Tuesday, April 29, 2025
Home Blog Page 1419

श्रमजीवी पत्रकारों ने लिया एकजुट होकर आगे बढ़ने का फैसला

0

देहरादून: श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड की देहरादून जिला इकाई की एक बैठक आज सुभाष रोड स्थित के होटल में आयोजित की गई। इस दौरान सभी यूनियन पदाधिकारियों और सदस्यों ने एकजुट होकर आगे बढ़ने का फैसला लिया। बैठक में मसूरी, ऋषिकेश, डोईवाला और विकासनगर की इकाईयों को मजबूत करने के साथ ही इन सभी इकाईयों के शपथ ग्रहण समारोह आयोजन करवाने का निर्णय भी लिया। साथ एक माह के अंतराल में कोरोना योद्धाओं के सम्मान में एक भव्य समारोह आयोजन करने का निर्णय लिया गया।

गुरुवार को बैठक की शुरूआत सभी सदस्यों ने अपने कोरोना काल के अनुभव के साथ की। सभी सदस्यों और पदाधिकारियांे ने अपने अपने अनुभव और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की मजबूती के लिए सुझाव दिए। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। जिलाध्यक्ष चंद्रवीर गायत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले में संगठन की मजबूती के लिए कई सुझाव रखे गए। सभी सदस्यों ने संगठन से पत्रकारों को जोड़ने पर जोर दिया।

एक परिवार की तरह काम करते हुए संगठन को मजबूत करने पर बल दिया गया है। इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महामंत्री विश्वजीत सिंह नेगी, प्रदेश सचिव विक्रम श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर गायत्री, पूर्व अध्यक्ष गोपाल सिंघल, पूर्व उपाध्यक्ष बसंत बल्लभ भट्ट, प्रदेश सदस्य बाॅबी शर्मा, उपाध्यक्ष दीपक जुयाल, कोषाध्यक्ष आशीष डोभाल, उपाध्यक्ष अनिल मित्तल, सचिव मोहित कुमार, सदस्य राहुल, उपाध्यक्ष नीलम ढौंडियाल, सदस्य ज्योत्सना रावत, प्रियंका भंडारी, गुड्डी भंडारी आदि मौजूद थे।

गिरिराज का सुरजेवाला पर तंज, कहा- फटे गुब्बारे में हवा भरने वाले अब बताएंगे…

0

नई दिल्ली, बहुप्रतीक्षित मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। 43 नए मंत्रियों ने शपथ ली है। 12 लोगों को मंत्रिमंडल से बाहर किया गया। इन सब के बीच कई मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी किया गया है। गिरिराज सिंह को अब ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय दिया गया है।

मंत्रिमंडल विस्तार और बदलाव को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर हमला किया। सुरजेवाला ने लिखा कि खराबी इंजन में है और बदले डिब्बे जा रहे है ! यही तो है “दुर्दशाजीवी मोदी मंत्रिमंडल” के विस्तार की सच्चाई !

सुरजेवाला के इसी ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जबरदस्त पलटवार किया है। गिरिराज सिंह ने लिखा कि फटे गुब्बारे में हवा भरने वाले अब बताएंगे भारत के सबसे सफल प्रधानमंत्री को क्या करना चाहिए?? इससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि अगर कामकाज और शासन के आधार पर कैबिनेट विस्तार किया जाएगा तो प्रधानमंत्री मोदी और उनके कई मंत्रियों को पद से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर मंत्रिपरिषद का विस्तार हो रहा है तो वह कामकाज और शासन के आधार पर हो।

मोदी कैबिनेट विस्तार : 43 मंत्रियों ने ली शपथ, सहयोगी दलों का बढ़ा कद, 36 नए मंत्री और सात पुराने मंत्रियों का हुआ प्रमोशन

0
“कैबिनेट विस्तार में 43 मंत्रियों ने ली शपथ, सहयोगी दलों का बढ़ा कद, नए मंत्रियों के बारे में जानें
आज 43 मंत्री शपथ लेंगे, जिनमें 36 नए मंत्री और सात पुराने मंत्रियों का प्रमोशन हुआ है। कैबिनेट विस्तार से पहले 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं नए विस्तार में सहयोगियों का दायरा भी बढ़ा है।”

