हल्द्वानी, मंडी पुलिस चौकी क्षेत्र में मंडी बाइपास के पास एक आई—20 कार अनियंत्रित होकर सामने खड़े पेड़ से जा टकराई। इससे गाड़ी तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई ही है, वाहन में बैठे तीन लोगों को भी गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को एसटीएच ले जाया जा रहा है।
पुलिस की टीम मौके पर है। मिल रही जानकारी के अनुसार अब से कुछ देर पहले मंडी बायपास पर यह हादसा हुआ है। वाहन आई-20 गाड़ी संख्या UK06 AM 9405 कार पर से चालक का अचानक नियंत्रण खो गया और वह सामने खड़े पेड़ से जा टकराई। तेज गति होने के कारण वाहन के पेड़ से टकराते ही जोरदार आवाज आई।
इससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो वहांगाड़ी के अंदर तीन लेाग फंसे दिखाई पड़े। इतने में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और कार सवार घायलों को कार से निकपाल कर एसटीएच के लिए रवाना किया गया। घायलों की पहचान अभी नहीं हो सकी है।
ब्रेकिंग : पेड़ से टकराई तेज रफ्तार आई 20 कार, तीन घायल
बाजार में ढूंढे नहीं मिलेंगे 2000 के नोट, रिजर्व बैंक ने किया ये चौंकाने वाला खुलासा
2000 के नोट की हिस्सेदारी 2 प्रतिशत से भी कम रह गई है 500 रुपये के नोटों की संख्या बढ़कर 4,554.68 करोड़ हो गई मुद्रा का कुल मूल्य इस साल मार्च में बढ़कर 31.05 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया
नोटबंदी के दौरान जब 500 और 1000 रुपये के नोट बंद हुए तो उसका स्थान लेने 2000 रुपये का नोट पेश किया गया था।
लेकिन इतना महंगा नोट भारतीयों की जेब में ज्यादा दिन टिक नहीं पाया और अब नाम मात्र के प्रचलन में बचा है। स्थिति यह है कि मूल्यवान नोटों में 2000 के नोट की हिस्सेदारी 2 प्रतिशत से भी कम रह गई है।
रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्त वर्ष में 2000 के नोट के प्रचलन में काफी गिरावट आई है और इस साल मार्च अंत तक चलन वाले कुल नोट में इनकी हिस्सेदारी घटकर 214 करोड़ या 1.6 प्रतिशत रह गई। आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार इस साल मार्च तक सभी मूल्यवर्ग के नोटों की कुल संख्या 13,053 करोड़ थी। इससे एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 12,437 करोड़ था।
लगातार घट रही है हिस्सेदारी
भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई) की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2020 के अंत में चलन में शामिल 2000 रुपये के मूल्यवर्ग वाले नोटों की संख्या 274 करोड़ थी। यह आंकड़ा चलन में कुल करेंसी नोटों की संख्या का 2.4 प्रतिशत था। इसके बाद मार्च 2021 तक चलन में शामिल 2000 के नोटों की संख्या घटकर 245 करोड़ या दो प्रतिशत रह गई। पिछले वित्त वर्ष के अंत में यह आंकड़ा 214 करोड़ या 1.6 प्रतिशत तक रह गया। उपरोक्त आंकड़े मात्रा के लिहाज से हैं। यदि मूल्य के संदर्भ में बात करें तो मार्च 2020 में 2000 रुपये के नोट का कुल मूल्य, सभी मूल्यवर्ग के नोटों के कुल मूल्य का 22.6 प्रतिशत था। मार्च 2021 में यह आंकड़ा घटकर 17.3 प्रतिशत और मार्च 2022 में 13.8 प्रतिशत रह गया।
कहां गए वो 2,000 रुपये के नोट?
