Wednesday, May 14, 2025
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धारचूला में आपदा प्रभावित क्षेत्र का सीएम ने किया दौरा, पीड़ित परिवारों से मिले

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पिथौरागढ़, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जनपद पिथौरागढ़ के धारचूला मे ग्राम रांथी (खोतिला) में आयी दैवी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को प्रभावित लोगों को और तेजी के साथ राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अपने भ्रमण के दौरान आपदा पीड़ित परिवारों से भी भेंट की और उन्हें हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया।

दुस्साहस,गजा क्षेत्र के बिमाणगांव में मंदिर का ताला तोड़कर हजारों की चोरी , राजस्व पुलिस ने की रिपोर्ट दर्ज

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( डीपी उनियाल) नई टिहरी,

नरेन्द्र नगर प्रखंड के गजा तहसील क्षेत्र के ग्राम बिमाणगांव में घंटा कर्ण मंदिर का ताला तोड़कर हजारों रुपए की चोरी की गई। अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है । ग्राम सभा के प्रधान सुरेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि शनिवार रात को अज्ञात चोरों ने गांव में स्थित घंटा कर्ण मंदिर का ताला तोड़कर मंदिर में रखे दान पात्र में से लगभग बीस हजार रुपए चोरी कर लिए , प्रधान सुरेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि चोरी का पता तब चला जब सुबह को मंदिर की सफाई व पूजा करने के लिए वहां गये, मंदिर का बाहर से ताला टूटा हुआ देखकर उन्होंने इसकी सूचना राजस्व उप निरीक्षक तहसील गजा को दी गई, राजस्व उप निरीक्षक प्रवीन जेठूडी मौके पर पहुंचे उसके बाद ग्रामीणों के साथ मंदिर के अंदर मौक़ा मुआइना किया गया तो पता चला कि दान पात्र से चोरी की गई है , उन्होंने बताया कि विगत दो तीन सालों का मंदिर का चढ़ावा दान पात्र में था जिसको चोरों ने चोरी कर ले गए, घटना की रिपोर्ट राजस्व उप निरीक्षक को दी गई है , इस मौके पर गांव के प्रेम सिंह, साहब सिंह, सुन्दर सिंह , श्रीमति उमा देवी, श्रीमती जुपला देवी भी उपस्थित रहे, ग्रामीणों में दहशत भी है कि चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैैं इससे पहले ग्राम सभा भाली के अंतर्गत भाली व‌‌‌ पाली के तीन मंदिरों तथा दो घरों में भी ताले तोड़कर चोरी की वारदातें हुईं हैं जिसकी सूचना प्रधान भाली सुरजीत सिंह रावत ने गजा तहसील में दे कर प्राथमिक सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, यहां पर भी मंदिरों से नगदी चुराई गई थी लेकिन अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है ।प्रधान सुरेन्द्र सिंह नेगी व अन्य लोगों ने कहा कि लगातार घटनाएं होने से ग्रामीण दहसत में हैं ।

हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव : दो मौतों के बाद भी फिर चुनाव में फिर बांटी गयी शराब, सात की हुई मौत

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हरिद्वार, चुनावों शराब बांटने का चलन बढ़ता ही जा रहा, प्रत्याशी प्रचार के दौरान चोरी छुपे शराब भी बांटते है, ऐसा ही वाकया जनपद में हो रहे पंचायत चुनाव में शराब बांटने के कारण हुआ जहां दो ग्रामीणों की मौत की वजह बन गयी। ईशम और तेजपाल की मौत के बाद भी चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी नहीं माने और प्रत्याशियों ने धड़ल्ले से शराब बांटी। सूत्रों की बात मानें तो एक व्यक्ति को तीन-तीन नेताओं के करीबियों ने फोन कर शराब दी। दो मौत के बाद अगर प्रत्याशी संभल जाते तो शायद चार जिंदगियां दम न तोड़ती।

तेजपाल (55) पुत्र रामसिंह निवासी फुलगढ़ और ईशम (32) पुत्र राजिंदर निवासी शिवगढ़ ने गुरुवार की रात को शराब पी थी। क्योंकि इस दिन नामांकन करने के बाद गांव में जश्न का माहौल था। जहां कई सौ लीटर शराब बांटी गई थी। सूत्रों की बात मानें तो कई प्रत्याशियों ने शराब बांटी थीं, दोनों शराब पीने के बाद रात को सो गए थे। सुबह दोनों ही मृत अवस्था में मिले थे। परिजनों ने शुक्रवार को ही इनका अंतिम संस्कार कर दिया था। गांव में बात फैल चुकी थी, लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार को भी जमकर शराब बांटी गई और नतीजा चार ग्रामीणों की मौत और हो गई।
शराब पीने के बाद सुबह जब उठे तो तबीयत बिगड़ने के बाद दो ग्रामीणों को अस्पताल ले जाने का मौका भी नहीं मिला। उल्टी, पेट दर्द होने के बाद 15 मिनट में ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य केस में 30 से 45 मिनट बाद ग्रामीणों की मौत हुई। राजू उर्फ राजबीन (45) पुत्र सेवाराम की सबसे पहले मौत हुई। सुबह पांच बजे तबीयत बिगड़ी तो वह उठे और खून की उल्टी हुई।

पेट में दर्द शुरू हुआ, जब तक अस्पताल ले जाने की तैयारी होती तब तक राजू के प्राण जा चुके थे। बिरमपाल (60) पुत्र बलजीत सिंह की भी उल्टी करने के बाद घर में ही मौत हो गई। जबकि अरुण (40) पुत्र चंद्रभान की तबीयत सुबह 6 बजे बिगड़ी। उल्टी के साथ ही दस्त भी लगे। सुल्तानपुर अस्पताल में ले जाया गया, जहां से हरिद्वार रेफर किया गया। बंगाली अस्पताल से जौलीग्रांट रेफर किया गया और बीच में उसकी मौत हो गई। अरुण की पत्नी ने बताया कि रात में शराब पीने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी। पिछले कई दिनों से वह शराब पी रहे थे। अमरपाल (36) पुत्र गोपाल की भी उल्टी हुई और पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाते समय मौत हुई है।

देहरादून से पहुंचे आबकारी विभााग के आला अफसर
फूलगढ़ शराब कांड की जांच के लिए आबकारी महकमे के अफसर देहरादून से यहां पहुंचना शुरू हो गए हैं। अपर आबकारी आयुक्त पीएस गर्ब्‍याल की अगुवाई में पहुंची टीम ने फूलगढ़ पहुंचकर मृतकों के परिवारों के बयान दर्ज किए। फूलगढ़ शराब कांड की गूंज से आबकारी महकमा भी हिल उठा। आनन फानन में आबकारी महकमे के आला अफसरों ने देहरादून से हरिद्वार दौड़ लगा दी।

अपर आबकारी आयुक्त पीएस गर्ब्‍याल, उप आबकारी आयुक्त रमेश चौहान उप आबकारी उपायुक्त प्रदीप कुमार, सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन गढ़वाल मंडल देवेंद्र गोस्वामी तुरंत फूलगढ़ पहुंचे। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा से पहले पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। फिर उसके बाद आला अफसर गांव में पहुंचे, जहां उन्होंने एक एक घर का रुख कर परिवार के सदस्यों से बातचीत करते हुए उनके बयान दर्ज किए।
मृतक
बिरम सिंह (55 ) पुत्र बलजीत निवासी फूलगढ,
राजू ( 45) पुत्र सेवाराम निवासी फूलगढ,
अमरपाल (36) पुत्र गोपाल निवासी फूलगढ,
अरुण 28 पुत्र चंद्रभान निवासी फूलगढ,
मनोज 32 निवासी शिवगढ़
तेजपाल 62 पुत्र राम सिंह निवासी फूलगढ
इश्मपाल 35 पुत्र राजेन्द्र निवासी शिवगढ़

कलिंग सामाजिक विज्ञान संस्थान को मिला यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार

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भुवनेश्वर: कलिंग सामाजिक विज्ञान संस्थान (किस) को साक्षरता यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार 2022 पर सर्वोच्च वैश्विक मान्यता से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार में 20,000 अमेरिकी डॉलर, एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसे 8 सितंबर 2022 को कोटे डी आइवर में यूनेस्को द्वारा आयोजित एक वैश्विक पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया।

राष्ट्र-निर्माण के उद्देश्य से एक जमीनी स्तर के संगठन के रूप में, KISS को भारत से पाँचवाँ प्राप्तकर्ता होने के लिए प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त है और यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने वाला ओडिशा का पहला और एकमात्र संस्थान है। यह भारतीय गैर-लाभकारी गैर सरकारी संगठनों में तीसरा और इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाला पहला भारतीय आदिवासी-आधारित संगठन है, जो भारत के लिए गर्व की बात है।
किस के लिए यूनेस्को पुरस्कार की घोषणा किस के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने किस परिसर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उत्सव के दौरान की थी। इस घोषणा को 30,000 किस छात्रों द्वारा स्वतःस्फूर्त उत्सव के साथ पूरा किया गया। किस पूरी तरह से निःशुल्क आवासीय शिक्षा संस्थान है। इसकी स्थापना प्रसिद्ध शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ सामंत ने की थी। यह 70,000 आदिवासी बच्चों (परिसर में शिक्षा प्राप्त करने वाले 30,000 बच्चे और 40,000 पूर्व छात्र) के लिए व्यापक विकास, व्यावसायिक और खेल सशक्तिकरण की गुंजाइश प्रदान करता है।
1993 में 125 छात्रों के साथ स्थापित, यह आदिवासी बच्चों के लिए दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षणिक संस्थान बन गया है। किस का संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न निकायों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग है। यह 2015 से ईसीओएसओसी के साथ विशेष परामर्शदात्री स्थिति में रहा है, जो जनजातीय सशक्तिकरण और शिक्षा में अपनी पहल के लिए संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग से संबद्ध होने के अलावा कई प्रशंसाओं और पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। किस – कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (किट) की एक घटक इकाई है, जो डॉ सामंत द्वारा स्थापित तकनीकी विश्वविद्यालय है।

हरिद्वार शराब कांड में आबकारी आयुक्त की बड़ी कार्रवाई, आबकारी निरीक्षक समेत 9 कर्मचारियों को किया निलंबित

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देहरादून, हरिद्वार शराब कांड में आबकारी आयुक्त की बड़ी कार्रवाई, आबकारी निरीक्षक समेत 9 कर्मचारियों को किया निलंबित को मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद किया निलंबित कर दिया गया | गौरतलब हो कि शुक्रवार 09 सितम्बर 2022 को जनपद हरिद्वार के क्षेत्र-3 लक्सर के अन्तर्गत ग्राम फूलगढ़ एवं शिवगढ़ थाना-पथरी में मदिरा के सेवन से हुई जनहानि होना ज्ञात हुआ। इस सम्बन्ध में अपर आबकारी आयुक्त (ई०आई०बी०) मुख्यालय की प्राथमिक आख्या दिनांक 10.09.2022 में मृत व्यक्तियों द्वारा शराब सेवन की पुष्टि की गयी। उपरोक्त आख्या में क्षेत्र-3 लक्सर हरिद्वार एवं जनपदीय प्रवर्तन, हरिद्वार के स्टॉफ की लापरवाही एवं गम्भीर शिथिलता परिलक्षित हुई है। तद्कम में क्षेत्र-3 लक्सर हरिद्वार एवं जनपदीय प्रवर्तन हरिद्वार में तैनात आबकारी निरीक्षक, उप आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही एवं आबकारी सिपाहियों को उत्तराखण्ड कर्मचारी आचरण नियमावली-2002 के नियम-3 का 1 व 2 में दिये गये प्राविधानों का स्पष्ट उल्लंघन का दोषी पाते हुए तालिका में अंकित कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए संयुक्त आबकारी गढ़वाल मण्डल, देहरादून के कार्यालय से सम्बद्ध किया गया|

एनएचएम मिशन डायरेक्टर आर राजेश कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों क़ो लिखा चेतावनी के साथ पत्र

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देहरादून, उत्तराखंड में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में एनएचएम के मिशन डायरेक्टर राजेश कुमार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सख्त चिट्ठी लिखी | गौरतलब हो डेंगू रोग राज्य में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित हो रहा है। डेंगू रोग को महामारी का रूप लेने से रोकने के लिये आपको समय-समय पर राज्य स्तर ने उचित दिशा निर्देश व सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसी क्रम में कृपया अधोहस्ताक्षरी द्वारा पूर्व में प्रेषित पत्र संख्या UKHFWS/NHM/NVEDCP/2022/1446 दिनांक 25/07/2022 का सन्दर्भ ग्रहरा करने का कष्ट करें जिसके द्वारा मुख्य सामेव महोदय उत्तराखण्ड शासन द्वारा डेंगू रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु दिये गये दिशानिर्देश आपको आवश्यक कार्यवाही करने हेतु प्रेषित किये गये थे।

 

असाधारण शिक्षक असंभव को भी संभव बना देते हैं, राज्यपाल ने शिक्षाविदों एवं कला साधकों को दिया ‘‘संस्कृति के सारथी” सम्मानTeachers make impossible possible

देहरादून, हरियाणा में गुरूग्राम, संस्कृति के सारथी संस्था द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने प्रतिभाग किया। इस दौरान कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने वाले 15 शिक्षाविदों एवं कला साधकों को ‘‘संस्कृति के सारथी सम्मान’’ प्रदान किये।

वही इस मौके पर राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षक की ताकत असाधारण होती है। शिक्षक के कार्य समय की दिशा बदल सकते हैं। वे कभी भी साधारण नहीं होते हैं, असाधारण शिक्षक असंभव को भी संभव बना देते हैं।

इस दौरान उत्तराखण्ड राज्यपाल ने कहा कि आज देश आज़ादी के ‘अमृत महोत्सव’ के बाद अब स्वर्णिम सपनों को साकार करने में लग चुका है। नए सपनों, नए संकल्पों को सच करने के लिए एक नये मुकाम पर पहुँच गया है। आने वाले 25 वर्ष हमारे देश को स्वर्णिम सोपानों पर आगे बढ़ाने वाले हैं।

साथ ही उन्होनें कहा कि आज के बच्चे स्वर्णिम भारत के निर्माण में भूमिका निभाएंगे। आज के विद्यार्थी शिक्षा, ज्ञान, कौशल, मेहनत, लगन, परिश्रम और साधना के बल पर भारत को समृद्ध, सशक्त और विश्वगुरू के रूप में स्थापित करेंगे। इन सब सपनों के पीछे हमारे गुरुओं का सबसे बड़ा योगदान होगा।

उन्होंने कहा कि देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इन सपनों को साकार बनने के लिए ही तैयार की गयी है। यह नीति हमारे शिक्षकों की सक्रियता के बल पर ही धरातल पर उतरेगी। इस शिक्षा नीति को अपने परिश्रम की पराकाष्ठा और बौ़द्धक कुशलता से लागू करेंगे और अपने भविष्य को स्वर्णिम बनाएंगे।

वही इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्यपाल ने कहा कि संस्कृति के सारथी एक ऐसी संस्था है जो विगत 10 वर्षों से गुरुग्राम में शिक्षा के गुणवत्ता में वृद्धि एवं कला, साहित्य और संगीत के माध्यम से समाज में भारतीय संस्कृति के संवर्धन के लिए कार्य कर रही है जो सराहनीय कार्य है। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारी और कई लोग उपस्थित रहे।

 

प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में देश की तीन बड़ी संस्थाओं द्वारा पद्मश्री डॉ.
बी.के.एस. संजय को किया सम्मानित

देहरादून, सम्मान पाना सबको अच्छा लगता है लेकिन सम्मान किसी खास व्यक्ति या संस्था द्वारा दिया जाए तो सम्मान पाने वाले के जीवन में इसका महत्व और बढ़ जाता है क्योंकि सम्मान उत्प्रेरक का काम करता है। ऐसी ही संस्थाऐं हैं विश्व प्रसिद्ध माउंट आबू स्थित प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विकलांगों के प्रति समर्पित उदयपुर, राजस्थान की नारायण सेवा संस्थान एवं इंदौर, मध्यप्रदेश स्थित लगभग 150 साल पुराने ट्रस्ट द्वारा संचालित वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय जिसने हाल ही में हमारे प्रदेश के प्रतिष्ठित पद्म श्री से सम्मानित ऑर्थाेपीडिक सर्जन डॉ. बी. के. एस. संजय को सम्मानित किया।

माउंट आबू में आयोजित माइंड बॉडी मेडिसिन सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन राजयोगिनी डॉ. रतन मोहिनी द्वारा किया गया जिसमें कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि पद्मश्री डॉ. बी. के. एस. संजय के अतिरिक्त ब्रह्माकुमारी संस्था के पदाधिकारी डॉ. बनारसी लाल शाह, डॉ. अशोक मेहता, डॉ. प्रदीप मिड्डा, राजयोगी मृत्युंजय भाई इत्यादि सम्मिलित थे। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से मेडिकल विंग के सचिव डॉ. बनारसी लाल शाह द्वारा डॉ. बी. के. एस. संजय को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

डॉ. संजय ने ब्रह्माकुमारी में अपने संबोधन में बताया कि विचार किसी भी कार्य का प्रथम स्रोत है। परिवर्तन एक सार्वभौमिक सत्य है और किसी भी व्यक्ति एवं समाज में बदलाव लाने के लिए विचारों का बदलना एक सहज सस्ता और सरल उपाय है। राजयोग के उपयोग से न केवल मानसिक और आध्यात्मिक बदलाव लाया जा सकता है बल्कि शारीरिक और भौतिक भी।
राजयोग द्वारा मनुष्य अधिक क्रियाशील, कार्यकुशल और जागरूक बन जाता है। राजयोग मनुष्य में जीवन के प्रति मूलभूत परिवर्तन ला देता है। वह संसारी होते हुए भी विदेही होता है इसी कारण वह न केवल पारिवारिक बल्कि समाज के लिए भी एक लाभदायक अंग बन जाता है।

गौरतलब है कि डॉ. संजय नेे वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय के अभिनंदन 2022 समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेकर आए हुए छात्र-छात्राओ, शिक्षकों, अभिभावकोें एवं कर्मचारियों को अपने संबोधन में जीवन में सफलता के मूल मंत्र बताए। उन्होंने बताया कि जीवन में सफलता पाने के लिए व्यवहार, ज्ञान और कौशल महत्वपूर्ण है और यह भी इसी क्रम में। व्यवहार का योगदान लगभग 50 प्रतिशत से ज्यादा होता है जबकि ज्ञान का 30 प्रतिशत तथा कौशल का योगदान 10 प्रतिशत ही होता है। इसी तरह से उन्होंने कहा सोने के अंडे देने वाली भ्म्छ एच फॉर हेल्थ, ई फॉर एजुकेशन एवं एन फॉर न्यूट्रिशन किसी भी देश के सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिक विकास के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।

नारायण सेवा संस्थान के सभागार में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पैरों के चलने का महत्व हृदय और फेफड़ों से ज्यादा है। यदि हम सब लोग अपने पैरों से चलते ना होते तो हम सब आज यहां नहीं पहुँच पाते जहां पहुँच गए हैं। शिक्षित एवं स्वस्थ व्यक्ति ना केवल अपने काम पूरे कर सकता है बल्कि वह औरों के काम में भी सहयोग दे सकता है और सहयोग ही हमारे जीवन का आधार है।

डॉ. संजय अपने प्रदेश उत्तराखण्ड का परचम देश-विदेश में फहरा रहे हैं। यह न केवल डॉ. संजय के लिए बड़े गौरव की बात है बल्कि यह पूरे प्रदेश वासियों के लिए भी गौरव की बात है कि डॉ. संजय जैसे समाज सेवी को अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ब्रह्माकुमारी, नारायण सेवा संस्थान एवं वैष्णवी ट्रस्ट जैसी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया।

हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव : दो मौतों के बाद भी फिर चुनाव में फिर बांटी गयी शराब, चार की हुई मौत

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हरिद्वार, चुनावों शराब बांटने का चलन बढ़ता ही जा रहा, प्रत्याशी प्रचार के दौरान चोरी छुपे शराब भी बांटते है, ऐसा ही वाकया जनपद में हो रहे पंचायत चुनाव में शराब बांटने के कारण हुआ जहां दो ग्रामीणों की मौत की वजह बन गयी। ईशम और तेजपाल की मौत के बाद भी चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी नहीं माने और प्रत्याशियों ने धड़ल्ले से शराब बांटी। सूत्रों की बात मानें तो एक व्यक्ति को तीन-तीन नेताओं के करीबियों ने फोन कर शराब दी। दो मौत के बाद अगर प्रत्याशी संभल जाते तो शायद चार जिंदगियां दम न तोड़ती।
तेजपाल (55) पुत्र रामसिंह निवासी फुलगढ़ और ईशम (32) पुत्र राजिंदर निवासी शिवगढ़ ने गुरुवार की रात को शराब पी थी। क्योंकि इस दिन नामांकन करने के बाद गांव में जश्न का माहौल था। जहां कई सौ लीटर शराब बांटी गई थी। सूत्रों की बात मानें तो कई प्रत्याशियों ने शराब बांटी थीं, दोनों शराब पीने के बाद रात को सो गए थे। सुबह दोनों ही मृत अवस्था में मिले थे। परिजनों ने शुक्रवार को ही इनका अंतिम संस्कार कर दिया था। गांव में बात फैल चुकी थी, लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार को भी जमकर शराब बांटी गई और नतीजा चार ग्रामीणों की मौत और हो गई।
शराब पीने के बाद सुबह जब उठे तो तबीयत बिगड़ने के बाद दो ग्रामीणों को अस्पताल ले जाने का मौका भी नहीं मिला। उल्टी, पेट दर्द होने के बाद 15 मिनट में ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य केस में 30 से 45 मिनट बाद ग्रामीणों की मौत हुई। राजू उर्फ राजबीन (45) पुत्र सेवाराम की सबसे पहले मौत हुई। सुबह पांच बजे तबीयत बिगड़ी तो वह उठे और खून की उल्टी हुई।

पेट में दर्द शुरू हुआ, जब तक अस्पताल ले जाने की तैयारी होती तब तक राजू के प्राण जा चुके थे। बिरमपाल (60) पुत्र बलजीत सिंह की भी उल्टी करने के बाद घर में ही मौत हो गई। जबकि अरुण (40) पुत्र चंद्रभान की तबीयत सुबह 6 बजे बिगड़ी। उल्टी के साथ ही दस्त भी लगे। सुल्तानपुर अस्पताल में ले जाया गया, जहां से हरिद्वार रेफर किया गया। बंगाली अस्पताल से जौलीग्रांट रेफर किया गया और बीच में उसकी मौत हो गई। अरुण की पत्नी ने बताया कि रात में शराब पीने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी। पिछले कई दिनों से वह शराब पी रहे थे। अमरपाल (36) पुत्र गोपाल की भी उल्टी हुई और पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाते समय मौत हुई है।

देहरादून से पहुंचे आबकारी विभााग के आला अफसर
फूलगढ़ शराब कांड की जांच के लिए आबकारी महकमे के अफसर देहरादून से यहां पहुंचना शुरू हो गए हैं। अपर आबकारी आयुक्त पीएस गर्ब्‍याल की अगुवाई में पहुंची टीम ने फूलगढ़ पहुंचकर मृतकों के परिवारों के बयान दर्ज किए। फूलगढ़ शराब कांड की गूंज से आबकारी महकमा भी हिल उठा। आनन फानन में आबकारी महकमे के आला अफसरों ने देहरादून से हरिद्वार दौड़ लगा दी।

अपर आबकारी आयुक्त पीएस गर्ब्‍याल, उप आबकारी आयुक्त रमेश चौहान उप आबकारी उपायुक्त प्रदीप कुमार, सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन गढ़वाल मंडल देवेंद्र गोस्वामी तुरंत फूलगढ़ पहुंचे। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा से पहले पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। फिर उसके बाद आला अफसर गांव में पहुंचे, जहां उन्होंने एक एक घर का रुख कर परिवार के सदस्यों से बातचीत करते हुए उनके बयान दर्ज किए।

मृतक
बिरम सिंह (55 ) पुत्र बलजीत निवासी फूलगढ,
राजू ( 45) पुत्र सेवाराम निवासी फूलगढ,
अमरपाल (36) पुत्र गोपाल निवासी फूलगढ,
अरुण 28 पुत्र चंद्रभान निवासी फूलगढ,
मनोज 32 निवासी शिवगढ़
तेजपाल 62 पुत्र राम सिंह निवासी फूलगढ
इश्मपाल 35 पुत्र राजेन्द्र निवासी शिवगढ़

भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत के 135 वें जन्मदिन समारोह में सीएम धामी ने श्रद्धासुमन अर्पित कर दी उन्हें श्रद्धांजलि

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत के 135 वें जन्मदिन समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने पं. गोविन्द बल्लभ पंत जी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी एवं कुशल प्रशासक थे। उन्होंने देश को नई दिशा देने के साथ ही कुली बेगार प्रथा तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक संघर्ष कर समाज में व्याप्त बुराइयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई। देश की आजादी से पूर्व एवं देश की आजादी के बाद भी उन्होंने देश सेवा के लिए जो कार्य किये, वे सभी कार्य हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया। हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत जी का पहाड़ के प्रति विशेष लगाव था। जीवन में तमाम समस्याओं के बावजूद भी वे अपने कर्तव्य पथ से कभी पीछे नहीं हटे। उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं भारत के गृह मंत्री के महत्वपूर्ण दायित्व उनके पास रहे। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के ऐसे महान सपूत से प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड युवा राज्य है। 2025 में हम उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना की रजत जयंती मनायेंगे। तब तक उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में हो, इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। हमें विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पं. गोविंद बल्लभ पंत ने देश की आजादी के लिए पूरा जीवन खपाया। उन्होंने पहाड़ के विकास एवं संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभमि के साथ वीरभूमि भी है। पं.गोविंद बल्लभ पंत जैसे क्रांतिकारी इसी देवभूमि में पैदा हुए। डॉ. निशंक ने कहा कि भारत रत्न पं.गोविंद बल्लभ पंत जी ने जो रास्ता दिखाया, उससे प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ना होगा। वे देवभूमि उत्तराखण्ड के गौरव एवं सम्मान हैं। उन्होंने कहा आज देश ज्ञान-विज्ञान अनुसंधान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, मैती आन्दोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, दीप्ति रावत भारद्वाज, राकेश डोभाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

नशा तस्करी के आरोप में जिला जेल में बंद व्यक्ति की संदिग्ध हालात में हुई मौत

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देहरादून, जिला जेल में बंद एक व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है, यह व्यक्ति यहां पर नशा तस्करी के आरोप में बंद था।। इसके अलावा आरोपित की मौत सुद्धोवाला जेल के अंदर हुई या अस्पताल में इसकी पुष्टि भी नहीं हो पाई है। फिलहाल, शव को दून अस्पताल के शवगृह में रखा गया है, दूसरी तरफ, व्यक्ति की मौत की खबर सुनकर बड़ी संख्या में स्वजन दून अस्पताल पहुंचे और हंगामा किया। स्वजन का आरोप है कि जेल के अंदर उसकी पिटाई की गई, जिस कारण उसकी मौत हुई है।
सीओ सिटी नरेंद्र पंत ने बताया कि सियाजुद्दीन उर्फ बाबर को नशे की तस्करी करने के आरोप में शहर कोतवाली पुलिस ने तीन सितंबर को गांधी रोड स्थित कसाई मोहल्ला से उसके घर से गिरफ्तार किया था।

शुक्रवार रात दून अस्पताल से सूचना मिली कि बाबर की मौत हो गई है और उसे दून अस्पताल लाया गया है। स्वजन को इस बारे में पता चला तो वह मौके पर पहुंचे और हंगामा करना शुरू कर दिया, स्वजनों ने बताया कि बाबर का स्वास्थ्य ठीक नहीं था, इसके बावजूद पुलिस उसे गिरफ्तार करके ले गई। सीओ सिटी ने बताया कि मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित की जाएगी। चिकित्सकों का बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा। इसके बाद ही मौत की असल वजह पता चल सकेगी।

बारिश से हो रहा भारी नुकसान, 13 तक मानसून के तेज रहने की संभावना

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड़ के पर्वतीय भू भागों में भूस्खलन अभी भी जगह पर हो रहा है, पिथौरागढ़ के धारचूला भारी बरसात और भूस्खलन से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्रारंभिक खबरों के अनुसार जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है,
दूसरी और मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में 13 सितंबर तक मानसून के तेज रहने की संभावना है। इस दौरान कई जिलों में भारी बारिश होगी। विभाग ने 13 सितंबर तक के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। हम धारचूला में हुए नुकसान के बारे में और जानकारियां लेकर आपके समक्ष होंगे।
मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के मुताबिक 10 सितंबर को राज्य के नैनीताल बागेश्वर और चमोली जनपदों में कहीं.कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अन्य जनपदों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
वही 11 सितंबर को देहरादून, नैनीताल, टिहरी और बागेश्वर जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा राज्य के अनेक पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

वही 12 सितंबर को नैनीताल बागेश्वर और देहरादून जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अन्य जनपदों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

13 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी यलो अलर्ट के मुताबिक 13 सितंबर को नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।