूपी सरकार से सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिखाने या उत्तराखंड परिवहन निगम को 27 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा था। आज हुई सुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी पर कोई आदेश नहीं दिखा पा पाई। सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से कहा गया कि 27 करोड़ रुपये के भुगतान करने के संबंध में उनकी एसएलपी सुप्रीम कोर्ट में दायर हो चुकी है। इस पर कोर्ट ने सरकार से पूछा कि बकाया भुगतान करने के संबंध में बिल को कैबिनेट से मंजूरी मिली या नहीं।

मामले के अनुसार उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया था कि सरकार ने उनको लॉकडाउन से वेतन का भुगतान नहीं किया है और ना ही उनको निगम की ओर से समय पर वेतन आदि का भुगतान किया जा रहा है। याचिका में कहा गया कि उत्तराखंड को बने 20 साल हो गए हैं, जबकि निगम का 27 करोड़ रुपया उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के पास जमा है, जो अभी तक उन्हें नहीं मिल सका है।

उत्तराखंड़ : प्रदेश की 70 विधानसभाओं के प्रवास पर जायेंगे भाजपा अध्यक्ष भगत, मसूरी विधानसभा में कल से करेंगे शुभारंभ

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देहरादून, राज्य में भाजपा अब चुनाव मूड में आ गई, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत कल बृहस्पतिवार से प्रदेश की 70 विधानसभाओं के प्रवास पर निकलेंगे। अपने प्रवास का शुभारंभ वह 24 दिसंबर को मसूरी विधानसभा से करेंगे। इस दौरान भगत प्रत्येक विधानसभा में रात्रि विश्राम करेंगे। प्रवास के दौरान भगत प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लेंगे और कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद कर फीडबैक लेंगे,
पहले चरण में मसूरी, राजपुर रोड, कोटद्वार, जसपुर, काशीपुर विधानसभाओं का प्रवास होगा। प्रत्येक विधानसभा में तीन प्रकार की बैठकें होंगी। इनमें पहली बैठक शक्ति केंद्र संयोजक से लेकर विधानसभा में निवास करने वाले प्रदेश व जिला पदाधिकारियों की होगी।

दूसरी बैठक विधानसभा में निवास करने वाले भाजपा के पूर्व में विभिन्न दायित्वों पर रहे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, विधानसभा में निवास कर रहे जिला पंचायत सदस्य, नगर निकायों में पार्षद, सभासद व भाजपा के वार्ड अध्यक्षों, ब्लाक के प्रमुख, ज्येष्ठ, कनिष्क प्रमुखों के साथ सहकारी समितियों के निदेशक, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पूर्व विधायक, विधायक शामिल होंगे। तीसरी बैठक में भगत संबंधित विधानसभा में निवास करने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से अलग-अलग वार्ता कर उनकी समस्याओं के साथ उनके मन की टोह भी लेंगे। इसके बाद किसी कार्यकर्ता के घर पर जलपान सुनिश्चित किया गया है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष विधानसभा में प्रत्येक वरिष्ठ कार्यकर्ता से अलग-अलग वार्ता कर उनके मन की टोह लेंगे, उनकी समस्याएं भी सुनेंगे। भ्रमण कार्यक्रम के सुव्यवस्थित संचालन के लिए कार्यक्रम से दो दिन पूर्व तैयारी बैठक के लिए एक प्रदेश पदाधिकारी को समन्वयक नियुक्त किया गया है। प्रवास में भगत के साथ एक प्रदेश महामंत्री रहेंगे। मसूरी व राजपुर रोड विधानसभा में प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार व कोटद्वार ,जसपुर, काशीपुर विधानसभाओं में प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी भगत के साथ रहेंगे।

