Wednesday, June 25, 2025
Home Blog Page 1682

किसानों का रेल रोको प्रदर्शन : पंजाब, हरियाणा में पटरियों पर बैठे किसान, ट्रेन पटरियों को भी किया अवरुद्ध

0

चंडीगढ़/ नई दिल्ली, केन्द्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के तहत पंजाब और हरियाणा में बृहस्पतिवार को किसान कई जगहों पर ट्रेन की पटरियों पर बैठ गए। अधिकारियों को एहतियात के तौर पर ट्रेनों को स्टेशनों पर ही रोकना पड़ा। पटरियों पर किसानों के बैठने के कारण विभिन्न रेल मार्गों पर ट्रेनों का सामान्य आवागमन बाधित रहा।

संयुक्त किसान मोर्चे ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक ‘रेल रोको’ प्रदर्शन किया जाएगा। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसान गीता जयंती एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़ गए। ट्रेन उस समय खड़ी हुई थी। कुरुक्षेत्र में एक रेलवे अधिकारी ने कहा, ‘‘ट्रेन कुरुक्षेत्र स्टेशन से अपराह्न तीन बजे के बाद रवाना होने वाली थी।’’ अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में किसान दिल्ली-लुधियाना-अमृतसर रेल मार्ग पर कई जगह ट्रेन की पटरियों पर बैठ गए। उन्होंने बताया कि जालंधर में किसानों ने जालंधर छावनी-जम्मू रेल मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। किसानों ने लुधियाना में लुधियाना-फिरोजपुर रेल मार्ग पर मुल्लांपुर, डाखा और जगरांव में भी ट्रेन पटरियों को अवरुद्ध कर दिया।

बठिंडा में बठिंडा-दिल्ली रेल मार्ग और अमृतसर-तरनतारन रेल मार्ग को भी प्रदर्शनाकरियों ने अवरुद्ध कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा में प्रदर्शन करने वालों में महिलाएं भी शामिल रहीं। प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पंचकूला, रोहतक, सोनीपत, हिसार और फतेहाबाद जिलों में जगह-जगह ट्रेन पटरियों को अवरुद्ध किया। जींद और फतेहाबाद जिलों सहित कुछ स्थानों पर किसान ट्रेन पटरियों पर बैठकर हुक्का पीते भी देखे गए। अंबाला से भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाब सिंह मानकपुर के नेतृत्व में किसानों का एक समूह अंबाला छावनी स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर शाहपुर गांव में पटरियों पर बैठ गया।

किसान नेता ने कहा, ‘‘कृषि कानून वापस लिए जाने तक हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा।’’ अधिकारियों ने बताया कि किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के मद्देनजर हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए और राजकीय रेलवे पुलिस तथा राज्य पुलिस बल के कर्मियों को तैनात किया गया। फिरोजपुर के मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने कहा कि किसानों ने लगभग 50 स्थानों पर धरना दिया। उन्होंने हालांकि, कहा कि आंदोलन के चलते न तो किसी ट्रेन को रद्द किया गया और न ही किसी ट्रेन का मार्ग बदला गया। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल ने कुछ ट्रेनों को स्टेशनों पर ही रोक दिया जिससे कि यात्रियों को ज्यादा परेशानी न उठानी पड़े। रोकी गईं ट्रेनों में फगवाड़ा रेलवे स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस, जालंधर छावनी स्टेशन पर सुपर एक्सप्रेस ट्रेन, पठानकोट छावनी स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस और लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पश्चिम एक्सप्रेस शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों को भी उनके संबंधित स्टेशनों पर रोक दिया गया।

इसे भी पढ़ें: किसानों के रेल रोको अभियान का दिल्ली मेट्रो पर पड़ा असर, चार स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद
इन ट्रेनों में धनबाद एक्सप्रेस को फिरोजपुर छावनी तथा शहीद एक्सप्रेस को अमृतसर में रोका गया। अधिकारियों ने कहा कि किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के कारण ट्रेन देरी से चल सकती हैं।हरियाणा में रेलवे पुलिस के अलावा राज्य पुलिस के कर्मियों को भी बड़ी संख्या में प्रदर्शन स्थलों और विभिन्न स्टेशनों पर तैनात किया गया। अंबाला रेल मंडल के प्रबंधक जी. एम. सिंह ने बताया कि ‘रेल रोको’ आह्वान के कारण कोई ट्रेन रद्द नहीं हुई है।

उन्होंने हालांकि, कहा कि मेल और मालगाड़ियों को उत्तर प्रदेश के सहारनुपर, हरियाणा के अंबाला और पंजाब के सरहिंद में रोका गया। ये तीनों स्टेशन उत्तर रेलवे के अंबाला मंडल के अंतर्गत आते हैं। जींद में बारसोला गांव के नजदीक रेल पटरियों को अवरुद्ध किया गया जहां बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हो गए। यमुनानगर और बहादुरगढ़ में भी ट्रेन पटरियों को अवरुद्ध किया गया। इसके अलावा हिसार-सादुलपुर, हिसार-भिवानी, हिसार-सिरसा और हिसार-जाखल मार्ग पर भी ट्रेन पटिरयों को अवरुद्ध किया गया। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने बताया कि संगठन के सदस्यों ने पंजाब के नाभा, मनसा, बरनाला, बठिंडा, फिरोजपुर, जालंधर और तरन तारन सहित 22 जगहों पर ट्रेन पटरियों को अवरुद्ध किया।

किसानों का ‘रेल रोको प्रदर्शन’ का रेलगाड़ियों के परिचालन पर बहुत मामूली असर : रेलवे

राष्ट्रीय परिवाहक रेलवे के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा किए गए ‘रेल रोको प्रदर्शन’ का उसकी सेवाओं पर असर नगण्य या न्यूनतम रहा। प्रवक्ता ने बताया कि अधिकतर जोनल रेलवे ने सूचित किया है कि उनके क्षेत्र में प्रदर्शन की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा, ‘‘रेल रोको प्रदर्शन बिना किसी अप्रिय घटना के समाप्त हो गया। पूरे देश में रेलगाड़ियों के परिचालन पर इसका नगण्य या न्यूनतम असर रहा। सभी जोन में रेलगाड़ियों की आवाजाही सामान्य रही।’’ प्रवक्ता ने बताया, ‘‘अधिकतर जोन में प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलगाड़ियों को रोकने की एक भी घटना दर्ज नहीं की गई। कुछ रेलवे जोन में कुछ रेलगाड़ियों को रोका गया लेकिन अब ट्रेनों का परिचालन सामान्य है एवं वे बिना बाधा चल रही हैं। रेल रोको प्रदर्शन के दौरान सभी संबंधित पक्षों द्वारा अधिकतम संयम बरता गया।’’ इससे पहले प्रदर्शन के चलते रेलवे ने करीब 25 रेलगाड़ियों को पुन: व्यवस्थित किया था।

किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन : उत्तर रेलवे जोन में 25 ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के चलते उत्तर रेलवे जोन में बृहस्पतिवार को लगभग 25 ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा, ‘‘अब तक लगभग 25 ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है। आंदोलन के चलते रेल सेवाओं पर न्यूनतम असर हुआ है।’’ संयुक्त किसान मोर्चा ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक देशभर में ट्रेनों को रोका जाएगा। रेलवे ने देशभर में, खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में रेलवे पुलिस सुरक्षा बल की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं। हालांकि, किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के प्रभाव का पूरा ब्योरा रेलवे ने अभी उपलब्ध नहीं कराया है, लेकिन एक अधिकारी ने कहा कि इसका प्रभाव अंबाला में देखा जा सकता है जहां बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। अधिकारी ने कहा कि बताया जा रहा है कि दिल्ली के पास रेलवे स्टेशनों पर भी प्रदर्शनकारी पटरियों पर जुटे। वे गाजीपुर बॉर्डर के नजदीक मोदीनगर रेलवे स्टेशन के पास भी एकत्र हुए। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भी ‘रेल रोको’ का कुछ असर दिखा जहां किसान गीता जयंती एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए जो उस समय खड़ी हुई थी।

