Saturday, May 10, 2025
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खास खबर : सीएम पुष्कर सिंह धामी के ओएसडी व पीआरओ फिर से किये गए नियुक्त

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपने ओएसडी और जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त कर दिए है।जबकि बीते एक दिन पूर्व में नियुक्त किये गए तीन पीआरओ के आदेश निरस्त किए गए थे।

शासन से जारी नए आदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष कार्य अधिकारी डॉ सत्यपाल रावत कोऑर्डिनेटर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून को बनाया गया है। इसके अलावा जनसंपर्क अधिकारी की जिम्मेदारी भजराम पवार को दी गई है।सीएम के पीआरओ व ओएसडी नियुक्ति के आदेश सचिव भुपाल सिंह मनराल द्वारा जारी कर दिए गए हैं।

देहरादून : छह माह पुराना पुश्ता ढहा, गुणवत्ता पर उठा सवाल, हफ्ते भर पहले पड़ गई थी दरार

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देहरादून, प्रेमनगर में सड़क चौड़ीकरण के दौरान सड़क किनारे बनाए गए पुश्तों की गुणवत्ता सवालों के घेरे में आ गई है। मूसलधार बारिश के चलते महज छह माह पूर्व बने पुश्ते का करीब 10 मीटर हिस्सा भरभराकर ढह गया। जिससे चार दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। गनीमत रही कि हादसा देर रात हुआ, जब दुकानें बंद थी और सड़कों पर भी यातायात नहीं था। अब कैंट विधायक ने घटनास्थल का जायजा लेकर पुश्तों की गुणवत्ता को लेकर उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।

प्रेमनगर में हाईवे चौड़ीकरण के दौरान छह महीने पहले सड़के बायीं ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया गया था। दीवार के ऊपर दूसरी सड़क है, जिसके किनारे पुश्ते के ऊपर अस्थायी दुकानों का निर्माण किया गया है। सोमवार को हुई बारिश के बाद देर रात पुश्ते का एक हिस्सा ढह गया, जिससे चार दुकानें खतरे की जद में आ गईं, उन्हें खाली करा दिया गया है। सुरक्षा दीवार का बाकी हिस्सा कभी भी ढह सकता है।

मंगलवार को कैंट विधायक हरबंस कपूर घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह और अधिशासी अभियंता ओपी सिंह को विधायक ने दीवार की गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए। पुश्ते का निर्माण लोनिवि एनएच खंड डोईवाला की ओर से किया गया है। विधायक ने दीवार की जांच आइआइटी रुड़की या किसी अन्य उच्च संस्था से कराने को कहा है।

स्थानीय व्यापारी इंदरजीत सिंह, महेंद्र, मनीष कनौजिया के साथ ही एक लोहार की दुकान खतरे की जद में है, जिन्होंने पुश्ते की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। कहा कि बारिश के कारण कई दुकानों के नीचे से मिट्टी बह चुकी है। इससे दुकानों के ढहने का खतरा बना हुआ है। प्रेमनगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजीव पुंज, रवि भाटिया, भूषण भाटिया आदि व्यापारियों ने शीघ्र उत्तम गुणवत्ता के पुश्ते का निर्माण करने की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि पुश्ता निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया।

प्रेमनगर में पुश्ता ढहने की घटना घोर लापरवाही का नतीजा है। यहां एक सप्ताह पूर्व ही पुश्ते पर दरार आ चुकी थी, लेकिन सुरक्षा कार्य नहीं किए गए। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग डोईवाला खंड की ओर से ठेकेदार को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन ठेकेदार की नींद नहीं टूटी। नतीजा यह रहा कि पुश्ते का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। गनीमत रही कि रात के समय हुए इस हादसे में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।

साइबर ठगी : बेटी का जन्मदिन और 15 हजार का कुत्ते का पिल्ला, दे बैठे 66 लाख, फिर भी नहीं मिला

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देहरादून, जनपद में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, कई बार तो जरा सी लालच में लोग अपनी लाखों की पूंजी गवां बैठते है, लेकिन फिर भी लोग जागरूक होने को तैयार नहीं हैं। बिना जांच पड़ताल किए साइबर ठगों को अपनी गाढ़ी कमाई सौंप दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद देहरादून में सामने आया। यहां एक महिला ने बेटी को जन्मदिन पर कुत्ते का पिल्ला देने की चाहत में 66.39 लाख रुपये गंवा दिए। महिला ने जस्ट डायल की मदद से आनलाइन कुत्ते का पिल्ला मंगवाया था, लेकिन जस्ट डायल पर कुत्ता उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति के रूप में उन्हें जिसका फोन नंबर मिला, वह साइबर ठग निकला।

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार मोथरोवाला में रहने वाली महिला ने बताया कि बीती 22 जून को उनकी बेटी का जन्मदिन था। बेटी ने जन्मदिन पर असम से गोल्डन रिटरेवियर नस्ल का कुत्ता मंगाने को कहा। इसके लिए महिला ने लोकल सर्च इंजन जस्ट डायल की मदद ली। इसके जरिये उनकी फोन पर एक शख्स से बात हुई। उसने गोल्डन रिट्रीवर नस्ल के कुत्ते के बच्चे की कीमत 15 हजार रुपये बताई। उसकी आनलाइन डिलीवरी करने के लिए उसने पांच हजार रुपये एडवांस मांगे और बाकी के 10 हजार रुपये डिलीवरी के बाद देने को कहा। इस पर महिला ने उसके बताए बैंक खाते में पांच हजार रुपये आनलाइन भेज दिए।

इसके बाद व्यक्ति ने दोबारा फोन कर कुत्ते के बच्चे को क्वारंटाइन रखने और लाइसेंस के नाम पर महिला से एक लाख रुपये अपने खाते में मंगा लिए। 26 जून को उसने फिर फोन किया और कुत्ते के बच्चे को भेजने के लिए शिपिंग चार्ज के रूप में एक लाख रुपये मांगे। यह रकम उसने बाद में वापस लौटाने की बात कही। इसके बाद उसने सुरक्षा शुल्क, शिपिंग टैक्स समेत अन्य मदों में खर्च का झांसा देकर दो जुलाई तक महिला से 66 लाख 39 हजार 600 रुपये अपने खाते में जमा करा लिए। इसके बाद भी वह रुपये मांग रहा था, लेकिन ठगी का एहसास होने पर महिला ने साइबर थाने में शिकायत कर दी। स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

हेरिटेज स्ट्रीट से पौड़ी को मिलेगी अलग पहचान : यशपाल बेनाम

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पौड़ी, नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने कहा कि हेरिटेज स्ट्रीट निर्माण कार्य में यदि अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता होती है तो नगर पालिका परिषद द्वारा योगदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पौड़ी को पर्यटन की दृष्टि से सुगम, सुव्यवस्थित रूप से विकसित करने के लिए हर स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं और भविष्य में भी ऐसे कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हेरिटेज स्ट्रीट बनने से पौड़ी की एक अलग पहचान बनेगी तथा हेरिटेज स्ट्रीट को देखने आने वाले पर्यटकों में उत्साह का संचार बनी रहेगी।

पर्यटन विभाग के तत्वाधान में पौड़ी के अपर बाजार एवं धारा रोड़ को हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में विकसित किए जाने के लिए नगर पालिका सभागार पौड़ी में बुधवार को पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 19 जुलाई 2021 को समस्त संबंधित व्यापारियों से वार्ता कर सुझाव/सहमति ली जाएगी। बैठक में उपजिलाधिकारी पौड़ी श्याम सिंह राणा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, व्यापार मंडल के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष कुलदीप गुसाईं, सचिव देवेंद्र सिंह, पीडब्लूडी एई एनएल वर्मा, विपिन कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

ईंधन एवं बिजली की थोक कीमतों में कमी से जून की थोक महंगाई दर 12.07 फीसद के स्तर पर

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लगातार तीसरे महीने थोक महंगाई दर दहाई अंक के स्तर पर कायम है। इस वर्ष मई में थोक महंगाई दर 12.94 फीसद थी तो इस वर्ष अप्रैल में यह दर 10.74 फीसद थी। जून में खाद्य पदार्थों की थोक कीमतों में भी राहत मिली है। ईंधन एवं बिजली की थोक कीमतों में कमी से जून की थोक महंगाई दर पिछले माह के मुकाबले नरमी के साथ 12.07 फीसद के स्तर पर पहुंच गई। विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून के बेहतर होने से आने वाले महीनों में थोक महंगाई दर में भी नरमी की उम्मीद की जा सकती है। थोक महंगाई दर में कमी से अगले खुदरा महंगाई दर में भी नरमी आएगी। जून में मैन्यूफैक्चरिग उत्पाद की थोक महंगाई दर 10.88 फीसद रही जो इस वर्ष मई के लगभग बराबर है। इस वर्ष मई में यह दर 10.83 फीसद थी। खाने-पीने की चीजों में प्याज और दाल को छोड़ अन्य किसी वस्तुओं की थोक कीमत में दहाई अंक की बढ़ोतरी नहीं रही। आलू के थोक दाम में पिछले वर्ष जून के मुकाबले 30.97 फीसद की गिरावट रही। जून में खाद्य पदार्थों की थोक महंगाई दर प्याज की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के बावजूद 3.09 फीसद रही जबकि इस वर्ष मई में यह दर 4.4.31 फीसद थी।

यह रही इसकी वजह

जून में धान, गेहूं, अनाज व आलू जैसे खाद्य पदार्थों की थोक कीमतों में पिछले वर्ष जून के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जून में ईंधन व बिजली की थोक महंगाई दर 32.83 फीसद रही जबकि पिछले यह दर 37.61 फीसद थी। हालांकि इस वर्ष जून में पेट्रोल व डीजल की थोक कीमतों में पिछले वर्ष जून के मुकाबले क्रमशः 59.94 व 59.92 फीसद की बढ़ोतरी रही। एलपीजी के थोक दाम में भी पिछले वर्ष जून के मुकाबले 31.44 फीसद का इजाफा रहा।

भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित, उत्तराखण्ड़ की नेहा जोशी बनी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

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देहरादून । उत्तराखण्ड की नेहा जोशी भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत की गई है। आज नई दिल्ली में जारी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा युवा मोर्चा की कार्यकारिणी की घोषणा की गई। नई कार्यकारिणी में सात उपाध्यक्ष बनाय गए है। इसके अतिरिक्त कार्यकारिणी में तीन राष्ट्रीय महामंत्री, सात मंत्री सहित पांच पदाधिकारियों का चयन किया गया है।

उल्लेखनीय है कि नेहा जोशी वर्ष 2017 से भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी का दायित्व निभा रही है। वह भा0ज0पा0 की राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट के रूप में अनेको राष्ट्रीय चैनलों में भी मजबूती से पार्टी का पक्ष रखने के लिए चर्चित रही है।
नेहा जोशी ने पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सलाहकार के रूप में 03 वर्ष का वृहद अनुभव प्राप्त किया है। इस दौरान उन्होंने उज्जवला योजना के अन्तर्गत महिला सशक्तिीकरण में रसोई गैस उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

नेहा जोशी ने अपनी उच्च शिक्षा, वाॅशिंगटन विश्वविद्यालय, अमरिका से सामाजिक कार्यो में स्नातकोत्तर की है उनकी प्रारम्भिक शिक्षा देहरादून से जबकि स्नातक की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रहण की है।

हरिद्वार : काली फीती बांधकर कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन, 14 जुलाई से 19 जुलाई तक चलेगा प्रदर्शन

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हरिद्वार (कुलभूषण), चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश में बुधवार को कर्मचारियों ने काली फीती बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने कहा कि प्रथम चरण में 14 जुलाई से 19 जुलाई को काली फीती बांधकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जब तक पदोन्नति कर्मचारियों को उद्यान विभाग के माली की भांति टेक्निकल नही किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

प्रदेश महामंत्री सुनील अधिकारी प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा ने कहा कि कर्मचारियों को पोष्टिक आहार भत्ता एक माह का मानदेय जोखिम भत्ता दिया जाना न्यायोचित होगा | अगर जल्द वार्ता और ठोस कार्यवाही न होने की दशा में आंदोलन उग्र किया जा सकता है।

काली फीती बांधकर प्रर्दशन करने वालों में शिवनारायण सिंह, छत्रपाल सिंह दीपक विनोद मोहित मनोचा राजेन्द्र तेश्वर आशुतोष गैरोला राकेश अरुण शीशपाल मूलचंद चौधरी महेश कुमार दिनेश नोटियाल अजय रानी संतोष सुदेश अनिता ममता विमलेश कुसुम बाला रानी मिथलेश सहित विभिन्न कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।

धारी तहसील में भू-कानून को लेकर युवाओं का धरना प्रदर्शन, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

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भू कानून को लेकर युवाओं ने शुरू की आर पार की लड़ाई, भू कानून, इनर लाइन परमिट, आर्टिकल 371, मूल निवास 1950 की मांग

(चन्दन सिंह बिष्ट)

भीमताल, चुनावी सत्र के बीच एक बार फिर से भू कानून की मांग जोरों पर है। कल भीमताल के धारी तहसील में वंदे मातरम ग्रुप के द्वारा भू कानून, आर्टिकल 371, मूल निवास 1950, इनर लाइन परमिट सिस्टम को लेकर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन और जनसभा का आयोजन किया गया। जहां पर भीमताल और धारी आदि क्षेत्रों से युवाओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। वक्ताओं ने सरकार को कड़े शब्दों में चेताते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार भू कानून और उनकी तमाम मांगों को नहीं मानेगी तो वह आने वाले समय में अपने आंदोलन को और उग्र कर देंगे।

वक्ताओं में प्रधान दिनेश बोरा ने कहा कि उत्तराखंड आज भी वही का वही है जो सपना हमने उत्तराखंड बनते समय देखा था पर आज वह सपना साकार होते हुए नहीं दिख रहा। आज उत्तराखंड भू माफियाओं के चुंगल में है।पहाड़ संघर्ष समिति के तेजेश्वर घुघत्याल ने कहा कि हमें अपनी सभ्यता संस्कृति को बचाने के लिए आर्टिकल 371 हर हाल में लागू करवाना होगा । वक्ताओं के क्रम में शैलेन्द्र दानू ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का जो सपना राज्य आंदोलनकारियों ने देखा था वह आज तक पूरा नहीं हो पाया।

सभा को संबोधित करते हुए कार्तिक उपाध्याय ने युवाओं के जोश के बढ़ाते हुए कहा कि आज उत्तराखंड के दोनों राजनीतिक दल उत्तराखंड को बारी-बारी से लूट रहे हैं और अब युवाओं को इस राज्य को बचाने के लिए आगे आना होगा। सभा का संचालन कार्तिक उपाध्याय ने किया। इस दौरान प्रधान दिनेश बोर ,तेजेश्वर घुघत्याल वंदे मातरम के शैलेन्द्र दानू,कमलेश बिष्ट,कार्तिक उपाध्याय समेत तमाम लोग मौजूद रहे और सभी ने एक मुक्त होकर कहा कि हम आने वाले समय में एकजुट होकर पूरे उत्तराखंड के अंदर भू कानून, प्रतीक आर्टिकल 371, मूल निवास 1950, इनर लाइन परमिट को लेकर आंदोलन करेंगे। हमें सिर्फ भू कानून नही बल्कि अन्य मांगों पर भी सख्त कानून चाहिए।

Zomato IPO पहले ही दिन हुआ पूरा सब्‍सक्राइब, जानें अब भी कैसे कर सकते हैं निवेश

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नई दिल्‍ली. फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो के आईपीओ (Zomato IPO) को निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. कंपनी का इश्यू पहले ही दिन पूरी तरह भर (Fully Subscribed) चुका है. इसे 14 जुलाई 2021 को 1.05 गुना बोलियां मिल चुकी हैं. कंपनी के 71.92 करोड़ इक्विटी शेयर (Equity Shares) के बदले 75.60 करोड़ इक्विटी शेयर के लिए बोली लग चुकी है. खुदरा निवेशकों (Retail Investors) का हिस्‍सा इश्यू खुलने के कुछ ही मिनट में 2.69 गुना भर गया था. गैर-संस्‍थागत निवेशकों (Non-Institutional Investors) ने अभी तक आरक्षित हिस्‍से के 13 फीसदी शेयरों के लिए ही बोली लगाई है.

कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा अभी तक भरा है 18 फीसदी
जोमैटो आईपीओ में क्‍वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्‍सा 98 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. वहीं, कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा अभी तक 18 फीसदी भरा है. जोमैटो ने खुदरा निवेशकों के लिए 10 फीसदी हिस्सा रिजर्व था. कंपनी के इश्यू का प्राइस बैंड 72-76 रुपये है. कंपनी ने 13 जुलाई 2021 को 186 एंकर इनवेस्टर्स से 4,196.51 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. कंपनी इश्यू का बाकी पैसा अब आईपीओ से जुटाएगी. कंपनी का आईपीओ आज खुलकर 16 जुलाई को बंद हो जाएगा. बता दें कि कंपनी ने 9000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू जारी किया है, जबकि 375 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल से जुटाए जाएंगे.

Zerodha समेत कई प्लेटफॉर्म से कर सकते हैं निवेश
जोमैटो के आईपीओ में अगर आप भी निवेश कर कमाई कना चाहते हैं तो अपस्‍टॉक्‍स (Upstox), जेरोधा (Zerodha) समेत कई ब्रोकिंग फर्म के प्लेटफॉर्म के जरिये पैसे लगा सकते हैं. आइए जानते हैं जोमैटो के आईपीओ में निवेश के दूसरे विकल्‍पों के बारे में…

Upstox के जरिए ऐसे करें निवेश
>> Upstox एप्लिकेशन या वेबसाइट पर अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉगिन करें.
>> उस आईपीओ को सिलेक्ट करें, जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं और एक आईपीओ एप्लिकेशन बनाएं.
>> प्राइस बैंड के भीतर अधिकतम 3 बिड ऐड करें.
>> अपनी एप्लीकेशन को कंफर्म करें.
>> UPI मैंडेट को एक्सेप्ट करें और अपने मोबाइल UPI ऐप पर फंड ब्लॉक करें.

Zerodha के जरिये करें निवेश
>> मोबाइल ऐप में लॉगइन करें और कंसोल के तहत आईपीओ ऑप्शन चुनें.
>> उस आईपीओ को चुनें, जिसमें निवेश करना चाहते हैं.
>> BHIM ऐप से अपना UPI आईडी डालें.
>> अपने एप्लिकेशन के लिए इन्वेस्टर टाइप सिलेक्ट करें और कंपनी की तरफ से घोषित लॉट साइज एंटर करें.
>> शेयर अलॉटमेंट की ज्यादा संभावना के लिए कट-ऑफ प्राइस पर टिक करें.
>> कंफर्म करें और सबमिट करें. अपने BHIM UPI ऐप पर आईपीओ के साथ आगे बढ़ने के लिए मैंडेट रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करें.(साभार – News18 )

मास्टरकार्ड को क्रेडिट, डेबिट या प्रीपेड कार्ड के नए ग्राहक बनाने पर RBI ने लगाई रोक

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RBI भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने मास्टरकार्ड एशिया पैसिफिक को क्रेडिट, डेबिट या प्रीपेड कार्ड के नए ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी है। यह रोक 22 जुलाई से प्रभावी होगी। मास्टरकार्ड ऐसी तीसरी बड़ी पेमेंट सिस्टम कंपनी है जिसे आरबीआइ के पेमेंट सिस्टम डाटा भंडारण नियमों के तहत ऐसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा है। इससे पहले आरबीआइ ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प तथा डाइनर्स क्लब इंटरनेशनल को इस वर्ष पहली मई से भारतीय बाजार में नए ग्राहक बनाने से रोक दिया गया था। कंपनी पर डाटा संरक्षण नियमों के अनुपालन में विफल रहने का आरोप है। आरबीआइ ने कंपनी से कहा है कि वह कार्ड जारी करने वाले सभी बैंकों और गैर-बैंकिंग कंपनियों को केंद्रीय बैंक के नए नियमों के प्रति आश्वस्त हो जाने को कहे। हालांकि आरबीआइ के आदेश से मास्टरकार्ड के क्रेडिट, डेबिट या प्रीपेड कार्डधारक मौजूदा ग्राहकों को पर कोई विपरीत असर नहीं होगा।

यह है इसकी वजह

अपने बयान में केंद्रीय बैंक ने कहा कि कंपनी को पर्याप्त वक्त और मौके दिए गए। लेकिन वह पेमेंट सिस्टम डाटा के भंडारण से संबंधित नियमों के पालन में विफल रही है। आरबीआइ द्वारा डाटा भंडारण को लेकर छह अप्रैल, 2018 के एक सर्कुलर में कहा गया था कि सभी सिस्टम प्रोवाइडर्स को छह माह के भीतर यह सुनिश्चित करना होगा कि भुगतान से संबंधित सभी आंकड़ों का भंडारण भारत में ही किया जाए। इस सर्कुलर के अनुसार पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स को किसी भी लेनदेन की शुरू से लेकर अंत तक सभी आंकड़ों का भंडारण भारत में करना था।

यह होगा रोक का असर

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार आरबीआइ के इस कदम से मास्टरकार्ड को बड़ा धक्का लगेगा, क्योंकि इस अमेरिकी कंपनी के लिए भारत बेहद महत्वपूर्ण बाजार है। आरबीआइ के 2018 के उस सर्कुलर के खिलाफ अमेरिकी कंपनियों ने बहुत लॉबीइंग की थी। उनका कहना था कि इस फैसले से उनकी इन्फ्रास्ट्रक्चर लागत बहुत बढ़ जाएगी और धोखाधड़ी पकड़ने के उनके वैश्विक प्लेटफॉर्म्स को नुकसान होगा।