रुद्रप्रयाग- भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहरी होती है वर्षों से ब्यवस्था से पीड़ित एक पूर्व फौजी की दास्तां इसे बयां करने को काफी है। वर्ष 2013 में जिलाधिकारी कार्यालय में उपनल के माध्यम से नौकरी के लिये आवेदन करने वाले पूर्व सैनिक को नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी दो लाख की डिमांड पूरी न करने कारण नियुक्ति नहीं दी गई।
दरअसल वर्ष 2013 में सेना से सेवानिवृत्त हुये जनपद के कोठगी गांव निवासी विजय ने जिलाधिकारी कार्यालय में उपनल के माध्यम से नौकरी के लिए आवेदन किया। विजय लाल को उपनल ने ज्वाइनिंग लेटर भी दे दिया था। लेकिन 9 सालों तक इन्हें ज्वाइनिंग नहीं दी गई विजय लाल का आरोप है कि जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक बाबू ने उनसे 2 लाख रुपये की मांग की जिसे उन्होंने पूरा करना उचित नही समझा व ब्यवस्था पर विश्वास रखते हुये 9 सालों तक अपने हक की लड़ाई लड़ते रहे। इस बीच विजय लाल पात्र होते हुए भी देहरादून से लेकर रुद्रप्रयाग तक अधिकारियों के चक्कर काटते रहे।
विजय लाल का आरोप हैं कि उनके बाद करीब 90 लोगों को उपनल व पीआरडी से जिलाधिकारी कार्यालय व तहसीलों में लगाया गया, जिसमें कई लोग अपात्र भी हैं. इन्हें नियुक्ति देने में उक्त कर्मचारी की बड़ी भूमिका रही।
मामला जिलाधिकारी कार्यालय का होने के कारण सुर्खियों में है अब इस मामले में राजनीतिक पार्टियां भी मुखर हो गई। कांग्रेस जिला प्रवक्ता नरेंद्र बिष्ट , उक्रांद के जिलाध्यक्ष बलबीर चौधरी का कहना है कि शर्म की बात है कि रुद्रप्रयाग में भी नौकरियों के लिए पैसे की डिमांड की जा रही है उन्होंने कहा कि विभागों में ब्याप्त भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन सख्ती नहीं दिखा पा रहा जिसका नतीजा अधिकारी, कर्मचारी बैखोप होकर भ्रष्टाचार में लिप्त है।
भ्रष्टाचारी व्यवस्था- पीड़ित पूर्व सैनिक ने खोली जिला प्रशासन की ऑख, 2 लाख की डिमांड पूरी न करने पर 9 वर्षों से नहीं मिली नियुक्ति
खलंगा के जंगल में युवक का पेड़ पर रस्सी से लटका शव मिला, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
देहरादून, सहस्त्रधारा रोड़ स्थित खलंगा के जंगल में एक युवक के पेड़ पर रस्सी से लटके होने की सूचना मिली। एसपी सिटी सरिता डोबाल और सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी मौके पर पहुंचे। वहां एक युवक का शव पेड़ से रस्सी के सहारे लटका मिला।
शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक के भतीजे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव खलंगा के जंगल में पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, प्रथमदृष्टया मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का लग रहा है।
एसएसआई बलदीप सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक रघुनाथ आर्य ने बुधवार रात सूचना दी थी कि उनका भतीजा दीपक आर्य (23) पुत्र विनोद आर्य निवासी ग्राम फलाटी, अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग, हाल निवासी विकास कॉलोनी, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून दोपहर तीन बजे से लापता है। तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी।
खोजबीन के दौरान बृहस्पतिवार सुबह तिब्बती कॉलोनी से आगे खलंगा के जंगल में एक युवक के पेड़ पर रस्सी से लटके होने की सूचना मिली। एसपी सिटी सरिता डोबाल और सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी मौके पर पहुंचे।
वहां एक युवक का शव पेड़ से रस्सी के सहारे लटका मिला। फील्ड यूनिट की टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया।
खोजबीन के दौरान बृहस्पतिवार सुबह तिब्बती कॉलोनी से आगे खलंगा के जंगल में एक युवक के पेड़ पर रस्सी से लटके होने की सूचना मिली। एसपी सिटी सरिता डोबाल और सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी मौके पर पहुंचे।
वहां एक युवक का शव पेड़ से रस्सी के सहारे लटका मिला। फील्ड यूनिट की टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। साथ ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर शव को पेड़ से उतारा गया। मृतक की शिनाख्त परिजनों ने दीपक आर्य के रूप में की। एसपी सिटी ने बताया कि प्रथमदृष्टया मौत का कारण रस्सी के सहारे पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या करना प्रतीत होता है। घटनास्थल से करीब 400 मीटर दूर सड़क किनारे मृतक की सफेद रंग की एक्टिवा खड़ी मिली। इसे सुरक्षा की दृष्टि से थाने में खड़ा करा दिया गया है। मृतक संयुक्त निदेशक के घर के नीचे वाले हिस्से में रहता था और उन्हें कार्यालय में गाड़ी से लाता-ले जाता था। बुधवार दोपहर को वह कार्यालय में खाना देने के बाद घर नहीं लौटा। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल चेक कराई जा रही है।
डॉ0 रावत ने केन्द्रीय मंत्री से की मुलाकात, एनईपी पर हुई चर्चा
देहरादून/नई दिल्ली, उत्तराखंड में विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्राथमिक स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने के बाद अब इसी माह उच्च शिक्षा विभाग में भी एनईपी लागू कर दी जायेगी, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। इस बात की जानकारी सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को दी। उन्होंने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को उच्च शिक्षा विभाग में एनईपी-2020 लागू करने के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि अमंत्रित किया। जिस पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने अपनी सहमति दी है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से शिष्टचार भेंट की। इस दौरान डॉ0 रावत ने केन्द्रीय मंत्री से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, पीएम-श्री योजना सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। डॉ0 रावत ने बताया कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां विद्यालयी शिक्षा में एनईपी को लागू कर दिया गया है, जिसकी सराहना देशभर में हो रही है। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा में भी इसी सत्र से सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर एनईपी लागू कर दी जायेगी। जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के शुभारम्भ केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के कर कमलों से किया जायेगा। इसके लिये देहरादून में माह सितम्बर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। पीएम-श्री योजना के तहत देशभर के 14500 विद्यालयों को विश्व स्तरीय बनाये जाने पर उन्होंने केन्द्रीय मंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पीएम-श्री योजना से न सिर्फ पिछड़े क्षेत्रों के स्कूलों की सूरत बदलेगी बल्कि छात्र-छात्राओं को बेहत्तर शिक्षा मुहैया हो सकेगी। केन्द्रीय मंत्री से मुलाकात के दौरान डॉ0 रावत ने एच0एन0बी0 गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कार्मिकों की विभिन्न मांगों पर भी चर्चा की, साथ ही एनआईटी सुमाडी में चल रहे निर्माण कार्यों से भी केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को अवगत कराया। इसके अलावा उन्होंने रूसा फेज-2 के अंतर्गत स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष अवशेष राशि को जारी करने की मांग भी धर्मेंद्र प्रधान से की, जिस पर केन्द्रीय मंत्री ने सकारात्मक रूख अपनाते हुये शीघ्र अवशेष राशि जारी करने का आश्वासन दिया साथ ही उन्होंने रूसा फेज-3 से संबंधित निर्माण कार्यों की डीपीआर शीघ्र केन्द्र सरकार को भेजने को कहा।
इस अवसर पर रूसा सलाहकार प्रो0 एम0एस0एम0 रावत, प्रो0 के0डी0 पुरोहित, संयुक्त निदेशक एवं नोडल रूसा डॉ0 ए0एस0 उनियाल भी मौजूद रहे।
