Thursday, May 15, 2025
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कोरोना : प्रदेश में मिले 70 नये केस, एक की हुई मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में आज कोरोना के 70 नये मामले सामने आए हैं। चिंताजनक बात यह है कि आज एक व्यक्ति ​की देहरादून के हिमालयन हॉस्पिटल में मृत्यु भी हुई है जबकि 5 जुलाई को पौड़ी कलजीखाल पीएससी में हुई कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु को भी आज ही रिपोर्ट किया गया है। प्रदेश में आज 54 कोरोना संक्रमित स्वास्थलाभ के बाद घर भेज गये अब उत्तराखंड में एक्टिव केसों की संख्या उछाल मारकर 383 हो गई है। इस तरह 1 जनवरी 2022 से अब तक 281 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इस अवधि में 3353 लोग कोरोना संक्रमित पाये गए हैं।
आज देहरादून में सर्वाधिक 54, नैनीताल व उधमसिंह नगर में 5—5, हरिद्वार में 4 और अल्मोड़ व टिहरी में 1—1 व्यक्ति कोरोना सं​क्रमित पाया गया।
इस तरह देहरादून में 248 एक्टिव केस हैं जबकि हरिद्वार में 45, नैनीताल में 42, उधमसिंह नगर में 14, पौड़ी में 10, उत्तरकाशी में 9, चमोल में 7, पिथौरागढ़ में 4 तथा अल्मोड़ा व टिहरी में 2—2 एक्टिव केस हैं।

सरकार 37 आईएफएस अधिकारियों के किये तबादले, डॉ. समीर सिन्हा को बनाया प्रभारी प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक

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देहरादून, प्रदेश सरकार ने 37 आईएफएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। मंगलवार देर रात जारी आदेश के अनुसार डॉ. समीर सिन्हा को प्रभारी प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक बनाया गया है। वहीं, पीके पात्रो को मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। उप सचिव, वन सत्यप्रकाश सिंह की ओर से जारी सूची के अनुसार प्रमुख वन संरक्षक (पीसीसीएफ) डॉ. धनंजय मोहन को वन निगम का एमडी बनाया गया है।

 

केएम राव को एपीसीसीएफ पर्यावरण, बीपी गुप्ता को एपीसीसीएफ प्रशासन, कपिल लाल को एपीसीसीएफ परियोजना एवं सामुदायिक वानिकी, जीएस पांडेय को सीईओ कैंपा, कपिल जोशी को एपीसीसीएफ वन अनुसंधान एवम प्रशिक्षण हल्द्वानी, एसएस रासाईली को एपीसीसीएफ वन संरक्षण, नरेश कुमार मुख्य वन संरक्षक ईको टूरिज्म, मनोज चंद्रन को मुख्य वन संरक्षक मूल्यांकन, डॉ. तेजस्विनी पाटिल को एफटीआई हल्द्वानी, डॉ. पराग मधुकर धकाते को सीसीएफ वन पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा डॉ. धीरज पांडेय को जिम कॉर्बेट पार्क का निदेशक बनाया गया है। राहुल को प्रतिनियुक्ति पर वन निगम भेजा गया है। निशांत वर्मा को निदेशक नंदा देवी बायोस्फीयर बनाया गया है। मान सिंह को सीएफ दक्षिणी कुमाऊं, डॉ साकेत बडोला को राजाजी पार्क निदेशक, राजीव धीमान को वन संरक्षक शिवालिक व भागीरथी बनाया गया है। वहीं डॉ विनय भार्गव को वन संरक्षक यमुना वृत्त, पंकज कुमार को सीएफ गढ़वाल बनाया गया है।

