Thursday, May 1, 2025
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नेट क्वालिफाई उम्मीदवारों के लिए यूजीसी ने निकाली वैकेंसी, आवेदन जमा करने की 31 अक्टूबर है अंतिम तिथि

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नई दिल्ली, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से नेट परीक्षा पास कर जॉब की तलाश कर रहे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट है। यूजीसी ने किसी भी विषय में मास्टर डिग्री में फर्स्ट डिवीजन के साथ नेट परीक्षा क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवारों के लिए वैकेंसी निकाली है। यूजीसी, नई दिल्ली ने एकेडमिक कंसल्टेंट के पद पर वैकेंसी निकाली है। यह भर्ती अनुबंध के आधार पर भर्ती होगी। ऐसे में जो भी उम्मीदवार इस पद के योग्य हैं और इच्छुक हैं वे अकादमिक सलाहकार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.ac.in/jobs पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वहीं आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2021 है।

यूजीसी की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, इस नौकरी के लिए प्रोबेशन पीरियर कम से कम छह महीने का है। इसके अलावा, प्रदर्शन समीक्षा के आधार पर इसे बढ़ाया जा सकता है। वहीं यूजीसी बिना कोई कारण बताए किसी भी समय सेवा समाप्त करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। वहीं इस पोस्ट पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 35 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकार के नियमानुसार छूट दी जाएगी। इस पोसट पर उम्मीदवारों का सेलेक्शन एक चयन समिति की सिफारिश पर की जाएगी। इस भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.ac.in/jobs पर जाकर विजिट करना होगा।

ये होगी सैलरी

यूजीसी की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, इस पोस्ट पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को 70000-80000 रुपये सैलरी दी जाएगी।

गौरतलब है कि यूजीसी ने इस भर्ती के अलावा हाल ही में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के संबंध में भी एक अहम नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके मुताबिक, 1 जुलाई 2021 से 1 जुलाई 2023 तक असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर ओवदन करने वाले उम्मीदवारों को पीएचडी की अनिवार्यता नहीं होगी। आयोग ने यह फैसला पिछले साल आई महामारी कोविड-19 के चलते रिसर्च काम ठप होने की वजह से लिया था।

खास खबर : विधायक कुंजवाल के बयान ने राज्य के सियासी हलकों में मचाया तूफान, 6 भाजपा विधायक कांग्रेस में होंगे शामिल

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अल्मोड़ा, उत्तराखंड़ में विधान सभा चुनाव की आहट होते ही राजनैतिक उठक पटक जारी हो गयी, विधायकों का एक दल से दूसरे दल में जाने की प्रक्रिया लगातार जारी है | इसी बीच अल्मोड़ा जागेश्वर विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान ने राज्य के सियासी हलकों में तूफान खड़ा कर दिया | विधायक कुंवाल ने कहा कि अगले 15 दिनों में 6 भाजपा के विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर है और बहुमत से सरकार बनेगी। कुंजवाल के बयान के बाद से उत्‍तराखंड की राजनीति में खलबली मच गई है।

राज्य में अगले वर्ष 2022 में विधानसभा और चुनाव नजदीक आते ही सियासी हलचलें भी तेज हो गई हैं। इन दिनों विधायकों का अपना सियासी घर छोड़ने का जारी है, इस खेल में कांग्रेस भी भाजपा से कम नही दिखाई दे रही है। अब एक बार फिर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा स्पीकर ने बयान देकर सियासी भूचाल मचा दिया है।

रविवार को पत्रकार वार्ता में जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि कुमांऊ और गढ़वाल क्षेत्र के 6 विधायक उनके संपर्क में है। लगातार बात चल रही है। वह भाजपा की नीतियों से त्रस्त हैं। जल्द ही वह कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे। नाम पूछने पर उन्होंने कहा कि सारी चीजें बताई नही जा सकती है। कुछ दिनों में आपको खुद ही पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भाजपा के कई कार्यकर्ता लगातार पार्टी से जुड़ रहे हैं
विधायक कुंजवाल ने सरकार की नीतियों पर भी तंज कसा। कहा डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी विकास नही हो पाए। आज प्रदेश की जनता मूलभूत समस्याओं से जूझ रही है। जो विकास के कार्य कांग्रेस सरकार में हुए थे। उनको भी आगे नही बढ़ा पाई। आज कांग्रेस की ओर प्रदेश की जनता उम्मीदों से देख रही है। भाजपा को वह सबक सीखाने को तैयार है।

मौसम विभाग की चेतावनी : प्रशासन हाई अलर्ट, नदी-नालों के किनारे बसे लोगों को हटाने के आदेश

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हरिद्वार में एनडीआरएफ की टीम 30 सदस्यीय टीम तैनात, नैनीताल के वीर भट्टी में मलबा आने से कार और ट्रक दबे

देहरादून, उत्तराखंड़ में पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिणी पूर्वी हवाओं की सक्रियता के चलते मौसम के बदले मिजाज की वजह से अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश के संभावना है। मौसम विभाग ने 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है। वहीं आपदा से निपटने को लेकर जिला प्रशासन ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आपदा की स्थिति में सूचनाओं का आदान प्रदान तत्काल किया जाए, ताकि संबंधित विभागों के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे।
आपदा प्रबंधन आईआरएस प्रणाली के लिए नामित सभी नोडल अधिकारी हाई अलर्ट पर रहेंगे। राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में रहेंगे। जिले के सभी पुलिस चौकी, थाने भी अलर्ट पर रहेंगे। आपदा में फंसे लोगों को चिकित्सा सुविधा तत्काल मुहैया कराने के साथ ही उन्हें रेस्क्यू किया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग समेत तमाम विभाग के अधिकारी हाई अलर्ट मोड पर रहेंगे। किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नेशनल हाईवे, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, एनडीडीबी, बीआरओ और सीपीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को हिदायत दी है।

