Sunday, May 25, 2025
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फिर डराने लगा कोरोना! दिल्ली समेत कई राज्यों में फिर बढ़े कोविड-19 के मामले, सरकार अलर्ट मोड पर

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नई दिल्ली ,। देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित गुजरात, हरियाणा, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में नए संक्रमण के केस सामने आए हैं। इसे देखते हुए सरकारों ने सतर्कता बढ़ा दी है और नागरिकों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार तक दिल्ली में कोविड-19 के 23 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अधिकतर मामलों में लक्षण सामान्य फ्लू जैसे हैं।
सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी अस्पताल कोविड-19 से निपटने के लिए बेड, ऑक्सीजन, दवाएं और वैक्सीन की पूरी उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसके अलावा वेंटिलेटर, बीआई-पीएपी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और पीएसए इकाइयों को चालू हालत में रखा जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी निजी और सरकारी अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट्स के साथ बैठक की गई है, जिसमें कोविड-19 से निपटने की तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि पैनिक की कोई जरूरत नहीं है और सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है कि केस दिल्ली के हैं या बाहर से आए हैं।
दिल्ली सरकार ने सभी कोविड पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने का आदेश दिया है। साथ ही दिल्ली स्टेट हेल्थ डेटा मैनेजमेंट पोर्टल पर रोजाना आंकड़ों की रिपोर्टिंग अनिवार्य कर दी गई है।
एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ढ्ढरुढ्ढ) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (स््रक्रढ्ढ) के मामलों की भी निगरानी करनी होगी और इन्हें इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (ढ्ढ॥ढ्ढक्क) पर दर्ज किया जाएगा। कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के सभी पुष्ट मामलों को एल-फॉर्म में अपलोड करने का निर्देश भी जारी किया गया है।
सरकार ने संकेत दिया है कि कोविड-19 की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जनता को समय-समय पर अपडेट दिया जाएगा। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।

जिला प्रशासन हुआ सख्त तो खुलने लगा स्कूल फीस बढोतरी का खेल

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“द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल, भनियावाला का है मामला, 100 से अधिक अभिभावकों ने फीस बढ़ोतरी की थी शिकायत”

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशन में शिक्षा माफियाओं पर निरंतर कार्यवाही की जा रही है। अभिभावकों से फीस के नाम पर वसूली की शिकायतों पर जिला प्रशासन द्वारा शहर के कई नामी-गिरामी स्कूलों पर कार्यवाही से जहां शिक्षा माफियाओं के हौसले पस्त हुए हैं वही बड़े-बड़े स्कूलों का फीस बढोतरी का खेल भी सामने आया है। फीस बढोतरी पर जिला प्रशासन की जीरो टालरेंस की नीति अपनाए हुए है, जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर प्रहार जारी है, जिले में पहली बार शिक्षा माफियाओं के हौसले मटियामेट हुए हैं। जब प्रशासन के हाथ शिक्षा माफियाओं के गिरेबान तक पंहुचे तब विद्यालयों का फीस स्ट्रक्चर सुधरने लगा।
जिला प्रशासन के स्वशासन की दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे अब शिक्षा माफियाओं के हौसले नहीं टिक पा रहे हैं, जिससे जिले के कई नामी गिरामी स्कूल अब मनमर्जी फीस बढोतरी पर आए बैकफुट पर आएं है। जिला प्रशासन ने जैसे ही सख्ताई दिखाई तो धीरे-2 स्कूल फीस बढोतरी का खेल भी खुलने लगा। द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल बिना मान्यता नवीनीकरण के संचालित होने पर प्रशासन रू0 5,20,000 शास्ति लगाई ।
वहीं भानियावाला में अवस्थित द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल का फीस बढोतरी पर 100 से अधिक अभिभावकों द्वारा डीएम को शिकायत की गई थी। डीएम के निर्देश पर सीडीओ पर बुलाये जाने के उपरान्त भी स्कूल प्रबन्धन उपस्थित नही हो रहे थे। अभिलेखों की जांच करने पर पाया गया कि विद्यालय को प्री प्राईमरी से कक्षा 8 तक अंग्रेजी माध्यम से मार्च 2020 से मार्च 2025 तक की अवधि 5 वर्ष के लिए मान्यता प्रदान की गई थी, जबकि स्कूल प्रबन्धन द्वारा मान्यता नवीनीकरण के लिए अभी तक आवेदन नही किया गया है, जिस पर जिला प्रशासन द्वारा द प्रसिडेंसी विद्यालय पर प्री-प्राईमरी से कक्षा-8 तक बिना मान्यता के विद्यालय का संचालन करने के फलस्वरूप शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 की धारा-18 की उपधारा-5 में उल्लेखित प्राविधानों के अन्तर्गत विद्यालय पर प्रतिदिवस 10,000/- की दर से दिनांक 1 अपै्रल 2025 से 22 मई 2025 तक 52 दिवसों का कुल 5,20,000/- रूपये शास्ति आरोपित कर दी गई है। उक्त शास्ति की धनराशि विद्यालय प्रशासन को पत्र प्राप्त होने के तीन दिन के अन्तर्गत जमा करने के निर्देश दिए हैं। यदि विद्यालय प्रशासन द्वारा निर्धारित अवधि में शास्ति की धनराशि जमा नहीं की जाती है तो विद्यालय प्रशासन से धनराशि भू-राजस्व की भाँति वसूल की जायेगी।