उप वन संरक्षक मयंक शेखर झा को डीएफओ हरिद्वार, कहकशां नसीम को उप वन संरक्षक मूल्यांकन व आईटी,अमित कंवर डीएफओ नरेंद्रनगर, वैभव कुमार को डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग हल्द्वानी, दिनकर तिवारी को डीएफओ लैंसडौन, दीपक सिंह डीएफओ नियोजन मुख्यालय, कुंदन कुमार को डीएफओ तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर,आसुतोष सिंह डीएफओ मसूरी, बलवंत शाही डीएफओ उप वन संरक्षक वन वर्धनीक,अभिमन्यु को डीएफओ रुद्रप्रयाग, बीडी सिंह उप निदेशक राजाजी पार्क, चंद्र शेखर जोशी को डीएफओ नैनीताल, जीवन मोहन को डीएफओ रामनगर, बीबी मर्तोलिया को उप वन संरक्षक जायका, टीएस बीजुलाल और डॉ. अभिलाषा सिंह को मुख्यालय अटैच किया गया है। वहीं देहरादून जू निदेशक का प्रभार डीएफओ देहरादून नीतीश मणि त्रिपाठी को दिया गया है।

आम-जन का सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ा विश्वास: डॉ ज्योति रावत

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देहरादून, आम-जन का सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ा विश्वास यहा बात डॉ. ज्योति रावत, एडिशनल कमिश्नर, स्वास्थ्य विभाग, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.), स्वास्थ्य विभाग, उत्तराखंड सरकार के देहरादून स्थित सभागार में एन.एच.एम. के अंतर्गत चलाए जा रहे स्वास्थ्य संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक लेते हुए कही।
बैठक में डॉ. रावत ने कहा सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की सेवाएं शहरी क्षेत्रों के जनमानस मुख्यत: अधिक आबादी वाले क्षेत्रों, स्लम क्षेत्रों, को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से दिया जा रहा है।
डॉ. रावत ने बैठक में कहा, कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभी कार्यक्रम समन्वय स्थापित कर एक साथ काम करें ताकि आम-जन को उनके निवास के निकट ज्यादा से ज्यादा लाभ शहरी क्षेत्रों में स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से मिल सके। उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि मातृ एवं शिशु चिकित्सालय/शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के विस्तार हेतु इंफ्रास्ट्रक्चर में किसी भी प्रकार की मदद भारत सरकार राज्य सरकार को देने में सहयोग करेगी।
बैठक में डॉ. सरोज नैथानी, निदेशक, एन.एच.एम. ने डॉ. ज्योति रावत को अशवस्त किया कि जो अपेक्षाएं भारत सरकार की उत्तराखंड को लेकर है वह हर हाल में पूरी की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी समन्वय स्थापित करते हुए सभी कार्यक्रम गतिविधियों को शहरी स्तर पर गुणवत्ता पूर्ण लागू करना सुनिश्चित करें। शीघ्र ही जनपदों को भी निर्देशित किया जाएगा।
बैठक में डॉ. विनोद टोलिया; डॉ. अमित शुक्ला; डॉ. फरीदुलजफ़र; डॉ. सुजाता; डॉ. अजय; राज्य कार्यक्रम अधिकारी, महेन्द्र मौर्य; डॉ. आंचल; डॉ. नितिन अरोड़ा; डॉ. नोमिशा; डॉ. विकास पांडेय; डॉ. दिशा; सीमा मेहरा; डॉ प्रियांशी; डॉ. गौरव गैरोला डॉ. नोमिशा; हिमांशु पैन्यूली; गणेश; आदि अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।

गुलदार के हमले में आठ वर्षीय बच्चे की मौत, गॉव में दहशत का माहौल

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(देवेंन्द्र चमोली)
रूद्रप्रयाग- जखोली विकासखंड के बष्टा गॉव में आज गुलदार के हमले से एक आठ वर्षीय बच्चे की दुःखद मौत मौत हो गई है। घटना की सूचना पर प्रशासन व बन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घटना के बाद गॉव में दहसत का माहौल बना हुआ है।
घटना बसुकेदार तहसील का है यहाँ  दिन दहाड़े गुलदार ने बष्टा गॉव मे आठ वर्षीय बच्चे को मौत के घाट उतार दिया।
घटना दोपहर ढेड बजे की है आठ वर्षीय आरूष पुत्र मनमोहन सिंह अपने गाँव के निकट प्राकृतिक जल स्रोत पर अपने भाई अभिषेक के साथ नहा रहा था वहां घात लगाये गुलदार ने  आरूष पर हमला कर उसे उठा ले गया। छोटा भाई घबराकर घर भाग गया व परिजनों को इस घटना की सूचना दी परिजन व ग्रामीण घटना स्थल की ओर दौड़े। ग्रामीणों का शोरगुल सुन गुलदार जंगल की ओर भाग गया लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन व बन विभाग की टीम मौके पर पहुंची । घटना के बाद गॉव सहित क्षैत्र में दहसत
का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षैत्र में कुछ दिनों से गुलदार की उपस्थिति देखी गई ओर आज इस घटना को गुलदार द्वारा अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुलदार को शीघ्र पकड़ने की मॉग की है। काग्रेंस के वरिष्ठ नेता बीरेन्द्र बुटोला ने घटना पर दुःख ब्यक्त करते हुये इसे बन विभाग की लापरवाही करार दिया।

