Saturday, April 26, 2025
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मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज पहुंचे दून, इसी प्रदेश के यात्रियों से भरी बस पलटी थी कल, 26 की मौत, दो लापता

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देहरादून, उत्तरकाशी में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर डामटा रिखाऊं खड्ड के पास रविवार को यात्रियों से भरी बस के गिरने से 26 लोगों की मौत के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान भी देहरादून पहुंच गए। दरअसल बस में मध्यप्रदेश के यात्री सवार थे।
बस में कुल तीस यात्री सवार थे इनमें से दो लोगों की तलाश अभी भी जारी है। सीएम शिवराज ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी पहले ही आपदा कंट्रोल रूम में जा डटे थे।
उत्तराखंड सरकार ने हादसे के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी देहरादून पहुंच गए। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। एम के मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, मैं यहां देहरादून के आपदा नियंत्रण कक्ष में हूं। मैंने मौके से पूरी जानकारी ली है। घटनास्थल पर डीएम, एसपी, डीआईजी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं।

दो लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। तीन घायल मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं। राज्य सरकार ने इस घटना को देखते हुए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को दिये राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया आपदा कंट्रोल रूम का निरीक्षण।

यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर डामटा के समीप हुई बस दुर्घटना पर राहत एवं बचाव कार्यों की ली जानकारी।

यमुनोत्री मार्ग पर डामटा के समीप रविवार को हुई बस दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी ईश्वर से कामना की है। उन्होंने घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश भी जिलाधिकारी उत्तरकाशी को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने आपदा कंट्रोल के संचालन व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया तथा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों से भी कंट्रोल रूम के संचालन से सम्बन्धित प्रक्रियाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में यात्रा अपने चरम पर है। यात्रा संचालन में व्यवस्थाओं के साथ ही किसी भी प्रकार की अनहोनी पर त्वरित राहत सम्बन्धी कार्य संचालित हो। इसके लिए कारगर व्यवस्था बनायी जाए। सभी जनपदों से आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सूचनाएं उपलब्ध कराये जाने के साथ ही जनपदों के आपदा कंट्रोल रूमों को भी और अधिक सक्रिय किये जाने के उन्होंने निर्देश दिए।
दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में सवार लोग मध्यप्रदेश के होने के कारण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर दुर्घटना की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किये जा रहे है।

आज जारी होंगे 10वीं और 12वीं के नतीजे

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-शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत करेंगे रामनगर विद्यालय शिक्षा परिषद बोर्ड रिजल्ट घोषित

देहरादून।  उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं 12वीं के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। उत्तराखंड बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (यूबीएसई) जल्द ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट 6 जून शाम 4 बजे को जारी करने जा रहा है। शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत रामनगर विद्यालय शिक्षा परिषद बोर्ड रिजल्ट घोषित करेंगे। वहीं, परीक्षार्थी अधिकारिक वेबसाइट www.ubse.uk.gov.in या www.uaresults.nic.in पर जाकर ऑनलाइन भी अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.बता दें कि इस बार उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 28 मार्च से 19 अप्रैल 2022 तक आयोजित की गई थी, जिसमें करीब ढाई लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था। दोनों कक्षाओं को मिलाकर करीब 13 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है। परीक्षा में पास होने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक अनिवार्य होंगे। रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र नीचे दिए आसान टिप्स के माध्यम से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
ऐसे ऑनलाइन देख सकते हैं रिजल्ट: उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट चेक करने के लिए सबसे पहले यूकेबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट www.ubse.uk.gov.in या www.uaresults.nic.in पर जाएं। होमपेज पर जाकर यूके बोर्ड 10th 12th रिजल्ट 2022 लिंक पर क्लिक करें। अपना रोल नंबर और डेट ऑफ बर्थ दर्ज करें। आपके स्क्रीन पर आपका रिजल्ट आ जाएगा, नीचे डाउनलोड पर क्लिक कर इसे डेक्सटॉप पर सेव कर सकते हैं।
वहीं, खास बात यह है कि छात्र अपना रिजल्ट SMS के द्वारा भी चेक कर सकते हैं। आज भी एक बड़ी आबादी के पास एंड्राइड मोबाइल या कंप्यूटर/लैपटॉप नहीं है, इसको ध्यान में रखते हुए बोर्ड द्वारा sms द्वारा यूके बोर्ड result चेक करने की व्यवस्था की है। इसके लिए आपको अपने साधारण मोबाइल से एक टेक्सस्ट मैसेज करना होगा। जिसके कुछ समय बाद आपका रिजल्ट आपके मोबाइल पर मैसेज के रूप में प्राप्त होगा। ऐसे छात्र अपना रिजल्‍ट एसएमएस (UBSE Class 10 results 2022 via SMS) के जर‍िये मोबाइल पर मंगा सकते हैं। मोबाइल पर एसएमएस के जर‍िये अपना र‍िजल्‍ट प्राप्‍त करने के लिए छात्र नीचे दिये गए स्‍टेप्‍स फॉलो करें।
1। अपने मैसेज बॉक्‍स में जाएं।
2। कक्षा 10वीं का रिजल्‍ट पाने के लिए UK10_रोल नंबर लिखें।
3। इसके बाद इसे 5676750 पर भेज दें। कक्षा 10वीं का पर‍िणाम (यूके बोर्ड 10th Result 2022) मोबाइल में एसएमएस के जर‍िये आ जाएगा।
4। कक्षा 12वीं का रिजल्‍ट पाने के लिए UK12_रोल नंबर लिखना होगा।
5। इसके बाद इसे 5676750 पर भेज दें। कक्षा 12वीं का पर‍िणाम (यूके बोर्ड 12th Result 2022) मोबाइल में एसएमएस के जर‍िये आ जाएगा।

