हल्द्वानी, उत्तराखंड़ में विकॎस की बानगी तो इसी से दिख जाती है जब एक बारात की बस के हल्द्वानी में हैड़ाखान मार्ग पर रास्ता खस्ताहाल होने के कारण बारात की बस जाम में फंस गई। लंबा जाम और आगे रास्ता खराब देख बरातियों ने दूल्हे के साथ पैदल ही बारात निकालने का फैसला लिया। इसके बाद एक-एक कर बस से सभी बराती और दूल्हा उतरे और बैंड बाजों के साथ बरात आगे चल पड़ी |
इस दौरान पैदल निकले दूल्हे ने देखा कि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व कांग्रेस के नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल समेत कई कांग्रेसी नेता इस मार्ग को बनवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे थे। तो बस दूल्हा राहुल भी उनके साथ धरने पर बैठ गया और सड़क को लेकर अपना गुस्सा जताया। यह मार्ग लंबे समय से खस्ताहाल हालत में है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इससे लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके कुछ देर बाद दूल्हा बरात के साथ चला गया।
सोमवार को हेड़ाखान मार्ग पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य करीब एक घंटे के उपवास पर बैठे। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भारत सरकार के शब्दकोश में ना ही विकास शब्द है और ना ही सरकार की नीयत साफ है।
पैदल जाती बरात
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पैदल जाती बरात – फोटो : अमर उजाला
अगर सरकार चाहे तो इस मार्ग का बजट पास करके इसे बेहतर करते हुए दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों का आवागमन सुगम बना सकती है। लेकिन
कांग्रेस कार्यकाल में पास हुए प्रस्ताव के बाद भी अभी तक इस मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया |
खस्ताहाल रास्ते में फंसी बारात की बस, लंबा जाम और रास्ता खराब देख बारातियों ने दूल्हे के साथ पैदल निकाली बारात
दिल्ली नगर निगम चुनाव आप का चला जादू : में 15 साल पुरानी भाजपा पर फेरा झाड़ू 130 सीटों पर जीती, भाजपा 99 पर जीती
नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम भाजपा से छीन लिया है। भाजपा पूरे पंद्रह साल बाहर एमसीडी की सत्ता से बाहर हो रही है। चुनाव आयोग के मुताबिक, 250 सीटों में से आप ने 130 सीटें जीत ली हैं। चार पर आगे चल रही है।
भाजपा दूसरे नंबर पर चली गई है। पार्टी ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की। 4 पर बढ़त बनाए हुए है। इन्हें जीत कर भी भाजपा 126 के जादुई आंकड़े के नहीं छू सकेगी। कांग्रेस को 7 सीटों पर विजय मिली है। 3 पर आगे चल रही है, मनीष सिसोदिया के विधानसभा में 4 सीटें हैं। भाजपा ने 3 पर जीत दर्ज की। आप के खाते में एक ही सीट गई। उधर, जेल में बंद सत्येंद्र जैन के विधानसभा में 3 वार्ड हैं। पार्टी तीनों पर भाजपा से हार गई।
अरविंद केजरीवाल के वार्ड नंबर 74 चांदनी चौक से पार्टी के उम्मीदवार पुनर्दीप सिंह ने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया। उधर, आप विधायक अनानतुल्ला के वार्ड नंबर 189 जाकिर नगर से कांग्रेस विजयी हुई।
उत्तराखंड़ की हसीन वादियों का लुफ्त उठाने पहुंचीं अभिनेत्री करिश्मा कपूर, इंस्टाग्राम हैंडल पर साझा कर रही अपनी रील विडियो और फोटो
ऋषिकेश, मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री करिश्मा कपूर आजकल उत्तराखंड़ के ऋषिकेश मेी हसीन वादियों का लुफ्त उठा रही हैं। यहां गंगा किनारे शांत वादियों में समय बिताने पहुंचीं करिश्मा ने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपनी रील विडियो, फोटो और अभिव्यक्ति साझा की। करिश्मा ने फोटो कैप्शन में लिखा कि ‘मेरा दिल दूर कहीं पहाड़ियों में खो गया है |करिश्मा कपूर पिछले चार दिनों से मुनिकीरेती क्षेत्र में हैं। उन्होंने यहां कौड़ियाला, ब्यासी, तपोवन क्षेत्र में गंगा घाटों के किनारे गुनगुनी धूप और आसपास दूर तक फैले खूबसूरत नजारों को निहारते हुए प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया। अभिनेत्री करिश्मा टिहरी के नरेंद्रनगर क्षेत्र के बड़े होटल में ठहरी हैं। उन्होंने ब्यासी में वशिष्ठ गुफा के दर्शन भी किए। वहीं, ब्यासी के गंगा तटों के साथ शिवपुरी में युसुफ बीच और तपोवन में नीम बीच पर चहलकदमी भी की और गंगा आरती में प्रतिभाग किया। करिश्मा ऋषिकेश आने के बाद से लगातार इंस्टाग्राम हैंडल पर अपनी फोटो और वीडियो साझा कर रही हैं। जिन्हें उनके फैंस खूब पसंद कर रहे हैं।
एक मुलाकात : ये पहाड़ हमको पुकारते हैं और हम दौड़े चले आते हैं : मशहूर सिंगर रूप कुमार राठौर
‘बॉलीवुड के मशहूर सिंगर रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर इन दिनों आये हैं अल्मोड़ा के बिनसर में’
‘पहाड़ में हो रहे पलायन पर जताई चिंता’
अल्मोड़ा, ये पहाड़ लोगों को हौसला देते हैं। यहां की हवा उर्जा। पानी में मिठास है तो यहां के लोग वाकई बेहद सरल और मेहनती हैं। बस पहाड़ के जो गांव खाली हो रहे हैं और युवा गांव में नहीं हैं। यह चिंता की बात है। लेकिन फिर भी हमको यहां के नेचर से प्यार है और हमारी जिंदगी भी यहीं है। इन पहाड़ों ने हमको ताकत दी है। जिदंंगी भी संवारी है और हमारी तकदीर भी बदली है। ऐसा लगता है ये पहाड़ और यहां की प्रकृति हमको बुलाती है। ये पहाड़ जब भी हमको बुलाते हैं हम दौड़े चले आते हैं।
यह बात बॉलीवुड के मशहूर सिंगर रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर ने कही। इन दिनों दोनों अल्मोड़ा बिनसर में ख्याली स्टेट में आये हुए हैं और आसपास के गांवों का भ्रमण कर रहे हैं। सामान्य लोगों की तरह जीवन बीता रहे हैं। दोनों बातचीत में बताया कि अल्मोड़ा में वह बीते चालीस साल से आ रहे हैं।
यहां से उनको बेहद लगाव है। बताया जब वह पहली बार 1981 में यहां आये। उस वक्त ना सड़क ठीक थी। ना यातायात के उचित साधन। बिजली भी नहीं थी। उस वक्त भी पहाड़ का नेचर अद्भुद था। आज भी यहांं का नेचर बेहद अलग है। लेकिन अब
सुविधाएं पहले की अपेक्षा काफी ठीक हैं। इसलिए वह साल में एक या दो बार अवश्य आते हैं।
पहाड़ के गांव में क्यों नहीं हैं बच्चें ? जताई चिंता :
सिंगर रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर ने कहा कि इस बार वह अपनी शादी की सालगिरह मनाने पास के ही गांव में गए। यहां पर उनको लगा गांव में बड़ी संख्या में युवा होंगे। बच्चे होंगे। लेकिन गांव में बच्चें नहीं मिले। इस बात से उनको काफी दुख हुआ। इस पर उन्होंने कहा कि गांव के लोगोें से पूछने पर पता चला कि रोजगार के लिए यहां के बच्चें और युवा महानगरों में गए हैं। उन्होंने कहा कि क्यों न पहाड़ में रोजगार के साधन उपलब्ध कराएं जाएं। अगर यहां के बच्चों को गांव में ही इनकम के सोर्स उपलब्ध हो जायेेंगे तो वह गांव से दूर क्यों जायेंगे। कौन मां बाप बुढ़ापे में अपनी औलाद से दूर रहना चाहता है। यहां गांव में सिर्फ बूढ़े लोग ही रह रहे हैं। गांव में उचित संसाधन नहीं है। यदि वह बीमार होते हैं तो उनको जल्द से इलाज मिले। यह संभव नहीं है। सरकार को इस पर सोचना चाहिए।
