Wednesday, April 24, 2024
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कुर्सी की खातिर जनहित के मुद्दे पर घुटने टेके गवर्नर साहब ने : जन संघर्ष मोर्चा

देहरादून, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि एक सैनिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति (लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह) का प्रदेश के राज्यपाल बनने पर जनता को बहुत बड़ी उम्मीद थी कि प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म होगा, सरकारी कार्यालयों में उनकी सुनवाई होगी एवं आमजन की भावनाओं का सम्मान होगा, लेकिन जिस प्रकार गवर्नर साहब की कार्यशैली है, उससे जनता की भावनाओं पर जबरदस्त कुठाराघात हुआ है | नेगी ने कहा कि प्रदेश आकंठ भ्रष्टाचार के दलदल में समा चुका है, लेकिन भ्रष्टाचारियों एवं सरकार पर कार्रवाई करना तो दूर गवर्नर साहब के मुंह से बोल तक नहीं फूट रहे हैं |ऐसा प्रतीत होता है कि इन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर पार्टी विशेष की सदस्यता ग्रहण कर ली है तथा सिर्फ पुष्पगुच्छ (बुके) आदान प्रदान करने की ही इनको जिम्मेदारी दी गई है | नेगी ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं एवं दलालों का साम्राज्य स्थापित हो गया है एवं भ्रष्टाचार/ अव्यवस्थाओं के नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं तथा आमजन को न्याय नहीं मिल पा रहा है, लेकिन राजभवन की खामोशी प्रदेश की जनता का अहित कर रही है | राजभवन को प्रेषित होने वाले ज्ञापनों पर सिर्फ रस्म अदायगी हो रही है, कभी गंभीरता पूर्वक ज्ञापनों पर दिलचस्पी नहीं ली गई | मोर्चा गवर्नर साहब की बर्खास्तगी को लेकर आंदोलन करेगा | पत्रकार वार्ता में- दिलबाग सिंह व विजय राम शर्मा मौजूद थे |

 

गर्भवती महिला के साथ प्रसव के दौरान हुए दुर्व्यवहार और लापरवाही के मामले ने पकड़ा तूलMay be an image of 10 people, people sitting and people standing

(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, जनपद के जिला महिला अस्पताल में गर्भवती महिला के साथ प्रसव के दौरान हुए दुर्व्यवहार और लापरवाही के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर पीड़ित महिला के परिजनों ने आज पिथौरागढ़ के सीएमओ का घेराव करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा और उनसे इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि प्रसव पीड़ा होने के बावजूद भी महिला की डिलीवरी टाइम से नहीं कराई गई और इंजेक्शन देकर उसकी प्रसव पीड़ा को रोका गया। जिसकी वजह से महिला के पेट में बच्चे पर बुरा असर हुआ और जन्म के कुछ समय बाद उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने अस्पताल मैं तैनात कर्मचारियों पर भी पीड़ित के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। वही पिथौरागढ़ के सीएमओ ने इस मामले में एक कमेटी का गठन कर जांच के आदेश दिए हैं। उनका कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कार्यवाही की जाएगी।

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