उत्तराखण्ड़ के हिमांशु बनें सीडीएस परीक्षा के ऑल इंडिया टॉपर

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हल्द्वानी, संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) परीक्षा में हल्द्वानी के रहने वाले हिमांशु पांडे ने पूरे भारत में पहला स्थान हासिल किया है। सीडीएस परीक्षा के टॉपर हिमांशु पांडे की कामयाबी ने पूरे उत्तराखंड को गौरवांवित महसूस कराया है। हिमांशु का चयन भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून के लिए हुआ है। हल्द्वानी के रहने वाले हिमांशु पांडे बचपन से भारतीय सेना का हिस्सा बनना चाहते थे। उन्होंने हल्द्वानी के एबीएम स्कूल से पढ़ाई की है।

हिमांशु पांडे बचपन से मेधावी छात्र रहे थे। उन्होंने इंटर में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने बीटेक करने के लिए स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट अल्मोड़ा में दाखिला लिया, हालांकि सेना में जाने की तैयारी उन्होंने बीटेक की पढ़ाई के दौरान जारी रखी थी। हिमांशु के पिता कमल पांडे कांट्रेक्टर के साथ सुपरविजन का काम करते हैं। मां दुर्गा पांडे गृहिणी हैं। हिमांशु की बड़ी बहन भावना एसबीआइ में प्रोविजनल आफिसर पद पर अहमदाबाद में कार्यरत हैं। छोटा भाई योगेश बीकाम की पढाई कर रहा है।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने यूपीएससी कंबाइंड डिफेंस सर्विस एग्जामिनेशन II के फाइनल रिजल्ट शुक्रवार को जारी किए गए। नतीजे जानने के लिए यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर वीजिट करें। यूपीएससी फाइनल रिजल्ट, लिखित परीक्षा और एसएसबी इंटरव्यू के आधार पर तैयार किया गया है। मेरिट लिस्ट तैयार करने में मेडिकल टेस्ट के रिजल्ट को ध्यान में नहीं रखा गया है।

यूपीएससी द्वारा जारी रिजल्ट नोटिस के अनुसार, भारतीय सेना अकादमी, देहरादून; भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला, केरल और वायु सेना अकादमी, हैदराबाद (पूर्व-उड़ान) ट्रेनिंग कोर्स यानी नंबर 212 एफ (पी) कोर्स के 153वें (डीई) कोर्स एडमिशन के लिए कुल 142 (81 + 47 + 14) उम्मीदवारों को रिकमंड किया गया है। क्वालीफाई हुए उम्मीदवारों के रोल नंबर और नाम की लिस्ट आधिकारिक वेबसाइट अपलोड कर दिए गए हैं. इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) में 81 उम्मीदवार, इंडियन नवल एकेडमी (INA) में 47 उम्मीदवार, एयर फॉर्स एकेडमी (IFA) में 14 उम्मीदवारों का चयन किया गया है।

 

प्रशासन हुआ सख्त : अब चौफुला चौराहे से तीनमूर्ति मंदिर तक नहर कवरिंग क्षेत्र से ध्वस्त होगा अतिक्रमण

हल्द्वानी, शहर के चौफुला चौराहे से तीनमूर्ति मंदिर तक नहर को कवर कर सड़क के निर्माण को लेकर डीएम के आदेश पर एसडीएम मनीष कुमार ने निरीक्षण किया। विभागीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण को पहुंचे एसडीएम ने लोगों से अतिक्रमण को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि यदि खुद अतिक्रमण नहीं हटा तो प्रशासन द्वारा बल पूर्वक हटाया जाएगा। 2 जून को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधायक बंशीधर भगत के साथ चौफुला चौराहे से लेकर तीनमूर्ति मंदिर तक नहर कवरिंग क्षेत्र का निरीक्षण किया था। उन्होंने अधिकारियों से संयुक्त निरीक्षण कर नहर कवरिंग के कार्य में आ रही बाधाओं को दूर करने के निर्देश दिए थे।
इसी क्रम में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देश पर एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता सिंचाई केएस बिष्ट व अधिशासी अभियंता ग्रामीण विद्युत डीपी पांगती, सहायक अभियंता नगर निगम नवल नौटियाल, तहसीलदार संजय कुमार व राजस्व निरीक्षक के साथ नहर कवरिंग क्षेत्र के सड़क चौड़ीकरण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मार्ग में हुए अतिक्रमण को चिह्नित किया गया। साथ ही मार्ग में सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को लोगों से तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए। कहा गया कि यदि मार्ग में हुए अतिक्रमण को लोगों ने स्वयं नहीं हटाया तो उसे प्रशासन स्वयं ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि नहर कवरिंग क्षेत्र में सड़क के चौड़ीकरण से हल्द्वानी शहर में मार्गों पर यातायात का दबाव कम होगा। यह मार्ग भविष्य में शहर के लिए बाईपास का कार्य करेगा। शहर में बढ़ते अतिक्रमण को लेकर अब जिला प्रशासन सख्त रूख अख्तियार किये हुये है |

 