नदी, नालों के किनारे बसे लोगों को हटाने के आदेश

जिलाधिकारी ने सदर, मसूरी, ऋषिकेश, डोईवाला, विकासनगर, कालसी, चकराता, त्यूनी के उपजिलाधिकारियों को आदेश जारी किया है कि संभावित आपदा के मद्देनजर उनके क्षेत्रों में नदी नालों के किनारे जितने भी लोग रह रहे हैं उनको तत्काल सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। यदि नदी नालों के किनारे बसे लोग शिफ्ट करने में आनाकानी करें तो पुलिस प्रशासन की मदद ली जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए यदि कहीं भी किसी भी प्रकार का हादसा होता है तो उसके लिए संबंधित उप जिलाधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

मोबाइल फोन बंद किए तो कड़ी कार्रवाई
जिलाधिकारी ने हिदायत दी है कि अधिकारी अपना मोबाइल फोन किसी भी सूरत में बंद नहीं रखेंगे। यदि किसी भी अधिकारी का मोबाइल फोन बंद पाया गया तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं जिलाधिकारी ने जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला पर्यटन अधिकारी एवं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि भारी बारिश के चलते यदि चारधाम यात्रा बाधित होती है और पर्यटकों को होटलों, रेस्टारेंट में विशेष परिस्थितियों में रुकना पड़ा तो संचालक किसी भी सूरत में ओवररेटिँग न करने पाएं। यदि होटलों, रेस्टारेंट संचालकों द्वारा ओवररेटिंग की गई तो ऐसी संचालकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाए।

एनडीआरआई अलर्ट, डीएम ने सेनानायक को भेजा पत्र
भारी बारिश और तेज हवाओं से संभावित आपदा से निपटने में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए एनडीआरएफ को भी अलर्ट कर दिया गया है। जिलाधिकारी की ओर से एनडीआरएफ के सेनानायक को पत्र भेजकर कहा गया है कि किसी भी आपदा से निपटने को लेकर एनडीआरएफ की मदद दी जा सकती है। ऐसे में झाझरा स्थित यूनिट को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

पूर्ति विभाग ने तैयार कराए खाने, राशन के पैकेट
आपदा के दौरान खाने-पीने का संकट न हो इसके लिए जिलाधिकारी के आदेश पर पूर्ति विभाग के अधिकारियों की ओर से खाने और राशन के पैकेट तैयार कराए गए हैं। जिलाधिकारी का कहना है कि यदि कहीं पर भी आपदा की जानकारी मिलती है तो वहां तत्काल सभी विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचेंगे। लोगों को खाने पीने की दिक्कत न हो इसके लिए खाने और राशन की पर्याप्त मात्रा में पैकेट तैयार कराए गए।
संभावित आपदा के दौरान घायलों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जा सके इसके लिए जिलाधिकारी के आदेश पर स्वास्थ विभाग की दो दर्जन से अधिक टीमों को भी एंबुलेंस के साथ तैनात किया गया है। जिलाधिकारी कहना है कि त्यूनी, विकासनगर, चकराता, जैसे पर्वतीय इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट पर रखा गया है यदि कहीं से भी आपदा की जानकारी मिलती है तो तत्काल स्वास्थ विभाग की टीम भी मौके पर पहुंचेंगे।

जिला आपदा परिचालन केंद्र में नोडल अधिकारी तैनात
संभावित आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी तरह की दिक्कत न आए इसके लिए जिलाधिकारी के आदेश पर आपदा परिचालन केंद्र में नोडल अधिकारी की भी तैनाती की गई है। आपदा परिचालन केंद्र में नोडल अधिकारी की अगुवाई में 24 घंटे अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम हाई अलर्ट पर रहेगी।

हरिद्वार में एनडीआरएफ की टीम 30 सदस्यीय टीम तैनात, नैनीताल के वीर भट्टी में मलबा आने से कार और ट्रक दबे

हरिद्वार/पौड़ी/नैनीताल, उत्तराखंड के पिछले 24 घंटे से लगातार बरसात हो रही है। भारी बारिश के बाद जारी किए गए बाद अलर्ट को देखते हुए हरिद्वार में एनडीआरएफ की टीम 30 सदस्यीय टीम को तैनात कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम अत्याधुनिक बाढ़-बचाव उपकरण से लैस की गई है। इन टीमों में कुशल गोताखोर-तैराक और मेडिकल स्टाफ मौजूद हैं।
हरिद्वार में भी हाई अलर्ट जारी
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में लगातार हो रही बारिश के चलते हरिद्वार में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसको देखते हुए एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) की एक 30 सदस्यीय टीम हरिद्वार में तैनात कर दी गई है। सोमवार की सुबह गाजियाबाद स्थित एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन से निरीक्षक राजकिशोर के नेतृत्व में टीम रोशनाबाद स्थित पुलिसलाइन में पहुंची। टीम अपने साथ रेडियो सेट, सेटेलाइट फोन के अलावा लाइफ जैकेट, मोटर बोट, गोताखोरों के सारे सामान और दूसरे आधुनिक उपकरण लेकर पहुंची है। टीम में कई डीप डाइविंग की ट्रेनिंग लिए जवान भी हैं।
पौड़ी, मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी सही साबित हुई प्रदेश के कई जिलों में रविवार सुबह से रूक-रूक कर बारिश जारी है। सोमवार 11 बजे जनपद की समस्त तहसीलों से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद की समस्त तहसीलों में पिछले दो दिनों से वर्षा हो रही है। बारिश के बाद पर्वतीय जिलों में ठंड बढने के साथ ही पारा नीचे गिर गया है। भारी बारिश की चेतावनी के बाद एसडीआरएफ भी अलर्ट हो गई है। वहीं रविवार सुबह से हो रही बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 58 सिरों बगड़ में बाधित हो गया है। अलकनंदा का जलस्तर भी 532.58 मीटर पर पंहुच गया है। धारी देवी के समीप चमधार में पहाडों से राष्ट्रीय राजमार्ग पर पत्थर गिर रहे है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई जगहों पर सड़कें व मुख्य मार्ग अवरूद्ध हो गये हैं। तो कई जगह जल भराव हो गया है। नदी नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते भूस्खलन, ओेलावृष्टि,व नदियों में तेज बहाव में वृद्धि की आशंका जताते हुए यात्रा न करने की सलाह दी है। वहीं मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के बाद प्रदेश सरकार ने सोमवार को सभी स्कूल,कालेज व चार धाम यात्रा पर स्थाई रोक लगा दी है।

