Saturday, May 10, 2025
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चमोली : समस्याओं के निस्तारण के लिए ब्लॉक प्रमुख ने अधिकारियों के साथ की बैठक

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(गिरीश चंदोला)

चमोली, देवाल विकासखण्ड सभागार में ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने देवाल विकासखण्ड की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की, बैठक में पीएमजीएसवाई, सिंचाई ,लोक निर्माण विभाग ,जल संस्थान, विद्युत विभाग, वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे |
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने देवाल खेता मानमती मोटरमार्ग पर हो रहे डामरीकरण की गुणवत्ता सुधारने के साथ ही पीएमजीएसवाई पर बिना डंपिंग जोन के जगह जगह मलबा डालने का आरोप लगाया | जिस पर ब्लॉक प्रमुख देवाल दर्शन दानू ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाते हुए निर्माण कार्यो में सुधार लाने की बात कही

वहीं लोक निर्माण विभाग को देवाल से वाण तक डामरीकरण और बन्द स्क्रबरो को खुलवाने के साथ ही नालियों के निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिए,वहीं वन विभाग को निर्माणदायी संस्थाओं द्वारा डंपिंग जोन की बजाय मलबा जगह जगह सड़क किनारे और नदियों में डालने पर ठेकेदार ओर विभाग पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए, जल संस्थान को देवाल बाजार में पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए जिस पर जल संस्थान के अधिकारियों ने देवाल बाजार में अलग अलग गांवो में स्रोत से 2 -2 घंटे पेयजल आपूर्ति बहाल करने की बात कही, इसके साथ ही ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने जल निगम के अधिकारियों को जल जीवन मिशन योजना में पेयजल लाइन को दुरस्त करने और पानी की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए, इसके अलावा जनप्रतिनिधियों ने विद्युत विभाग को घेरते हुए देवाल विकासखण्ड के गांवो में बिजली के लटके खंभो को सीधा करने के साथ ही झूलते तारो को दुरस्त करने की मांग की, वहीं सिंचाई विभाग से जनप्रतिनिधियों ने बुस्तरा तोक, उणीबगड़ और जैनबिष्ट में बाढ़ सुरक्षा कार्यो में तेजी लाने की बात कही |

डाॅ0 निशंक ने सहजता से किया कोविड का सामना, अस्पताल में लिखी कविता

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 निशंक लगभग स्वस्थ, शीघ्र आ सकते हैं अस्पताल से घर

नई दिल्ली। जीवनभर अनेक संघर्षों से पार पाकर सफलता के शिखर छूने वाले केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल निशंक एक बड़े संघर्ष का सामना करने में सफल रहे। कोरोना जैसी भयंकर बीमारी पर विजय प्राप्त कर वे लगभग पूरी तरह स्वस्थ्य हो चुके हैं और जल्दी ही अस्पताल से घर आ सकते हैं। तन-मन को बुरी तरह ’जख्मी’ कर देने वाले कोविड-19 को डाॅ0 निशंक ने साहस और सहजता के साथ परास्त किया है। इस बीच वे अस्पताल में आराम करने के साथ ही न केवल विभागीय कार्य भी निपटाते रहे, बल्कि कोरोना से जंग करते हुए मन में आए भावों को शब्दों का रूप देते रहे। उनकी ’कोरोना’ नामक कविता इन दिनों सोशल मीडिया पर खासी सराही जा रही है, जो कोरोना पीड़ितों में आशा और साहस का संचार कर रही है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल निशंक अप्रैल में कोविड-19 के शिकार हो गए थे। एक बार एम्स में भर्ती होने के बाद वे फिर अस्वस्थ हो गए। उन्हें फिर एम्स में भर्ती किया गया। तभी से लंबे से वे अस्पताल में हैं। अस्पताल में कोविड का मरीज तन-मन से टूट जाता है, लेकिन डाॅ0 निशंक ने इस घातक बीमारी पर अपनी साहसिक बाणों के जबरदस्त हमले किए। उन्होंने अपने उद्गारों को व्यक्त करते हुए अस्पताल में लिखा कि मैंने न तो हार मानी और न ही रार ठानी है। राह में संघर्षों का सामना करना मेरे लिए नई बात नहीं है। कोरोना को ललकारते हुए वे लिखते हैं कि तुम्हें वापस जाना ही होगा,क्योंकि मैं वह शख्स हूं, जो स्वयं को तिल-तिल जलाकर अंधकार को मिटाने की हिम्मत रखता हूं। मैं सत्य और लक्ष्य के लिए आशाओं की फसले बोता रहा हूं और लक्ष्य हासिल करने तक सोता भी नहीं हूं। कोरोना पर हावी होते हुए डाॅ0 निशंक ने लिखा है कि मेरे असीम साहस, उम्मीदों और सकारात्मक चिंतन के आगे तुम्हारी एक न चल पाएगी। तुम्हें मैं परास्त करके रहूंगा।
इस प्रकार सकारात्मक विचारों के साथ डाॅ0 निशंक ने कोरोना को परास्त कर उन लोगों को एक प्रेरक संदेश दिया है, जो इस बीमारी का नाम सुनने मात्र से सिहर जाते हैं और भय से कांपने लगते हैं। डाॅ0 निशंक ने कविता के माध्यम से यह जतलाने का प्रयास किया है कि बीमारी से लड़ने के लिए मन में सकारात्मक विचारों का होना बहुत आवश्यक है। बुरे समय में भी हौसला न त्यागकर उन्होंने अपनी उस साहित्यिक प्रतिभा का सदुपयोग किया है, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक अलंकार प्राप्त हो चुके हैं। बहरहाल, अस्पताल के मार्मिक वातावरण और घरघोर सन्नाटे जैसे करुण रस वाले वातरण में लिखी डाॅ0 निशंक की यह कविता इस निराशाभरे माहौल में लोगों में आशा का संचार करती है-