साइबर अपराध से निपटने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस की नई पहल

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देहरादून, दूसरे पुलिस हैकाथॉन में 1000 से अधिक प्रतिभागी एवं देश के हर राज्य से 500 टीमों द्वारा पंजीकरण।
भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व पर उत्तराखण्ड पुलिस को नये आधुनीकिकरण समाधान मिलेगें
पंजीकरण की अंतिम तिथि 22.07.2022
PRIZE MONEY – 6 LAKH RUPEES
SEED MONEY – 1 CRORE RUPEES
(motivational rewards/cash prize directly by Sponsors to winners)

वर्तमान में साइबर अपराधो में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। जिसमें विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध देशो के कोने कोने से सामने आ रहे है । साइबर अपराध बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की तकनीको की उन्नति भी है। इस कारण यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस भी अपने संसाधनो में अधिक से अधिक तकनीकी सुधार करने का प्रयत्न कर रही है । जिसका उद्देश्य 21वीं सदी में साइबर अपराध की चुनौती पर एकजुट होकर इससे मुकाबला करने के लिये अपना कौशल विकास (Skill Development) को और बेहतर बनाना है। जिसके रजिस्ट्रेशन कराने की आखरी तिथि 22.07.2022 है।

इसी क्रम में पुलिस को साइबर अपराध से निपटने हेतु नये-नये टूल्स की आवश्यकता है। विगत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर Hackathon प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसकी गृह मंत्रालय भारत सरकार व विभिन्न राज्यों द्वारा सराहना की गयी।

विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह अगस्त में Hackathon प्रतियोगिता की द्वितीय श्रृखंला का आयोजन कराया जा रहा है। उक्त प्रतियोगिता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT ROORKEE के साथ मिलकर IIT ROORKEE में आयोजित करायी जायेगी। उक्त प्रतियोगिता में महिन्द्रा कम्पनी (TECH MAHINDRA & MAHINDRA DEFENCE) द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का सहयोग INNOVATION PARTNER TECHNOLOGY INNOVATION HUB (TIH) द्वारा किया जायेगा। जिसके SPONSOR- SYSTOOLS, NET FOR CHOICE, SAS, FORENSIC GURU आदि सामने आ चुके हैं। जिनके द्वारा प्रतिभागियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी। महिन्द्रा कम्पनी उत्तराखण्ड पुलिस औद्योगिक भागीदार के रुप में शामिल हो रहा है। बहुत जल्द भारत की अन्य बड़ी IT कम्पनियों के साथ प्रतियोगिता हेतु साझेदारी स्थापित की जायेगी एवं इस वर्ष उक्त प्रतियोगिता को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कराने हेतु प्रयासरत है।

उक्त प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित करायी जायेगी। जिसमें प्रतियोगी के द्वारा अधिकारिक वैबसाईट https://iitr.ac.in/dch/ के माध्यम से पंजीकरण कराया जा सकता है। जिसका प्रथम चरण माह जुलाई में प्रारम्भ होकर माह जुलाई के अन्त में समाप्त होगा, तथा माह जुलाई अन्त में ही प्रारम्भिक चरण का परिणाम घोषित किया जायेगा। घोषित परिणामों में समल प्रतिभागी टीमों को द्वितीय चरण हेतु IIT ROORKEE में 48 घण्टे पुलिस की विभिन्न तकनीकी समस्याओं का हल निकालना होगा। पुलिस की जटिल समस्याओं को कम करने हेतु सबसे अच्छी व प्रभावी रुप से चयनित प्रतिभागी टीमों को भारत की आजादी के अमृत महोत्सव पर उनके उत्साहवर्धन हेतु महिन्द्रा कम्पनी द्वारा सीधे पुरुष्कृत किया जायेगा।