 

दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र ने बच्चों, माता-पिता और दादा-दादी के लिए कहानी लेखन प्रतियोगिता शुरू की

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र ने आज एक अनूठी कहानी लेखन प्रतियोगिता का उद्घाटन किया, जिसमें 18 बच्चों और उनके अभिभावकों ने भाग लिया। लाइब्रेरी के बच्चों के अनुभाग में आयोजित इस कार्यक्रम ने कहानी कहने की शाश्वत खुशी का जश्न मनाने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों से उभरते लेखकों को एक साथ लाया।
अलग-अलग उम्र और क्षमताओं के बच्चे अपने माता-पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बैठे, हाथ से लिखने की रचनात्मक प्रक्रिया में शामिल हुए – एक ऐसा अनुभव जिसे कई प्रतिभागियों ने आनंददायक और गहराई से सार्थक दोनों पाया।
भाग लेने वाले अभिभावकों में से एक श्री मनोज सक्सेना ने कहा, “कागज पर पेन या पेंसिल से लिखना धीरे-धीरे एक खोई हुई कला बनता जा रहा है।” “यह केवल शब्दों को व्यक्त करने के बारे में नहीं है, यह डिजिटल दुनिया के सामान्य विकर्षणों के बिना अपनी कल्पना और विचारों का सामना करने के बारे में है। इस तरह लिखने से आपको खुद से गहरे स्तर पर जुड़ने में मदद मिलती है।”
कहानी लेखन प्रतियोगिता शनिवार, 31 मई 2025 और फिर शनिवार, 7 जून 2025 को जारी रहेगी। अंतिम सत्र में न केवल बच्चे और माता-पिता, बल्कि दादा-दादी और बड़े भाई-बहन भी शामिल होंगे, जिसमें पीढ़ियों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए पुस्तकालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया जाएगा।
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र शहर भर के परिवारों को इस समृद्ध अनुभव में भाग लेने और कहानियों की स्थायी शक्ति का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करता है।

बाल भवन में पांच दिवसीय ‘मिलकर रहना सीखो शिविर’ का समापन

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“शिविर में 83 बच्चों के साथ 23 एस्कॉर्ट्स शिक्षकों ने कीम भागीदारी”