कुमायूं मंडल से सूचना मिली है कि 5 राज्य मार्गों सहित एक मुख्य मार्ग बन्द हो चुके हैं। इन मार्गों को फ़िलहाल जेसीबी द्वारा खोलने का कार्य चल रहा है परंतु तेज़ बारिश की वजह से कार्य बाधित हो रहा है। नैनीताल बाईपास मोटर मार्ग,वीरभट्टी मार्ग,दुसबी रोड के समीप केपी छात्रावास,एरीज मार्ग,काठगोदाम हैड़ाखान मोटर मार्ग,गर्जिया बेतालघाट मार्ग,रामगढ़ मार्ग,रामनगर मार्ग,तल्ला बगड़ मार्ग,भुजान बेतालघाट मार्ग,राज्य मार्ग खुटानी न्याली राजमार्ग व अन्य कई मार्गों पर मलबा गिर रहा है राहत की खबर ये है कि भारी से अति भारी बारिश के बावजूद जिले में कोई अप्रिय घटना की सूचना सामने नही आई है।

राज्य के सभी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। मसूरी में रविवार से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बारिश के साथ यहां घना कोहरा छाया है। तापमान में भी काफी गिरावट आ गई है। चेतावनी के मद्देनजर फिलहाल चार धाम यात्रा रोक दी गई है। एहतियातन श्रद्धालुओं को अगले आदेश तक विभिन्न पड़ावों पर ही ठहरने को कहा गया है। वहीं, गंगोत्री व यमुनोत्री की पहाड़ियों सहित नेलांग घाटी में बर्फबारी हो रही है।
उत्‍तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार रुक रुककर बारिश हो रही है। देहरादून, टिहरी, चमोली, उत्‍तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, ऋषिकेश, कोटद्वार, मसूरी में रात्रि से बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अलर्ट के चलते तीर्थयात्रियों को विभिन्‍न पड़ावों पर रोका गया है। बदरीनाथ हाईवे सुचारु है। उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग चिन्यालीसौड के निकट नगुण में भूस्खलन होने से बाधित हो गया था, जिसे सुचारु कर दिया गया है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग खरादी और किसाला के पास अवरुद्ध हो गया है।
हरिद्वार और आसपास क्षेत्रों में भी लगातार बारिश जारी है। गंगा चेतावनी स्तर से करीब 3 मीटर नीचे बह रही है। चेतावनी स्तर 293 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 294 मीटर है। मौसम विभाग की चेतावनी के दृष्टिगत आपदा की स्थिति से निबटने के लिए एनडीआरएफ की 31 सदस्यीय टीम मय उपकरण हरिद्वार पहुंच चुकी है। टीम पुलिस लाइन रोशनाबाद में है। रुड़की और आसपास के क्षेत्र में भी हल्‍की बारि‍श हो रही है।
देहरादून स्थित राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अरब सागर से उठे पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में यह बदलाव आ रहा है। उन्होंने बताया कि इसका असर पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा। मैदानी क्षेत्रों में 70-80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके अलावा ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात की संभावना है। इस बीच प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक घने बादल छाए रहे और कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई। इसके अलावा बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में बूंदाबांदी के साथ ही चोटियों पर हिमपात की सूचना है।
बदरीनाथ और यमुनोत्री में बर्फबारी
बदरीनाथ और यमुनोत्री धाम में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई है। धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जबरदस्त हिमपात हुआ है। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर कई जगह मलबा आने से मार्ग बाधित है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कलियासौड़ और सिरोबगड़ में बंद हो गया है। इस वजह से वाहनों को पौड़ी चुंगी और श्रीकोट में रोका जा रहा है। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में आठ जगह मलबा आने से बंद पड़ा हुआ है। नई टिहरी, श्रीनगर, बड़कोट, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, टनकपुर, लोहाघाट, नैनीताल, पिथौरागढ़ सहित अधिकतर पहाड़ी और मैदानी इलाकों में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी है। कोटद्वार में पौड़ी हाईवे पर नाले उफान पर आ गए हैं। श्रीनगर के चमधार में मार्ग बंद हो गया है। यहां लगातार पहाड़ी से मलबा गिर रहा है। इसके कारण श्रीनगर गढ़वाल में जाम लगा हुआ है।
यात्रा पड़ावों पर रोके गए हैं यात्री
वहीं चारों धामों में बेहद कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए चारधाम यात्रा पर पहुंचे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा गया है। हालांकि यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोकने के निर्देश दिए गए हैं। जानकीचट्टी पुलिस चौकी इंचार्ज गंभीर तोमर ने बताया कि यहां पर यमुनोत्री धाम जाने वाले करीब तीन सौ यात्री रुके हैं।

वीरभट्टी के पास और डीएसबी रोड से लगातार मलबा गिर रहा है जिसकी वजह से केपी छात्रावास में खतरा और बढ़ गया है। उधर वीरभट्टी मार्ग के अवरुद्ध हो जाने की वजह से गाड़ियां रास्ते मे ही फंस रही है आने जाने में खासी दिक्कत हो रही है यात्रियों को रानीखेत अल्मोड़ा जाने के लिए नैनीताल से होकर जाना पड़ रहा है। उधर सूचना मिली है कि भावली कैलाखांन मार्ग में भी भूस्खलन शुरू हो गया है। नैनीताल में भी भारी बारिश की वजह से नैनीझील का जलस्तर काफी बढ़ गया है सूचना के मुताबिक जल्द ही झील के गेट भी खोले जा सकते है।

