तरनतारन(जेएनएन), पंजाब में आतंकवाद का मुकाबला करने वाले शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या में वारदात के छठे दिन एसआइटी के हाथ अहम सुराग लगे हैं। दरअसल, संधू की हत्या से कुछ दिन पहले अमृतसर के रंजीत एवेन्यू क्षेत्र में हुए एक झगड़े में अवैध हथियार लहराए गए थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि संधू की हत्या में भी इन्हीं हथियारों में से एक का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की है, लेकिन इसी आधार पर पुलिस ने छापामारी तेज कर दी है। वीरवार को पुलिस ने अमृतसर के रंजीत एवेन्यू क्षेत्र में भी दबिश दी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली, यही नहीं, तीन दिन पहले राउंडअप किए दो लोगों के तार भी इस मामले से जुड़ते नजर आ रहे हैं। एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि फिलहाल हत्याकांड का आतंकी संगठन से कोई कनेक्शन नहीं है।। मामले की सारी जांच मुकम्मल होने वाली है। जल्द ही आरोपित पकड़ लिए जाएंगे।
हत्या के पीछे आतंकियों का हाथ नहीं
पहले आशंका जताई जा रही थी कि शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या के पीछे आतंकियों का हाथ है, लेकिन जांच में अभी तक ऐसे कोई तार जुड़े नजर नहीं आया है। पंजाब सरकार की और से बनाई एसआइटी ने भी यह कन्फर्म किया है कि दो दशक के दौरान बलविंदर सिंह संधू के परिवार को किसी भी आतंकी संगठन की ओर से धमकी वगैरा नहीं मिली। जिसके चलते 2017 तक उनके पास एक ही गनमैन था। कोरोना काल के दौरान मार्च माह के अंत में उस गनमैन को भी वापस ले लिया गया था। उस समय राज्य भर के एसएसपी से लेकर डीजीपी की सुरक्षा में भी कटौती हुई थी।
वहीं, बलविंदर सिंह संधू के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा के साथ पांच लाख का मुआवजा भी दिया जाना है जिसके चलते परिवार की मांग है कि दर्जा एक अधिकारी की नौकरी दी जाए। साथ ही पक्के तौर पर सुरक्षा गार्ड देने की मांग रखी गई है। एसआइटी द्वारा बलविंदर सिंह के घर के आस पास लगे सीसीटीवी से यह पता लगाया जा रहा है कि हत्या को अंजाम देने से पहले आरोपितों ने कितनी बार रेकी की होगी |
भोग की रस्म 26 को
बलविंदर सिंह संधू के भोग की रस् 26 अक्टूबर को रखी गई है, जिसमें विभिन्न सियासी पार्टियों के नेता संबोधित करेंगे। श्रद्धांजलि समागम को लेकर आरएमपीआइ के सचिव कामरेड मंगत राम पासला ने भी परिवार से संंपर्क र्क बनाया हुआ है।
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