Thursday, May 15, 2025
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सीएम के बयान को एडिट कर गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा

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देहरादून, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के गोपेश्वर दौरे के दौरान उनके द्वारा दिए गए एक बयान के वीडियो को एडिट कर सोशल मीडिया पर गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है। इस वीडियो को संपादित कर मुख्यमंत्री जी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इस वीडियो में मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कह रहे हैं कि ‘वैक्सीन हम बड़ी तेजी से लगा रहे हैं, 18 से 45 वर्ष आयु के नौजवानों को ऑक्सीजन लगना शुरू हो गया है, (फिर अपनी बात सुधार कर कहते हैं कि) वैक्सीन लगना शुरू हो गया है’। वीडियो में उन्होंने जनता से आह्वान किया है कि सभी लोग टीका जरूर लगवाएं तभी कोरोना को हराया जा सकता है। दुर्भावना पूर्ण तरीक़े से इस वीडियो का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है आगे का वो हिस्सा काट दिया, जिसमें मुख्यमंत्री अपनी बात संभालते हुए साफ शब्दों में ‘वैक्सीन’ कह रहे हैं।

देखिये पूरा वीडियो :

राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य में नए अस्पतालों का निर्माण, पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन की व्यवस्था, सभी प्रदेशवासियों के निःशुल्क टीकाकरण के इंतजाम किए जा रहे हैं।
आम जनता से अपील है कि ग़लत और एडिटेड video का उपयोग न करें और न ही फ़ॉर्वर्ड करें। मूल video यहाँ पोस्ट किया जा रहा है।

सीमांत गाँव गोंडार में ग्रामीणों को लगी कोविड वैक्सीन

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छः कि.मी. पैदल चल वैक्सिनेशन टीम पहुंची गॉव।

“जिलापंचायत सदस्य के प्रयासों से वैक्सिनेशन टीम पहुंची गॉव । ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन टीम का किया धन्यवाद अदा”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- मद्महेश्वर घाटी के अन्तिम गॉव गौडांर मे आज स्वास्थ्य विभाग की वैक्सीनेशन टीम ने पहुंचकर ग्रामीणों को कोविड वैक्सीन लगाई । एक ओर जनपद के विभिन्न छैत्रों में निर्धारित वैक्सीनेशन केन्द्रों पर ग्रामीण टीकाकरण का लाभ ले रहे हैं वहीं सीमान्त गॉव गौडांर के ग्रामीण अभी तक वैक्सीनेशन से अछूते थे । सड़क से लगभग 6 कि.मी. दूर मद्महेश्वर घाटी के अंतिम गॉव गौडांर के ग्रामीणों को टीकाकरण के लिये कई किमी पैदल व सड़क से केन्द्र तक पहुंचने को मजबूर थे। ऐसे में कालीमठ वार्ड से जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा के प्रयासों से स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन टीम ने 6 किमी. पैदल गॉव मे जाकर ग्रामीणों को कोविड वैक्सीन लगाई।

कालीमठ वार्ड से जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने वताया कि गॉव में सभी बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई गई है। यह गाँव सडक मार्ग से (6 किमी0 )पैदल है, सडक न होने के कारण गाँव के असहाय और बुजुर्गों का टीकाकरण नहीं हो पाया था, ग्राम प्रधान श्री बीर सिंह पंवार व सामाजिक कार्यकर्ता श्री बीरेन्द्र पंवार सहित ग्रामवासियों ने अवगत कराया, कि गॉव के बुजुर्गो व असहाय लोगों का टीकाकरण कराना संभव नही हो पा रहा है।

ग्रामीणों को आ रही समस्याओं को उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता की गई जिसके बाद आज गाँव में सबका टीकाकरण हो गया,। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम का धन्यवाद अदा किया।

ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए इस बुजुर्ग ने अपना अनोखा रास्ता, पीपल के पेड़ पर जमाया डेरा और फिर…

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जब देश मे कोरोना के इलाज़ के लिए प्राणवायु ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ था तब एक 68 साल के बुजुर्ग ने अपने ऑक्सीजन लेबल को कायम रखने का एक अनोखा तरीका निकाला। वे घर मे लगे पीपल के पेड़ में ही डेरा जमा लिया। पेड़ पर ही बैठ कर वे योग करते है और वही खाना भी खाते है। सुबह शाम मिला कर वे सात से आठ घंटे पीपल के पेड के ऊपर ही बिताते हैं।

