Thursday, May 15, 2025
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किसानों का हल्लाबोल 56वे दिन भी जारी : केन्द्र सरकार कृषि कानूनों के डेढ़ साल तक निलंबन को भी तैयार, 22 को फैसले की उम्मीद

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नई दिल्ली, नए कृषि कानूनों के खिलाफ में दिल्ली की सीमाओं पर लगातार 56वें दिन भी किसानों का हल्लाबोल जारी है। आज किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई 10वें दौर की वार्ता अब खत्म हो गई है। 11वें दौर की बैठक 22 जनवरी को दोपहर 12 बजे होगी। 10वें दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान संगठनों के साथ बेहद सकारात्मक बातचीत हुई। चर्चा के दौरान, हमने कहा कि सरकार एक या डेढ़ साल के लिए कृषि कानूनों को रखने के लिए तैयार है। मुझे खुशी है कि किसान यूनियनों ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और कहा है कि वे कल इस पर विचार करेंगे और 22 जनवरी को अपना फैसला बता देंगे। तोमर ने कहा कि मुझे लगता है कि वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ रही है और 22 जनवरी को एक प्रस्ताव मिलने की संभावना है। बैठक के दौरान सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय के लिए कृषि सुधार कानूनों को स्थगित किया है। सरकार 1 से डेढ़ साल तक भी कानून के क्रियान्वयन को स्थगित करने के लिए तैयार है। इस दौरान किसान यूनियनें और सरकार बात करें और समाधान तलाश करें।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज हमारी कोशिश थी कि कोई निर्णय हो जाए। किसान यूनियनें कानून वापसी की मांग पर थीं और सरकार खुले मन से कानून के प्रावधान के अनुसार विचार करने और संशोधन करने के लिए तैयार थी। कृषि कानूनों पर 10वें दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान संगठनों के साथ बेहद सकारात्मक बातचीत हुई।
किसान नेता दर्शन पाल सिंह कहा कि बैठक में 3 कानूनों और MSP पर बात हुई। सरकार ने कहा कि हम 3 कानूनों का एफिडेविट बनाकर सुप्रीम कोर्ट को देंगे और हम 1-1.2 साल के लिए रोक लगा देंगे। एक कमेटी बनेगी जो 3 कानूनों और MSP का भविष्य तय करेगी। हमने कहा कि हम इस पर विचार करेंगे।

किसान नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि सरकार ने कहा है कि हम कोर्ट में एफिडेविट देकर कानून को 1.5-2 साल तक होल्ड पर रख सकते हैं। कमेटी बनाकर चर्चा करके, कमेटी जो रिपोर्ट देगी, हम उसको लागू करेंगे। हम 500 किसान संगठन हैं, कल हम सबसे चर्चा करके 22 जनवरी को अपना जवाब देंगे।

दसवें दौर की वार्ता के बाद किसान नेता ने कहा कि सरकार ने कहा है कि वह डेढ़ साल के लिए कानूनों को निलंबित करने के लिए तैयार है। जवाब में, किसानों ने कहा कि कानूनों को निलंबित करने का कोई मतलब नहीं है और यह स्पष्ट किया है कि हम कानूनों को रद्द करना चाहते हैं। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच तीन कृषि कानूनों पर 10वें दौर की वार्ता नई दिल्ली के विज्ञान भवन में संपन्न हो गई। 22 जनवरी को 11वें दौर की वार्ता होगी। सूत्रों के अनुसार, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनो को बताया है कि सरकार किसानों के मन में किसी भी तरह की शंका को दूर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा देने को तैयार है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर दोनों पक्षों को बैठक समाप्त होने से पहले आम सहमति तक पहुंचना चाहिए। सूत्रों के अनुसार, कृषि मंत्री ने कृषि कानूनों पर क्लॉज वार चर्चा करने के लिए किसान यूनियनों से किसानों और सरकार के प्रतिनिधित्व वाली एक कमेटी बनाने को कहा है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगा दी है। सरकार ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह कानूनों को लागू करने पर एक साल तक इंतजार कर सकती है।

