Friday, May 16, 2025
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पीएम को गाली देने वाले को अभिव्यक्ति की कमी महसूस हो रही, जस्टिस श्रीकृष्ण ने उठाए सवाल तो रिजिजू ने इस अंदाज में दिया जवाब

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नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी एन श्रीकृष्णा ने इस बात को रेखांकित करते हुए कि “लोकतंत्र में, सरकार की आलोचना करने का अधिकार एक मौलिक अधिकार है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता। वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज, चीजें बहुत बुरी हैं। श्रीकृष्णा ने कहा कि मुझे कबूल करना होगा कि आज अगर मैं एक सार्वजनिक जगह पर खड़ा होकर कहता कि मुझे प्रधान मंत्री का चेहरा पसंद नहीं है, तो मुझ पर छापा मारा जा सकता है, मेरी गिरफ्तारी हो सकती है और यहां तक कि मुझे बिना कोई कारण बताए जेल में भी डाला जा सकता है। द हिंदू अखबार को दिए एक साक्षात्कार में की गई उनकी टिप्पणी पर केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

रिजिजू ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि “वे लोग जो हर समय बिना किसी प्रतिबंध के लोकप्रिय निर्वाचित प्रधानमंत्री को गाली देते रहते हैं। वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में रो रहे हैं! वे कभी भी कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए आपातकाल के बारे में बात नहीं करेंगे और न ही क्षेत्रीय पार्टी के मुख्यमंत्रियों की आलोचना करने की हिम्मत करेंगे। रिजिजू ने कहा कि मुझे नहीं पता कि सुप्रीम कोर्ट के किसी पूर्व जज ने वास्तव में ऐसा कहा है या नहीं। अगर यह सच है तो यह बयान ही उस संस्था को नीचा दिखा रहा है जिसकी उन्होंने सेवा की है।

द हिंदू इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या तेलंगाना की एक आईएएस अधिकारी ने गुजरात दंगा गैंगरेप पीड़िता बिलकिस बानो के समर्थन में अपने व्यक्तिगत खाते से ट्वीट करके गलत किया था। न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण ने जवाब दिया कि जब कोई सरकारी सेवा में प्रवेश करता है, तो कुछ अनुशासनात्मक नियम होते हैं। उन्होंने उच्च न्यायालय के दो फैसलों का हवाला दिया और कहा, “मुझे लगता है कि प्रवृत्ति यह है कि न्यायाधीश यह विचार कर रहे हैं कि आईएएस अधिकारियों को खुद को वैध और सभ्य तरीके से व्यक्त करने का अधिकार है। बता दें कि न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण 2006 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हुए। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से, उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और भाजपा सरकार दोनों के लिए कई समितियों का नेतृत्व किया है(साभार प्रभासाक्षी)।

पेपर लीक मामला : एसटीएफ ने पेपर लीक के सरगना मूसा और साथी पर किया 25 25 हजार का इनाम घोषित

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देहरादून, उत्तराखंड़ का पेपर लीक मामले में लगातार गिरफ्तारियों का दौर जारी है, अब एसटीएफ को पेपर लीक कराने का असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक का खास दोस्त सैयद सादिक मूसा की तलाश है। उसकी तलाश में एसटीएफ लगातार दंबिश दे रही है। मगर वह अंडरग्राउंड हो गया है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने कंपनी के मालिक के साथ मिलकर वर्ष 2015 से अब तक दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं। कंपनी की प्रेस से लीक होकर पेपर पहले मूसा के पास ही पहुंचता था।

वहींं दूसरी तरफ सादिक मूसा का साथी योगेश्वर राव भी अभी फरार हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। अब इन आरोपियों की संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने शनिवार की रात बताया कि सीएम और डीजीपी ने एसटीएफ को नकल माफियों पर नकेल कसने व गैंग बनाकर सदस्यों द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति पर एक्शन लेने के आदेश दिए गए। साथ ही इन दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार की इनाम राशि की भी घोषणा की है, मिस्टर डोंगल है मूसा, करता है सिर्फ व्हाट्सएप कॉल सैयद सादिक मूसा पेपर लीक मामले का सरगना बताया गया है। वह अपने साथ डोंगल लेकर चलता है इसलिए उसे मिस्टर डोंगल कहते हैं। वह फोन पर बात नहीं करता है सिर्फ व्हाट्सएप कॉल करता है। इसके चलते उसको पकड़ पाना एसटीएफ के लिए चुनौती बना है।