आरबीआई की ताजा सालाना रिपोर्ट इन नोटों के बारे में कुछ नहीं कहती है। जाहिर है, आरबीआई ने 2,000 रुपये के नए नोटों की छपाई बंद कर दी है क्योंकि ये उच्च मूल्य के नोट बैंकों में वापस नहीं आ रहे हैं। एटीएम में भी लोगों को पहले की तरह 2,000 रुपये के नोट नहीं मिल रहे हैं। इस बात की प्रबल संभावना है कि इन नोटों की कीमत अधिक होने के कारण काले धन के रूप में जमा किया गया हो।
500 के नोट का दबदबा
रिपोर्ट के अनुसार इस साल मार्च के अंत में 500 रुपये के नोटों की संख्या बढ़कर 4,554.68 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3,867.90 करोड़ थी। मात्रा के लिहाज से चलन में सबसे अधिक 500 रुपये के नोट 34.9 प्रतिशत) थे। इसके बाद 21.3 प्रतिशत के साथ 10 रुपये के नोटों का स्थान रहा। रिपोर्ट के अनुसार सभी मूल्य वर्ग में चलन वाली मुद्रा का कुल मूल्य इस साल मार्च में बढ़कर 31.05 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया जो मार्च 2021 में 28.27 लाख करोड़ रुपये था।
लद्दाख सड़क दुर्घटना में 7 जवानों की मौत पर पीएम मोदी ने जताया शोक
नई दिल्ली: लद्दाख में शुक्रवार को हुए बस हादसे में सात सैनिकों के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबंध में लिखा गया है कि- लद्दाख में हुए बस हादसे से आहत हूं, जिसमें हमने अपने वीर सेना के जवानों को खो दिया है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को लद्दाख में श्योक नदी के पास एक वाहन के सड़क से फिसलकर खाई में गिर जाने से सात सैनिकों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि 26 सैनिकों का एक दल परतापुर ट्रांजिट कैंप से लेह जिले के तुरतुक में अग्रिम स्थान की ओर जा रहा था।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सेना के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि- घायलों के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं, जिसमें भारतीय वायुसेना की मदद से अधिक गंभीर लोगों को पश्चिमी कमान में स्थानांतरित करने के लिए हवाई प्रयास की आवश्यकता शामिल है।
Anguished by the bus accident in Ladakh in which we have lost our brave army personnel. My thoughts are with the bereaved families. I hope those injured recover at the earliest. All possible assistance is being given to the affected.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 27, 2022
बिजली-कर्मी मीटर की रीडिंग लेने आया था घर, मांगी रिश्वत, लोग वीडियो बनाने लगे तो ₹1 हजार खा गया
मोगा। पंजाब में मोगा के गांव चूहड़चक में एक रिश्वतखोर बिजली-कर्मी ने लोगों को हैरत में डाल दिया। यहां बिजली विभाग द्वारा ठेके पर रखा कर्मचारी गांव में मीटर की रीडिंग लेने आया था।
जहां उसने एक परिवार को भारी-भरकम बिजली बिल आना बताया, उन्होंने समस्या से निजात दिलाने को कहा तो बिजली का मीटर खराब होने का बहाना बनाकर कर्मचारी ने उनसे रिश्वत ली। इस दौरान लोगों ने उसकी वीडियो बना ली।
वीडियो रिकॉर्डिंग की बात सुन कर्मचारी सकपका गया,वहां और लोगों को जुटते देखकर उसने हजार रुपए मुंह में निगल लिए। तब गांववासियों ने उसे पकड़ लिया और उसका मुंह भींच दिया। काफी मशक्कत के बाद उसके मुंह से गीले नोट निकलवाए जा सके। इस घटना का जिक्र अब दूर-दूर तक हो रहा है। गांव चूहड़चक निवासी संदीप सिंह ने बताया कि, बिजली विभाग की ओर से एक कर्मचारी बलविंदर सिंह गांव में मीटर रीडिंग लेने के लिए आया था। इस दौरान उसने कहा कि उनका बिजली का मीटर खराब है। वह मीटर को डिफाल्टर में डालकर मामला सेटल कर देगा।
कर्मचारी बलविंदर ने मामला सेटल करने के बदले रिश्वत मांगी तो उसे पांच-पांच सौ रुपए के दो नोट दे दिए। साथ ही उसकी वीडियो बनानी शुरू कर दी। जिसके बाद अपने आप को फंसता देख उसने नोटों को मुंह में निगल लिया। वहीं, वीडियो में भी उसकी यह हरकत कैद हो गई। तब उसे पकड़कर लोगों ने थप्पड़ मारे। बाद में युवक को दिए रुपए और फोटोस्टेट कॉपी वाले कागज पर छपे नोटों का सीरियल नंबर चेक किया तो दोनों नोट एक ही सीरियल नंबर के निकले। इस मामले की सूचना पुलिस तक पहुंची। एसएचओ बेअंत सिंह ने कहा है कि शिकायतकर्ता के बयान उपरांत मामले की जांच कर रही है।
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भाजपा करती है विकासवाद की राजनीति : मुख्य धामी
“95 प्रतिशत वोट भाजपा को देकर इतिहास बनाएगा चम्पावत”
चम्पावत, चम्पावत के ढकना बडोला में शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसभा को कुमाऊँनि भाषा में सम्बोधित करते हुए चंपावत के सभी प्रमुख आराध्य देविदेवताओं मां बाराही गोलू देवता, माँ पूर्णागिरि, हिंगला देवी, बाबा गोरखनाथ, बालेश्वर महादेव , भूमिया देवता को नमन किया।
