Thursday, June 19, 2025
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न्यायालय के फैसले से केदारनाथ आपदा प्रभावित व्यापारियों में खुशी, अवशेष सहायता राशि मिलने की जगी उम्मीद

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(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ आपदा में प्रभावित स्थानीय ब्यापारियों को सरकार द्वारा देय बीर चन्द्र सिंह गढ़वाली (विशेष योजना) की अवशेष धन राशि का भुगतान अब शीघ्र होने की उम्मीद जगी है । उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने सरकार को छः महीने के भीतर प्रभावित ब्यापारियों को अवशेष धन राशि शीघ्र देने को कहा है।

बता दें कि केदारनाथ आपदा में प्रभावित ए. व बी. श्रेणी में चिन्हित 465 ब्यापारियों का शासन द्वारा देय अवशेष 40 प्रतिशत धनराशि अभी तक नहीं मिल पाई थी। जिसे देखते हुये प्रभावित ब्यापारियों द्वारा वर्ष 2019 मे उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी जिस पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए कहा कि सरकार प्रभावित ब्यापारियों को बीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ( विशेष योजना) के तहत मिलने वाले अनुदान की अवशेष 40 प्रतिशत धनराशि को छः माह के भीतर यथाशीघ्र दे।

संयुक्त ब्यापार संघ केदारनाथ छैत्र के अध्यक्ष प्रेम सिंह सजवाण ने बताया कि इस संदर्भ में 18 जुलाई को आपदा प्रभावित ब्यापारियों के शिष्ठ मंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से भेंट कर आपदा प्रभावित ब्यापारियों के पुनर्वास व उच्च न्यायालय के आदेशानुसार अवशेष सहाता राशि दिये जाने की मॉग की। प्रतिनिधि मंडल में संयुक्त ब्यापार संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह सजवाण, महांमत्री शिव प्रसाद बगवाडी, राम प्रकाश पुरोहित, देवी प्रसाद गोस्वामी, कुंवर सिंह राणा आदि सम्मिलित थे।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से विस्तृत जानकारी लेते हुए हमेशा अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिये

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देहरादून ,मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा प्रदेश में अतिवृष्टि और आपदा प्रबंधन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से विस्तृत जानकारी लेते हुए हमेशा अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिये। किसी भी घटना की स्थिति में जल्द से जल्द राहत व बचाव कार्य संचालित हो। रेस्पोंस टाईम को कम से कम किया जाए। कहीं कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जनता को महसूस होना चाहिए कि शासन प्रशासन को उनकी चिंता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक परेशान न होना पङे। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि तहसील स्तर की समस्याओं का समाधान तहसील स्तर पर और जिला स्तर की समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर ही हो जाए। किसी भी स्तर पर कोई पेनडेंसी न रहे। जीरो पेंडेंसी कार्यप्रणाली का मूलमंत्र हो। फाइलों के निस्तारण की प्रक्रिया में सुधार लाया जाए। जनहित के कामों में शिथिलता न आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन में सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों में पूरा समन्वय हो। किसी तरह का कम्यूनिकेशन गैप न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन में माॅक ड्रिल का बहुत महत्व है। समय समय पर माॅक ड्रिल अवश्य की जाए। आपदा कंट्रोल रूम निरंतर एक्टिव रहे। अवरूद्ध मार्गों, क्षतिग्रस्त बिजली और पेयजल लाईनों को जल्द से जल्द बहाल करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि आपदा प्रभावितो को मुआवजे की राशि तुरंत मिले और उन्हें सुरक्षित आवास, भोजन, पेयजल, दवाईयों की उपलब्धता हो। संचार की सुचारू व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने पूर्व में आई आपदाओं में किये गये राहत व बचाव कार्यों की भी जानकारी लेते हुए कहा कि इनकी भी लगातार मानिटरिंग की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन परिवारों का सुरक्षित स्थानों पर विस्थापन किया जाना है, उनमें प्रक्रियाओं में किसी तरह का विलम्ब न हो। रैणी में आपदा की जद में आए परिवारों का विस्थापन कराया जाना है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को आराकोट जाकर वहां के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिये। प्रदेश में स्वीकृत डाप्लर राडार की स्थापना में तेजी लाई जाए। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को हाल ही में स्वीकृत राहत राशि का वितरण तत्काल करवाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक संख्या में जिओलाजिस्ट की नियुक्ति कर ली जाए। आपदा राहत कार्यों के लिए तैनात हेलीकाप्टरो का उपयोग करें ताकि आम लोगों तक राहत जल्द से जल्द पहुंच सके। इनका उपयोग मेडिकल इमरजेन्सी व अन्य आपदा संबंधित कामों में किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी टिहरी से हाल ही में देवप्रयाग क्षेत्र में सक्रिय हुए बाघ के बारे में भी जानकारी ली।

