Monday, June 23, 2025
Home Blog Page 1667

ओएनजीसी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जनों द्वारा घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी में जोड़ा एक नया आयाम

0

देहरादून एसपी वाही ओएनजीसी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जनों द्वारा यूनी-कम्पार्टमेंटल रिप्लेसमेंट (यूकेआर) सर्जरी करके एक दुर्लभ और नई पहल की गई है। डॉ. अर्चित अग्रवाल के नेतृत्व में टीम ने एक 57 वर्षीय महिला के घुटने का सफल ऑपरेशन किया ।

रोगी को गंभीर मध्य पक्षीय घुटने के दर्द की शिकायत थी और वह मदद के बिना चलने में असमर्थ थी । जाँच करने पर, डॉ. अर्चित अग्रवाल ने रोगी को आइसोलेटेड मीडियल ऑस्टियोआर्थराइटिस होने का डायग्नोसिस किया था।

घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान, रोग-ग्रसित हड्डी और उपास्थि (कर्टिलेज) को हटा दिया जाता है और इसे धातु तथा प्लास्टिक के घटकों के साथ बदल दिया जाता है।

एसपी वाही ओएनजीसी अस्पताल के ज्वाईंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. अर्चित अग्रवाल ने सर्जरी के बारे में बात करते हुए कहा, “आमतौर पर, ऐसी सर्जरी में पूरे घुटने के तीनों भागों को बदलने का ही विकल्प होता है । जिन रोगियों में घुटने के केवल एक ही भाग में ऑस्टियोआर्थराइटिस होती है, उनमें यूनी-कॉनडेलर घुटना रिप्लेसमेंट सर्जरी उन्हें पूर्ण आराम दे सकती है। इसलिए यह प्रक्रिया उन मरीजों के लिए सम्पूर्ण घुटना बदलने का विकल्प है, जिनकी बीमारी घुटने के सिर्फ एक क्षेत्र तक सीमित है। यूनी-कॉनडायलर घुटने के रिप्लेसमेंट का मुख्य लाभ यह है कि इसमें छोटा चीरा, हड्डी की कम से कम काट छाँट और कम से कम रक्त स्त्राव होता है और तेजी से रिकवरी होती है । रोगी दैनिक जीवन की अपनी नियमित गतिविधियों में वापस जा सकते हैं क्योंकि इससे घुटने में लिगामेंट्स से छेड़ छाड़ नहीं करी जाती हैं।”

उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद, मरीज को दर्द निवारक बने रहने में मदद के लिए एनेस्थिसियोलॉजिस्ट द्वारा एपिड्यूरल ब्लॉक दिया गया ताकि रिहैबिलिटेशन की शुरुआत की जा सके। रोगी अच्छी तरह से ठीक हो रही हैं और वो सर्जरी के अगले दिन अपने आप चलने में सक्षम हो गई।

एसपी वाही ओएनजीसी अस्पताल के प्रधान चिकित्सा सेवाएँ, डॉ. पीत वासन ने कहा कि यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी प्रोटोकॉल लागू किए जा रहे हैं । इससे महामारी के दौरान, मरीजों के सर्वोत्तम प्रबंधन के लिए स्थितियां व्यवहार्य और सुरक्षित हुई हैं।
कई मरीज ऐसी ही स्थिति से पीड़ित हैं, जहां उन्हें दर्द मुक्त होने के लिए ऐसी सर्जरी से आराम दिया जा सकता है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्रीय मंत्रियों को भेंट की ऐपण कलाकृतियाँ

0

देहरादून। उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कलाकृति को नया आयाम मिल रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हालिया दिल्ली दौरे पर केंद्रीय मंत्रियों को ऐपण कलाकृति भेंट कर ऐपण को नया जीवन दिया है। सीएम ने अपने दफ्तर की नेमप्लेट भी ऐपण कला में लगवाई है। इस पहल के बाद ऐपण कला से जुड़ी बेटियों को नई आस जगी है।

सीएम त्रिवेंद्र के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के मुताबिक ऐपण को नई पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने सराहनीय प्रयास किए हैं। रमेश भट्ट खुद भी अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिलों में ऐपण पर काम कर रही बेटियों से रूबरू हो चुके हैं। ऐपण पर बने उनके वीडियो को फेसबुक पर लाखों लोग देख चुके हैं।