नई दिल्ली, जिस पल का इंतजार किया जा रहा था, जिसको लेकर तमाम तरह की अटकलों लगाई जा रही थी वो घड़ी आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रीपरिषद में विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है जबकि सात वर्तमान राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। आठ नए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है।

कैबिनेट मंत्री के रुप में इन चेहरों मे ली शपथ

नारायण राणे- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उद्धव ठाकरे को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद विरोध करने की वजह से 2005 में शिवसेना से निकाले गए। कांग्रेस में गए और राज्य मंत्री बने। कांग्रेस के बाद बीजेपी में आए। कोंकण के बड़े नेता के तौर पर उन्हें देखा जाता है।

सर्वानंद सोनोवाल- असम के 14वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में असम के मजालु से विधायक हैं। छात्र नेता से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। कचारी जाति से ताल्लुक रखते हैं। आक्रमक युवा नेता के रुप में पहचाने जाते हैं।

वीरेंद्र कुमार- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं। अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री रहे हैं। चार दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रह चुके हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया- मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए और मप्र में शिवराज सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाई। हावर्ड और स्टेनफार्ड से पढ़ाई की है। मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

राम चंद्र प्रसाद सिंह- जेडीयू के कोटे से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। देश के पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं। नीतीश कुमार के प्रिसिंपल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।

अश्वनी वैष्णव- उड़ीसा से राज्यसभा सांसद हैं। आईआईटी कानपुर से एमटेक की डिग्री ली है। 1994 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं।

पशुपति पारस- रामविलास पासवान के छोटे भाई हैं और बिहार के हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं।

किरण रिजिजू- नार्थ ईस्ट से बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। अरुणाचल प्रदेश के बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में खेल राज्यमंत्री हैं।

राजकुमार सिंह- बिहार के आरा से बीजेपी के सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में उर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। भारत के पूर्व गृह सचिव रह चुके हैं।

हरदीप सिंह पुरी- यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे हैं। 1974 बैच के आईएफएस अफसर हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।

मनसुख मंडाविया- पिछली मोदी सरकार में भी राज्यमंत्री थे। अपनी पदयात्रों के लिए मशहूर हैं। गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी दो मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं।

भूपेंद्र यादव- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। 25 संसदीय कमेटी के सदस्य हैं। 2012 से राज्यसभा सांसद हैं। राजनीति में आने से पहले सुप्रीम कोर्ट में वकील रह चुके हैं।

पुरुषोत्तम रुपाला- 3 बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे हैं। वर्तमान में गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी कृषि मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं। राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे।

जी किशन रेड्डी- सिकंदराबाद से बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में गृह राज्य मंत्री हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रह चुके हैं।

अनुराग ठाकुर- मौजूदा मंत्रिमंडल में वित्त राज्य मंत्री हैं। वर्तमान में हिमाचल के हमीरपुर से सांसद हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।

राज्य मंत्री की शपथ

पंकज चौधरी- यूपी के महाराजगंज से सांसद हैं। छठी बार लोकसभा पहुंचे हैं। गोरखपुर के डिप्टी मेयर रह चुके हैं।

अनुप्रिया पटेल- कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। बीजेपी के सहयोगी अपना दल की नेता हैं। यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। मोदी सरकार-1 में भी मंत्री रह चुकी हैं।

एसपी सिंह बघेल- यूपी के आगरा से लोकसभा सांसद हैं। चौथी बार लोकसभा सांसद बने। बीजेपी से पहले सपा और बसपा में रह चुके हैं।

राजीव चंद्रशेखर- कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं। बड़े कारोबारी के तौर पर पहचान है। कंप्यूटर साइंस से एमटेक हैं।

शोभा करंदलजे- उड़ीसा के उड्डपी से बीजेपी सांसद हैं। 2004 में यशवंतपुर से विधायक रही हैं। येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।

भानुप्रताप सिंह वर्मा- यूपी के जालैन से सांसद हैं। 1996 में पहली बार लोकसभा पहुंचे। यूपी विधानसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। तीन दशक से राजनीतिक जीवन में हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने।

दर्शना जरदोश- बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव हैं। गुजरात के सूरत से लोकसभा सदस्य हैं। 2014 में 76.6 प्रतिशत वोट हासिल किया।

मीनाक्षी लेखी- पेशे से वकील हैं। लागातर दो बार नई दिल्ली से लोकसभा पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की प्रैक्टिस करती हैं।