उत्तराखंड : कोरोना कर्फ्यू फिर बढ़ा, 20 नवंबर तक रहेगा जारी

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देहरादून, पूर्व में राज्य सरकार द्वारा राज्यभर में बढ़ते हुए कोविङ-19 के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के दृष्टिगत कोविड कर्फ्यू के आदेश संख्या 611/USDMA/792(2020), जो दिनांक 06 अक्टूबर, 2021 को जारी किए गए थे, इस कोविड कर्फ्यू की अवधि को राज्य में गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी आदेश संख्या: 40-3/2020-DM-1(A) दिनांक 28 सितम्बर, 2021 के प्रावधानों (संलग्न – Appendix-01) का संज्ञान लेते हुए अग्रिम 31 दिवस के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों के साथ ‘COVID. Restrictions’ बढ़ाया जाता है:

राज्य में ‘COVID Restrictions’ दिनांक 19.10.2021 प्रातः 06:00 बजे से दिनांक 20.11.2021 प्रातः 06:00 तक प्रभावी रहेगा।

‘COVID Restrictions’ के मध्य COVID Vaccination का कार्यक्रम राज्य में जारी
रहेगा।
COVID-19 के संक्रमण की संख्या में आ रही कमी को देखते हुए ‘COVID Restrictions’ अवधि में विवाह समारोह में विवाह स्थल / वैडिंग प्वाइन्ट की क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत सम्मिलित होने की अनुमति है।
विद्यालयी शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा जारी मानक प्रचलन विधि (पत्रांक सं० 491 / XXIV-B-5/2021-03 (01) / 2021 दिनांक 31.07.2021 एवं 492 / XXIV-B 5/2021-03 (01)/2021 दिनांक 31.07.2021 ) (कक्षा 06 से 12 तक), मानक प्रचलन विधि पत्रांक सं० 625 / XXIV-A-1 / 2021-14/2021 दिनांक 18 सितम्बर, 2021 (कक्षा 01 से 05 तक) तथा समय-समय पर जारी विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य में शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन किया जायेगा एवं सम्बन्धितों द्वारा उक्त मानक प्रचलन विधि का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।

राज्य के समस्त औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पॉलीटेक्निक महाविद्यालय मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, कृषि एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, समस्त विश्वविद्यालय एवं अन्य सभी शैक्षिक संस्थान सम्बन्धित विभाग द्वारा जारी मानक प्रचलन विधि के अनुसार संचालित किये जायेगें।
राज्य के समस्त प्रशिक्षण संस्थान (सरकारी एवं गैर सरकारी), प्रशिक्षुओं को कोविड मोटोकॉन का अनुपालन करते हुए प्रशिक्षण प्रदान करने की अनुमति होगी।
राज्य के समस्त कोचिंग संस्थान जो विद्यार्थियों / अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण एवं कोचिंग प्रदान करते हैं वह कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे एवं ऑनलाइन / डिस्टेंस लर्निंग के प्रावधान जारी रहेंगे। इस व्यवस्था को संबंधित संस्थानों द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा।
समस्त सामाजिक राजनीतिक / मनोरंजन सांस्कृतिक / धार्मिक समारोह / other gatherings and large congregation का आयोजन कार्यक्रम स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत संख्या के साथ एवं कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए किया जायेगा।
राज्य के समस्त पर्यटन स्थलों में सप्ताहांत (Weekend) में भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पर्यटकों को इन पर्यटक स्थलों पर COVID Appropriate Behaviour जैसे कि सामाजिक दूरी मास्क पहनना एवं हाथों को Sanitize करने आदि का कडाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। उक्त का उल्लंघन करने पर संबंधित के विरुद्ध सख्ती से कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
COVID Vaccine की दोनों डोज लगाने के 15 दिनों के उपरान्त एवं उन Vaccinated व्यक्तियों के द्वारा राज्य के हवाई अड्डा / रेलवे स्टेशन / बार्डर चेक पोस्ट पर Vaccination का प्रमाण पत्र दिखाने के बाद बाहरी राज्य से आने वाले व्यक्तियों को उत्तराखण्ड में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की जायेगी एवं उन सभी व्यक्तियों को RT PCR/ TrueNat/ CBNAAT/ RAT COVID Negative Test Report # छूट प्रदान की जायेगी परन्तु उन व्यक्तियों द्वारा राज्य में प्रवेश के उपरान्त MHA. MoH&FW GOL and राज्य सरकार की SOP एवं COVID Safety Protocol अनुपालन किया जाना अनिवार्य होगा।
बाहरी राज्यों से उत्तराखंड राज्य में आने वाले वह व्यक्ति जिनके पास COVID Vaccination का प्रमाण पत्र नहीं है उन सभी व्यक्तियों को अधिकतम 72 घंटे पूर्व की RT PCR/ TrueNat/ CBNAAT/ RAT COVID Negative Test Report राज्य में प्रवेश की अनुमति प्रदान की जायेगी।

