Wednesday, April 24, 2024
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समाज के जिम्मेदार लोगों ने हंसी खुशी से कराई आरती की शादी

(मनोज सैनी)

हरिद्वार (भगवानपुर), ग्राम लाव्वा क्षेत्र भगवानपुर में कु. आरती सैनी की शादी उत्तर प्रदेश सहारनपुर के ग्राम अब्दुल्लापुर निवासी सुशील सैनी के साथ हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुई। ज्ञात रहे कु0 आरती सैनी के माता पिता तथा भाई को 27 अप्रैल 2018 को मौत के घाट उतार दिया था जबकि कु0 आरती सैनी के दोनों हाथ काट दिए गए थे।

आज कु0 आरती सैनी के भाई अजय सैनी ने अपनी बहन की शादी की रस्म पूरी की जिसमें लोकतांत्रिक जनमोर्चा रुड़की के संयोजक सुभाष सैनी के आवाहन पर सैनी समाज के साथ-साथ सर्व समाज के जिम्मेदार लोगों ने आर्थिक मदद करके हंसी खुशी से शादी संपन्न कराई इस मौके पर स्थानीय विधायक ममता राकेश , कांग्रेस नेता सचिन गुप्ता, कांग्रेस नेता हंसराज सचदेवा, कांग्रेस नेता डॉ श्याम सिंह नागियान, कांग्रेस नेता सुभाष सैनी कांग्रेसी नेता आशीष सैनी, यूकेडी नेता राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद राजेंद्र बाडी,समय सिंह सैनी, कर्मपाल सैनी, सौसिह सैनी सहित अनेक समाजसेवियों ने भरपूर मदद की तथा वर वधू को आशीर्वाद दिया। उल्लेखनीय है कि लोजमो की महिला विंग की उपाध्यक्ष नवऋषा सैनी ने 51000/ की आर्थिक मदद पहले ही कर दी थी।

 

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के गृह वार्ड में ही लोगों में भाजपा के प्रति आक्रोश

हरिद्वार, आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी को और अधिक मजबूती देने के लिये भाजपा द्वारा “घर- घर भाजपा” कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि घर-घर जाकर लोगों से भाजपा के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय विधायक मदन कौशिक के गृह वार्ड नंबर 19 में बीजेपी पार्षद के पति सचिन बेनीवाल को जनता का रोष भुगतना पड़ा। सचिन बेनीवाल आज अपनी पत्नी के वार्ड में गली-गली घूमकर “घर-घर भाजपा” कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों के घर जा रहे थे।

 

इस दौरान एक स्थानीय निवासी ने उन्हें खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी। स्थानीय निवासी का आरोप है कि भाजपा द्वारा कोई विकास कार्य नहीं किया गया और घर-घर वोट किस मुंह से मांगने आ रहे हैं। इतना सुनते ही सचिन बेनीवाल क्रोधित हो गए और उन्होंने स्थानीय निवासी से कहा कि उनका वोट नहीं चाहिए। जिसके बाद स्थानीय निवासी ने कहा कि वोट नहीं चाहिए तो गली गली घूम क्यों रहे हो? गली में काफी देर तक हंगामा होता रहा जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार में बेतहाशा बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, भाजपा सरकार की जुमलेबाजी से जनता परेशान हो चुकी है, जिस कारण भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को जनता का आक्रोश झेलना पड़ रहा है।

 

जलवायु परिवर्तन व अन्य कारणों से गंगा पर बढ़ता प्रदूषण चिंताजनक है : प्रो. ढींगरा

ऋषिकेश, पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के तत्वावधान मे गंगा नदी को विश्व की धरोहर बनाने के अभियान के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों के संवाद में गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने, जैव विविधता संरक्षण के लिए उत्तम सुझाव दिए गये। इस कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ. शम्भू नौटियाल, डॉ. नारायण सिंह राणा, सोवेन्दर सिंह, श्रीमती कल्पना थे। एमएलटी विभाग के समन्वयक प्रोफेसर जी.के. ढींगरा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने डॉ. शंभू प्रसाद का आभार व्यक्त किया कि वह गंगा को विश्व धरोहर बनाने की मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगानदी की महत्ता को इसी बात से समझा जा सकता है इससे करोड़ों लोगों की आस्था है। लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण व अन्य कारणों से गंगा पर बढ़ता प्रदूषण चिंताजनक है। इसलिए सरकारी स्तर से किये जा रहे प्रयासों को तभी कामयाबी मिलेगी जब इसमें जन जन का पर्याप्त सहयोग मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि रासायनिक पदार्थो का जल में विलय हो जाने के कारण जलीय जीवों तथा जलीय पौधों को भारी नुकसान होता है जलीय जीव जन्तुओ और पेड़ पौधों विलुप्त होने की कगार पर पहुंच रहे है। गंगा नदी की स्थिति यह है अनेक स्थानों पर तो इसका जल अब आचमनी व स्नान करने योग्य भी नहीं रह गया है। इसलिए आज हम सबका कर्त्तव्य है कि गंगा नदी की अविरल व स्वच्छ रखकर इनके जीवन को बचाना होगा। क्योंकि गंगा की सफाई और उसके अस्तित्व में ही देश की भलाई निहित है। उन्होंने विश्वविद्यालय की तरफ से इस अभियान में पूर्ण सहयोग देने की बात की। ऋषिकेश विश्वविद्यालय परिसर के राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. डीकेपी चौधरी ने भारत सरकार के स्पर्श गंगा, नमामि गंगा जैसे प्रोजेक्ट के बारे में बताया तथा कहा कि सभी लोगों को दूसरों से अपेक्षा रहती है किंतु हमें अपने आप भी इस विषय पर काम करना होगा। उन्होंने गंगा के सांस्कृतिक पक्षों विवेचना करते हुए कहा कि गंगा के प्रति करोड़ों लोगों की आस्था है इसलिए इसका समग्र अध्ययन करके इसे विश्व धरोहर के लिए पहल जरूरी है। राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ नारायण सिंह राणा ने मां सरस्वती को नमन करते हुए डॉ. ढींगरा का आभार व्यक्त किया उन्होंने बताया कि डॉक्टर शंभू का जुड़ाव गंगा की ओर रहा है। उन्होंने गंगा की शुद्धता पर ध्यान देने की बात कही तथा कहा कि हमे अपने स्वयं के स्तर से ही इस पर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया की किस प्रकार प्लास्टिक की थैलियों के द्वारा गंगा में प्रदूषण का स्तर निरंतर बढ़ रहा है तथा उन्होंने अनुरोध किया कि हम सभी को अपने साथ एक थैला रखना चाहिए ताकि हम कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2022 तक भारत को पॉलिथीन मुक्त करने का संकल्प लिया है जिसमें हम सभी को अपना योगदान देना है। डॉ. नारायण सिंह राणा को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के द्वारा शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है तथा उन्हें यूकोस्ट की ओर से बेस्ट टीचर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है उनकी कई पुस्तकें पर्यावरण से संबंधित है। उन्होंने गंगा को धरोहर घोषित करने के लिए इस अभियान को गोमुख से ही चलाने का आवाहन किया। राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक सोवेन्दर सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मां गंगा हमारी धरोहर है तथा यह हमारे गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है इसीलिए हमें गंगा को विश्व धरोहर बनाने के लिए प्रयास करने हैं, जिसका शुभारंभ इस विश्वविद्यालय परिसर द्वारा हो रही है उन्होंने छात्र छात्राओं को इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने को प्रेरित किया। डॉ. शंभू प्रसाद नौटियाल ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने की मुहिम के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी को अनेकों दुर्लभ व जलीय प्रजातियों का घर माना जाता है, इसमें गंगेटिक डॉल्फिन, ऊदबिलाव, घड़ियाल, दलदली मगरमच्छ, एस्टुरीन मगरमच्छ और कछुए आदि के अलावा मछलियों की सैकड़ों प्रजातियाँ पाई जाती हैं। गंगा में हालांकि जल की मात्रा ज्यादा होने के बावजूद जल पीने योग्य नहीं है।जिसके लिए हम ही जिम्मेदार हैं जबकि हमें संविधान में 51 ए (जी) के अन्तर्गत प्रदत्त मौलिक अधिकारों में प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव हैं, रक्षा करने और उसका संवर्धन करने तथा प्राणि मात्र के प्रति दयाभाव रखने के दायित्व दिया गया है। इसलिए इस राष्ट्रीय धरोहर को अगली पीढ़ी को सौंपने के लिए गंगा को विश्व धरोहर घोषित किए जाने का प्रयास कर गंगा की जैव विविधता को बचाना होगा उन्होंने कहा कि इस विषय को व्यापक बनाने का प्रयास करना चाहिए तथा यूनेस्को के माध्यम से इस मुहिम को आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें वैज्ञानिक जागरूकता की भी आवश्यकता है तथा वैज्ञानिक सोच से ही हम गंगा को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं और टूलकिट के माध्यम से पानी की गुणवत्ता को मापने के विषय में भी विस्तार से चर्चा की। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी के छात्रों ने उनसे इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए तथा गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए अपने सुझाव भी दिए। इस अवसर पर डॉ. शंभू प्रसाद नौटियाल ने प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा का विशेष आभार व्यक्त किया व उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये गए सराहनीय कार्यों तथा उन्हें इस मुहिम को बढ़ाने के लिए शाल तथा स्मृति चिन्ह देकर किया।
इसके बाद डॉ. नारायण सिंह राणा तथा सुरेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह तथा शॉल भेंट कर सम्मानित किया।.इस मौके पर मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग व वनस्पति विज्ञान विभाग के समस्त संकाय सदस्य एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

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