Friday, May 16, 2025
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उदयपुर के दरिंदों का केस नहीं लड़ेंगे वकील, सीधे फांसी पर चढ़ाने की मांग

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उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. राज्य की गहलोत सरकार ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इस बीच बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. बीजेपी नेता गजेंद्र शेखावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में माफिया बेलगाम हो गया है.
आरोपियों का केस लड़ने से इनकार

उन्होंने कहा कि राजस्थान भ्रष्टाचार का प्रदेश बन गया है जिससे उपद्रवियों के हौंसले बुलंद हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे अपराधियों को लीपापोती करके बचाने का भी काम करती है. शेखावत ने कहा कि राजस्थान शांति के नाम से जाना जाता था अब इसे उपद्रवियों के हवाले कर दिया है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को राजस्थान की जनता कभी माफ नहीं करेगी.

उधर, उदयपुर की बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर मेहता ने कहा कि हम चाहते हैं आरोपियों को फांसी हो. साथ ही उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि जिले का कोई भी वकील उनका केस नहीं लड़ेगा. उनका अपराध सामान्य नहीं है, यह एक आतंकवादी घटना है. राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दर्जी कन्हैया लाल की दो मुस्लिम युवकों ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी और उन्होंने इस नृशंस हत्या का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर डाला था.

पीड़ित परिवार से मिले CM गहलोत

इस घटना के बाद राज्य में उबाल है और धारा 144 लगाई गई है. इस बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की. गहलोत ने कहा कि हमारी पुलिस ने अच्छा काम किया है. आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और अंतरराष्ट्रीय लिंक का पता लगाया, जिसके बाद NIA ने मामले की जांच शुरू की. हम अपील करेंगे कि इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि NIA समय रहते जांच करे और एक महीने के भीतर दोषियों को सजा मिले और इसके लिए राज्य पुलिस हर मुमकिन मदद करने को तैयार है.

उदयपुर के धानमंड़ी इलाके में दो लोगों ने इस्लाम के अपमान का बदला लेने का दावा करते हुए कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी का सिर कलम कर दिया था और घटना का वीडियो ऑनलाइन जारी किया था. दर्जी ने हत्या से कुछ दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डाली थी, जिसके बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं. अब हत्या के दोनों आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज पुलिस की हिरासत में हैं.

फिल्मी अंदाज में शादी की रात ही जेवरात लेकर गायब हुई दुल्हन

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देहरादून। देहरादून में एक परिवार से शादी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पिंकी नाम की लड़की ने बीते 28 जून शाम को आकाश नाम के लड़के से शादी की, इस दिन सभी मेहमानों ने शादी की दावत खाई। इसके अगले ही दिन यानि 29 जून की सुबह दुल्हन पिंकी घर के सभी गहने और जेवर लेकर रफूचक्कर हो गई। सुबह धोखाधड़ी का पता चलने के बाद परिवार वाले के होश उड़ गये। फरार दुल्हन को खोजने निकले पंडित जी: शादी के नाम पर हुई इस धोखाधड़ी की जांच करने वाले थाना प्रेम नगर के जांच अधिकारी संदीप के मुताबिक, सुद्दोवाला-झाझरा शिव मंदिर के पुजारी और विवाह कराने वाले पंडित ने लड़की ढूंढ कर शादी करवाई थी। अब पंडित को ही नहीं पता कि लड़की कारनामा कर कहां रफूचक्कर हो गई। पुलिस ने पंडित को हिदायत दी है कि वह दुल्हन को ढूंढ कर लाए। पंडित के मुताबिक, लड़की हरियाणा के पानीपत की रहने वाली थी। अब पुलिस और पंडित दुल्हन पिंकी को ढूंढने के लिए उसके गृह क्षेत्र रवाना हुई है।

पुलिस के मुताबिक, लड़की की बरामदगी के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी की क्या यह लड़की इसी तरह का शादी के नाम पर ठगी करती है या फिर आकाश से शादी की रात ही कुछ ऐसा हुआ जिससे लड़की सुबह होते ही निकल गई। थाना प्रेमनगर सब-इंस्पेक्टर संदीप के मुताबिक, प्रारंभिक जानकारी में यह बात सामने आई है कि पिंकी से शादी करने वाला आकाश मानसिक रूप से भी अस्वस्थ है। यही कारण रहा कि काफी समय तक उसकी शादी नहीं हो पाई। इसी के चलते दूल्हे आकाश के माता-पिता ने शादी कराने वाले पंडित पर लगातार कहीं से भी लड़की ढूंढ कर विवाह कराने पर जोर दिया। ऐसे में इस बात का भी आशंका जताई जा रही है कि पिंकी को सुहागरात के दिन आकाश की मानसिक स्थिति का पता चला होगा, जिसके बाद वह फरार हो गई। हालांकि इस बात की पुष्टि तभी हो सकती है जब दुल्हन पुलिस के हत्थे चढ़ेगी।
प्रेमनगर थाना पुलिस के मुताबिक, यह मामला

झाझरा क्षेत्र का है। आकाश नाम का 28 वर्षीय युवक छोटे-मोटे काम करने के साथ ही इलाके के मंदिर में काम करता है। मंदिर के पुजारी और शादी विवाह का कार्य करने वाले पंडित जी को लड़के के माता पिता ने अपने बेटे की शादी कराने की बात कही। पंडित ने 28 जून 2022 हरियाणा के पानीपत पिंकी को उसके पिता, बहन और तीन चार रिश्तेदारों के साथ देहरादून झाझरा ने बुलाया। जहां आकाश का विवाह रस्मों रिवाजों के साथ शिव मंदिर में किया गया। 28 तारीख की ही शाम को सभी मेहमानों ने शादी की दावत दी गई। वहीं, दुल्हन पिंकी के पिता और बहन सहित अन्य रिश्तेदार भी पार्टी में शामिल होकर हरियाणा चले गए.इधर, शादी की रात दूल्हे आकाश के माता पिता घर के बाहर सो रहे थे। लड़का और दुल्हन कमरे में सोने तो चले गए, लेकिन सुबह तड़के ही दुल्हन सबको चकमा देकर गले का सेट, गहने और माल समेत कर तड़के ऐसी नौ दो ग्यारह हो गई। जब दूल्हे सहित घरवालों की आंखें जब खुली तो सबके होश उड़ गए। फिलहाल, इस मामले में पीड़ित परिवार जनों ने उस पंडित पर लड़की को ढूंढकर लाने का दबाव बनाया है।

पहाड़ी से पत्थर गिरने से यात्री की मौत

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रुद्रप्रयाग। केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि तीन अन्य यात्री घायल है। घटना की खबर मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस ने तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दो दिनों के भीतर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पत्थर गिरने की यह दूसरी घटना है। गुरुवार को जिले भर में सुबह से ही भारी बारिश का कहर जारी है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सेक्टर अधिकारी सोनप्रयाग द्वारा जिला आपातकालीन प्रचालन केंद्र को सूचना दी गई है। जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल चल रहे यात्रियों पर अचानक पहाड़ी से पत्थर गिर गए जिससे एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य तीन व्यक्ति घायल हो गए। घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया गया। एसडीआरएफ टीम द्वारा घायलों को स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग लाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है। दुर्घटना में राजस्थान बांसवाड़ा निवासी जयंती लाल खेतरा उम्र-50 वर्ष की मृत्यु हो गई। जबकि मयूरी पत्नी धर्मेंद्र उम्र-30 वर्ष, अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह पुत्र मीर सिंह उम्र-59 वर्ष निवासी सुरहती, हरियाणा तथा विकास पुत्र वीरचंद्र उम्र-20 वर्ष नेपाल घायल हो गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि घायलों का स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग में उपचार चल रहा है।

 

शहीद मेजर भूपेन्द्र कण्डारी के नाम से बनेगा स्मृति द्वार : सैनिक कल्याण मंत्री

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देहरादून, उत्तराखण्ड के लाल, देहरादून निवासी अमर शहीद मेजर भूपेन्द्र कण्डारी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी पहुंचे। शहीद मेजर कण्डारी राजपूताना राईफल्स में थे और वर्ष 2003 में राजौरी में आंतवादियों से एक मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद को भारत सरकार द्वारा मरणोपरंत सेना मेडल से सम्मानित किया गया।
शहीद को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य वीरों की, देशभक्तों की भूमि है। प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर आज तक राज्य के हजारों रणबांकुरे भातर माता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। हमारी सरकार की संस्कृति में है कि शहीदों को उनका वाजिब सम्मान दिलवाया जाए। शहीद हमारे समाज के अमूल्य रत्न हैं। राज्य के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि राज्य के समस्त 1734 शहदों को समाजिक सम्मान दिलाने और उनका आर्शिवाद प्राप्त करने के लिए इन शहीदों आंगन से पवित्र माटी एकत्रित कर सैन्यधाम में लाई गई।
दिल्ली में प्रधानमंत्री नदेन्द्र मोदी की प्रेदणा से भव्य राष्ट्रीय स्मारक बनाया गया है। उसी तर्ज पर राज्य के पांचवे धाम अर्थात सैन्यधाम का निर्माण देहरादून में करवाया जा रहा है। देश के प्रथम सीडीएस स्व0 विपिन रावत जी के नाम पर सैन्यधाम का मुख्य प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। मैं स्थानीय लोगों से भी आह्वान करुंगा की शहीदों की याद को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाए। अगले साल शहीद कण्डारी की पुण्यतिथि को ज्यादा बेहतर तरीके से अयोजित किया जाना चाहिए।
शहीद कण्डारी के पिता ने सैनिक कल्याण मंत्री से आग्रह किया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इस पर मंत्री ने कहा कि भर्ती पूर्व प्रशिक्षण की व्यवस्था पूर्व से ही की जा रही है।
इस दौरान शहीद के पिता गजेंद्र सिंह कंडारी, पूनम नौटियाल, सुरेन्द्र राणा अनुज रोहिला, अशोक गुप्ता, टीटू तथा व्यापार हाथीबड़कला के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