किसानों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली पुलिस के साथ होने वाली बैठक के लिए विज्ञान भवन पहुंचा। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि हम 26 जनवरी को सरकार की परेड में बाधा नहीं डालेंगे। हम उनसे कहेंगे कि ट्रैक्टर रैली के लिए रिंग रोड ठीक रहेगा क्योंकि ट्रैक्टर बहुत ज्याद होंगे, किसानों और सरकार के बीच आज की वार्ता पर अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि दो दिन पहले सरकार के मंत्री ने ऐलान किया कि हम कानूनों को निरस्त नहीं करेंगे। सरकार का रवैया अभी भी नकारात्मक है। इस परिस्थिति में बहुत कुछ होगा ऐसी कोई उम्मीद नहीं है। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित किए तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।

भाजपा के शासन में महंगाई चरम पर, विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, सरकार का पुतला फूंका

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ कांग्रेस ने अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्रवान पर बिजली, पानी, प्याज, टमाटर सहित सब्जियों एवं अनाजों के बढ़ते दामों तथा रोज-रोज बढ़ती मंहगाई को लेकर आज प्रदेशभर के सभी जिला एवं शहर मुख्यालयों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन के साथ भाजपा सरकार का पुतला दहन किया गया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज प्रदेश मुख्यालय देहरादून में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार के पुतले को आग के हवाले किया।

इस अवसर पर प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा के शासन में मंहगाई अपने चरम पर है तथा आम आदमी का जीना दूभर हो चुका है। बिजली, पानी एवं अनाजों के दाम बेतहाशा बढते जा रहे हैं तथा भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकारें मंहगाई पर काबू पाने में असफल साबित हुई हैं।

100 दिन में मंहगाई कम करने का वायदा करने वाली मोदी सरकार ने मंहगाई से देश की जनता का बुरा हाल कर दिया। बढ़ती मंहगाई के विरोध में कांग्रेस पार्टी आम जनता के साथ खडी होकर सरकार की नीतियों का विरोध करती है।

उन्होंने कहा कि 2014 में 450 रु का रसोई गैस सिलेण्डर 700 रु पार कर गया है, पेट्रोल 80 रूपये तथा डीजल 75 रूपये पर पहुंच गया। भा0ज0पा0 सरकार ने उत्पाद शुल्क में 9 गुना की वृद्धि की है जिसका भार सीधा आम उपभोक्ता की जेब पर पडा है और जिसकी मार हमारी रसोई तक सीधी पहुंची है।

रोजगार देने का वायदा जुमला हुआ साबित उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनने पर मंहगाई कम करने, दो करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वायदा एक जुमला साबित हुआ।

प्रीतम सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लोगों के रोजगार ठप्प हो चुके हैं तथा पहले से मंहगाई की मार झेल रहा आम आदमी अब पेट्रोलियम पदार्थों (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस) के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से जरूरत की चीजों के दामों में कई गुना वृद्धि के कारण पीड़ित है, उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में वृद्धि के कारण खाद्य्य पदार्थों सहित सभी चीजों के दामों में स्वाभाविक रूप से वृद्धि होनी निष्चित है। विषेशकर खाद्य्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है तथा मंहगाई का बोझ आम आदमी के जीने की राह और कठिन बना रहा है।

पुतला दहन में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, पूर्व मंत्री दिनेश अ्रगवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, पूर्व विधायक राजकुमार, गोदावरी थापली, ताहिर अली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व मंत्री अजय सिंह, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, प्रभुलाल बहुगुणा, प्रदेश सचिव सीताराम नौटियाल,|
नवीन पयाल, गरिमा दसौनी, संदीप चमोली, कमरखान ताबी, गिरीश पुनेड़ा, राजेश चमोली, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नीनू सहगल, डाॅ0 प्रदीप जोशी, शांति रावत, मंजुला तोमर, प्रणीता बडोनी, विकास नेगी, नवनीत कुकरेती, जगदीश धीमान, भूपेन्द्र नेगी, कमलेश रमन, पायल बहल, मामचन्द, डाॅ0 विजेन्द्र पाल आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।

