Monday, June 23, 2025
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चमोली हादसाः 1 शव और मिलने से मृतकों की संख्या 38 पहुंची, 10 की पहचान, 166 लापता

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देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में राहत व बचाव का कार्य जारी है। रेस्क्यू टीम को मैणाणा से शुक्रवार दोपहर एक और शव मिला है। अब आपदा में कुल मृतकों की संख्या 38 पहुंच गई है। बरामद किए गए शवों में से 10 की पहचान कर ली गई है। आपदा के छह दिन बाद भी 166 लोग लापता हैं।

आपदा ग्रस्त क्षेत्र में भारतीय वायु सेना का चिनूक की मदद से आपदा क्षेत्र में भारी सामान लाने मे मददगार साबित हो रहा है। रेस्क्यू टीम और साजो सामान के साथ आज चिनूक चौथी बार जोशीमठ हेलिपेड पर लैंड हुआ। चिनुक हेलीकॉप्टर से आपदा ग्रस्त क्षेत्र में ड्रिल, उपकरण और मशीनें लाई गई हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन टनल के 12 मीटर नीचे छोटी टनल है जहां संभावना थी कि कुछ लोग फंसे हुए हैं।

लेकिन हम कल 6 मीटर तक ही ड्रिल कर पाए थे लेकिन आज हम वहां दूसरी मशीन लगाकर फिर से ड्रिल करने का प्रयास करेंगे कहा कि आपदा में राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कहा कि रेस्क्यू में उत्तराखंड पुलिस के बहादुर जवानों सहित एनडीआरएफ,सेना, एसडीआरएफ,आईटीबीपी, बीआरओ आदि के जवान सुबह से ही राहत कार्य में जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ के कमांडेंट ने बताया, “लगातार हमारी टीम यहां काम कर रही है। नई मशीनों के द्वारा भी यहां काम शुरू हो चुका है। नदी के किनारे भी हम अपनी एक टीम भेज रहे हैं ताकि वहां रास्ते में जो शव फंसे हो उसका पता लगा सकें। राहत व बचाव कार्य के लिए जवानों ने ट्रॉली बनाई है ताकि ग्रामीणों को रसद पहुंचाई जा सके।

 

 

 

कोरोना संक्रमण : उत्तराखण्ड़ में आज मिले 49 कोरोना संक्रमित, दो की हुई मौत, दून में मिले 23 संक्रमित

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के मामले धीरे धीरे कम होते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में दो कोरोना मरीजों की मौत हुई और 49 नए संक्रमित मिले हैं। पांच जिलों में नया संक्रमित मामला नहीं मिला है। कुल संक्रमितों की संख्या 96722 हो गई है, जबकि 63 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को 9845 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, पांच जिलों में 49 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून जिले में 23 कोरोना मरीज मिले हैं। हरिद्वार में 11, नैनीताल में छह, ऊधमसिंह नगर में चार, चमोली जिले में दो, टिहरी में एक, चंपावत में एक और पौड़ी में भी एक संक्रमित मिला है। जबकि अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले में कोई नया मामला नहीं मिला है।

 

प्रदेश में दो कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इसमें सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 68 वर्षीय महिला और मैक्स हॉस्पिटल में 62 वर्षीय महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। प्रदेश में अब तक 1678 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 63 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिला कर 93013 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 648 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.17 प्रतिशत हो गई है। इसी बीच नगर निगम के फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को शुक्रवार को भी कोरोना की वैक्सीन लगी। अभी केवल निगम के सफाई से जुड़े कार्मिकों को ही टीका लगाया जा रहा है। इसके बाद केंद्र के निर्देशानुसार अन्य कार्मिकों को टीके लगाए जाएंगे।

नगर निगम परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्मिकों को टीके लगाए। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि सफाई कर्मचारियों ने पूरे कोविड काल के दौरान शहर की साफ-सफाई सुचारू रखने में अहम योगदान दिया।

उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से उन लोगों की सूची जारी की गई, जिन्हें टीका लगना है। अन्य कार्मिकों को सरकार के निर्देश पर टीके लगेंगे। उन्होंने कहा कि टीके के बावजूद मास्क का इस्तेमाल समेत अन्य कोविड सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है।