 

 

महिलाओं के एसएचजी को आर्थिक रुप से सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता : ग्राम्य विकास मंत्री

महिला एसएचजी को बांटे रिवाल्विंग फण्ड के चैक, राज्य स्तरीय आउटलेट और मार्केटिंग ऐप का किया उद्घाटन

देहरादून, राज्य ग्राम्य विकास विभाग की पहल पर महिला एसएचजी के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए आज राजधानी के रायपुर ब्लॉक परिसर में ‘‘राज्य स्तरीय उत्तरा विपणन केन्द्र’’ का लोकार्पण सूबे के ग्राम्य विकास मंत्री द्वारा किया गया। ग्राम्य विकास मंत्री तथा स्थानीय विधायक उमेश शर्मा ‘‘काऊ’’ द्वारा विकास और पर्यावरण का संतुलन बनाने का संदेश देते हुए रायपुर ब्लॉक परिसर में नीम का पौधा भी लगाया। इसके उपरांत ब्लॉक सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विभागीय मंत्री द्वारा विकासखण्ड रयपुर, सहसपुर तथा डोईवाला के तकरीबन 30 महिला स्वयं सहायता समूहों को आर एफ (रिवाल्विंग फण्ड),सी आई एफ (कम्यूनिटी इन्वेस्टमेंट फण्ड) व सी सी एल (कैश क्रेडिट लिमिट के चैक भेंट किए। इसके अलावा महिला समूहों के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए ‘‘युकेएसआरएलएम एमआईएस एप’’ तथा त्रैमासिक पत्रिका ‘‘आजीविका दर्पण’’ को भी लोकार्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर विधानसभा के माननीय विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथि के रुप में रायपुर विकास खण्ड़ की ब्लॉक प्रमुख श्रीमती ममता देवी उपस्थित रहीं।
उपस्थित एसएचजी सदस्यों को संबोधित करते हुए ग्राम्य विकास मंत्री ने कहा कि, मेरा यह मानना है कि यह राज्य मातृशक्ति के अथक प्रयासों की देन है। इसलिए राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें एक गरिमापूर्ण जीवन जीने में सहायता करना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) उत्पादों के विपणन के लिए एनआरएलएम कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को पर्याप्त कौशल और अवसर उपलब्ध कराने और टिकाऊ सूक्ष्म उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एसएचजी और उनके संगठनों में एकजुट करने का काम किया जा रहा है।
आजीविका मिशन के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप पाण्डेय ने मिशन की उपल्बधियों के बार में जानकारी देते हुए बताया कि 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में चरणबद्ध तरीके से संचालित की जा रही है। राज्य में 39,116 स्वयं सहायता समूह में 3 लाख पांच हजार महिलाओं को संगठित कर 4310 ग्राम संगठन तथा 259 कलस्टर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। वर्तमान समय तक 4310 ग्राम संगठन तथा 259 कलस्टर स्तरीय संगठन का गठन किया गया है। 34471 समूहों को रिवोल्विंग फण्ड 19429 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि 31148 समूहों को सीसीएल तैयार कर बैंक लिंकेज किया गया है।

महिला समूहों के उत्पादों को बाजार दिलाने के लिए ग्राम्य विकास विभाग की अन्य गतिविधियां :

2 राज्य स्तरीय आउटलेट स्थापित किए जा चुके हैं। 13 जिला स्तरीय आउटलेट (सरस सेन्टर) तथा 09 कलस्टर/विकासखण्ड स्तरीय आउटलेट एवं 33 नैनो पैकेजिंग यूनिट, 24 ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना की गई है। जॉलीग्रांटएयर पोर्ट पर भी एक आउटलेट बनाया गया है। इसके अलावा चारधाम यात्रा रूटों पर 17 अस्थायी आउटलेट बनाए गए हैं।

अधिकारियों की पीठ भी थपथपाई और पाठ भी पढ़ाया :

ग्राम्य विकास मंत्री ने यह भी कहा कि एनआरएलएम की सफलताओं के लिए यहां उपस्थित विभागीय अधिकारीगण बधाई के पात्र हैं। परंतु मुझे लगता है कि आपको बॉक्स से बाहर आकर भी सोचना चाहिए। ताकि राज्य के उत्पादों को राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी बजार मिले। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों को उचित बाजार दिलवाए जाने के लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट, मंतरा, पे-टीएम मॉल जैसी ई-कॉमर्स वेबसाईटों और गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस (जेम) से टाईअप किया जाए।
इस दौरान रायपुर विधायक उमेश शर्मा ‘‘काऊ’’, ब्लॉक प्रमुख ममता देवी, अपर आयुक्त ग्राम्य विकास आनंद वर्धन, अपरायुक्त ग्राम्य विकास एके राजपूत, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, पूनम नौटियाल, वीर सिंह चौहान, मंजीत रावत, वीर सिंह चौहान, इतवार सिंह रमोला विभागीय अधिकारीगण एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं भी उपस्थित रहीं।