मसूरी व राजपुर रोड विधानसभाओं की बैठक से पूर्व तैयारी के लिए प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान, कोटद्वार विधानसभा के लिए दायित्वधारी वीरेंद्र सिंह बिष्ट, जसपुर व काशीपुर विधानसभाओं की बैठक से पूर्व बैठक की तैयारी के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष खिलेंद्र चौधरी समन्वयक बनाए गए हैं। इन्हें प्रदेश अध्यक्ष के प्रवास से दो दिन पूर्व तैयारी बैठक करने के लिए कहा गया है। भाजपा अध्यक्ष भगत 24 दिसंबर को साढ़े नौ बजे यमुना कॉलोनी आवास से मसूरी के लिए प्रस्थान करेंगे। वहां 11 बजे से लेकर चार बजे तक अलग-अलग बैठकों व लोगों से वार्ता करेंगे। रात्रि विश्राम मसूरी में करेंगे। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर आयोजित सुशासन दिवस के अवसर पर ब्लॉक मुख्यालय रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। उसी दिन दो बजे से पांच बजे तक राजपुर रोड विधानसभा की बैठक में भाग लेकर रात्रि विश्राम वहीं करेंगे। 28 दिसंबर को कोटद्वार, 29 को जसपुर व 30 दिसंबर को काशीपुर विधानसभा के भ्रमण पर रहेंगे |

सड़कों के बुरे हाल पर बिफरे कांग्रेसी, खरोला की अगुवाई में विधायक के खिलाफ किया प्रदर्शन

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ऋषिकेश, रायवाला क्षेत्र में सडकों की खस्ताहालत को लेकर ऋषिकेश के विधायक प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारिय़ों की अगुवाई करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा विगत 4 वर्षों से क्षेत्र की सड़कों के बुरे हाल हैं। एक तरफ केंद्र सरकार चीन के बॉर्डर पर सड़क बनाने की बात कर रही है और दूसरी तरफ ऋषिकेश के विधायक आर्मी कैंट एरिया रायवाला की सड़क नहीं बना पा रहे हैं।

पिछले 5 वर्षों से क्षेत्र की जनता सड़क बनने की बाट जो रही है जहां एक तरफ रायवाला मुख्य मार्ग 4 ग्राम सभाओं को जोड़ने का कार्य करता है वहीं दूसरी ओर इसी मुख्य मार्ग से आर्मी कैंट एरिया के सभी रास्ते खुलते हैं इन रास्तों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिन्हें देखकर यह पता लगाना मुश्किल है सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क क्षेत्र की जनता त्रस्त है और हर रोज क्षतिग्रस्त सड़क पर न जाने कितने लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल होते हैं और अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कार्यों को जाते हैं

दूसरी तरफ क्षेत्रीय विधायक को ना तो रायवाला क्षेत्र की फिक्र है और ना ही उनके जानमाल के नुकसान की फिक्र खरोला के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता ने मुख्य मार्ग के क्षतिग्रस्त हिस्से में पहुंचकर क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया खरोला ने कहा यदि जल्द ही सरकार द्वारा यह सड़क नहीं बनाई गई तो अगला प्रदर्शन क्षेत्रीय विधायक के घर के बाहर होगा कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बर्फ सिंह पोखरियाल, देवेंद्र रावत, सतीश रावत, संदीप ध्यानी, प्रकाश पांडे, रमेश रांगड़, शंभू शंकर, विनोद कुमार, वीरपाल, विजयपाल पवार, कीर्ति सिंह, जगबीर नेगी, स्वरूप भंडारी, मुकेश रयाल, मेहरबान चौहान, प्रवीण बिष्ट, अजीत सिंह, मनीष व्यास, मानसिंह तोपतवाल,मनदीप कुमार, धनपाल, गजेंद्र, प्रवीण बिष्ट, आदि उपस्थित रहे।

अल्मोड़ा में ‘द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट’ का गठन, जिलाधिकारी और सीईओ इलारा कैपिटल ने किये एमओयू पर हस्ताक्षर

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अल्मोड़ा , राज्य के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के शैक्षिक क्षमता के अनुसार उन्हें तकनीकी शिक्षा के उच्च संस्थानों में प्रवेश हेतु तैयारी के लिये मा0 मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन अल्मोड़ा द्वारा अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले ‘‘द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट‘‘ का गठन किया गया है। विकास भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इसके सफल संचालन हेतु जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया व सीईओ  इलारा कैपिटल राज भट्ट द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।

इस दौरान प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी आडियो सन्देश के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के गठन की शुभकामनायें देते हुए इस ट्रस्ट से सम्बन्धित सभी लोगो का धन्यवाद किया। अपने संदेश में मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा संस्थान के सफल संचालन के लिए यथा सम्भव सहायता की जायेगी।