अन्नपूर्णा देवी- झारखंड और बिहार में चार बार विधायक रही हैं। बिहार सरकार में भी मंत्री रही हैंं। झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं। झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं।

ए नारायणस्वामी- कर्नाटक के चित्रदुर्ग से सांसद हैं। चार बार के विधायक रहे हैं। कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

कौशल किशोर- यूपी में मंत्री रह चुके हैं। यूपी के मोहनलाल गंज से सांसद हैं। पासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

अजय भट्ट- नैनीताल से सांसद हैं। उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं। उत्तराखंड में नेता विपक्ष रह चुके हैं।

बीएल शर्मा- उत्तर प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। लोधी ओबीसी समुदाय से आते हैं। यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी रहे हैं। राज्यसभा सांसद हैं।

अजय कुमार- यूपी की खीरी से लोकसभा सांसद हैं। एक बार विधायक रह चुके हैं।

देवुसिंह चौहान- 2002 में एआईआर में इंजीनियर रह चुके हैं। गुजरात के खेड़ा से लोकसभा पहुंचे। दो बार गुजरात के विधायक रहे।

भगवंत खुबा- कर्नाटक के बीदर से बीजेपी सांसद हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।

कपिल पाटिल- कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे हैं। एनसीपी छोड़कर बीजेपी में आए। ठाणे जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं।

प्रतिमा भौमिक- त्रिपुरा पश्चिम से सांसद हैं। बायो साइंस से ग्रेजुएट हैं।

सुभाष सरकार- पश्चिम बंगाल के बांकुरा से सांसद हैं। रामकृष्ण मिशन से जुड़े हैं।

भगवत कराद- महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद हैं। दो बार औरंगाबाद के मेयर रहे हैं। संगठन के मामलों में माहिर माने जाते हैं।

राज कुमार रंजन सिंह- इनर मणिपुर से लोकसभा सांसद हैं। भूगोल में एमए और पीएचडी हैं।

भारती प्रवीण पवार- पेशे से डॉक्टर हैं। जिला परिषद की सदस्य रही हैं। डिंडोरी से लोकसभा सांसद हैं। एसटी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं।

विशेश्वर टूडू- ओडिशा के मयूरभंज से लोकसभा सांसद हैं। वॉटर रिसोर्स विभाग में सीनियर इंजीनियर थे।

शांतुन ठाकुर- बंगाल के बनगांव से सांसद हैं। मतुआ समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। पिता हरिचंद ठाकुर बड़े समाज सुधारक हैं।

मुंजापारा महेंद्र भाई- गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्टैंडिंग कमेची के सदस्य हैं। कोली समाज से आते हैं।

जॉन बराला- पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार से सांसद हैं। चाय बागान के श्रमिकों के लिए काम किया।

एल मुर्गुन- मद्रास हाईकोर्ट में वकील रहे हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाइस चेयरमैन रहे हैं।

निशित प्रमाणिक- पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से सांसद हैं। प्राइमरी स्कूल में असिस्टेंट टीचर रहे हैं।

‘वूमेन पावर’ से लैस है मोदी का नया मंत्रिमंडल, इन महिला सांसद को मिला मंत्री पद

0

नई दिल्ली, मोदी कैबिनेट का विस्तार हो गया जिसमें कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। सबसे खास बात रही कि जिन मंत्रियों ने पद की शपथ ली है उनमें 7 महिला मंत्री हैं। साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार में महिला मंत्रियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। भाजपा की मीनाक्षी लेखी, शोभा कारंदलजे, दर्शना जरदोश, अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, भारती पवार और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।