देहरादून, उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा अभावग्रस्त एवं जरूरतमंद बच्चों के हितार्थ पांच दिनों से चलाए जा रहे शिविर का समापन मुख्य अतिथि डॉ. देवेन्द्र पालीवाल एवं प्रदेश के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट द्वारा किया गया।
ज्ञातव्य है कि उत्तराखंड़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रतिवर्ष प्रदेश के राजकीय तथा सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत 10 से 14 आयु वर्ग के जरूरतमंद एवम् अभावग्रस्त बच्चों के हितार्थ प्लेटफार्म उपलब्ध करती है, इस दौरान बच्चों में घर से अलग रहकर अपना दैनिक कार्य स्वयं करने की आदत विकसित होती है। बच्चे पारिवारिक माहौल से विरत होकर अपने साथियों संग मिलकर अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हैं, वहीं अपनी रीति रिवाज एवम् बोली भाषा का आदान प्रदान भी करते हैं।
परिषद् की महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए पांच दिवसीय शिविर की दैनिक आख्या से अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि परिषद् के सम्मानित पदाधिकारी तथा आजीवन सदस्य अवैतनिक स्वयंसेवी के रूप अपना योगदान देते हैं।
संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने बताया कि इस वर्ष शिविर में प्रदेश के सभी जनपदों ने प्रतिभाग किया है, यह सब शिक्षा विभाग के सहयोग से ही सम्भव हो पाया है। शिविर में 83 बच्चों के साथ 23 एस्कॉर्ट्स शिक्षकों ने भागीदारी की। सभी स्वयंसेवी के रूप में दैनिक गतिविधियों में शामिल हुए और शिविर को सफल बनाने में योगदान दिया।
इससे पहले शिविरार्थियों ने समीपस्थ अम्बेडकर कॉलोनी में सेना के वीर जवानों के सम्मान में रैली निकालकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।
प्रथम सत्र के विशिष्ट अतिथि प्रदेश के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट द्वारा बालभवन परिसर में पौध रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। श्री भट्ट ने अपने स्वयं के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक उद्धरण प्रस्तुत किए, साथ ही सूचना के अधिकार पर शिक्षकों के साथ ही बच्चों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। लोककल्याण से जुड़ी सूचना पर भी अवगत करवाया गया। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अभाव कभी भी आगे बढ़ने में बाधक नहीं होता, अगर हम अपना कार्य मेहनत से करते रहें तो हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति और निरन्तर अभ्यास हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचने में अवश्य मददगार साबित होती है। इस दौरान बच्चों ने खूब प्रश्न पूछे, श्री योगेश भट्ट ने बच्चों की जिज्ञासा संतुष्ट करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार देते हुए प्रोत्साहित भी किया। इस मौके पर इनर वील के स्वयंसेवियों द्वारा बच्चों का मनोबल बढ़ाया गया एवं परिषद् की हर गतिविधि में शरीक होकर सहयोग देने का आश्वासन दिया।
समापन समारोह के मुख्यअतिथि डॉ. देवेंद्र पालीवाल (अव. प्राप्त सीनियर साइंटिस्ट, मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल भारत सरकार) ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि आत्मविश्वास एवम् परिश्रम से हम अपने अभीष्ट लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। केवल अंको के आधार अपना मूल्यांकन नहीं करना चाहिए। आगे बढ़ने के लिए आत्विश्ववास के साथ धैर्य एवम् परिश्रम आवश्यक है। उपाध्यक्ष श्रीमती मधु बेरी ने बच्चों तथा शिक्षकों से मुख्य अतिथि डॉ. देवेंद्र पालीवाल के सेवा अनुभवों तथा विचारों का लाभ उठाने की अपेक्षा की।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बाबला ने अतिथियों के साथ ही शिविर में उपस्थित सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने सभी स्वयंसेवियों से भविष्य में भी इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा की।
शैक्षिक गतिविधियों पर आधारित प्रतियोगिताओं में डॉ. एस एस नेगी पूर्व निदेशक आई आर डी ई द्वारा प्रायोजित निबन्ध प्रतियोगिता, समाजसेवी मधु बेरी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, महासचिव एवं पूर्व शिक्षा निदेशक श्रीमती पुष्पा मानस द्वारा प्रायोजित अपने साथी को पहचानो एवम् श्रीमती डॉ. आशा श्रीवास्तव सुलेख प्रतियोगिता आयोजित की गई

यह रहे विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता :

निबन्ध प्रतियोगिता :
प्रथम . समीक्षा (चमोली)
द्वितीय. कनिष्का (अल्मोड़ा)
तृतीय . इकरा (हरिद्वार)

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता :
प्रथम. कनिष्का (अल्मोड़ा)
द्वितीय.खुशी (उत्तरकाशी)
तृतीय . हार्दिक कोरंगा (बागेश्वर)
सांत्वना .शालिनी (रुद्रप्रयाग)
सांत्वना .कृष्ण सिंह (चमोली)
सांत्वना . रोहित (पौड़ी)

अपने साथी को पहचानो :
प्रथम .सुहानी (उत्तरकाशी)
द्वितीय. आयशा (हरिद्वार)
तृतीय . शालिनी (रुद्रप्रयाग)

सुलेख प्रतियोगिता :
प्रथम . प्रियांशु (बागेश्वर)
द्वितीय. आरूषी (टिहरी)
तृतीय .मानवी (नैनीताल)

विजेता बच्चों को मिले आकर्षक उपहार, प्रमाणपत्र और चैक :

