Sunday, May 19, 2024
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दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में पांच दिवसीय लघु ग्रीष्म कला उत्सव का होगा आयोजन

‘लघु ग्रीष्म कला उत्सव बुधवार 8 मई से 12 मई तक होगा आयोजित’

‘उत्सव में कला, नृत्य, संगीत,मफोटोग्राफी और साहित्य पर प्रस्तुति, वृत्तचित्र प्रदर्शन के साथ चर्चा भी होगी’

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र द्वारा समय-समय पर पुस्तक वाचन और चर्चा, वृत्तचित्र फिल्म, लोक परंपराओं और लोक कलाओं, इतिहास, सामाजिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित कार्यक्रमों के साथ ही शास्त्रीय संगीत से जुड़ी महत्वपूर्ण प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। संस्थान के नये भवन के सभागार में जनवरी 2023 से वर्तमान समय तक वार्ता/व्याख्यान, फिल्म प्रदर्शन व पुस्तक लोकार्पण व चर्चा/गोष्ठी पर केन्द्रित कुल 115 से अधिक कार्यक्रम हो चुके हैं। मुख्य बात यह है कि जन सामान्य के बीच इन कार्यक्रमों की उपयोगिता भी निरन्तर देखने में आ रही है।
कार्यक्रमों की इसी श्रंखला में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से कल बुधवार 8 से रविवार 12मई, 2024 तक लघु ग्रीष्म कला उत्सव-1 का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में आयोजित किया जा रहा है। इन पांच दिनों में कला,नृत्य,संगीत,फोटोग्राफी और साहित्य पर प्रस्तुति, वृत्तचित्र प्रदर्शन और बातचीत होगी।यह आयोजन प्रातःकालीन (11ः30 बजे) व सांध्यकालीन (4.30 बजे) दो सत्रों में होंगे।
पहले दिन बुधवार 8 मई को प्रातःकालीन सत्र में 70 के दशक की एक धमाकेदार फिल्म ‘बाॅबी‘ का प्रदर्शन किया जायेगा और सांध्यकालीन सत्र में ‘वो भी क्या दिन थे‘ कार्यक्रम में देहरादून शहर के बंद पड़े सिनेमाघरों की भूली बिसरी यादों पर प्रभात सिनेमा के प्रमुख रहे दीपक नागलिया से बिजू नेगी की बातचीत होगी।
अगले दिन 9 मई को प्रातःकालीन सत्र में विद्यार्थियों के लिए लघु फिल्म पर आधारित आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन होगा और सांध्यकालीन सत्र में तीन वृतचित्रों ‘बेगम अख्तर जिक्र उस परिवश का‘ (64 मिनट, निर्मल चंदर), ‘नोट्स ऑन गुलेर‘ (55 मिनट, अमित दत्ता) और ‘पिलग्रिम्स प्रोग्रेस‘ (13मिनट, शाश्वती तालुकदार) का प्रदर्शन किया जायेगा। 10 मई को प्रातःकालीन सत्र में छात्रों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी और सांध्यकालीन सत्र में तीन वृतचित्रों का प्रदर्शन ‘जनानीज़ जूलियट‘ (53 मिनट, पंकज ऋषि कुमार),‘द जर्नी फ्रॉम सदीर टू भरतनाट्यम‘ (26 मिनट,विवेका चैहान ) व ‘कूथु'( 53 मिनट, संध्या कुमार) किया जायेगा।
11 मई को सांध्यकालीन सत्र में पुस्तक विमर्श का कार्यक्रम होगा जिसमें सुपरिचित कथाकार हरिसुमन बिष्ट के उपन्यास ‘बत्तीस राग गाओ मोला‘ पर बातचीत होगी।
इसमें वार्ताकार के रुप में वरिष्ठ हिन्दी कवि लीलाधर जगूड़ी, साहित्यकार शैलेय,धीरेन्द्रनाथ तिवारी,नवीन कुमार नैथानी,शिक्षाविद सविता मोहन व रंगकर्मी सुवर्ण रावत भाग लेगें। संचालन भारती आनंद करेंगी। 12 मई के प्रातःकालीन सत्र में बच्चों के लिए कहानी वाचन व पाठ का आयोजन होगा। इसमें हबीब तनवीर के चरणदास चोर पर आधारित कहानी के उद्धरित अंशों का वाचन सिद्धांत अरोड़ा व साथी करेंगे। इसी दिन सांध्यकालीन सत्र में संगीत का कार्यक्रम होगा।
इसमें भोपाल से आयीं सुपरिचित गायिका नगीन तनवीर छत्तीसगढ़ी लोकगीत और सुगम शास्त्रीय संगीत पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देंगी।
निशुल्क रुप से आयोजित इन कार्यक्रमों में सभी सम्मानित जनों का हार्दिक स्वागत है।

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