इस शख्स का नाम राजेन्द्र पाटीदार निवासी राऊ रंगवासा है। उन्हें पीपल के पेड़ पर आसानी से चढ़ने में महारत हासिल है। पीपल के पेड़ पर रहने में राजेंद्र का पोता भी उसका साथ देता है। पेशे से कृषक राजेंद्र पाटीदार के घर के पास दो से तीन पीपल के पेड़ हैं। जिनमें एक पेड़ उनके घर से सटा हुआ है। जब उन्होंने सुना कि इंदौर में ऑक्सीजन की कमी होने अस्पतालों में कई लोगों की मौत हो गई, तो उन्होंने प्राकृतिक तरीके से ऑक्सीजन लेने की अपनी इस अनूठी विधि को अपनाते हुए पीपल के पेड़ पर जाकर बैठने का फैसला किया।

बीते 15 से 20 दिनों से वे पीपल पर ही डेरा जमा रहे है. राजेंद्रबताते है पीपल पर बैठने से ही उनका आक्सीजन लेवल 99 बना हुआ है। वहीं पेड़ पर चढ़ने और उतरने से भी उनका शरीर फिट रहने के साथ यह दिन भर फुर्ती महसूस करते हैं। इसका श्रेय भी में पीपल के पेड़ को देने से नहीं चूकते हैं। सुबह हो या शाम, जब भी राजेंद्र पाटीदार को पेड़ पर जाना होता है, ये अपनी कुर्सी लेकर पेड़ के ऊपर आसानी से चढ़ जाते हैं। पेड़ पर ही आसन लगाकर शुद्ध ऑक्सीजन लेते हुए कपालभाती प्राणायाम और योग भी कर लेते हैं।

राजेंद्र के पेड़ पर चढ़े रहने के दौरान यदि उनसे कोई बात करना चाहता है तो वह भी पेड़ के ऊपर से ऐसे ही बात करते हैं उनका दावा है कि पीपल के पेड़ के साथ जो लोग प्राण वायु की जुगलबंदी करते हैं उन्हें ना तो कोरोना हो सकता है और ना ही उनका ऑक्सीजन लेवल घट सकता है। उन्होंने बताया उनकी देखा देखी अब गांव के कई बुजुर्ग भी इस तरह के प्रयास को लेकर प्रेरित हो रहे हैं।

यही नहीं राजेंद्र का पोता कनिष्क भी पेड़ पर दादाजी की संगत का साथी बन चुका है। जब भी राजेंद्र पाटीदार पेड़ पर चढ़ते हैं और इन्हें किसी सामान की जरूरत होती है तो कनिष्क उनकी तत्काल मदद करता है।

स्टार्टअप Simple Energy 15 अगस्त को लॉन्च करेगी ई-स्कूटर, जानिए कीमत

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नई दिल्ली. बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप सिंपल एनर्जी (Simple Energy) 15 अगस्त को अपना पहला ई-स्कूटर (E-Scooter) लॉन्च करेंगी. कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) पहले चरण में बेंगलुरु में बेचा जाएगा और बाद में चेन्नई और हैदराबाद में भी इसकी बिक्री की जाएगी.

वाहन की कीमत 1.10-1.20 लाख रुपए के बीच रखी गई है. बयान में कहा गया कि कंपनी की आगे दूसरे शहरों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना है. बेंगलुरु में कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के अलावा उसकी रिसर्च एवं डेवलपमेंट (R&D) यूनिट भी है.

Husqvarna के इलेक्ट्रिक स्कूटर की धमाकेदार एंट्री, सिंगल चार्ज में 95 किमी तक की रेंज हाल ही में स्वीडन की ऑटोमेकर हुसकवर्ना (Husqvarna) ने अपना इलेक्ट्रिक स्कूटर अनवील्ड कर दिया है. इस स्कूटर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है ये आने वाले दिनों में बजाज चेतक सहित दूसरी कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर को कड़ी टक्कर देगा. बताया जा रहा है कि हुसकवर्ना का इलेक्ट्रिक स्कूटर सिंगल चार्ज में 95 किमी तक की रेंज दे सकता है और इसकी टॉप स्पीड 45 किमी प्रति घंटा होगी.

हुसकवर्ना वेक्टोर्र ई-स्कूटर को डुअल टोन प्रभाव वाले आक्रामक दिखने वाले बॉडी पैनल के साथ देखा जा सकता है. इसका फ्रंट एप्रन काले रंग से लैस है. वहीं निचले पैनल में हल्के भूरे रंग की शेड दी गई है. स्कूटर के फ्रंट में LED DRLs के साथ एक गोलाकार हेडलैंप भी है जैसा कि विटपिलेन Vitpilen, स्वार्टपिलीन मोटरसाइकिल Svartpilen रेंज पर देखा गया है.