रमेश भट्ट बताते हैं कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ऐपण को प्रोत्साहन देने में खासी रुचि दिखाई है। सीएम ने अपने दफ्तर की नेमप्लेट भी ऐपण में बनवाई है और सभी मंत्रियों व अफसरों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है। सीएम अल्मोड़ा में ऐपण प्रदर्शनी के दौरान कई बेटियों से मुलाकात कर चुके हैं जो ऐपण को अपनी आजीविका से जोड़ रही हैं। अब पिछले दिनों दिल्ली दौरे पर सीएम त्रिवेंद्र ने केंद्रीय मंत्रियों को एक के बाद एक ऐपण गिफ्ट देकर मजबूत सांस्कृतिक संदेश दिया है। रमेश भट्ट ने उम्मीद जताई है कि ऐपण को विश्वव्यापी पहचान दिलाने में ये प्रयास कारगर साबित होंगे।

उत्तरकाशी : सिक्योर हिमालय परियोजना के तत्वावधान में दो दिवसीय फिल्म महोत्सव शुरू

0

(रामचंद्र उनियाल)
उत्तरकाशी,

सिक्योर हिमालय परियोजना के तत्ववाधान में आयोजित दो दिवसीय फिल्म महोत्सव का शुभारम्भ जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने दीप प्रज्जवलित कर किया। जिला कार्यालय प्रेक्षागृह में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में सिक्योर हिमालय परियोजना द्वारा हिम तेंदुआ व पर्यावरण से संबंधित लघु फिल्में दिखायी गई।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने संम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण के क्षेत्र में जनपद उत्तरकाशी देश के शीर्ष पांच जिलों में हैं। यहां 88 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित हैं। साथ ही विश्व की प्रसिद्ध गंगा व यमुना नदी का उद्गम स्थल है जो देश की करीब 50 प्रतिशत आबादी के लिए वरदान हैं। जितना महत्वपूर्ण मानव के लिए पर्यावरण हैं उतना ही जरूरी स्नों लैपर्ड को होना जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। स्नों लैपर्ड फूड चैक का हैड होता है जो पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करता हैं। इसलिए हिम तेंदुआ का संरक्षण करना बेहद जरूरी हैं। इसके अलावा वाइडलाइफ एवं वाटर कंजर्वेशन के लिए भी कार्य करने की जरूरत है। वन महकमें के साथ शिक्षा विभाग को भी आगे आने की जरूरत हैं, ताकि ऐसे बच्चे जो पर्यावरण के क्षेत्र में पढ़ /शोध कर रहें या वन्यजीव प्राणीयों के संरक्षण के लिए कार्य कर रह हो उन्हें इसकी सही जानकारी मिले ताकि वे कुछ और अच्छा कर सके। हमारे पूर्वजों एंव स्थानीय लोगों द्वारा प्रकृति/पर्यावरण को बचाया हैं, हमें भी पर्यावरण को बचाने के लिए कार्य करने की भी जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में अधिक से अधिक स्कूल के बच्चों को स्नों लैपर्ड/पर्यावरण से संबंधित फिल्में दिखायी जाय। ताकि वे स्नों लैपर्ड व पर्यावरण के बारे में जाने तथा भविष्य में इसके संरक्षण व संवर्द्धन के लिए अभिनव कार्य कर सकें। उन्होंने मुख्य शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद की सभी स्कूलों में अगले दो माह में स्नों लैपर्ड एवं पर्यावरण संबंधी फिल्में बच्चों को दिखाई जाय। जिलाधिकारी ने सिक्योर हिमालय परियोजना द्वारा आयोजित कार्यक्रम के लिए उन्हें बधाई एंव शुभकामनाएं दी।

कार्यकम में स्कूली बच्चों के लिए पर्यावरण विषय पर क्विज प्रतियोगिता,छात्र एंव युवाओं के लिए ड्राइंग और पेंटिग, तथा कार्यशाला,व मीडिया के साथ जलवायु परिवर्तन रिपोटिंग और हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र पर इसके प्रभाव पर चर्चा की गई।