शिक्षक समाज को सशक्त बनाने की महत्वपूर्ण कड़ी: डा निशंक

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देहरादून, शिक्षक ही समाज को सशक्त बना सकता है ऐसा कहना है भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री, डा रमेश पोखरियाल निशंक का, यह उन्होने शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य मे कुसुम कांता फाउंडेशन एवं मंथन वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित “ज्ञान गंगा सम्मान 2022” के अवसर पर कहा। यह प्रोग्राम दोनो संस्थाओं द्वारा सनराईज एकेडमी मे आयोजित किया गया। डा. निशंक ने कहा भावी पीढ़ी को जिम्मेदार नागरिक बनाने मे हमारे शिक्षकों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। उन्होने कहा कि उत्तराखंड की पावन भूमि ने जहां उपनिषद, पुराण दिये वहीं चक्रवर्ती सम्राट भरत का जन्म भी इसी पावन धरती पर हुआ है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे मे भी विस्तार से बताया और कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के दृढ़संकल्प से 34 वर्षों के उपरांत नवीन शिक्षा नीति 2020 आई है जो भविष्य के भारत की दिशा और दशा तय करेगी। कार्यक्रम मे उमेश शर्मा काऊ, विधायक, रायपुर एवं बंशीधर तिवारी,महानिदेशक सूचना एवं शिक्षा विशिष्ठ अतिथि रहे। इस कार्यक्रम के रेडियो पार्टनर ओहो रेडियो एवं नालेज पार्टनर स्पर्श हिमालय रहे।
राज्य से चुने गये शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को कुसुम कांता फाउंडेशन व मंथन वेलफेयर सोसाइटी ने सम्मानित किया। इस अवसर पर कुसुम कांता फाउंडेशन से विदुषी निशंक व मंथन वेलफेयर सोसाइटी से अमित पोखरियाल व पूजा पोखरियाल रहे।

राज्य से आये शिक्षको को डा. रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक उमेश शर्मा काऊ व बंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना एवं शिक्षा ने संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया जिसमे माधवानन्द पोखरियाल- पिनानी पौढी गढ़वाल, सरिता भट्ट- जीजीआईसी देहरादून, रश्मि चौहान- हरिद्वार, प्रताप सिंह बिष्ट- उत्तरकाशी, राजीव कुमार पांथरी- पांथर, मोना बाली- नारी शिल्प, देहरादून, राकेश उनियाल- टिहरी, कमल किशोर- पिथौरागढ, कुसुम लता उप्रेती- डोईवाला, जितेन्द्र डिडोना- देहरादून, डा.डीएस नेगी- देहरादून, डा. गार्गी पंत शुक्ला- दून बिजनेस कालेज- देहरादून, उर्मिला मेहरा- देहरादून, नरेश सिंह नयाल- एनआईवीएच देहरादून, कु. जोहरा- देहरादून, संजय कुकसाल- चिन्यालीसौड़, सोनिया जुनेजा- देहरादून रहे।
इसके अतिरिक्त कुछ प्रधानाचार्य को भी सम्मानित किया गया जिसमे डा. पूनम शर्मा- सनराईज बीएड कालेज देहरादून, कर्नल जसविंदर सिंह- समर वैली स्कूल, तृप्ति चोपड़ा- दून स्कॉलर्स,अनूज सिंह- प्रकृति वैली देहरादून, बिन्दु शर्मा-आर्मी स्कूल क्लेमेनटाऊन, नीतू तोमर- सनराईज एकेडमी, देवेन्द्र पाल सिंह-जीएनए एकेडमी देहरादून, अर्चना थापा-ग्रीन लान देहरादून , जतिन सेठी- पेसले वीड कालेज, नीलम शर्मा- इंडियन एकेडमी देहरादून, हेमेन्द्र सिंह- देहरादून वर्ल्ड , प्रतिभा शर्मा-न्यू दून ब्लासम, कुसुम गुंसाई-दून ब्लासम,अपेक्षा रावत- सनराईज एकेडमी मैनेजमेंट सोसाइटी फार्मा कालेज रहे।

बेरोजगारों के लिये अच्छी खबर : रोजगार मेले का आयोजन, 38 कंपनियां लेंगी भाग, 1265 रिक्तियों में होगी नौकरियों की पेशकश

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देहरादून, राज्य के बेरोजगारों के लिये अच्छी खबर है, देहरादून रोजगार कार्यालय शुक्रवार 9 सितम्बर 2022 को रोजगार मेला आयोजित करने जा रहा है, जिसमें देशभर से 38 कंपनियां भाग लेंगी, इस रोजगार मेले में 1265 रिक्तियों पर 6000 से 40,000 के बीच वेतन पर नौकरी की पेशकश की जायेगी, यह मेला क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय परेड ग्राउंड म लगेगा, जिसमें कक्षा 10 से पोस्ट ग्रेज्युट तक की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले आवेदन के पात्र होंगे | इस आयोजित रोजगार मेले में भाग लेने के लिये प्रतिभागियों/उम्मीदवारों को 8 सितम्बर 2022 को या उससे पहले रोजगार कार्यालय देहरादून में पंजीकरण/ पंजीकरण फार्म जमा करना आवश्यक है |

रोजगार मेले में भाग लेने वाली कंपनियां :
9 सितम्बर 2022 को रोजगार मेले में कुल 38 अलग अलग सेक्टर की कंपनियां हिस्सा लेंगी, जिनमें कुछ कंपनियां आईटी और फार्मा सेक्टर और कुछ कंपनियां कस्टूमर केयर सर्विसेज में शामिल हैं, ये कंपनियां कुल 1265 विभिन्न पदों के लिये उपस्थित उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेंगी | इन पदों में साफ्टवेयर डेवलपर, एचआर फाइनेंस, फिटर, आफिस असिस्टेंड, कम्प्यूटर इंजीनियर, सेल्स एग्जीक्यूटिव, इलैक्ट्रीशियन, एलआईसी एडवायजर, कस्टमर केयर, ट्रेनी टीचर, आईटीआई ट्रेनी,
और स्पोकन इंग्लिश ट्रेनर के पद शामिल हैं |
इस रोजगार मेले में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवारों को मूल दस्तावेजों की फोटोस्टेट, रोजगार कार्यालय देहरादून के रोजगार पंजीकरण कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और आईडी कार्ड के साथ रोजगार कार्यालय देहरादून में पंजीकरण कराना आवश्यक है, उम्मीदवारों को 8 सितम्बर 2022 तक पंजीकृत किया जा सकता है |
अधिक जानकारी के लिये कृपया रोजगार कार्यालय देहरादून संपर्क कर सकते हैं या 0135-2653665 पर सुबह 10 बजे प्रात: से 4 बजे सायं तक केवल कार्यदिवस पर काॕल कर सकते हैं |

आवश्यक दस्तावेज :
रोजगार कार्यालय देहरादून का रोजगार पंजीकरण कार्ड
फोटोकाफी के साथ सभी मुल शिक्षा प्रमाण पत्र
वोटर आईडी, आधार कार्ड या पैन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो

महत्वपूर्ण तिथि व जाॕब फेयर स्थान :
पंजीकरण की अंतिम तिथि- 8 सितम्बर 2022
जाॕब फेयर तिथि- 9 सितम्बर 2022 सुबह 10.00 बजे से
जाॕब फेयर का स्थान- क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय, देहरादून

घिमतोली में जिलाधिकारी की चौपाल- कृषि , उद्यान सहित पेयजल, यातायात के मुद्दे छाये रहे