बच्चों के ज्ञानवर्धन हेतु पूर्व महासचिव बालकृष्ण डोभाल द्वारा सभी बच्चों को एक एक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता पुस्तिका प्रदान की गई, महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस ने बताया कि शिविर संचालित करने में सभी स्वयंसेवियों ने यथाशक्ति सहयोग दिया, फिर भी शिक्षक धन सिंह घरिया, भूपेंद्र चौधरी, ठाट सिंह, रघुवीर पंवार, अमिता एवं सुमन का सहयोग प्रशंसनीय है। उन्होंने बताया कि परिषद की वित्तीय स्थिति को देखते हुए देहरादून जनपद की शिक्षिका श्रीमती परविंदर कौर ने दस हजार रुपए की सहायता देकर सराहनीय कार्य किया।
इसी क्रम में छात्रों हिमांशु, अनुष्का, आयशा, तरुण, हार्दिक, सुनील कुमार आदि का कार्य एवं बेबाकी से अपनी बात रखनी की प्रशंसा की जाती है। पांच दिवसीय आवासीय शिविर का संचालन महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस के साथ ही संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट द्वारा किया गया ।
इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बावला, उपाध्यक्ष श्रीमती मधु बेरी, महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस, संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट, कोषाध्यक्ष श्रीमती आशा श्रीवास्तव, पूर्व महासचिव वी के डोभाल, आजीवन सदस्य के पी सती, आनन्द सिंह रावत, कुसुम कुठारी, डॉ. कुसुमरानी नैथानी, मोहन सिंह खत्री, कविता दत्ता, स्वयंसेवी के रूप में योगम्बर सिंह रावत, मनजीत, राजा, मीनाक्षी और नियाशा आदि उपस्थित रहे।

मेडिकल पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का किया सम्मान

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हरिद्वार (कुलभूषण) चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं एवं लेब टेक्नीशियन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मेडिकल पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत ओर सम्मान किया।
नवनिर्वाचित जिला सचिव धीरेन्द्र सिंह,संप्रेक्षक मंजू रावत का लेब टेक्नीशियन एसोसिएशन ओर चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ ने किया नवनिर्वाचित मंत्री धीरेन्द्र सिंह और संप्रेक्षक रावत ने कहा कि हम आपका आभार व्यक्त करते हैं और संगठन की मजबूती के लिए और सब संगठनों से तालमेल बनाकर कर्मचारियों की लंबित मांग पदोन्नति, कुंभ मेला भत्ता,कोविंड प्रोत्साहन भत्ता, जी एच के दिन चिकित्सालयों की छुट्टी, इत्यादि मांगो को लेकर एक बैठक कर जल्द ही ज्ञापन नवनियुक्त कुंभ मेला अधिकारी महोदया ,और जिला अधिकारी महोदय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार को प्रेषित करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष लेब टेक्नीशियन एसोसिएशन महावीर चौहान ने कहा कि कर्मचारियों की पदोन्नति, कुंभ मेला भत्ता, कोविड प्रोत्साहन भत्ता जो कर्मचारियों को नहीं मिला जबकि अधिकारियों को दे दिया गया है हमेशा से कर्मचारियों को ही कुछ नहीं मिलता जबकि कोविड के दौरान लेब टेक्नीशियन, नर्सेस, वार्ड बाय, एक्सरे टेक्नीशियन, उपनल, पी आर डी के कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कार्य किया किंतु माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश के बाद भी आज तक कर्मचारियों को कोविड प्रोत्साहन भत्ता नहीं मिल पाया है।
इसके लिए सबको मिलकर लड़ाई लड़नी होगी।
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत करने वालों में महावीर सिंह चौहान, दिनेश लखेडा, उमेश सैनी,रैना नय्यर, रजनी अग्रवाल, अकलीम अंसारी, मनोज चमोली, वर्णिक चौधरी, अशोक कालरा, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भंवर इत्यादि शामिल थे।

देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती आयोजित गोष्ठी संपन्न

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हरिद्वार (कुलभूषण) भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय हरिद्वार पर देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित गोष्ठी संपन्न हुई। गोष्टी के मुख्य वक्ता हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति की सनातन अवधारणा में नारी का स्वरूप देवी एवं शक्ति स्वरूपिणी है यहां सदैव पूज्य रूप में नारी गरिमा का प्रकटन वर्तमान रहा है वैदिक परंपराओं से लेकर आधुनिक युग तक नारी आदर्श के सनातन स्वरूप को साकार कर दिखाने वाले जीवन चरित्र की सुदीर्घ श्रृंखला भारत के हर कालखंड के पृष्ठों पर विस्तीर्ण है।
इसी श्रृंखला का एक अप्रतिम अद्वितीय अद्भुत एवं सूर्य की दीप्ति की भांति प्रखर तेजोमय देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन चरित्र है।
देवी अहिल्याबाई का जीवन समाज के लिए प्रेरणादाई है।
रानी अहिल्याबाई को बद्री केदार धाम व हरिद्वार सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार के लिए याद किया जाता है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में उनकी प्रतिमा स्थापित करते हुए कहा था कि देवी अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ से लेकर के सोमनाथ तक के मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया प्राचीनता और आधुनिकता का जो संगम उनके जीवन में था आज देश उनको आदर्श मानकर आगे बढ़ रहा है।
निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून मधु चौहान ने कहा कि देवी अहिल्याबाई का व्यक्तित्व अथाह समुद्र के समान गहरा और हिमालय की तरह ऊंचा था उनका स्वतंत्र व्यक्तित्व सशक्त नारीत्व का आदर्श था वह सदैव अपने अधिकारों की प्रति सजग और कर्तव्यो के प्रति कर्मठ थी वह आदर्श राज्यकर्ताओं में से एक थी उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित होकर क्रिया योग के जनक स्वामी परमहंस योगानंद जी ने उन्हें आधुनिक भारत की सबसे महानतम महिला बताया था।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर डॉ मनु शिवपुरी ने कहा जिस प्रकार आद्य शंकराचार्य ने पूर्ण भारत में सनातन धर्म और संस्कृति का झंडा फहराया था वैसे ही भगवान शिव की साधिका शिव कामिनी अहिल्याबाई ने देश भर में पुण्य रचनात्मक कार्य करके भारत की एकता और अखंडता की धारा प्रवाहित की उनकी अखिल भारतीय दृष्टि के कारण ही भारत सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों ने उनके सम्मान एवं स्मृति में अनेक स्थानों पर उनके नाम पर बने स्मारक उनकी लोकप्रियता की साक्षी है एक वीरांगना एवं एक कुशल शासक के साथ-साथ धार्मिक एवं सामाजिक सुधार की दिशा में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए याद किया जाता है।
उन्होंने केवल 30 वर्षों तक बड़े भूभाग पर शानदार शासन किया बल्कि पूरे भारत में घूम-घूम कर धार्मिक एवं समाज सुधार के अनगिनत कार्यों को अंजाम दिया जिसकी छाप आज भी दिखाई देती है।
हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने कहा कि सच्चे अर्थों में देवी अहिल्याबाई का जीवन चरित्र भारतीय धर्म संस्कृति में प्रकाशित आत्मा का पर्याय प्रतीक है।
ऐसी अलौकिक दिव्य और नारी आदर्श के शिखर पर आसान जीवन चरित्र की देवी अहिल्याबाई ही हो सकती हैं दूसरा कोई नहीं भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व समाज उनके जीवन के राजनीतिक सामाजिक धार्मिक आध्यात्मिक आदर्श से प्रेरणा प्राप्त कर रहा है।
भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि वीरता और मूल्यों की देवी अहिल्याबाई होल्कर ने सांस्कृतिक पुनर्जागरण के साथ-साथ गरीबों, दलितों, पिछड़ों और उपेक्षित वर्गों के कल्याण के लिए जो नीतियां बनाई वह हम सब के लिए आदर्श हैं।
अहिल्याबाई होल्कर की राजनीतिक सूझबूझ उन प्रभावशाली उपायो में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है जो उन्होंने सत्ता को दृढ़ करने के लिए की थी।
हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र व समाज के लिए कार्य करने चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक आशु चौधरी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन की यात्रा हम सबके लिए प्रेरणादाई है हम उनके विचारों से प्रभावित होकर आज उनके बताएं मार्ग पर चलने का प्रयास करें।
इस अवसर पर हरिद्वार महापौर किरण जैसल, दर्जाधारी राज्य मंत्री जयपाल सिंह चौहान, पूर्व जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रंजना चतुर्वेदी, युवा मोर्चा अध्यक्ष विक्रम भुल्लर ,ब्लॉक प्रमुख आशा नेगी, अनु कक्कड़ मुनेश पाल, रीता चमोली, कमला जोशी, प्रीति गुप्ता, शीतल पुंडीर, लव शर्मा, नकली रामसैनी, गौरव पुंडीर, आभा शर्मा, रजनी वर्मा, रेनू शर्मा, मन्नू रावत, शर्मिला बगवाड़ी, मनोज शर्मा ,रंजीता झा ,नीति शर्मा, चित्रा शर्मा ,गुड्डी कश्यप ,श्रुति केवड़िया ,पिंकी चौधरी ,मंजू रावत ,लीला रावत, सुषमा चौहान ,अमिता गुप्ता, रूबी बेगम, गोमती मिश्रा, सुधा राठौर, संगीता बंसल, सपना पंडित, अनीता गुप्ता, विपिन शर्मा ,नागेंद्र राणा, रविंद्र सैनी, दीपांशु विद्यार्थी, दयाराम वालिया ,वरुण चौहान, अभिनव चौहान, दर्शना सिंह ,सूबे सिंह, मनोज चौहान आदि उपस्थित रहे।

वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेस का विरोध

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हरिद्वार (कुलभूषण) तीसरे दिन वंदना कटारिया स्पोर्ट्स स्टेडियम के बाहर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। कांग्रेस के पूर्व महासचिव वरुण बालियान ने कहा की सरकार ने वंदना कटारिया स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम बदलकर योग स्थली करने कर बाबा रामदेव को उपहार दिया है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मुरली मनोहर व महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा की कांग्रेस इस आंदोलन को प्रदेश व्यापी आंदोलन बनायेगी और अपने हरिद्वार की बेटी का अपमान नहीं होने देंगे।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव अफाक व एडवोकेट अरविंद शर्मा ने कहा की सरकार के इस निर्णय से क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है और क्षेत्र के लोग इस आंदोलन को लगातार आगे बढ़ायेंगे।
आज तीसरे दिन धरने स्थल पर तीरथ पाल रवि ,दिनेश कुमार, अनुकृति चौधरी,पार्षद विवेक भूषण,पार्षद हिमांशु गुप्ता, पार्षद सोहित सेठी, पार्षद सनी कुमार, लक्ष्य चौहान, नितिन तेशवर,महंत शुभम गिरी,अक्षय नागपाल,कुंवर सिंह बिष्ट, प्रदीप कुमार,महेश बर्मन,शेखर कटारिया,विनोद तोमर, सत्यपाल सिंह, अमित चंचल,बन्नी ठाकुर, यूसूफ साबरी,दिवान चंद,अयान सैफी, अज्जू, अंकित त्यागी, सुनील चौहान, चौधरी गुलसनोवर,विराट कुमार आदी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रिश्वत लेते हुए अरेस्ट

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बागेश्वर(आरएनएस)।   जनपद बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बागेश्वर (सेवानिवृत कर्नल) सुबोध शुक्ला को रू0 50,000 / रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किए जाने विषयक ।  शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री न0 1064 पर शिकायत अंकित करायी कि वह सेवानिवृत सैन्य कर्मी है तथा उपनल के माध्यम से सैनिक कल्याण विभाग में कार्य करता है।  उनका 11 महीने का अनुबंध होता है। अनुबंध की समय सीमा बढ़ाने के लिये जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बागेश्वर (सेवानिवृत कर्नल) सुबोध शुक्ला द्वारा 50,000/-रूपया रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता है।
उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर हल्द्वानी द्वारा गोपनीय जाँच किये जाने पर प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया,
टीम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 24/05/2025 को अभियुक्त जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बागेश्वर सुबोध शुक्ला (सेवानिवृत कर्नल) मूल निवासी ग्राम रामपुर, पो० बिरसिंघपुर, पाली, बांधीगढ़ जिला उमरिया, मध्य प्रदेश को शिकायतकर्ता से 50,000/-रूपये रिश्वत लेते हुये जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय बागेश्वर से स्वतन्त्र गवाहों के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त से पूछताछ जारी है। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर अनुसंधान किया जायेगा । निदेशक सतर्कता डॉ० वी० मुरूगेसन, महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी।

शिक्षा मंत्री ने परिषदीय परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 42 छात्रा छात्राओं को किया सम्मानित