’’कोरोना’’
हार कहां मानी मैंने?
रार कहां ठानी है मैंने?
मैं तो अपने पथ-संघर्षों का
पालन करता आया हूं।

क्यों आए तुम कोरोना मुझ तक?
त्ुमको बैरंग ही जाना है।
पूछ सको तो पूछो मुझको,
मैंने मन में ठाना है।

तुम्हीं न जाने,
आए कैसे मुझमें ऐसे
पर, मैं तुम पर भी छाया हूं,
मैं तिल-तिल जल
मिटा तिमिर को
आशाओं को बोऊंगा,
नहीं आज तक सोया हूं
अब कहां मैं सोऊंगा?

देखो, इस घनघोर तिमिर में
मैं जीवन-दीप जलाया हूं।
तुम्हीं न जाने आए कैसे,
पर देखो, मैं तुम पर भी छाया हूं।
(दिल्ली, एम्स कक्ष-704, प्रातः 7.00 बजे। 06 मई, 2021)

स्पिक मैके की ओर से सात दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव, युवाओं को शास्त्रीय संगीत नृत्य और लोक कला के बारे साझा किये अनुभव

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देहरादून, स्पिक मैके की ओर से सात दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव ‘अनुभव’ श्रृंखला का दूसरा ऑनलाइन संस्करण के अंतिम दिन नृत्य, संगीत के कार्यक्रम हुए। कला जगत के प्रख्यात कलाकारों ने युवाओं को शास्त्रीय संगीत, नृत्य और अन्य लोक-कला के बारे में जानकारी दी और सांस्कृतिक विरासत को लेकर अनुभव भी साझा किए।

सांस्कृतिक उत्सव के समापन पर भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य में प्रख्यात पंडित वेंकटेश कुमार, पंडित साजन मिश्रा, मार्गी मधु, शाहिद परवेज खान और वसीफुद्दीन डागर की ओर से ऑनलाइन शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी और इसकी बारीकियां भी बताई। श्याम बेनेगल, शबाना आज़मी, जावेद अख्तर, उस्ताद अमजद अली खान, तीजन बाई, पंडित शिवकुमार शर्मा, डॉ. एन. राजम, पंडित साजन मिश्रा, उस्ताद शाहिद परवेज खान, अरुणा सायराम, पंडित उल्हास कशालकर, पंडित वेंकटेश कुमार, उस्ताद वसीफुद्दीन डागर, गीता चंद्रन और घनकांत बोरा आदि कलाकार इस ऑनलाइन सम्मेलन में शामिल रहे।

