देहरादून, उत्तराखंड सरकार एक जुलाई से चारधाम यात्रा चरणबद्ध ढंग से शुरू करने पर विचार कर रही है। सरकार 22 जून से यात्रा शुरू करने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने सचिवालय में गुरुवार को चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के आलोक में तैयारियों को अमलीजामा पहनाने पर मंथन हुआ।
बैठक में ऊर्जा, पेयजल, गृह, दूरसंचार, चिकित्सा, लोनिवि समेत अन्य विभागों के अफसरों ने अपनी अभी तक की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। कोविड-19 महामारी के चलते अभी तकरीब सभी विभाग अपनी तैयारी पूरी नहीं कर पाए हैं। मुख्य सचिव ने उन्हें 20 जून तक तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में यात्रा एक जुलाई से शुरू करने की संभावना पर गहराई से विचार हुआ।
प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि 22 जून से चरणबद्ध चारधाम यात्रा संभव नहीं हो पाएगी। हालांकि उन्होंने एक जुलाई से चारधाम यात्रा शुरू होने की संभावना से इनकार नहीं किया।
गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में टीकाकरण में तेजी
चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में कोविड से बचाव की तैयारी तेज हो गई है। जहां यमुनोत्री धाम व इससे लगे जानकीचट्टी व खरसाली के अधिकांश ग्रामीणों का टीकाकरण हो चुका है, वहीं छूटे हुए लोगों के टीकाकरण में भी तेजी लाई जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि तीर्थाटन व पर्यटन शुरू होने की संभावनाओं से पूर्व कोविड बचाव के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। यात्रा से जुड़े व्यवसायियों के टीकाकरण में तेजी लाई जा रही है। बताया कि गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहित, पुजारियों, साधु संत समाज, प्रसाद की दुकान व होटल चलाने वालों के साथ धाम से लगे हर्षिल, धराली, मुखबा, झाला, भटवाड़ी आदि में कोविड टीकाकरण का कार्य गतिमान है।
पर्यटक स्थल डोडीताल, दयारा बुग्याल, चांगशील आदि में भी टीकाकरण किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि गंगोत्री धाम में 36 साधु संतों को पहला टीका लग चुका है। वहीं हर्षिल के आसपास के गांव के 1047 लोगों को पहला व 154 लोगों को दूसरा टीका लगाया गया है। वहीं यमुनोत्री धाम में जानकीचट्टी के आसपास के गांव के 440 लोगों को पहला टीका लगाया गया है। शेष लोग जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें दो दिन के अंदर टीका लगाया जाएगा।
Recent Comments