मीनाक्षी लेखी: भारतीय जनता पार्टी का लोकप्रिय चेहरा और अच्छी वक्तामीनाक्षी लेखी अपने राजनीतिक विरोधियों का मुकाबला करते हुए लंबे वक्त से पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की वकालत करती रहीं हैं। पेशे से वकील हैं और लगातार दो बार नई दिल्ली से लोकसभा पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की प्रैक्टिस करती हैं। वह महिलाओं और पर्यावरण से लेकर कानून तथा विकास से जड़े कई मुद्दों पर संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर रही हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक करने वाली लेखी ने एक वकील के तौर पर सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उनकी अवमानना याचिका के कारण ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘‘चौकीदार चोर है’’ टिप्पणी के लिए 2019 में उच्चतम न्यायालय में माफी मांगनी पड़ गयी थी। उन्हें 2010 में भाजपा की महिला मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया। सांसद के तौर पर लेखी महिला आरक्षण विधेयक और कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) विधेयक समेत महत्वपूर्ण विधेयकों का मसौदा तैयार करने वाली समितियों का हिस्सा रहीं। उन्होंने विदेश मामलों पर स्थायी समिति समेत अलग-अलग संसदीय समितियों में भी काम किया। वह सार्वजनिक उपक्रम पर समिति और निजी डेटा सुरक्षा विधेयक, 2019 पर संयुक्त समिति की अध्यक्ष भी रहीं। राजनीति के साथ ही लेखी की सामाजिक कार्यों, साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी दिलचस्पी रही है।

अनुप्रिया पटेल: भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। मोदी सरकार-1 में भी मंत्री रह चुकी हैं। करीब दो साल के अंतराल के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में वापस आ गई हैं और उन्हें राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है। वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)की समस्याओं को हल करने के लिए एक अलग मंत्रालय बनाए जाने की मांग उठाती रही हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024में लोकसभा चुनाव से पहले मोदी की टीम में उनका शामिल होना महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में ओबीसी समुदाय के मतदाताओं की बड़ी संख्या है। 2019में राजग के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से सत्ता से दूर रहने के बाद कुछ दिन पहले अनुप्रिया की दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आला नेताओं से मुलाकात के पश्चात केंद्रीय मंत्रिपरिषद में उन्हें फिर से शामिल किए जाने की चर्चा बहुत तेजी से फैली थी। अनुप्रिया 2016से 2019तक केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री थीं।

अन्नपूर्णा देवी: झारखंड और बिहार में चार बार विधायक रही हैं। बिहार सरकार में भी मंत्री रही हैंं। झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं। झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्‍हें पहले झारखंड प्रदेश का उपाध्‍यक्ष बनाया गया। उसके बाद उन्‍हें भाजपा का राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया। एक समय लालू प्रसाद यादव के काफी करीब रही अन्‍नपूर्णा देवी को केंद्र में यादव कोटे से मंत्री बनाया गया है।
शोभा करंदलाजे: उड़ीसा के उड्डपी से बीजेपी सांसद हैं। । 2004 में यशवंतपुर से विधायक रही हैं। येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। शोभा ने उस समय प्रकाश में आईं, जब बीएसवाई ने उन्हें कर्नाटक राज्य में पहली भाजपा सरकार में मंत्री बना दिया। वह आरएसएस से हमेशा के लिए जुड़ गईं और शादी नहीं करने का फैसला किया। . 2012 में फिर से उथल-पुथल हुई और बीजेपी से इस्तीफा देकर वह कर्नाटक जनता पार्टी से जुड़ गईं. वह कर्नाटक जनता पार्टी की कार्यवाह प्रेसिडेंट बना दी गईं. इसके बाद 2013 में वह फिर से चुनाव लड़ीं और विधायक बनीं. 2014 में कर्नाटक जनता पार्टी भारतीय जनता पार्टी में विलय हो गया।

भारती प्रवीण पवार: पेशे से डॉक्टर हैं। जिला परिषद की सदस्य रही हैं। डिंडोरी से लोकसभा सांसद हैं। एसटी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। वे नाशिक जिला परिषद में कुपोषण और पेयजल की समस्या पर प्रभावी रूप से काम कर चुकी हैं। सार्वजनिक जीवन में आने के पहले वे एक डॉक्टर थीं, उनके पास एमबीबीएस की डिग्री है। नासिक जिले में 8 बार जीत कर आने वाले विधायक ए .टी. पवार की बहू के रूप में भी भारती को पूरे उत्तर महाराष्ट्र में जाना जाता है।

दर्शना जरदोश: गुजरात के सूरत से भारतीय जनता पार्टी की सांसद दर्शना विक्रम जरदोश को भी मंत्री बनाया गया है। बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव हैं। गुजरात के सूरत से लोकसभा सदस्य हैं। 2014 में 76.6 प्रतिशत वोट हासिल किया।