ब्रैकिंग : ओएनजीसी कर्मचारियों का चुनाव, फिर दूसरी बार विजयी हुई ओएनजीसी स्टाफ यूनियन

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देहरादून, ओएनजीसी के कर्मचारियों के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में फिर दूसरी बार ओएनजीसी स्टाफ यूनियन ने 8 मतों से विजयी रही | कर्मचारियों की यूनियनों की देहरादून मुख्यालय में मान्यता को लेकर के श्रम कानूनों के तहत चुनाव में आज तीन स्थानों पर मतदान हुआ, तेल एवं प्राकृतिक गैस कार्पोरेशन लिमिटेड के देहरादून स्थित केडीएमआईपीई, आईडीटी और तेल भवन में मतदान सुबह 9.30 बजे से सायं 5 बजे तक चला |

ओएनजीसी के देहरादून में 545 कर्मचारियों में केडीएमआईपीई से 105, आईडीटी से 79 तथा तेल भवन से 341(11मत पोस्टल बेलेट) के साथ कुल 525 कर्मचारियों ने मतदान में हिस्सा लिया | कर्मचारियों की दो यूनियन जिनमें बीएमएस द्वारा समर्थित नेशनल यूनियन आफ ओएनजीसी इम्प्लाईज औरओएनजीसी स्टाफ यूनियन जिसे कांग्रेस के पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट लीड कर रहे थे के बीच मुकाबला था, पिछले एक महीने से अधिक समय से इस चुनाव को लेकर कर्मचारियों के कई गुट लामबद्ध हो रखे थे और अपने अपने पासे पलट रहे थे | इसी उतार चढ़ाव के बीच ओएनजीसी स्टाफ यूनियन से जुड़े एक गुट के नेशनल यूनियन आॕफ ओएनजीसी इम्पलाईज में जाने से चुनाव रोचकता आ गयी | दोनों यूनियनें अपनी अपनी जीत के दावे के साथ मैंदान में उतरी | मतदान के पश्चात सायं 6 बजे से तेल भवन में मतगणना शुरु हुई |

उतार चढ़ाव इस खेल में नेशनल यूनियन आंफ ओएनजीसी इम्प्लाईज को 258 और ओएनजीसी स्टाफ यूनियन को 266 मत मिले, जबकि एक मत अवैध घोषित किया गया | विजयी यूनियन के समर्थित कर्मचारियों ने तेल भवन में विजयी जलूस निकाल कर सभी का आभार व्यक्त किया | यूनियन के महामंत्री अनुराग प्रकाश, रजनीश छतवाल, सतेन्द्र सिंह नेगी आदि ने कर्मचारियों के हितों से सम्बन्धित मुद्दे की सार्थक पहल के साथ कर्मचारियों के सुझावों के अनुरूप अपना मैनिफेस्टों लेकर आयेगी |

श्रद्धा पूर्वक मनाई गई फाल्गुन महीने की संग्रांद

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( एक पिता ऐक्स के हम बारिक, तू मेरा गुरहाई )

देहरादून, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्वावधान में फल्गुन महीने की संग्रांद कथा कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई कार्यक्रम के पश्चात संगत ने प्रसाद के रूप में गुरु का लंगर छका l
प्रात: नितनेम के पश्चात भाई चरणजीत सिंह जी ने आसा की वार का शब्द ‘नानक मंगे दरस दान, किरपा करो हरे “का गायन किया l रखे गए श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गये, रागी भाई सतवन्त सिंह जी ने शब्द ” फल्गुन अनंद उपार्जना, हऱ सजन प्रगटे आये “भाई गुरदियाल सिंह जी ने शब्द ” गुर सुन्दर मोहन पाये करे, हऱ प्रेम बाणी मन मरिया “एवं भाई जरनैल सिंह जी महक ने शब्द ” एक पिता ऐक्स के हम बारिक, तू मेरा गुरहाई”का गायन कर संगतों को निहाल किया l

हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने महीने की कथा करते हुए कहा कि फल्गुन के महीने में जो जीव स्त्री को परमात्मा रूपी प्रीतम प्यारा प्रत्यक्ष रूप में दिखाई दे जाता है उसे आनन्द ही आनन्द का अनुभव होता है, प्रीतम प्यारा मिल जाने से जीव स्त्री का दिल सुन्दर बन जाता है, उसे सारे सुखों कि प्राप्ति हो जाती है एवं दुखों की कोई जगह ही नहीं रह जाती l

इस अवसर पर प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, जनरल सेक्रेटरी, गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, सचिव अमरजीत सिंह राजा, विजयपाल सिंह, देविंदर सिंह भसीन, राजिंदर सिंह राजा , रविंदर आनद, हरदेव सिंह देविंदर सिंह सहदेव, जे एस कुकरेजा, जसवन्त सिंह सप्पल, स्वरूप सिंह, सुरजीत सिंह कोहली, अमरजीत सिंह नॉटी, माता जीत कौर, मंच का संचालन महासचिव गुलज़ार सिंह एवं सेवा सिंह मठारू ने किया आदि उपस्थित थे l

फायर सर्विस ने मौके पर पहुच आग पर पाया काबू

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हरिद्वार 12 फरवरी (कुल भूषण) फायर सर्विस विभाग को विगत गुरूवार देर रात सिटी कंट्रोल रूम से सूचना मिली के आर्य नगर चौक के पास आग लगी है     सूचना मिलते ही  फायर सर्विस मायापुर हरिद्वार की दो गाड़ियां घटनास्थल   फायर सर्विस स्टाफ षिषपाल सिंह नेगी भगवती प्रसाद संजय कैन्थूरा मातवर सिंह  मदन लाल ने मौके पर पहुच आग पर काबू पाया फायर स्टाफ द्वारा दुकान के बारे में जानकारी लेने पर पता चला कि   दुकान के अंदर एक फ्रिज एपानी की बोतल एकोल्ड ड्रिंकए बीड़ी माचिस आदि थे दुकान में आग संभवत है इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट के कारण लगी यह जानकारी फायर विभाग के शिशुपाल सिंह नेगी ने दी

अपर मेलाधिकारी ने गंगा घाटों व हरकी पौडी क्षेत्र में विद्युत कार्यों की समीक्षा बैठक की

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हरिद्वार 12 फरवरी( कुल भूषण) अपर मेलाधिकारी डा ललित नारायण मिश्र ने मेला नियंत्रण भवन में कुंभ मेले से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मेला क्षेत्र भूमिगत में विद्युतीकरण की प्रगति की जानकारी अधिशासी अभियंता पवन कुमार से ली। उन्होंने कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए विभागों से समन्वय करते हुए अतिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने घाटों पर आने जाने वाले मार्ग में लटक रहे बिजली के तारों और जो पोल जर्जर हों उन्हें तत्काल हटवाने का निर्देश दिया।

सीओ संचार आरडी मटपाल ने बताया कि सर्विलांस सिस्टम के तहत हरकी पैड़ी के तारों को दस दिन में समन्वय करते हुए हटवा दिया जाएगा। हरकी पैड़ी व आसपास के अन्य घाट कांगड़ाए गऊघाट व रोड़ीबेलवाला क्षेत्र के तारों को भूमिगत कराने का निर्देश अपर मेलाधिकारी ने दिया।

उन्होंने इस संबंध में विद्युत विभाग के अभियंता से प्रमाणपत्र भी अवश्य लेना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यों की मानीटरिंग सेक्टर मजिस्ट्रेट योगेश सिंह मेहरा से करते हुए नियमित रिपोर्ट देने को कहा। अपर मेलाधिकारी डा मिश्र ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण से भी समन्वय स्थापित कर काम में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने मेला क्षेत्र में अन्य घाटों और पुल पर भी यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कहीं भी खुले तार न होंए इसका तीन दिन के भीतर संबंधित से प्रमाण पत्र भी ले लें।

बैठक में गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, एसके सहगल, अधिशासी अभियंता यूपीपीसीएल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 10 हजार महिलाओं को मिलेगा 5 लाख का ब्याज मुक्त ऋण