हम मदद को तैयार :
बॉलीबुड सिंगर्स रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर ने कहा कि पहाड़ के युवाओं को पहाड़ में रोजगार मिले। वह अपने घर में रहे हैं। इसके लिए हम भी मदद करना चाहते हैं।
म उन्होंने कहा कि कोई छोटा स्कूल बनाना हो या कोई छोटी फैक्ट्री लगानी हो यहां के लोकल उत्पादों से जुड़ा कोई काम हो तो उसमें हम भी मदद करने को तैयार हैं। यदि पहाड़ के युवाओं में अपने क्षेत्र में काम करेंगे इससे अच्छा और क्या हो सकता है। जो युवां यहां से निकलकर बाहर नौकरी करते हैं उनको भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कौन सा उनके हाथ में पैसे मिल रहे हैं। जब काम करते हैं तब पैसा मिलता है। अपने इलाके और गांव से जुदा होना अच्छी बात नहीं है।
बिनसर में कंपोज किये कई गीत :
गायक रूप कुमार राठौर ने बताया कि उन्होंने कई गीत का संगीत बिनसर मेंमकंपोज किया। बताया कि नेचर के पास काम करना उनको बेहद अच्छा लगता है। यहां पर उन्होंने एलबम मितवा एलबम यहां पर कंपोज किये हैं। उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी और अप्रैल में फिर से आने की बात कही।
ये भी जाने :
रूप कुमार राठौर एक भारतीय संगीत निर्देशक और पार्श्व गायक हैं। वह बेहतरीन गायकों में से एक हैं। वह स्वर्गीय पंडित चतुर्भुज राठौड़ के बेटे हैं, जो एक शास्त्रीय गायक और श्रवण (नदीम श्रवण युगल के संगीतकार) के भाई हैं। इसलिए उनकी संगीत की अच्छी पृष्ठभूमि है इसलिए उन्होंने शास्त्रीय संगीत भी सीखा है।
उन्होंने एक गजल गायक के रूप में अपना करियर शुरू किया और बाद में उन्होंने फिल्मों में गाना गाया। उनके तेरे लिए – वीर ज़ारा, मौला मेरे – अनवर, तेरी जस्टजू – शहर में शोर, ओ सैयां – अग्निपथ है और बार्डर फ़िल्म गीत हमेशा लोग गुनगुनाते हैं। जबकि सुनाली राठौर एक भारतीय पार्श्व गायिका हैं। वह एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका भी हैं।
खास खबर : शिक्षा विभाग में 1300 गेस्ट टीचरों की नियुक्ति का प्रस्ताव कैबिनेट में आएगा
देहरादून, राज्य में शिक्षकों की कमी से जूझ रहे शिक्षा विभाग में जल्द माध्यमिक विद्यालयों में गेस्ट टीचरों के 929 पदों पर होगी नियुक्ति, शासनादेश जारी 929 पदों पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के आदेश के साथ ही 1300 अन्य पदों पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की जानी है। 1300 पदों पर नियुक्ति का प्रस्ताव कार्मिक विभाग को भेजा गया है।उत्तराखंड के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए 929 पदों पर अतिथि शिक्षकों (गेस्ट टीचर) की नियुक्ति की जाएगी। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पूर्व अनुमति के क्रम में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इन पदों के अलावा 1300 पदों पर नियुक्ति का प्रस्ताव कार्मिक विभाग को मंजूरी के लिए भेजा गया है।प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा विभाग में 6250 पदों पर अस्थायी नियुक्ति की जानी है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद शासन की ओर से गेस्ट टीचरों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है।
आदेश के मुताबिक प्रदेश में गेस्ट टीचरों के 5034 पदों में से 4105 पदों पर गेस्ट टीचर कार्यरत हैं, जबकि 929 पद खाली हैं। शिक्षा सचिव ने कहा कि वर्तमान में खाली 929 पदों पर गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की जानी है। नियुक्ति के लिए 22 नवंबर 2018 के शासनादेश में तय प्रक्रिया के साथ ही मानदेय को पुनरीक्षित करते हुए गेस्ट टीचरों के लिए 25000 रुपये मानदेय की अनुमति प्रदान की गई है।प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा विभाग में 6250 पदों पर अस्थायी नियुक्ति की जानी है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद शासन की ओर से गेस्ट टीचरों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है।
आदेश के मुताबिक प्रदेश में गेस्ट टीचरों के 5034 पदों में से 4105 पदों पर गेस्ट टीचर कार्यरत हैं, जबकि 929 पद खाली हैं। शिक्षा सचिव ने कहा कि वर्तमान में खाली 929 पदों पर गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की जानी है। नियुक्ति के लिए 22 नवंबर 2018 के शासनादेश में तय प्रक्रिया के साथ ही मानदेय को पुनरीक्षित करते हुए गेस्ट टीचरों के लिए 25000 रुपये मानदेय की अनुमति प्रदान की गई है,
शिक्षा सचिव रविनाथ रमन के मुताबिक 929 पदों पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के आदेश के साथ ही 1300 अन्य पदों पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की जानी है। 1300 पदों पर नियुक्ति का प्रस्ताव कार्मिक विभाग को भेजा गया है। कार्मिक से अनुमति के बाद प्रस्ताव कैबिनेट में आएगा।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के दृष्टिगत तात्कालिक व्यवस्था के अन्तर्गत गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के सम्बन्ध में बड़े आदेश जारी किए गए है जिसके तहत
गेस्ट टीचर / 2022-23, दिनांक 16.11.2022 का सन्दर्भ करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा अवगत कराया गया है कि शासनादेश संख्या: 1023/XXIV-नवसृजित / 2018-32 (01)/2013TC-V, दिनांक 22.11.2018 द्वारा निर्धारित गेस्ट टीचर के पदों के कुल 5034 पदों के सापेक्ष वर्तमान में 4105 पदों पर गेस्ट टीचर कार्यरत हैं तथा 929 पद रिक्त हैं तत्क्रम में उक्त रिक्त पदों पर गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों के गेस्ट टीचरों की नियुक्ति / तैनाती किए जाने की स्वीकृति प्रदान किए जाने का का अनुरोध किया गया है।
2- उपरोक्त के सम्बन्ध में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि शासनादेश संख्या: 1023/XXIV – नवसृजित / 2018-32 (01)/2013TC-V, दिनांक 22.11.2018 द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कुल 5034 रिक्त पदों पर गेस्ट टीचर की नियुक्ति / तैनाती किए जाने हेतु प्रदान की गई पूर्व अनुमति के क्रम में 5034 पदों में से वर्तमान में रिक्त 929 पदों पर गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों में गेस्ट टीचर की नियुक्ति / तैनाती उपरोक्त वर्णित शासनादेश दिनांक 22.11.2018 द्वारा निर्धारित प्रक्रिया एवं मानदेय तथा शासनादेश संo 1530 दिनांक 26 अगस्त, 2021 द्वारा पुनरीक्षित मानदेय रू० 25000/- के अनुसार किए जाने की अनुमति प्रदान की जाती है।
टोल टैक्स के नियमों में बड़ा बदलाव! नितिन गडकरी ने किया ऐसा ऐलान, हाइवे पर चलने वालों की बल्ले-बल्ले
हाई-वे पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. सरकार टोल टैक्स को लेकर जल्दी ही नए नियम ला सकती ही.सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि साल 2024 से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे तैयार हो जाएंगे और भारत सड़कों के मामले में अमेरिका के बराबर होगा.