कार्यक्रम में डीडी गंगोत्री नेशनल पार्क आर्यन श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, सीएमएस वातावरण डीजी डॉ वसंती राव,सीनियर मैनेजर आनन्द झा,समन्वयक सिक्योर हिमालय उमेद सिंह धाकड़, रिलांयस फाउंडेशन से कमलेश गरुरानी सहित स्कूली बच्चें व अन्य लोग उपस्थित थे

वरिष्ठ पत्रकार ताराचंद जोशी श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बने प्रदेश उपाध्यक्ष, पत्रकारों में खुशी की लहर

0

(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी(नैनीताल), श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड की प्रदेश कार्यकारिणी में हुए निर्णय के बाद आज प्रदेश उपाध्यक्ष और सचिवों की घोषणा की गई। जिसमें कुमाऊं मंडल से हल्द्वानी के वरिष्ठ पत्रकार तारा चंद्र जोशी को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। तारा जोशी के उपाध्यक्ष बनने के बाद कुमाऊं मंडल के पत्रकारों में खुशी की लहर है, तारा जोशी देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही कई राज्यों में पत्रकारिता कर चुके हैं,

उनको पत्रकारिता में 30 साल से अधिक का लम्बा अनुभव है और वह लगातार संगठन के प्रति पूरी निष्ठा से सक्रिय रहते हैं, वर्तमान समय में वो इंडिया न्यूज़ और पंजाब केसरी के संवाददाता है, इसके साथ ही शशि भूषण भट्ट को प्रदेश उपाध्यक्ष और अमित सैनी विक्रम श्रीवास्तव और अरविंद मलिक को प्रदेश सचिव बनाया गया है। यह जानकारी श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी ने दी है, तारा जोशी के प्रदेश उपाध्यक्ष बनने पर जिलाध्यक्ष सर्वेंद्र बिष्ट, महामंत्री भूपेंद्र रावत, महानगर अध्यक्ष योगेश शर्मा, महामंत्री पुष्कर अधिकारी, गोविंद बिष्ट, राजीव शुक्ला, दीप बिष्ट बाबा, चंद्रप्रकाश सहित कई पत्रकारों ने उन्हें बधाई दी।

उत्तराखण्ड़ कैबिनेट बैठक समाप्त, सात प्रस्तावों पर लगी मुहर

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ सरकार की कैबिनेट की बैठक समाप्त हो गयी, कैबिनेट ने सात प्रस्तावों पर मुहर लगाई, मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना पर कैबिनेट की मुहर, संस्कृत शिक्षा विभाग के 57 शिक्षकों को 155 शिक्षकों में समायोजित किया गया, वन भूमि पर दी गई लीज इसके नवीनीकरण और नई रलीज की मंजूरी दी गई,

उत्तराखंड पुलिस दूरसंचार अधीनस्थ सेवा नियमावली 2021 कोई संशोधन नहीं 10 साल की गई | उत्तराखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन प्रोत्साहन व सुविधा अधिनियम 2020 की धारा 87 में संशोधन,
कोविड-19 के उपचार हेतु डेडीकेटेड 600 बेड के अस्पताल जिसमें 50 आईसीयू बेड में सम्मिलित होने के संबंध में निर्णय लिया गया |

पहाड़पानी में जहरीला पदार्थ खाकर दो बहनों ने की आत्महत्या, पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

0

(चंदन सिंह बिष्ट)

पहाड़पानी /भीमताल, नैनीताल जिले के पहाड़पानी क्षेत्र से दुखद खबर है। यहां दो नाबालिग चचेरी बहनों ने रहस्यमयी परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खाकर अपनी लीला समाप्त कर ली घटना से मृतक बालिकाओं के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
प्राप्त समाचार के मुताबिक नैनीताल जनपद के पहाड़पानी की दो नाबालिग चचेरी बहनें
मंगलवार को स्कूल के लिए निकली, जब शाम तक वह स्कूल से नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी ढूंढखोज शुरू की, इसी दौरान दोनों बहने घर से कुछ ही दूरी पर खेत में बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी

आनन-फानन में परिजनों द्वारा 108 सेवा के द्वारा हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।ग्रामीणों के मुताबिक दो चचेरी बहनें मीनाक्षी (16) व रोहिनी (15 ) खीमराम राजकीय इंटर कॉलेज पहाड़पानी में कक्षा 9 में पढ़ती थीं। दोनों मंगलवार को घर से स्कूल के लिए निकलीं लेकिन स्कूल न जाकर घर से कुछ दूरी खेत में दोनों ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खा लिया।

उधर पुलिस ने दोनों बहनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा मामले की गहनता से तफ्तीश शुरू कर दी है। इस घटना से बालिकाओं के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

मनरेगा कार्मिकों का 25 और 26 फरवरी को कार्य बहिष्कार, जिला विकास अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

0

(चन्दन सिंह बिष्ट)

भीमताल /नैनीताल, विकास भवन भीमताल में मनरेगा संगठन नैनीताल द्वारा जिला विकास अधिकारी को एक ज्ञापन दिया जिसमें मनरेगा के कर्मचारियों द्वारा प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज पडियार और प्रदेश सचिव यशपाल आर्य के द्वारा यह बताया गया कि संपूर्ण प्रदेश में 25 और 26 फरवरी को संपूर्ण उत्तराखंड में मनरेगा कर्मचारी 2 दिन के डिजिटल हडताल पर रहेंगे कर्मचारियों ने कार्यकारिणी का भी गठन किया गया

जिसमें मनोज पाल को नैनीताल जिले का जिलाध्यक्ष और नीरज जलाल को कोषाध्यक्ष बनाया गया । जिला अध्यक्ष ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य मनरेगा कर्मचारियों को जो विगत 10 वर्षों से इस महत्वपूर्ण योजना का संचालन कर रहे हैं । उनको ग्रामीण विकास में समायोजित किया जाए अगर सरकार की इसमें अनदेखी की जाएगी तो कार्य बहिष्कार ही नहीं संपूर्ण प्रदेश में उग्र आंदोलन के लिए भी बाध्य होंगे ।

मनरेगा कर्मचारियों की मुख्य मांग है :
मनरेगा कर्मचारियों को भी राज्य अंस ग्रेड पर निर्धारण करते हुऐ मानदेय दिया जाए और अलग-अलग जिलों में हटाए गए कर्मचारियों की उन्हें बहाली की जाए व सभी कर्मचारियों को ईपीएफ बीमा व स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं सरकारी कर्मचारियों की भांति दी जाए ।

फ्लिपकार्ट आपूर्ति व्यवस्था में 25,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन लगाएगी

0

नई दिल्ली। वालमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा कि वह अपनी आपूर्ति व्यवस्था में 25,000 से अधिक बिजली से चलने वाले वाहन लगाएगी। कंपनी का मकसद 2030 तक पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक वाहन को अपनाना है। कंपनी ने ‘लॉजिस्टिक भागीदारों’ के जरिये इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने को लेकर हीरो इलेक्ट्रिक, महिंद्रा इलेक्ट्रिक और पिआजियो के साथ भागीदारी की है। बिजली चालित वाहनों का उपयोग आपूर्ति व्यवस्था में की जाएगी।

फ्लिकार्ट ने एक बयान में कहा कि यह कदम कंपनी की सभी शहरों में ‘लॉजिस्टिक’ बेड़े को इलेक्ट्रिक वाहन से बदलने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह डिलिवरी केंद्रों और कार्यालयों के पास चार्जिंग स्टेशन लगाने में भी मदद करेगी ताकि इस प्रकार के वाहनों को तेजी से अपनाया जा सके। उल्लेखनीय है कि फ्लिपकार्ट ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि वह 2030 तक पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करेगी। इसके साथ ही ‘क्लाइमेट ग्रुप’ के वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन पहल, ईवी 100 से जुड़ने की घोषणा की थी।

इससे पहले अमेजन ने भी प्रोडक्ट की डिलीवरी के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का ऐलान किया था। इसके लिए अमेजन इंडिया ने महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ एक डील की है। जिसमें कंपनी ने अपनी फ्लीट में 100 इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया है। इस योजना के तहत बेंग्लुरू, नई दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर और लखनऊ में इन इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा।

अमित शाह ने बताई वजह, दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम रखा गया नरेंद्र मोदी स्टेडियम, ये हैं खूबियां

0

नई दिल्ली,। भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद में बने दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन 24 फरवरी 2020 को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया। इस स्टेडियम का नाम अभी तक सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम था, लेकिन जैसे ही राष्ट्रपति कोविंद ने रोमेट का बटन दबाकर डिजिटली इस स्टेडियम का उद्घाटन हुआ तो सभी हैरान रह गए, क्योंकि इस स्टेडियम का नाम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है।