स्पिक मैके उत्तराखंड की अध्यक्ष विद्या वासन ने कहा की स्पिक मैके की अनुभव श्रृंखला को दुनिया भर के छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। इन सात दिनों में कला जगत के प्रख्यात कलाकारों ने कार्यशालाओं, बातचीत सत्रों और संगीत कार्यक्रमों में भाग लिया। कई गुरुओं ने स्पिक मैके की अनुभव सीरीज़ के सभी सात दिनों की कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किए।

केवल विहार कल्याण समिति की नई कार्यकारिणी गठित

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देहरादून, केवल विहार कल्याण समिति लेन ई और एफ की वार्षिक बैठक ए.के.सहाय जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसका मुख्य एजेंडा नयी कार्यकारिणी का गठन करना था। समिति के सचिव नवीन शर्मा द्वारा समिति में उनके द्वारा किए गए कार्य में समिति से अलग हुए सदस्यों को जोड़ना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसके पश्चात कोषाध्यक्ष अनिल कुमार मेहता द्वारा समिति का दो वर्ष 2019-2020 व 2020- 2021का समस्त लेखा- जोखा समिति के सदस्यों के सामने रखा, जिसे समिति ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया।करोना महामारी के चलते गत वर्ष समिति द्वारा किए गए कार्यों की सभी सदस्यों द्वारा सराहना की गई।

इसके उपरांत कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई जिसमें समिति के वरिष्ठ सदस्य एस.के.श्रीवास्तव , संजय भार्गव, अजय भारद्वाज, पंकज मदान, नवीन जोशी, उपस्थित थे। सर्वसम्मति से नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें
ए.के.मेहता (अध्यक्ष), विपिन मेहता (सचिव), तरुण शर्मा (कोषाध्यक्ष), एम.आर.ढौंढियाल उपाध्यक्ष, संजय त्यागी संयुक्त सचिव नामित किये गये

नवनिर्वाचित अध्यक्ष अनिल मेहता जी द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी समिति आपसी सहयोग से चलती है, हमें एक-दूसरे से आपसी प्रेम सदभावना से सभी सदस्यों का आदर करना चाहिए | उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया है कि समिति के ग्रुप में किसी भी धार्मिक व सम्प्रदाय सम्बन्धित मैसेज डालना कानूनी अपराध है जिससे आपसी मतभेद पैदा होता है।

Jio ने लॉन्च किए 3GB डेली डेटा प्लान, Airtel और Vodafone के इन प्लान को मिलेगी टक्कर

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अगर आप वर्क फ्रोम होम कर रहे हैं और आपको डेली ज्यादा डेटा की जरूरत पड़ती है तो जियो ने ऐसे कई शानदार प्लान लॉन्च किए हैं जिनमें आपको डेली 3 GB डेटा मिलेगा. कंपनी की ओर से 3,499 रुपये वाला प्लान ऑफर किया गया है जिसमें आपको 365 दिन की वैलिडिटी, डेली 3 जीबी डेटा, अनलिमिटेड कॉलिंग और कई दूसरी सुविधाएं मिलती हैं. इसके अलावा अगर आप एक महीने का रिचार्ज कराना चाहते हैं तो आपके लिए जियो का 401 रुपए का शानदार प्लान है. हालांकि जियो के इन प्लान को टक्कर देने के लिए एयरटेल और जियो के भी 3 जीबी डेली डेटा वाले शानदार प्लान मौजूद हैं. जानते हैं आपके लिए बेस्ट प्लान कौन सा होगा.

 

Jio का 401 रुपये वाला 3GB प्लान- जियो के इस प्लान में 28 दिन की वैलिडिटी मिल रही है. प्लान में आपको रोज 3 जीबी डेटा मिलेगा. साथ ही इस प्लान में ग्राहकों को 6 जीबी डेली अतिरिक्त डेटा मिलेगा. यानी यूजर्स को इस प्लान में टोटल 90 जीबी डेटा मिलेगा. इस प्लान में अनलिमिटेड कॉलिंग और रोज 100 एसएमएस की सुविधा भी मिल रही है. इसके अलावा Disney+Hotstar VIP , Jia Tv, My Jio Cinema, Jio News और Jio Security Apps का फ्री सब्सक्रिप्शन दिया जा रहा है.

 

Vodafone Idea का 405 वाला 3GB प्लान- जियो के इस प्लान को टक्कर देने के लिए मार्केट में वोडाफोन का शानदार 405 वाला प्लान मौजूद है. इस प्लान में डेली 3GB डेटा मिल रहा है साथ ही आपको 6GB डेली एडिशनल डेटा भी ऑफर किया जा रहा है. इस प्लान में अनलिमिटेड कॉलिंग और रोज 100SMS की सुविधा मिलती है. इस प्लान की वैलिडिटी 28 दिन की है. प्लान में Disney+ Hotstar VIP का एक साल का सब्सक्रिप्शन भी मिल रहा है.

 

Airtel का 398 का प्लान- अगर आप 3GB डेटा वाला एयरटेल का प्लान खरीदना चाह रहे हैं तो आपको 398 में ये प्लान मिल जाएगा. इस प्लान में डेली 3GB डेटा मिल रहा है. प्लान की वैलिडिटी 28 दिन की है. आपको इसमें अनलिमिटेड कॉलिंग और डेली 100 SMS की सुविधा मिल रही है. इस प्लान में Airtel Xstream Premium ,Wink Music और Shaw Academy का फ्री सब्सक्रिप्शन दिया जा रहा है.

PPF Vs VPF: अपने निवेश पर उच्च रिटर्न पाना चाहते हैं तो यहां करें निवेश, नहीं है पैसा डूबने का खतरा

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नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। फिक्स डिपॉजिट भारतीयों के बीच काफी लंबे समय से एक पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है। यहां लोग ऐसे निवेश विकल्पों में निवेश करना पसंद करते हैं, जहां गारंटीड रिटर्न मिले और निवेश की गई रकम महफूज रहे। एफडी (FD) ऐसे ही निवेश विकल्पों में से एक है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से एफडी पर ब्याज दरें काफी घट गई हैं। इस कारण अब लोग अन्य निवेश विकल्पों की तलाश में हैं।

सरकार समर्थित स्मॉल सेविंग स्कीम्स भी गारंटीड रिटर्न प्रदान करती हैं। वेतनभोगी कर्मचारियों की बात करें, उनके लिए पीपीएफ (PPF) और वीपीएफ (VPF) काफी बेहतर निवेश विकल्प हैं। आज हम आपको इन्हीं दोनों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड वित्त मंत्रालय के राष्ट्रीय बचत संस्थान द्वारा सन् 1968 में एक सेविंग इंस्ट्रूमेंट के रूप में लाया गया था। यह योजना आयकर लाभों के साथ आती है। PPF में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये का निवेश करना होता है। वहीं, आप एक वित्त वर्ष में पीपीएफ में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हो। पीपीएफ 15 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आता है। इस समय इस योजना में ब्याज दर 7.1 फीसद सालाना है। पीपीएफ आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की आयकर छूट की पेशकश करता है। इस योजना में अर्जित ब्याज भी पूरी तरह कर मुक्त होता है।

स्वैच्छिक भविष्य निधि (VPF)

वीपीएफ एक स्वैच्छिक योगदान है, जो वैधानिक ईपीएफ योगदान के अतिरिक्त होता है। केवल वेतनभोगी कर्मचारी, जो ईपीएफओ के सदस्य हैं, वीपीएफ में निवेश कर सकते हैं। कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी के 12 फीसद से अधिक ईपीएफ में योगदान नहीं दे सकते हैं। अगर कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी के 12 फीसद से अधिक का योगदान देना चाहते हैं, तो वीपीएफ के तहत कर सकते हैं। वीपीएफ पर मौजूदा ब्याज दर 8.50 फीसद है। वीपीएफ में योगदान धारा 80 सी के तहत कर छूट के योग्य होता है। ईपीएफ की तरह ही वीपीएफ भी EEE स्टेटस के साथ आती है। अर्थात इसमें निवेश राशि, ब्याज राशि और मैच्योरिटी की राशि सभी कर मुक्त होती हैं।

FM निर्मला सीतारमण ने आत्‍मनिर्भर भारत रोजगार योजना का किया विस्‍तार, जानें अब कब तक मिलता रहेगा फायदा

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नई दिल्‍ली. केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharmana) ने कोरोना संकट के कारण लोगों के सामने खड़ी वित्‍तीय चुनौतियों (Financial Challenges) से राहत देने के लिए कई बड़े ऐलान किए. उन्‍होंने नए राहत पैकेज (Stimulus Package) के तहत पिछले साल शुरू की गईं कई योजनाओं के विस्‍तार की घोषणा भी की. इसी कड़ी में उन्‍होंने बताया कि आत्‍मनिर्भर भारत रोजगार योजना (Aatmanirbhar Bharat Rozgar Yojana) को भी आगे बढ़ाया गया है. अब लोगों को इस योजना का फायदा 31 मार्च 2022 तक मिलता रहेगा.

योजना के लिए आवंटित किए गए 22,810 करोड़ रुपये
वित्‍त मंत्री सीतारमण ने कहा कि आत्‍मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत कर्मचारियों और नियोक्ताओं को मिलने वाला ईपीएफ (EPF) सपोर्ट अब 31 मार्च 2022 तक मिलेगा. इस स्कीम की शुरुआत अक्टूबर 2020 में की गई थी. योजना का लाभ 58.50 लाख लोगों को मिलेगा. इसके लिए 22,810 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इसके लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 30 जून 2021 है. वहीं, उन्‍होंने कोविड प्रभावित सेक्टर्स के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपये की लोन गारंटी स्कीम (Loan Guarantee Scheme) का ऐलान किया. साथ ही 1.5 लाख करोड़ रुपये के एडिशनल इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) की घोषणा की है.

क्रेडिट गारंटी स्‍कीम का 25 लाख लोगों को फायदा
FM निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत कोविड-19 से प्रभावित 25 लाख से ज्‍यादा लोगों को 3 साल के लिए 1.25 लाख रुपये का लोन दिया जाएगा. साथ ही साफ किया कि इस कर्ज पर लगने वाला ब्‍याज बैंकों के लिए तय एमसीएलआर (MCLR) से 2 फीसदी अधिक होगा. उन्‍होंने कहा कि 25 लाख लोगों को माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस के जरिये इस लोन का फायदा मिलेगा. इसके अलावा उन्‍होंने कहा कि हेल्थकेयर के लिए 50,000 रुपये की लोन गारंटी मिलेगी. इसमें गारंटी कवरेज 50 फीसदी एक्सपेंशन के लिए मिलेगा और 75 फीसदी गारंटी कवरेज नए प्रोजेक्ट्स के लिए मिलेगा. इसमें 3 साल के लिए 100 करोड़ रुपये का अधिकतम लोन मिलेगा. इस पर अधिकतम ब्याज दर 7.95 फीसदी लगेगी. वहीं, दूसरे सेक्टरों के लिए अधिकतम ब्याज दर 8.25 फीसदी रखी गई है. गारंटी के बिना नॉर्मल इंटरेस्ट रेट 10 से 11 फीसदी है.

टूरिज्‍म सेक्‍टर को भी वित्‍त मंत्री ने दी बड़ी राहत
वित्‍त मंत्री सीतारमण ने 11,000 रजिस्टर्ड टूरिस्ट गाइड्स और ट्रेवल एंड टूरिज्म सेक्टर के स्टेकहोल्डर्स को इस राहत पैकेज के जरिये वित्तीय सहायता देने का ऐलान भी किया है. लाइसेंस प्राप्त गाइड्स को 1 लाख रुपये तक और मान्यता प्राप्त ट्रैवल एंड टूरिज्म के स्टेकहोल्डर्स को 10 लाख रुपये तक का 100 फीसदी गारंटीड लोन मिलेगा. इस पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लगेगी. वहीं, पहले 5 लाख टूरिस्ट्स को फ्री टूरिस्ट वीजा का ऐलान भी किया गया है. इस दौरान वित्‍त राज्‍यमंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) भी मौजूद रहे.

सिरमौर में खाई में गिरी गाड़ी 9 लोगों की मौत, तीन घायल

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हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में सोमवार को एक वाहन के गहरी खाई में गिर जाने से नौ लोगों की मौत हो गयी और तीन लोग घायल हो गये. पुलिस ने इस बारे में बताया. पौंटा साहिब के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बीर बहादुर ने बताया कि बारातियों को लेकर जा रहा एक वाहन शिल्लई उपमंडल में पाशेंग के पास गहरी खाई में गिर गया. यह जगह पौंटा साहिब और शिल्लई उपमंडलों की सीमा पर स्थित है.

