Monday, April 28, 2025
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सीएम ने सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की

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रूद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद जनपद के सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की खुशहाली व चहुंमुखी विकास की कामना की। इससे पूर्व कालीमठ पहुंचने पर जन प्रतिनिधियों सहित स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का ढोल-नगाड़ों व फूल-मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया।
मां कालीमठ मंदिर के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ विकास कार्यों को गति दी जा रही है तथा उनके द्वारा जो संकल्प लिए गए हैं उन्हीं के अनुसार विकास कार्यों को पूर्ण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में सभी का सहयोग भी जरूरी है तभी वह कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एक नई कार्य संस्कृति व कार्य व्यवहार देश के अंदर आया है। जिसके लिए सभी को नई प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा कि बाबा केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों की उनके द्वारा निरंतर जानकारी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया था कि नई सरकार के गठन के बाद उत्तराखंड में समान नागरिकता कानून लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि भारत माला श्रृंखला में हर क्षेत्र को सड़क मार्ग से जोड़ा जा रहा है तथा ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल लाइन का कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष चारधाम यात्रा ऐतिहासिक होने वाली है जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।उन्होंने कहा कि पर्यटन हमारी आजीविका का प्रमुख साधन हैं इससे सभी को लाभ प्राप्त होता है
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा घोषणाएं की गई जिनमें शहीद राम सिंह विद्यालय के आने वाले सत्र में उच्चीकरण की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही कोटमा विद्यालय में स्थाई भवन बनाया जाएगा। चिलौंड सड़क मार्ग की घोषणा की गई। तथा स्यांसूगड़ सड़क मार्ग की घोषणा की। विद्यापीठ डिग्री कॉलेज में बीएससी की कक्षाओं को बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। गौरीकुंड से रामबाड़ा-चैमासी कालीमठ मोटर मार्ग का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा अन्य जो भी मांग पत्र दिए गए हैं उनका आंकलन कर उस पर आवश्यक कार्यवाही हेतु विचार किया जाएगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती शैला रानी रावत ने मुख्यमंत्री के उनकी विधान सभा क्षेत्र में आगमन पर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को क्षेत्र की कई समस्याओं से अवगत कराते हुए उन्हें पूरा करने का आग्रह किया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता ने आपदा के दंश को झेला है जिसके लिए उन्होंने यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, अध्यक्ष केदारनाथ नगर पंचायत देवप्रकाश सेमवाल, चंडी प्रसाद भट्ट, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बाचस्पति सेमवाल, मंदिर समिति के मठाधीश अब्बल सिंह राणा, प्रधान कालीमठ गजपाल राणा, युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष प्रदीप राणा, श्रीनिवास पोस्ती, पंकज भट्ट, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, विभिन्न ग्राम सभाओं के प्रधान, जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।

शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत को बताईं क्षेत्र की समस्याएं

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रुद्रप्रयाग। विकासखण्ड जखोली सहित समूचे रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जखोली ब्लाक के प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने मंगलवार को प्रदेश के शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा.धन सिंह रावत से मुलाकात की है। इस दौरान क्षेत्र पंचायत प्रमुख थपलियाल ने सीएचसी जखोली एवं जनपद मुख्यालय रुद्रप्रयाग अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने सहित विभिन्न विद्यालयों में रिक्त पड़े प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों की नियुक्ति कर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर तरीके से संचालन करने की मांग की है। प्रमुख थपलियाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली में हड्डी रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ,एनेस्थीसिया कें साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ साथ डिजिटल एक्सरे, अल्ट्रासाउण्ड मशीन आदि को सुचारु रूप से संचालन की कार्यवाही की भी मांग की। इसके अलावा उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रणधार,घेंघड़,दिग्धार सहित खेड़ाखाल में उपचार हेतु सुविधाएं बढ़ाने,उप स्वास्थ्य केन्द्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाने का भी सुझाव मंत्री के सम्मुख रखा है। प्रमुख ने शिक्षकों व छात्रों की समस्याओं से भी मंत्री को अवगत करवाया है। उन्होंने अशासकीय विद्यालयों के हाईस्कूल व इण्टर के परीक्षा दे चुके परीक्षार्थियों को भी टेबलेट देने की मांग की है।