शुक्रवार को ढकना बडोला में मुख्यमंत्री श्री धामी ने कुमाऊनी भाषा में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चम्पावत की पावन धरा पर इसलिए आया हूँ कि वह चम्पावत की मूलभूत सुविधाओं के अवस्यकताओं को पूरा कर विकास की दृष्टि से चम्पावत की कायाकल्प कर सकूँ चम्पावत वासियों की सेवा कर सकूँ ।उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक लोगों से मिल कर आप सभी की अपेक्षाओं पर शत-प्रतिशत खरा उतर सकूं।
मुख्यमंत्री ने कहा की चम्पावत वासियों के उत्साह और जोश को देख कर स्पष्ट है कि चम्पावत में ऐतिहासिक जीत मिलने वाली है । जिसका उत्तराखण्ड के इतिहास नाम दर्ज होगा इसका अवसर चम्पावत की जनता मिला है ।
उन्होंने कहा कि आज हम सभी देख रहे हैं कि देश में उत्तराखंड के प्रति किस तरह की भावना जागृत हुई। देश आज उत्तराखंड को आशाभरी नजरों से देख रहा है। उत्तराखंड की जनता को बीजेपी से काफी आशा है, यह आशा हमारे दायित्वों को और बढ़ा देती है। हम चम्पावत के लोगों के साथ मिलकर हर चुनौती को परास्त करना है और विजय संकल्प के साथ आगे बढ़ना है।
जनसभा में जिस प्रकार उत्साह दिख रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं आप लोगों का प्रेम उत्साह देखकर मुझे पूर्ण विश्वास है कि चम्पावत के लोग भाजपा के पक्ष में 95 प्रतिशत से अधिक वोट डालकर इतिहास दर्ज करेंगे । उन्होंने कहा कि उनका विचार में भविष्य में चम्पावत में उच्च शिक्षा को सुगम बनाने के लिए कुमायूँ विश्व विध्यालय का कैम्पस खोला बनाया जाना चाहिए ।
योगी के दौरे के बाद प्रचंड जीत पर लगेगी मुहर : मनवीर चौहान
देहरादून, चंपावत उपचुनाव को लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के दौर के मद्देनजर भाजपा ने दावा किया है कि देवभूमि की शान योगी के आने से सीएम पुष्कर सिंह धामी की प्रचंड जीत पर औपचारिक मुहर लगने वाली है।भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने तंज़ कसते हुए कहा कि प्रदेश कॉंग्रेस नेता
मेहमाननवाजी के लिए दिल्ली से आने वाले नेताओं के इंतेजार में है, लेकिन हालत देखकर कोई चंपावत आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है | उन्होने योगी जी के दौरे को लेकर कॉंग्रेस नेताओं के बयानों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि हार के डर से आपके नेता प्रचार करने दिल्ली से आ ही नहीं रहे हैं तो भाजपा नेताओं पर क्यूँ खीज उतार रहे हैं।
चौहान ने कहा कि सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास सबका प्रयास के मुद्दे पर चंपावत उपचुनाव में उतरे भाजपा प्रत्याशी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ऐतिहासिक जीत तय है। उन्होने दावा किया कि इस जीत को और अधिक शानदार बनाने के लिए शनिवार को उत्तरप्रदेदश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री और उत्तराखंड के लाल योगी आदित्यनाथ का चंपावत दौरा निर्णायक साबित होगा।
उन्होने कहा कि भाजपा जहां अपने संगठन की मेहनत व प्रदेश सरकार के कार्यों की बदौलत जनता के मध्य प्रचार कर रही है। इस दौरान चंपावत विधानसभा के कोने कोने में यहाँ की महान जनता से मिलने वाले आशीर्वाद ने माहौल भाजपामय बना दिया है |
मनवीर चौहान ने दावा किया कि जनता का युवा सीएम धामी के पक्ष में जबरदस्त उत्साह देखते हुए कॉंग्रेस हार पहले ही स्वीकार कर चुकी है । स्थानीय कॉंग्रेस दिग्गजों के चंपावत दौरों पर उंगली उठाते हुए कहा कि यह सब दौरे तो लगातार भाजपा द्धारा ललकारे जाने से अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं व जनता के बीच हो रही किरकिरी को देखते हुए हैं।
बड़ी खबर : यूनिफॉर्म सिविल कोड की दिशा में सरकार ने बढ़ाया कदम, किया ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन
देहरादून, प्रदेश की धामी सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ड्राफ्टिंग कमेटी के गठन की अधिसूचना जारी की गई है। इस कानून के लिए काम शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। यह कमेटी यूसीसी कानून बनाने के लिए ड्राफ्ट तैयार करेगी।
सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट को लेकर सेवा निवृत जस्टिस रंजना देसाई की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। यूसीसी पर काम करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। ड्रफ्टिंग कमेटी का स्वरूप तैयार कर लिया गया है।
ड्रफ्टिंग कमेटी :
चेयरमैन : रंजना देसाई, सुप्रीम कोर्ट की सेवा निवृत जज
सदस्य : प्रमोद कोहली, दिल्ली हाई कोर्ट के सेवा निवृत जज
सदस्य : शत्रुघ्न सिंह, पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड
सदस्य : मनु गौड़, अध्यक्ष टेक्स पेयर एसोसिएशन भारत
सदस्य : सुरेख डंगवाल, कुलपति दून विश्वविद्यालय देहरादून
महिलाओं के अधिकारों को न केवल सुनिश्चित करना जरूरी है बल्कि उन अधिकारों का क्रियान्वयन भी आवश्यक : उत्तराखंड स्पीकर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला विधायकों के राष्ट्रीय सम्मेलन का किया उद्घाटन.