Board Exams 2021: कोरोना के चलते इस राज्य में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित

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West Bengal Board Exams 2021 कोलकाता । पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। पश्चिम बंगाल सरकार ने जून में होने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को शनिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रविवार से 30 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने की भी घोषणा कर दी है।

परीक्षाओं का संशोधित कार्यक्रम बाद में होगा घोषित

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने कहा कि राज्य की बोर्ड की परीक्षाओं का संशोधित कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा। मुख्य सचिव ने राज्य सचिवालय में पत्रकारों से कहा कि जून में कोई माध्यमिक और उच्चर माध्यमिक परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी।

पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के दौरान 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं कराने के लिए प्रबंध करना मुश्किल है। 10वीं कक्षा की परीक्षाएं 1 जून जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 15 जून से शुरू होनी थी, लेकिन अब इन परीक्षाओं का कार्यक्रम स्थितियां सामान्य होने पर घोषित किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा विभाग दोनों परीक्षाओं का संशोधित कार्यक्रम तैयार करने के लिए बोर्डों के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।

1 जून से होने वाली थी माध्यमिक परीक्षाएं

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में शिक्षा विभाग ने पहले घोषणा की थी कि एक जून से माध्यमिक परीक्षाएं होंगी। साथ ही राज्य के नए शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तय करेंगी कि माध्यमिक की परीक्षाएं होंगी या नहीं। लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि परीक्षाएं स्थगित की जा रही है। कोरोना महामारी के चलते निर्मित परिस्थिति के चलते पश्चिम बंगाल में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद करने की घोषणा पहले ही कर दी गई है। CBSE, ICSE समेत कई बोर्ड ने माध्यमिक और 12वीं की परीक्षाओं को पहले ही स्थगित कर दिया है।

कोरोना काल में किस कंपनी ने बेची सबसे ज्यादा कारें? यहां देखें लिस्ट

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पिछला एक साल यानी 2020-2021 कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया के लिए बहुत खराब रहा है. इस महामारी का असर कारोबारी जगत पर भी हुआ है. लॉकडाउन की वजह से ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी इसका बहुत असर पड़ा है. भारत में साल 2020 के मार्च से लगे लॉकडाउन की वजह से सेल बहुत कम हुई. ऑटोमोबाइल सेक्टर को बड़ा घाटा हुआ.

 

हालांकि नवंबर-दिसंबर में इस सेक्टर ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली थी. अब अप्रैल 2021 से एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप ने लोगों को डरा दिया है. ऑटोमोबाइल सेक्टर की रफ्तार भी धीमी हो गई है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने वित्त वर्ष 2020-21 की कार कंपनियों की सेल्स रिपोर्ट जारी की है. उसी के आधार पर हम आपको बता रहे हैं कि 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक किस कंपनी ने कितनी कारें बेची हैं.

 

1- मारुति सुजुकी- भारत में अभी भी मारुति सुजुकी का क्रेज बरकरार है. साल 2020-21 में पेट्रोल मॉडल लाइनअप में स्विच करने के बाद भी मारुति की कार सबसे ज्यादा बिकीं. इसका मार्केट शेयर 48 परसेंट बढ़ा है.

 

2- हुंडई- भारतीय ऑटोसेक्टर में दूसरा सबसे पॉपुलर ब्रांड है हुंडई. इसकी बेस्ट सेलिंग क्रेटा और आई20 जैसे मॉडल्स को लोगों ने बहुत पसंद किया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में हुंडई का मार्केट शेयर 17.36 परसेंट रहा है.

 

3- टाटा- देश के टॉप 3 ऑटोमोबाइल ब्रांड्स में टाटा का नाम भी शामिल है. पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 2020-21 में टाटा की 20,000 यूनिट्स ज्यादा बिकी. टाटा के मार्केट शेयर में 7.87 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

 

4- किया- साल 2019 से ही किया ने भारतीय बाजार में धूम मचा रखी है. वित्तीय वर्ष 2020-2021 में इसका मार्केट शेयर 5.50 परसेंट रहा और ये चौथा सबसे पॉपुलर ब्रांड बन गया. पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले किया ने अपनी सेल दोगुनी की है.

