नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को संसद में बताया है कि सरकार के पास दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मरने वाले किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। विपक्ष की ओर से मृतक किसानों के परिवारों को आर्थिक मुआवजा दिए जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चूंकि सरकार के पास किसानों की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है, ऐसे में आर्थिक सहायता देने का सवाल ही नहीं उठता।
किसान नेताओं का लंबे समय से यह दावा है कि सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सीमा पर लगातार कृषि कानूनों का विरोध करने वाले 700 से ज्यादा किसान अब तक जान गंवा चुके हैं। यह मौतें मुख्य रूप से मौसम की मार, गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों और आत्महत्या के कारण हुई हैं। इस बीच आंदोलनकारी किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि सरकार बाकी लंबित मुद्दों पर किसान नेताओं के साथ बातचीत करे। तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल के पास होने के बावजबद संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार एमएसपी पर कानूनी बनाने की उनकी मांग को स्वीकार नहीं करती है। किसानों ने यह भी मांग की है कि प्रदर्शन के दौरान दर्ज हुए पुलिस केस भी वापस लिए जाएं और इस दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा मिले। किसानों ने दावा किया है कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने एमएसपी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए उनसे पांच प्रतिनिधियों के नाम मांगे हैं।
सरकार के पास नहीं है किसान आंदोलन में मृतकों का रिकार्ड : तोमर
आपके बैंक में अगले हफ्ते इन दो दिन होगी हड़ताल, नोट कर लीजिए तारीख
Bank Union Strike-देश के सरकारी बैंक कर्मचारी 16 और 17 दिसंबर को दो दिन की हड़ताल करेंगे. इसकी चेतावनी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU-United Forum of Bank Unions) की तरफ की गई है.
बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के विरोध में ये हड़ताल हो रही है.
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2021 को पेश किए बजट में दो बैंकों के प्राइवेटाइजेशन का ऐलान किया था. अब सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. संसद के शीतकालीन सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक (Banking Laws (Amendment) Bill 2021) लाने की तैयारी की जा रही है.
16 और 17 दिसंबर को हड़ताल का ऐलान
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) ने इस हड़ताल का ऐलान किया है. यह नौ सरकारी बैंकों के यूनियन का संयुक्त मंच है. UFBU ने 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल की चेतावनी दी है.
क्यों हो रही है हड़ताल
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी) ने सरकारी बैंकों की प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ बड़े आंदोलन का ऐलान किया था.
सरकार की ओर से विनिवेश पर गठित की गई सचिवों के मुख्य समूह ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और बैंक ऑफ इंडिया के नाम सुझाए थे.
कर्मचारियों का क्या होगा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राइवेटाइजेशन से पहले ये बैंक अपने कर्मचारियों के लिए आकर्षक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) ला सकते हैं.
इससे पहले IDBI बैंक को सरकार कर चुकी है प्राइवेट
साल 1960 में IDBI बैंक शुरू हुआ था. लेकिन तब इसका नाम डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन हुआ करता था. बाद में इसे IDBI Bank बैंक में तब्दील कर दिया गया.
इसके लिए संसद की ओर से इजाजत दी गई. देश के जितने भी राष्ट्रीयकृत बैंक हैं, उनका सारा काम संसदीय कानूनों के जरिये नियंत्रित होता है. ये बैंक जैसे ही प्राइवेट होते हैं, संसद की बाध्यता खत्म हो जाती है.
सरकारी इंश्योरेंस संस्था एलआईसी ने आईडीबीआई बैंक में 51 परसेंट की हिस्सेदारी खरीद ली. अब इसके विनिवेश का काम शुरू हो गया है.एलआईसी बोर्ड ने एक प्रस्ताव पारित कर बताया कि वह बैंक में अपनी हिस्सेदारी घटाएगा. इसके लिए कुछ विनिवेश किया जाएता और कुछ शेयर की बिक्री भी होगी. बिक्री के दाम देखकर मैनेजमेंट बोर्ड को ट्रांसफर करने का भी फैसला लिया जाएगा.
इसी आधार पर एलआईसी आईडीबीआई बैंक में अपना शेयर घटाएगा. माना जा रहा है कि जो कंपनी बैंक में शेयर खरीदेगी, वह अपना फंड लगाएगी. बैंक का बिजनेस बढ़ सके, इसके लिए नई टेक्नोलॉजी और अच्छे प्रबंधन का इंतजाम होगा. इसके बाद आईडीबीआई बैंक सरकार और एलआईसी के भरोसे न होकर प्राइवेट फंड से अपना विकास कर पाएगा.