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रुद्रप्रयाग- प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत अपने एक दिवसीय भ्रमण पर जनपद रुद्रप्रयाग पहुँचे। इस दौरान उन्होंने जनपद में विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उनके साथ रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी एवं केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल भी उपस्थित रहीं।
अपने जनपद दौरे के दौरान मंत्री डॉ. रावत ने अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज में जनपद के प्रथम आधुनिक पुस्तकालय का लोकार्पण किया। यहाँ एक लाख पुस्तकों को रखने की क्षमता निर्धारित की गई है। मंत्री रावत ने बताया कि इस पुस्तकालय से छात्र-छात्राओं को विशेष लाभ मिलेगा, विशेषकर वे विद्यार्थी जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस सुविधा से न केवल पठन-पाठन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार होगा।इसके उपरांत शिक्षा मंत्री धन सिंह ने अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। उन्होंने 42 टॉपर्स को प्रतीक चिह्न एवं प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य सभी विद्यालयों को हाईटेक बनाना है। विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य सामग्री सहित आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश के ‘पीएम श्री’ विद्यालयों के सौंदर्यीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा 2 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। साथ ही, आगामी 27 मई को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून में राज्य के सभी टॉपर छात्र-छात्राओं को सम्मानित करेंगे।
डॉ. रावत ने यह भी घोषणा की कि राज्य के सभी विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक के वे छात्र-छात्राएँ, जो 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करेंगे, उन्हें प्रोत्साहन राशि हर माह दी जाएगी। इसके अतिरिक्त उनकी माताओं को भी 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य शिक्षा के प्रति बच्चों और अभिभावकों में जागरूकता व उत्साह बढ़ाना है।उन्होंने बताया कि हर जनपद के 1000 छात्र छात्राओं को भारत दर्शन कार्यक्रम के तहत भ्रमण कार्यक्रम में ले जाया जाएगा।स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग जनपद में शीघ्र ही 25 नए डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे जिले की चिकित्सा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, उपजिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र सिंह बिष्ट, उप शिक्षा अधिकारी तनुजा देवरानी सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ, शिक्षकगण, समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर बनाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र

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हल्द्वानी, जनपद में चल रहे बृहद सत्यापन अभियान ने एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा उजागर किया है। बनभूलपुरा क्षेत्र में कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारियों द्वारा जीवित व्यक्तियों को मृत घोषित कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का गंभीर मामला सामने आया है। यह खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने एक शिकायत की जांच के दौरान एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर जारी मृत्यु प्रमाण पत्र का पता लगाया, जिसे अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी और जो वर्तमान में जमानत पर रिहा है। इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग और दस्तावेजों की कूट रचना की गहरी साजिश को उजागर किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के कड़े निर्देशों पर बनभूलपुरा पुलिस ने गहन जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारी मोटी रकम के बदले जीवित व्यक्तियों और अन्य राज्यों में मृत लोगों के नाम पर फर्जी रसीदें बनवाकर नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल कर रहे थे। इस साजिश में शामिल कब्रिस्तान कमेटी के पदाधिकारी इकबाल अंसारी, उनके पुत्र तनवीर अहमद और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ नगर निगम के रजिस्ट्रार जन्म एवं मृत्यु डॉ. मनोज कांडपाल की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है और संकेत दिए हैं कि सत्यापन अभियान के तहत ऐसे अन्य फर्जीवाड़ों की भी जांच की जा रही है।
यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि सामाजिक और कानूनी व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है। फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्रों का उपयोग संपत्ति हड़पने, कानूनी दायित्वों से बचने या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए हो सकता है, जिससे इसकी गंभीरता और बढ़ जाती है। नैनीताल पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को फर्जी दस्तावेजों या ऐसी गतिविधियों की जानकारी हो, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह के अपराधों में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू हुआ यह सत्यापन अभियान अब और तेज किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण में उछाल, एक दिन में 27 हजार यात्रियों का हुआ पंजीकरण

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देहरादून, चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की संख्या में हाल ही में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। मई और जून महीने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट फुल हो जाने के कारण अब श्रद्धालु ऑफलाइन पंजीकरण की ओर बढ़ रहे हैं। 22 मई को एक ही दिन में 27 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने ऑफलाइन पंजीकरण कराया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। प्रदेश सरकार ने यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर रखा है, और 20 मार्च से ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत की गई थी।
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और नया गांव विकासनगर जैसे कई केंद्रों पर 28 अप्रैल से ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। चारधाम यात्रा पंजीकरण के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने बताया कि आने वाले समय में भी ऑफलाइन पंजीकरण की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है। अब तक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से कुल 31 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 12 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन भी किए हैं।