प्रकाश पर्व पर उत्तराखंड़ विस अध्यक्ष ने जरूरतमंदों को वितरित की राशन किट

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ऋषिकेश, सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर आज विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल जी ने बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय मे गुरु गोविंद सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया l इस अवसर पर जरूरतमंदों को राशन भी वितरित किया गयाl
श्री अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु गोविंद सिंह का देश और धर्म की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा । बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर आयोजित गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा है कि गुरु गोविंद सिंह एक महान विचारक, योद्धा, कवि और देशभक्त थे उन्होंने संपूर्ण देश का आध्यात्मिक जागरण किया। वह मानव जाति को सर्वोच्च मानते हुए देश व ईश्वर के प्रति समर्पित होने की बात सोचते और करते थे।

श्री अग्रवाल ने कहा है कि श्री गुरु गोविंद सिंह ने वैशाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की सिखों के इतिहास का यह महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। श्री अग्रवाल ने कहा है कि गुरु गोविंद सिंह के पद चिन्हों पर चलकर उनके किए गए कार्यों का अनुसरण करते हुए अपने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देना चाहिए।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा है कि इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण अनेक लोग प्रभावित हुए हैं ऐसे जरूरतमंदों को समय-समय पर हर प्रकार से सहायता की जाती है। उन्होंने आज गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर दर्जनों जरूरतमंदों को राशन की किट वितरित की ।

कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के सह केंद्रीय मंत्री स्नेहपाल ने गुरु गोविंद सिंह के योगदान को महान बताया। उन्होंने कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरु गोविंद सिंह के त्याग और बलिदान का उदाहरण अन्यत्र कहीं नहीं मिलेगा। विश्व के इतिहास में गुरु गोविंद सिंह का स्थान स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में सरदार मंगा सिंह, रणदीप सिंह पोखरियाल, प्रदीप कोहली, गोपाल सती, गणेश रावत, राजेश जुगलान, सौवन कैंतूरा, अनीता तिवाडी, नेहा नेगी, रजनी बिष्ट, सतपाल सैनी, रामवती पुष्पा रावत, रेवती देवी, खजानी देवी आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।

हरिद्वार : जमीन विवाद को लेकर हाई प्रोफाइल ड्रामा, दो बच्चों संग पानी की टंकी पर चढ़ी महिला, तहसीलदार पर लगाये गंभीर आरोप

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हरिद्वार, उत्तराखंड़ के जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर में पुलिस और प्रशासन के लिए उस समय बड़ा सरदर्द बन गया जब एक महिला अपने दो बच्चों के साथ पानी की टंकी पर जा चढ़ी। पानी की टंकी पर चढ़ी यह महिला टंकी से कूदकर आत्महत्या करने की चेतावनी दे रही थी, देखते ही देखते मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने महिला के टंकी पर चढ़ने की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी। आनन-फानन में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसी तरह समझा-बुझाकर महिला को बच्चों सहित पानी की टंकी से सकुशल नीचे उतारा गया। वही यह ड्रामा कई घंटों तक चलता रहा। पुलिस और प्रशासन को महिला को सकुशल नीचे लाने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा।

हरिद्वार के पांडे वाला धीरवाली क्षेत्र में रहने वाली महिला आज सुबह अपने बच्चों के साथ पानी की टंकी पर जा चढ़ी। महिला की पहचान कामिनी रानी पत्नी विक्रांत चौहान के रूप में हुई। महिला तहसील के अधिकारियों से और पटवारी से अपनी जमीन के विवाद को लेकर परेशान चल रही थी, कहीं कोई सुनवाई ना होने की वजह से महिला ने आज अपनी मांगे मनवाने के लिए और अधिकारियों से सही कार्रवाई किए जाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़कर आत्महत्या करने की कोशिश की। गनीमत रही की महिला को सकुशल समय रहते नीचे उतार लिया गया।

अपनी दो बच्चियों के साथ पानी की टंकी पर चढ़ी महिला इस दौरान तहसील के अधिकारी और पटवारी पर गंभीर आरोप लगाती हुई नजर आई। महिला कामिनी रानी का कहना है कि, विभाग द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है। विभाग के बार-बार चक्कर काटने के बाद भी मुझे सिर्फ तारीख पर तारीख दी जा रही है। मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। तहसील में मेरी संपत्ति का रिकॉर्ड होने के बावजूद मेरी संपत्ति अधिकारियों द्वारा मुझे नहीं दिलवाई जा रही है। मैं तहसील के चक्कर काट-काट कर थक चुकी हूं। आज त्रस्त होकर मैंने यह कदम उठाया है, अगर अधिकारियों द्वारा मेरी कोई सुनवाई नहीं की जाती है और मेरी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है, तो मैं भविष्य में कोई भी कदम उठा सकती हूं। मेरी मांग है कि, अधिकारियों द्वारा मेरी समस्या का समाधान किया जाए।

वहीं स्थानीय निवासी भी इस मामले में तहसील के पटवारी तेलू राम और तहसील के अधिकारियों की भूमिका पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। स्थानीय लोगो ने मौके पर तहसील विभाग और पटवारी के खिलाफ जमकर नारे बाज़ी भी की। स्थानीय निवासियों का कहना है कि, कामिनी रानी की पैतृक संपत्ति है और इनकी पैतृक संपत्ति में तेलू राम पटवारी द्वारा गड़बड़ की गई है। महिला द्वारा तहसीलदार और एसडीएम और कई अधिकारी पुलिस के कई बार चक्कर काटने के बाद भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। तेलु राम पटवारी द्वारा महिला पर प्रेशर बनाया जा रहा है। कहीं सुनवाई ना होने के कारण आज महिला द्वारा यह कदम उठाया गया है।

हरिद्वार में घंटो चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के मामले में तहसीलदार आशीष घिल्डियाल का कहना है कि, महिला जो टंकी पर चढ़ी है, उनकी जमीन संबंधित विवाद है। महिला के ससुर द्वारा कुछ जमीन बेची भी गई है। यह 30 साल पुराना मामला है और जांच का विषय है। नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में इस मामले के निस्तारण के लिए एक टीम बनाई गई है। महिला के सभी कागजो का अध्यन किया जा रहा है। जांच पूरी होने पर मामले में नियमानुसार करवाई की जाएगी।
अधिकारियों के लापरवाह बर्ताव के कारण आज एक सिस्टम से त्रस्त महिला को अपने बच्चों के साथ यह कदम उठाना पड़ा है। टंकी पर चढ़ी महिला को पुलिस और प्रशासन के आश्वासन देने के बाद नीचे तो सकुशल उतार लिया गया।

किसान आंदोलन : ट्रैक्टर रैली पर हस्तक्षेप से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, अधिकार पुलिस के हाथ

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नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के खिलाफ दाखिल की गई याचिका वापस ले ली है। केंद्र सरकार ने याचिका वापस लेने का फैसला सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद लिया है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह इस मामले में दखल नहीं दे सकती है। बुधवार को हुई सुनवाई में चीफ जस्टिस एएस बोबड़े की ओर से कहा गया कि ये मामला पुलिस के हाथ में है, पुलिस ही इसपर अनुमति देगी।

पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और दिल्ली पुलिस से इस पर फैसला लेने को कहा था। वहीं आज सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े ने कहा कि हम मामला लंबित नहीं रखेंगे। पुलिस तय करे, उसे अधिकार है। जबकि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच वे गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालने पर अडिग हैं। इसी मसले पर आज दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और किसान संगठनों के नेताओं के बीच बैठक भी तय है।

गौरतलब हो कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच वे गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालने पर अडिग हैं। इसी मसले पर आज दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और किसान संगठनों के नेताओं के बीच बैठक भी तय है। सरकार का कहना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर यदि ऐसे हजारों लोग दिल्ली में आएंगे, तो सुरक्षा व्यवस्था में दिक्कतें होगी। जबकि किसानों का कहना है कि वो परेड समाप्त होने के बाद अपनी ट्रैक्टर रैली निकालेंगे और किसी को तकलीफ नहीं होगी।

दूसरी ओर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान संगठनों और सरकार के बीच दसवें दौर की वार्ता पर केंद्र ने कहा है कि दोनों पक्ष जल्द से जल्द गतिरोध सुलझाना चाहते हैं मगर अलग विचारधारा के लोगों की संलिप्तता के कारण इसमें देरी हो रही है। सरकार ने यह दावा किया कि नये कृषि कानून किसानों के हित में हैं और कहा कि जब भी कोई अच्छा कदम उठाया जाता है तो इसमें अड़चनें आती हैं। सरकार ने कहा कि मामले को सुलझाने में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि किसान नेता अपने हिसाब से समाधान चाहते हैं।

