देहरादून, समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मचारी बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने शुक्रवार को सचिवालय घेराव की भी चेतावनी दी है। उपनल कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों सहित विभिन्न विभागों में व्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं। जिससे आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेशभर से पहुंचे कर्मचारियों ने बुधवार को भी एकता विहार स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने कहा कि नैनीताल हाईकोर्ट के समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण के आदेश को राज्य सरकार लागू नहीं कर रही है। न ही सुप्रीम कोर्ट से केस वापस लिया जा रहा है। उपनल कर्मचारी पिछले तीन दिन से हड़ताल पर हैं, पर सरकार या शासन के किसी भी नुमाइंदे ने अब तक उनसे बात नहीं की। जिससे साफ है कि राज्य सरकार कर्मचारियों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है।
ऐसे में आगामी 26 फरवरी को सचिवालय घेराव का निर्णय लिया गया है। प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि हड़ताल में स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, वन, नगर निगम, राज्य कर, दून विश्वविद्यालय, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, चिकित्सा शिक्षा, उद्यान, पशुपालन विभाग, सरकारी अस्पतालों समेत विभिन्न विभागों के उपनलकर्मी शामिल हैं।
राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के महासचिव बीएस रावत ने धरना स्थल पर पहुंचकर उपनल कर्मिर्यों की मांगों का समर्थन किया। साथ ही महासंघ के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द सरकार तक उनकी बात रखी जाएगी। वहीं, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवाएं) के पदाधिकारियों ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा व महामंत्री सुनील अधिकारी ने कहा कि सरकार को जल्द इनकी मांगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
धरने में विनोद गोदियाल, महेश भट्ट, विद्यासागर धस्माना, हरीश कोठारी, विवेक भट्ट, धनश्याम सुयाल, मनोज सेमवाल, नरेश शाह, अभिनव जोशी, कमलेश रावत, विमल गुप्ता, उमेश खत्री, रोहित वर्मा आदि शामिल रहे।