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देहरादून, आगामी 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत प्रदेश भर के एक हजार महिला समूहों को 5-5 लाख रूपये का ब्याज मुक्त ऋण वितरित किया जायेगा। सूबे में सहकारिता विभाग द्वारा चलाई जा रही इस महत्वकांक्षी योजना का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण चमोली जनपद से करेंगे, जबकि प्रदेश के शेष 12 जनपद मुख्यालयों में भी इसी दिन जिलाधिकारियों एवं जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्षों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में योजना का शुभारम्भ एक साथ किया जायेगा।

इस बात की जानकारी सहकारिता, उच्च शिक्षा, प्रोटोकाल एवं दुग्ध विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने विधानसभा स्थित कार्यकाय में आयोजित सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक के उपरांत दी। डा. रावत ने बताया कि इससे मुख्मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 3 लाख रूपये तक के ब्याज मुक्त ऋण योजना का शुभारम्भ विगत 6फरवरी को देहरादून से किया था। जिसके तहत एक साथ प्रदेश के 25 हजार किसानों को ब्लाॅक स्तर पर विभाग द्वारा ऋण बांटे गये थे। इसी तर्ज पर विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश भर के एक हजार महिला समूहों को 5-5 लाख रूपये तक का ऋण वितरण किया जायेगा।

जिससे राज्य की लगभग 10 हजार महिलाएं लाभान्वित होंगी। बैठक में पैक्स कम्प्यूटराइजेशन योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि आगामी 30 जून तक प्रदेश की सभी समितियां कम्प्यूटराइज्ड को जायेगी। बैठक में विभागीय मंत्री ने अधिाकरियों को राज्य एवं जिला सहकारी बैंकों में आरटीजीएस सुविधा उपलब्ध कराये जाने सम्बंधी कार्रवाही के निर्देश दिये।

बैठक में निर्णय लिया गया है कि राज्य में पशु चारे की पूर्ति एवं सहकारिता विभाग द्वारा तैयार किये जा रहे साइलेज के उत्पदान को बढ़ावा दिये जाने के लिए गढ़वाल एवं कुमाऊं मण्डल के एक-एक जिले में साइलेज उत्पादन एवं विपणन का पायलट प्रोजेक्ट चलाया जायेगा। विभागीय मंत्री द्वारा एनसीडीसी के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा करते कलस्टर वार कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये।

बैठक में सचिव सहकारिता आर मिनाक्षी सुन्दरम, अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक दान सिंह रावत, उपाध्यक्ष हयात सिंह माहरा, निबंधक सहकारिता बी.एम. मिश्र, उपाध्यक्ष यूसीएफ मातबर सिंह रावत, अपर निबंध ईरा उप्रेती, आनंद शुक्ला, महाप्रबंधक राज्य सहाकरी बैंक एन.पी.एस. ढाका, जिला सहकारी बैंक देहरादून के अध्यक्ष अमित चैहान, पौड़ी नरेन्द्र सिंह रावत, टिहरी सुभाष रमोला, उत्तरकाशी विक्रम सिंह रावत सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

देव भूमि में विद्यार्थियों द्वारा बजट पर परिचर्चा

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 देहरादून, बजट को लेकर देव भूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के छात्रों ने बेबाकी से रखी अपनी राय। मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित इस परिचर्चा में केंद्र सरकार के बजट पर चर्चा की गयी। इस परिचर्चा में छात्र-छात्राओं के चार ग्रुप बनाये गये थे। जिन्होने बजट के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर बेबाकी से अपना पक्ष रखा। इस परिचर्चा में दिव्या भंडारी के ग्रुप ने बाजी मारी और पहला स्थान हासिल किया।
विदित हो कि गत एक फरवरी को पेश किये गये बजट का सीधा प्रसारण छात्र-छात्रओं को दिखाया गया था। जिसके बाद शुक्रवार को इस बजट में अलग अलग पहलुओं पर छात्र-छात्रओं की परिचर्चा करायी गयी। छात्रों की परिचर्चा में चार अलग.अलग ग्रुप बनाये गये थें। प्रत्येक ग्रुप में पांच छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया था। इन ग्रुप में दिव्या भंडारी ग्रुपस,आर्दश आर्य ग्रुप,सोनम ग्रुप व दिव्यांशी ग्रुप ने प्रतिभाग किया। इस परिचर्चा में जज की भूमिका में श्री संजय नौटियाल, श्री हिमांशु नैटियाल,श्री संजय चौहान थे।
परिचर्चा में छात्र-छात्राओं ने बजट के सकारात्मक और नकारात्मक दोनो ही पहलुओं पर अपनी विस्तृत राय रखी। छात्र-छात्राओं ने भविष्य में बजट के परिणाम और उसके महत्व पर भी प्रकाश डाला। छात्र-छात्राओं के बजट पर रखें गये मत पर वहां मौजूद अतिथि भी खासे प्रभावित दिखायी दिये।
परिचर्चा की आयोजक और विभाग की डीन डॉ. दिव्या घई ने बताया कि परिचर्चा का उददेश्य छात्र-छात्राओं में बजट के सभी पहलुओं को लेकर जागरुक करना था।  इसके लिए हमने पहले छात्रओं को बजट का लाइव कवरेज दिखाया और फिर उस पर छात्र-छात्रओं से अपनी प्रस्तुति देने के लिए कहा गया। उन्होने बताया कि छात्र-छात्राओं को उत्साह देखने वाला था। उन्होने बजट के हर पहलु को अपनी इस परिचर्चा में शामिल किया ।
इस अवसर पर श्री शुभाशीष गोस्वामी (संयुक्त निदेशक डीबीजीआई), श्री दिग्विजय सिंह (संयुक्त निदेशक डीबीआईएमएस), श्री कमल बिष्ट, श्री रोहित घ्यानी, श्री संजित सांमता, श्री संजय नेगी, श्री अमित गोयल श्रीमति सुभी सिंह उपस्थित थे

कुंभ मेला 2021: जारी हुई एसओपी, नियमों का पालन न करने पर होगी सख्त कार्यवाही

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हरिद्वार, इस साल कुंभ होने वाला है और केंद्र सरकार के मानक प्रचालन प्रक्रिया जारी होने के बाद राज्य सरकार ने भी कुंभ की विस्तृत एसओपी जारी कर दी है। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग एसए मुरुगेशन ने मंगलवार को कुंभ मेले की गाइडलाइन जारी कर दी हैं। गाइडलाइन को सख्ती से लागू किया जाएगा अगर नियमों का पालन नहीं होगा तो सीधे तौर पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, महामारी रोग अधिनियम 1897 और आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।

इसके तहत आश्रम और धर्मशालाओं से लेकर परिवहन तक के लिए अलग-अलग निर्देश जारी किए गए हैं।

इस बार कुंभ मेले में बिना रजिस्ट्रेशन और बिना कोविड निगेटिव रिपोर्ट प्रवेश नहीं मिलेगा।

सामूहिक भजन गायन और भंडारे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

यात्रियों को ऑनलाइन ही पास जारी किए जाएंगे। www.haridwarkumbhmela2021.com पर यात्री रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग एसए मुरुगेशन ने कुंभ मेले की गाइडलाइन जारी कर दी।

आश्रम, धर्मशाला, वाहन पार्किंग स्थान, होटल व रेस्टोरेंट, हॉल्टिंग प्वाइंट, धार्मिक स्थल, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक परिवहन और बस स्टेशन के लिए अलग-अलग निर्देश जारी किए हैं।
सभी में इस बात का सख्ती से लागू किया गया है कि अगर नियमों का पालन नहीं होगा तो सीधे तौर पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, महामारी रोग अधिनियम 1897 और आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।

कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आश्रम या धर्मशाला में केवल तभी प्रवेश मिलेगा, जबकि उनके एंट्री पास और हथेली के ऊपरी भाग पर अमिट स्याही से निशान लगा होगा।

मंदिर में दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं के बीच दो गज की दूरी आवश्यक होगी।

उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप होना भी अनिवार्य होगा।

अगर किसी बस में यात्रा कर रहे श्रद्धालु में कोरोना के लक्षण लगते हैं तो बस के ड्राईवर की यह जिम्मेदारी होगी कि वह इसकी सूचना पुलिस या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को दे।

कुंभ में अगर कोई वाहन या तीर्थयात्री बिना पंजीकरण आएगा तो उसे किसी भी सूरत में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

शाही स्नान पर केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी।

कुंभ मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण को लेकर भी खास तवज्जो दी गई है।

एसओपी में कहा गया है कि शाही स्नान की जो तिथियां अधिसूचित होंगी, उन पर हरिद्वार में बाजार बंद रहेंगे। केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें जैसे- डेयरी, भोजन, दवा, पूजन सामग्री व कंबल की दुकानें ही खुलेंगी।

20 मिनट तक ही मिलेगा स्नान का समय, पवित्र स्नान के लिए केवल 20 मिनट का ही समय दिया जाएगा।
मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की यह जिम्मेदारी होगी कि 20 मिनट का समय पूरा होते ही वह उस जत्थे को बाहर निकालें ताकि दूसरा जत्था स्नान कर सके।

गंगा तट पर तैनात सभी सुरक्षाकर्मी पीपीई किट से लैस होंगे।

कोविड रिपोर्ट दिखाकर ही निकल पाएंगे स्टेशन से बाहर रेल के माध्यम से कुंभ मेला आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी खास निर्देश जारी किए गए हैं।

तीर्थयात्रियों के पास कुंभ मेले का पंजीकरण होना जरूरी है। इसके अलावा 72 घंटे के भीतर की कोविड निगेटिव रिपोर्ट भी अनिवार्य है।

अगर तीर्थयात्रियों के पास रिपोर्ट नहीं होंगी तो उन्हें रेलवे स्टेशन से बाहर नहीं आने दिया जाएगा। यही नियम बस स्टैंड पर भी लागू किया जाएगा।

केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों को खुशखबरी, परिवार पेंशन से जुड़े नियमों में हुए अहम बदलाव

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केंद्रीय मंंत्री जितेन्द्र सिंह ने सरकार कर्मचारी की मौत के बाद परिवार पेंशन से जुड़े नियमों में बदलाव किए हैं। उन्होंने इन बदलावों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकारी कर्मचारी के घर में अगर कोई दिव्यांग सदस्य है और उसके पास आजीविका चलाने के कोई साधन नहीं हे तो सरकारी कर्मचारी की मृत्यु के बाद सरकार उसे जीवन भर पेंशन देगी। तमाम विचार-विमर्श के बाद मोदी सरकार ने इस मौजूदा व्यवस्था को बदल दिया है।

केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम 1972 (54/6) के अनुसार अगर किसी सरकारी कर्मचारी के आश्रित परिवार की कुल आय कर्मचारी के अंतिम वेतन से ज्यादा है तो उन्हें पेंशन नहीं दी जाएगी। वहीं अगर आश्रित परिवार की कुल आय कर्मचारी के अंतिम वेतन से 30 फीसदी से कम है तो मृतक आश्रितों को जीवन भर पेंशन पाने का अधिकार होगा। इसके अलावा दिव्यांग आश्रितों को नए नियमों के अनुसार जीवन भर पेंशन मिलेगी।

केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। विकलांग बचे लोगों के लिए पारिवारिक पेंशन पर, केंद्र सरकार ने सीसीएस (पेंशन) नियम, 1972 के तहत पारिवारिक पेंशन देने के लिए एक मृतक सरकारी कर्मचारी या पेंशनर के बच्चे की योग्यता के लिए आय मानदंड को उदार बनाने के निर्देश जारी किए हैं, कार्मिक मंत्रालय ने कहा, विकलांगों को पारिवारिक पेंशन के लिए छूट दी जाती है क्योंकि उन्हें अधिक चिकित्सा देखभाल और वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है।

सरकार का विचार है कि परिवार के पेंशन के लिए पात्रता वाले केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए आय मानदंड, परिवार के अन्य सदस्यों के मामले में लागू, विकलांगता से पीड़ित बच्चे / सहोदर के मामले में लागू नहीं किया जा सकता है। इसलिए, सरकार ने विकलांगता से पीड़ित एक बच्चे / भाई / बहन के संबंध में पारिवारिक पेंशन के लिए पात्रता के लिए आय मानदंड की समीक्षा की है और निर्णय लिया है कि ऐसे बच्चों / भाई-बहनों को पारिवारिक पेंशन के लिए पात्रता के लिए आय मानदंड राशि की राशि के साथ सराहनीय होगा। उनके मामले में हकदार परिवार पेंशन तदनुसार, पेंशन और पीडब्लू विभाग ने निर्देश / आदेश जारी किए हैं, जो एक मृतक केंद्र सरकार के कर्मचारी या पेंशनभोगी का बच्चा / भाई है, जो मानसिक या शारीरिक विकलांगता से पीड़ित है, जीवन के लिए पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र होगा, यदि उसकी / उसकी कुल आय, पारिवारिक पेंशन के अलावा, सामान्य दर पर हकदार पारिवारिक पेंशन से कम है यानी मृतक सरकारी कर्मचारी या पेंशनर द्वारा प्राप्त अंतिम वेतन का 30% और साथ ही साथ महंगाई राहत स्वीकार्य है।

यह है पेंशन का मौजूदा नियम

CCS (पेंशन) नियम, 1972 के नियम 54 (6) के अनुसार, एक मानसिक या शारीरिक विकलांगता से पीड़ित मृतक केंद्र सरकार के कर्मचारी या पेंशनर का बच्चा / भाई, जीवन यापन के लिए पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र है, यदि वह या वह एक विकलांगता को झेलना, जो उसे अपनी आजीविका कमाने में असमर्थ बना देती है। वर्तमान में, परिवार का कोई सदस्य, जिसमें विकलांगता से पीड़ित बच्चे / सहोदर शामिल हैं, को अपनी आजीविका कमाने के लिए माना जाता है, यदि पारिवारिक पेंशन के अलावा अन्य स्रोतों से उसकी आय न्यूनतम पारिवारिक पेंशन यानी 9000 से अधिक या उससे अधिक है। / – और महंगाई राहत के लिए स्वीकार्य है। एक बच्चे / भाई-बहन के मामले में, एक मानसिक या शारीरिक विकलांगता से पीड़ित, जो वर्तमान में पहले आय मानदंडों की पूर्ति नहीं होने के कारण पारिवारिक पेंशन की प्राप्ति में नहीं है, परिवार पेंशन उसे / उसे दी जाएगी, यदि वह / वह नए आय मानदंड को पूरा करती है और सरकारी कर्मचारी या पेंशनर या पिछले परिवार के पेंशनभोगी की मृत्यु के समय पारिवारिक पेंशन देने की अन्य शर्तों को भी पूरा करती है। हालांकि, ऐसे मामलों में, वित्तीय लाभ, सरकारी कर्मचारी, पेंशनर या पिछले परिवार के पेंशनर की मृत्यु की तारीख से संभावित अवधि के लिए संभावित रूप से और कोई बकाया नहीं होगा, स्वीकार्य होगा।

वृद्धावस्था पेंशन योजना में नए प्रावधान

झारखंड में अब हर वृद्ध गरीब को पेंशन मिलेगा। 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असहाय के लिये मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना में सभी को शामिल करने के प्रस्ताव को कैबिनेट की स्वीकृति प्रदान की गई है। प्रदेश में करीब तीन लाख 65 हजार अतिरिक्त वृद्धों को पेंशन देने की कार्ययोजना पर सरकार ने कार्य आरंभ कर दिया है। राज्य योजना अंतर्गत संचालित मुख्यमंत्री राज्य पेंशन योजना अंतर्गत योग्य व्यक्तियों को के शत-प्रतिशत अनाच्छादन की घटनोत्तर स्वीकृति मंत्रीपरिषद की बैठक में दी गई। इस स्वीकृति के उपरांत राज्य के सात लाख 30 हजार वृद्धों को पेंशन योजना का लाभ प्राप्त होगा।