तिरुवनंतपुरम, केरल विधानसभा द्वारा तिरुवनंतपुरम में 26 मई से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय महिला विधायक सम्मेलन में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने प्रतिभाग किया| सत्र के दौरान वक्ता के रूप मे विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति करते हुए कई मील के पत्थर पार किए हैं, इसके बावजूद भी महिलाओं के लिए वास्तव में स्वतंत्र समान स्थिति के सपनों को पूरी तरह से साकार करने के लिए अभी भी बहुत सारी चुनौतियां मौजूद हैं|उन्होंने कहा कि इस दिशा में सबको एकजुट हो कर राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है|
भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में केरल विधानसभा की मेजबानी में देश में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय महिला विधायक सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा 26 मई को किया गया| उद्घाटन सत्र के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम ने देश में लैंगिक समानता की नींव रखी। उन्होंने उन महिलाओं के प्रेरणादायी योगदान को याद किया जिन्होंने उपनिवेशवाद से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार संघर्ष किया। उन्होने कहा कि महिलाएं जीवन के चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही हैं और कोविड महामारी से मजबूती से लड़ने में महिलाओं ने अपनी सूझबूझ दिखाई। उन्होंने कहा कि गांधी जी के कुशल नेतृत्व में असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महिलाओं की उत्कृष्ट भागीदारी रही है।
राष्ट्रीय महिला विधायक सम्मेलन के सत्र के दौरान ‘संविधान एवं महिलाओं के अधिकार’* विषय पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने अपने विचार रखते हुए कहा कि “यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता”*| उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अंतर्गत महिलाओं को कई सांविधानिक अधिकार प्रदान किए गए हैं,समय-समय पर संविधान में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के लिए संशोधन किए जाते रहे हैं| विधानसभा अध्यक्ष ने संविधान में दिए गए महिलाओं के अधिकारों के बारे में विस्तृत रूप से अपने विचार रखें|उन्होंने कहा कि अभी भी पुरुष-प्रधान समाज में महिलाओं के साथ लैंगिक आधार पर किए जा रहे भेदभाव को समाप्त करने के लिए उनके अधिकारों को न केवल सुनिश्चित करना जरूरी है बल्कि उन अधिकारों का क्रियान्वयन भी आवश्यक है।
बता दें सम्मेलन में पहले दिन 26 मई को प्रथम सत्र में संविधान और महिलाओं के अधिकार और दूसरे सत्र में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका विषय पर चर्चा हुई। दूसरे दिन 27 मई को तीसरे सत्र में महिलाओं के अधिकार और विधिक कमियां पर चर्चा के साथ आखिरी सत्र में निर्णय निर्माण निकायों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की कमी संबंधी विषय पर मंथन किया गया।
इस अवसर पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने आयोजन की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, विधानसभा अध्यक्ष एम.डी. राजेश, मंत्री वीना जॉर्ज, आर. बिंदु, जे. चिंचुरानी, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन और विभिन्न राज्यों के महिला सांसदों तथा विधायकों ने इस समारोह में भाग लिया|इसके अलावा राजनीतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, मीडिया और न्यायपालिका का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतिष्ठित महिलाओं ने सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में वक्ताओं के रूप में भाग लिया|
जुड़वा भाइयों की मौत: हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दो जुड़वा बच्चों की मौत
देहरादून। सेवली गांव, बनियावाला में छत पर पानी के पाइप से खेलते वक्त हाई टेंशन लाइन के करंट से झुलते दो जुड़वा भाइयों की शुक्रवार सुबह उपचार के दौरान मौत हो गई। दोनों को मंगलवार को करंट लगा था। अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। हादसे को लेकर विद्युत विभाग भी जांच कर रहा है।
सेवली गांव के नंदन एंक्लेव में शेर सिंह बिष्ट ने हाल में मकान का प्रथम तल बनाया है। मंगलवार को उनकी पत्नी पानी की मोटर लगाकर पाइप से प्रथम तल पर धुलाई कर रही थी। इस दौरान उनके छह साल के जुड़वा बेटे प्रिंस और गोलू भी खेल रहे थे। बच्चों की मां काम में लग गई। बच्चे पाइप से खेलने लगे। उन्होंने पानी का प्रेशर 132 केवी हाई टेंशन लाइन की तरफ मारा। हाई टेंशन लाइन से पानी के साथ करंट उन दोनों तक पहुंच गया। करंट लगने से दोनों झुलस गए। दोनों को परिजन पहले प्रेमनगर और फिर कोरोनेशन अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां से हालत गंभीर बताए जाने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वसंत विहार थानाध्यक्ष राठौर ने बताया कि दोनों बच्चों की उपचार के दौरान शुक्रवार सुबह मौत हो गई। दोनों की उम्र सात वर्ष थी। घटना के बाद बच्चों के परिजनों साथ क्षेत्र में माहौल गमगीन है।
करियर का चुनाव सावधानी से करना चाहिए डा सिंह
हरिद्वार 27 मई (कुलभूषण) हिन्दी विभाग गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय में छात्रों की करियर से जुड़ी मनोवैज्ञानिक चुनौतियों के निराकरण के उद्देश्य से करियर चुनाव दुविधाएं एवं समाधान विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया
गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ दीपक सिंह ने अपने व्याख्यान में करते हुए कहा कि करियर के चुनाव हमें सावधानी बरतनी चाहिए। कई बार हम किसी के प्रभाव में करियर का चुनाव कर लेते हैं वस्तुतः हम उस क्षेत्र में अपेक्षाकृत सफलता नहीं प्राप्त कर पाते हैं।
डॉण् दीपक सिंह ने कहा कि हमें अपने व्यक्तित्व और मूल प्रकृति के अनुरूप करियर का चुनाव करना चाहिए और विद्यार्थी के रूप अपनी अभिरुचि के अनुरूप विषय का चयन करना चाहिए। डॉण् सिंह ने कहा मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के माध्यम से हम अपने व्यक्तित्व का परीक्षण करवा सकते हैं और अपनी अभिरुचि के केंद्र का सटीक आकलन कर सकते हैं। प्रश्नोत्तर काल में डॉ दीपक सिंह ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमें कौशल पर विशेष ध्यान देना चाहिए
विभाग के शिक्षक सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के शिक्षक डॉ अजित सिंह तोमर सुनील कुमार डॉण् संदीप यादव डॉण् मदनपाल शोध छात्र जितेन्द्र कुमार सिंह मोहित कुमार शिवा चंचल सहित विभाग के छात्र उपस्थित रहें
फेयरवेल पार्टी का आयोजन
हरिद्वार (कुलभूषण) एईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, हरिद्वार बीए एव ंबीएससी तृतीय वर्ष के छात्र छात्राओं की फेयरवैल का आयोजन किया गया जिसमें मिस्टर फेयरवैल एवं मिस फेयरवैल के चयन के लिये विभिन्न चरणों की प्रतियोगिता रखी गयी थी। छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में बढ-चढ कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का उदघाटन संस्थान के डायरेक्टर डा0 अंशुल शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
प्रतियोगी छात्रों को नृत्य, विभिन्न प्रकार के खेल एवं रैम्प वाॅक कम्पटीशन से गुजरने के पश्चात निर्णायक मण्डल द्वारा मिस्टर बैस्ट पर्सनैलिटी बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र नीतिन मिस बैस्ट पर्सनैलिटी बीएससी तृतीय वर्ष की सृष्टि पाण्डेय मिस्टर फेयरवैल बीए तृतीय वर्ष के आकाश गुनसारिया एवं मिस फेयरवैल बीए तृतीय वर्ष की गौरी श्रीकुंज चुनी गयी। समारोह में डायरेक्टर अंशुल शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभकाॅमनायें दी।
इस आयोजन में वर्णिका नागर अनु सिंह गौरव भूषण दीपाली अग्रवाल शिवानी सुनीति त्यागी मिनाक्षी सिंघल समीक्षा आदि शामिल रहे।