पुणे स्टेशन पर रेल रोककर किसानों ने की नारेबाजी

केन्द्र. के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बृहस्पतिवार को विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों से जुड़े सदस्यों ने महाराष्ट्र के पुणे रेलवे स्टेशन पर ‘‘रेल रोको’’ आंदोलन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रदर्शन कर रहे किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए पिछले सप्ताह ‘रेल रोकने’ की घोषणा की थी। मोर्चा ने कहा था कि पूरे देश में दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक रेलें रोकी जाएंगी। श्रमिक कल्याण कार्यकर्ता नितिन पवार ने कहा कि बृहस्पतिवार की दोपहर को कांग्रेस, शिवसेना, राकांपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं समेत विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने पुणे रेलवे स्टेशन पर रेल रोको प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

देश भर में रेल रोको प्रदर्शन हुए, विरोध केवल पंजाब, हरियाणा तक सीमित नहीं: किसान नेता

देशभर में छोटे-बड़े स्टेशनों पर रेल पटरियों को बाधित किए जाने के बीच सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि यह आंदोलन केवल पंजाब और हरियाणा तक ही सीमित नहीं है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता भजन सिंह ने कहा कि सरकार लगातार यह कह रही है कि नए कृषि कानूनों का विरोध केवल दो राज्यों पंजाब एवं हरियाणा के किसान ही कर रहे हैं लेकिन रेल रोको प्रदर्शन ने सरकार को गलत साबित कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ विभिन्न राज्यों के किसानों ने रेल रोको प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

इसलिए, रेल पटरियों पर प्रदर्शन करना हमारे लिए महत्वपूर्ण था। जिस तरह रेलवे का देशभर में नेटवर्क है, उसी तरह हमारा प्रदर्शन भी देशभर में हो रहा है।’’ पंजाब और हरियाणा के कई रेलवे स्टेशनों के अलावा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक समेत अन्य राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में रेल रोको प्रदर्शन किया गया। वहीं, किसान नेता अमरीक सिंह ने कहा कि इस तरह के विरोध-प्रदर्शन के जरिए किसान सरकार को अपनी एकजुटता दिखाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की आवश्यकता है और संयुक्त किसान मोर्चा हर तरह से सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं और आगे भी जारी रखेंगे।’’

रकम दोगुनी करने का दिया लालच में 3 लोगों ने गंवाए लाखों रुपये

0

देहरादून। हरिद्वार और देहरादून के तीन युवकों ने रकम दोगुनी होने के लालच में आकर लाखों रुपए गंवा दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। पहला मामला हरिद्वार जिले का है। जहां एक शख्स ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है। पीड़ित के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति का उन्हें फोन आया था। खुद को एलआईसी का मैनेजर बताते हुए उसने एलआईसी पॉलिसी को शेयर मार्केट में लगाने का ऑफर दिया।

साथ ही एलआईसी की रकम को दोगुना करने का भी लालच दिया। फिर एलआईसी की सम्पूर्ण धनराशि उपलब्ध कराने के नाम पर तमाम शुल्क के रुप में विभिन्न बैंक खातों से करीब 36 लाख रुपये उड़ा लिए। इधर देहरादून निवासी व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें उस शख्स ने बताया कि टेलीग्राम में एक ग्रुप आया। जिसमें लोगों को पैसा दोगना करने की बात चल रही थी।

जिस पर शिकायतकर्ता ने अपनी धनराशि को दोगुना करने के लालच में ग्रुप एडमिन से संपर्क साधा। फिर उस ग्रुप एडमिन से व्हाट्सएप के माध्यम से धनराशि दोगुना करने के सम्बन्ध में बात की। जिस पर ठग ने शिकायतकर्ता को झांसे में लेकर उसके धन को दोगुना करने के लिए टैक्स और अन्य शुल्क की बात कहकर एक लाख 30 हजार रुपये बैंक खाते में डालने को कहा। जिस पर शिकायतकर्ता ने यह धनराशि ठग के बताये खाते में डाल दी। दून निवासी एक शख्स ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में प्रार्थना पत्र दिया कि उसे किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पे कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फोन किया.