कंस्ट्रक्शन कंपनी ने की 5.60 करोड़ रुपए की चोरी, एसजीएसटी ने मारा छापा

देहरादून, जनपद केमरेस्टकैंप स्थित एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर पर राज्य कर विभाग (एसजीएसटी) की विशेष अनुसंधान शाखा की दून इकाई ने
छापा मारा। शुक्रवार को मारे गये इस छापे में जांच के दौरान 5.60 करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई। राज्यकर की विशेष अनुसंधान शाखा सरकारी विभागों से ठेकेदारों को किए जा रहे भुगतान का सत्यापन कर रही है। इस दौरान पाया गया कि दून इंफ्रास्ट्रक्चर वास्तविक कर से कम जमा करा रही थी। पिछले पांच साल में फर्म को सरकारी विभागों से प्राप्त भुगतान, उन पर देय और वास्तविक रूप से जमा कर में विसंगतियां पाई गईं और सर्च वारंट के आधार पर फर्म के कार्यालय में छापा मारा गया। जांच दल में विशेष अनुसंधान शाखा के उपायुक्त यशपाल सिंह, सहायक आयुक्त जयदीप सिंह रावत और निरीक्षण संगीता बिजल्वाण शामिल थे। फर्म ने कर कम अदा करना स्वीकारते हुए करीब एक करोड़ 62 लाख रुपये का जीएसटी जमा कराई। शेष करीब चार करोड़ की राशि जमा कराने को लेकर कार्रवाई चल रही है। उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि जीएसटी लागू होते समय ठेकेदारों के टीडीएस काटने की व्यवस्था नहीं थी। यह व्यवस्था अक्तूबर 2018 में लागू हुई। इसका फायदा उठाकर कई ठेकेदारों ने 15 महीने की समयावधि में सरकारी विभागों से मिली राशि को उजागर नहीं करते हुए जीएसटी जमा नहीं कराई। ऐसे मामलों की जांच चल रही है। जल्द और भी मामले उजागर किए जाएंगे।
जीएसटी लागू होने के शुरुआती 15 माह में टीडीएस कटौती की व्यवस्था न होने का ठेकेदारों ने खूब फायदा उठाया। इस समयावधि में सरकारी कर संग्रह को करोड़ों की चपत लगने का अनुमान है। सूत्र बताते हैं कि अगर गहनता से जांच हो तो सैकड़ों ठेकेदार पकड़ में आ सकते हैं। जीएसटी अधिकारियों के मुताबिक, सरकार से अनुबंधित छोटे-बड़े ठेकेदारों के भुगतान पर टीडीएस कटता है।

टीडीएस के डाटा के आधार पर कर विभाग संबंधित फर्म पर जीएसटी का आकलन करता है। इसके अलावा विभाग के पास दूसरा जरिया नहीं है। जुलाई 2017 में जीएसटी लागू हुई, तब शुरुआत में ठेकेदारों के टीडीएस काटने की व्यवस्था नहीं थी। अक्तूबर 2018 यह व्यवस्था लागू हुई, इस बीच 15 महीने में जीएसटी चोरी का खेल चला। सूत्र बताते हैं कि इसमें छोटी से लेकर बड़ी फर्में शामिल हैं।

छोटी फर्मों में ही 10-20 लाख के मामले पकड़ में आ सकते हैं। बड़ी फर्मों में यह राशि करोड़ में पहुंच सकती है। हालांकि, राज्य कर की टीम जांच कर रही है। शुक्रवार को दून में हुई कार्रवाई भी इसी जांच का हिस्सा है। इतना ही नहीं, कई कारोबारी व्यक्तिगत उपयोग के लिए खरीदे सामान जैसे कार आदि पर भी टैक्स को आईटीसी के रूप में ले रहे हैं। ऐसे मामलों की भी जांच चल रही है। दूसरी ओर, उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि वास्तविक से कम कर जमा करने वाली फर्मों की जांच चल रही है

मित्रता को शब्दों से रेखांकित करती कहानी : “मेरा मित्र”

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(सुनील त्रिवेदी)

मित्र की मित्रता को शब्दों से रेखांकित और व्यक्त कर पाना असंभव है , मेरा मित्र रोज़ मेरे साथ घण्टों रहता है, जुबान नही है बेचारे की, फिर भी साथ निभाता है और अपने से ज्यादा मुझको चाहता है ।

सुबह सुबह मेरी मोटर साईकल पर बैठकर आफिस जाता है मेरी सीट के बगल में बैठकर मुझे ताकता रहता है। समय समय पर पानी की और दोपहर में लंच पर टिफिन की व्यवस्था करता  है ।

दो दिन पहले अपनी ड्यूटी समाप्त करके मैं घर के लिए आ रहा था और पिछली सीट पर हमेशा की तरह वह बैठा था। इसीबीच में एक अन्य मित्र का फ़ोन आ जाने की वजह से फ़ोन को हेलमेट में फंसा कर मोटर साईकल चलाते हुए बात कर रहा था और आनंद की अनुभूति ले रहा था । अचानक  साइड मिरर से देखा तो दंग रह गया !  मेरा  साथ निभाने वाला मित्र पीछे नही बैठा था , मैंने अपनी मोटर साईकल वापस घुमाई और रास्ते में मिलने वालों से पूछा , पर सारे प्रयास असफल किसी ने भी मेरे मित्र को नही देखा था, वह बेचारा बोल नही सकता था ।
अपने इस  असफल प्रयास के साथ थक हार करके घर आ गया और सोचने लगा मित्र के बिना जीवन कितना सूना हो जाएगा ।
अपने कुछ परिचितों से सलाह मशविरा की और  आगे क्या क्या कोशिशें की जा सकती हैं,अपने लापता मित्र को खोजने की जुगत सोचते सोचते पूरी रात बीत गई , पर कोई उपाय न सूझा बस एक विचार आया की लापता दोस्त की इस बात को सोशल मीडिया पर प्रचारित कर दिया जाए ।

सुबह फिर आफिस जाने की तैयारी करके और बिना दोस्त को लिए चल पड़ा । रास्ते में एक बार फिर लापता दोस्त का हुलिया लोगों को बताते हुए आगे बढ़ रहा था, सुबह सुबह की यह ऊर्जा  काम आई और इसबार का प्रयास सफल हुआ और एक दुकानदार ने बताया कि कल वह आपकी मोटर साईकल से गिर गया था, हम लोगों ने आपको आवाज लगाई पर आप किसी से फ़ोन पर इतना मशगूल थे कि  हमारी आवाज पर ध्यान ही नही दिया  ।
आपकी संपत्ति इस फल वाले के दुकान में है आप ले सकते हैं और मेरा प्रिय मित्र अर्थात “मेरा बैग”
मिल गया मैंने उसे मित्र की संज्ञा इसलिए दी कि उसमें पानी की बोतल मुझे पानी पिलाती है, लंच में बैग में  रखा लंच बॉक्स मेरी भूख मिटाता है, उसमें रखी चेक बुक  मुझे जरूरत पर पैसे देती है । अब मैं बहुत खुश हूं की मुझे मेरा मित्र का साथ फिर मिल गया है।   