अभी तक सरदार पटेल स्टेडियम के नाम से जाने-जाने वाले इस स्टेडियम का नाम उद्घाटन से ठीक पहले बदल दिया गया है। अब दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। दरअसल, सरदार पटेल के नाम पर अहमदाबाद के मोटेरा में सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव होगा। इसी के तहत नरेंद्र मोदी स्टेडियम है। इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 10 हजार है। इतनी दर्शक क्षमता दुनिया के किसी भी क्रिकेट स्टेडियम की नहीं है।

ये हैं नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम की खूबियां

– इस स्टेडियम में दुनिया के किसी भी क्रिकेट स्टेडियम से ज्यादा दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है

– इस क्रिकेट स्टेडियम में 4 ड्रेसिंग रूम हैं। इतने ड्रेसिंग रूम किसी भी स्टेडियम में नहीं हैं

– इस क्रिकेट स्टेडियम के परिसर में विशाल जिम है। इतना बड़ा जिम किसी भी क्रिकेट स्टेडियम में नहीं है

– स्टेडियम के परिसर में ओलंपिक साइज का स्विमिंग पूल है, जो किसी भी क्रिकेट स्टेडियम में नहीं है

– स्टेडियम में दिन में भी किसी भी कोने में कोई परछाई देखने को नहीं मिलेगी। ऐसी सुविधा कही भी नहीं है

– 800 करोड़ रुपये में दोबारा बनकर तैयार हुआ है मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम

– 76 कॉर्पोरेट बॉक्स स्टेडियम में है, जिसमें 25-25 लोगों के बैठने की क्षमता है

– 3 हजार कार और 10 हजार दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा है

– इंडोर पिच, क्रिकेट एकेडमी, फुटबॉल और हॉकी ग्राउंड भी इसी परिसर में हैं

– 55 रूम का क्लब हाउस इसी स्टेडियम परिसर में है। इस तरह ये दुनिया का विशाल क्रिकेट स्टेडियम है

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम का उद्घाटन किया। इस दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, खेल मंत्री किरण रिजिजू, गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के सचिव जय शाह भी मौजूद थे।

 

उपनल कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल पर, 26 को करेंगे सचिवालय का घेराव

0

देहरादून, समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मचारी बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने शुक्रवार को सचिवालय घेराव की भी चेतावनी दी है। उपनल कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों सहित विभिन्न विभागों में व्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं। जिससे आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेशभर से पहुंचे कर्मचारियों ने बुधवार को भी एकता विहार स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने कहा कि नैनीताल हाईकोर्ट के समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण के आदेश को राज्य सरकार लागू नहीं कर रही है। न ही सुप्रीम कोर्ट से केस वापस लिया जा रहा है। उपनल कर्मचारी पिछले तीन दिन से हड़ताल पर हैं, पर सरकार या शासन के किसी भी नुमाइंदे ने अब तक उनसे बात नहीं की। जिससे साफ है कि राज्य सरकार कर्मचारियों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है।

ऐसे में आगामी 26 फरवरी को सचिवालय घेराव का निर्णय लिया गया है। प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि हड़ताल में स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, वन, नगर निगम, राज्य कर, दून विश्वविद्यालय, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, चिकित्सा शिक्षा, उद्यान, पशुपालन विभाग, सरकारी अस्पतालों समेत विभिन्न विभागों के उपनलकर्मी शामिल हैं।

राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के महासचिव बीएस रावत ने धरना स्थल पर पहुंचकर उपनल कर्मिर्यों की मांगों का समर्थन किया। साथ ही महासंघ के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द सरकार तक उनकी बात रखी जाएगी। वहीं, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवाएं) के पदाधिकारियों ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा व महामंत्री सुनील अधिकारी ने कहा कि सरकार को जल्द इनकी मांगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
धरने में विनोद गोदियाल, महेश भट्ट, विद्यासागर धस्माना, हरीश कोठारी, विवेक भट्ट, धनश्याम सुयाल, मनोज सेमवाल, नरेश शाह, अभिनव जोशी, कमलेश रावत, विमल गुप्ता, उमेश खत्री, रोहित वर्मा आदि शामिल रहे।