बैठक में मुख्य सचिव डाॅ एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, श्री आनंद बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, सचिव श्री नितेश झा, सचिव श्री दिलीप जावलकर, श्री एसए मुरूगेशन, सहित शासन, आर्मी, एनडीआरएफ, बीआरओ, आईटीबीपी, आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारी और जिलाधिकारी उपस्थित थे।

Big Breaking : उत्तराखण्ड में आईएएस अधिकारियों के बंपर तबादले, देहरादून के डीएम बने डा० आर राजेश कुमार

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उत्तराखंड से आज की सबसे बड़ी खबर सरकार ने कई आईएएस अधिकारियों के विभागों में कर दिया बड़ा फेरबदल 3 पन्नों की लिस्ट आई सामने बृजेश कुमार संत को बनाया बीसीएम डीडीए विजय कुमार यादव को कौशल विकास का सचिव नीरज खैरवाल को प्रभारी सचिव ग्रामीण निर्माण विभाग दीपक रावत को प्रबंध निदेशक यूपीसीएल विनोद कुमार सुमन को सचिव सामान्य प्रशासन रणवीर सिंह चौहान को आयुक्त आबकारी का अतिरिक्त प्रभार और राजेश कुमार को जिलाधिकारी देहरादून बनाया गया मनीषा पवार को अपर मुख्य सचिव वित्त आनंद वर्धन को अपर मुख्य सचिव गृह आर मीनाक्षी सुंदरम से शिक्षा लिया गया वापस सचिव कृषि व कृषि कल्याण बनाया गया नितेश कुमार झा से गृह विभाग हटाया गया पंचायती राज विभाग दिया गया राधिका झा से ऊर्जा विभाग हटाया गया विद्यालय शिक्षा विभाग दिया गया सौजन्य को सचिव ऊर्जा बनाया गया रंजीत कुमार सिन्हा को सचिव गृह बनाया गया मुरुगेशन को सचिव खेल और कल्याण की जिम्मेदारी आशीष कुमार श्रीवास्तव को हटाया जिलाधिकारी देहरादून के पद से अभी कोई नई तैनाती नहीं दी गई हरीश चंद्र सेमवाल को सचिव सिंचाई बनाया गया पंकज पांडे को सचिव राजस्व बनाया गया

प्रदेश में बढ़ रहे साइबर ठगी के मामले, 558 व्यक्तियों ने गंवाए 1.73 करोड़ रूपये

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ में पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद साइबर ठगी के मामलों में कमी नहीं आ पा रही है। साइबर ठगों ने एक महीने में ही 558 व्यक्तियों से एक करोड़ 73 लाख रुपये की ठगी की है। यह वह मामले हैं, जिनमें स्पेशल टास्क फोर्स ने फाइनेंशियल अपराध के तहत मुकदमे दर्ज किए हैं।

उत्तराखंड में बढ़ रहे साइबर ठगी व आर्थिक अपराध के मामलों को देखते हुए पुलिस ने 16 जून को ‘ई-सुरक्षा चक्र’ शुरू किया था। इस दौरान ई-सुरक्षा चक्र का हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया गया। जिस पर पीड़ित फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। एक महीने के दौरान हेल्पलाइन नंबर पर 1137 शिकायतें आई हैं। इनमें से 558 केस आर्थिक अपराध के दर्ज किए गए, जबकि 579 मामले अन्य ठगी के है |

एसटीएफ की ओर से हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों पर जांच करते हुए 12 मामलों में 11.25 लाख रुपये की धनराशि होल्ड करवाई गई। व्यक्तिगत शिकायतों पर पीड़ितों की 5.75 लाख रुपये वापस करवाए। 2021 में एसटीएफ की ओर से 154 मामलों में एक करोड़ 35 लाख वापस करवाए गए हैं।

एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि साइबर ठगी होने पर वित्तीय हेल्पलाइन नंबर 555260 जारी किया गया है। धोखाधड़ी होने पर तत्काल शिकायत दर्ज करवाएं। www.cybercrime.gov.in पर आनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। सूचना देरी में देने से पैसे वापस करवाने की संभावना बहुत कम रहती है, क्योंकि तब तक साइबर ठग पैसे निकाल लेते हैं।

बेटा बना मोदी सरकार में मंत्री, माता-पिता खेतों में करते हैं मजदूरी, ऐसा है सादगी भरा जीवन

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चेन्नई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल में दो सप्ताह पहले फेरबदल और विस्तार किया। इस दौरान 43 नए मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें एक ऐसा नाम भी शामिल है जिनके माता-पिता आज भी सादिगी भरा जीवन व्यतीत कर रहे हैं और उन्होंने अपना कामकाज नहीं छोड़ा। देश में जहां एक तरह किसानों का मुद्दा गूंज रहा है वहीं दूसरी तरह केंद्रीय राज्यमंत्री के माता-पिता खेतों में मेहनत कर रहे हैं।

हम बात कर रहे हैं भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहे एल मुरुगन की, जिन्हें मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली और उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। इन दिनों 44 साल के एल मुरुगन अपने माता-पिता की सादगी की वजह से सुर्खियों में छाए हुए हैं। उनके माता-पिता को बेटे पर गर्व तो है लेकिन वो अपनी खुद को जिन्दगी सादगी के साथ जीने में यकीन करते हैं और वो जी भी रहे हैं।

अंग्रेजी समाचार पत्र ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक 59 साल की एल वरुदम्‍मल खेत में खर-पतवार हटा रही हैं। लाल रंग की साड़ी उसके ऊपर सफेद रंग की कमीज और सर पर लाल साफी बाधे हुए वरुदम्‍मल एक आम महिला की तरह अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं। उनके पति भी पास ही के एक खेत को समतल करने का काम कर रहे हैं। पहली नजर में दोनों को देखकर यह बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता है कि वो एक केंद्रीय राज्यमंत्री के माता-पिता हैं।

खेतों में पसीना बहाकर मेहनत की रोटी खाने वाले एल वरुदम्मल और 68 साल के लोगनाथन को कमाकर रोटी खाना अच्छा लगता है। रिपोर्ट के मुताबिक एल मुरुगन के परिजनों से बात करने के लिए पत्रकारों को खेत के मालिक से अनुमति लेनी पड़ी। जिसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री के माता-पिता ने कहा कि हमें गर्व है कि उनके बेटे को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली लेकिन उन्होंने इसका श्रेय लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमने उसके कॅरियर के लिए कुछ नहीं किया।

अरुणथातियार समुदाय से आते हैं माता-पिता

तमिलनाडु की भाजपा इकाई के अध्यक्ष रहे एल मुरुगन के माता-पिता दलित हैं और वह अरुणथातियार समुदाय से आते हैं। नमक्कल ज़िले में इनका छोटा सा आसियाना है। इन्हें जो भी काम मिलता है, उसे बड़ी मेहनत और इमानदारी के साथ पूरा करते हैं। कभी खेतों में तो कभी कुली के तौर पर काम करने से पीछे नहीं हटते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक जब एल मुरुगन के परिजनों को उनके पड़ोसियों से बेटे के केंद्रीय राज्यमंत्री बनने की खबर मिली तब वह खेतों में काम कर रहे थे और बेटे की कामयाबी की खबर मिलने के बावजूद अपने काम को छोड़ा नहीं। उसे करते रहे।

माता-पिता ने किया था स्वागत

जब एल मुरुगन को तमिलनाडु की भाजपा इकाई का अध्यक्ष बनाया गया था तब वह बड़ी धूमधाम से अपने काफिले के साथ कोनूर पहुंचे थे। इस दौरान उनके माता-पिता ने उनका स्वागत किया था। अपने बेटे पर उन्हें गर्व है लेकिन वह अपना जीवन अपने मुताबिक जीने में यकीन करते हैं। पांच साल पहले जब उनके छोटे बेटे का निधन हो गया तो उन्होंने अपनी बहू और उनके बच्चों की देखभाल का भी जिम्मा खुद ही उठाया।