फिर भविष्य में फोन पे से ट्रांसजेक्शन करने के लिए कुछ और प्रोसेसिंग करने की बात कही। जिसके लिए शिकायतकर्ता से ठग ने बैंक की डिटेल मांगी। बैंक संबंधी जानकारी देने में बाद शिकायतकर्ता के खाते से 3 बार में कुल 29,999 रुपये कट गए. हालांकि, व्यक्ति की शिकायत करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने ठग के खाते को फ्रिज कर दिया है। तीनों मामले की पड़ताल की जा रही है।

स्मैक के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार

0

देहरादून। पुलिस नशे के खिलाफ अभियान चलाए हुए है। इसी कड़ी में पुलिस ने एक महिला को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला के पास से 8.16 ग्राम स्मैक बरामद किया है। साथ ही महिला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

उप निरीक्षक कुंदन राम व चैकी प्रभारी डाकपत्थर के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने एक महिला को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि स्मैक के साथ पकड़ी गई महिला तस्कर का नाम सलमा कुरैशी, मोहल्ला जीवनगढ़ है। जिसके पास से 8.16 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। एसएसआई कोलन सिंह ने बताया कि महिला के विरुद्ध थाना विकास नगर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

सेना पुलिस ने किया फर्जी सूबेदार को गिरफ्तार

0

देहरादून। सेना पुलिस ने देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित मिलिट्री अस्पताल में घुसने की फिराक में एक फर्जी सुबेदार को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने अपनी महिला मित्र के सामने खुद को आर्मी में सुबेदार होने की बात कह यह हरकत की। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

कैंट कोतवाली के इंस्पेक्टर ने बताया कि मूल रूप से झारखंड का रहने वाला युवक कामख्या एक कॉलेज में छात्र है। वह अपनी महिला मित्र के सामने लंबे समय से यह कह रहा था कि वह सेना में सुबेदार है। गुरुवार वह महिला मित्र को घुमाने के लिए कैंट क्षेत्र में वर्दी पहनकर घुस गया। जब वह आर्मी अस्पताल की तरफ जा रहा था तो सेना पुलिस व मिलिट्री इंटेलिजेंस को उस पर शक हुआ और उससे पूछताछ की। पूछताछ में आरोपित ने अपनी कहानी बयां कर दी।

चमोली आपदा : मलवे में दबे व्यक्तियों की खोजबीन लगातार जारी, अब तक 61 शव 27 मानव अंग हुए बरामद, 143 अभी भी लापता

0

चमोली , चमोली जनपद के आपदा प्रभावित इलाकों से मलवे में दबे व्यक्तियों की खोजबीन लगातार जारी है। जिला मजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि वृहस्पतिवार को तपोवन टनल से 02 शव व 01 मानव अंग और रैणी क्षेत्र से 01 महिला का शव बरामद किया गया। आपदा में लापता 206 लोगों में से अब तक 61 लोगों के शव और 27 मानव अंग बरामद किए जा चुके है तथा 143 अभी लापता चल रहे है। रैणी में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट, तपोवन में विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट एवं नदी तटों के आसपास लापता व्यक्तियों की खोजबीन जारी है।

जिलाधिकारी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में अब तक 26 मृतकों के परिजनों एवं 11 घायल व्यक्यिों अहैतुक सहायता राशि तथा एक परिवार को गृह अनुदान राशि का वितरण किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 1929 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। वही 124 पशु चिकित्सा के साथ साथ पशुओं के चारे हेतु 61 फीड ब्लाक बांटे गए। प्रभावित परिवारों को 553 राशन किट, 2 वर्तन किट, 45 सोलर लाइट, 9 कम्बल वितरित किए गए। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति एवं क्लोरीनेशन के उपरान्त पेयजल आपूर्ति सुचारू है। जिला प्रशासन की टीम आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लापता लोगों के परिजनों को सहायता पहुॅचाते हुए उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर सांत्वना दे रहे है। प्रभावित क्षेत्रों में हालात सामान्य होने लगे है। जिलाधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू कार्यो की रेग्यूलर माॅनिटरिंग कर रहे है।