सरकार के खिलाफ वंचित राज्य आंदोलनकारियों ने किया धरना प्रदर्शन
पिथौरागढ़, वंचित राज्य आंदोलनकारियों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारे लगाए। उन्होंने कहा कि वास्तविक आंदोलनकारियों की अनदेखी की जा रही है जबकि राज्य की लड़ाई में कई लोगों ने अपना अहम योगदान दिया। इसके बावजूद आंदोलनकारी का दर्जा पाने के दर-दर भटक रहे हैं।
रामलीला मैदान टकाना में मंगलवार को वंचित राज्य आंदोलनकारियों ने नारे लगाए और सरकार के खिलाफ धरना दिया। वंचित राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि उन्होंने राज्य की लड़ाई में अपना योगदान दिया। जेल गए, पुलिस के डंडे खाए जबकि अभिलेखों को पुलिस ने नष्ट कर दिया है जिस कारण उन्हें आंदोलनकारी का दर्जा नहीं मिला है।
उन्होंने सरकार से अखबार को मानक मानकर और पूर्व में चिह्नित दो आंदोलनकारियों की पुष्टि के आधार पर वंचित लोगों को राज्य आंदोलनकारी का दर्जा देने की मांग की है। इस दौरान वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी राजेंद्र भट्ट, महेंद्र सिंह लुंठी, समिति अध्यक्ष उमा पांडेय, केंद्रीय प्रवक्ता किशोर पाठक, उपाध्यक्ष पवन पाटनी, सुरेेश कसनियाल, भगवान बल्लभ पंत, गोविंद बोरा, जीवन राम आदि रहे।
बौराड़ी में 4.47 लाख से किया पार्किंग का निर्माण, विधायक डा.धन सिंह नेगी किया शुभारंभ
नई टिहरी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी औतार सिंह तोपवाल जिला अस्पताल बौराड़ी के समीप आखिरकार पार्किंग निर्माण कार्य शुरू हो गया है। करीब चार करोड़ 47 लाख की लागत से एक साल में पार्किंग का निर्माण पूरा करवाया जाएगा। अब उम्मीद है कि अस्पताल के समीप पार्किंग निर्माण होने से जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी। अभी तक अस्पताल में पार्किंग न होने के कारण एंबुलेंस से लेकर अन्य वाहनों को पार्किंग के लिए परेशानियां झेलनी पड़ती थीं, मंगलवार को बौराड़ी में टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी ने पूजा-अर्चना कर पार्किंग निर्माण का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में लंबे समय से पार्किंग की मांग की जा रही थी, लेकिन भूमि चयन के कारण देरी हुई। उन्होंने निर्माण एजेंसी को तय समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। कहा कि शहर में बांध विस्थापितों-प्रभावितों के कब्जे वाले एक्स्ट्रा स्पेस का भी जीओ जारी हो गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने विधिक परीक्षण कराने के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी। पेयजल निगम के परियोजना निदेशक आरएस गुप्ता ने बताया कि 1200 वर्ग मीटर पर बनने वाली पार्किंग में करीब चार दर्जन वाहनों को खड़ा किया जा सकता है। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री बेबी असवाल, जाखणीधार की ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी, भाजपा मंडल महामंत्री भूपेंद्र चौहान, क्षेत्र पंचायत सदस्य शिवराज सजवाण, सभासद उर्मिला राणा, सरला नेगी, डीसीबी के निदेश नरेश नेगी, दीवान सिंह नेगी, दारा सिंह और गोपीराम चमोली आदि मौजूद थे।
बांध प्रभावितों को पुलिस ने स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन देने से रोका, किया गिरफ्तार
टिहरी, बांध प्रभावित भूखंड आवंटन करने और टीएचडीसी में रोजगार देने समेत कई मांगों को लकर कई समय से आंदोलित हैं, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को अपनी मांगों का ज्ञापन देना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वह कई दिनों से बौराड़ी में धरना देते आ रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। हिरासत में लिए गए बांध प्रभावितों ने जमानत लेने से इनकार किया तो पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 19 महिला-पुरषों का चिकित्सीय परीक्षण करने के बाद एसडीएम कोर्ट में पेश किया, लेकिन देर शाम तक किसी ने भी मुचलका नहीं भरा। टिहरी बांध प्रभावित रौलाकोट, गडोली और भल्डियाणा गांव के लोग भूखंड आवंटन करने, पात्रता का