 

उद्यान की ही तरह रेशम उत्पादन के लिए राज्य में असीम संभावनाएं : कृषि मंत्री गणेश जोशी

“सिल्क समग्र – 2 योजना की कार्यशाला में पहुचे उद्घाटन”

देहरादून, कृषि मंत्री गणेश जोशी द्वारा आज पटेलनगर स्थित एक होटल में ‘‘सिल्क समग्र -2’’ विषय पर आयोजित कार्याशाला में रेशम बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा केन्द्रीय रेशम बोर्ड के प्रतिनिधियों को संबोधित किया। कृषि मंत्री द्वारा सिल्क उत्पादों के प्रदर्शनी स्टॉल का भी अवलोकन किया।
अपने संबोधन में कृषि मंत्री ने कहा कि यह अति प्रसन्नता का विषय है कि आज हमारे प्रदेश में केन्द्रीय रेशम बोर्ड (भारत सरकार) की सहायता से आगामी पांच वर्षों के लिए संचालित की जाने वाली रोजगारोन्मुखी ‘‘सिल्क समग्र-2‘‘ योजना को सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के कृषकों को रेशम क्लस्टरों के माध्यम से जोड़ते हुए लाभान्वित किया जाएगा। राज्य की पर्यावरणीय अनुकूलता तथा छोटी कृषि जोतों, पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगशून्यता के लिहाज से देखें तो रेशम उद्योग एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। सहायक कृषि पर आधारित यह योजना ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ करने व रोजगार के अवसर जुटाने के साथ ही पलायन रोकने में मददगार होगी।
रेशम उत्पादन का कार्य किसानों द्वारा अन्य गतिविधियों जैसे – कृषि, पशुपालन इत्यादि के साथ सुगमतापूर्वक किया जा सकता है। सिल्क समग्र -2 योजना के अन्तर्गत रेशम उद्योग के विभिन्न कार्यकलापों से जुड़ने वाले लाभार्थियों को नर्सरी, पौध रोपण, प्रशिक्षण से लेकर कोया बाजार व्यवस्था तक का प्राविधान किया गया है।

अधिकारियों को कहा कि आकड़ों के खेल से बचें :

केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अधिकारी बता रहे हैं कि राज्य को इस बार पिछली बार की तुलना में 3 गुना बजट दिया जा सकता है। बजट तो केन्द्र से आ जाएगा। पर उसका सही प्रयोग करना और उससे किसानों की आय में भौतिक तौर पर बृद्धि सुनिश्चित करवाना आपका काम है। इसे आंकड़ों के खेल में उलझाने के बजाए वास्तविकता में लाएं। राज्य में रेशम उद्योग के सर्वांगीण विकास एवं प्रसार की पूरी जिम्मेदारी आप सभी के कधों पर है। आप सभी अधिकारी/कर्मचारीगण अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करेंगे तो निश्चित तौर पर किसानों की आय भी बढ़ेगी और प्रदेश का भी भला होगा।
विभाग के मुखिया के तौर पर मैं अपनी ओर से आपको विश्वास दिलाता हूॅ कि विभाग एवं किसानों के हित के लिए जब भी मेरी आवश्यकता होगी मैं हर समय तत्पर हूॅ।

निदेशक रेशम बोर्ड आनंद कुमार यादव ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य रेशम उत्पादन में अब हिमाचल की बराबरी पर आ गया है। राज्य में सिल्क उत्पादन की शानदार संभावनाएं हैं। ऐसी उम्मीद है कि इस बार राज्य को 15-20 करोड़ तक बजट मिल जाए। हम चाहते हैं कि सिल्क समग्र – 2 के बाद उत्तराखण्ड रेशम उत्पादन में शीर्ष राज्यों में आए। अधिकांशतः हम देखते हैं कि किसान फसलों का उत्पादन तो कर लेता है लेकिन समुचित बाजार व्यवस्था न होने के कारण उसे अपनी मेहनत के अनुसार उचित दाम नहीं मिल पाता है। इस योजना का सबसे अच्छा पक्ष यह है कि इसमें बाजार व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भी सहायता का प्रावधान किया गया है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय रेशम बोर्ड के उप सचिव तकनीकी, आरके सिन्हा, उपनिदेशक गढ़वाल प्रदीप कुमार, सहायक निदेशक नरेश कुमार तथा सहायक निदेशक हेम चन्द्र आर्या एवं अन्य विभागीय कार्मिक भी उपस्थित रहे।

सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह आयोजित

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हरिद्वार (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन द्वारा गणित एवं सांख्यिकी विभाग में कार्यरत रामजीत का विदाई समारोह प्रबन्ध अध्ययन संकाय के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने मुख्य अतिथि बतौर कहा कि रामजीत ने विश्वविद्यालय में 42 साल तक सेवाएं दी है। विश्वविद्यालय का इतिहास इस बात का गवाह है कि उनकी सेवाओं का लाभ प्रशासनिक अधिकारियों ने बेखुबी से उठाया है। आज रामजीत विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हो रहे है, मगर उनकी यादें विश्वविद्यालय के अधिकारियों को आती रहेंगी।

वित्ताधिकारी प्रो0 वी0के0 सिंह ने रामजीत को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रामजीत का व्यवहार काफी मधुर रहा है इसलिए सबको वह हंसाते रहे। उनकी हसमुखता से अधिकारियों का गुस्सा भी गायब हो जाता था। उन्होंने कहा कि रामजीत ने पूर्ण निष्ठा के साथ विश्वविद्यालय की सेवा की है।

शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि रामजीत विश्वविद्यालय के सबसे पुराने कर्मचारी है 1982 में जब यूनियन का गठन हुआ तब ये यूनियन के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि इनका व्यवहार सभी के प्रति आदर का रहा है तथा अपनी सेवा के प्रति समर्पित रहे हैं। यूनियन के महामंत्री श्याम कुमार कश्यप ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के विदाई समारोह को लेकर एक मद निश्चित करना चाहिए, जिससे कि कर्मचारी यूनियन कर्तव्यनिष्ठा के साथ विदाई समारोह का आयोजन कर सके। उन्होंने कहा कि समय-समय पर विश्वविद्यालय प्रशासन का सहयोग अप्रत्यक्ष रूप से मिलता रहा है।

रामजीत ने विदाई समारोह में पधारे विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी व अधिकारियों ने अपने भाव प्रकट करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में लम्बी सेवा करने का जो लगाव अन्तर्मन पर कई प्रकार की लकीरें खिंच देता है। संस्थान के प्रति समर्पण और कार्य करने की क्षमता के साथ विदा होना मन को भाव विभोर कर देता है। उन्होंने कहा कि मैने पूरे जीवन काल में संस्थान की सेवा निस्वार्थ भाव से की है।

कार्यक्रम का संचालन प्रकाश चन्द्र तिवाड़ी ने किया। इस अवसर पर बिजेन्द्र सिंह, दीपक वर्मा, डा0 पंकज कौशिक, सत्यदेव, रामसुमत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नरेन्द्र मलिक, हेमन्त सिंह नेगी, मोहन सिंह, अरूण पाल, विरेन्द्र सिंह पटवाल, कुलभूषण शर्मा, रमेश चन्द्र, रोशन लाल, नीरज, नारायण नेगी, अमित धीमान, हेमन्त पाल, विरेन्द्र बिष्ट, सुशील रौतेला, राज राठौर, गिरीश चन्द्र जोशी, वेदप्रकाश थापा, राजकुमार, सुधाकर, सुशील, मनोज, मनोज पंवार, महेश, बलवन्त सहित परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

खास खबर : एकनाथ शिंदे लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, हिंदुत्व के मुद्दे पर साथ आई भाजपा

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मुंबई, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना और 16 निर्दलियों ने राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इसके लिए राज्यपाल को विधायकों के समर्थन वाला पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पॉवर के पीछे नहीं है, हम मुख्यमंत्री बनने के लिए इनके साथ नहीं जा रहे हैं, हम हिंदुत्व के मुद्दे की वजह से उनके साथ जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने निर्णय किया है कि एकनाथ शिंदे को हम समर्थन देंगे।

देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि एकनाथ शिंदे शाम 7 बजकर 30 मिनट पर शपथ लेंगे और आने वाले दिनों में हम मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और मैं मंत्रिमंडल के बाहर रहूंगा।

2019 में भाजपा और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ी। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमें पूर्ण बहुमत मिला। भाजपा को 106 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके साथ ही कई अन्य लोग हमारे साथ आए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने चुनाव के दरमियान मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम का ऐलान भी किया था। सभी को यह मंजूर था। किंतु चुनाव के बाद शिवसेना के नेताओं ने यह निर्णय किया कि हिंदू उदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे जी ने जिन विचारों का जीवनभर विरोध किया, जीवनभर जिनसे लड़ाई की और जिनके लिए वो कहते थे कि अगर इनके साथ जाना पड़ा तो मेरी दुकान बंद कर दूंगा, ऐसे लोगों के साथ गठबंधन किया और उसके बाद ढ़ाई साल तक हमने एक सरकार देखी। जिसमें न कोई तत्व थे, न कोई विचार थे, न कोई गति थी, न कोई प्रगति थी।

उन्होंने कहा कि जो सरकार चालू इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट बंद कर रही थी, जो सरकार लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से लिप्त थी, जिस सरकार के दो मंत्री धनशोधन मामले में जेल में गए, दाऊद के साथ रिश्ते के आरोप मंत्री पर लगे, जेल में जाने के बावजूद मंत्री को मंत्रिमंडल से हटाया नहीं गया तो एक प्रकार से पथभ्रष्ट, ऐसी सरकार जिसका भाजपा ने लगातार विरोध किया, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार चली। जिसको लेकर शिवसेना के विधायकों में भारी आक्रोश था।
फडणवीस ने बताया कि शिवसेवा विधायकों को लगता था कि वापस वोट मांगने जाना है और आज तक जो बातें कहीं उसके विरोध में काम हो रहा है। जिनके खिलाफ जिंदगीभर लड़े उनके साथ बैठे हैं, ऐसे में वोट कैसे मांगेंगे। साथ ही उनके विधानसभा में जो हारे उन्हें पैसा मिलता था। जिसको लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों ने एक ही मांग की कि कांग्रेस-एनसीपी के साथ हम नहीं रह सकते, ऐसे में यह गठबंधन तोड़ा जाए। ऐसे में उनकी मांग पूरी नहीं हुई।

शिवसेना विधायकों ने नहीं की बगावत

उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया, विचारों को छोड़ दिया और अपने विधायकों से ज्यादा कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों की बात दिल को लगाकर रखी और उन्हें ही महत्व दिया। जिसको लेकर विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद की। इसे मैं बगावत नहीं कहूंगा। उन्होंने अपनी आवाज बुलंद करके इन विधायकों ने यह कहा कि आप बाहर निकलिए नहीं तो हम इनके साथ नहीं रहेंगे। ऐसे समय जब सरकार के पास बहुमत नहीं रहा और मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) ने इस्तीफा दिया तो हम लगातार पिछले ढ़ाई साल से कहते आए हैं कि यह अंतर्विरोध से बनी सरकार है और यह ज्यादा दिन नहीं चलेगी और हम फिर अल्टरनेट सरकार देंगे और महाराष्ट्र में चुनाव नहीं लादेंगे।

एकनाथ शिंदे की होगी ताजपोशी

फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने शिवसेता नेता के रूप में राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। ऐसे में भाजपा ने उन्हें पूरा समर्थन दिया, हमारे 106 और उनके साथ-साथ निर्दलीय और छोटी पार्टियों के समर्थन का पत्र हमने राज्यपाल को सौंपा है और राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे को 7 बजकर 30 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए बुलाया है। आज एक ही शपथ ग्रहण होगा।

कक्षा XI-XII के छात्र इस ऑडियो बुक का उपयोग अपनी तैयारी में एक अतिरिक्त बढ़त देने के लिए कर सकते हैं

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देहरादून,  सर्वश्रेष्ठ देने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और नवोन्मेष का लाभ उठाने की अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखते हुए, परीक्षण तैयारी सेवाओं में भारत के अग्रणी, आकाश + बायजूस ने नीट उम्मीदवारों के लिए भारत की पहली व्यापक ऑडियोबुक आकाश ऑडीप्रेप पेश की है।

आकाश ऑडीप्रेप एक अभिनव वेब और ऐप-आधारित ऑडियोबुक है जिसमें विशेषज्ञों द्वारा डिज़ाइन की गई वैज्ञानिक रूप से डिज़ाइन की गई अध्ययन सामग्री के पॉडकास्ट शामिल हैं। ऑडियोबुक भौतिकी, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और जूलॉजी पाठ्यक्रम में विस्तृत अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो कक्षा XI और XII के छात्रों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा को क्रैक करने के लिए अविश्वसनीय रूप से उपयोगी होगा।

 

डिजिटल परिवर्तन पर सवार होकर, ऑडीप्रेप का उद्देश्य बहु-संवेदी शिक्षण दृष्टिकोण के माध्यम से कुशल और प्रभावी शिक्षण प्रदान करना है। ऑडियोबुक पाठों के पुनरीक्षण की प्रक्रिया को किसी भी समय और जहां अधिक सुविधाजनक बनाता है। ऑडियोबुक में स्पेस रिपीटिशन नामक एक विशेष विशेषता भी शामिल है जो छात्रों को शुष्क विषयों को आसानी से समझने और बनाए रखने में सहायता करती है। यह बेहतर समय उपयोग के लिए एक प्रभावी और कुशल उपकरण है।

 

ऑडियोबुक कुछ रोमांचक विशेषताएं प्रदान करता है जैसे कि उचित मॉड्यूलेशन के साथ उच्च गुणवत्ता वाली ऑडियो सामग्री और आकाश विशेषज्ञों द्वारा स्पष्ट उच्चारण और NEET GRITTY नामक विषय-वार पिछले वर्ष की प्रश्नावली का संकलन। यह छात्रों की अवधारण शक्ति में सुधार करने के लिए शक्तिशाली निमोनिक्स, आरेखों, तालिकाओं और प्रवाह चार्टों की विस्तृत व्याख्या भी प्रदान करता है।

 

आकाश ऑडीप्रेप की विशेषताएं:

1) 1) उच्च योग्य विशेषज्ञ संकाय की देखरेख में तैयार ध्वनि और स्पष्ट उच्चारण के उचित मॉड्यूलेशन के साथ उच्च गुणवत्ता वाली ऑडियो सामग्री

2) 2) NEETY – GRITTY – विशेष विषयों से संबंधित विषयवार पिछले वर्ष के प्रश्न

3) 3) एक आसान तरीके से अवधारणाओं को याद रखने में मदद करने के लिए शक्तिशाली निमोनिक्स

4) 4) पूरी तरह से समझने के लिए डायग्राम, टेबल और फ्लोचार्ट की विस्तृत व्याख्या

5) 5) एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से परे महत्वपूर्ण एनईईटी अवधारणाओं को कवर करने वाला सामग्री निर्माता

6) 6) स्व-मूल्यांकन के लिए इंटरएक्टिव त्वरित प्रश्नोत्तरी

7) 7) प्रत्येक अध्याय के अंत में त्वरित पुनर्कथन

8) 8) सूत्र चार्ट – याद रखने में सुधार के लिए अध्याय के विभिन्न महत्वपूर्ण सूत्रों का समूह

 

ऑडियोबुक में एक कंटेंट बिल्डर फीचर भी शामिल है जो एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से परे भी प्रासंगिक एनईईटी अवधारणाओं को शामिल करता है और एक मजेदार तरीके से अभ्यास और तैयारी में स्व-मूल्यांकन सहायता के लिए इंटरैक्टिव त्वरित क्विज़ है। ऑडीप्रेप प्रत्येक अध्याय के अंत में त्वरित पुनरीक्षण और महत्वपूर्ण फ़ार्मुलों के समूह के लिए एक त्वरित पुनर्कथन भी प्रदान करता है जो जटिल अवधारणाओं को आकर्षक और समझने में आसान बनाता है।

 

ऑडीप्रेप के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, आकाश+बीवाईजेयू के प्रबंध निदेशक, श्री आकाश चौधरी ने कहा, “हम एक दूरंदेशी संगठन हैं और अपने छात्र के पहले दृष्टिकोण का सम्मान करने के लिए, हम एक अनुकूल प्रदान करने वाली सर्वोत्तम तकनीकों को लाने के लिए लगातार नवाचार कर रहे हैं। सीखने का माहौल। हम उद्योग में कई शैक्षिक प्रवृत्तियों के अग्रणी हैं। ऑडीप्रेप भी तक एक और पथ-प्रदर्शक टूल है जो NEET के उम्मीदवारों को अतिरिक्त बढ़त प्रदान करता है। व्यापक ऑडियोबुक अनुभवी शिक्षकों द्वारा क्यूरेट की गई उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री प्रदान करती है और छात्रों को उनके बहु-संवेदी सीखने की अपील करके संलग्न करती है। ”

 

ऑडीप्रेप एक पोर्टेबल ऑडियोबुक समाधान है जो समय के सर्वोत्तम उपयोग को सक्षम बनाता है। कोई भी अपनी सुविधानुसार कभी भी, कहीं भी सुन और सीख सकता है। यह टूल स्पेस रिपीटेशन की सुविधा भी देता है जो वैज्ञानिक रूप से दीर्घकालिक मेमोरी रिकॉल को बेहतर बनाने के लिए सिद्ध है। ऑडियोबुक प्रिंटेड स्टडी मटेरियल के माध्यम से विजुअल सेंस को शामिल करके, ऑडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुनने के साथ-साथ माई अंडरलाइनिंग कीवर्ड्स लिखकर और रनिंग नोट्स लेकर टच की भावना को जगाते हुए मल्टीसेंसरी लर्निंग को भी समाहित करता है।

 

‘सर्वश्रेष्ठ बने उत्तराखण्ड अपना’ धारावाहिक का टायटल साॕग का हुआ लोकार्पण

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में सरकार के 100 दिन पूर्ण होने के अवसर पर ‘ सर्वश्रेष्ठ बने उत्तराखण्ड अपना’ पर आधारित ‘हमारो पहाड़’ धारावाहिक के टाइटल सॉग का लोकार्पण किया। इस टाइटल सांग में उत्तराखण्ड की विकास यात्रा से संबंधित विभिन्न पहलुओं एवं राज्य सरकार द्वारा जनहित के लिए उठाये गये महत्वपूर्ण कार्यों को दिखाया गया है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ‘हमारो पहाड़’ धारावाहिक के टाइटल सॉग के गीतकार श्री नरेन्द्र रौथाण, श्री अमित खरे, श्री भूपेन्द्र बसेड़ा आदि उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड़ की धामी सरकार : 100 दिन विकास के, समर्पण और प्रयास के , विकास पुस्तक का हुआ विमोचन

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सेवक सदन, मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में सरकार के 100 दिन पूर्ण होने के अवसर पर सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए *100 दिन विकास के, समर्पण और प्रयास के , विकास पुस्तक* का विमोचन किया।

इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार के 100 दिन संकल्प, समर्पण एवं प्रयास को समर्पित रहे। आम चुनाव में पूर्ण बहुमत देने पर उन्होंने जनता को धन्यवाद अर्पित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर जनता ने मुहर लगाई जनता द्वारा की गई उम्मीदो, आकांक्षाओं, अपेक्षाओं पर हमारी सरकार निश्चित खरा उतरेगी। उन्होंने कहा बीते 100 दिनों में कई ऐतिहासिक निर्णय एवं राज्य के विकास हेतु विभिन्न योजनाएं चलाई गई हैं आने वाले समय में भी हम जनहित को प्राथमिकता देते हुए कई योजनाएं चलाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षा के अनुसार उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिये सभी के सहयोग से काम किया जा रहा है। 21वीं सदी का तीसरा दशक निश्चित तौर पर उत्तराखंड का दशक होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार आया है। हम उत्तराखण्ड में भी कार्यसंस्कृति में सुधार ला रहे हैं। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण हमारे मूल मंत्र हैं। उन्होंने कहा भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिये 1064 शुरू की गई है। सचिवालय में सोमवार को नो मीटिंग डे रखा गया है ताकि शासन के अधिकारी लोगों से मिलने के लिये उपलब्ध रहें। जिला स्तरीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये हैं कि वे सोमवार से शुक्रवार तक प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में आम जनता से मिलने के लिये उपलब्ध रहेंगे। अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं, इसके लिये बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हम अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। हमारी सरकार ने उत्तराखंड राज्य के लिए ’यूनिफॉर्म सिविल कोड’ का ड्राफ्ट तैयार करने हेतु कमेटी का गठन करा है, जो की जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस यूनिफॉर्म सिविल कोड का दायरा सभी नागरिकों के लिये समान क़ानून चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों, होगा। हम गरीब परिवारों को तीन सिलेण्डर मुफ्त उपलब्ध करवाने जा रहे हैं। इसके लिये बजट में प्राविधान भी किया गया है। पिछले दो वर्षों में हमने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया, वहीं विकास की गति को भी आगे बढ़ाया है। कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में हमारे कोविड-वारियर्स द्वारा सराहनीय काम किया गया। चिकित्सा कर्मियों के साथ ही राजस्व, पुलिस, पीआरडी, आंगनबाड़ी आदि कोरोना वारियर्स को प्रोत्साहन व सम्मान राशि द्वारा हमारी सरकार ने इनके मनोबल को बढ़ाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य को 25वे वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है, जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी विभागों को अगले 10 वर्षो के विकास कार्यो का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने की योजना है। इसके लिये प्रधानमंत्री जी से भी अनुरोध किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा श्री केदारपुरी का पुनर्निर्माण आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर भी काम हो रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की अपेक्षा के अनुसार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का नम्बर एक राज्य बनाने के लिये हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। हम अपने प्रत्येक संकल्प को पूरा करने के लिये प्रतिबद्ध है। हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा हमारी सरकार सभी की सहभागिता से विकास कार्य को आगे बढ़ाएगी। उन्होंने उत्तराखंड को धर्म संस्कृति का केंद्र बताते हुए कहा कि यहां अपार संभावना है इन संभावनाओं को हम खोज विकास को स्वर्णिम रास्ते पर पहुचाएंगे। उन्होंने सरकार का प्रतिक्षण देव तुल्य जनता को समर्पित बताया।

इस दौरान कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री श्री धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव सूचना श्री अभिनव कुमार, महानिदेशक सूचना श्री रणवीर सिंह चौहान, पूर्व विधायक श्री राजेश शुक्ला, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

अग्निपथ विरोध : राजभवन जा रहे पूर्व सीएम हरीश रावत सहित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका

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देहरादून, कांग्रेस का अग्निपथ योजना को लेकर विरोध अभी भी जारी है, विरोध में वरिष्ठ नागरिकों और राजनीतिक पार्टियों के साथ राजभवन जा रहे पूर्व सीएम हरीश रावत व अन्य लोगों को पुलिस ने रोक लिया। सीएम ने कहा कि सरकार युवाओं को ठगने का काम कर रही है। इस तरह की योजनाए थोप कर देश के भविष्य को सकंट में डाला जा रहा है। अग्निपथ के विरोध में उतरे कांग्रेसियों ने बुधवार को शहर में जमकर हल्ला बोला। पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा शहर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही कई राजनीतिक संगठन भी जुड़े। इस दौरान सभी लोग राजभवन की ओर बढ़े। जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। काफी देर तक यहां सभी प्रदर्शनकारी राजभवन जाने की जिद पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारी यही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ ज्ञापन देने पहुंचे सपा के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण सचान बैरिकेडिंग के समीप चक्कर खाकर गिर गए।