अभी तक मिले शवों में से 33 की शिनाख्त हो चुकी है। वृहस्पतिवार को 03 मृतकों की शिनाख्त हुई। जिसमें जगदीश तोमर पुत्र धूम सिंह निवासी कालसी देहरादून, विक्की भगत पुत्र कर्मदास भगत निवासी झारखंड तथा माधवी देवी पत्नी चेत सिंह निवासी जुगजू तपोवन चमोली शामिल है। वही दूसरी ओर चमोली में आज 01 शव तथा 01 मानव अंग का अंतिम दाह संस्कार किया गया।

मेलाधिकारी ने किया गंगा घाटों का निरीक्षण

0

हरिद्वार 18 फरवरी (कुल भूषण) मेलाधिकारी दीपक रावत ने मेला नियंत्रण भवन से सटे गंगा घाटों का निरीक्षण किया। वह हाथी पुल से होते हुए कुशावर्त घाट पहुंचे। उन्होंने पुल की टूटी रेलिंग को ठीक कराने का निर्देश दिया।

उन्होंने कुशावर्त घाट पर लगे दुकानों को स्नान के समय हटवाने और साफ सफाई में सुधार कराने को कहा। इसके क्रम में वह गऊघाट पर पहुंचे। भाजपा नेता किशन बजाजए गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झाए महामंत्री तन्मय वशिष्ठ व स्थानीय लोगों ने घाट पर आवारा पशुओं के आने से लोगों को हो रही परेशानी की जानकारी देकर आवारा पशुओं का आवागमन बंद कराने की मांग की।

इस पर मेलाधिकारी ने ठेकेदार को ऐसा करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मेलाधिकारी ने हनुमान घाट पर प्राचीन हनुमान मंदिर में मत्था टेका। महंत रविपुरी ने पूजन कराया। उन्होंने हनुमान घाट पर प्रकाश व्यवस्था कराने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। मेलाधिकारी ने बाजार में कई जगह टूटी सड़कों व नालियों को ठीक कराने और सफाई व्यवस्था में सुधार का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान अपर मेलाधिकारी रामजी शरण शर्माए उप मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती व सेक्टर मजिस्ट्रेट आदि उपस्थित थे।

रेलवे प्रशासन को दिया ज्ञापन

0

हरिद्वार 18 फरवरी (कुल भूषण)  शिवमूर्ति व्यापार मण्डल एवं जागृति व्यापार मण्डल ने संयुक्त रूप से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सुभाष चंद्र के नेतृत्व में एक ज्ञापन थानाध्यक्ष जीआरपी उत्तर रेलवे एवं प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल उत्तर रेलवे हरिद्वार को प्रेषित किया गया जिसमें रेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के नाम पर यात्रियों के साथ और साथ ही उस क्षेत्र के व्यापारियों के साथ कुठारघात किया जा रहा है जिसका पुरजोर विरोध किया।

उन्होंने दोनों अधिकारियों से वार्ता की और उन्हें बताया कि आपने पुराने जो गेट है उनके अलावा जो नवनिर्मित गेट को तो बंद कर रखा है और वहां पर आने जाने वाले यात्रियों को आप 1 किलोमीटर पैदल चलाकर रेलवे क्रॉसिंग आरती होटल के सामने भेज रहे हैं यात्री पैदल अपने सामानों के साथ 1 किलोमीटर की दूरी चल करके तभी स्टेशन पहुंचता है जो कि न्याय संगत नहीं है तथा इस क्षेत्र के व्यापारियों का भी नुकसान हो रहा है।

आप कुंभ के नाम पर बिना कुंभ के नोटिफिकेशन के इस तरह की रूपरेखा नहीं बना सकते साथ ही शिवमूर्ति और व्यापार मंडल के महामंत्री राजू मनोचा ने भी कहा कि पूर्व में भी हमने आपको इस बारे में सूचित किया था कि आप यात्रियों के साथ एवं इस क्षेत्र के व्यापारियों की बातों को गंभीरता से लें अन्यथा व्यापारी रेल प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने में बाध्य होगा उनके संज्ञान में यात्रियों को होने वाली समस्या से अवगत कराया गया तभी दोनों अधिकारियों ने इस सार्थक मांग को ध्यान में रखते हुए इस पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।