बेटे की पढ़ाई के लिए पैसे लेने पड़े थे उधार

एल मुरुगन के माता-पिता ने बताया कि बेटा पहले से ही पढ़ाई-लिखाई में होशियार था। उन्होंने सरकारी स्कूलों में अपनी शिक्षा पूरी की और फिर चेन्नई के अंबेडकर लॉ कॉलेज में कानून की पढ़ाई करने चले गए। इस दौरान मुरुगन के पिता लोगनाथन को उनकी पढ़ाई के लिए दोस्तों और परिचितों से पैसे उधार लेने पड़े थे।

रिपोर्ट के मुताबिक मां एल वरुदम्मल ने बताया कि बेटा हमेशा साथ रहने को कहता था। हम एक बार ब्लू मून में गए थे और वहां पर चार दिन उसके साथ रहे। हम उनकी व्यस्त जीवन शैली में फिट नहीं हो सके और हमने कोनूर लौटना पसंद किया। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद बेटे ने फोन किया था। तब हमने उससे पूछा था कि क्या यह पद भाजपा की प्रदेश इकाई से भी बेहतर है। खेत के मालिक ने बताया कि एल मुरुगन के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद भी दंपति के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है(साभार प्रभासाक्षी)।

उत्तराखंड : कोरोना संक्रमण के आज 34 नए संक्रमित मिले, एक की हुई मौत

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देहरादून, राज्य में आज बीते 24 घंटे में 34 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं एक मरीज की मौत हुई है। जबकि 47 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 604 पहुंच गई है |

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को 20303 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं अल्मोड़ा जिले में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, बागेश्वर, पौड़ी, टिहरी, चंपावत और उत्तरकाशी में एक-एक मरीज सामने आया है। चमोली में दो, देहरादून में दो, हरिद्वार में पांच, नैनीताल में 12, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में तीन-तीन और ऊधमसिंह नगर में दो संक्रमित मिले हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 341486 हो गई है। इनमें से 327511 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7357 लोगों की जान जा चुकी है।

भाजपा श्रीदेव सुमन नगर मंडल कार्यसमिति की बैठक, विकास कार्यो की चर्चा और आगामी चुनाव की रूपरेखा की तैयार

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देहरादून, कैबिनेट मंत्री एवं मसूरी विधायक गणेश जोशी ने आज मसूरी विधान सभा क्षेत्र के श्रीदेव सुमन नगर में मंडल कार्यसमिति के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में मंडल के विकास कार्यों की चर्चा की और आगामी चुनाव की रूपरेखा तैयार की। उन्होंने बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं की समस्याओं का संज्ञान लिया और जल्द से जल्द उनका समाधान करने का आश्वासन दिया l

बैठक में मौजूद भाजपाईयो को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 1981 में वह भी एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़े थे l उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जहां चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है,

छात्र परिषद का कार्यकर्ता राज्य का मुख्यमंत्री बन सकता है, एक आम सैनिक राज्य का कैबिनेट मंत्री बन सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा में भूत का कार्यकर्ता हो या देश का प्रधानमंत्री हर कोई अपने दायित्व को पूरे आत्मसमर्पण के साथ निभाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश की पहली पार्टी है जिसमें महिला और किसानों के हित में फैसले लिए l चाहे केंद्रीय सरकार हो या प्रदेश की सरकार, हर फैसला जनहित और देश हित में लिया गया है l
उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 2022 चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा सरकार की योजनाओं और सफलताओं को जनता तक पहुंचाएं l साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनता को टीकाकरण के लिए जागरूक करें l

इस अवसर पर बैठक में मंडल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, सुरेन्द्र नौटियाल, आरएस परिहार, निरंजन डोभाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष अरुणा शर्मा, भूपेंद्र सिंह,अरविंद डोभाल आदि मौजूद रहे l

एमडीडीए की अवस्थापना निधि से स्वीकृत सामुदायिक भवन का कैबिनेट मंत्री ने किया शिलान्यास

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देहरादून, कैबिनेट मंत्री एवं मसूरी विधायक गणेश जोशी द्वारा आज आर्यनगर में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की अवस्थापना निधि से स्वीकृत 35 लाख रुपए द्वारा सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया। साथ ही, इस मौके पर उन्होंने स्थानीय जनता को राशन वितरण किया।
आर्यनगर पार्षद योगेश घाघट ने काबीना मंत्री का सामुदायिक भवन स्वीकृत करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि हमें हमेशा ही मंत्री जी का सहयोग प्राप्त होता है।