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रुद्रप्रयाग-जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विकास खंड अगस्त्यमुनि के घिमतोली गाँव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने प्राप्त शिकायतों का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही अन्य समस्याओं के समाधान हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। बता दें कि जिलाधिकारी की पहल पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर जनपद के चयनित 75 राजस्व गाँव में 75 अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण, भ्रमण के साथ ही अनिवार्य रूप से रात्रि प्रवास किया गया है। इसके तहत पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्वयं जिलाधिकारी मयूर दीझित शनिवार को राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज घिमतोली पहुंचे। यहाँ ग्रामीणों के साथ आयोजित चौपाल के दौरान घिमतोली गाँव की प्रधान बसंती देवी ने जिलाधिकारी को मुख्य मोटर मार्ग से स्वास्थ्य केंद्र तक निर्माणाधीन मोटर मार्ग, गाँव के विभिन्न तोकों में पेयजल की समस्या के साथ ही आपदा के दृष्टिगत खतरे की जद में आ रहे पैदल मार्गों, आवासीय भवन व गौशालाओं के संबंध में अवगत कराया। क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन सिंह नेगी सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने उद्यान विभाग द्वारा आईजीएल को लीज पर दी गई भूमि को पुनःउद्यान विभाग को दिए जाने की मांग की। उन्होंने बताया कि आईजीएल संस्था द्वारा पूर्व में निर्धारित शर्तों के अनुसार स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह नेगी ने ग्रामीणों की खेती को जंगली जानवरों द्वारा किए जा रहे नुकसान को लेकर निराकरण को आवश्यक बताया। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मगन सिंह नेगी ने आयोजित कार्यक्रम स्थल राइंकॉ घिमतोली में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए पैदल मार्ग से विद्यालय को संभावित खतरे को लेकर अवगत कराया। आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुरजी देवी ने क्षेत्रफल व जनसंख्या के आधार पर अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तैनाती की मांग की।
इस दौरान कुल 25 शिकायतें प्राप्त हुई तथा सभी शिकायतों के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित स्थानीय लोगों के साथ घिमतोली व स्वांरी ग्वांस का पैदल निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र तक निर्माणाधीन सड़क के सुदृढ़ीकरण हेतु एक सप्ताह अंतर्गत एस्टीमेट तैयार करने, घिमतोली में मनरेगा योजनांतर्गत दस लाख रुपए की लागत से तैयार हो रहे अमृत सरोवर की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने व घिमतोली में बनकर तैयार हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र को हस्तांतरित करने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वंचित पात्र लाभार्थियों का नाम सूची में सम्मिलित किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
वही पहली बार जिलाधिकारी के गाँव में पहुंचने पर उत्साहित स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने उनका फूल.मालाओं से स्वागत किया। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत गाँव में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी ग्रामीणों को होनी आवश्यक है। ग्रामीणों से सीधे संवाद करते हुए उन्होंने विद्यालय में अध्ययनरत छात्र.छात्राओं के अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा व खान पान पर हमें अनिवार्य रूप से ध्यान देना चाहिए।उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की शिकायतों की लगातार मॉनीटरिंग की जाएगी।साथ ही समस्या के आधार पर अगले तीन से छह माह में उनके निराकरण की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों से स्वरोजगार सहित अन्य संभावना वाले क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्य हेतु सुझाव भी मांगे। साथ ही कहा कि प्रशासनिक स्तर पर ग्रामीणों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन तत्पर है।
इस अवसर पर उप प्रधान प्रेम सिंह नेगी, बलवंत सिंह नेगी, वीर सिंह नेगी, कमल सिंह सहित राजस्व, लोनिवि आदि विभागीय अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मोजूद रहे।

देशभर से धीरे-धीरे लुप्त हो रही कांग्रेस और दुनिया से कम्युनिस्ट पार्टी : अमित शाह

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तिरुवनंतपुरम, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एससी सम्मेलन को संबोधित करते हुए ग्रैंड ओल्ड पार्टी ‘कांग्रेस’ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देशभर से कांग्रेस धीरे-धीरे लुप्त हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने नौसेना के नए निशान का भी जिक्र किया |

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं केरल के तमाम भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहना आया हूं कि वह दिन दूर नहीं है जब केरल में भी कमल के निशान का झंडा फहरने वाला है। पूरे देशभर से कांग्रेस धीरे-धीरे जनमानस से लुप्त हो रही है और पूरी दुनिया से कम्युनिस्ट पार्टी लुप्त हो रही है। केरल में महज मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा का राजनीतिक भविष्य है। हमारे कार्यकर्ताओं को इस बात को मन में स्थान देकर पुरुषार्थ करने की जरूरत है।

इसी बीच उन्होंने आईएनएस विक्रांत का जिक्र किया और कहा कि नौसेना को गुलामी की सभी निशानियों को पीछे छोड़कर अपनी वैभवशाली संस्कृति को गर्व करने वाले शिवाजी महाराज के राजचिह्न से संस्कारित एक नया निशान भी मोदी जी ने देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं केरल भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं क्योंकि पूरे देशभर में काम करने के लिए राष्ट्रभक्ति चाहिए लेकिन केरल में काम करने के लिए राष्ट्रभक्ति, बलिदान की ताकत और बहादुरी तीनों चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि 2014 में जब देश की महान जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया। उस वक्त मोदी जी पहली बार सांसद बने और प्रधानमंत्री भी बने, जब वो संसद गए थे तो उन्होंने संसद की सीढ़ियों को माथे से लगाकर उन्होंने कहा था कि यह भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार दलित सरकार दलितों की, पिछड़ों की, गरीबों की सरकार है।

आईआईटी राष्ट्र का गौरव रहे हैं और उनकी कहानी स्वतंत्र भारत की कहानी है : राष्ट्रपति

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नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आईआईटी की गाथा को स्वतंत्रत भारत की कहानी बताते हुए शनिवार को कहा कि आने वाले समय में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों से जलवायु परिवर्तन, जीवाश्म ईंधन, सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में योगदान की अपेक्षा हैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ आईआईटी राष्ट्र का गौरव रहे हैं और उनकी कहानी स्वतंत्र भारत की कहानी है।’’ उन्होंने कहा कि भारत के पास प्रतिभाओं का बड़ा भंडार हैं जिनका पूर्ण रूप से अभी तक उपयोग नहीं किया गया है। इस दिशा में आईआईटी की महत्वपूर्ण भूमिका है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आईआईटी, दिल्ली ने समाज से जुड़े मुद्दों के प्रति हमेशा अतिरिक्त संवेदनशीलता दिखायी है और कोविड-19 महामारी के प्रथम चरण में संस्थान द्वारा रैपिड एंटीजेन किट, फेस मास्क आदि विकसित किया गया था। उन्होंने कि महामारी के दौरान आईआईटी, दिल्ली का योगदान इस बात का उदाहरण है कि स्वास्थ सुरक्षा के विषय में अकादमिक संस्थान किस प्रकार से योगदान दे सकते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि देश की जनसंख्या अधिक होने के मद्देनजर भविष्य के लिए नीतियां महत्वपूर्ण हैं क्योंकि तभी आबादी का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने संस्थानों को नये तरह के अध्ययन के ढांचे, व्यवस्था एवं पाठ्य सामग्रियों से लैस करने की जरूरत है ताकि इन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।’’

मुर्मू ने कहा कि आईआईटी, दिल्ली बड़े पैमाने पर अनुसंधान एवं विकास तथा नवाचार में योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम वर्ष 2047 का उल्लेख करते हैं तब जलवायु परिवर्तन हमारे समक्ष गंभीर चुनौती बन कर आ रहा है और एक विकासशील देश होने के नाते हमारे अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव पड़ता है।’’ उन्होंने जीवाश्म ईंधन का जिक्र करते हुए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व को रेखांकित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि देश को सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिये आईआईटी से काफी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भारत की बेहतर होती स्थिति में आईआईटी का बड़ा योगदान है।

महिला कर्मचारियों के लिए विशेष मातृत्व अवकाश : नवजात की मौत हुई तो मिलेगी 60 दिन छुट्टी

