देहरादून, 20वीं राष्ट्रीय आइस स्केटिंग प्रतियोगिता का आयोजन 25 से 30 जून के दौरान देहरादून स्थित देश के
एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस रिंग हिमाद्रि आइस स्केटिंग रिंक में भारतीय आइस स्केटिंग एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के 23 खिलाड़ियों ने देश के लगभग 19 राज्यों से आए 500 खिलाड़ियों के बीच अपना लोहा मनवाया और राज्य के लिए 9 पदक हासिल किए।
प्रेस को संबोधित करते हुए आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष और प्रतियोगिता के ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्य शिव पैन्यूली ने बताया कि देवभूमि में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय आइस स्केटिंग खेल आइस स्केटिंग अंतरराष्ट्रीय आइस स्केटिंग यूनियन से संबंधित है और शीतकालीन ओलंपिक खेल का हिस्सा भी है। देश में आइस स्केटिंग के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में इस खेल के मैदान न के बराबर हैं।
हालांकि 1970 के दशक में देश के सबसे पहले इनडोर आइस रिंग “जैक्सन आइस रिंग” मसूरी में आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के वर्तमान सदस्यों में उन्होंने, तकनीकी सचिव रूपा सिंह और आयोजन समिति सचिव सिंगारा सिंह आदि ने प्रारंभिक स्केटिंग का ज्ञान प्राप्त किया।
उन्होंने कहा कि यहां शिमला आइस रिंग का जिक्र करना भी जरूरी है, जहां ओपन रिंग में कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हुईं।
तत्पश्चात खिलाड़ियों ने गुरुग्राम स्थित आइस स्केटस में भी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर मेडल हासिल किए।
वर्तमान में खेलो इंडिया शीतकालीन खेल आइस स्केटिंग की लद्दाख में आयोजित प्रतियोगिताओं ने भी खासी पहचान बना ली है। उन्होंने साउथ ईस्ट एशिया के सबसे बड़े सुसज्जित और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 30/60मीटर के ओवल संरचना वालेष आइस रिंग के निर्माण और विकास के बारे में बताते हुए कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी के समय शुरू हुआ यह रिंक तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक के कार्यकाल में पूरा हुआ और यहां सात पड़ोसी देशों के साथ सैफ खेलों का सफल आयोजन हुआ।
तत्पश्चात पर्यटन विभाग द्वारा ओपन प्रतियोगिता और अंतरराष्ट्रीय स्तर की आइस हॉकी का भी आयोजन किया गया। इसके बाद 2011 में यह रिंग किन्हीं कारणों से बंद हुआ और तभी से लगातार आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने राज्य सरकार से इसे खुलवाने के लिए अपना प्रयास जारी रखा है। एक समय था जब हम कहते थे कि उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने राज्य में बिना आइस रिंग के ही मैदान मारा है, लेकिन आज आइस स्केटिंग एसोसिएशन की 2011 से रिंग खोलकर खिलाड़ियों को उपलब्ध करवाने की मांग को वर्तमान सरकार के खेल प्रेमी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य और विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा की राज्य में खेलों को बढ़ावा देने की योजना और माननीय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के खेलों के विकास के प्रति उत्कृष्ट योजनाओं के मद्देनजर हिमाद्री आइस रिंग उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देश भर के आइस स्केटिंग खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध हो गया है।
बता दें कि वर्ष 2008 से वर्तमान तक आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने पचास से अधिक राष्ट्रीय और छह अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल कर देश और राज्य का नाम रोशन किया है।
20वीं राष्ट्रीय आइस स्केटिंग प्रतियोगिता में राज्य के तेईस 23 खिलाड़ियों ने भाग लिया और नौ मेडल हासिल कर एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि यदि इन खिलाड़ियों को सरकार द्वारा लगातार आइस स्केटिंग रिंग उपलब्ध कराया जाता रहेगा,तो निश्चय ही वे आगामी प्रतियोगिताओं में देश में अग्रिम स्थान प्राप्त कर राज्य को गौरवान्वित करेंगे। 2025 में आयोजित फिगर स्केटिंग और शॉर्ट ट्रैक की विभिन्न आयु वर्ग और बालक-बालिका वर्ग की स्पर्धाओं में मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियों में क्रमशः आदर्श सिंह रावत ने इंटरमीडिएट नोविस में स्वर्ण, अमिताभ सिंह ने स्टारलेट कैटेगरी में स्वर्ण, आयुष जगूड़ी ने प्री-जुवेनाइल में रजत, मौलिक अग्रवाल ने स्टारलेट में रजत, यशस्वी सिंह ने जूनियर पुरुष में रजत, अस्तित्व डोभाल ने 500 मीटर की शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग में रजत, मानवी ढोंडियाल ने स्टारलेट में कांस्य और तनिष्का सिंह ने सीनियर महिला वर्ग में कांस्य पदक जीतकर आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड और राज्य का नाम रोशन किया है।
वर्ष 2025 की इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में फिगर स्केटिंग की स्पर्धाओं को निर्णय देने के लिए आईएसयू मान्यता प्राप्त
निर्णायक मंडल के साथ उत्तराखंड और देश की एकमात्र निर्णायक निष्ठा पैन्यूली ने भी खिलाड़ियों के तकनीकी स्तर की
जांच के लिए निर्णायक मंडल में शामिल रही। यह राज्य के लिए गर्व की बात है।
हिमाद्री आइस रिंग में 2025 की राष्ट्रीय आइस स्केटिंग प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए उन्होंने आइस स्केटिंग
एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अमिताभ शर्मा की देश में आइस स्केटिंग खेलो को विश्वस्तरीय बनाने की योजना की
प्रशंसा कर कहा कि निश्चय ही उनकी संरक्षता में देश के खिलाड़ी आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तिरंगा फैलाने
में कामयाब रहेंगे।
उन्होंने लंबे समय से देहरादून स्थित आइस स्केटिंग रिंग को दोबारा खुलवाने और खिलाड़ियों को उपलब्ध करवाने के लिए
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य और विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा का विशेष
धन्यवाद प्रेषित कर विश्वास व्यक्त किया कि आइस रिंग की उपलब्धता से जहाँ राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर और अधिक मेडल लाकर राज्य का नाम रोशन करेंगे, वहीं यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन से शीतकालीन खेलों के विश्व मानचित्र पर राज्य को विशेष स्थान प्राप्त होगा।
इस मौके पर प्रतियोगिता के टीम कोच सुखबीर सिंह रावत, सौरव सोनकर, मैनेजर नरेंद्र नेगी, यशवंत सिंह, एसोसिएशन
के कोषाध्यक्ष ज्योति गैरोला और तमाम अभिभावक मौजूद रहे।
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