इससे हाई-वे मार्ग के यात्रियों को सफर करने में आसानी होगी इतना ही नहीं, टोल टैक्स के नियम में भी बदलाव हो सकता है.
केंद्रीय मंत्री ने दी बड़ी जानकारी!
केंद्रीय मंत्री ने यह भी जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में टोल टैक्स वसूलने की नई टेक्निक लॉन्च किया जा सकता है. नितिन गडकरी ने कहा कि टोल वसूलने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. पहला विकल्प कि कारों में ‘जीपीएस’ प्रणाली लगाने का है जबकि दूसरा विकल्प आधुनिक नंबर प्लेट से संबंधित है. इससे कार चलने वालों को बड़ी सुविधा मिलेगी.
सजा का नहीं है कोई प्रावधान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में अब तक टोल नहीं भरने पर सजा का प्रावधान नहीं है, इसके लिए कोई नोटिस भी नहीं दी जाती है. लेकिन आने वाले समय में इसके लिए नए विधेयक लाने की तैयारी चल रही है. इस विधेयक के तहत अगर कोई यात्री टोल टैक्स नहीं देता है तो उसे सजा या जुर्माना देना पड़ सकता है.
बनेंगे नए नियम!
नितिन गडकरी ने बताया कि पिछले कुछ समय से नए नंबर प्लेट पर जोर दिया जा रहा है, जिसके चयन पर काम हो रहा है. अभी अगर कोई व्यक्ति टोल रोड पर 10 किलोमीटर की दूरी भी तय करता है तो उसे 75 किलोमीटर का शुल्क देना पड़ता है लेकिन नई व्यवस्था में उतनी दूरी का ही शुल्क लिया जाएगा जितनी दूरी तय की गई होगी. उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था लागू होने पर टोल बूथ पर कोई भीड़ नहीं होगी और यातायात भी प्रभावित नहीं होगा. इससे यात्रियों को सुविधा होगी और टोल बूथ पर लगने वाला फालतू समय खत्म होगा, जिससे कहीं भी आने-जाने में कम समय लगेगा.
एनएचएआई घाटे में नहीं: गडकरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) किसी तरह के वित्तीय संकट से नहीं गुजर रहा है. एनएचएआई की हालत बिल्कुल ठीक है और मंत्रालय के पास पैसे की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दो बैंकों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को कम दर पर ऋण देने की पेशकश भी की.