तीर्थ यात्रियों को स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा पेयजल ठहरने जैसी तमाम सुविधाएं मिले, इसके लिये सभी विभाग आपस में समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं : अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी

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देहरादून, रविवार को देहरादून स्थित सचिवालय, मीडिया सेंटर में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी श्री अशोक कुमार, पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर, स्वास्थ्य सचिव श्रीमती राधिका झा, प्रो. हेम चंद्र पांडे (कुलपति, एच.एन.बी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय), महानिदेशक सूचना श्री रणबीर सिंह चौहान द्वारा चार धाम से संबंधित जानकारियों को अवगत करवाने हेतु संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा की अन्य सालों के मुकाबले इस साल भारी संख्या में यात्री एवं श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर आ रहे हैं। उन्होंने चार धाम यात्रा को राज्य के विकास हेतु अति महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यात्रियों को स्वास्थ्य सुरक्षा पेयजल ठहरने जैसी तमाम सुविधाएं मिले इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया उत्तराखण्ड सरकार के सभी विभाग यथा पर्यटन (नोडल विभाग), धर्मस्व, चिकित्सा, परिवहन, नागरिक उड्डयन एवं जिला प्रशासन आदि द्वारा यात्रा को सुचारू एवं सुरक्षित बनाने हेतु सभी प्रकार की व्यवस्थाएँ की गयी है।

“चारधाम यात्रा में 4 जून तक यात्रियों की संख्या 1611598 पहुँची, यात्रा के दौरान 3 सौ यात्रियों को रेस्क्यू किया गया”

डीजीपी श्री अशोक कुमार ने बताया की दिनांक 04.06.2022 तक चारधाम यात्रा में आये यात्रियों की संख्या लगभग 1611598 है। उन्होंने बताया दिनांक 04.06.2022 तक चारधाम यात्रा में आये वाहनों की संख्या-154983 रही। उन्होने बताया पुलिस द्वारा यात्रा के दौरान बिछडे 920 यात्रियों को उनके साथ आये श्रद्धालुओं से मिलाया गया, यात्रा के दौरान 300 यात्रियों को रेस्क्यू कर उनका जीवन बचाया गया, 80 यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया एवं 54 घायलों की मदद की गयी, 130 यात्रियों के गुम हुये सामान को वापस कराया गया। उन्होंने बताया चारधाम यात्रा में लगभग 4500 पुलिस बल, 06 कम्पनी, एसडीआरएफ 25 सब टीम, एलआईयू 70, होमगार्ड 700, पीआरडी 600, एनडीआरएफ 02 टीम नियुक्त किया गया है। यात्रा सीजन हेतु अतिरिक्त 47 पोस्ट/ चौकियां स्थापित की गयी हैं। यात्रा मार्गों पर 57 टूरिस्ट पुलिस केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान तक हैली ऑनलाइन बुकिंग फर्जीवाडा एवं फर्जी रजिस्ट्रेशन के सम्बंध में 16 अभियोग पंजीकृत कर 20 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। चारधाम यात्रा एवं विभिन्न धार्मिक / पर्यटक स्थलों पर मिशन मर्यादा अभियान के दौरान लगभग 20000 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी। उन्होंने बताया बढते यातायात के दृष्टिगत कई स्थानों पर वन-वे ट्रैफिक प्लान बनाया गया है। रूद्रप्रयाग जनपद में यात्रियों की सुविधा हेतु 04 सुपर जोन, 10 जोन एवं 26 सेक्टर में विभाजित कर श्री केदारनाथ में एक पुलिस उपाधीक्षक एवं एक अपर पुलिस अधीक्षक को गौरीकुण्ड में नियुक्त कर सुदृढ पुलिस प्रबंध किये गये हैं। साथ ही धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु पर्याप्त संख्या में बैरिकेडिंग, रस्से व्यवस्थाओं के साथ साथ पंक्तिबद्ध दर्शन कराये जा रहे हैं। राज्य के धामों में वीआईपी गेट की पूर्व प्रचलित व्यवस्था को समाप्त किया गया है।

स्वास्थ्य सचिव श्रीमती राधिका झा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चार धाम हेतु की गई तैयारियां के बारे में अवगत करवाया। कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा सुरक्षित यात्रा के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है जो 2019 की तुलना में कहीं अधिक है और अनेक नये प्रयास भी किए गए हैं। चिकित्सा कर्मियों की तैनाती में बढ़ोतरी करते हुए 178 चिकित्साधिकारी तैनात किये गए हैं, जो वर्ष 2019 की तुलना में 66 प्रतिशत अधिक है। फर्स्ट मेडिकल रिस्पांडर एवं मेडिकल रिलीफ पोस्ट की संख्या में भी वृद्धि की गई है। एंबुलेंस की संख्या में भी गत वर्षों की तुलना में 33 प्रतिशत वृद्धि करते हुए यात्रा मार्ग पर 119 एम्बुलेंस तैनात की गई है। यात्रियों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए पहली बार हेली एम्बूलेंस सेवाएं दी जा रही है, इसके अतिरिक्त सभी चिकित्सा इकाइयों पर ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति रखी गयी है। 2019 की तुलना में 108 एम्बूलेंस द्वारा दी गयी सेवाओं में 173 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया हृदय रोगियों के समुचित उपचार हेतु पहली बार विशेषज्ञ चिकित्सकों को Cardiology में प्रशिक्षण देकर यात्रा मार्ग पर स्थित प्रमुख चिकित्सालयों में तैनात किया गया है। यात्रा में तैनात चिकित्सकों को एम्स ऋषिकेश के माध्यम से हाई एल्टीट्यूड सिकनेस के उपचार हेतु प्रशिक्षण भी पहली बार दिया गया है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए हाल ही में एम०बी०बी०एस० उत्तीर्ण 75 बांडधारी चिकित्सकों की तैनाती अगले 03 माह के लिए यात्रा से संबंधित अस्पतालों / जनपदों में की गई है। उन्होंने कहा कि चारों धाम उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है जिसमें क्रमशः- केदारनाथ धाम की औसत ऊंचाई 3580 मी0, बद्रीनाथ 3415मी0, यमुनोत्री 3235मी0 तथा गंगोत्री 3415मी० समुद्रतल से ऊंचाई पर स्थित है। बिना किसी विराम के मैदानी क्षेत्रों से आये हुए यात्रियों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित धामों पर जाने में प्रतिकूल स्वास्थ्य स्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें सांस फूलना, ठण्ड लगना (Hypothermi) एवं हृदयाघात जैसी स्थितियां प्रमुख है। इसके अलावा यह भी देखा गया है कि यात्रियों को पर्वतीय मौसम एवं वातावरण के प्रति अभ्यस्त होने में भी समय लगता है। इन सभी कारणों के फलस्वरूप हर वर्ष ही दुर्भाग्यपूर्ण रूप से हृदय गति रुकने से मृत्यु होती आयी है जैसे वर्ष 2017 में भी 112 यात्रियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई थी।