हिमालय के संरक्षण में हम सभी की भागीदारी जरूरी : मुख्यमंत्री धामी
श्रीमद्भागवत गीता के ऊपर संक्षेप व सरल भाषा में लिखी गई पुस्तक का हुआ विमोचन
हरि मंदिर रथ को सीएम ने हरी झंडी दिखाकर कियॎ रवाना
ऋषिकेश, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में हिमालय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने हरि मंदिर रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने हिमालय के संरक्षण हेतु शपथ दिलवाई एवं श्रीमद्भागवत गीता के ऊपर संक्षेप व सरल भाषा में लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालय के प्राकृतिक जल स्रोतों धारों, नालों के अध्ययन, संरक्षण और संवर्धन के लिए एक कमेटी के गठन किए जाने की बात कही, जो विभिन्न प्रयासों से हिमालय के प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाने और संरक्षित करने का हर सम्भव प्रयास करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिमालय के संरक्षण में हम सभी की भागीदारी जरूरी है। सरकार के दोनों दायित्व तय हैं, जहां एक ओर हिमालय के संरक्षण के प्रति गंभीर रहना है, तो दूसरी ओर विकास के प्रति भी उतना ही दायित्व निभाना है, ताकि हिमालय का पर्यावरण सुरक्षित रहे और यहाँ के निवासियों की आर्थिकी भी। समूचे हिमालय से जुड़े राज्यों के लिए यहाँ की अलग भौगोलिक और स्थानीय परिस्थिति के अनुकूल अलग विकास मॉडल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने नीति आयोग की बैठक में भी हिमालय के महत्वपूर्ण सरोकारों से जुड़े मुद्दों को साझा किया और इस संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव और प्रस्ताव साझा किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमालयी क्षेत्रों में सामाजिक विकास की आवश्यकता है, हमें इकॉलोजी एवं इकोनॉमी को साथ में रखते हुए कार्य करना होगा। हिमालय की जैव विविधता को संरक्षित करना है। जब हिमालय बचा रहेगा, तभी जीवन बचा रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमालय का किसी राज्य व देश के लिये ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिये महत्व है। हिमालय के संरक्षण का दायित्व, हम सभी का है। हिमालय के संरक्षण के लिये यहां की संस्कृति, नदियों व वनों का संरक्षण जरूरी है। विकास के साथ ही प्रकृति के साथ भी संतुलन बनाना होगा। प्रकृति के संरक्षण के लिये हिमालय का संरक्षण आवश्यक है। हिमालयी राज्यों को विकास के दृष्टिगत पारिस्थितिकी और आर्थिकी के समन्वय पर ध्यान देने की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण उत्तराखण्ड वासियों के स्वभाव में है, हरेला जैसे पर्व, प्रकृति से जुड़ने की हमारे पूर्वजों की दूरगामी सोच का परिणाम है। पर्यावरण में हो रहे बदलावों, ग्लोबल वार्मिंग के साथ ही जल, जंगल, जमीन से जुड़े विषयों पर समेकित चिंतन की जरूरत है। सामाजिक चेतना तथा समेकित सामूहिक प्रयासों से ही हम इस समस्या के समाधान में सहयोगी बन सकते हैं।
परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने हिमालय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पहाड़ी राज्य का प्रत्येक व्यक्ति हिमालय का प्रहरी है। हिमालय जैसे विराट भूभाग का संरक्षण ही असल मायनों में हमारे भविष्य का संरक्षण है। उन्होंने कहा गंगा, जलाशय, प्राकृतिक संसाधनों, ग्लेशियर का संरक्षण के साथ ही हिमालय का संरक्षण मुमकिन है। मां गंगा का अस्तित्व हिमालय एवं ग्लेशियर के अस्तित्व पर आधारित है, उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को एकल हनुमान सम्मान प्रदान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री धामी पर्यावरण के संरक्षण में हनुमान की तरह संकल्पित होकर अथक परिश्रम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उत्तराखंड का वातावरण एवं पर्यावरण पूरे विश्व को अपनी ओर आकर्षित करता है। उन्होंने कहा यहां आने से नई ऊर्जा मिलती है। हिमालय के संरक्षण के साथ ही जीवनदायिनी मां गंगा का संरक्षण भी बेहद जरूरी है एवं पर्यावरण के संरक्षण में सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने हर शुभ कार्य से पहले पौधारोपण एवं उत्तराखंड के साथ ही पूरे भारत को प्लास्टिक मुक्त किए जाने हेतु आग्रह किया।