महंगा हो गया सोना, चांदी की कीमतों में भी इजाफा
नई दिल्ली ,। शादी के सीजन में सोने-चांदी की कीमतों में निरंतर इजाफा हो रहा है। तीन कारोबारी दिनों में सोने की कीमत करीब 1,300 रुपये प्रति दस ग्राम बढ़ गई है। इसी प्रकार चांदी के दाम में 3,900 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा इजाफा देखने को मिल चुका है। सोने-चांदी की कीमत बढऩे के कई कारण हैं। वायदा बाजार में 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का भाव 9:10 बजे तक कल के बंद भाव से 207 रुपये उछलकर 54,087 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। पिछले कारोबारी सत्र, यानि शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 53,880 रुपये पर बंद हुआ था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर आज चांदी में तेजी देखी जा रही है। चांदी का भाव आज कल के बंद भाव से 504 रुपये बढक़र 66,953 रुपये पर कारोबार कर रहा था। चांदी का रेट आज 67,022 रुपये पर ओपन हुआ था। चांदी का भाव पिछले कारोबारी सत्र में 1,041 रुपये बढक़र 66450 रुपये पर बंद हुआ था। अगर वीकैंड की बात करें तो इस दौरान सोना 700 रुपये तथा चांदी 2200 रुपये बढक़र बिकी। पिछले सप्ताह कारोबार की शुरुआत में सोना 52750 रुपये पर खुलने के बाद शनिवार के दिन 53400 रुपये प्रति दस ग्राम होकर थमा। चांदी में व्यापार की शुरुआत 61200 रुपये पर हुई वहीं शनिवार के दिन 63400 रुपये बिकी। कामकाज में सोना ऊंचे में 53500 नीचे में 52600 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका। व्यापार में चांदी ऊपर में 63500 तथा नीचे 60700 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी।
चांदी सिक्का पूछपरख से मजबूत बताया गया। विदेशी बाजार में सोना 1800 डॉलर तथा चांदी 2315 सेन्ट प्रति औंस बिकी। चीन में कोविड प्रतिबंधों में राहत दी गई है, जिसकी वजह से सोने की डिमांड में इजाफा देखने को मिला है। दूसरा डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है, जिसकी वजह से निवेशकों ने कीमती धातुओं में निवेश करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा फेड की ओर से साफ कर दिया है कि अब पॉलिसी रेट्स के पेस को कम किया जाएगा। ऐसे में निवेशकों को काफी राहत मिली है और गोल्ड को सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
उत्तराखंड बोर्ड में दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को दिया जाएगा 25 हजार रुपये का नगद पुरस्कार
रुद्रपुर, उत्तराखंड बोर्ड में दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को नगद पुरस्कार दिया जाएगा। राज्य स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के शुभारंभ में पहुंचे शिक्षा मंत्री डा धन सिंह ने ताबड़तोड़ घोषणाएं कीं।इस दौरान उन्होंने दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को नगद पुरस्कार, प्रमाण पत्र, विद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रम एवं एडेड विद्यालयों में भी नए सत्र से किताबें मुफ्त में देने सहित अन्य घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को हर सुविधाएं मिलेगी।
स्पोर्ट्स स्टेडियम में मंगलवार को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डा धन सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। प्रतियोगिता के शुभारंभ से पहले उन्होंने सरकारी स्कूलों ने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हर प्रयास करने की घोषणा की। साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत प्रदेश के 22050 शिक्षकों को निशुल्क टैब, 400 इंटर कॉलेज में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों का शुभारंभ नए सत्र से करने, इंटरमीडिएट एवं हाईस्कूल के टॉपर्स को 2023 से 25-25 हजार रुपए का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की।
एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक वर्ष 25 बच्चे केरल और कर्नाटक जाने व आने की बात कही। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय समय पर प्रत्येक विद्यालयों में कार्यक्रम कराएं। इसके अलावा कहा कि प्रत्येक ब्लॉक ले निगम क्षेत्र में दो दो पीएम श्री वर्ल्ड क्लास का विद्यालय खोला जाएगा।