शिक्षणेत्तर कर्मचारी यूनियन के बने अध्यक्ष बिजेन्द्र व महामंत्री दीपक वर्मा

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हरिद्वार 20 जनवरी ( कुल भूषण)
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन को आम सभा की बैठक दिनेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में गहन विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि अध्यक्ष पद के लिए दिनेश कुमार के स्थान पर बिजेन्द्र सिंह को सर्वसम्मति से सभी पदाधिकारियों ने स्वागत किया एवं महामंत्री पद पूर्व की भांति दीपक वर्मा ही रहेंगे।
बैठक में नवनिर्वाचित अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि संगठन को मजबूत किया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद कर्मचारी हितों के लिए लड़ाई लड़ी जायेगी।
बैठक में नवनिर्वाचित महामंत्री दीपक वर्मा ने कहा विश्वविद्यालय का विकास शिक्षक और कर्मचारियों के समन्वय से होता है। यूनियन का लक्ष्य समाज के साथ अपने उन भाईयों को लाभ पहुंचाना है जो विकास के दौर से पीछे रह गये हैं। उन्होंने कहा कि आज जो पदाधिकारी चुने गए है वह सभी कर्मचारी के हितों के लिए स्वच्छ भाव से कार्य करेंगे।
बैठक में पूर्व अध्यक्ष दिनेश कुमार ने दोनों नर्वनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए कहा कि दोनों पदाधिकारी विश्वविद्यालय के विकास के लिए अथक प्रयास करेंगे। धर्मेन्द्र वालियान ने कहा कि बिजेन्द्र सिंह ने पूर्व  में
यूनियन के अध्यक्ष के रूप में  संगठन हितों के लिए कार्य किया है और आगे भी करते रहेंगे। पूर्व महामंत्री रमेश चन्द्र ने कहा कि यह चुनाव एक सकारात्मक प्रक्रिया के द्वारा सर्वसम्मति से सम्पन्न हुआ है जो कर्मचारियों की संगठन के प्रति एकजुटता को दर्शाता है। शीघ्र ही अध्यक्ष व महामंत्री अपनी कार्यकारिणी की घोषणा करेंगे। बैठक का संचालन महामंत्री दीपक वर्मा ने किया।
इस अवसर पर चरणजीत सिंह डा0 गौरवदीप भिण्डर गुरप्रीतए जितेन्द्र नेगी राजकुमार डा0 विक्रम सिंह प्रकाश तिवारी मोहन सिंह सुधाकर कृष्ण कुमार मदन मोहन विरेन्द्र पटवाल सत्यदेव अरूण राजीव शर्मा ललित सिंह नेगी कमल सिंह सचिन कौशिक उमाशंकर हेमन्त सिंह नेगी कैलाश भट्ट नीरज कुमार  इत्यादि उपस्थित रहे।

अल्मोड़ा : कांग्रेसजनों ने महंगाई के विरोध में फूंका भाजपा त्रिवेन्द्र सरकार का पुतला

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अल्मोड़ा, देश में बढ़ रही महंगाई के विरोध में जिला एवं नगर कांंग्रेस कमेटी ने कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला के नेतृत्व में भाजपा सरकार का पुतला दहन किया।अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कांंग्रेसजन आज दोपहर कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला के नेतृत्व में चौहानबाटा गांधी पार्क में एकत्रित हुए तथा भाजपा सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला ने कहा कि भाजपा की इस सरकार में महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।पेट्रोल डीजल के मूल्यों में इस सरकार द्वारा बेतहाशा वृद्बि कर जनता की कमर तोड़ दी गयी है।वर्तमान में पेट्रोल डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्बि होने से दैनिक उपभोग की सभी वस्तुएं महंगी हो गयी हैं जिससे जनता त्रस्त है।श्री रौतेला ने कहा कि रसोई गैस सिलेण्डर में इस सरकार के द्वारा लगातार मूल्य वृद्बि की जा रही है और सब्सिडी के नाम पर बीस से तीस रूपये जनता के खातों में डालकर जनता को छलने का कार्य किया जा रहा है।श्री रौतेला ने कहा कि खाने के तेल को भी इस सरकार द्वारा नहीं बक्शा गया