प्रतिमा भौमका: त्रिपुरा पश्चिम से सांसद हैं। बायो साइंस से ग्रेजुएट हैं। 52 वर्षीय सांसद ने 2019 में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र से 3,05,689 मतों के अंतर से लोकसभा चुनाव जीता, जबकि उन्हें 5,73,532 मत मिले। लोकसभा सदस्य सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं।

कोरोना अपडेट : प्रदेश में आज 77 नये संक्रमित मिले, 104 हुये स्वस्थ

0

देहरादून, उत्तराखंड आज बुधवार को एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई। जबकि बीते 24 घंटे में 13 जनपदों में 77 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि 104 स्वस्थ हुए हैं, कुल संक्रमितों की संख्या 340959 हो गई है।ओ

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 27420 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जिले में 14, हरिद्वार में 13, नैनीताल व रुद्रप्रयाग में 10-10, पिथौरागढ़ में नौ, ऊधमसिंह नगर में पांच, चमोली में चार, चंपावत व पौड़ी में तीन-तीन, टिहरी और अल्मोड़ा में दो-दो, बागेश्वर व उत्तरकाशी जिले में एक-एक संक्रमित मिला |

प्रदेश में 24 घंटे के भीतर किसी भी जिले में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। इससे पहले 28 मार्च 2021 को प्रदेश में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई थी। वहीं, 104 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 326147 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 1506 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 95.66 प्रतिशत और संक्रमण दर 5.98 प्रतिशत दर्ज की गई है
प्रदेश में बुधवार को ब्लैक फंगस का एक नया मरीज मिला है। जबकि एक मरीज ने इलाज केएंव दौरान दम तोड़ा है। अब कुल मरीजों की संख्या 510 हो गई है, जबकि 102 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में एक मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, जिसे उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया |
आईएमए और निजी अस्पतालों ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ होने वाली अप्रिय घटनाओं पर रोक लगाने के लिए उत्तराखंड चिकित्सा परिचर्या सेवा कर्मी एवं सेवा संस्था अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू करने की मांग की है। जिस पर विभागीय मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार द्वारा इस संबंध में शीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाएगी

SBI ने 66वें स्थापना दिवस के अवसर पर कई अभियानों की शुरुआत की, जानिए इसमें क्या है खास

0

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े लेंडर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए कई नई पहलों और अभियानों की घोषणा की है। बैंक ने एक जुलाई, 2021 को अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में इन पहलों का एलान किया है। बैंक ने अपने 66वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक म्यूजिकल लोगो (MOGO) पेश किया है। SBI ने इसके साथ ही अपने 45 करोड़ ग्राहकों को समर्पित एक विजुअल अभियान शुरू किया है और अपनी परिचित टैगलाइन ‘द बैंकर टू एवरी इंडियन’ को एक नए लुक के साथ पेश किया है।

एक अभिनव ब्रांड रणनीति के तहत एसबीआई ने सोनिक ब्रांडिंग की दिशा में एक कदम बढ़ाया है और अपने संगीत लोगो (मोगो) और मोगोस्केप (सोनिक पैलेट) को एक दिलचस्प और आकर्षक सिग्नेचर ट्यून बनाते हुए लॉन्च किया है।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, ”संगीत लोगों को एक गहरे भावनात्मक स्तर पर जोड़ सकता है, और हम एक समग्र ब्रांड पहचान बनाने के लिए संगीत की शक्ति का लाभ उठाने का इरादा रखते हैं, जिससे हमारे सभी ग्राहक अपना जुड़ाव अनुभव कर सकते हैं।”

बैंक का दो सौ से अधिक वर्षों का समृद्ध इतिहास है, जिसमें से बैंक ने पिछले 66 वर्ष अपने वर्तमान स्वरूप में बिताए हैं। इसी विरासत को आधार बनाते हुए बैंक ने एक थीम ब्रांड अभियान ‘I am the “I” in SBI’ भी शुरू किया है।

बैंक की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि साढ़े छह दशकों से अधिक समय से एसबीआई भारत में बैंकिंग की नई परिभाषाएं रच रहा है, क्योंकि इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को स्थायी बैंकिंग समाधान प्रदान करना है। बैंक ने देश की मिलेनियल्स और उभरती युवा आबादी को पूरा करने के लिए अपनी डिजिटल बैंकिंग क्षमताओं को बढ़ाया है। निरंतर इनोवेशन और मजबूत बाजार उपस्थिति के साथ एसबीआई नए जोश के साथ आगे बढ़ना जारी रखता है।