खेल अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। चार लाख बच्चों की निशुल्क हेल्थ आइडी कार्ड बनाए जायेंगे। कहा 2027 तक उत्तराखंड को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य एवं स्कूलों में एक हजार गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के प्रवक्ता की नियुक्ति की जाएगी। ताकि बोर्ड परिणाम 90 प्रतिशत तक किया जा सके। सिलेबस में विद्यार्थी के रुचि के अनुसार उनकी भाषा में पढ़ाया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा एवं राज्य पर्यटन मंत्री अजय भट्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र आर्य, अशोक कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे।
होमगार्ड स्थापना दिवस : रैतिक परेड का आयोजन, सीएम ने किया परेड का निरीक्षण
देहरादून, होमगार्ड स्थापना दिवस के मौके पर उत्तराखंड में जवानों ने रैतिक परेड का आयोजन किया। कमांडेंट जनरल केवल खुराना के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान नागरिक सुरक्षा संगठन की झांकी भी शामिल रही। वहीं, होमगार्ड जवानों ने कई तरह के करतब भी दिखाए। बता दें कि होमगार्ड मुख्यालय नानुरखेड़ा में हर वर्ष छह दिसंबर को परेड का आयोजन किया जाता है। सीएम धामी ने इस मौके पर कई घोषणाएं भी की।
सीएम की घोषणाएं :
उत्तराखण्ड राज्य के 10 जनपदों-ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी में महिला होमगार्ड्स स्वयंसेवकों की एक-एक महिला प्लाटून (कुल संख्या-330) पदों पर भर्ती की जाएगी।
राज्य में एक जनपद से दूसरे जनपद में ड्यूटी व राज्य की सीमा में निर्वाचन ड्यूटी एवं रैतिक परेड में तैनात होने वाले होमगार्ड्स स्वयंसेवकों को 180 रुपये प्रतिदिवस भोजन भत्ता प्रदान किया जाएगा।
होमगार्ड्स की ड्यूटी के 24 घंटे के भीतर घायल/बीमार होने वाले होमगार्ड्स स्वयंसेवकों को पूरे सेवाकाल में चिकित्सालय में भर्ती होने पर अधिकतम 06 माह तक ड्यूटी भत्ता प्रदान किया जाएगा।
अवैतनिक प्लाटून कमांडर के मानदेय में 1000 से 1500 रुपये प्रतिमाह अवैतनिक सहायक कंपनी कमांडर के मानदेय में 1200 से 2000 रुपये प्रतिमाह एवं अवैतनिक कंपनी कमांडर के मानदेय में 1500 से 2500 रुपये प्रतिमाह बढ़ोतरी की जाएगी।
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की मोतीचूर रेंज में लगे ट्रैप कैमरों में दिखी बाघों की चहलकदमी
ऋषिकेश, राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की मोतीचूर रेंज में लगे ट्रैप कैमरों में बाघों की चहलकदमी दिखी। इनकी सुरक्षा पार्क अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती है। हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर चीला-मोतीचूर वन्य जीव गलियारे पर फ्लाईओवर बनने के बाद वन्य जीवों का आना-जाना सरल हो गया है। कई वर्षों के बाद इसके सुखद परिणाम भी सामने आने लगे हैं।
मोतीचूर रेंज वन्य जीव अंग तस्करी के कई मामले में बेहद संवेदनशील है। जंगल से सटे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने बाघ की दहाड़ सुनी है। बीते डेढ़ माह से यहां बाघ की गतिविधि लगातार बनी हुई है। बाघ की गतिविधि शुरू होने से राजाजी पार्क के अधिकारी उत्साहित हैं।
दरअसल राजाजी पार्क का दक्षिण पश्चिम हिस्सा बाघ विहीन है जबकि बाघों के संरक्षण के लिहाज से यह क्षेत्र काफी अनुकूल माना जाता है। यही वजह है कि यहां बाघों का कुनबा बढ़ाने की योजना के तहत 24 दिसंबर 2020 में कार्बेट से एक बाघिन और फिर नौ जनवरी 2021 को एक बाघ को मोतीचूर रेंज शिफ्ट किया गया। अब चीला से भी एक नर बाघ मोतीचूर की तरफ आने-जाने लगा है। ऐसे में यहा बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
चीला से एक नर बाघ कॉरिडोर से होकर मोतीचूर रेंज में आ रहा है। यह काफी महत्वपूर्ण है। इससे बाघों की संख्या बढ़ेगी। वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए चाक चौबंद व्यवस्था है। विशेष गश्ती टीम चौकस रहती है। संवेदनशील जगहों पर कैमरा ट्रैप भी लगे हैं।