प्रभारी एसटीएफ द्वारा बताया गया कि इस सम्पूर्ण प्रक्रिया से एक स्मार्ट पुलिस की तरफ बढ़ते हुये विभिन्न पहलुओं पर जटिल समस्याओं से निपटने हेतु नये-नये समाधानों का एक मार्ग स्थापित होगा। जो कि स्मार्ट पुलिसिंग की और उत्तराखण्ड पुलिस का एक और अहम योगदान होगा।

विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने सूचना विभाग की समीक्षा बैठक, फिल्म सिटी के लिए भूमि का चयन की तैयारी

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देहरादून, सीएम कैंप कार्यालय स्थित सभागार में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने सूचना विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म सिटी के लिए भूमि का चयन कर लिया जाए और इसमें फिल्म उद्योग से सम्बन्धित अवस्थापना विकास के लिए कार्ययोजना बना लें तथा फिल्म सिटी में फिल्म शूटिंग एवं प्रोडक्शन से सम्बन्धित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाएं।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थान से सम्पर्क कर उनकी शाखा के रूप में फिल्म प्रशिक्षण केन्द्र उत्तराखण्ड राज्य में खोला जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय एवं सीमान्त क्षेत्रों में मोबाइल थिएटर के लिए सब्सिडी देने की योजना बनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की बोली भाषा पर आधारित किसी फिल्म का चयन यदि राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के फिल्म फेस्टिवल के लिए होता है तो प्रोत्साहन के लिए विशेष सब्सिडी योजना बनाई जाए। विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने उत्तराखण्ड के विश्वविद्यालयों में फिल्म एवं फिल्म निर्माण की विधा से सम्बन्धित कोर्स भी प्रारम्भ करने के लिए निर्देश दिये तथा सीएम हेल्पलाइन से सम्बन्धित विभागीय प्रकरण को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि हल्द्वानी मीडिया सेन्टर निर्माण हेतु भूमि चयन एवं आगणन हेतु प्रस्ताव तैयार कर लिया जाए। उन्होने कहा कि ई-ऑफिस के रूप में विभाग का ढ़ाचा और अधिकांश सुविधाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाए।
बैठक में महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान ने कहा कि वेबसाईट व अन्य माध्यम से नई प्रेस मान्यता नियमावली निर्माण के लिए आम सुझाव लिया जा रहा है। इसी प्रकार नई फिल्म नीति बनने के पूर्व सम्बन्धित स्टेक होल्डर से सुझाव लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार कल्याण कोष के सम्बन्ध में शीघ्र ही मुख्यमंत्री के साथ बैठक प्रस्तावित है।
इस अवसर पर अपर निदेशक डॉ॰ अनिल चन्दोला, संयुक्त निदेशक आशिष त्रिपाठी एवं के॰एस॰ चौहान, उपनिदेशक मनोज श्रीवास्तव, अनुसचिव रजनीश जैन मौजूद थे।

धरना समाप्त : 10% क्षैतिज आरक्षण की कमान अब सौरभ बहुगुणा के हाथ

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देहरादून, सयुंक्त मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में देय 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर 42 दिनों से चल रहा धरना और 32 दिनों से चल रहा क्रमिक अनशन आज समाप्त कर दिया गया।

संयुक्त मंच के तत्तवाधान 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर बैठे आन्दोलनकारियों द्वारा कल इस मसले में काबीना मंत्री सौरभ बहुगुणा से मुलाकात करी। उनके द्वारा मंत्री को इस मामले की संजीदगी के बारे में बताते हुए मामले के त्वरित निस्तारण की गुहार लगाई, जिसके बाद पहले उन्होंने इस मामले के तकनीकी पक्ष को समझा और उसके बाद स्वयं के नेतृत्व में देर रात एक प्रतिनिधि मण्डल की मुलाकात मुख्यमंत्री से करवा कर समस्या का त्वरित समाधान हेतु अनुरोध भी किया।

मुख्यमंत्री धामी ने भी मसले की गंभीरता को समझते हुए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को तुरंत इस मामले में वार्ता के लिए निर्देशित किया। वार्ता के दौरान प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को बताया गया कि यह प्रकरण न केवल आन्दोलनकारियों के सम्मान से बल्कि हजारों परिवार के रोजी-रोटी से भी जुड़ा हुआ है।

देर रात माननीय मुख्यमंत्री के ठोस आश्वासन व आज राधा रतूड़ी से वार्ता के बाद संयुक्त मंच ने आपसी विचार–विमर्श के बाद आज धरना/अनशन समाप्त करने का फैसला किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर हरीश कोठारी शहीद स्मारक पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने धामी जी व खुद को आंदोलनकारियों से संबंध करते हुए कहा कि हम सभी राज्य-आंदोलनकारी हैं। 10% क्षैतिज आरक्षण पर कार्यवाही आज से ही शुरू हो चुकी है जल्द ही परिणाम भी आप लोगों के बीच होगा।

धरने के संयोजक क्रांति कुकरेती व अम्बुज शर्मा ने विगत 42 दिनों से आर्थिक, शारीरिक व मानसिक रूप से समर्थन कर रहे सभी साथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि चूंकि मामला कार्यवाही में आ गया है इसलिए अब धरने में बेठने से ज्यादा जरुरत सचिवालय पर नजर रखने की है। हम सभी लोग आशावान लोग हैं। माननीय मुख्य मंत्री धामी के आश्वासन पर हमें पूरा भरोसा है और इस मसले के तकनीकी पक्ष को सौरभ बहुगुणा जो कि खुद भी कानून के बेहतर जानकार हैं वह अच्छी तरह से संभाल सकते हैं फिर भी अगर कोई कोर कसर रही तो उनके पिता विजय बहुगुणा जो कि पूर्व मुख्यमंत्री व मा0 उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी रह चुके हैं के दिशा निर्देशन में हो जायेगा।

धरने के अंतिम दिन क्रमिक अनशन में उत्तरकाशी के पंकज सिंह रावत, शैलेंद्र सिंह रावत बैठे। आज धरने में बैठने वालों में ऋषिकेश से विक्रम भंडारी, सरोजिनी थपलियाल, उत्तरकाशी से विकास रावत देहरादून से द्वारिका बिष्ट, शांता नेगी, हेमलता नेगी,अरुणा थपलियाल,पुष्पा बहुगुणा,हरि प्रकाश शर्मा, विकास नगर से राम किशन, मनोज कुमार जनता दल सेकुलर के प्रदेश अध्यक्ष हरजिंदर सिंह, प्रेम सिंह नेगी,सूर्यकांत शर्मा, सुमन सिंह भंडारी, अभय कुकरेती, प्रभात डडरियाल, लक्ष्मी, सुरेश कुमार, बलवीर सिंह नेगी, युवा शक्ति संगठन के मनीष पांडे, अजय राणा,अखिल गढ़वाल सभा के महासचिव गजेंद्र भंडारी, आशीष गोसाई, एस.एस. पंवार, पुष्पलता सिलमाना,श्रीमती उषा भट्ट, उक्रांद की प्रमिला रावत, आदि लोग मौजूद थे |

 

अक्षय पात्र फाउण्डेशन की रसोई से परोसा जाएगा बच्चों को मध्यान्ह भोजन

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी आगामी 15 जुलाई को राजधानी देहरादून की तहसील विकास नगर के ग्राम सुधोवाला में अक्षय पात्र फाउण्डेशन की प्रदेश कि सबसे बड़ी केन्द्रीयकृत रसोई का उद्घाटन करेगें। उक्त रसोई से प्रतिदिन 35 हजार स्कूली विधार्थियों को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन (मिड डे मील) परोसा जायेगा। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, टीहरी गढ़वाल सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुण्डिर भी भाग लेगें। जबकि अध्यक्षता अक्षय पात्र फाउण्डेशन के वाईस चेयरमैन श्री चंचलापति दास करेगें। इस मौके पर फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरतर्षभ दास, हंस फाउण्डेशन के प्रणेता भोले जी महाराज व माताश्री मंगला जी समेत सीईओ संदीप कपुर भी मौजूद रहेगें। फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भरतर्षभ दास ने बताया कि देश में कोई भी बच्चा भुख के कारण शिक्षा से वंचित ना रहे इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर फाउण्डेशन द्वारा कार्य किया जा रहा है। यह देश भर में फाउण्डेशन की 63 वीं किचन होगी।

35 हजार बच्चों को प्रतिदिन मिलेगा भोजन: उक्त किचन के जरिये 35 हजार स्कूली बच्चों को प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन उपलब्ध करवाया जा सकेगा। अक्षय पात्र देश भर में अपनी 63 वीं रसोई के खुलते ही प्रतिदिन 19 लाख विधार्थियों को 14 राज्यों के 20 हजार से अधिक विधालयों में भोजन उपलब्ध करवा पायेगा।
आधुनिक होगी किचन: अक्षय पात्र की उक्त किचन बेहद आधुनिक होगी। इसमें मशीनों के जरिये रोटी, सब्जी, दाल व चावल तैयार किये जायेगें। एक बार में करीब एक क्विण्टल आटा गुंथने की मशीन एवं चपाती मशीन से 20 हजार रोटियां बनाई जा सकेगी। साथ ही एक बार में 1200 लीटर दाल व कुकर में 100 किलो चावल बन सकेगा। दो एकड़ में फैली उक्त किचन की निर्माण लागत करीब दस करोड़ आई है। प्रथम चरण में 120 स्कूलों के 15 हजार विधार्थियों को मिड डे मील भोजन मिलेगा, जो अगले 6 माह में 500 विधालयों के 35 हजार विधार्थियों तक भोजन पहुँचायेगा। इसके लिए करीब 150 कार्मिक प्रतिदिन भोजन निर्माण में जुटेगें। किचन की साफ-सफाई के लिए भी बेहद शानदार व्यवस्था की गई है। केन्द्रीयकृत किचन के माध्यम से अक्षय पात्र फाउण्डेशन द्वारा सरकारी विधालय के विधार्थियों को अच्छा व पौष्टिक भोजन दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि फाउण्डेशन सन् 2000 से इस क्षेत्र में सक्रिय है।
अधिक जानकारी के लिए लॉग इन करें : www.akshayapatra.org

ओएनजीसी द्वारा स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन : मेयर सुनील उनियाल गामा ने लोगों को वितरित किये फलदार वृक्ष

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देहरादून, ओएनजीसी की निगमित सामाजिक दायित्व के तहत 1 जुलाई से 15 जुलाई स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित कर रहा है, जिसके अन्तर्गत सार्वजनिक स्थलों, विद्यालयों में स्वच्छता जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, पखवाड़ा महाप्रबंधक/ इंचार्ज सीएसआर राम राज द्विवेदी के दिशा निर्देशन 15 जुलाई तक चलेगा, इसी कड़ी में स्वच्छता के साथ ही वृक्षों के वितरण की भी शुरुआत आज नगर निगम परिसर से की गई।May be an image of 17 people, people standing and outdoors मेयर सुनील उनियाल गामा ने इसकी शुरुआत करते हुए मौजूद सभी लोगों को फल और फूल जिसमें आम,अमरूद, जामुन,नीम, कनेर एवं आयुर्वेदिक वृक्ष वितरित किये। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के समय जरूरत है कि हम ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगायें जिससे कि पर्यावरण जोकि अंसतुलित हो गया है वो संतुलित हो सके और इसके लिए हम सभी को जागरूक तो होना पड़ेगा ही साथ ही और लोगों को भी प्रेरित करना होगा कि वे भी अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए। इस दौरान सरकारी विद्यालयों, आवासीय कालौनी में लगभग पन्द्रह सौ (1500) वृक्ष वितरित किये गये। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि साफ सुथरा वातावरण पाने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना होगा।
इस मौके पर सीएसआर के महाप्रबंधक टी बी हाशमी, एल एम लखेड़ा, डी डी सिंह, रोहित शर्मा,राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।

14 जुलाई को दो शुभ योग में शुरू होगा सावन, जानें शिव जी को क्यों इतना प्रिय है श्रावण

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देहरादून, हिन्दू आस्था का प्रतीक सावन की शुरुआत इस बार 14 जुलाई से हो रही है, जिसकी शुरुआत दो शुभ योग के साथ हो रही है. जानते हैं किस दो योग में शुरु होगा सावन और भगवान भोलेनाथ को क्यों इतना प्रिय है श्रावण मास, इस साल 2022 में सावन 14 जुलाई 2022 से शुरु होकर 12 अगस्त तक रहेगा यानी कि इस बार श्रावण मास 29 दिन का होगा. सावन माह शिव जी को समर्पित हैं. इस बार सावन की शुरुआत दो शुभ योग के साथ हो रही है. मान्यता है कि शुभ योग में पूजा का महत्व दो गुना बढ़ जाता है. आइए जानते हैं किस दो योग में शुरु होगा सावन और भगवान भोलेनाथ को क्यों इतना प्रिय है श्रावण मास |

सावन की शुरुआत दो शुभ योग में होगी

आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी की गुरु पूर्णिमा के अगले दिन 14 जुलाई 2022 को सावन महीने का आरंभ है. इस दिन विष्कुभं और प्रीति योग बन रहे हैं, मान्यता है कि ये दो योग शिव जी की भक्ति के लिए बहुत फलदायी होते हैं. सावन में इन योग में देवों के देव महादेव का रुद्राभिषेक करने से समस्त दुखों का नाश हो जाता है. हर बिगड़े काम बनते हैं |

भगवान शिव ने पीया था विष

पौराणिक कथा के अनुसार सावन में समुद्र मंथन हुआ था. सृष्टि की रक्षा हेतु मंथन से निकले विष को भगवान भोलेनाथ पी गए थे. उनका कंठ नीला पड़ गया था. इसी कारण उनका नीलकंठ नाम पड़ा. समस्त देवी-देवताओं ने शिव जी राहत पहुंचाने और विष के प्रभाव को कम करने भगवान शिव पर शीतल जल अर्पित किया. तभी से शिव जी को जल बहुत प्रिय हैं. सावन में भोलेभंडारी का जलाभिषेक करने से वे प्रसन्न होते हैं |

देवी पार्वती से विवाह

भगवान भोलेनाथ की अर्धांगिनी देवी सती ने शिव जी को हर जन्म में पति के रूप में पाने के लिए तपस्या की थी. माता सती का दूसरा जन्म पार्वती के रूप में हुआ था. देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सावन के माह में कठोर तप किया था. कहते हैं कि शिव जी ने इसी माह में देवी पार्वती से विवाह किया था. इसलिए भगवान भोलेनाथ को सावन का माह बहुत प्रिय हैं. माना जाता है कि इस माह में शिव जी अपने सुसराल आए थे. तब उनका अभिषेक कर स्वागत हुआ था |
(यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है)

ब्रैकिंग : बदरीनाथ हाईवे पर गंगा में समाई कार, रेस्क्यू आपरेशन जारी

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ॠषिकेश, पहाड़ों में हो रही बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया, लगातार टूटते जन संपर्क मार्ग के साथ सड़क दुर्घटनायें भी बढ़ गयी, आज सुबह बदरीनाथ हाईवे पर बड़ा हादसा हो गया। कोडियाला के पास आज तड़के एक कार खाई से होते हुए नदी में समा गई। एसडीआरएफ की टीम मौके पर है। एसडीआरएफ की डीप डाइविन टीम को मौके पर भेजा गया है।

पुलिस को घटना स्थल से एक बैग व कुछ अन्य सामान मिला है। इसी आधार पर हादसे की आशंका जताई जा रही है। गाड़ी की नंबर प्लेट भी मौके से बरामद की गई है। नंबर प्लेट में गाड़ी का नंबर यूपी 15 एडी 2158 लिखा गया है |
एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण व टिहरी जिले के मुनिकी रेती के थाना प्रभारी रितेश साह से मिल रही जानकारी के अनुसार गंगा में पानी बहाव बढ़ने के कारण रेस्क्यू आपरेशन में परेशानी आ रही है, नदी के किनारे से पुलिस को दो मोबाइल फोन भी मिले है। इन नंबरों पर डायल करके वाहन में सवार लोगों की संख्या व उनके बारे में अन्य जानकारियां हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। घटना स्थल के समीप दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने हादसे की पुष्टि की है