एसबीआई ने एक नया एंथम ‘Hum Saath Hai’ भी पेश किया है। इस गीत में दर्शाया गया है कि किस तरह ग्राहक की यात्रा के हर चरण में एसबीआई कहां और कैसे मौजूद है और किस प्रकार वह राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है।

पुरानी नालियां चोक होने से पलटन बाजार में जलभराव, दुकानों में घुसा पानी

0

देहरादून, शहर में स्मार्ट सिटी का कार्य चल रहा है, निमार्ण कार्य के चलते लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ रही है, पलटन बाजार में स्मार्ट सिटी का कार्य चल रहा है, यहां पुरानी नाली चोक है और नई नाली का निर्माण बिजली के खंभों के चलते अटक गया है। इस कारण हो रही बारिश का पानी दुकानों में घुस जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम को शीघ्र नाली की निकासी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि पलटन बाजार में अभी स्मार्ट सिटी तहत बनाई जा रही नाली का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। नगर निगम की पुरानी नाली अपनी जगह पर है। हालांकि, लंबे समय से सफाई के अभाव में कई जगह नाली पूरी तरह चोक है और कहीं पर नाली पूरी तरह टूट चुकी है। जिससे बारिश में पानी की ढंग से निकासी नहीं हो पा रही है।

स्मार्ट सिटी के तहत बनाई जा रही नाली का निर्माण काफी हद तक पूरा हो चुका है। सिर्फ उन्हीं स्थानों पर नाली नहीं बन पाई है, जहां बिजली के खंभे खड़े हैं। पलटन बाजार में करीब 20 खंभे हैं और इन्हीं जगह नाली का काम अधूरा है। अब ऊर्जा निगम ने खंभों की शिफ्टिंग के लिए बिजली के तारों को मल्टीयूटिलिटी डक्ट (एमयूडी) में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। जल्द लाइनों की शिफ्टिंग के बाद खंभों को भी हटा दिया जाएगा। इसके बाद नाली का निर्माण अविलंब पूरा कर दिया जाएगा। जो टाइल्स धंस गई, उन्हें बदलने के निर्देश: जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक, बरसात से पहले पलटन बाजार में डक्ट का निर्माण पूरा कर दिया गया था। सड़क की सतह भी समतल कर दी गई थी। आशंका थी कि बारिश में यहां कीचड़ की स्थिति पैदा हो सकती है। अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि बाजार को कीचड़ से बचाने के लिए टाइल्स बिछा दी जाएं। साथ ही कॉम्पैक्शन की प्रक्रिया में जहां भी टाइल्स धंसती हैं, वहां दोबारा से उन्हें सेट कर दिया जाए। डक्ट के लिए सड़क को तीन से चार मीटर तक खोदा गया था। लिहाजा, अभी कुछ समय प्राकृतिक स्तर के अनुरूप सेटेलमेंट हो सकता है। इसके बाद टाइल्स का एक बार निरीक्षण कर उन्हें दोबारा दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 813 रेलवे स्टेशनों पर लगाई गई आइपी आधारित निगरानी प्रणाली

0

नई दिल्ली, एएनआइ। यात्रियों, खासकर महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे व उसके सार्वजनिक उद्यम रेलटेल ने देश के 813 बड़े स्टेशनों पर आइपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली स्थापित की है। मार्च 2022 तक देश के 756 और रेलवे स्टेशनों पर यह प्रणाली लगा दी जाएगी। 47 स्टेशनों पर इसकी स्थापना का कार्य शीघ्र पूरा होने जा रहा है।

रेलटेल की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ए1, ए, बी, सी, डी व ई श्रेणी के सभी रेलवे स्टेशनों पर इंटरनेट प्रोटोकाल (आइपी) आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली स्थापित की जाएगी, जिनकी संख्या करीब 5,000 है। इस परियोजना के लिए 25 जून, 2020 को एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे।

रेलवे स्टेशनों और राष्ट्रीय सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के उद्देश्य से स्थापित की जा रही इस प्रणाली में सीसीटीवी कैमरे आप्टिकल केबल नेटवर्क के जरिये आपस में जुड़े होंगे। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को न सिर्फ संबंधित स्टेशनों के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पोस्ट पर, बल्कि समानांतर रूप से डिवीजनल और जोनल दफ्तरों के केंद्रीकृत सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में भी देखा जा सकेगा।

इन कैमरों की तीन स्तरों पर निगरानी की जाएगी। इसके लिए रेलटेल की तरफ से 14 जोनल रेलवे में केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जा चुकी है। नेटवर्क मैनेजमेंट सिस्टम (एनएमएस) के जरिये अधिकृत व्यक्ति कैमरा, सर्वर, यूपीएस और स्वीच की निगरानी कर सकेगा।

टूट गया सोने का भाव, चांदी में आई अच्छी-खासी गिरावट, जानिए कीमतें

0

नई दिल्ली, पीटीआइ। घरेलू सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने के हाजिर भाव में मामूली गिरावट दर्ज हुई। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को सोने के हाजिर भाव में 29 रुपये की मामूली गिरावट दर्ज हुई। इस गिरावट से सोने का भाव टूटकर 46,903 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया है। सिक्युरिटीज के अनुसार, वैश्विक स्तर पर कीमतों में गिरावट के चलते घरेलू स्तर पर भाव में यह गिरावट दर्ज हुई। गौरतलब है कि पिछले सत्र में सोना 46,932 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुई था।

वहीं, चांदी के हाजिर भाव में बुधवार को अच्छी-खासी गिरावट दर्ज हुई। चांदी के हाजिर भाव में 762 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज हुई। इस गिरावट से चांदी का भाव टूटकर 68,560 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया है। गौरतलब है कि पिछले सत्र में चांदी 69,322 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी।

वैश्विक स्तर पर सोना

वैश्विक स्तर पर बुधवार शाम सोने की वायदा और हाजिर दोनों कीमतों में बढ़त देखी गई। ब्लूमबर्ग के अनुसार, बुधवार शाम कॉमेक्स पर सोने का वायदा भाव 0.82 फीसद या 14.70 डॉलर की बढ़त के साथ 1808.90 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, सोने का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 0.59 फीसद या 10.56 डॉलर की बढ़त के साथ 1807.64 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता नजर आया।

वैश्विक स्तर पर चांदी

चांदी के वैश्विक भाव में भी बुधवार शाम बढ़त दर्ज हुई। बुधवार शाम चांदी का वैश्विक वायदा भाव 1.32 फीसद या 0.35 डॉलर की बढ़त के साथ 26.52 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, चांदी का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 0.87 फीसद या 0.23 डॉलर की बढ़त के साथ 26.39 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखाई दिया।

उत्‍तराखंड : 13 लाख से ज्यादा परिवारों को मिलेगी मुफ्त बिजली देने की तैयारी में है सरकार

0

देहरादून, राज्य में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं और सत्तासीन धामी सरकार प्रदेश के 13 लाख से अधिक बीपीएल व अंत्योदय परिवारों को बिजली बिलों में बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। ऊर्जा मंत्री डा हरक सिंह रावत के अनुसार इन परिवारों को एक निश्चित यूनिट तक तक मुफ्त बिजली देने पर विचार चल रहा है। इसके अलावा कृषि, बागवानी व डेयरी से जुड़े उद्यमों के लिए व्यवसायिक की बजाए बिजली की घरेलू दरें निर्धारित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन दोनों विषयों पर प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में लाया जाएगा।

ऊर्जा, वन पर्यावरण, श्रम कौशल एवं आयुष मंत्री डा रावत ने कहा कि बीपीएल और अंत्योदय परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न देने के जो मानक हैं, उसी के अनुरूप मुफ्त बिजली देने के मानक तैयार किए जाएंगे। एक निश्चित यूनिट तक ऐसे परिवारों को बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बारे में ऊर्जा निगम के अधिकारियों को सभी पहलुओं पर विचार कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

डा रावत ने कहा कि कोरोना संकट के चलते उपजी परिस्थितियों में कृषि, बागवानी और डेयरी से जुड़े उद्यम रोजगार के लिहाज से एक बड़ी उम्मीद बनकर उभरे हैं। इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोग आगे आएं, इसके लिए इन उद्यमों को व्यवसायिक की बजाए घरेलू टैरिफ में शामिल किया जाएगा। इस बारे में भी जल्द प्रस्ताव तैयार किया जाएगा