इस कार्यक्रम में सुपर-30 के संचालन एवं चयन प्रक्रिया की जानकारी प्रदान करते हुए चैयरमैन सीडाॅट एवं सलाहकार सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट डा0 राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि इस संस्थान का मुख्य उददेश्य राज्य के गरीब प्रतिभावान बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश के निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में यह एक अलग तरह का संस्थान होगा।  जिसमे प्रदेश के सभी विद्यालयों के 10वीं कक्षा की परीक्षा में मेरिट में रहने वाले चार से पाॅच छात्रों को प्रदेश स्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए चुना जायेगा। चुने गये छात्रों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर टाॅप 30 छात्रों को इस संस्थान में प्रवेश दिया जायेगा। यह संस्थान आवासीय रहेगा जिसमें 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं के साथ-साथ तैयारी करायी जायेगी। संस्थान के लिए विषय विशेषज्ञ अध्यापकों की व्यवस्था की जायेगी। इस संस्थान में व्यय होने वाली धनराशि का वहन द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल के सहयोग से किया जायेगा। संस्थान की अन्य सुविधाओं हेतु जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया जायेगा।
इस अवसर पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट को सहयोग करने वाले द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वे हर सम्भव सहायता हेतु जिला प्रशासन का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक नेक काम जिससे उत्तराखण्ड में प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित समाज से पूरे देश एवं प्रदेश का विकास होता है। श्री बहल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सभी स्टेक होल्डर को इसमें सम्मलित करना होगा जिससे बच्चों के भविष्य एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार उत्तराखण्ड में लाये जा सके।

वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के सलाहकार व इण्डिया फाउण्डेशन के शौर्य डोभाल ने संस्थान को हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के खुलने से उत्तराखण्ड में शिक्षा के क्षेत्र में परिर्वतन की क्रान्ति आयेगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के सफल संचालन के लिए मेरिट के आधार पर बच्चों का चयन किया जायेगा। मेरिट के आधार पर चयन किये गये बच्चों से शिक्षा व समाज विकसित होगा। कार्यक्रम में उपस्थित इलारा कैपिटल लन्दन के सीईओ राज भट्ट ने भी द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट हेतु यथा सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि यह संस्थान अगले वर्ष अपै्रल माह से प्रारम्भ कर दिया जायेगा जिससे शिक्षा जगत में एक नये परिर्वतन की आशा रहेगी।

कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट का गठन एवं इसके एमओयू पर आज हस्ताक्षर किये गये है। उन्होंने कहा कि संस्थान की अवस्थापना एवं अन्य सुविधाओं को तय समय से पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे प्रदेश में यह एक पहला संस्थान होगा जिसमे आईआईटी प्रवेश परीक्षा हेतु बच्चों को तैयार किया जायेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, सीईओ सी हाॅक नरेन्द्र लटवाल, शिक्षाविद् दिनेश जोशी, एलएक्स वाल्टर, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका, जिला विकास अधिकारी के0के0 पंत, मुख्य शिक्षाधिकारी एच0बी0 चन्द, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, आरटीओ शैलेश तिवारी, एआटीओ के0सी0 पलड़िया, विनोद राठौर, विद्या कर्नाटक सहित इस कार्यक्रम से जुड़े अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

अम्ब्रेला एक्ट का विरोध : प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों व छात्र नेताओं से पुलिस की झड़प के बाद लाठीचार्ज

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देहरादून, देहरादून में अम्ब्रेला एक्ट के विरोध में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों व छात्र नेताओं से पुलिस की झड़प हो गई। इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर हल्का लाठीचार्ज भी किया, कई दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन के क्रम में आज शिक्षकों व छात्रों ने सचिवालय कूच किया। सचिवालय के समक्ष पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर सभी को रोकने का प्रयास किया।

प्रदर्शन के दौरान कुछ शरारती तत्व बैरिकेडिंग पर चढ़ गए व महिला कॉन्स्टेबल के साथ धक्का मुक्की होने लगी। काफी देर तक समझाने के बाद भी जब छात्र नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हल्का लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद छात्र वही धरने पर बैठ गए, लेकिन पुलिस की ओर से बल प्रयोग करने के लिए माफी मांगने के बाद छात्र वहां से उठ गये।