Friday, June 20, 2025
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सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह आयोजित

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हरिद्वार (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन द्वारा गणित एवं सांख्यिकी विभाग में कार्यरत रामजीत का विदाई समारोह प्रबन्ध अध्ययन संकाय के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने मुख्य अतिथि बतौर कहा कि रामजीत ने विश्वविद्यालय में 42 साल तक सेवाएं दी है। विश्वविद्यालय का इतिहास इस बात का गवाह है कि उनकी सेवाओं का लाभ प्रशासनिक अधिकारियों ने बेखुबी से उठाया है। आज रामजीत विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हो रहे है, मगर उनकी यादें विश्वविद्यालय के अधिकारियों को आती रहेंगी।

वित्ताधिकारी प्रो0 वी0के0 सिंह ने रामजीत को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रामजीत का व्यवहार काफी मधुर रहा है इसलिए सबको वह हंसाते रहे। उनकी हसमुखता से अधिकारियों का गुस्सा भी गायब हो जाता था। उन्होंने कहा कि रामजीत ने पूर्ण निष्ठा के साथ विश्वविद्यालय की सेवा की है।

शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि रामजीत विश्वविद्यालय के सबसे पुराने कर्मचारी है 1982 में जब यूनियन का गठन हुआ तब ये यूनियन के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि इनका व्यवहार सभी के प्रति आदर का रहा है तथा अपनी सेवा के प्रति समर्पित रहे हैं। यूनियन के महामंत्री श्याम कुमार कश्यप ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के विदाई समारोह को लेकर एक मद निश्चित करना चाहिए, जिससे कि कर्मचारी यूनियन कर्तव्यनिष्ठा के साथ विदाई समारोह का आयोजन कर सके। उन्होंने कहा कि समय-समय पर विश्वविद्यालय प्रशासन का सहयोग अप्रत्यक्ष रूप से मिलता रहा है।

रामजीत ने विदाई समारोह में पधारे विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी व अधिकारियों ने अपने भाव प्रकट करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में लम्बी सेवा करने का जो लगाव अन्तर्मन पर कई प्रकार की लकीरें खिंच देता है। संस्थान के प्रति समर्पण और कार्य करने की क्षमता के साथ विदा होना मन को भाव विभोर कर देता है। उन्होंने कहा कि मैने पूरे जीवन काल में संस्थान की सेवा निस्वार्थ भाव से की है।

कार्यक्रम का संचालन प्रकाश चन्द्र तिवाड़ी ने किया। इस अवसर पर बिजेन्द्र सिंह, दीपक वर्मा, डा0 पंकज कौशिक, सत्यदेव, रामसुमत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नरेन्द्र मलिक, हेमन्त सिंह नेगी, मोहन सिंह, अरूण पाल, विरेन्द्र सिंह पटवाल, कुलभूषण शर्मा, रमेश चन्द्र, रोशन लाल, नीरज, नारायण नेगी, अमित धीमान, हेमन्त पाल, विरेन्द्र बिष्ट, सुशील रौतेला, राज राठौर, गिरीश चन्द्र जोशी, वेदप्रकाश थापा, राजकुमार, सुधाकर, सुशील, मनोज, मनोज पंवार, महेश, बलवन्त सहित परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

खास खबर : एकनाथ शिंदे लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, हिंदुत्व के मुद्दे पर साथ आई भाजपा

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मुंबई, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना और 16 निर्दलियों ने राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इसके लिए राज्यपाल को विधायकों के समर्थन वाला पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पॉवर के पीछे नहीं है, हम मुख्यमंत्री बनने के लिए इनके साथ नहीं जा रहे हैं, हम हिंदुत्व के मुद्दे की वजह से उनके साथ जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने निर्णय किया है कि एकनाथ शिंदे को हम समर्थन देंगे।

देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि एकनाथ शिंदे शाम 7 बजकर 30 मिनट पर शपथ लेंगे और आने वाले दिनों में हम मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और मैं मंत्रिमंडल के बाहर रहूंगा।

2019 में भाजपा और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ी। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमें पूर्ण बहुमत मिला। भाजपा को 106 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके साथ ही कई अन्य लोग हमारे साथ आए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने चुनाव के दरमियान मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम का ऐलान भी किया था। सभी को यह मंजूर था। किंतु चुनाव के बाद शिवसेना के नेताओं ने यह निर्णय किया कि हिंदू उदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे जी ने जिन विचारों का जीवनभर विरोध किया, जीवनभर जिनसे लड़ाई की और जिनके लिए वो कहते थे कि अगर इनके साथ जाना पड़ा तो मेरी दुकान बंद कर दूंगा, ऐसे लोगों के साथ गठबंधन किया और उसके बाद ढ़ाई साल तक हमने एक सरकार देखी। जिसमें न कोई तत्व थे, न कोई विचार थे, न कोई गति थी, न कोई प्रगति थी।

उन्होंने कहा कि जो सरकार चालू इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट बंद कर रही थी, जो सरकार लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से लिप्त थी, जिस सरकार के दो मंत्री धनशोधन मामले में जेल में गए, दाऊद के साथ रिश्ते के आरोप मंत्री पर लगे, जेल में जाने के बावजूद मंत्री को मंत्रिमंडल से हटाया नहीं गया तो एक प्रकार से पथभ्रष्ट, ऐसी सरकार जिसका भाजपा ने लगातार विरोध किया, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार चली। जिसको लेकर शिवसेना के विधायकों में भारी आक्रोश था।
फडणवीस ने बताया कि शिवसेवा विधायकों को लगता था कि वापस वोट मांगने जाना है और आज तक जो बातें कहीं उसके विरोध में काम हो रहा है। जिनके खिलाफ जिंदगीभर लड़े उनके साथ बैठे हैं, ऐसे में वोट कैसे मांगेंगे। साथ ही उनके विधानसभा में जो हारे उन्हें पैसा मिलता था। जिसको लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों ने एक ही मांग की कि कांग्रेस-एनसीपी के साथ हम नहीं रह सकते, ऐसे में यह गठबंधन तोड़ा जाए। ऐसे में उनकी मांग पूरी नहीं हुई।

शिवसेना विधायकों ने नहीं की बगावत

उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया, विचारों को छोड़ दिया और अपने विधायकों से ज्यादा कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों की बात दिल को लगाकर रखी और उन्हें ही महत्व दिया। जिसको लेकर विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद की। इसे मैं बगावत नहीं कहूंगा। उन्होंने अपनी आवाज बुलंद करके इन विधायकों ने यह कहा कि आप बाहर निकलिए नहीं तो हम इनके साथ नहीं रहेंगे। ऐसे समय जब सरकार के पास बहुमत नहीं रहा और मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) ने इस्तीफा दिया तो हम लगातार पिछले ढ़ाई साल से कहते आए हैं कि यह अंतर्विरोध से बनी सरकार है और यह ज्यादा दिन नहीं चलेगी और हम फिर अल्टरनेट सरकार देंगे और महाराष्ट्र में चुनाव नहीं लादेंगे।

एकनाथ शिंदे की होगी ताजपोशी

फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने शिवसेता नेता के रूप में राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। ऐसे में भाजपा ने उन्हें पूरा समर्थन दिया, हमारे 106 और उनके साथ-साथ निर्दलीय और छोटी पार्टियों के समर्थन का पत्र हमने राज्यपाल को सौंपा है और राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे को 7 बजकर 30 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए बुलाया है। आज एक ही शपथ ग्रहण होगा।

कक्षा XI-XII के छात्र इस ऑडियो बुक का उपयोग अपनी तैयारी में एक अतिरिक्त बढ़त देने के लिए कर सकते हैं

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देहरादून,  सर्वश्रेष्ठ देने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और नवोन्मेष का लाभ उठाने की अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखते हुए, परीक्षण तैयारी सेवाओं में भारत के अग्रणी, आकाश + बायजूस ने नीट उम्मीदवारों के लिए भारत की पहली व्यापक ऑडियोबुक आकाश ऑडीप्रेप पेश की है।

आकाश ऑडीप्रेप एक अभिनव वेब और ऐप-आधारित ऑडियोबुक है जिसमें विशेषज्ञों द्वारा डिज़ाइन की गई वैज्ञानिक रूप से डिज़ाइन की गई अध्ययन सामग्री के पॉडकास्ट शामिल हैं। ऑडियोबुक भौतिकी, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और जूलॉजी पाठ्यक्रम में विस्तृत अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो कक्षा XI और XII के छात्रों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा को क्रैक करने के लिए अविश्वसनीय रूप से उपयोगी होगा।

 

डिजिटल परिवर्तन पर सवार होकर, ऑडीप्रेप का उद्देश्य बहु-संवेदी शिक्षण दृष्टिकोण के माध्यम से कुशल और प्रभावी शिक्षण प्रदान करना है। ऑडियोबुक पाठों के पुनरीक्षण की प्रक्रिया को किसी भी समय और जहां अधिक सुविधाजनक बनाता है। ऑडियोबुक में स्पेस रिपीटिशन नामक एक विशेष विशेषता भी शामिल है जो छात्रों को शुष्क विषयों को आसानी से समझने और बनाए रखने में सहायता करती है। यह बेहतर समय उपयोग के लिए एक प्रभावी और कुशल उपकरण है।

 

ऑडियोबुक कुछ रोमांचक विशेषताएं प्रदान करता है जैसे कि उचित मॉड्यूलेशन के साथ उच्च गुणवत्ता वाली ऑडियो सामग्री और आकाश विशेषज्ञों द्वारा स्पष्ट उच्चारण और NEET GRITTY नामक विषय-वार पिछले वर्ष की प्रश्नावली का संकलन। यह छात्रों की अवधारण शक्ति में सुधार करने के लिए शक्तिशाली निमोनिक्स, आरेखों, तालिकाओं और प्रवाह चार्टों की विस्तृत व्याख्या भी प्रदान करता है।

 

आकाश ऑडीप्रेप की विशेषताएं:

1) 1) उच्च योग्य विशेषज्ञ संकाय की देखरेख में तैयार ध्वनि और स्पष्ट उच्चारण के उचित मॉड्यूलेशन के साथ उच्च गुणवत्ता वाली ऑडियो सामग्री

2) 2) NEETY – GRITTY – विशेष विषयों से संबंधित विषयवार पिछले वर्ष के प्रश्न

3) 3) एक आसान तरीके से अवधारणाओं को याद रखने में मदद करने के लिए शक्तिशाली निमोनिक्स

4) 4) पूरी तरह से समझने के लिए डायग्राम, टेबल और फ्लोचार्ट की विस्तृत व्याख्या

5) 5) एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से परे महत्वपूर्ण एनईईटी अवधारणाओं को कवर करने वाला सामग्री निर्माता

6) 6) स्व-मूल्यांकन के लिए इंटरएक्टिव त्वरित प्रश्नोत्तरी

7) 7) प्रत्येक अध्याय के अंत में त्वरित पुनर्कथन

8) 8) सूत्र चार्ट – याद रखने में सुधार के लिए अध्याय के विभिन्न महत्वपूर्ण सूत्रों का समूह

 

ऑडियोबुक में एक कंटेंट बिल्डर फीचर भी शामिल है जो एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से परे भी प्रासंगिक एनईईटी अवधारणाओं को शामिल करता है और एक मजेदार तरीके से अभ्यास और तैयारी में स्व-मूल्यांकन सहायता के लिए इंटरैक्टिव त्वरित क्विज़ है। ऑडीप्रेप प्रत्येक अध्याय के अंत में त्वरित पुनरीक्षण और महत्वपूर्ण फ़ार्मुलों के समूह के लिए एक त्वरित पुनर्कथन भी प्रदान करता है जो जटिल अवधारणाओं को आकर्षक और समझने में आसान बनाता है।

 

ऑडीप्रेप के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, आकाश+बीवाईजेयू के प्रबंध निदेशक, श्री आकाश चौधरी ने कहा, “हम एक दूरंदेशी संगठन हैं और अपने छात्र के पहले दृष्टिकोण का सम्मान करने के लिए, हम एक अनुकूल प्रदान करने वाली सर्वोत्तम तकनीकों को लाने के लिए लगातार नवाचार कर रहे हैं। सीखने का माहौल। हम उद्योग में कई शैक्षिक प्रवृत्तियों के अग्रणी हैं। ऑडीप्रेप भी तक एक और पथ-प्रदर्शक टूल है जो NEET के उम्मीदवारों को अतिरिक्त बढ़त प्रदान करता है। व्यापक ऑडियोबुक अनुभवी शिक्षकों द्वारा क्यूरेट की गई उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री प्रदान करती है और छात्रों को उनके बहु-संवेदी सीखने की अपील करके संलग्न करती है। ”

 

ऑडीप्रेप एक पोर्टेबल ऑडियोबुक समाधान है जो समय के सर्वोत्तम उपयोग को सक्षम बनाता है। कोई भी अपनी सुविधानुसार कभी भी, कहीं भी सुन और सीख सकता है। यह टूल स्पेस रिपीटेशन की सुविधा भी देता है जो वैज्ञानिक रूप से दीर्घकालिक मेमोरी रिकॉल को बेहतर बनाने के लिए सिद्ध है। ऑडियोबुक प्रिंटेड स्टडी मटेरियल के माध्यम से विजुअल सेंस को शामिल करके, ऑडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुनने के साथ-साथ माई अंडरलाइनिंग कीवर्ड्स लिखकर और रनिंग नोट्स लेकर टच की भावना को जगाते हुए मल्टीसेंसरी लर्निंग को भी समाहित करता है।

 

‘सर्वश्रेष्ठ बने उत्तराखण्ड अपना’ धारावाहिक का टायटल साॕग का हुआ लोकार्पण

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में सरकार के 100 दिन पूर्ण होने के अवसर पर ‘ सर्वश्रेष्ठ बने उत्तराखण्ड अपना’ पर आधारित ‘हमारो पहाड़’ धारावाहिक के टाइटल सॉग का लोकार्पण किया। इस टाइटल सांग में उत्तराखण्ड की विकास यात्रा से संबंधित विभिन्न पहलुओं एवं राज्य सरकार द्वारा जनहित के लिए उठाये गये महत्वपूर्ण कार्यों को दिखाया गया है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ‘हमारो पहाड़’ धारावाहिक के टाइटल सॉग के गीतकार श्री नरेन्द्र रौथाण, श्री अमित खरे, श्री भूपेन्द्र बसेड़ा आदि उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड़ की धामी सरकार : 100 दिन विकास के, समर्पण और प्रयास के , विकास पुस्तक का हुआ विमोचन

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सेवक सदन, मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में सरकार के 100 दिन पूर्ण होने के अवसर पर सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए *100 दिन विकास के, समर्पण और प्रयास के , विकास पुस्तक* का विमोचन किया।

इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार के 100 दिन संकल्प, समर्पण एवं प्रयास को समर्पित रहे। आम चुनाव में पूर्ण बहुमत देने पर उन्होंने जनता को धन्यवाद अर्पित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर जनता ने मुहर लगाई जनता द्वारा की गई उम्मीदो, आकांक्षाओं, अपेक्षाओं पर हमारी सरकार निश्चित खरा उतरेगी। उन्होंने कहा बीते 100 दिनों में कई ऐतिहासिक निर्णय एवं राज्य के विकास हेतु विभिन्न योजनाएं चलाई गई हैं आने वाले समय में भी हम जनहित को प्राथमिकता देते हुए कई योजनाएं चलाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षा के अनुसार उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिये सभी के सहयोग से काम किया जा रहा है। 21वीं सदी का तीसरा दशक निश्चित तौर पर उत्तराखंड का दशक होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार आया है। हम उत्तराखण्ड में भी कार्यसंस्कृति में सुधार ला रहे हैं। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण हमारे मूल मंत्र हैं। उन्होंने कहा भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिये 1064 शुरू की गई है। सचिवालय में सोमवार को नो मीटिंग डे रखा गया है ताकि शासन के अधिकारी लोगों से मिलने के लिये उपलब्ध रहें। जिला स्तरीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये हैं कि वे सोमवार से शुक्रवार तक प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में आम जनता से मिलने के लिये उपलब्ध रहेंगे। अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं, इसके लिये बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हम अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। हमारी सरकार ने उत्तराखंड राज्य के लिए ’यूनिफॉर्म सिविल कोड’ का ड्राफ्ट तैयार करने हेतु कमेटी का गठन करा है, जो की जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस यूनिफॉर्म सिविल कोड का दायरा सभी नागरिकों के लिये समान क़ानून चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों, होगा। हम गरीब परिवारों को तीन सिलेण्डर मुफ्त उपलब्ध करवाने जा रहे हैं। इसके लिये बजट में प्राविधान भी किया गया है। पिछले दो वर्षों में हमने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया, वहीं विकास की गति को भी आगे बढ़ाया है। कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में हमारे कोविड-वारियर्स द्वारा सराहनीय काम किया गया। चिकित्सा कर्मियों के साथ ही राजस्व, पुलिस, पीआरडी, आंगनबाड़ी आदि कोरोना वारियर्स को प्रोत्साहन व सम्मान राशि द्वारा हमारी सरकार ने इनके मनोबल को बढ़ाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य को 25वे वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है, जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी विभागों को अगले 10 वर्षो के विकास कार्यो का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने की योजना है। इसके लिये प्रधानमंत्री जी से भी अनुरोध किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा श्री केदारपुरी का पुनर्निर्माण आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर भी काम हो रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की अपेक्षा के अनुसार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का नम्बर एक राज्य बनाने के लिये हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। हम अपने प्रत्येक संकल्प को पूरा करने के लिये प्रतिबद्ध है। हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा हमारी सरकार सभी की सहभागिता से विकास कार्य को आगे बढ़ाएगी। उन्होंने उत्तराखंड को धर्म संस्कृति का केंद्र बताते हुए कहा कि यहां अपार संभावना है इन संभावनाओं को हम खोज विकास को स्वर्णिम रास्ते पर पहुचाएंगे। उन्होंने सरकार का प्रतिक्षण देव तुल्य जनता को समर्पित बताया।

इस दौरान कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री श्री धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव सूचना श्री अभिनव कुमार, महानिदेशक सूचना श्री रणवीर सिंह चौहान, पूर्व विधायक श्री राजेश शुक्ला, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

अग्निपथ विरोध : राजभवन जा रहे पूर्व सीएम हरीश रावत सहित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका

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देहरादून, कांग्रेस का अग्निपथ योजना को लेकर विरोध अभी भी जारी है, विरोध में वरिष्ठ नागरिकों और राजनीतिक पार्टियों के साथ राजभवन जा रहे पूर्व सीएम हरीश रावत व अन्य लोगों को पुलिस ने रोक लिया। सीएम ने कहा कि सरकार युवाओं को ठगने का काम कर रही है। इस तरह की योजनाए थोप कर देश के भविष्य को सकंट में डाला जा रहा है। अग्निपथ के विरोध में उतरे कांग्रेसियों ने बुधवार को शहर में जमकर हल्ला बोला। पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा शहर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही कई राजनीतिक संगठन भी जुड़े। इस दौरान सभी लोग राजभवन की ओर बढ़े। जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। काफी देर तक यहां सभी प्रदर्शनकारी राजभवन जाने की जिद पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारी यही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ ज्ञापन देने पहुंचे सपा के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण सचान बैरिकेडिंग के समीप चक्कर खाकर गिर गए।

फ्लोर टेस्ट से पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे का इस्तीफा

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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से मिले ‘झटके’ बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद (Maharashtra CM News) से इस्तीफा दे दिया. शिवसेना प्रमुख ने फेसबुक लाइव कर इस्तीफे का ऐलान किया. उद्धव ने सीएम के साथ विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा का ऐलान कर दिया है. उद्धव ने कहा कि जिनको बहुत कुछ दिया उन्होंने हमारा साथ छोड़ दिया और जिन्हें कुछ नहीं दिया वो अब भी हमारे साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि बागियों को नाराजगी किस बात की है? मुझे मुख्यमंत्री का पद छोड़ने का कोई दुख नहीं है. मैं पिछले बुधवार को वर्षा से ‘मातोश्री’ आ गया था. मैं आज मुख्यमंत्री पद छोड़ (Uddhav Thackeray Resigns) रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि कल शिवसैनिकों का खून बहे और वे सड़क पर उतरें. इसलिए मैं कुर्सी छोड़ रहा हूं. ‘अच्छे काम को जल्दी लगती है नजर’
फेसबुक लाइव के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि अच्छे कामों को नजर जल्दी लगती है. उद्धव ने कहा कि हमने लोगों के फायदे के लिए काम किया. सबका आशीर्वाद हमारे साथ है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी फ्लोर टेस्ट की इजाजत दे दी है. राज्यपाल जी का भी धन्यवाद. राज्यपाल ने एक खत पर तुरंत ऐक्शन लिया और फ्लोर टेस्ट के लिए कहा. बागियों की नाराजगी किस बात की है? सुप्रीम कोर्ट से झटका
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के उस निर्देश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसमें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश दिया गया था. न्याययमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि गुरुवार को विधानसभा में कार्यवाही राज्यपाल के फैसले के खिलाफ शिवसेना की याचिका के अंतिम परिणाम के अधीन होगी. बहुमत साबित करने के राज्यपाल के निर्देश के खिलाफ याचिका पर शीर्ष अदालत ने विधानसभा सचिव और अन्य को नोटिस भी जारी किया.

पीठ ने कहा, ‘हमने यह संक्षिप्त आदेश लिखा है. हम राज्यपाल के शक्ति परीक्षण के निर्देश पर रोक नहीं लगा रहे हैं. हम रिट याचिका में नोटिस जारी कर रहे हैं. आप पांच दिनों में जवाब दायर कर सकते हैं. हम 11 जुलाई को अन्य मामलों के साथ मेरिट पर सुनवाई करेंगे. कल की कार्यवाही इस याचिका के अंतिम परिणाम पर निर्भर करेगी.’

 

उद्धव का इस्तीफा, विधान परिषद की सदस्यता भी छोड़ी, 31 महीने चली ठाकरे सरकार

 

मुम्बई, महाराष्ट्र में राजनैतिक उथल पुथल जारी है, उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को शपथ ली थी और 29 जून 2022 को इस्तीफा दे दिया। वे 31 महीने एक दिन ही सरकार चला सके। महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट अब आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार रात शिवसेना की दलीलों को खारिज करते हुए गुरुवार को ही फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दे दिया। इसके कुछ देर बाद ही सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव करते हुए इस्तीफे का ऐलान कर दिया। ठाकरे इस्तीफा देने राजभवन जाएंगे। इधर, बागी विधायक भी देर शाम गोवा पहुंच गए, उद्धव ने शिंदे गुट के गिले-शिकवों पर अपनी बात रखी और कहा कि आपको अपनी बात ठीक तरह से रखनी चाहिए थी। उद्धव ने कहा कि जिनसे धोखे की आशंका थी वे साथ रहे। उन्होंने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार को धन्यवाद कहा।

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मिठाई खिलाते प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल।
भाजपा खेमे में जश्न का माहौल
इधर, उद्धव के इस्तीफे के ऐलान के बाद भाजपा विधायकों में जश्न का माहौल है। ताज होटल में चल रही भाजपा विधायकों की बैठक में ‘वंदे मातरम’ के नारे लगे और कई विधायकों ने देवेंद्र फडणवीस को मिठाई खिलाकर महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने का जश्न मनाया। बैठक खत्म होने के बाद फडणवीस होटल से निकल गए। उन्होंने मीडिया से भी बातचीत नहीं की।

 

 

उत्तराखंड़ विधानसभा अध्यक्ष ने जारी किया पत्र : मेरा कोई ‘मीडिया सलाहकार’ नहीं

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु भूषण खण्डूड़ी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मेरा कोई भी मीडिया सलाहकार नहीं है कुछ लोगों के द्वारा ऐसी गलत सूचना प्रसारित की जा रही है जिसमें कहा जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा मीडिया सलाहकार रखा गया है

विधानसभा अध्यक्ष लिखती है :

नमस्कार सम्मानित साथियों , आप सभी को अवगत करवाना चाहती हूं कि मेरे द्वारा किसी को भी प्रेस सलाहकार (मीडिया एडवाइजर )के पद पर नियुक्त नहीं किया गया है, यदि कोई विशेष इस प्रकार के भ्रामक प्रचार फैलाने में लिप्त पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
धन्यवाद।

विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड
इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष के प्रमुख निजी सचिव अजय अग्रवाल के द्वारा पत्र जारी किया गया है | असल में विधानसभा अध्यक्ष का कोई भी मीडिया सलाहकार / एडवाइजर का कैडर पद नहीं होता है विधानसभा अध्यक्ष से जुड़ी सूचनाओं के लिए सूचना विभाग का सूचना अधिकारी या निजी सचिव के द्वारा ही सूचनाओं का आदान प्रदान किया जाता है विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी के पास शिकायत पहुंची की एक व्यक्ति के द्वारा अपने आप को विधानसभा अध्यक्ष का मीडिया सलाहकार बताया जा रहा है जिसके बाद शिकायत का तुरंत संज्ञान लेते हुए पत्र जारी करना पड़ा |

मुख्य निजी सचिव मुख्यमंत्री
निजी सचिव राष्ट्रीय महामंत्री भारतीय जनता पार्टी
निजी सचिव सचिव विधानसभा
एवं समस्त इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया को प्रेषित की गई हैं
विधानसभा अध्यक्ष के पत्र में लिखा गया है यदि भविष्य में कोई इस प्रकार का दुष्प्रचार करता है तो उसके ऊपर कठोर कार्यवाही की जाएगी |

सोना हुआ सस्ता, चांदी के भी गिरे भाव, खरीदारी से पहले चेक करें नए भाव

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अगर आप सोना या चांदी (Gold-Silver) खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. दरअसल, भारतीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने-चांदी के रेट्स में गिरावट दर्ज की गई है.

दस ग्राम सोना सस्ता होकर 50,649 रुपये का हो गया है, जबकि एक किलो चांदी के रेट भी कम हो गए हैं. अब यह 59,725 रुपये में बिक रही है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) ने यह जानकारी दी है.

जानें क्‍या है आज सोने का दाम?

दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने के दाम 176 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी के साथ 50,649 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए. पिछले कारोबारी सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 50,825 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.

आज कितने पर पहुंच गई चांदी?

दिल्‍ली सर्राफा बाजार में चांदी के दाम 443 रुपये की गिरावट के बाद 59,725 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुए. पिछले कारोबारी सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी 60,168 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई थी.

कैसे पता लगाएं सोने का नया भाव?

बता दें कि आप इन रेट्स को आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं. इसके लिए आपको सिर्फ इस नंबर 8955664433 पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा, जिसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं.

जेम्स और ज्वेलरी निर्यात मई में 20% बढ़कर 25,365 करोड़ रुपये पर पहुंचा

गौरतलब है कि जेम्स (Gems) और ज्वेलरी (Jewellery) निर्यात में मई 2022 में सालाना आधार पर तेजी आई है. यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में करीब 20 फीसदी बढ़कर 25,365.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. इंडस्ट्री बॉडी जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल यानी जीजेईपीसी (GJEPC) ने कहा कि मई 2021 में जेम्स और ज्वेलरी का कुल निर्यात 21,156.10 करोड़ रुपये था. 2022 के अप्रैल-मई में जेम्स और ज्वेलरी का कुल सकल निर्यात 10.08 फीसदी बढ़कर 51,050.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो 2021 की समान अवधि में 46,376.57 करोड़ रुपये था.

कई वस्तुओं की टैक्स दरों में हुआ बदलाव, जानिये क्या हुआ महंगा और कहां मिली राहत

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दो दिन चली जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक आज खत्म हो गई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी.

वित्त मंत्री (Finance Minister) के मुताबिक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर की 4 रिपोर्ट पर चर्चा हुई. उनके मुताबिक रेट रेशनलाइजेशन पर कोई चर्चा नहीं हुई. रेट रेशनलाइजेशन पैनल को एक्सटेंशन दे दिया गया है. वहीं राज्यों का जीएसटी मुआवजा बढ़ाने पर फैसला नहीं हुआ है. इनवर्टेड ड्यूटी को लेकर सिफारिश मंजूर कर ली गई है. बेटिंग, गैम्बलिंग और कसीनो पर भी रिपोर्ट सौंपी गई है. ऑनलाइन गेमिंग कसीनो और हॉर्स ट्रेडिंग पर भी फैसला टला है. बैठक में काउंसिल ने कई वस्तुओं और सेवाओं की दरों में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है. इससे कई वस्तुएं और सेवाएं महंगी हो जाएंगी, वहीं कई वस्तुओं में राहत भी मिलेगी. अब अगस्त के पहले हफ्ते में काउंसिल की बैठक मदुरई में होगी.

क्या हुआ महंगा
दो दिन चली बैठक में जीएसटी काउंसिल ने कई वस्तुओं और सेवाओं की दरों को संशोधित कर दिया है. काउंसिल ने कई पैकेज्ड फूड आइटम को जीएसटी दरों के दायरे में लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसमें दही, लस्सी, छांछ आदि शामिल हैं, यानि अब इनके पैकेज्ड आइटम के लिए ज्यादा रकम चुकानी होगी. वहीं जीएसटी काउंसिल बैंक के द्वारा चेक इश्यू किए जाने पर 18 प्रतिशत टैक्स लगाने को मंजूरी दे दी है. वहीं होटल के सस्ते कमरे यानि जिनका किराया 1000 रुपये से कम होगा, पर 12 प्रतिशत जीएसटी को मंजूरी दी है. पहले इस कैटेगरी पर टैक्स की छूट थी. अस्पतालों में महंगे कमरे लेना और महंगा होगा. जीएसटी काउंसिल ने ऐसे कमरें जिनका किराया 5000 रुपये प्रति दिन से अधिक है, उसके लिए प्रति मरीज 5 प्रतिशत जीएसटी चुकाना होगा. इसमें आईसीयू शामिल नहीं किया गया है. वहीं एलईडी लाइट, लैंप के लिए भी अब ज्यादा रकम चुकानी होगी, क्योंकि जीएसटी काउंसिल ने इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर को 12 प्रतिशत से संशोधित कर 18 प्रतिशत कर दिया है. वहीं चाकू, चम्मच, कांटे आदि को 18 प्रतिशत टैक्स दायरे में रखा गया है. जो पहले 12 प्रतिशत के दायरे में था. सेंट्रीफ्यूगल पंप, डीप ट्यूबवेल टरबाइन पंप, सबमर्सिबल पंप को भी 12 प्रतिशत टैक्स स्लैब से बढ़ाकर 18 प्रतिशत तक कर दिया गया है.

कहां मिली राहत
अब रोपवे के जरिए यात्रियों या सामान को लाना ले जाना सस्ता पड़ेगा जीएसटी काउंसिल ने इसको 18 प्रतिशत के टैक्स स्लैब से हटाकर 5 प्रतिशत के टैक्स स्लैब में रखा है. सामान को लाने ले जाने का किराया भी कम होगा, दरअसल माल ढुलाई को किराये पर देने को 18 प्रतिशत के स्लैब से हटाकर 12 प्रतिशत पर रखा गया है. हालांकि ये उस स्थिति में लागू होगा जहां ईंधन का खर्च भी बिल में शामिल किया जाएगा. ऑर्थोपेडिक उपकरण जो दिव्यांगो के द्वारा इस्तेमाल किये जाते हैं और आंखों की खराबी के स्थिति में इस्तेमाल होने वाले लेंस को 12 प्रतिशत की जगह 5 प्रतिशत के स्लैब में रखा गया है. वहीं ऐसा सामान जिसे सुरक्षा बलों के द्वारा इस्तेमाल किया जाना है, को जीएसटी से छूट दी गई है.