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज एवं बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रकृति पर्यावरण के साथ ही हिमालय ग्लेशियर का संरक्षण बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में वन विभाग जंगलों, प्राकृतिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के कार्य में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा हम सभी एवं आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण और हिमालय के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु संकल्पबद्ध होना पड़ेगा ।
पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी ने हिमालय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिमालय के संरक्षण हेतु चर्चा विचार एवं मंथन यहां के निवासियों, एनजीओ, शोध संस्थानो द्वारा गंभीरता से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा हिमालय के संरक्षण के साथ, वहां के मूल निवासियों का संरक्षण भी बेहद जरूरी है, जिसके लिए विकास और पर्यावरण में संतुलन बनाना होगा। उन्होंने कहा हमारा भविष्य तभी सुरक्षित है, जब हिमालय सुरक्षित होगा।
इस अवसर पर विधायक रेनू बिष्ट, विधायक गोपाल राम टम्टा, जिलाधिकारी पौड़ी विजय कुमार जोगदंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी जसवंत सिंह चौहान, एकल भारत लोक शिक्षा परिषद से नीरज राय एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
उत्तराखंड में खेल पुरस्कारों की धनराशि बढ़ी, ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने पर पुरस्कार के रूप में मिलेंगे दो करोड़
देहरादून, उत्तराखंड के खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी खबर है। उत्तराखंड में खेल पुरस्कारों की धनराशि बढ़ा दी गई है। धामी सरकार ने खिलाड़ियों को दी जाने वाली धनराशि बढ़ा दी है। शासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने पर पुरस्कार के रूप में दो करोड़ और ओलंपिक में प्रतिभाग करने पर 50 लाख की धनराशि दी जाएगी। उत्तराखंड खेल विभाग की ओर से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता प्रदेश के खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों के पुरस्कारों की धनराशि को बढ़ा दिया गया है। खेल पुरस्कारों की धनराशि में 30 से शत प्रतिशत की वृद्धि की गई है। विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने इस संबध में आदेश जारी किया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि ओलंपिक, विश्वकप, एशियन खेल, राष्ट्रमंडल खेलों में चयन के बाद खिलाड़ी को संबंधित प्रतियोगिता में प्रतिभाग के लिए मान्य धनराशि का 20 प्रतिशत पहले ही उपलब्ध कराया जाएगा। प्रतियोगिता में प्रतिभाग या पदक जीतने पर मिलने वाली धनराशि में इसे समायोजित किया जाएगा।
अब मिलेगी इतनी धनराशि
ओलंपिक खेल:- स्वर्ण दो करोड़,रजत डेढ़ करोड़,कांस्य एक करोड़,प्रतिभाग 50 लाख।
विश्व चौंपियनशिप:- स्वर्ण 30 लाख,रजत 20 लाख,कांस्य 15 लाख,प्रतिभाग साढ़े सात लाख।
एशियन खेल:- स्वर्ण 30 लाख,रजत 20 लाख,कांस्य 15 लाख,प्रतिभाग साढ़े सात लाख।
ओलंपिक में स्वर्ण विजेता को दो करोड़ :
खेल निदेशक के आदेश के अनुसार ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ी को दो करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। जबकि, रजत पदक विजेता को डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। ओलंपिक खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी को पचास लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