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नई दिल्ली, नवजात की मौत हुई तो मिलेगी 60 दिन छुट्टी, महिला कर्मचारियों के लिए विशेष मातृत्व अवकाश
केंद्र ने कहा कि वह अपनी महिला कर्मचारियों को प्रसव के दौरान मृत शिशु के जन्म लेने या जन्म के तुरंत बाद उसकी मौत होने पर भी 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश दिया जाएगा। केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को जारी आदेश में कहा गया है कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे की मृत्यु की स्थिति को जन्म के 28 दिन बाद तक परिभाषित किया जा सकता है। मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से विचार किया गया है। बच्चे की मृत्यु के कारण होने वाले इमोशनल ट्रॉमा के दूरगामी प्रभाव को देखते हुए अब केंद्र की महिला कर्मचारी को ऐसे मामले में 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश देने का निर्णय लिया गया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा कि एक मृत बच्चे को जन्म देने वाले कर्मचारी को छुट्टी या मातृत्व अवकाश देने से संबंधित स्पष्टीकरण के लिए अनुरोध करने वाले कई संदर्भ या प्रश्न प्राप्त हो रहे थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से लिए गए निर्णय की घोषणा करते हुए डीओपीटी ने कहा कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे के मृत जन्म या मृत्यु के कारण होने वाले संभावित भावनात्मक आघात को ध्यान में रखते हुए मां के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। अब यह निर्णय लिया गया है कि जन्म / मृत जन्म के तुरंत बाद बच्चे की मृत्यु के मामले में एक महिला केंद्रीय सरकारी कर्मचारी को 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश” दिया जाए।
यह केवल एक केंद्र सरकार के कर्मचारी के लिए उपलब्ध होगा जिसमें दो से कम जीवित बच्चे हैं और केवल सरकारी अस्पताल या केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के तहत सूचीबद्ध एक निजी अस्पताल में बच्चे के वितरण के लिए उपलब्ध होगा। गैर-सूचीबद्ध निजी अस्पताल में आपातकालीन प्रसव के मामले में आपातकालीन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। यदि किसी कर्मचारी द्वारा पहले ही मातृत्व अवकाश का लाभ उठाया जा चुका है और उसकी छुट्टी उसके बच्चे की मृत्यु के जन्म/मृत जन्म के तुरंत बाद तक जारी रहती है, तब तक पहले से प्राप्त मातृत्व अवकाश को उसके अवकाश में उपलब्ध किसी अन्य प्रकार के अवकाश में परिवर्तित किया जा सकता है। इसमें कहा गया है कि मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए जोर दिए बिना बच्चे के जन्म या बच्चे की मृत्यु की तारीख से 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश दिया जाएगा।

जांच के लिए गठित रिटायर्ड अफसरों की कमेटी सिर्फ लीपापोती के इरादे से बनाई गई : मथुरा दत्त जोशी

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देहरादून, प्रदेश विधानसभा में नियम विरुद्ध भर्ती और पदोन्नति की जांच के लिए गठित रिटायर्ड अफसरों की कमेटी सिर्फ लीपापोती के इरादे से बनाई गई है। यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहीं, उन्होंने कहा कि गलत तरीके से प्रमोट किए गए मुकेश सिंघल को सिर्फ अवकाश पर भेजना काफ़ी नहीं है। इसमें भी मंशा साफ नहीं है।

श्री जोशी ने आरोप लगाया कि सिंघल के खिलाफ विपक्ष जांच की मांग कर रहा था और सिंघल विधानसभा अध्यक्ष के साथ विदेश दौरे कर रहा था, जबकि विदेश यात्रा पर जाने से पहले विवाद शुरू हो गया था और सिंघल के खिलाफ जांच की मांग की जा रही थी। ऐसे में क्या भरोसा है कि सिंघल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुछ हरकत में आई, किंतु लीपापोती की गई। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि 22 साल में विधानसभा में हुई भर्तियों की अलग अलग चरणों में जांच क्यों की जा रही है। इन सालों में 1200 लोगों की भर्ती हुईं है। तीन अफसरों की कमेटी एक महीने में जांच कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अफसरों की कमेटी सरकार को बचाने का काम करेगी।

जोशी ने सवाल किया कि इस वर्ष विधानसभा में भर्ती और नियमों को ताक पर रखकर किए गए प्रमोशन का गम्भीर आरोप तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष पर है, ऐसे में अधिकारी पूर्व स्पीकर की जांच कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा की जांच कमेटी का विरोध करती है और सीबीआई जांच की मांग दोहराती है।

मुनस्यारी के क्वीरीजिमिया गांव में लोग बीमार पड़े तो लोगों के कंधे ही बन जाते हैं ऐंबुलेंस