गंगा स्नान करते हुए गाजियाबाद का युवक डूबा, मौत

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ऋषिकेश। तपोवन स्थित साईंघाट पर स्नान करते समय गाजियाबाद का एक युवक अचानक गंगा के तेज बहाव में बह गया। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। एक घंटे बाद टीम ने घटनास्थल के पास से युवक का शव भी बरामद कर लिया। पुलिस ने शव को पीएम के लिए एम्स भेज दिया है। एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि अंकुश (22) पुत्र सुभाषचंद निवासी लोनी, गाजियाबाद अपने मामा के लड़के के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। मंगलवार की सुबह 9.30 बजे के आसपास वे दोनों तपोवन स्थित साईंघाट पर स्नान के लिए गंगा में उतरे। इस दौरान अंकुश गंगा के तेज बहाव में अचानक बहने लगा। देखते ही देखते वह पानी में ओझल हो गया। एसडीआरएफ की टीम युवक की तलाश में जुटी। करीब एक घंटे के अंतराल में एसडीआरएफ की टीम ने अंकुश का शव साईंघाट के पास से रिकवर कर लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेज दिया गया है। मुनिकीरेती क्षेत्र में लगातार डूबने की घटनाओं का सिलासिला जारी है। यह पुलिस प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है। मुनिकीरेती थाना निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि प्रतिबंधित घाटों पर जल पुलिस के साथ अतिरिक्त फोर्स बढ़ा दी गई है।

बीआरओ ने तवाघाट से लिपुलेख तक बने मोटर मार्ग पर वर्ती घाट तक यातायात के बनाया सुरक्षायुक्त

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पिथौरागढ़, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल ने आखिर रंग ला दिया। बीआरओ ने तवाघाट से लिपुलेख तक बने मोटर मार्ग पर वर्ती घाट के निकट ठुलगैर नामक स्थान पर आए मलबे, पत्थर को मशीनों से साफ मोटर मार्ग चौड़ा तथा यातायात के लिए सुरक्षायुक्त बना दिया।
इसके लिए जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इसके लिए क्षेत्र की जनता की ओर से बीआरओ की चीफ इंजीनियर एएस राठौर टनकपुर का आभार जताया।
धारचूला तहसील के अंतर्गत तवाघाट से लिपुलेख तक बने मोटर मार्ग में वर्ती घाट के निकट ठुलगैर गए नामक स्थान पर 500 मीटर की परिधि में चट्टान से निकले वह पत्थर ने सड़क का अधिकांश भाग चट्टान के रूप में बदल दिया था।
इस स्थान पर मोटर मार्ग का हिस्सा काफी छोटा होने के कारण एक बार में एक ही वाहन पास हो पा रहे थे। एक वाहन को भी आर पार जाने में खतरा बना हुआ था।
कभी भी स्थान पर कोई अनहोनी घटना घट सकती थी। बीआरओ
मलवा, पत्थर को हटाने का नाम नहीं ले रहा था।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जयकोट का दौरा करने के बाद लौटते समय इस मंजर को देखा ।
उन्होंने तत्काल बीआरओ की मुख्य अभियंता एएस राठौर टनकपुर से फोन पर बात की। मुख्य अभियंता ने समस्या की जटिलता को देखते हुए तत्काल कमाडंर धारचूला को आदेशित किया। मशीन लगाकर मोटर मार्ग में पड़े पत्थर तथा मलवे को साफ कर चौड़ा तथा यातायात के लिए सुगम बना दिया गया।
चीफ इंजीनियर की पहल के बाद क्षेत्र के 13 ग्राम पंचायतों की जनता को इस स्थान पर मोटर मार्ग में सुरक्षित एवं सुगम यातायात का लाभ प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि जबसे के चीफ इंजीनियर के रूप में इस नये अधिकारी का आगमन हुआ है, सीमा सड़क संगठन नये रूप में कार्य करते हुए नजर आ रहा है। इसके लिए उन्होंने तथा चीफ इंजीनियर का आभार जताया।

 सड़क सुरक्षा समिति के सुझावों को शीघ्र से शीघ्र अमल में लाया जाए : मुख्य सचिव

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देहरादून, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय स्थित अपने सभागार में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर गठित समिति द्वारा दिए निर्देशों के अनुपालन के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा समिति के सुझावों को शीघ्र से शीघ्र अमल में लाया जाए।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दुर्घटनाओं को रोकने हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को ठोस कार्ययोजना तैयार कर आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने सड़क दुर्घटना रोकने के लिए आवश्यक उपाय अपनाने एवं दुर्घटना होने की स्थिति में परिवहन, पुलिस, लोनिवि एवं स्वास्थ्य विभाग को रिस्पांस टाईम न्यूनतम करने हेतु लगातार प्रयास किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इस दिशा में सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा प्रस्तावित कार्याे को समयबद्धता एवं गुणवत्ता से पूरा करने के भी निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने प्रदेश के दुर्घटना सम्भावित मार्गों में क्रैश बैरियर शीघ्र से शीघ्र स्थापित किए जाने के साथ ही उचित संख्या में साईनेज आदि लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे एवं स्टेट हाईवे में आईआरसी गाईडलाईन के अनुसार एम्बुलेंस आदि की तैनाती के साथ ही अन्य सुरक्षा उपायों का अनुपालन सुनिश्चित की जाए।

मुख्य सचिव ने समिति के अन्तर्गत लीड एजेन्सी में विभिन्न विभागों के द्वारा की जाने वाले रेग्यूलर मैंबर और मिनिस्टीरियल स्टाफ की नियमित रूप से तैनाती किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने समय-समय पर व्यवसायिक वाहनों एवं स्कूल बसों का निरीक्षण किए जाने के भी निर्देश दिए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने से रोका जा सके। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को अपने-अपने स्तर से आवश्यक कदम उठाते हुए लीड एजेन्सी को कृत कार्रवाई के सम्बन्ध में लगातार जानकारी साझा करने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, श्री रविनाथ रमन, आयुक्त परिवहन श्री रणवीर सिंह चौहान सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

 

 राज्य पैरालिम्पिक कबड्ड़ी टीम को कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया रवाना

देहरादून, चैन्नई में आयोजित चौथी राष्ट्रीय पैरा कब्बडी चैम्पियनशिप के लिए उत्तराखंड राज्य पैरालिम्पिक कबड्ड़ी टीम को कृषि मंत्री गणेश जोशी ने रवाना किया।
मंत्री ने सभी खिलाड़ियों क़ो शानदार प्रदर्शन तथा जीत क़ी अग्रिम शुभकामनायें देते हुए सभी टीम सदस्यों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर मनजीत रावत, टीम के कोच प्रेम कुमार, टीम के कप्तान कुलदीप आदि उपस्थित रहे।

SDM की गाड़ी की डंपर से भिड़ंत, ड्राइवर की मौत, एसडीएम गंभीर घायल

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हरिद्वार, जनपद के रुड़की में एसडीएम लक्सर संगीता कनोजिया की गाड़ी की तेज रफ्तार डम्पर से भिड़ंत हो गई, जिसमें उनके डाइवर की मौत और एसडीएम की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्राप्त जानकरी के अनुसार एसडीएम लक्सर अपनी सरकारी गाड़ी से रुड़की से लक्सर की ओर आ रही थी, सोनाली पुल के पास तेज उनकी गाड़ी तेज रफ्तार डम्पर से टकरा गई,टक्कर इतनी तेज थी कि एसडीएम संगीत कनोजिया की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए जिसमें उनके ड्राइवर की मौत हो गई और एसडीएम संगीत कनोजिया गंभीर रूप से घायल है।

एम्स अपडेट : सड़क दुर्घटना में घायल एसडीएम लक्सर संगीता कन्नौजिया को मंगलवार को अपराह्न 3 बजे एम्स की ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच में बताया कि वह सर्वाइकल स्पाइन इंज्युरी से ग्रसित है, साथ ही माथे में गुम चोटें लगी हैं। चिकित्सकों ने उनकी एमआरआई आदि जांचें लिखी हैं। चिकित्सकों के अनुसार उनके वाइटल्स ठीक हैं, मगर हाथ और पैर सुन हैं। चिकित्सकों ने इसकी वजह सर्वाइकल स्पाइन इंज्युरी को बताया है, एमआरआई रिपोर्ट आने के बाद सही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

दर्दनाक हादसा : स्योली मल्ली के पास बारात से लौट रहा वाहन दुर्घनाग्रस्त, छह की मौत और आठ घायल

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पौड़ी, उत्तराखण्ड़ के पौड़ी जिले के पैठाणी थाना क्षेत्र में बारात से लौट रहा मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। जिसमें पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। दो घायलों का सीएचसी पैठाणी व छह घायलों का उपचार जिला अस्पताल पौड़ी में चल रहा है।दुर्घटना की सूचना मिलते ही डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने जिला अस्पताल पौड़ी पहुंच घायलों का हालचाल जाना।

मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को थाना क्षेत्र पैठाणी के डोबरी गांव से एक बारात सिलोली गांव गई थी। देर शाम बारात विदाई के बाद वापस डोबरी लौट रही थी। लेकिन इसी दौरान बारातियों से भरी एक मैक्स स्योली मल्ली-टीला मोटर मार्ग पर स्योली मल्ली के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। घटना की सूचना पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच स्थानीय लोगों के साथ रेस्क्यू अभियान चलाया। दुर्घटना में जाख गांव की एक ही परिवार की दो बेटियों की मौत हो गई है।
थानाध्यक्ष पैठाणी वीरेंद्र रमोला ने बताया कि बरातियों से भरी मैक्स दुर्घटना में चालक अंकित (25) पुत्र प्रकाश लाल निवासी स्योली तल्ली, हयात सिंह पुत्र प्रताप सिंह सिलोली, मेहरवान सिंह पुत्र केदार सिंह सिलोली, जांख निवासी कलम की बड़ी बेटी अंबिका (18) और पांच वर्षीय दृष्टि की मौके पर ही मौत हो गई थी। थानाध्यक्ष रमोला ने बताया कि 108 सेवा के सहयोग से दो घायलों को सीएचसी पैठाणी व सात को सीएचसी पाबौ में भर्ती कराया गया। सीएचसी पाबौ में उपचार के दौरान मोनिका ने दमतोड़ दिया। यहां से छह घायलों को जिला अस्पताल पौड़ी रेफर किया गया। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। प्रदेश के शिक्षा व स्वास्थ्य मंत्री ने घायलों के उपचार को लेकर जिलाधिकारी को दिशा-निर्देश दिए हैं, जबकि छह घायलों का जिला अस्पताल पौड़ी व दो घायलों का उपचार सीएचसी पैठाणी में चल रहा है। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव रतूडी ने बताया वीरेंद्र, कंचन, दिया, राहुल, प्रिया, किरन का उपचार चल रहा है। थानाध्यक्ष पैठाणी रमोला ने बताया घायल रविंद्र पुत्र रोशन सिंह ग्राम इसोटी एकेश्वर ब्लॉक, मोहन सिंह पुत्र हयात सिंह सिलोली का उपचार सीएचसी पैठाणी में चल रहा है।
14 लोग से वाहन में सवार
दुर्घटनाग्रस्त वाहन बरातियों से ओवरलोड होकर चल रहा था। थानाध्यक्ष वीरेंद्र रमोला ने बताया कि मैक्स वाहन में 14 बराती सवार थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।

दुर्घटना पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) ने मृतक व्यक्तियों के प्रति गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने मृत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। राज्यपाल ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दुख जताते हुए संवेदना प्रकट की।

विशेष प्रमुख सचिव सूचना ने की सूचना विभाग के कार्यों की समीक्षा

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शासन एवं विभाग के उच्चाधिकारी समीक्षा बैठक में रहे मौजूद।

देहरादून , विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना  अभिनव कुमार ने सोमवार को सचिवालय में सूचना विभाग के कार्य कलापों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में शासन एवं विभाग के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव सूचना ने निर्देश दिये कि आधुनिक संचार तकनीकि के वर्तमान बदलती परिस्थिति के अनुकूल विभागीय कार्यकलापों को बेहतर ढंग से सम्पादित करने के लिये विभागीय ढांचे के पुनर्गठन का प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं एवं कार्य कलापों की जानकारी राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक सुगमता एवं त्वरित ढंग से सुनिश्चित हो इसकी प्रभावी कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों की जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रति क्या प्रतिक्रिया रहती है इसके अनुश्रवण का भी प्रभावी तंत्र विकसित करने पर ध्यान दिया जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि विभागीय कार्यकलापों एवं प्रक्रियाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने, आधुनिक संचार सुविधाओं की जानकारी एवं वर्तमान परिस्थितियों के अनुकूल अपने कार्य दायित्वों के बेहतर ढंग से सम्पादन के लिये सूचना अधिकारियों एवं अपर जिला सूचना अधिकारियों को प्रतिष्ठित जन संचार संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
विशेष प्रमुख सचिव ने पत्रकारों के कल्याण के लिये गठित पत्रकार कल्याण कोष की नियमित बैठक आयोजित किये जाने के साथ ही उत्तराखण्ड की फिल्म नीति को और बेहतर बनाये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म नीति फिल्मांकन के अनुकूल होने पर अधिक से अधिक फिल्मकार यहां आयेंगे तथा इससे राज्य को बेहतर पहचान मिलने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर अपर सचिव एवं महानिदेशक सूचना श्री रणवीर सिंह चौहान, संयुक्त सचिव श्री एस.एस.टोलिया, अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक श्री आशीष त्रिपाठी, श्री के.एस. चौहान, उपनिदेशक श्री मनोज श्रीवास्तव, श्री रवि बिजारनियां, अनुसचिव श्री रजनीश जैन, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

गर्भवती महिला कर्मचारी के पेट पर महिला पुलिसकर्मी ने पैर रख दिया

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देहरादून। कोरोना काल में आउटसोर्सिंग के माध्यम से नौकरी पर रखे गए और अब हटा दिए गए स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा विस्तार की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर रहे गर्भवती महिला कर्मचारी के पेट पर महिला पुलिसकर्मी ने पैर रख दिया जिस कारण उसकी हालत खराब हो गयी।
बताते चलें कि कोरोना काल में आउटसोर्सिंग के माध्यम से नौकरी पर रखे गए और अब हटा दिए गए स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा विस्तार की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया तो इस दौरान पुलिस प्रशासन ने मुख्यमंत्री आवास से काफी पहले हाथीबड़कला गेट के सामने बैरिकेडिंग लगाकर कर्मचारियों को रोक लिया। विरोध में कर्मचारी वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान दोनों तरफ से जाम लग गया। पुलिस प्रशासन ने कोरोना योद्धाओं को जबरन उठाने का प्रयास किया। इस दौरान कोरोना योद्धायों ने इसका विरोध किया तो पुलिस और कर्मचारियों में हाथापाई, धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस ने लगभग 100 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को पीएससी के ट्रकों में भरकर पुलिस लाइन के लिए रवाना किया। इसी धक्का-मुक्की में एक आउट सोर्स गर्भवती महिला कर्मचारी, एक और अन्य महिला कर्मचारी चोटिल हो गई। कर्मचारियों का आरोप है कि गर्भवती महिला कर्मचारी के पेट पर महिला पुलिसकर्मी ने पैर रख दिया। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई। वह लगातार उल्टियां कर रही है। साथी कर्मचारियों द्वारा गर्भवती महिला को उपचार के लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की इमरजेंसी में ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया।
आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि जिस अस्पताल में उन्होंने कोरोना मरीजों की सेवा की उसी अस्पताल में उनकी एक साथी गर्भवती महिला की हालत बिगड़ने पर उसे भर्ती नहीं किया जा रहा है। अब उसे राजकीय जिला अस्पताल कोरोनेशन रेफर कर दिया गया है। इस बीच दूसरी घायल महिला कर्मचारी को भी कोरोनेशन अस्पताल ले जाया जा रहा है। कर्मचारियों में सरकार और शासन प्रशासन व पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।