पौंटा साहिब के डीएसपी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वह घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं और वहां पहुंचने के बाद ही वह घटना को लेकर कुछ कह पाने की स्थिति में होंगे.

पौंटा साहिब के डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि सिरमौर के पछाड़ इलाके के बाग पाशेंग गांव के नजदीक एक गाड़ी के खाई में गिरने की वजह से 9 लोगों की मौत हो गई. शवों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है.

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने मोबाईल स्वास्थ्य सेहत बैन का उद्घाटन किया

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ऋषिकेश,  श्री आर. के. विश्नोई, निदेशक (तकनीकी), टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड, ऋषिकेश और श्री शेखर मेहता, प्रेसीडेन्ट (नामित), रोटरी फाउण्डेशन (रोटरी इंटरनेशनल) द्वारा सह-प्रायोजित “मोबाईल स्वास्थ्य सेहत वैन” का वर्चुवल माध्यम से उद्घाटन किया गया। निदेशक (तकनीकी) टीएचडीसीआईएल ने उद्घाटन के दौरान समस्त हित धारकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि टीएचडीसी ने सिर्फ विद्युत उत्पादन एंव विकास के प्रति जिम्मेदार है अपितु, अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति प्रतिबद्ध है तथा अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों के अन्तर्गत प्राथमिकता देते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, एंव महिला सशक्तिकरण सम्बन्धित विभिन्न परियोजनाओं का संचालन भी कर रहा हैं।

 

टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड, अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के अन्तर्गत परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने एंव सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु प्रयासरत रहा है। इसी क्रम में आज नई सी.एस.आर. परियोजना का शुभारम्भ रोटरी फाउण्डेशन के साथ किया जा रहा हैं। इस परियोजना की कुल लागत रू. 60 से 65 लाख है जिसमें रू0 21-00 लाख का योगदान टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड द्वारा एंव शेष रोटरी इंटरनेशनल द्वारा किया जाना है। उक्त परियोजना का क्रियान्वयन पीएचडी रूरल डेवलमेंट फाॅउण्डेशन द्वारा किया जायेगा।

 

उक्त परियोजना का मुख्य उद्देश्य टिहरी जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को उनके गांवों में उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराना है। इस परियोजना का लाभ टिहरी जनपद के प्रतापनगर एंव जाखणीधार ब्लाॅक में दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत लगभग 12000 परिवारों को स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करायेगा। इस मोबाईल हैल्थवैन मे विभिन्न प्रकार के रक्त सम्बन्धित जाँचें की जा सकेंगी। इसके अतिरिक्त इस वैन में ई.सी.जी., दवाईयां इत्यादि सुविधायें भी उपलब्ध रहेंगी। जिससे कि डाईबिटीज, हाईपरटेंशन, हृदय सम्बन्धी आदि बीमारियों की शीघ्र जाँच एंव उपचार सुनिश्चित किया जा सकेगा। उक्त परियोजना की प्रमुख विशेषता“ सेहत ई-कार्ड” है जिसके माध्यम से प्रत्येक लाभार्थी का एक स्वास्थ्य डेटाबेस तैयार किया जायेगा जो कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवायें एंव उपचार के लिए लाभप्रद होगा।

 

यह वैन जिला स्वास्थ्य विभाग, टिहरी के सामन्जस्य के साथ प्रतिदिन अलग-अलग गांवों में जाकर स्वास्थ्य कैम्प के माध्यम से अपनी सेवायें प्रदान करेगी।

 

उक्त कार्यक्रम में टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड से श्री पी. के. नैथानी, महाप्रबन्धक, सामाजिक एंव पर्यावरण विभाग , श्री हेमन्त अरोड़ा, गर्वनर, रोटरी क्लब, रूड़की, पीएचडी रूरल डेवलमेंट फाॅउण्डेशन के पदाधिकारी तथा सेवा-टीएचडीसी के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

 

यूरोस्कूल ने लांच किया ’सेंटर ऑफ वैलबीइंग’ – लक्ष्य है समग्र स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता व समावेशन की संस्कृति को प्रोत्साहित करना