जनता को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि वह बस्ती से आते हैं और बस्ती के लोगो का दुख दर्द समझते हैं। उन्होंने बारिश में भी मौजूद रहने के लिए लोगों का धन्यवाद किया। साथ ही उन्होंने सुनिश्चित किया स्थानीय निवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आर्यनगर में पुश्ते के निर्माण के लिए 3 करोड़ की राशि को स्वीकृत किया गया है, जिसकी पहली 50 लाख की किस्त जारी कर दी गई है और जल्द ही बकाया राशि भी स्वीकृत कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के सड़क के निर्माण की राशि भी स्वीकृत की जा चुकी है और जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया कि अगली बार की बैठक सामुदायिक भवन के अंदर होगी।

इस अवसर पर कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, महानगर महिला मोर्चा अध्यक्ष डॉ बबीता सोत्रा, आर्यनगर पार्षद योगेश घाघाट, अनुशुचित महानगर अध्यक्ष धर्मपाल घाघात, एडवोकेट मान सिंह आदि मौजूद रहे l

कार सहित सड़क के अंदर समाया ड्राइवर, ऐसी बची जान

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नई दिल्ली. मुंबई की तरह दिल्ली में भी जोरदार बारिश (Heavy Rains) का असर अब दिखना शुरू हो गया है. दिल्ली में जहां एक शख्स की जलभराव (Waterlogging) के चलते डूबने से मौत हो गई है, वहीं द्वारका (Dwarka) में तो एक गाड़ी ही सड़क के अंदर समा गई. द्वारका में सड़क धंसने (Road collapse) से एक युवक की जान जाते-जाते बची. द्वारका में बीच सड़क पर गाड़ी धंसने का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत ही कार चालक की मदद कर गड्ढे से बाहर निकाला. जिस व्यक्ति से साथ यह घटना घटी वह दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का सिपाही है. बता दें कि दिल्ली में अगले तीन दिनों तक लगातार बारिश की संभावना है. दिल्ली सरकार ने सभी अधिकारियों को 24 घंटे उपलब्ध रहने को कहा है. दिल्ली सरकार के मुताबिक कभी भी किसी की जरूरत पड़ सकती है.

दिल्ली में बारिश से सड़क धंसी
दिल्ली में बीती रात से ही लगातार बारिश हो रही है. बारिश का पानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में भर गया है. लगातार बारिश होने से सड़क की स्थिति भी खतरनाक हो गई. सोमवार को द्वारका में एक का अचानक सड़क पर धंस गई. लोगों ने आनन-फानन में गाड़ी के अंदर बैठे शख्स को निकाला. शख्स दिल्ली पुलिस का सिपाही है और वह अपने भाई से मिलकर वापस लौट रहा था. बाद में क्रेन की मदद से गाड़ी को निकाला गया.

सोमवार को ही सीएम और एलजी की हुई थी मीटिंग
बता दें कि सोमवार को ही दिल्ली में बारिश की स्थिति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल और सीएम अरविंद केजरीवाल की मीटिंग हुई है. इस मीटिंग मे दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को और मजबूत करने की बात हुई है. मीटिंग के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा. दिल्ली देश की राजधानी है. हमारा ड्रेनेज सिस्टम का डिजाइन सबसे बेहतर होना चाहिए.

दिल्ली सरकार ने अलर्ट जारी किया
सीएम ने कहा कि हमारी सारी एजेंसियों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया है. मिंटो ब्रिज इसका सबूत है. इस बार मिंटो ब्रिज नहीं भरा है. मिंटो ब्रिज जैसा प्लान दिल्ली के अन्य 147 पॉइंट पर भी लागू लागू करेंगे, जिससे दिल्ली को पूरी तरह से जल जमाव से मुक्त किया जा सकेगा.

सीएम ने सभी विभागों को ड्रेनेज सिस्टम के लिए अभ्यास शुरू करने के निर्देश दिए. वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दिल्ली में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है. सभी अधिकारी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे. किसी की कभी भी जरूरत पड़ सकती है.