भारतीय रेलवे विद्युत संयंत्रों को कोयला आपूर्ति की अपनी गति बरकरार रखे हुए

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नई दिल्ली । विद्युत संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेलवे द्वारा अपने नेटवर्क के माध्यम से कोयले के आवाजाही बढ़ाने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों और रेकों के उपयोग की शुरुआत की गई है। भारतीय रेलवे द्वारा कोयले की ढुलाई में तेजी लाई गई है, जिसके कारण सितंबर 2021 से मार्च 2022 के दौरान 32 प्रतिशत अधिक कोयले की लोडिंग हुई है। 22 अप्रैल के बाद संसाधन को कुशलतापूर्वक जुटाकर माल ढुलाई में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वर्ष 2021-22 के दौरान भारतीय रेलवे ने कोयले ढुलाई में 111 मिलियन टन की रिकॉर्ड वृद्धि की है और 653 मिलियन टन कोयले की रिकॉर्ड लोडिंग की है, पिछले वर्ष 542 मिलियन टन कोयले का लदान किया गया था। इस प्रकार कोयले की लोडिंग में 20.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
इसके अलावा सितंबर-2021 से मार्च-2022 तक की अवधि के दौरान विद्युत संयंत्रों को कोयले की लोडिंग में केवल 2 तिमाहियों में ही 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
अप्रैल 2022 में भारतीय रेलवे ने विद्युत संयंत्रों को कोयले की लोडिंग को प्राथमिकता देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं जिसके कारण एक सप्ताह के दौरान ही कोयले की आपूर्ति में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
कोयले की आपूर्ति में यह सुधार भारतीय रेलवे द्वारा किए गए विभिन्न उपायों के कारण संभव हुआ है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
कोयला ट्रेनों की आवाजाही को प्राथमिकता दी गई है और प्रत्येक ट्रेन की लोडिंग से लेकर आवाजाही और अनलोडिंग तक की पूरी प्रक्रिया के चक्र के दौरान व्यापक रूप से गहन निगरानी की जा रही है।
इस प्राथमिकता और निगरानी के माध्यम से दूरदराज के संयंत्रों तक कोयला ट्रेनों के पारगमन समय में प्रमुख विद्युत संयंत्रों के लिए 12 से 36 प्रतिशत की महत्वपूर्ण कमी आई है।
भारतीय रेलवे ने लंबी दूरी के विद्युत संयंत्रों तक कोयले की ढुलाई को प्राथमिकता दी है जो इस तथ्य से साबित होता है कि कोयला ट्रेनों की औसत लीड में 1 से 10 अप्रैल की औसत लीड की तुलना में पिछले पांच दिनों में 7 प्रतिशत की बढोतरी हुई है।
इस बढोतरी के बावजूद कोयला ट्रेनों की औसत लीड में इन स्टॉक के लिए एक ही रेक की दो लगातार लोडिंग के बीच लगने वाले समय में भी 10 प्रतिशत की कमी आई है।
इन परिचालन नवाचारों के साथ भारतीय रेलवे ने विदयुत संयंत्रों को कोयला ट्रेनों की आपूर्ति में बढ़ोतरी करने के साथ-साथ सतत आधार पर अधिक कोयला रेक लोड किए हैं।