उसके मूल्य भी आसमान छू रहे हैं।उन्होंने कहा कि भाजपा की इस जनविरोधी सरकार को जनता की आर्थिक स्थिति से कुछ भी लेना देना नहीं है।इस कोरोनाकाल में जहां एक तरफ लोगों की नौकरियां चली गयी,काम धंधे ठप्प पड़ गये वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार ने महंगाई को चांद पर पहुंचाकर लोगों को बेबस कर दिया है।उन्होंने कहा कि आज चाहे दैनिक उपभोग की वस्तुएं आटा,चावल,तेल,दालें हो या पेट्रोल डीजल,गैस सिलेंडर हो सबके दाम अत्यधिक बढ़ गये हैं।उन्होंने कहा कि इसके अलावा भवन निर्माण सामग्री से लेकर जनता की उपभोग की हर वस्तु इस सरकार में महंगी हो गयी है।श्री रौतेला ने कहा कि आज आदमी के पास रोजगार नहीं है और इस महंगाई के समय में उसका जीवनयापन करना मुश्किल हो रहा है।श्री रौतेला ने कहा कि भाजपा की इस जनविरोधी सरकार में आज आम आदमी परेशान है।

आज आम आदमी की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि उसके सामने भूखे मरने की नौबत आ रही है परन्तु भाजपा की सरकार खुद अपनी पीठ थपथपा कर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रही है।श्री रौतेला ने कहा कि निश्चित रूप से जनता इस महंगाई का मुंहतोड़ जवाब भाजपा को चुनावों में देगी।पुतला दहन कार्यक्रम में कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी,नगर महामंत्री गीता मेहरा,जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक,सेवादल प्रदेश ध्वजवाहक संजय दुर्गापाल,जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारा चन्द्र जोशी,जिला उपाध्यक्ष पारितोष जोशी,नगर संगठन सचिव चन्द्र कुमार फौजी,जितेन्द्र प्रसाद,नगर उपाध्यक्ष अम्बीराम,पीसीसी सदस्य हर्ष कनवाल,विपिन त्रिपाठी,विनोद सिंह,नगर संगठन सचिव अरविन्द रौतेला,नगर सचिव रमेश नेगी,नगर संगठन सचिव फाकिर खान,नगर संगठन सचिव जितेन्द्र अधिकारी,प्रदीप विशौ,तारू तिवारी सहित दर्जनों कांंग्रेसजन उपस्थित रहे।

कोरोना अपडेट : उत्तराखण्ड़ 153 नए कोरोना संक्रमित मिले, तीन की हुई मौत, रिकवरी दर 94.82 प्रतिशत पहुंची

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों और मरीजों की मौत के मामलों में लगातार कमी आ रही है। बीते 24 घंटे के भीतर प्रदेश में तीन संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। वहीं, 153 नए संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम है। कुल संक्रमितों की संख्या 95192 हो गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को 13601 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई है।

इसमें 13448 सैंपल निगेटिव मिले हैं। देहरादून जिले में 71, नैनीताल में 36, हरिद्वार में 19, ऊधमसिंह नगर में 13, अल्मोड़ा में सात, उत्तरकाशी में चार, पिथौरागढ़, पौड़ी व चमोली जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। वहीं, बागेश्वर, चंपावत, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले में एक भी नया संक्रमित मरीज नहीं मिला है।

प्रदेश में तीन संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसमें एम्स ऋषिकेश में दो, कैलाश हॉस्पिटल में एक मरीज ने इलाज के दौरान दमतोड़ा है। प्रदेश में 1622 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 131 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर 90264 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण की दर घट कर 4.71 प्रतिशत हो गई है। जबकि रिकवरी दर पहली बार 94.82 प्रतिशत पहुंच गई है।

अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन का निधन, मुख्यमंत्री सहित पुलिस प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि

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देहरादून, उत्तराखंड पुलिस विभाग के लिए बहुत ही दुख भरा दिन रहा। नैनीताल जनपद के एसपी क्राइम राजीव मोहन की आकस्मिक मृत्यु से सभी स्तब्ध हैं, उन्होंने कोरोना से अंतिम समय तक लडाई लड़ी, लेकिन अंततोगत्वा वे जिंदगी की जंग हार गए श्री राजीव काफी मिलनसार और मृदुभाषी व्यक्ति थे, सीओ रुद्रपुर रहते हुए उन्होंने अलग छाप आम लोगों के मनस्पटल पर छोड़ी थी, बहुत ही हृदय विदारक है कि कोरोना महामारी की चपेट में आने के कारण आज वे दुनियां छोड़ कर चले गए। इसलिए टीका आने के बाद भी अभी कड़ाई से पूरी सावधानी रखनी आवश्यक है। उनके निधन का समाचार सुनकर समूचे उत्तराखंड में मातम पसर गया।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनपद नैनीताल में नियुक्त उत्तराखण्ड पुलिस के एक कर्मठ और बहादुर कोरोना योद्धा अपर पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मोहन जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। स्वर्गीय मोहन जी इस कठिन दौर में जनसेवा करते कोरोना संक्रमित हुए थे।

कोरोना योद्धा मोहन जी के बलिदान को नमन करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की कामना करता हूँ। राज्य सरकार स्वर्गीय मोहन जी के परिवार जनों के साथ खड़ी है,
उत्तराखंड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि “नैनीताल जनपद में नियुक्त उत्तराखंड पुलिस के कर्मठ एवं साहसी कोरोना योद्धा, अपर पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मोहन जी के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुख हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। मेरी गहरी संवेदनाएं स्वर्गीय श्री राजीव मोहन जी के परिजनों के साथ हैं |

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि “हम नैनीताल के Addl को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। COVID-19 के विरुद्ध लड़ाई के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले एसपी राजीव मोहन जी, उत्तराखंड पुलिस ने उनके परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्मा को सद्गति प्राप्त हो ऐसी कामना है |

महंगाई के विरोध में कांग्रेसजनों ने भाजपा सरकार का पुतला दहन कर जताया विरोध

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हरिद्वार 20 जनवरी (कुल भूषण)  प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर महानगर कांग्रेस कमेटी हरिद्वार ने महंगाई के खिलाफ भाजपा सरकारों का पुतला दहन कर भगत सिंह चौक पर प्रदर्शन किया।

प्रदेश महासचिव डॉ संजय पालीवाल ने कहा कि आज पूरा देश महंगाई से त्रस्त है जब भाजपा की सरकार 6 वर्ष पूर्व केंद्र में आई थी तो उन्होंने कहा था कि 100 दिन में महंगाई को कम कर देंगे परंतु 6 वर्षों में चाहे रसोई गैस व खाद्यान्न सामग्री हो खाद्य तेलों या सब्जियां हो सभी पर कई 100 गुना वृद्धि हो गई है।केंद्र की गूंगी बहरी सरकार ने आंखें बंद करली हैं। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि आज महंगाई चरम सीमा पर है पेट्रोल डीजल व रसोई गैस के मूल्य में दिन.प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है कोरोना काल में गरीब मजदूरों का रोजगार चला गया है फिर भी यह भाजपा सरकार दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ा रही हैं

पूर्व विधायक रामयशसिंह व पूर्व जिलाध्यक्ष विकास चौधरी ने कहा कि देश में लाखों फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं परंतु भाजपा की सरकार उन मजदूरों के लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं है। कार्यक्रम में प्रदेश सचिव प्रदीप चौधरी जगत सिंह रावत शुभम अग्रवालअनिल भास्कर रवि कश्यप अशोक शर्मा अंजू द्ववेदी  निशा शर्मा एधर्मपाल ठेकेदार  कुमारए हरद्वारी लालएसंगम शर्मा  सुमित भाटिया सचिन जॉनए पराग चाकलानएकार्तिक शर्मा विभिन्न पार्टीकार्यकत्र्ताओ ने प्रदर्शन में भाग लिया।