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राज्य में पहली बार यात्रा मार्गों पर हेल्थ स्क्रीनिंग की व्यवस्थाएं की गई हैं जिसमें 9 प्रमुख स्थानों क्रमश – बद्रीनाथ के लिए गौचर एवं पाण्डुकेश्वर, केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग, जवारी बॉयपास एवं कुण्डपुल तथा यमुनोत्री के लिए दोबाटा, जानकी चट्टी एवं गंगोत्री के लिए हिना एवं गंगोत्री में हेल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है। हैल्थ स्क्रीनिंग में ऐसे यात्रियों को आगे की यात्रा से रोका जा रहा है, जिनकी स्वास्थ्य स्थिति यात्रा के अनुकूल नहीं है। अभी तक 87 यात्रियों को स्क्रीनिंग उपरान्त वापस लौटाया गया है। उन्होने बताया यद्यपि यात्रियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए सभी की हेल्थ स्क्रीनिंग किया जाना। सहज नहीं हो पा रहा है तथापि चिकित्सा विभाग द्वारा 50 वर्ष से अधिक आयु के सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। बहुत से उत्साही यात्री चिकित्सकीय परामर्श के उपरान्त भी अंडरटेकिंग देकर यात्रा जारी रख रहे हैं। उन्होंने बताया की वर्तमान तक दो लाख से ऊपर रोगियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई है, 71,646 यात्री ओपीडी में देखे गए हैं एवं 381 रोगियों को एंबुलेंस सेवा प्रदान की गई है तथा 5000 से अधिक यात्रियों को आपातकालीन सेवाएं भी प्रदान की गयी है। हेलीकॉप्टर एंबुलेंस का उपयोग 30 रोगियों को एम्स ऋषिकेश लाकर सफलतापूर्वक उपचार कराया गया है।

सरकार द्वारा कुलपति चिकित्सा विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ समिति द्वारा इन मृत्यु के कारणों का विश्लेषण किया गया है। विश्लेषण अनुसार कोविड महामारी के दूरगामी प्रभाव के कारण मैदानी क्षेत्रों से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में यात्रा करने का जोखिम अत्यधिक बढ़ गया है। उन्होंने बताया विशेषज्ञ समिति द्वारा यह मंतव्य देते हुए सुझाव दिये गये हैं कि बुजुर्ग एवं अन्य बीमारियों से ग्रसित यात्रियों का पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक है और सभी यात्रियों को मेडिकल एडवाइजरी का अनुपालन करते हुए ही यात्रा पर आना चाहिए क्योंकि अभी तक हुई मृत्यु में 60 प्रतिशत से अधिक लोग Co-morbidity से ग्रसित थे एवं 60 प्रतिशत लोग 50 वर्ष से अधिक की आयु के थे। उन्होंने कहा विभिन्न वैज्ञानिक शोध के अनुसार कोविड महामारी के प्रतिकूल प्रभाव अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने पर और अधिक देखे गये हैं। विशेषज्ञ समिति ने दिनांक 05.06.2022 को दिये गये सुझावों में कहा गया है कि बुजुर्ग, कोविड प्रभावित तथा अन्य रोगों से ग्रसित यात्री स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सकीय परामर्श उपरान्त ही यात्रा पर आएं. यात्रा के दौरान 48 घण्टे तक स्थान विशेष के अनुसार ढलने के उपरान्त तथा तत्समय की स्वास्थ्य स्थितियों को देखते हुए सतर्कता से यात्रा करें।

पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने बताया कि वर्ष 2019 में रिकॉर्ड 34 लाख यात्री उत्तराखंड की चार धाम यात्रा पर आए थे, परंतु वर्ष 2022 में मात्र 1 माह में यह संख्या 16 लाख तक पहुंच चुकी है जो कि चार धाम यात्रा की व्यापक लोकप्रियता और उत्तराखंड के प्रति देशभर में लोगों के बढ़ते आकर्षण का प्रतीक है। केदारनाथ धाम में भी वर्ष 2019 में रिकॉर्ड 10 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे जबकि वर्ष 2022 में मात्र 1 माह की अवधि के भीतर 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा केदारनाथ धाम के दर्शन किए गए हैं। उन्होंने कहा पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है ताकि किसी दिन विशेष पर धामों की धारण क्षमता के अनुरूप लोग वहां पहुंच सके और यात्रा प्रबंधन को बेहतर किया जा सके। पंजीकरण का उद्देश्य यात्रा मार्ग पर उपलब्ध सुविधाओं के अनुरूप संख्या में श्रद्धालुओं को धामों पर जाने के लिए पंजीकृत करना है जिससे कि उनकी यात्रा सुखद एवं सुरक्षित हो सके।(registrationandtouristcare.uk.gov.in) (यमुनोत्री 5000 गंगोत्री 8000 केदारनाथ 13000 बद्रीनाथ 16000 हेमकुंड साहिब 5000 )
पर्यटन सचिव ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार एक टोल फ्री कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा है। जिसमें एक समय पर 6 लोगों को एक साथ यात्रा के संबंध में विविध जानकारियां दी जाती हैं और किसी प्रकार की समस्या की स्थिति में उसे संबंधित विभाग को सौंप दिया जाता है। कॉल सेंटर में अब तक लगभग 12500 से अधिक कॉल रिसीव हो चुके हैं इस प्रकार प्रतिदिन लगभग 400 लोगों द्वारा कॉल सेंटर पर कॉल करके चार धाम यात्रा के संबंध में विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त की जा रही हैं। उन्होंने कहा ऋषिकेश तथा हरिद्वार में बिना रजिस्ट्रेशन के ही यात्रा के लिए आ चुके लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ तथा पर्यटन विभाग द्वारा फिजिकल रजिस्ट्रेशन केंद्रों के माध्यम से इन यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। प्रतिदिन औसतन पांच से छह हजार ऐसे श्रद्धालुओं को धामों के लिए पंजीकृत करते हुए यात्रा पर भेजा जा रहा है। ऋषिकेश में आईएसबीटी ऋषिकेश हरिद्वार में चमगादड़ टापू पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर संचालित किए जा रहे हैं। राज्य भर में कुल 18 फिजिकल पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर तथा मंदिरों में दर्शन हेतु कतार प्रबंधन के लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि पहली बार यात्रा मार्ग पर निरंतर निगरानी बनाए रखने के लिए सर्विलांस कैमरा स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त धामों पर यात्रियों की संख्या का सटीक आकलन करने के लिए हेडकाउंट कैमरा स्थापित किए गए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रियों को यात्रा पंजीकरण, हेल्थ एडवाइजरी तथा मौसम की अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि वह यात्रा के पूर्व इन जानकारियों के आधार पर अपनी योजना बना सकें। यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक वाहन का पंजीकरण अनिवार्य है निजी वाहनों का पंजीकरण रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर स्वयं का रजिस्ट्रेशन करते समय ही हो जाता है।सुलभ इंटरनेशनल संस्था के माध्यम से चारधाम यात्रा मार्ग पर 144 स्थाई शौचालय (1513 सीट) का संचालन एवं रखरखाव किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सभी जनपदों में आवश्यकतानुसार अस्थाई फ्लेक्सी शौचालय भी स्थापित किए गए हैं।

प्रो. हेम चंद्र पांडे (कुलपति, एच.एन.बी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय) ने बताया की विभिन्न वैज्ञानिक शोध के अनुसार कोविड महामारी के दूरगामी प्रभाव के कारण मैदानी क्षेत्रों से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में यात्रा करने का जोखिम अत्यधिक बढ़ गया है। उन्होंने कहा हमारे द्वारा सुझाव दिये गये हैं कि बुजुर्ग एवं अन्य बिमारियों से ग्रसित यात्रियों का पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक है और सभी यात्रियों को मेडिकल एडवाईजरी का अनुपालन करते हुए ही यात्रा पर आना चाहिए क्योंकि अभी तक हुई मृत्यु में 60 प्रतिशत से अधिक लोग को-मोर्बिडिटी से ग्रसित थे एवं 60 प्रतिशत लोग 50 वर्ष से अधिक की आयु के थे। उन्होंने कहा विभिन्न वैज्ञानिक शोध के अनुसार कोविड महामारी के प्रतिकूल प्रभाव अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने पर और अधिक देखे गये हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग, कोविड प्रभावित तथा अन्य रोगों से ग्रसित यात्री स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सकीय परामर्श उपरान्त ही यात्रा पर आएं. यात्रा के दौरान 24 से 48 घण्टे तक स्थान विशेष के अनुसार ढलने के उपरान्त तथा तत्समय की स्वास्थ्य स्थितियों को देखते हुए सर्तकता से यात्रा करें।

खास खबर : जिप सदस्य मर्तोलिया की अपील का असर, गिरगांव में रहेगा नशे पर पूर्ण प्रतिबंध