निर्धारण वर्ष 2021 के आधार पर करने और बांध प्रभावितों को टीएचडीसी में स्थायी रोजगार देने की मांग को लेकर पिछले 20 दिनों से जिला मुख्यालय के बौराड़ी गणेश चौक धरना देते आ रहे हैं। मंगलवार को वह कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करने और जिला मुख्यालय पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत को ज्ञापन देने जा रहे थे कि इससे पहले ढाइजर में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। प्रभावितों ने वहां पहुंचीं एसडीएम सदर अपूर्वा सिंह को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। बांध प्रभावितों ने कहा कि शासन-प्रशासन उनकी परेशानी नहीं समझ रहा है, जिससे वह जर्जर मकानों में रहने के लिए मजबूर हैं। हिरासत में लिए गए आंदोलनकारियों की ओर से मुचलका भरने से इनकार करने पर पुलिस ने सभी 19 लोगों का चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद एसडीएम कोर्ट में पेश किया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सागर भंडारी ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन देने से बलपूर्वक रोका गया है। इसलिए कोई भी निजी मुचलका नहीं भरेगा और वह जेल के अंदर भी आंदोलन जारी रखेंगे। देर शाम तक मामला शांत नहीं हुआ। एसडीएम ने कहा कि सभी आंदोलनकारियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया जाएगा। हिरासत में लिए गए लोगों में दीपक थललियाल, विश्वजीत नेगी, सबल सिंह धनाई, युद्धवीर बिष्ट, हीरालाल, पुरुषोत्तम रावत, बुद्धि रावत, कुंदन रावत, देवकी देवी, छटांगी देवी, सोनी देवी, इंद्रा, प्रवीन भंडारी और गोदांबरी आदि शामिल थे।
क्षेत्र पंचायत की त्रैमासिक बैठक : घाट का नाम नंदानगर रखने का प्रस्ताव ध्वनिमत से हुआ पारित
चमोली, जनपद के क्षेत्र पंचायत घाट की त्रैमासिक बैठक में क्षेत्र में बदहाल सड़कों के मुद्दे प्रमुखता से छाए रहे। सदन में ग्राम प्रधानों ने ब्लाक घाट का नाम बदलकर नंदानगर करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया। साथ ही ग्राम प्रधानों ने मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान की मांग भी सदन में रखी।
बुधवार सुबह 11 बजे से ब्लाक सभागार में ब्लॉक प्रमुख भारती देवी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। प्रमुख ने सभी ग्राम प्रधानों को अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को सदन में रखने की अपील की। प्रमुख ने घाट मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अक्सर 108 सेवा खराब रहती है, जिससे जनता को इस सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रधान मटई प्रभात पुरोहित ने कहा कि जीआईसी मटई में शिक्षकों की कमी है। प्रधान संघ के अध्यक्ष लखपत सिंह और क्षेत्र पंचायत हरीश रावत ने जीआईसी चौनघाट में शिक्षकों की कमी दूर करने और एनसीसी का संचालन शुरू करने, क्षेत्र पंचायत सदस्य हरीश रावत ने सीएचसी घाट में बंद पड़ी एक्सरे और अल्ट्रासाउंड मशीन के जल्द संचालन, घाट-नंदप्रयाग सड़क की दुर्दशा सुधारने आदि की मांग उठाई। ब्लॉक प्रमुख ने घाट बाजार में लक्ष्मी मार्केट से बस स्टेशन तक चल रहे सुधारीकरण कार्य में कार्यदायी संस्था पर मनमानी का आरोप लगाया। बैठक में एसडीएम अभिनव शाह ने समस्त अधिकारियों को बैठक में उठी मांगों पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। संचालन खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र ने किया।
एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय का 9वां दीक्षांत समारोह, सीडीएस रावत ने दिये 60 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल
श्रीनगर, बुधवार को एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में नौवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। रक्षा प्रमुख (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए हैं। वहीं, केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़े।
नरेंद्र सिंह नेगी को मानद उपाधि
दीक्षांत समारोह में गढ़ गौरव लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को मानद उपाधि दी गई। उन्होंने कहा कि उनको सम्मानित कर गढ़वाल विवि ने गढ़वाली और पितरों का सम्मान किया है, जनरल बिपिन रावत ने इस दौरान पीजी में करीब 60 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए। जिसमें से 51 छात्राएं शामिल हैं। इसमें विवि से सम्बद्ध 118 कॉलेज और विवि के तीनों परिसरों के टॉपर शामिल हैं। समारोह में पीएचडी और स्नातकोत्तर के 196 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई।
सीडीएस रावत ने कहा कि गढ़वाल विवि से पढ़े बच्चे जॉब ढूंढने वाले न बने, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। चीन-नेपाल सीमा से सटे होने की वजह से उत्तराखंड में जिम्मेदारी बढ़ जाती है। विवि के कुछ कोर्स हैं जिनकी सेना को जरूरत है। कहा कि उन्हें विश्वास है गढ़वाल विवि एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराएगा। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि देश पहले है। वहीं, केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि छात्र मेकिंग इंडिया का संदेश देंगे।
सीडीएस ने कहा कि सरकार एमएसएमई पर अधिक ध्यान दे ही है। पीएम मोदी और मंत्रालय यु़वाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के स्वरोजगार कार्यक्रम चला रहे हैं। कई तरह के स्टार्ट अप युवाओं के लिए चल रहे हैं। उत्तराखंड में स्टार्ट अप के लिए टूरिज्म और जड़ी बूटियों समेत कई तरह के आइडिया हैं। गढ़वाल विवि युवा छात्र-छात्राओं को सही दिशा दे रहा है। युवा इस सीख पर कैसे खरे उतरते हैं ये उन पर निर्भर करता है।
सीडीएस रावत ने कहा कि सीमा क्षेत्र को देखते हुए सेना पूरी तरह से तैयार है। लेकिन हमें कोशिश करनी होगी कि हमारे सीमावर्ती गांव खाली न हों। वहां से पलायन रुके। इसके लिए हेल्थ, एजुकेशन, सड़क आदि की व्यवस्था सीमा से सटे गांवों तक पहुंचानी भी जरूरी है।
पौड़ी : गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी जल्द ही हेली सेवा से जुड़ जाएगा : मुख्यमंत्री
पौडी, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में पौड़ी व अल्मोड़ा हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी जल्द ही हेली सेवा से जुड़ जाएगा।
सीएम ने कहा कि यहां के विकास, धरोहरों को संजोए जाने, इतिहास को संरक्षित रखने के लिए जो भी जरूरी होगा सरकार उसे निश्चित रूप से करेगी। सीएम ने कहा कि सरकार ने राज्य के प्रत्येक शहर को हेली सेवा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। सस्ती हेली सेवा के लिए सरकार ने एवीएशन टर्बो फ्यूल पर 18 फीसदी वेट घटाया है। पौड़ी में जल्द हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा | बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंडल मुख्यालय पौड़ी में विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायतों को मजबूत करने का काम किया है। खेल नीति-2021 के तहत प्रदेश के प्रत्येक प्रतिभावान खिलाड़ी को खेल सुविधाएं, रहने-खाने-ठहरने की व्यवस्थाएं व नौकरी का प्रावधान किया गया है। सीएम ने कहा जनभावना के अनुरूप देवस्थानम बोर्ड को वापस ले लिया गया है। सीएम ने सरकार की अन्य उपलब्धियों को भी जनता के सामने रखा।
कार्यक्रम का संचालन योगंबर पोली ने किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, विधायक लैंसडोन महंत दलीप रावत, विधायक पौड़ी मुकेश कोली, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, जिलाध्यक्ष भाजपा संपत रावत, महामंत्री जगत किशोर बड़थ्वाल, प्रदेश मंत्री भाजयुमो डा. सुधीर जोशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष रजना बुटोला, प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा, कोट पूर्णिमा नेगी आदि मौजूद रहे।
सीएम ने कहा कि ‘मीडिया अक्सर पूछती है कि आपके पास कम समय है, आपको चिंता नहीं होती। मैंने हमेशा एक ही बात कही कि मुझे एक मिनट की भी चिंता नहीं है। मुझे जितना समय मिला है, उसे उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने में पल-पल जुटा हूं’। सीएम ने कहा उनके छोटे से कार्यकाल में 500 से अधिक फैसले सरकार ने लिए हैं। सीएम ने कालागढ़ में एक एंबुलेंस उपलब्ध कराने और कोटद्वार के डायलिसिस सेंटर का नाम स्व. सरोजनी देवी के नाम पर रखने की भी घोषणा की।
रंगारंग कार्यक्रमों के साथ बीटीकेआईटी में 15 दिनी इंडक्शन प्रोग्राम का हुइ समापन
अल्मोड़ा (द्वाराहाट) बीटीके आईटी में बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं के लिए आयोजित 15 दिनी इंडक्शन प्रोग्राम का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. ज्योति सक्सेना समेत अन्य अतिथियों ने अपने अनुभवों से छात्र-छात्राओं का साक्षात्कार कराया। वहीं, छात्र छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
विशिष्ट अतिथि प्रो सत्येंद्र सिंह, सहायक प्रोफेसर अंशुमन मिश्रा, प्रोग्राम संयोजक प्रो लता बिष्ट ने बताया कि 15 नवंबर से आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को इंडस्ट्री के अनुभवों से रूबरू कराना है।
इस दौरान एटीआई नैनीताल से मनोज पांडेय, क्रिएटिव लर्निंग दिल्ली से कृतिका गुप्ता, 1990 बैच के आईएआरएस (इंडियन रेलवे अकाउंट सर्विस) संजय उप्रेती, मीनू खुराना, बीएसएनएल के सेवानिवृत्त डीजीएम सुधीर चंद्रा आदि ने व्याख्यान दिए। वहां पर एके शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर आनंदिता शाह, डॉ. चारु तिवारी, डॉ. ज्योति त्रिपाठी, डॉ. रुबी रानी, डॉ. भावना सनवाल, डॉ. कुलदीप खोलिया आदि थे।
संग्राली गांव में तीन दिवसीय पांडव यज्ञ शुरू, पांडव पश्वा और ग्रामीण पंच कोषी यात्रा पर निकले
उत्तरकाशी, जनपद के वरुणावत के शीर्ष पर बसे संग्राली गांव में तीन दिवसीय पांडव यज्ञ शुरू हो गया है। मंगलवार को क्षेत्र के आराध्य कंडार देवता एवं पांडव पश्वा पंचकोषी वारुणी यात्रा पर निकले। सोमवार रात को क्षेत्र के आराध्य कंडार देवता की अगुवाई में ग्रामीणों एवं पांडव पश्वा ने गांव में अस्त्र-शस्त्रों की पूजा का पांडव यज्ञ का शुभारंभ किया। रात भर पांडव नृत्य भी हुआ। मंगलवार सुबह पाटा, बगियाल गांव, गंगोरी, लक्षेश्वर होते हुए पांडव पश्वा एवं ग्रामीण मणिकर्णिका घाट पर पहुंचे। यहां अस्त्र-शस्त्र एवं कंडार देवता डोली ने गंगा स्नान किया और पंच कोसी वारुणी यात्रा के लिए निकले। पांडव पश्वा व ग्रामीण बुधवार को वापस संग्राली गांव पहुंचेंगे। पंचकोषी यात्रा के दौरान पांडव पश्वा और ग्रामीण बड़ेथी, बसुंगा, साल्ड, ज्ञाणजा, व्यासकुंड, सिकरेश्वर, विमलेश्वर से होते हुए संग्राली पहुंचेंगे। गांव के शिवानंद भट्ट ने बताया कि तीन दिवसीय इस वारुणी यात्रा का आयोजन क्षेत्र की खुशहाली के लिए किया गया है। इस मौके पर ग्राम प्रधान संग्राली संदीप सेमवाल, नरेश चौहान, विमला देवी, इंद्र देव सिंह, अमर सिंह, पद्म सिंह, गजेंद्र कंसवाल, राकेश डंगवाल, दशरथ प्रसाद आदि मौजूद थे।
अल्मोड़ा की पूर्व पालिका अध्यक्ष शोभा जोशी ने थामा कांग्रेस का हाथ
देहरादून, जनपद की पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी ने कांग्रेस में वापसी की है। उन्होंने देहरादून में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में नगर के व्यवसायी प्रकाश रावत के साथ पार्टी की सदस्यता ली। पूर्व सीएम हरीश रावत समेत अन्य कांग्रेसियों ने दोनों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कांग्रेस नेता और पूर्व पालिकाध्यक्ष स्व. विजय जोशी के निधन के बाद उनकी पत्नी शोभा जोशी दो बार अल्मोड़ा पालिका की अध्यक्ष रही हैं। उन्होंने पालिका अध्यक्ष का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीता था। वह विभिन्न जन संगठनों के साथ भी जुड़ी रही। वर्ष 2011 में शोभा जोशी अमिताभ बच्चन के प्रसिद्ध शो कौन बनेगा करोड़पति में भी आ चुकी हैं।
देश की खातिर उत्तराखंड के वीर जवान अपना सर्वोच्च बलिदान देने में कभी पीछे नहीं हटे : मुख्यमंत्री
‘सैन्य धाम में बिखरेगी 1734 शहीदों के आंगन की मिट्टी की सुगंध’
हल्द्वानी, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के वीर शहीदों ने आजादी के बाद हुए हर संघर्ष में वीरता का परिचय दिया है। देश की खातिर उत्तराखंड के वीर जवान अपना सर्वोच्च बलिदान देने में कभी पीछे नहीं हटे। प्रदेश के सभी 13 जिलों के 1734 शहीदों के परिवारों के आंगन से मिट्टी लाकर देहरादून में सैनिक धाम की स्थापना की जाएगी। जब तक हम शहीदों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बना देते चैन से नहीं बैठेंगे। मंगलवार को खटीमा के आईटीआई में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा को मुख्यमंत्री धामी संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इससे पहले वन चेतना मैदान चकरपुर के हेलीपेड पर उतरे सीएम का भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। सीएम मैदान में स्कूली बच्चों से मिले। उसके बाद कार से आईटीआई में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा स्थल पहुंचे। सीएम ने सबसे पहले शहीद जवानों के आंगन से कलश में एकत्र माटी का पुष्प अर्पित कर नमन किया।
सीएम ने कहा कि वीर शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सैनिकों की शहादत को हमारी पार्टी और सरकार की ओर से सम्मान देना किसी से छिपा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज मजबूत हाथों में है। आज दुश्मनों की नापाक हरकत का जवाब देने के लिए सैनिकों को किसी से पूछने की जरूरत नहीं है।
कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, ऊधमसिंह नगर प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, गौरव सेनानी संगठन अध्यक्ष कै. गंभीर सिंह धामी ने भी संबोधित किया। वहां विधायक सौरभ बहुगुणा, विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मंडी अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत, कमलेंद्र सेमवाल, किसान आयोग उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, रंजीत सेठी, हिमांशु बिष्ट, सतीश भट्ट, किशन सिंह किन्ना, पूर्व सैनिक जिलाध्यक्ष खड़क सिंह कार्की, भूपेंद्र सिंह खोलिया आदि थे। कार्यक्रम का संचालन विनोद जोशी, हेमंत, हरीश ने संयुक्त रूप से किया।
खटीमा के 33 शहीदों सहित जिले के 56 शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
खटीमा। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के 33 शहीदों सहित जनपद के 56 शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न सौंपकर सम्मानित किया।
सम्मानित होने वाले शहीदों के आश्रित शहीद लालू चंद पत्नी भूरी देवी, शहीद तारा दत्त पत्नी नंदा देवी सैजना, शहीद रामी चंद पत्नी मधु देवी विरिया मझोला, ज्याला दत्त पत्नी हरुली देवी भूड़ महोलिया, हरुली देवी- राम दत्त भूड़ा किसनी, उमेद सिंह पत्नी भागीरथी देवी भूजिया तीन, आन सिंह पत्नी लीला देवी खाली महुवट, टीका राम पत्नी सरस्वती देवी छिनकी, दीवानी नाथ पत्नी भवानी देेवी नौगवानाथ, हीरा चंद पत्नी जानकी देवी भूजिया तीन, होशियार सिंह पत्नी लक्ष्मी देवी झनकट, दान सिंह पत्नी पार्वती देवी आदर्श कालोनी, प्रकाश जोशी पत्नी कलावती देवी बिगराबाग, जगदीश चंद पत्नी कलावती देवी हनुमान मंदिर के पास, भवान सिंह पत्नी इंद्रा देवी कंजाबाग, मान सिंह पत्नी सरुली देवी झनकट, दलीप चंद पत्नी सरस्वती देवी आलाबिरदी, श्याम सिंह पत्नी कमला देवी दियूरी, खीम सिंह पत्नी मंजू देवी अमाऊ, जगदीश सिंह पत्नी चंद्रकला राजीव नगर, कमान चंद ठाकुरी पत्नी विमला देवी श्रीपुर विचवा, चंद्रशेखर पत्नी शांति देवी कुआखेड़ा, मनोज सिंह रुमाल पत्नी आशा देवी नगरा तराई, प्रकाश चंद पत्नी कलावती चंद बुढ़ाबाग, कृष्ण सिंह पत्नी हीरा ज्याला भूड़ महोलिया, कमलजीत सिंह माता हरभजन कौर वनगवां, गोविंद सिंह माता गोविंदी देवी राजीव नगर, बृजेश यादव माता ऊषा देवी बगुलिया, लक्ष्मण सिंह पत्नी लीलावती देवी झनकट, दर्पण सिंह पत्नी देवकी देवी कंजाबाग, देवेंद्र सिंह पत्नी गीता खड़ायत तिगरी, भवान सिंह पत्नी गीता देवी वनकटिया, रघुवर दत्त जोशी पत्नी दीपा जोशी आदर्श कालोनी, गदरपुर के त्रिलोक सिंह पत्नी आनंदी देवी गुलरभोज, रमेश सिंह पत्नी कल्पना देवी खटोला, मनोज रावत माता गोदावरी भजपुरी, अशोक चंद शाही पत्नी भावना शाही कुल्हा जसपुर, ठाकुर