विश्वकप जीतने पर मिलेंगे तीस लाख :
विश्वकप में स्वर्ण जीतने वाले को तीस लाख विश्व कप और विश्व चौम्पियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश के खिलाड़ी को तीस लाख, रजत पदक विजेता को 20 लाख, कांस्य पदक विजेता को 15 लाख और प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी को साढ़े सात लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
राष्ट्रीय खेलों की पुरस्कार राशि बढ़ाई राष्ट्रमंडल खेल, एशियन चौम्पियनशिप, कॉमनवेल्थ के साथ ही अन्य अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ा दी गई है। जूनियर और सब जूनियर वर्ग के खिलाड़ियों के लिए भी पुरस्कार राशि बढ़ाई गई है। आदेश के अनुसार ओलंपिक, विश्व कप, एशियन खेल और राष्ट्रमंडल खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को चयन के बाद 20 प्रतिशत राशि पहले ही दे दी जाएगी।
राज्य स्तरीय पंचायत संसाधन केन्द्र के निर्मित भवन का उद्घाटन
देहरादून, शुक्रवार को निदेशालय पंचायतीराज परिसर अन्तर्गत राज्य स्तरीय पंचायत संसाधन केन्द्र (SPRC) के निर्मित भवन में पूर्व न्यायमूर्ति बी०एस० वर्मा एवं नितेश झा (आई०ए०एस०), सचिव, पंचायतीराज एवं पेयजल विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा “समर्पित आयोग” के कार्यालय का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही सचिव, पंचायतीराज एवं पेयजल विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा जल जीवन मिशन के “विस्तारित कार्यालय” का भी उद्घाटन किया गया। चूँकि जल जीवन मिशन के तहत बनने वाली सारी योजनाओं को पूर्ण होने के उपरान्त, पंचायतों को हस्तान्तरित किया जाना है, अतः इसे निदेशालय पंचायतीराज में स्थापित किया जाना प्रासंगिक हो जाता है।
इस अवसर पर ईवा आशीष श्रीवास्तव (आई०ए०एस० ) मिशन निदेशक, जल जीवन मिशन, बंशीधर तिवारी (आई०ए०एस०), निदेशक, पंचायतीराज, ओमकार सिंह, अपर सचिव पंचायतीराज, राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक, पंचायतीराज एवं जल जीवन मिशन तथा पंचायतीराज विभाग के अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।
वहीं प्रदेश में पंचायत चुनाव / शहरी निकाय चुनावों के मद्देनजर राज्यान्तर्गत प्रत्येक स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति और निहितार्थ की सम सामयिक कठोर अनुभवजन्य जांच हेतु बी०एस० वर्मा, पूर्व न्यायमूर्ति उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय, नैनीताल की अध्यक्षता में “समर्पित आयोग का गठन किया गया ।
नौकरियां बांटने में जो इस समय उबाल देखने को मिल रहा है वह प्रदेश सरकार की नाकामी : सपा
देहरादून, समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण सचान ने बताया कि उत्तराखंड में इस समय जो ज्वलंत समस्याएं है उनको लेकर पार्टी काफी सजग है और उत्तराखंड के भविष्य के लिए पार्टी आने वाले दिनों में इन सभी ज्वलंत समस्याओं पर बखूबी अपना योगदान देगी | पत्रकारों से बात करते हुये श्री सचान ने कहा कि उत्तराखंड में पिछले दिनों यूकेएसएसएससी का मामला हो या विधानसभा का मामला हो खासकर नौकरियां बांटने में जो इस समय उबाल देखने को मिल रहा है वह प्रदेश सरकार की नाकामी है |
वही प्रदेश अध्यक्ष शंभू प्रसाद पोखरियाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी को उत्तराखंड में हम मजबूत करने का काम करेंगे, उत्तराखंड राज्य के गठन से आज तक जिनकी भी नियुक्तियां हुई है उनकी हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं | उन्होंने कहा कि विजिलेंस विभाग नेताओं अधिकारियों की आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रिपोर्ट को भी सार्वजनिक करें।