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मुनस्यारी, सीमांत तहसील में नशा मुक्त गांव की घोषणा करने वाले प्रथम गांव गिरगांव को आज एक समारोह में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने गोद ले लिया। इस गांव में आज से ही महिला स्वयं सहायता समूहों को रोज़गार से जोड़ने की पहल भी शुरू हो गई है। क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने छः माह नशामुक्ति पर कायम रहते हुए मिसाल कायम करने पर गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा की।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की अपील ने एक सप्ताह के भीतर अपना असर दिखा दिया। बीते 31मई को गिरगांव की ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि गांव में होने वाले किसी भी मुनस्यारी।
सीमांत तहसील में नशा मुक्त गांव की घोषणा करने वाले प्रथम गांव गिरगांव को आज एक समारोह में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने गोद ले लिया। इस गांव में आज से ही महिला स्वयं सहायता समूहों को रोज़गार से जोड़ने की पहल भी शुरू हो गई है। क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने छः माह नशामुक्ति पर कायम रहते हुए मिसाल कायम करने पर गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा की।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की अपील ने एक सप्ताह के भीतर अपना असर दिखा दिया। बीते 31मई को गिरगांव की ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि गांव में होने वाले किसी भी समारोह में नशे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नशा करने वाले को पांच सौ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। इस फैसले के बाद अचानक उत्तराखंड में सीमांत का एक गांव गिरगांव चर्चा में आ गया।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायतों के लिए की गयी घोषणा के मुताबिक आज गिरगांव पहुंच कर आम जनता के साथ बैठक की। पंचायत घर में हुई बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने की घोषणा के लिए ग्राम वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मौके पर लगे स्वास्थ्य शिविर में 174 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां वितरित किया गया।
ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया, युवक मंगल दल के अध्यक्ष देव सिंह दुबड़िया, ग्राम संगठन की अध्यक्ष रेखा को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस गांव में तुलसी, गुलाब, बुरांश, कीवी, तेजपत्ता, नींबू प्रजाति के बागवानी को विकसित करने के लिए योजना बनाई गई।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि गिरगांव के सभी परिवार आगे शादी विवाह आदि समारोह के निमंत्रण पत्र में यह जरुर लिखवाएं कि ” समारोह में आपका स्वागत है, लेकिन नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। पकड़ें जाने पर 500 रुपए दण्ड लगाया जायेगा”
उन्होंने कहा कि समाजिक एवं सांस्कृतिक आंदोलन से ही हम नशे को जड़ से मिटा सकते है। भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक बहादुर सिंह धर्मसक्तू ने कहा कि पहाड़ के भीतर समाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलाव का इतिहास यहां की महिलाओं के बगैर संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए महिलाओं को आगे आकर इस मुहिम का नेतृत्व करना है।
बैठक में तय किया गया कि नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने के साथ ही ग्राम गिरगांव को मिनी हिमाचल बनाने के हर स्तर पर प्रयास किया जायेगा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि उन्होंने घोषित किया था कि गोद लेने वाले गांव के लिए विधायक, सांसद तथा जिला अधिकारी से सहयोग लेकर नशामुक्त गांव में विकास की वर्षा करेंगे। मर्तोलिया ने बताया कि बात करने के बाद क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने इस गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा के साथ ही ग्राम वासियों को इस अनूठे अभियान को संचालित करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डां एचएस ह्यांकी के आदेश पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसमें गिरगांव के 174 लोगों का स्वास्थ्य उपचार कर निशुल्क दवाइयां बांटी गई। स्वास्थ्य शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी की डा. शैलजा तिवारी, डां राजन मिश्र, फार्मासिस्ट डां त्रिभुवन सिंह रावत, आशा फैसेलेटर पुष्पा राना, आशा कार्यकर्ती ममता देवी ने रोगियों का परीक्षण किया।
इस मौके पर सरपंच धरम सिंह बाछमी, तीर्थराज मेहता, गोविंद सिंह, भावना देवी, दीपा देवी, रामी देवी आदि मौजूद रही। नशा करने वाले को पांच सौ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। इस फैसले के बाद अचानक उत्तराखंड में सीमांत का एक गांव गिरगांव चर्चा में आ गया।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायतों के लिए की गयी घोषणा के मुताबिक आज गिरगांव पहुंच कर आम जनता के साथ बैठक की। पंचायत घर में हुई बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने की घोषणा के लिए ग्राम वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मौके पर लगे स्वास्थ्य शिविर में 174 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां वितरित किया गया।
ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया, युवक मंगल दल के अध्यक्ष देव सिंह दुबड़िया, ग्राम संगठन की अध्यक्ष रेखा को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस गांव में तुलसी, गुलाब, बुरांश, कीवी, तेजपत्ता, नींबू प्रजाति के बागवानी को विकसित करने के लिए योजना बनाई गई।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि गिरगांव के सभी परिवार आगे शादी विवाह आदि समारोह के निमंत्रण पत्र में यह जरुर लिखवाएं कि ” समारोह में आपका स्वागत है, लेकिन नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। पकड़ें जाने पर 500 रुपए दण्ड लगाया जायेगा”
उन्होंने कहा कि समाजिक एवं सांस्कृतिक आंदोलन से ही हम नशे को जड़ से मिटा सकते है। भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक बहादुर सिंह धर्मसक्तू ने कहा कि पहाड़ के भीतर समाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलाव का इतिहास यहां की महिलाओं के बगैर संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए महिलाओं को आगे आकर इस मुहिम का नेतृत्व करना है।
बैठक में तय किया गया कि नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने के साथ ही ग्राम गिरगांव को मिनी हिमाचल बनाने के हर स्तर पर प्रयास किया जायेगा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि उन्होंने घोषित किया था कि गोद लेने वाले गांव के लिए विधायक, सांसद तथा जिला अधिकारी से सहयोग लेकर नशामुक्त गांव में विकास की वर्षा करेंगे। मर्तोलिया ने बताया कि बात करने के बाद क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने इस गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा के साथ ही ग्राम वासियों को इस अनूठे अभियान को संचालित करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डां एचएस ह्यांकी के आदेश पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसमें गिरगांव के 174 लोगों का स्वास्थ्य उपचार कर निशुल्क दवाइयां बांटी गई। स्वास्थ्य शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी की डा. शैलजा तिवारी, डां राजन मिश्र, फार्मासिस्ट डां त्रिभुवन सिंह रावत, आशा फैसेलेटर पुष्पा राना, आशा कार्यकर्ती ममता देवी ने रोगियों का परीक्षण किया।
इस मौके पर सरपंच धरम सिंह बाछमी, तीर्थराज मेहता, गोविंद सिंह, भावना देवी, दीपा देवी, रामी देवी आदि मौजूद रही।

गढ़वाल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव खंडूड़ी की कार दुर्घटनाग्रस्त, एम्बुलेंस को बचाने के दौरान हुआ हादसा