सिंह पत्नी अंजू देवी मुरलीवाला, बाजपुर सोहन लाल पत्नी राम प्यारी, अंग्रेज सिंह माता बलविंदर कौर रंपुरा भगवा नगला, तारा सिंह माता आनंदी देवी हरिपुरा हरसान, काशीपुर इंद्रराज सिंह पत्नी चित्रा देवी कुंडेश्वरी, महिपाल सिंह पत्नी पुष्पा रावत वैशाली कालोनी, पान सिंह पत्नी लक्ष्मी देवी राजपुरम, पदम राम पत्नी भगवती कुंडेश्वरी चौराह, अमित नेगी भाई सुमित नेगी कुंडेश्वरी चौराहा, श्याम सिंह पत्नी विमला देवी कुंडेश्वरी, मुकेश कुमार पत्नी ज्योतिष्ना देवी आवास विकास, रुद्रपुर प्रेम सिंह पत्नी लछुली देवी वार्ड एक, माधवानंद पत्नी पुष्पा देवी जवाहर नगर, अजय उप्रेती पत्नी रोनी वाला जवाहर नगर, हर्ष सिंह पत्नी नंदा देवी शांतिपुरी, महेश चंद सिंह पत्नी बीना खुरियाखता, भरत चंद पत्नी बसंती देवी शांतिपुरी को सम्मानित किया।
शहीद सम्मान समारोह में कमिश्नर सुशील कुमार, डीएम रंजना राजगुरु, एसपी दलीप सिंह कुंवर, कै. शेर सिंह दिगारी, दिनेश अग्रवाल, गोपाल सिंह भूपेंद्र खोलिया, हिमांशु बिष्ट, किशन सिंह किन्ना, सतीश भट्ट, धाना भंडारी, नीता सक्सेना, कै. पुष्कर सिंह बिष्ट, कै. नारायण सिंह सौन, दान सिंह बोरा, धन सिंह सामंत, ठाकुर सिंह खोलिया, वचन सिंह बिष्ट, राजू अधिकारी, करनैल सिंह, केदार दत्त जोशी, कैै. लक्ष्मण सिंह मेहर, कैै. दीवानी चंद, कुंदन सिंह, मोहन भट्ट, दान सिंह धामी, टिकेंद्र सिंह, भूपाल नगरकोटी, मनमोहन धामी, राजेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।
वरिष्ठ आईएएस दीपक रावत बने कुमाऊं आयुक्त
देहरादून, राज्य के वरिष्ठ आईएएस दीपक रावत अब कुमाऊं के आयुक्त होंगे। आज उनके तबादले के आदेश जारी कर दिए। कुंभ मेला अधिकारी के पद से पिछले दिनों दीपक रावत को हटाकर सरकार ने उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड के एमडी की जिम्मेदारी दी थी। आज बुधवार को सचिव कार्मिक अरविंद सिंह ह्यांकी ने उनके तबादला आदेश जारी किए। अब वह कुमाऊं आयुक्त के साथ ही आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल में निदेशक पद की जिम्मेदारी भी संभालेंगे।
टेस्ट कराने के लिए कर्मियों की रही भीड़
रुडकी। सिविल अस्पताल में कोविड टेस्टिंग के लिए पुलिस कर्मियों की लाइन लगी रही। राष्ट्रपति के दौरे में कुछ पुलिस कर्मियों के कोविड पॉजिटिव आने के बाद सभी कर्मियों की जांच के आदेश दिए गए थे। हरिद्वार जिले में मंगलवार को जांच में दस पुलिस कर्मी पॉजिटिव आए थे।
सेशन साइट व्यवस्थापक ने बताया कि रामपुर, पाडली गुर्जर, तेलीवाला, पठानपुर, रामनगर आदि क्षेत्रों में कोविड का दूसरा टीका लगाने की रफ्तार कम है। इन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जाएगा। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह ने सभी लोगों से अपील की कि वह कोविडरोधी टीका लगाएं। कहा कि भले ही अभी देश और प्रदेश में कोरोना का नए वैरिएंट का मामला सामने नहीं आया हो, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। जिन लोगों को दूसरा टीका लगने की ड्यू डेट हो चुकी है वह नजदीकी केंद्र पर जाकर टीका लगाएं।
दिसंबर माह की दस्तक के साथ मौसम का मिजाज बदला
देहरादून। दिसंबर माह की दस्तक के साथ मौसम का मिजाज बदल गया है। बुधवार को राजधानी समेत आसपास के क्षेत्र में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। इससे ठंड में भी इजाफा हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अब लगातार तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। इतना ही नहीं, 2 और 3 दिसंबर को हल्की बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावनाएं भी जताई गई है।
बारिश और बर्फबारी के आसार
उत्तराखंड मौसम विभाग ने एक दिसंबर से तीन दिसंबर तक पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात की चेतावनी जारी की है। इससे ठंड बढ़ने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ जिलों में आज हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
अन्य जगहों पर मौसम शुष्क रहेगा। अभी तक नवंबर में मौसम शुष्क ही रहा है। हल्के बादलों और हवाएं चलने से तापमान जरूर कम रहा लेकिन दिसंबर शुरू होते ही मौसम चक्र में भी बदलाव दिखाई देने लगेगा।मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस बारिश से तापमान कम होगा और ठंड बढ़ेगी। मंगलवार को दोपहर बाद बादल छाने और हवा चलने से मौसम परिवर्तन का भी आभास हो गया।
पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज
देहरादून। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर नवविवाहिता की आत्महत्या मामले में डालनवाला कोतवाली पुलिस ने पति और देवर के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। महिला पांच माह की गर्भवती थी। पुलिस मुख्यालय में मीना देवी निवासी जोशीमठ ने शिकायत दी, जिसमें उन्होंने बताया कि बेटी अपर्णा की शादी पांच मई 2021 को बचन सिंह भंडारी निवासी बिरही, चमोली के साथ की थी। शादी के बाद बेटी-दामाद देहरादून के सरस्वती विहार में किराये के मकान में रहने लगे। दामाद का छोटा भाई पुष्कर भी उनके साथ रहता था।
शादी के दो महीने बाद ही बेटी को दामाद दहेज के लिए परेशान करने लगा। यह बात अपर्णा ने अपनी बहनों को बताई थी। दामाद ने पता चलने पर बेटी से फोन छीन लिया। वह मायके वालों से बात नहीं करने देता था। अपर्णा के पास जितने गहने थे, वह सभी दामाद ने अपने पास रख लिए थे। अपर्णा को वह अपने साथ ले गई तो दामाद ने फोन किया कि छह लाख रुपये लेकर ही देहरादून आए।
कुछ दिनों बाद दामाद के बड़े भाई देव भंडारी जोशीमठ पहुंचे और अपनी जिम्मेदारी पर अपर्णा को देहरादून ले गए। 26 अक्टूबर को अपर्णा ने फोन पर कहा कि पति बहुत परेशान कर रहा है, इसलिए वह साथ ले जाए। 27 अक्टूबर को अपर्णा के जेठ देव भंडारी ने फोन पर कहा कि अपर्णा की मौत हो गई है। 28 अक्टूबर को वह दून अस्पताल पहुंची तो वहां अपर्णा मृत थी और ससुराल वाले वहां मौजूद नहीं थे। सीओ डालनवाला पल्लवी त्यागी ने बताया कि घटना के बाद मायका पक्ष को बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए। इसके बाद उन्होंने पुलिस मुख्यालय को शिकायत दी। डीजीपी के आदेश पर मामले में पति और देवर के खिलाफ दहेज हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।
मानदेय बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर पीआरडी जवानों ने किया सीएम आवास कूच
देहरादून, षमानदेय बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) जवानों ने मुख्यमंत्री आवास कूच करने के लिए हुंकार भरी। सुबह परेड ग्राउंड से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीआरडी जवान मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े। इस दौरान जैसे ही प्रदर्शनकारी पीआरडी जवान हाथीबड़कला पहुंचे पुलिस ने उन्हें सीएम आवास जाने से रोक दिया। इस दौरान जवानों की पुलिसकर्मियों के साथ नोक झोंक भी हुई। इससे गुस्साए पीआरडी जवान सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कई घंटे तक सड़क पर प्रदर्शन और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की के बाद प्रदर्शनकारियों ने मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद प्रदर्शनकारी वापस लौट गए।
प्रदर्शनकारी जवानों ने कहा कि कोरोना के मुश्किल समय में प्रदेश के विभिन्न गैर सरकारी कार्यालयों और थाना चौकियों में पाआरडी जवानों ने अपनी सेवाएं दी। लेकिन कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। ऐसे में उन्हें आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है, पीआरडी जवानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द मांग पूरी नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
इससे पहले सोमवार को पीआरडी जवानों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के यमुना कालोनी स्थित आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया था। हालांकि आवास पर मंत्री से प्रदर्शनकारी पीआरडी जवानों की मुलाकात नहीं हो सकी थी। प्रदर्शन करने वालों में गोपाल सिंह तोमर, सुनिल, भारु तोमर, किशन सिंह, पदम सिंह जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।