School Reopening Updates: राज्‍यों में फिर से खुल रहे हैं स्‍कूल-कॉलेज, जानें आपके राज्‍य के नवीनतम अपडेट

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नई दिल्‍ली, ऑनलाइन डेस्‍क। कोरोना के मामलों में कमी के कारण देश भर के कई राज्यों ने स्कूली छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं फिर से खोलना शुरू कर दिया है। कई राज्य कई गतिविधियों को फिर से खोल रहे हैं, जिनमें स्कूलों को फिर से खोलना शामिल है। यहां राज्य वार स्कूल फिर से खुलने का नवीनतम अपडेट दिया गया है-

बिहार: राज्य में स्कूल 12 जुलाई को कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ फिर से खुल गए। यहां कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को भी फिर से खोल दिया है।

मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले कहा था कि कक्षा 11 और 12 के स्कूल 26 जुलाई से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ फिर से खुलेंगे। महामारी की स्थिति के आधार पर जूनियर कक्षाओं को धीरे-धीरे फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शुरुआत में स्कूल सप्ताह में चार दिन और बाद में छह दिन चलेंगे।

ओडिशा: राज्य सरकार ने 26 जुलाई से कक्षा 10 और 12 के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है, हालांकि, यह अनिवार्य नहीं है। जो लोग ऑनलाइन कक्षाओं को जारी रखना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं, जबकि जो छात्र ऑफ़लाइन कक्षाओं में जाना चाहते हैं, उन्हें अपने माता-पिता से अनुमति लेनी होगी। ओडि‍शा के जन शिक्षा विभाग ने उसी के संबंध में एक विस्तृत एसओपी जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि स्कूल केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ परिवहन सुविधाओं की अनुमति दे सकते हैं।

महाराष्ट्र: सरकार ने 15 जुलाई से कक्षा 8 से 12 तक के लिए केवल उन क्षेत्रों में शारीरिक कक्षाएं फिर से खोलने की अनुमति दी है, जहां पिछले एक महीने से कोई कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं। पूरे महाराष्‍ट्र में 5 हजार से अधिक स्‍कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी गई है। नासिक ने कोरोना मुक्त गांवों में 335 स्कूलों को फिर से खोलने की भी घोषणा की है।

दिल्ली: जहां महामारी की स्थिति के कारण दिल्ली में स्कूल बंद हैं, वहीं शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने प्रधानाचार्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को टीका लगाया जाए और नवीनतम स्थिति को गूगल ट्रैकर पर अपलोड किया जाए। वहीं राज्‍य के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्‍ली में पढ़ाई ऑनलाइन मोड में जारी रहेगी। जब तक छात्रों को टीका नहीं लगाया जाता है तब तक स्‍कूल नहीं शुरू किए जा सकते हैं।

हरियाणा: हरियाणा के स्कूल कक्षा 9 से 12 के लिए 16 जुलाई से फिर से खुल गए हैं। यहां 23 जुलाई से 6 से 8 के लिए ऑफलाइन कक्षाएं भी शुरू होंगी। हालांकि, स्कूलों में जाने के इच्छुक छात्रों को अपने माता-पिता से अनुमति पत्र लेना होगा। इसके अलावा, इन छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।

गुजरात: राज्य ने 15 जुलाई से कक्षा 12 के लिए 50 प्रतिशत छात्र क्षमता के साथ ऑफलाइन कक्षाएं फिर से खोल दीं। प्रदेश में 1 से 9 तक की शारीरिक कक्षाओं को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है

तेलंगाना: शारीरिक कक्षाएं एक जुलाई से शुरू होने वाली थीं, हालांकि, विशेषज्ञों द्वारा कोविड -19 की तीसरी लहर की चेतावनी के बाद निर्णय को बाद में रद्द कर दिया गया था और सभी स्कूली छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं।

पुडुचेरी: राज्य सरकार 16 जुलाई से खुलने वाली थी, हालांकि, बाद में स्कूलों और अन्य संस्थानों को फिर से खोलने पर विचार करने के लिए विभिन्न वर्गों की दलीलों के बाद इसे टाल दिया गया।

आंध्र प्रदेश: शिक्षा मंत्री ऑडिमुलपु सुरेश ने पहले सूचित किया था कि राज्य सरकार ने 12 जुलाई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं और 16 अगस्त से शारीरिक कक्षाएं शुरू होंगी।

कर्नाटक: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पिछले दिनों कहा कि 26 जुलाई से 9 से 12 वीं तक के स्कूल फिर से खोले जाएंगे। इस दौरान स्‍कूलों को नवीनतम प्रोटोकाल का पालन करने का निर्देश दिया गया है।(साभार –जागरण )