इस मौके पर शिवमूर्ति व्यापार मंडल एवं जागृति व्यापार मंडल के व्यापारी तरुण आहूजा, राजेंद्र प्रसाद भट्ट, भोला अरोड़ा, अजय कुमार, निखिल कत्याल, रमेश अरोड़ा, धनपति आहूजा, नीरज जैन, अनिल अरोड़ा, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, अशोक चड्ढा, सनी चड्ढा, पवन गुप्ता, राजू दुआ, कमल पहावा, कमल तनेजा, कपिल अरोड़ा, हिमांशु गुप्ता, संजीव अग्रवाल, राकेश रावत, गुलशन अरोड़ा आदि समेत अनेक व्यापारी शामिल रहे।

देहरादून : लच्छीवाला टोल प्लाजा बिना शुल्क आवाजाही नहीं, फास्टैग अनिवार्य, बिना फास्टैग देना होगा दोगुना शुल्क

0

देहरादून, उत्तराखंड़ की राजधानी में प्रवेश करने के लिये अब टोल टैक्स देना पड़ेगा, हरिद्वार हाईवे पर बने लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आज गुरुवार से बिना शुल्क आवाजाही नहीं हो सकेगी। टोल से आवाजाही करने के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है | जबकि भारी विरोध के बाद आज खुले टोल प्लाजा में पहले दिन ही फास्टैग की वजह से यहां ट्रैफिक धीमा हो गया। लोगों को काफी देर तक अपनी बारी का घंटों इंतजार करना पड़ा और टोल प्लाजा पर लंबी लाइन लग गई। विभागीय अधिकारी पूरे दिन टोल की व्यवस्थाओं को पुख्ता बनाने में ही जुटे रहे।

राजधानी देहरादून आने जाने वाले वाहन बिना टोल दिए आवाजाही नहीं कर सकेंगे। गुरुवार से राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन ने टोल प्लाजा शुरू कराने के लिए तैयारियां पूरी कर ली है। हाईवे पर सफर करने के लिए अब वाहनों को शुल्क अदा करना पड़ेगा।

अधिकारियों के मुताबिक टोल के संचालन के लिए ट्रायल पूरा कर लिया गया है। टोल बैरियर पर आने और जाने के लिऐ पांच-पांच लेन तैयार हैं। सभी लेन से फास्टैग के जरिए ही आवाजाही संभव हो सकेगी। नई नीति के तहत बिना फास्टैग के आने जाने वालों को दोगुना शुल्क देना होगा। देर शाम तक नेशनल हाईवे के अधिकारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे रहे थे। एनएचएआई टेक्नीकल इंजीनियर अंशुल शर्मा के अनुसार बिना फास्टैग के आने जाने वाले वाहनों से दोगुना शुल्क लिया जाएगा। बीस किमी के दायरे में आने वाले लोगों को सहूलियत देने का प्रावधान है। वाहन चालकों से फास्टटैग लेने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। लोग सुविधा के लिए एनएचएआई की वेबसाइट से भी फास्टटैग ले सकते हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल, स्थानीय टैक्सी चालक और आम लोग टोल प्लाजा के विरोध में नारेबाजी करते दिखे। वहीं स्थानीय लोगों को वाहनों के साथ जाने दिया गया, केवल बाहर से आने वाले वाहनों से टोल वसूला गया। कई बार विभागीय अधिकारियों, टोल एजेंसी के कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक भी हुई। कांग्रेस नेता भारत भूषण सिर मुंडवा कर विरोध प्रदर्शन किया।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से महिलाएं हुई आर्थिक रूप से मजबूत

0

देहरादून। प्रदेश की आधी आबादी के सशक्तिकरण को लेकर संवेदनशील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिलाओं से किये अपने हर वादे को बीते चार साल में जमीन पर उतारा है। कुपोषण के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘पीएम मातृत्व वंदना योजना’ को उत्तराखंड में लागू कर मुख्यमंत्री रावत ने प्रदेश की महिलाएं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम किया है।