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देहरादून, । भारत के अग्रणी स्कूल नेटवर्क यूरोस्कूल ने ’सेंटर आॅफ वैलबीइंग’ लांच किया है। इस पहल का उद्देश्य है अकादमिक शिक्षा के दायरे से परे जाकर लोकोपकार करना। यूरोस्कूल के मैनेजमेंट ने ऐक्शन प्लान के साथ एक समर्पित टीम को तैनात किया है जिसका लक्ष्य है यूरोस्कूल नेटवर्क के सभी परिसरों में अपने विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्टाफ व प्रबंधन को भावनात्मक व मानसिक सहयोग देना।

 

दुनिया भर में कोविड-19 तीव्र प्रसार के कारण लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य, सामाजिक व मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर काफी असर पड़ा है। वैलबीइंग से तात्पर्य एक ऐसी अवस्था से है जिसमें व्यक्ति अच्छे स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता का सुख पाता है। इसमें शारीरिक व मानसिक सेहत, भावनात्मक व शारीरिक सुरक्षा, जुड़ाव का ऐहसास, उद्देश्य, उपलब्धि व सफलता का बोध निहित होता है।

 

इस महामारी ने जीवन के कई अन्य सबकों के अलावा हमें सबसे अहम जो चीज़ सिखाई है वो है ‘resilience’ यानी पलटाव/तन्यकता; इस संदर्भ मंे- कठिनाईयों से तुरंत उबर आने की क्षमता। परंपरागत रूप से स्कूलों को विद्यार्थियों की अकादमिक उत्कृष्टता तथा चहुंमुखी विकास का केन्द्र माना जाता है। वर्तमान स्थिति ने स्कूलों की भूमिका को बदल दिया है, अब इनकी भूमिका पढ़ाई-लिखाई से परे तक जाती है। विद्यार्थियों का कल्याण, सजगता और तन्यकता निर्माण आदि सुनिश्चित करने के लिए भी स्कूलों का महत्व बढ़ रहा है।

 

यूरोस्कूल द्वारा लांच किए गए सेंटर आॅफ वैलबीइंग के अंतर्गत कई कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है जिनका उद्देश्य स्टाफ, शिक्षकों, विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों कुशलता हेतु सहयोग देना है। स्कूल प्रबंधन द्वारा जो नैतिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और वित्तीय सहयोग दिया गया है उससे न्यूनतम तनाव के साथ इस कठिन वक्त से निकलने में मदद मिली है।

 

यूरोस्कूल के सीईओ राहुल देशपांडे ने कहा, ’’दुनिया कोविड-19 के असर से उबरने की कोशिश में है और हम दूर रह कर काम जारी रखे हुए हैं, ऐसे में मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य बेहद महत्वपूर्ण है। जब हमारा मन सकारात्मक एवं राहत की अवस्था में होता है तो हम न केवल तनाव से मुकाबला कर सकते हैं बल्कि बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और अच्छा काम कर सकते हैं। इस बात के ध्यान में रखते हुए हमने सेंटर आॅफ वैलबीइंग एवं वीकेयर 2.0 लांच करने का फैसला किया। ये ऐसी पहलें हैं जिनमें विद्यार्थी, शिक्षक और हमारे मुख्यालय के कर्मचारी सभी शामिल हैं। हमारे पास सर्वश्रेष्ठ परामर्शक एवं संरक्षक हैं तथा ऐसी प्रबंधन टीम है जिस तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। ये सभी यह सुनिश्चित करने के लिए हैं की यूरोस्कूल परिवार सकारात्मक, प्रेरित एवं तनाव मुक्त है। मेरा विश्वास है की सकारात्मक सोच के साथ ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण होता है जिसमें शिक्षक अहम भूमिका निभाते हैं। यदि शिक्षक और स्कूल लीडरों को पर्याप्त सहयोग मिले और वे प्रेरित हों तो इसका असर विद्यार्थियों के मन पर भी पड़ता है। हमें आशा है की हमारा यह विनम्र प्रयास यूरोस्कूल के विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देने में मददगार साबित होगा और वे इस चुनौतीपूर्ण समय से उबर जाएंगे।’’