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(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, क्वीरीजिमिया गांव में लोग बीमार पड़े तो लोगों के कंधे ही बन जाते हैं ऐंबुलेंस, आपको बता दें कि यह ताजा मामला सीमांत क्षेत्र विकासखंड मुनस्यारी के दूरस्थ क्षेत्र उच्च हिमालय में स्थित क्वीरीजिमिया गांव का है I जिसमें क्वीरीजिमिया गांव के ग्रामीणों के कंधे ही उनके लिए ऐंबुलेंस है l सड़क से आठ किलोमीटर दूर बसे इस गांव के लोग मरीजों को डोली में डालकर सड़क तक पहुचा रहे हैं l

बीते बृहस्पतिवार को क्वीरीजिमिया गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग कल्याण सिंह पछाई बीमार पड़ गये I गांव में उपचार की कोई सुविधा नहीं है l हालत खराब होने पर ग्रामीणों ने उन्हें डोली में डाला और आठ किलोमीटर पैदल दूरी तय कर उन्हें सड़क तक पहुंचाया गया l वहाँ से उन्हें वाहन के जरिए मुनस्यारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया l क्वीरीजिमिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि क्वीरीजिमिया गांव को सड़क से जोड़ने के लिए कई बार आवाज उठाई जा चुकी है, आंदोलन करने के बावजूद भी अभी तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है, पिछले दिनों ग्रामीणों को सड़क स्वीकृत की जानकारी दी गयी थी, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ, ग्रामीणों ने शीघ्र सड़क निर्माण कार्य नहीं कराये जाने पर फिर आंदोलन करने की चेतावनी दी है l

 

सीमांत तहसील में ABVP के कार्यकर्ताओं ने uksssc भर्ती की सीबीआई जांच की रखी मांग

(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, उत्तराखंड UKSSSC व विधानसभा में हुई नियुक्ति में भ्रष्टाचार व घोटाले के मामले को लेकर निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुनस्यारी इकाई के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया, ABVP के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गणेश सिंह नेगी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी कार्यालय मुनस्यारी में एकत्रित होकर उपजिलाधिकारी मुनस्यारी भगत सिंह फोनिया के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन भेजा | वहीं प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा कि ABVP मांग करती है कि जो भी इस भर्ती घोटाले में लिप्त हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा मिले और सीबीआई जांच हो ।

 

13 माइग्रेशन गांवों को हैली सेवा सस्ती दरों पर सोमवार तथा मंगलवार को मिलेगी सेवा, जिपंस मर्तोलिया की पहल लाई रंगJagat Mantolia becomes BJPs district media in-charge - जगत मर्तोलिया बने  भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी

मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल रंग लाई। उत्तराखंड शासन के उड्डयन विभाग ने पहली बार माइग्रेशन क्षेत्र के 13 गांवों को न्यूनतम किराया पर हैली सेवा पांच मई से उपलब्ध करा दी है। सप्ताह में दो दिन सोमवार तथा मंगलवार को मांग के आधार पर हैली सेवा आम जनता को मिलेगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया दो माह से हैली सेवा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। प्रशासन की लापरवाही के चलते शासन के आदेश को लागू करने में लंबा समय लग गया।
जिला अधिकारी डां आशीष चौहान के आदेश के बाद उपजिलाधिकारी बीएस फोनिया ने इसकी सार्वजनिक सूचना जारी की। तहसील कार्यालय में इसका बुकिंग काउंटर खोला गया है। हर सप्ताह सोमवार तथा मंगलवार को हैली सुविधा मल्ला जोहार तथा रालम क्षेत्र के लिए उपलब्ध रहेगी।Helicopter Service Will Start For Dharchula Vyas Valley To Rescue People  Stuck In Disaster - व्यास घाटी के लिए आज से शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा, आपदा  में फंसे लोगों से नहीं लिया जाएगा किराया - Amar Ujala Hindi News Live
आपदा की घटना से घायल तथा बीमार लोगों को यह सुविधा प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने इसके लिए जिलाधिकारी पिथौरागढ़ तथा उत्तराखंड शासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगले साल 15 मई से आम जनता के लिए इस सुविधा को लागू करवाया जाएगा। उन्होंने आम जनता से इस हैली सेवा का लाभ उठाने की अपील की।