बाहरी राज्यों से उत्तराखंड राज्य में आने वाले सभी व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से Smart City के Web Portal ‘http://smartcitydehradun.uk.gov.in पर पंजीकरण किया जाना होगा एवं सभी व्यक्तियों द्वारा राज्य में प्रवेश के उपरान्त MHA. MoH&FW GOL and State Government द्वारा जारी SOPs का अनुपालन किया जाना होगा।
चारधाम यात्रा : संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग द्वारा चारधाम यात्रा के लिए जारी मानक प्रचलन विधि शासनादेश संख्या 633 / V1/21-83 (5)/2021 दिनांक 05 अक्टूबर, 2021 एवं माननीय उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 05 अक्टूबर, 2021 के अनुसार चारयात्रा का संचालन किया जायेगा एवं सम्बन्धितों द्वारा उक्त मानक प्रचलन विधि का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
ii. जो श्रद्धालु चारधाम मंदिरों में दर्शन की इच्छा रखते है, उन श्रद्धालुओं को स्मार्ट सिटी के अधिकारिक वेबसाइट http://smartcitvdehradun.uk.gov.in में पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के दौरान जनरेट होने वाले ई-पास के द्वारा ही उत्तराखण्ड राज्य में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति होगी। उत्तराखण्ड के निवासियों को चारधाम के दर्शन के लिए स्मार्ट सिटी के अधिकारिक वेब पोर्टल पर पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी।
iii. सभी तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं द्वारा COVID वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के 15 दिन के उपरांत का प्रमाण-पत्र एवं स्मार्ट सिटी के अधिकारिक वेबसाइट http://smartcitydehradun.uk.gov.in में पंजीकरण का प्रमाण दिखाने के बाद ही चार धाम यात्रा की अनुमति प्रदान की जायेगी। ऐसे यात्रियों / श्रद्धालुओं जिनके द्वारा कोविड वैक्सीन की एक अथवा कोई डोज नहीं लगवाई गयी हो, उन सभी को यात्रा की तिथि से अधिकतम 72 घंटे पूर्व की RIPCR/True Nat/ CBNAAT/RAT COVID नेगेटिव रिपोर्ट के साथ उत्तराखण्ड स्मार्ट सिटी की अधिकारिक वेबसाइट प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही यात्रा / दर्शन के लिए अनुमति होगी।

iv. जिला प्रशासन एवं देवस्थानम बोर्ड द्वारा मन्दिर में (यमुनोत्री, गंगोत्री, (बद्रीनाथ) दर्शन के दौरान यात्रियों / श्रद्धालुओं द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जायेगा एवं भीड नियंत्रण के लिए संबंधित पुलिस प्रशासन द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं की जायेंगी।
बाहरी राज्यों से उत्तराखंड राज्य में अपने पैत्रिक गांव वापस आ रहे प्रवासियों द्वारा COVID-19 के संक्रमण के रोकथाम हेतु ग्राम पंचायत / ग्राम प्रधान की निगरानी में आवश्यकतानुसार गांव में स्थापित Village quarantine facility में अनिवार्य रूप से 7 दिवसों तक isolation में रहेगें। उक्त isolation पूर्ण होने के उपरान्त COVID-19 के लक्षण परिलक्षित न होने पर अपने घर में जा सकते है। उपरोक्त Village quarantine facility संचालन पर (पेयजल व्यवस्था साफ सफाई विद्युत व्यवस्था बिस्तर आदि) आने वाले व्यय का भुगतान ग्राम पंचायत को State Finance Commission से प्राप्त निधि से वहन किया जायेगा तथा इसके अतिरिक्त आवश्यकता होने पर जिलाधिकारी द्वारा राज्य आपदा मोचन निधि (State Disaster Response Fund) एवं CMRF से village quarantine facility में होने वाले व्यय ग्राम पंचायत को प्रदान किया जायेगा।
जिला प्रशासन द्वारा आवश्यकतानुसार Quarantine centers का संचालन जिला स्तर पर किया जायेगा तथा उपरोक्त पर आने वाले व्यय का भुगतान State Disaster Response Fund के COVID-19 Management के मानक अनुसार एवं CMRE से वहन किया जायेगा।
‘COVID Restrictions’ अवधि में नगर निगम / पालिका / निकाय द्वारा समस्त सार्वजनिक स्थलों यथा आवासीय क्षेत्रों, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, मार्केटस एवं मण्डी आदि भीड़-भाड़ वाले स्थानों को निरन्तर sanitize करवाना सुनिश्चित करेगें।
‘COVID Restrictions’ अवधि में राज्य की समस्त स्वास्थ्य सेवाएं (आयुष सहित ) यथावत ( 24X7) संचालित होगी। 18. समस्त वित्तीय संस्थानों / अधिष्ठान (Related to Banking, Finance & Insurance).
अपनी कार्य अवधि के अनुसार कार्यालयों का संचालन करेंगे।
COVID Restrictions’ अवधि में राज्य की समस्त Public Utilities यथावत संचालित रहेंगी।

भारी बारिश के अलर्ट के मद्देनजर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा की

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प्रदेश में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन से जुङे विभागों और एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से उनकी तैयारियों, बारिश की स्थिति आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी स्कूलों में 18 अक्टूबर को अवकाश रखने के निर्देश दिये। बहुत से जिलों में अवकाश कर भी दिया गया है। जिन जिलों में नहीं किया गया है, वे भी एहतियातन सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय बङी संख्या में पर्यटक और तीर्थयात्री प्रदेश में आए हुए हैं। जरूरी होने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराते हुए उनके रहने और भोजनादि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो। पर्यटक और तीर्थयात्री यहाँ से अच्छा संदेश लेकर जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य, जिलों और तहसील स्तरों पर कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित हों। जिलों से इन दो दिन, हर घंटे रिपोर्ट भेजी जाए। कोई घटना होने पर उसकी सूचना तुरंत दी जाए। रेस्पोंस टाईम कम से कम होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जाए। आईटीबीपी, सीडब्ल्यूसी, बीआरओ, एसडीआरएफ, राजस्व, पुलिस आदि आपसी समन्वय से काम करें।  ट्रेकर्स के बारे में पूरी सूचना रखी जाए और उनसे सम्पर्क रखें। लैंडस्लाईड जोन पर विशेष ध्यान रखा जाए। रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने की व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि भूस्खलन आदि स्थिति में लोग कहीं फंसे नहीं। वे सुरक्षित स्थानों पर ठहरें। आपदा बचाव और राहत संबंधी उपकरण सुचारू स्थिति में हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए पूरी सावधानी बरतनी है। यात्रियों और पर्यटकों से भी सावधानी रखने की अपील की जाए, परंतु किसी तरह के पैनिक की भी जरूरत नहीं है। जिलाधिकारी, एसएसपी स्वयं माॅनिटरिंग करें।

बैठक में सभी जिलाधिकारियों से पूरी जानकारी ली गयी। बताया गया कि सभी जगह स्थिति अभी सामान्य है। एहतियातन चारधाम यात्रियों को सुरक्षित रूकाया गया है। रूकने, खाने की पर्याप्त व्यवस्था है।

बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धनसिंह रावत, विधायक श्री संजय गुप्ता, मुख्य सचिव डॉ एस एस संधु, प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, सचिव एसए मुरूगेशन, आईजी वी मुरूगेशन, आईजी एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, सहित वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, बीआरओ, आईएमडी, आईटीबीपी, सीडब्ल्यूसी, उत्तराखण्ड सब एरिया, सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

20 अक्टूबर तक भारी बारिश होने की संभावना , IMD ने मछुआरों को किया अलर्ट

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि उत्तरी तेलंगाना के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पूर्वी हवा चलने के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 अक्टूबर तक भारी बारिश होने के आसार हैं. आईएमडी ने मछुआरों को मंगलवार तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव के कारण उत्तरी बंगाल की खाड़ी में गहरे समुद्री क्षेत्रों में 19 अक्टूबर तक हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की प्रबल संभावना है.

मौसम विभाग ने बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जलभराव होने और दार्जिलिंग, कलीमपोंग जिलों में भूस्खलन की चेतावनी दी है. भारी बारिश के कारण पहले से ही परेशान ओडिशा में सरकार ने जिला अधिकारियों को हालात पर कड़ी नजर रखने के लिए सतर्क रहने को कहा है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक संजीव बंदोपाध्याय ने कहा कि बारिश से राज्य में खेतों में धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है. राज्य के कई जिलों में धान की फसल कटने को तैयार है.

उत्तरी बंगाल में आज से तेजी होगी बारिश

हावड़ा, हुगली और पूर्वी मेदिनीपुर समेत राज्य के दक्षिणी जिलों में हाल में बारिश के कारण बाढ़ आई है. बंदोपाध्याय ने कहा कि कोलकाता समेत राज्य के दक्षिण जिलों में रविवार से भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है. उत्तरी बंगाल के जिलों में आज से बारिश संबंधी गतिविधि तेज होगी. भुवनेश्वर के मौसम विभाग कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि शनिवार से ही सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है.

आईएमडी ने आज से सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और जाजपुर जैसे जिलों में भारी बारिश होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया है. विशेष राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है. (भाषा के इनपुट के साथ)

बदरीनाथ हाईवे पर कार नदी में गिरी, नोएडा के तीन तीर्थयात्रियों की मौत

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चमोली, उत्तराखंड में बदरीनाथ हाईवे पर रविवार शाम दर्दनाक हादसा हो गया। चमोली बाजार के पास अनियंत्रित होकर नोएडा के यात्रियों की कार अलकनंदा नदी में गिर गई। हादसे में तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, तीन यात्री घायल बताए जा रहे हैं।  घटना शाम करीब साढ़े चार बजे की है। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। बारिश होने के कारण रास्ता खतरनाक बना हुआ है। जिससे रेस्क्यू में भी दिक्कतें हुई। पुलिस के अनुसार, जिन घायलों को निकाला गया है उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कार में सवार दीपक (27) सेक्टर 27 नोएडा, अरविंद (26) सेक्टर 82 नोएडा, संदीप तंवर (31) सेक्टर 11, नोएडा की दुर्घटना में मौत हो गई है। जबकि अक्षित चौहान, सेक्टर 46, नोएडा की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। हरेंद्र और सुशील अवाना (दोनों सेक्टर 11, नोएडा) जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गोपेश्वर थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह रौतेला ने बताया कि सभी तीर्थयात्री कार से बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद केदारनाथ जा रहे थे। गहरी खाई होने के कारण घायलों को रेस्क्यू करने में पुलिस व एसडीआरएफ की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की सूचना मृतकों व घायलों के परिजनों को दे दी गई है।

ट्रक कार के ऊपर पलटा, मौके पर हुई तीन की मौत, आरोपी चालक ट्रक छोड़ हुआ फरार

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जसपुर, उत्तराखंड के यूएस नगर के जसपुर में सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत हो गई है। आरोपी ट्रक ड्राइवर घटनास्थल से फरार हो गया। पीयूष उर्फ निक्कू (22) पुत्र गिरिराज सिंह निवासी निवारमंडी, अमन (26) वर्ष पुत्र डोरी सिंह निवासी गांव भगवंतपुर और सूर्य प्रताप (22) पुत्र ऋषि पाल सिंह निवासी नागर कालोनी आपस में रिश्तेदार थे। बीटेक पास तीनों युवकों में गहरी दोस्ती थी। रविवार को पीयूष के भाई अमित के बेटे का बर्थडे था। शाम को तीनों दोस्त अपनी कार से बर्थडे का सामान और खिलौना बदलने जसपुर आए थे। बाद में वह लक्ष्मीपुर खेड़ा गांव की ओर चले गए। इनकी कार के साथ लकड़ी से भरा 18 टायर वाला ट्रक चल रहा था। ट्रक जसपुर से ठाकुरद्वारा की ओर जा रहा था।

मिली जानकारी के मुताबिक रेहमापुर गांव के पास अचानक ट्रक कार के ऊपर पलट गया जिससे तीनों युवक कार समेत ट्रक के नीचे दब गए। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने जेसीबी और क्रेन मंगाकर ट्रक को सीधा करके कार को निकाला।

कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया। उन्हें सरकारी अस्पताल लेकर आया गया। कोतवाली पुलिस के अनुसार आरोपी चालक ट्रक मौके पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक कब्जे में ले लिया है

महंगाई के विरोध में कांग्रेसियों क ने किया प्रदर्शन, बोले नेता- आमजन के घर का बिगड़ गया बजट

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प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने यूनिवर्सल पेट्रोल पंप के सामने प्रदर्शन किया।

देहरादून, पेट्रोल, डीजल व खाद्य पदार्थों के दाम में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने रविवार को राजपुर रोड स्थित यूनिवर्सल पेट्रोल पंप के सामने प्रदर्शन किया। राजकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में सभी वस्तुओं के दाम नियंत्रित थे, लेकिन आज पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, सरसों का तेल, दालें, मसाले आदि के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है।

पहले ही राज्य में बेरोजगारी दर बढ़ती जा रहा है, ऊपर से महंगाई के कारण आमजन के घर का बजट बिगड़ गया है। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर आज उत्तराखंड में सबसे ज्यादा है, लेकिन भाजपा सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। इस दौरान नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेंद्र पाल, ब्लाक अध्यक्ष प्रकाश नेगी, देवेंद्र सिंह, पार्षद निखिल कुमार, व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा, अमिचंद सोनकर, जहांगीर खान, नीरज नेगी, विकास नेगी, तारा चंद नागपाल, राजीव सरीन, हेमराज, अशोक कुमार आदि मौजूद रहे। उधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नवीन जोशी के नेतृत्व में गोविंदगढ़ स्थित पेट्रोल पंप पर कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया |

वहीं यूथ कांग्रेस की ओर से प्रवक्ताओं के चयन के लिए राष्ट्रीय स्तरीय भाषण प्रतियोगिता यंग इंडिया के बोल प्रदेशभर में आयोजित की जा रही है। रविवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में युवा कांग्रेस की ओर से आयोजित जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भूपेंद्र नेगी ने की | इस प्रतियोगिता में पांच प्रवक्ताओं का चयन किया गया। चयनित युवाओं में अमनदीप बत्रा, अमोल श्रीवास्तव, रविंद्र सिंह रैना, अविनाश मणि, रिया राणा व अनिरुद्ध यादव को जिला प्रवक्ता का दायित्व सौंपा गया। जिला प्रवक्ता अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

प्रदेश प्रवक्ता आरुषि सुंद्रियाल ने बताया कि पिछले लगभग तीन महीने से प्रवक्ता के लिए आनलाइन इंटरव्यू चल रहे हैं। सैकड़ों युवाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से चुने गए आवेदकों के बीच रविवार को भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका दून विवि के प्रो. राहुल वर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता डा. आरपी रतूड़ी सेवानिवृत्त इंजीनियर कृपाल सिंह ने अंतिम पांच सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को जिला प्रवक्ता चुना। कार्यक्रम के दौरान यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वैभव वालिया, प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप चमोली, गढ़वाल मंडल की मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसोनी आदि मौजूद रहे।

 

कांग्रेस करेगी 19 अक्टूबर को पूर्व सैनिक सम्मान समारोह आयोजित

देहरादून, प्रदेश कांग्रेस कमेटी देश के वर्ष 1971 में भारत-पाक जंग की एतिहासिक जीत के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 19 अक्टूबर को पूर्व सैनिक सम्मान समारोह आयोजित करेगी। जिसमें देश के लिए शहादत देने वाले बहादुर सैनिकों के परिवारों व पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा।

शनिवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन (सेनि) बलवीर सिंह रावत ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा की तरह सैनिकों की उपलब्धियों को कभी भी अपने राजनैतिक लाभ के लिए नहीं भुनाया है। वर्ष 1971 की भारत-पाक जंग की एतिहासिक जीत का पूरा श्रेय देश के बहादुर सैनिकों को दिया। आज पूरी दुनिया भारतीय सैनिकों की बहादुरी का लोहा मानती है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कुशल नेतृत्व के चलते ही बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग राष्ट्र के रूप में स्थापित किया गया। इस दौरान कर्नल (सेनि) एसपी शर्मा, कर्नल (सेनि) मोहन सिंह रावत, मेजर (सेनि) हरि सिंह चौधरी आदि मौजूद रहे।

उत्तराखंड बना शत-प्रतिशत पात्र आबादी को वैक्सीन लगाने वाला राज्य

देहरादून, उत्तराखंड भी अब देश में पात्र व्यक्तियों को कोविडरोधी वैक्सीन की शत-प्रतिशत पहली डोज लगाने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि सरकार ने वैक्सीनेशन का लक्ष्य तीन माह पहले ही पूर्ण कर लिया है। सरकार ने इसके लिए दिसंबर तक का लक्ष्य रखा था। उन्होंने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी कार्मिकों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का आभार भी प्रकट किया। उन्होंने कहा कि जैसे ही 18 वर्ष से कम आयु वालों के लिए अनुमति मिलेगी, राज्य सरकार इनका भी जल्द से जल्द वैक्सीनेशन शुरू करने का प्रयास करेगी।

सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में 16 जनवरी से कोविड रोधी वैक्सीनेशन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए राज्य, जिला व ब्लाक स्तर पर कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 18 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 7729466 पात्र लाभार्थियों का वैक्सीनेशन किया जाना था। इनमें से 74 लाख से अधिक को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अभी तक कुल 99.6 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मचारी, 99.2 फ्रंट लाइन वर्कर व 18 वर्ष से अधिक आयु के 96.1 प्रतिशत व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को उचित परामर्श के जरिये जागरूक किया जा रहा है और उनकी सहमति पर ही उन्हें वैक्सीन लगाई जा रही है। गंभीर बीमारी वालों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है और कुछ ऐसे भी हैं जो वैक्सीन लगाने के इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का कार्यक्रम चलता रहेगा। उन्होंने सभी से समय से दूसरी डोज भी लगाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने राज्य को आवश्यकतानुसार वैक्सीन की पर्याप्त डोज उपलब्ध कराए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, अपर सचिव सोनिका व महानिदेशक स्वास्थ्य डा तृप्ति भटनागर भी उपस्थित थीं।

 

 

पंतनगर इंडस्ट्रीयल स्टेट पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी के नाम से जाना जायगा, सीएम धामी ने की घोषणा

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंतनगर में स्थित औद्योगिक क्षेत्र ( इंडस्ट्रीयल स्टेट ) का नाम पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि, उत्तराखंड के सपूत स्व. नारायण दत्त तिवारी जी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के मंत्री के रूप में सदैव उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास हेतु प्रयास किया। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी ने राज्य को औद्योगिक पैकेज दिया उस समय स्व नारायण दत्त तिवारी जी ही मुख्यमंत्री थे। पंडित तिवारी जी ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से नव सृजित उत्तराखंड में औद्योगिक विकास की नींव रखी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर, पंडित नारायण दत्त तिवारी जी के राज्य के प्रति योगदान को सम्मानित करने और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए पंतनगर इंडस्ट्रीयल स्टेट का नाम उनके नाम पर किया जा रहा है।

 

उत्तराखंड पहुंचे शहीद हरेंद्र सिंह और अजय रौतेला के पार्थिव शरीर, घरों में पसरा मातम

कोटद्वार/नई टिहरी, जम्मू कश्मीर के पूंछ क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए नायक हरेंद्र सिंह और सूबेदार अजय सिंह रौतेला के पार्थिव शरीर रविवार को उत्तराखंड पहुंचे। सोमवार को दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर उनके घर भेजे जाएंगे और वहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा।

कोटद्वार के रिखणीखाल तहसील के गुर्ठेता ग्राम सभा के ग्राम पीपलसारी में मातम पसरा है। शहीद हरेंद्र सिंह के परिजनों को रविवार सुबह घटना की जानकारी दी गई। सूचना के बाद से शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। बेटे की शहादत से वह भी गमगीन हैं, लेकिन अपना दर्द वह सीने में छिपाए हुए हैं।

शहीद का पार्थिव शरीर राजौरी से जौलीग्रांट तक विशेष विमान और इसके बाद सेना के विशेष वाहन से रविवार शाम को लैंसडौन सेना मुख्यालय लाया गया। सोमवार सुबह पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए गांव लाया जाएगा। इसके बाद गांव के पैतृक घाट पर ही शहीद का अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा।Jammu And Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh And Ajay Singh Rautela  Dead Bodies Reached Uttarakhand - शहादत: उत्तराखंड पहुंचे शहीद हरेंद्र सिंह  और अजय रौतेला के पार्थिव शरीर, घरों ...

नायक हरेंद्र सिंह (35) पुत्र छवाण सिंह 16वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वर्तमान में वह सेना की 48 आरआर रेजीमेंट में जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में ड्यूटी पर थे। 15 अक्तूबर की रात आतंकियों से मुठभेड़ में नायक हरेंद्र सिंह शहीद हो गए।

शहीद की मां सरोजनी देवी और पिता पूर्व सैनिक छवाण सिंह रावत अपने पैतृक गांव पीपलसारी में रहते हैं, जबकि उनकी पत्नी लता देवी दोनों बच्चों के साथ देहरादून के गढ़ीकैंट में रहती हैं। शहीद के पिता छवाण सिंह रावत ने बताया कि सेना की ओर से बीते शुक्रवार को उनके लापता होने की सूचना दी गई थी। शहीद होने की जानकारी उन्हें शनिवार देर शाम दी गई, लेकिन हरेंद्र की मां को रविवार सुबह ही इस बारे में बताया गया। तब से मां का रो-रोक बुरा हाल है।
उधर, 17 गढ़वाल राइफल्स और वर्तमान में आरआर (राष्ट्रीय राइफल 48) के सूबेदार शहीद अजय सिंह रौतेला का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर 2.30 बजे सेना के हवाई जहाज से जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचा। हवाई अड्डे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित जनप्रतिनिधियों और आला अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। सोमवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर अपने रामपुर गांव पहुंचेगा। दोपहर को पूर्णानंद घाट मुनिकीरेती में उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।

जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 14 अक्तूबर को टिहरी जिले के दो सैनिक शहीद हो गए थे। विमाण गांव के राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी का शनिवार को कोटेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं सूबेदार अजय सिंह रौतेला (46) के शहादत की शनिवार देर शाम सेना और प्रशासन की ओर से पुष्टि की गई। सूबेदार अजय रौतेला के शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके गांव रामपुर में कोहराम मच गया। वर्तमान में शहीद रौतेला का परिवार देहरादून में रहता है, लेकिन कुछ दिन पूर्व ही उनकी पत्नी विमला देवी, जुड़वा बेटे सुमित और अमित गांव पहुंचे थे। शहीद के चाचा अधिवक्ता हरपाल रौतेला ने बताया कि अजय रौतेला के तीन पुत्र हैं।
शहीद अजय सिंह रौतेला के घर में सांत्वना देने पहुंचे लोग – फोटो : अमर उजाला
बड़े बेटे अरुण रौतेला ने हाल ही में बी.टेक पास किया है, जबकि सुमित और अमित इंटर में पढ़ते हैं। पत्नी विमला गृहणी हैं। शहीद के छोटे भाई शिक्षक दीपक रौतेला भी सूचना के बाद से गांव में हैं। वह किसी तरह परिजनों को संभाल रहे हैं। दीपक रौतेला ने बताया कि दो साल बाद भाई की सेवानिवृत्ति होनी थी, लेकिन उससे पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वह शहीद हो गए।
शहीद के बेटे सुमित और अमित ने बताया कि पिता से 12 अक्तूबर को उनकी मोबाइल पर बात हुई थी। पिता ने पूछा था कि एनडीए की तैयारी कर रहे हो या नहीं। बताया कि पिता पर गर्व है, उनसे देश सेवा की सीख मिलती रहेगी। पिता की इच्छा पूरी करने के लिए इंटर पास करने के बाद एनडीए की तैयारी करेंगे |
सूबेदार अजय सिंह रौतेला की शहादत की सूचना मिलते ही रविवार सुबह से ही शहीद के घर रामपुर में जनप्रतिनिधिओं और लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। गांव में हर तरफ कोहराम मचा है। परिजनों को रो-रो कर बुरा हाल है। घर पहुंचकर लोग किसी तरह परिजनों को समझा रहे हैं।