 

5- महिंद्रा- साल 2020-21 वित्तीय वर्ष में महिंद्रा की वाहन सेल में कमी आई है. महिंद्रा की कार बिक्री में एक लाख तक की गिरावट हुई है. महिंद्रा की सेकंड जनरेशन थार को लोगों ने पसंद किया, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से कंपनी अपने नए प्रोडक्ट्स ज्यादा लॉन्च नहीं कर पाई. महिंद्रा का मार्केट शेयर 5.35% रहा जो पिछले वित्त वर्ष से कम रहा.

कांग्रेस का हाथ जमाखोरों और कालाबाजारियों के साथ, नवनीत कालरा मामले में भाजपा का आरोप

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नई दिल्ली, नवनीत कालरा नाम के व्यापारी को पुलिस पकड़ती है। 7,500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नवनीत कालरा और गौरव खन्ना गैंग द्वारा उपलब्ध किए गए।नवनीत कालरा वही है, जिनका कांग्रेस से रिश्ता है। 7,500 कंसंट्रेटर की कीमत 13 करोड़ है।
नवनीत कालरा मामले में भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का हाथ जमाखोरों और कालाबाजारियों के साथ है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कांग्रेस का हाथ जमाखोरों, कालाबाजारियों के साथ है। नवनीत कालरा नाम के व्यापारी को पुलिस पकड़ती है। 7,500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नवनीत कालरा और गौरव खन्ना गैंग द्वारा उपलब्ध किए गए।नवनीत कालरा वही है, जिनका कांग्रेस से रिश्ता है। 7,500 कंसंट्रेटर की कीमत 13 करोड़ है।

मीनाक्षी लेखी ने आगे कहा कि कंसंट्रेटर की ये लोग जमाखोरी कर रहे थे। इन्होंने जानबूझकर दिल्ली में कंसंट्रेटर की कमी कर रखी थी। राहुल गांधी और उनके मित्र हाहाकार मचाते कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी है। फिर कांग्रेस के लोग कंसंट्रेटर की चोरी, कालाबाजारी, जमाखोरी करते हुए पकड़े जाते हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने ऑक्सीजन सांद्रकों की कथित कालाबाजारी के मामले में नवनीत कालरा के अग्रिम जमानत के अनुरोध को शुक्रवार को ठुकरा दिया और राहत नहीं देने के निचली अदालत के कारणों से सहमति जताई। सत्र अदालत ने कालरा की अग्रिम जमानत की याचिका को बृहस्पतिवार को खारिज करते हुए कहा था कि उसके खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं और ‘‘पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए उसको हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने की जरूरत है।’’ आपको बता दें कि कालरा की तरफ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी वकील के तौर पर पेश हो रहे हैं। मामले में कालरा की तरफ से पेश वकील वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और विकास पाहवा ने अदालत से अनुरोध किया कि तब तक कुछ अंतरिम संरक्षण दिया जाए। सिंघवी ने अदालत से कहा कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से कालरा की तलाश कर रही है और उसके परिजनों और दोस्तों के आवास पर भी गयी है और जब तक अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हो रही है तब तक पुलिस को वहां नहीं जाना चाहिए।

एएसजी राजू ने उच्च न्यायालय से याचिका पर 18 मई को सुनवाई करने का अनुरोध करते हुए कहा कि उनके पास फर्जी कंपनियों के संबंध में कई सूचनाएं हैं और अदालत के समक्ष इसे पेश करने के लिए कुछ समय की जरूरत है। हाल में की गयी छापेमारी के दौरान कालरा के तीन रेस्त्रां ‘खान चाचा’, ‘नेगा जू’ और ‘टाउन हॉल’ से 524 ऑक्सीजन सांद्रक बरामद किए गए थे और ऐसा संदेह है कि वह अपने परिवार के साथ दिल्ली छोड़कर चला गया है। ऑक्सीजन सांद्रक कोविड-19 के इलाज में महत्वपूर्ण चिकित्सकीय उपकरण हैं। भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (जालसाजी), 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), 120-बी (आपराधिक साजिश) और 34 (समान इरादे से काम करना) के तहत कालरा के खिलाफ पांच मई को एक मामला दर्ज किया गया था। ऑक्सीजन सांद्रकों की कालाबाजारी के लिए आवश्यक वस्तु कानून और महामारी कानून के तहत भी प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।

ऋषिकेश : विस अध्यक्ष ने किया में आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण, मरम्मत का 90 प्रतिशत पूरा

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ऋषिकेश, राज्य में कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थिति में ऑक्सीजन की किल्लत को पूरा करने के लिए आईडीपीएल के ऑक्सीजन गैस प्लांट को पुनर्जीवित करने को सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा संभाला हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया एवं सेना के इंजीनियरों का उत्साहवर्धन किया।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों की टीम ने 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है। सेना के इंजीनियरों की टीम पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट की मरम्मत कर रही है। आइडीपीएल के मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक विभाग की टीमें भी इंजीनियरों की मदद कर रही हैं। ऑक्सीजन प्लांट बीते कई वर्षों से बंद पड़ा है। ऐसे में मशीनों के कई पार्ट खराब हो चुके हैं, जिनको बदलकर नए पार्टस लगवाए जा रहे हैं एवं सप्लाई लाइन की भी जांच की जा रही है।

विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है। जिसमें हवा से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा, जिस पर सफलता मिलने के बाद इस प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है। इस अवसर पर सेना के कैप्टन अर्जुन राणा, आईडीपीएल के उप महाप्रबंधक गंगा प्रसाद अग्रहरि, इंचार्ज डीएस राणा, रमेश शर्मा उपस्थित थे।

उत्तराखंड : श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुले, 17 मई श्री केदारनाथ एवं 18 मई श्री बदरीनाथ धाम के खुलेंगे कपाट

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“मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं पर्यटन मत्री सतपाल महाराज ने कपाट खुलने पर बधाई दी।”

गंगोत्री( उत्तरकाशी)/ रूद्रप्रयाग/ जोशीमठ, श्री गंगोत्री धाम के कपाट आज विधिविधान पूर्वक शनिवार बैशाख शुक्ल तृतीया के शुभ मुहुर्त पर प्रात: 7 बजकर 31 मिनट पर खुल गये हैं। कल मां गंगा की भोग मूर्ति भैरों घाटी पहुंची थी आज प्रात: चार बजे मां गंगा की डोली ने गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर मां गंगा की आरती हुई तथा जनकल्याण की कामना की गयी

श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बधाई दी है।
कहा है कि कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा स्थगित है स्थितियां सामान्य होने पर चारधाम यात्रा शुरू हो सकेगी। श्रद्वालुजन अपने घरों में पूजा-अर्चना करें। उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा स्थगित होने के कारण धामों के कपाट सांकेतिक रूप से खुल रहे है। केवल पूजा परंपरा से जुड़े लोगों को ही धामों में जाने की अनुमति है। धामों में पूजा- अर्चना विधिवत रूप से चलती रहेगी।

कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया। इस अवसर पर श्री गंगोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष सुरेश सेमवाल,सचिव दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, उपजिलाधिकारी भटवाड़ी देवेन्द्र सिंह नेगी,उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विशेष कार्याधिकारी/ प्रभारी अधिकारी गंगोत्री धाम राकेश सेमवाल, अरविंद सिंह नेगी, कल्याण सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।

उल्लैखनीय है कि कल दोपहर में श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये है।‌ तथा 17 मई सोमवार को 5 बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। आज श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंचेगी।देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी सिंह डोली के साथ चल रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई मंगलवार प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे हैं।
जबकि द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी तथा चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट 17 मई को खुल रहे है। श्री हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं हुई है।

एम्स : कोरोना काल में उत्पन्न मनोविकृति का ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से समाधान

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देहरादून (ऋषिकेश), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने कोरोना काल में उत्पन्न मनोविकृति व अन्य समस्याओं का समाधान ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से दिया। एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रवि कान्त के दिशा निर्देश तथा मार्गदर्शन में सोशल आउटरीच सेल की ओर से ऑनलाइन कम्युनिटी संवाद का आयोजन किया गया, जिसके मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार, विभागाध्यक्ष पल्मोनरी रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश सिंधवानी व डॉ. संजय अग्रवाल आदि मौजूद थे।

एम्स के निदेशक पदमश्री प्रो. रवि कान्त ने कहा कि, एम्स ऋषिकेश कोरोना महामारी के इस कठिन समय में सभी चुनौतियों का सामान करते हुए अपनी पूर्ण सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि आउटरीच सेल का कार्य बहुत सराहनीय है, वह देश के हर समाज के हर कोने तक अपनी सेवाएं देकर मरीजों को गंभीर होने से बचा रहे ही हैं |

राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने कहा एम्स ऋषिकेश इस महामारी के समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हम सभी पिछले एक वर्ष से कोरोना से जूझ रहे है, उन्होंने एम्स ऋषिकेश द्वारा ऑनलाइन कम्युनिटी संवाद कि सराहना करते हुए बताया यह जनमानस की सुविधा के लिए एक उत्कृष्ट कार्य है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या को एम्स के विशेषज्ञों से पूछ सकता है, और उसका समाधान प्राप्त कर सकता है। एम्स ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष ने बताया कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से आप सभी लोगो के लिए एक लिंक जनरेट किया गया था, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या को एम्स के विशेषज्ञों से पूछ सकता है, और समाधान प्राप्त कर सकता है।

एम्स ऋषिकेश के प्लेटफार्म पर पूछे गए प्रश्न व उनके समाधान

– सेकंड कोविड-19 वेव के? क्या-क्या सिंपटम्स हैं? कैसे पता लगेगा की यह सिंपटम्स कोविड-19 के है ? या वायरल फीवर के ?

– कोविड-19 के कॉमन सिम्पटम्स है बुखार सुकि खांसी थकान, कंजंक्टिवाइटिस, बॉडीपैन, डायरिया, स्मेल न टेस्ट नहीं आना , सिर दर्द है। सीवियर कंडीशन में सास लेने में दिक्कत और चेस्ट पैन होता है। वायरल फीवर है तो आप रेस्ट लें, पैरासिटामोल हर छह घंटे के अंतर पर रात को सोने के आगे, यदि फिर भी आराम न मिले तो आप (आरपीसीआर) टेस्ट करवा लें। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी आपको सिम्पटम्स है तोह अपने आपको आइसोलेट करलें और डॉक्टर से परामर्श कर चेस्ट का (सी-टी स्कैन) करवा सकते है जिसमें कोविड-19 इन्फेक्शन का पता चल सकता है।

– इम्युनिटी को कैसे बूस्ट-अप करें?

– इसके लिए सबसे ज़रूरी है भर पेट खाना खाना जिसमे सात कलर जिसको की रेनबो फ़ूड आइटम्स भी कह सकते है खाने चाहिए, जैसे की दाल, चावल रोटी सब्ज़ी, पत्ते दार सब्ज़ी अवं फ्रूट्स, कम से कम 2-4 लीटर पानी पीएं दिन में फिजिकल एक्टिविटी जैसे की ब्रिस्क वाक, योग, मैडिटेशन या फिर फ्री हैंड एक्सरसाइज करे, आठ घंटे की अच्छी नींद ले।

– क्या वैक्सीनेशन प्रेगनेंसी में लगाया जा सकता है?

– प्रेगनेंसी एवं ब्रैस्ट फीडिंग मदर को वैक्सीन नहीं लगाया जा सकता और कोविड पॉजिटिव होने के कितने दिन बाद वैक्सीन लगवानी चाहिए?

– कोविड से रिकवरी के बाद आप 4-6 सप्ताह में वैक्सीन लगवा सकते हैं।

– क्या पहले दिन से एंटी-बायोटिक लेनी चाहिये?

– बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए क्योंकी कोरोना एक वायरल फीवर है, जिसमे प्रारंभिक दिन में एंटी-बायोटिक लेना आवश्यक नहीं है।

– अगर हम टीका लगाएंगे तो हम कोरोना से संक्रमित नहीं होंगे?

– वैक्सीन लगा लेने से आपको इन्फेक्शन कभी होगा ही नहीं यह नहीं बोला जा सकता, हां वैक्सीन लगने के बाद यदि आपको इन्फेक्शन होता है तो उसकी सेवरिटी बहुत कम होती है और हमें वेंटीलेटर जैसे उपकरणों की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, हम घर पर ही क्वारंटाइन रह सकते है और ठीक हो सकते है।

– जो भी होम आइसोलेटेड हैं उन्हें किस तरह का शेड्यूल मेंटेन करना होगा?

– इसमें आप अपनी नियमित दिनचर्या का पालन कर सकते हैं, फ्रूट्स ले सकते हैं, संतुलित आहार ले सकते हैं, ऐसा आहार लें जिससे आपके शारीर को पोषक तत्व मिले, प्रतिदिन दो से तीन लीटर पानी का सेवन करें व खुद को हाइड्रेट रखें। घबराएं नहीं व कोई भी तकलीफ महसूस होने पर चिकित्सक से परामर्श लें।