प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सीएम रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित योजना से गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली आर्थिक मदद से महिलाएं गर्भावस्था खुद के साथ-साथ अपने नवजात की भी देखभाल करने में सक्षम हुई हैं। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए योजना चलायी जा रही है।

सरकार की ओर से योजना के तहत महिलाओं को पहले छह महीनों तक के लिए प्रारंभिक एवं विशेष स्तनपान और पोषण प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर तरीके से स्वास्थ्य और पोषण के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है। योजना के तहत गर्भधारण के समय महिलाओं को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जिससे नियमित रूप से जच्चा-बच्चा की जांच हो सके।

 

क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) चलायी गयी है। इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। यह योजना देश के विभिन्न राज्यों में भी लागू है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। जिससे वह खुद के साथ-साथ अपने नवजात की भी देखभाल कर सकें। योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला व माताओं को 5000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह सहायता राशि सीधे उनके खाते में जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर भी इस योजना के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है।

इंडिया टूरिज्म मार्ट सम्मेलन में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर

0

देहरादून। तीन दिवसीय भारत पर्यटन मार्ट 2021 सम्मेलन का तीसरा संस्करण फेडरेशन ऑफ इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी द्वारा पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के सहयोग से 18 से 20 फरवरी, 2021 तक आयोजित किया जा रहा है। आईटीएम सम्मेलन का विषय ‘‘आत्मनिर्भर भारत-भारत के पर्यटन क्षमता का एहसास’’ पर आधारित है। भारतीय पर्यटन मार्ट 2021 सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को दोगुना करने के लक्ष्य और भारत की संपूर्ण पर्यटन क्षमता का एहसास करने के लिए सम्मेलन में विचार-विमर्श किया जायेगा।

आईटीएम के मुख्य व शुरूआती सत्र में बड़ी तस्वीरों से भारत पर्यटन को दर्शाया जाएगा। जिसमें सांस्कृतिक पर्यटन, सहासिक पर्यटन, इको पर्यटन, एमआईसीई पर्यटन, स्वास्थ्य पर्यटन, क्रूज पर्यटन आदि शामिल हैं। अगले सत्र में राज्य पर्यटन को विकसित करने के लिए राज्यों को अपनी क्षमता और भविष्य की योजनाओं का प्रदर्शन करने का मौका दिया जाएगा। जबकि तकनीकी सत्र में पर्यटन के विभिन्न विशिष्ट पहलुओं में पेशेवर और विशेषज्ञों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

कार्यक्रम के तहत होने वाले सम्मेलन में सरकार और उद्योग जगत से जुड़े मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय संगठन, सफल चिकित्सक, शिक्षाविद् और गैर सरकारी संगठन के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। जिसमें वक्ता नीतियों, बुनियादी ढांचा, विपणन, व्यवसाय करने में आसानी, सेवा की गुणवत्ता, घरेलू और विदेशी निवेश आकर्षित करना और अन्य लोगों के बीच नवाचार और प्रौद्योगिकी की संस्कृति को बढ़ावा देने पर विचार रखेंगे।

शुक्रवार 19 फरवरी को ‘‘भारत के प्राकृतिक और जिम्मेदार पर्यटन’’ विषय पर होने वाले सत्र में उत्तराखंड पर्यटन का प्रतिनिधित्व करते हुए पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करेंगे।

आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हम नए साल में प्रवेश कर रहे हैं। भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए पर्यटन सचिव ने बताया कि दोपहर 1ः50 बजे से 2ः50 बजे तक इंडियाज नेचुरल एंड रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म विषय पर आयोजित होने वाले सत्र में भारत के पर्यटन को विश्व स्तरीय पर्यटन बनाने के लिए चुनौतियों और अवसर पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। आयोजन से खरीदारों और प्रदर्शनकारियों को अपने उत्पादन को एक साथ प्रस्तुत करने के लिए मंच मिलेगा। सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए लिंक दिया गया है।https://www.youtube.com/channel/UCz1RGcI3OFeT9l60_CtF2HA