हिमालय दिवस पर ली पर्यावरण संरक्षण की प्रतिज्ञा, विद्यालयों में मनाया गया हिमालय बचाओ दिवस
टिहरी, नरेन्द्रनगर प्रखंड के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा, हाई स्कूल ओवरी , राजकीय उच्च प्राथमिक गजा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुल्पी सेरा में आज हिमालय दिवस पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के साथ मनाया गया |
इस अवसर पर हिमालय के ग्लेशियरों को पर्यावरणीय संतुलन के लिए जरूरी बताया गया। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा में कालेज के प्रधानाचार्य द्वारिका नाथ, ओवरी के प्रभारी प्रधानाचार्य राजेन्द्र सिंह चौहान, जूनियर गजा के राकेश सिंह रावत तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुल्पी सेरा के प्रधानाध्यापक विजय सिंह ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया जाना चाहिए ताकि हमारा जल, जंगल, जमीन स्वच्छ रहे तथा इसी से हमारा जीवन है ।
हिमालय हमारा मस्तक है तथा जीवनदायिनी नदियों का उद्गम स्थल है । हमारे देश की रक्षा भी हिमालय से है इसलिए पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए आज हमें सोचना होगा । इस अवसर पर सभी शिक्षक शिक्षिकाओं व छात्र छात्राओं ने प्रतिज्ञा ली
स्व. इंद्रमणि बडोनी चौक से चंद्रभागा नदी के वृक्षारोपण स्थल तक ‘हिमालय बचाओ नदी बचाओ’ रैली का हुआ आयोजन
ॠषिकेश, स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान एवं लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान ने आज हिमालय दिवस के अवसर पर स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी चौक ऋषिकेश से चंद्रभागा नदी के वृक्षारोपण स्थल तक ‘हिमालय बचाओ नदी बचाओ’ रैली का आयोजन किया।
हिमालय बचाओ नदी बचाओ अभियान में संस्था के प्रमुख पर्यावरणविद् श्याम लाल ने कहा कि अगर हम हिमालय की तलहटी से जलवायु परिवर्तन को नहीं रोक सकते तो हमारे देश का मुकुट हिमालय दिन प्रतिदिन क्षीर्ण होते जा रहा है, हमें जल जंगल जमीन का संरक्षण करना होगा ताकि हिमालय सुरक्षित रह सके और हिमालय से बहती गंगा का जल निर्मल हो इसके लिए है हमें गंगा से जुड़ी हुई छोटी छोटी नदियों का संरक्षण करना होगा । इसके तहत चंद्रभागा नदी के किनारे स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के तहत ORBIS फाइनेंस कंपनी द्वारा वृक्षारोपण स्थल के एक हेक्टेयर क्षेत्र में 1000 पौधों का उगाने का संकल्प किया है ।
सूखा कचरा प्रबंधन परियोजना के परियोजना समन्वयक नवीन नेगी ने बताया कि हम सभी को नदियों के किनारों को मिलकर स्वच्छ रखने का सार्थक कार्य करना चाहिए तभी हमारी गंगा नदी स्वच्छ रहेगी और जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान से हम लोग निजात पाएंगे | कार्यक्रम में संस्था की महिला संगठन की अध्यक्षा शशि लता पांडे, संगीता तिवारी, देवेश्वरी, लक्ष्मी, ललिता, पूजा कौसर एवं आनंदी मालती आदि उपस्थित रही |
कैबिनेट बैठक : सात हजार पदों के लिए प्रस्तावित सभी परीक्षाएं राज्य लोक सेवा आयोग कराएगा
देहरादून, उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला लिया गया। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत पांच भर्ती परीक्षाएं रद कर दी गई हैं। अब उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सात हजार पदों के लिए प्रस्तावित सभी परीक्षाएं राज्य लोक सेवा आयोग कराएगा।
आज हुई कैबिनेट बैठक में 770 पदों के लिए पांच परीक्षाएं रद की गईं हैं। इनमें वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक, मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार और पुलिस रैंकर्स की परीक्षाएं शामिल हैं।
कैबिनेट ने किया प्रस्ताव पारित