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पौड़ी (श्रीनगर), हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी श्रीनगर से देहरादून जा रहे थे। तभी बीच रास्ते में तीन धारा के पास शिव मंदिर से थोड़ा आगे उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मिली जानकारी के अनुसार तीन धारा के पास एम्बुलेंस गलत दिशा में आ रही थी, उसी को बचाने के चक्कर में उनकी कार अनियंत्रित होकर बीच रास्ते में पलट गई। बाद में सिक्ख यात्रियों की सहायता से वाहन को सीधा किया गया और उन्हें गाड़ी से निकाला गया।
बताया जा रहा है कि यदि कार थोड़ी सी भी इधर-उधर होती तो वो सीधे 1000 मीटर नीचे गहरी खाई में समा सकती थी। बताया जा रहा है कि इस हादसे में कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी को हल्की चोटें आईं हैं। हादसे के वक्त कार में डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी की पत्नी भी मौजूद थी। इसके बाद अजय कुमार खंडूड़ी और उनकी पत्नी दूसरी गाड़ी से देहरादून के लिए रवाना हो गए।

 

विश्व पर्यावरण दिवस : त्रिवेणी घाट पर प्लास्टिक हटाओ गंगा बचाओ, स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन

ॠषिकेश, स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के तहत विश्व पर्यावरण दिवस के संदर्भ में अर्थ डे नेटवर्क एवं लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान ने रायल इनफील्ड के सहयोग से त्रिवेणी घाट के गंगा एवं चंद्रभागा नदी के संगम के तट पर प्लास्टिक हटाओ गंगा बचाओ स्वच्छता कार्यक्रम आयोजन किया गया है।
स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान की टीम और रोटरी क्लब ऋषिकेश की टीम रायल इनफील्ड के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव राणा टीम यूपीसीएल के इंटरशिप के 9 छात्र-छात्राओं समेत 90 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया ।
लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष एवं अर्थ डे नेटवर्क के सलाहकार पर्यावरणविद् श्याम लाल भाई ने चंद्रभागा नदी एवं गंगा नदी के संगम में कचरा अत्यधिक जमा होने का कारण स्पष्ट रूप से बताया कि चंद्रभागा नदी शहर के किनारे से निकल कर आती है और गंगा नदी में से ऊपर से वह कर प्लास्टिक कचरा आता है यहां पर सभी प्रकार का कचरा एकत्रित अधिक मात्रा में होता है इसके लिए हमारे कार्यकर्ताओं द्वारा स्थल का सर्वे पहले से किया गया है।

राॕयल इनफील्ड के अक्षय सिंह ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि गंगा को पवित्र रखने के लिए शहर के सभी बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा, रोटरी क्लब ऋषिकेश के अध्यक्ष मोहन सकलानी जी ने कहा कि गंगा को अगर हमें स्वच्छ रखना होगा तो गंगा से जुड़ी हुई नदियों को स्वच्छ रखने की अति आवश्यकता है। इस मौके पर
5 कुंटल कचरा एकत्रित किया है जिसमें प्लास्टिक कचरे की मात्रा 90% प्लास्टिक सिंगल यूज़ प्लास्टिक की मात्रा अत्यधिक है और 5% कपड़े तथा 5% फूल पूजा सामग्री है। श्यामलाल भाई ने बताया कि गंगा को स्वच्छ रखने में शहर के सच्ची संगठनों को आगे आने की आवश्यकता है जिससे कि के किनारे बसे हुए झुग्गी झोपड़ी छोटे कारोबारियों को जागृत करना होगा कि वह अपना दैनिक कचरा चंद्रभागा में ना फेंके चंद्रभागा चंद्रभागा को स्वच्छ रखना अति आवश्यक है जिससे कि गंगा में यह कचरा ना पहुंचे। स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के कचरा वाहन द्वारा नगर निगम के डंपिंग तक 5 कुंटल प्लास्टिक कचरा को विधिवत रूप से पहुंचाया गया है ।

बड़ी खबर: यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर खाई में गिरी बस, 16 यात्रियों की मौत

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उत्तरकाशी, हरिद्वार से चली बस का यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर डामटा के पास अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में 40 यात्री सवार थे। अभी तक 16 शव बरामद किए गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। बचाव कार्य जारी है।

मिली जानकारी के मुताबिक
बस(यूके-04 1541) हरिद्वार से चली थी। ड्राइवर और कंडक्टर की सीट को छोड़कर बस में 28 यात्री बैठ सकते थे। सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया की 16 शव निकाले जा चुके हैं। जिनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।

बड़ा दर्दनाक सड़क हादसा, 22 लोगों के मरने की सूचना

राज्य के जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा- बस में 27 से 28 लोग सवार थे, बस सवार उदय सिंह और उसकी पत्नी हकी राजा को रेस्क्यू किया गया है। हकी राजा को डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। जिसे गंभीर चोटें आई हैं। उदय सिंह को हल्की चोटें हैं। हालांकि, जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा है कि बस में 27 से 28 लोग ही सवार थे।
डामटा में बस के खाई में गिरते ही अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। जिसने भी इस दर्दनाक हादसे के बारे में सुना, दौड़ा चला आया। हादसे का शिकार हुई बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं, जमीन शवों से पट गई। मंजर देख लोगों की रूह कांप गई। क्षेत्र म घटी इस भयंकर दुर्घटना से हरकोई हदप्रद है, बचाव और राहत अभी जारी है |

कानपुर हिंसा को लेकर एक्शन में पुलिस, तीन FIR और 500 लोगों के खिलाफ मामला हुआ दर्ज

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लखनऊ, कानपुर हिंसा को लेकर एक्शन में पुलिस, तीन FIR और 500 लोगों के खिलाफ मामला हुआ दर्ज
कानपुर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए।हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे। शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शांति का माहौल है। अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना के संबंध में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा,‘‘ इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं।’’

सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग पुलिस टीमों ने रात भर में कम से कम 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं।

पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए। जिन लोगों ने कथित तौर पर व्यापारियों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया, वे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने चेतावनी दी है कि हिंसा में शामिल लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उनकी संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा।