Thursday, March 28, 2024
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अगर ऐसा होता है तो…मुख्तार, शाही और लल्लू समेत ये 45 विधायक नहीं लड़ सकेंगे 2022 का UP चुनाव

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के 45 मौजूदा विधायकों के चुनाव लड़ने पर संशय है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ए़डीआर) की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि मौजूदा 45 विधायकों पर एमपी-एमएलए कोर्ट में आरोप तय हो गए हैं. आरपी अधिनियम (रिप्रेजेन्टेशन ऑफ पीपुल एक्ट/लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम) 1951 की धारा 8(1), (2) और (3) के तहत सूचीबद्ध अपराधों में ये आरोप तय हुए हैं. इन मामलों में न्यूनतम छह महीने की सजा होने पर ये सभी विधायक चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप ​शाही, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं.

 

BJP के सबसे ज्यादा 32 विधायक

एडीआर ने यह रिपोर्ट पहली बार जारी की है. इस लिस्ट में बीजेपी के सबसे ज्यादा 32, सपा के 5, बसपा और अपना दल के 3-3 और कांग्रेस के साथ अन्य दलों के 1-1 विधायक शामिल हैं. मड़िहान विधानसभा से भाजपा विधायक रमाशंकर सिंह, मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी, धामपुर से भाजपा विधायक अशोक कुमार राना के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का नाम भी इस सूची में है. एमपी एमएलए कोर्ट में जिन 45 विधायकों पर आरोप तय हुए हैं उन पर हत्या, बलात्कार, डकैती, लूट, अपहरण, महिलाओं के ऊपर अत्याचार, रिश्वत, अनुचित प्रभाव, धर्म, नस्ल, भाषा, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शुत्रता को बढ़ावा देने जैसे अपराध शामिल हैं.

सजा हुई तो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे
इसके अलावा भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग, उत्पादन, विनिर्माण, खेती, कब्जा, बिक्री, खरीद, परिवहन, भंडारण और किसी भी नशीली दवा के सेवन से संबंधित अपराध जमाखोरी और मुनाफाखोरी से संबंधित अपराध, भोजन और दवाओं में मिलावट, दहेज आदि से संबंधित अपराध भी शामिल हैं. इन अपरोधों में कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद कम से कम 2 साल के कारावास की सजा भी शामिल है. सजायाफ्ता होने के बाद चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किए जाने का नियम पहले से मौजूद है. रमा शंकर सिंह पर 27 साल, मुख्तार असांरी पर 26 साल, अशोक राना पर 25 साल, संजीव राजा पर 24 साल, कारिंदा सिंह पर 23 साल से मुकदमें चल रहे हैं. लेकिन आरोप तय नहीं हो पाए.

इन विधायकों पर जेल जाने का है खतरा

श्रीराम- मोहम्मदाबाद गोहना- भाजपा
आनंद- बलिया- भाजपा
सुशील सिंह- सैयदरजा- भाजपा
रवीन्द्र जायसवाल- वाराणसी उत्तरी- भाजपा
भूपेश कुमार- राबर्ट्सगंज- भाजपा
सुरेन्द्र मैथानी- गोविंदनगर- भाजपा
असलम अली- धोलना- बसपा
मो. असलम- भिनगा- बसपा
रमा शंकर सिंह- मड़िहान- भाजपा
मुख्तार अंसारी- मऊ- बसपा
अशोक कुमार राणा- धामपुर- भाजपा
सूर्य प्रताप शाही- पथरदेवा- भाजपा
संजीव राजा- अलीगढ़- भाजपा
कारिंदा सिंह- गोवर्धन- भाजपा
राज कुमार पाल- प्रतापगढ़- अपना दल
सुरेश्वर सिंह- महसी- भाजपा
मो. रिजवान- कुंदरकी- सपा

(उपरोक्त विधायकों पर तीनों धाराओं में आरोप तय, 20 से अधिक मामले)

अमर सिंह- शोहरतगढ़- अपना दल
हरिराम- दुद्धी- अपना दल
उमेश मलिक- बुढ़ाना- भाजपा
सत्यवीर त्यागी- मेरठ- किठोर
मनीष असीजा- फिरोजाबाद- भाजपा
नंद किशोर गुर्जर- लोनी- भाजपा
देवेन्द्र सिंह- कासगंज- भाजपा
वीरेन्द्र- एटा- भाजपा
विक्रम सिंह- खतौली- भाजपा
धर्मेन्द्र कुमार सिंह शाक्य- शेखुपुर- भाजपा
राजेश मिश्र- बिथरी चैनपुर- भाजपा
बाबू राम- पूरनपुर- भाजपा
मनोहर लाल- मेहरौनी- भाजपा
बृजभूषण- चरखारी- भाजपा
राजकरन- नरैनी- बांदा
अभय कुमार- रानीगंज- भाजपा
राकेश कुमार- मेंहदावल- भाजपा
संजय प्रताप जायसवाल- रुधौली- भाजपा
राम चंद्र यादव- रुदौली- भाजपा
गोरखनाथ- मिल्कीपुर- भाजपा
इंद्र प्रताप- गोसाईगंज- भाजपा
अजय प्रताप- कर्नलगंज- भाजपा (साभार ज़ी मीडिया)

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