भर्ती परीक्षाओं की शुचिता और गरिमा बनाए रखने के लिए राज्य सरकार हरसंभव कदम उठाएगी: सीएम पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा लगभग 7000 पदों पर गतिमान भर्ती प्रक्रिया राज्य लोक सेवा आयोग को हस्तान्तरित करने के सम्बंध में आज कैबिनेट से प्रस्ताव पारित हो गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी के निर्देश हैं कि भर्ती परीक्षाओं की शुचिता और गरिमा बनाए रखने के लिए राज्य सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।
इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार ने इन भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग से कराने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने शीघ्र ही भर्ती परीक्षाओं का एक कैलेंडर जारी कर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने भविष्य की परीक्षाओं का भी एडवांस कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिये
मुख्यमंत्री श्री धामी के निर्देश है कि वर्तमान विज्ञापित पदों के साथ-साथ राज्य सरकार के सभी विभाग एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपने यहां सीधी भर्तियों के रिक्त पदों की सूची बनाते हुए आयोग को उपलब्ध कराएं जिससे भविष्य की परीक्षाओं का भी एडवांस कैलेंडर जारी किया जा सके।
वे समस्त परीक्षाएं जिनमें अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा किसी भी चरण की परीक्षा आयोजित कर परिणाम घोषित कर दिया गया है, किन्तु चयन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है. उन परीक्षाओं की अवशेष कार्यवाही उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा की जायेगी। वे समस्त परीक्षाएं जिनमें अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आवेदन आमंत्रित किये जा चुके हैं तथा कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं की गयी है; उनमें लोक सेवा आयोग की परिधि में जाने के पश्चात् पुनः विज्ञप्ति प्रकाशित किए जाने की दशा में अभ्याथियों को आवेदन शुल्क से मुक्त रखा जाएगा। राज्य सरकार सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध है
शीघ्र से शीघ्र परीक्षाएं कराकर युवाओं को नौकरी देना सरकार की पहली प्राथमिकता: सीएम
युवाओं का मनोबल बनाए रखने के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से शीघ्र से शीघ्र परीक्षाएं कराकर युवाओं को नौकरी देना सरकार की पहली प्राथमिकता है। युवा बेरोजगारों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धी माहौल देने के लिए सरकार कृतसंकल्प है।
खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर रही महिलाएं-डा.विशाल गर्ग
हरिद्वार,( कुलभूषण शर्मा)। चेन्नई पावर लिफिटंग पावर एसोसिएशन द्वारा चेन्नई में 14 सितम्बर से आयोजित की जा रही नेशनल डैडलिफ्ट चैंपियनशिप में 72 किलोग्राम भार वर्ग में चयनित हुई हरिद्वार की संगीता राणा व 63 किलोग्राम भार वर्ग में चयनियत पूजा शर्मा का भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग ने स्वागत कर शुभकामनाएं दी। विवेक विहार स्थित कार्यालय पर संगीता राणा व पूजा शर्मा को बुके भेंटकर शुभकामनाएं देते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा कि खेलों में महिलाएं बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। संगीता राणा व पूजा शर्मा चैंपियनशिप में चयनित हुई हैं। निश्चिततौर पर चेन्नई में होने वाली प्रतियोगिता में दोनों खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर उत्तराखण्ड का मान बढ़ांएगी। विशाल गर्ग ने कहा कि खेलों के माध्यम से अच्छी प्रसिद्धि मिलती है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खेल प्रतिभाओं को मौका देने का काम कर रहे हैं। राज्य में लगातार खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। प्रतिभावान खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगीता राणा एवं पूजा शर्मा अवश्य ही मेडल प्राप्त करेंगी। अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेंगी।