Friday, May 10, 2024
HomeTrending Nowसाइबर अपराधों को रोकने एवं जन-जागरूकता अभियानों को आंदोलन में बदलने पर...

साइबर अपराधों को रोकने एवं जन-जागरूकता अभियानों को आंदोलन में बदलने पर आधारित पुस्तक “साइबर एनकाउंटर्स” का अंग्रेजी संस्करण किया गया लांच

देहरादून/नईदिल्ली, साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाने के लिए जन-जागरूकता अभियान सबसे सशक्त माध्यम के रूप में उभरा है l पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड श्री अशोक कुमार एवं श्री ओ.पी.मनोचा (पूर्व डीआरडीओ वैज्ञानिक) द्वारा रचित जन जागरूकता अभियानों को प्रोत्साहित करती “साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन IIT दिल्ली के सेमिनार हॉल में IIT एलुमनाई एसोसिएशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में किया गया l पुस्तक का विमोचन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डॉ. राजेश पंत Co-ordinator PMO( National Cyber Security ), श्री अमन गुप्ता (Co-ordinator & CMO )- boat, श्री (प्रो.)(डॉ.) विक्रम सिंह, पूर्व पुलिस महानिदेशक,उत्तर प्रदेश एवं श्री संजय अरोड़ा,कमिश्नर दिल्ली पुलिस के द्वारा किया गया l विमोचन के उपरांत जन-जागरूकता अभियानों को आंदोलन में बदलने की दूरगामी सोच के साथ यह पुस्तक आज से पाठकों के बीच उपलब्ध है l

श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड एवं श्री ओपी मनोचा, (पूर्व-डीआरडीओ वैज्ञानिक) द्वारा लिखित पुस्तक “साइबर एनकाउंटर्स” प्रतिष्ठित पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा प्रकाशित की गई है l पुस्तक की प्रस्तावना सुपरस्टार श्री अमिताभ बच्चन द्वारा लिखी गई है l

“साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक के लेखक श्री अशोक कुमार उत्तराखंड कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी एवं वर्तमान में पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड के पद पर नियुक्त हैं। उनके द्वारा लिखित प्रथम पुस्तक “खाकी में इंसान” को गृह मंत्रालय के बीपीआरएण्डडी द्वारा जीबी पंत पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है l आंतरिक सुरक्षा पर आधारित उनकी दूसरी पुस्तक “चैलेंजस टू इंटरनल सिक्योरिटी ऑफ इंडिया ” मैकग्रा हिल द्वारा प्रकाशित की गई है l “साइबर एनकाउंटर्स” में सहलेखक श्री ओपी मनोचा डीआरडीओ में विभिन्न रक्षा परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के साथ ही सक्रिय ब्लॉगर एवं लेखक हैं l बारह आकर्षक कहानियों के रूप में प्रस्तुत की गई यह पुस्तक सोशल मीडिया में साइबर अपराधियों के द्वारा प्रदर्शित नकली पहचान, रैनसमवेयर, कार्ड क्लोनिंग, सेक्सटॉर्शन और फिशिंग आदि से संबंधित वास्तविक साइबर अपराधों से पाठकों को रूबरू कराती है l यह पुस्तक साइबरस्पेस में होने वाले अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही अपराधियों के द्वारा आजमाएं गए नए तौर-तरीकों पर प्रकाश डालती है l पुस्तक में शामिल की गई साइबर अपराध से संबंधित 12 विशेष कहानियों के सार में आम-नागरिकों को साइबर अपराधों से बचने के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए गए हैं l

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पाठकों को संबोधित करते हुए श्री अशोक कुमार, IPS ने कहा कि ऑनलाइन कार्य करते समय किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले फाइव-सेकंड- रूल को अपनाकर साइबर अपराधियों से बचा जा सकता है l इसके अतिरिक्त ऑनलाइन कार्य करते समय एक्स्ट्रा अलर्ट एवं जागरूक रहने की भी आवश्यकता है l उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के माध्यम से इन अपराधों को न केवल नियंत्रित कर सकते हैं,बल्कि साइबर अपराधों द्वारा उपयोग की जा रही नई तकनीकों से समय रहते आम नागरिकों को जागरूक कर उनकी मेहनत की कमाई अपराधियों से बचाने का काम मिशन मोड करने की आवश्यकता है l

पुस्तक के सहलेखक श्री ओपी मनोचा ने किताब में शामिल कहानियों के माध्यम से साइबर अपराधियों के द्वारा उपयोग किए जा रहे नए-नए टूल्स के बारे में जानकारी दी l बॉलीवुड थ्रिलर फिल्म ‘कहानी’ की पटकथा एवं पत्रकार लेखक सुश्री अद्वैता काला द्वारा संचालित पैनल चर्चा में साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग की जा रही तकनीकों एवं साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई l पैनल चर्चा के बाद पाठकों के द्वारा साइबर अपराध के संबंध में कई प्रश्न किए गए l प्रश्नों के उत्तर “Cyber Encounters” पुस्तक के लेखक श्री अशोक कुमार,IPS के द्वारा साइबर अपराधियों के द्वारा उपयोग की जा रही तकनीको एवं उनके विस्तृत समाधान के साथ दिए गए l
“Cyber Encounters” पुस्तक के हिंदी संस्करण का विमोचन आगामी दिनों में देहरादून में किया जाएगा l

कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अलकनंदा अशोक के द्वारा किया गया । कार्यक्रम की मास्टर ऑफ सेरेमनी श्रीमती शक्ति मनोचा और सुश्री चारुल शर्मा द्वारा की गई ।
कार्यक्रम के दौरान साइबर एक्सपर्ट एवं कानूनी विशेषज्ञ,वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविदों एवं एक हजार से अधिक छात्रों की उपस्थिति सभागार में रही l

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments