जोशीमठ में पानी का डिस्चार्ज घटकर 100 एल.पी.एम हुआमुख्य सचिव उत्तराखण्ड द्वारा जोशीमठ में तैनात तकनीकी संस्थानों के निदेशकों व वैज्ञानिकों को तत्काल अध्ययन कर समयबद्ध रिपोर्ट देने का आग्रहतकनीकी संस्थानों की रिपोर्टो में स्पष्टता के साथ समाधान पर भी चर्चा हो
जोशीमठ में कार्यरत तकनीकी संस्थान अपनी अध्ययन रिपोर्टे एक दूसरे से करें सांझा : डा. रंजीत कुमार सिन्हा
जोशीमठ के प्रभावितों में से 130 परिवारों को पीपलकोटी में स्थायी तौर पर पुनर्वासित करने का फैसला
मुंबई में मिली कहां और किस हाल में मिली आमा, अब कहा रहेगी ‘आमा’
अल्मोड़ा, जनपद पुलिस टीम कानि.योगेश कुमार व म. कानि. साईन अंसारी द्वारा स्थानीय मुम्बई पुलिस, श्री गुरविन्दर सिंह ढिल्लों (गोनी), समाज सेवी श्री दान सिंह राजपूत व उनकी टीम एवं मानवाधिकार फाउण्डेशन मुंबई की अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी सावंत के सहयोग से 3 दिनों से दिन- रात कड़ी मेहनत से आमा की तलाश में जुटी थी।
एसएसपी अल्मोड़ा के लगातार निर्देशन/मार्गदर्शन में पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये और लगातार अलग-अलग स्थानों बोरीवली, कांदिवली, मलाड, अंधेरी वेस्ट व लोखंडवाला में बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, फ्लाई ओवर/ब्रिज के नीचे, लंगरों, रैन बसेरो, धर्मशालाओं आदि जगहों पर भ्रमण कर आमा की फोटो/पम्पलेट चस्पा कर व लोगों को दिखाकर पूछताछ करते हुए आमा की तलाश हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे थे।
पुलिस टीम 14 जनवरी की प्रातः 05 बजे से मुंबई के अंधेरी इस्ट इलाके में लोकल बस स्टेशन पर आने और जाने वाले बसों को चैक कर लोगों से पूछताछ कर रही थी तो अचानक समय लगभग 7.30 बजे प्रातः आमा बस स्टेशन पर दिखाई दी, आमा लोकल बस से कही और जाने की तैयारी में थी। पुलिस टीम द्वारा क्षणिक देर किये बिना आमा को अपने संरक्षण में लिया गया, आमा के पैर में पुरानी चोट होने के कारण आमा को चलने में परेशानी हो रही थी, पुलिस टीम सहयोगियों के साथ आमा को अंधेरी इस्ट सरकारी अस्पताल में उपचार हेतु ले गयी, अस्पताल में आमा के पैर की चोट का उपचार व स्वास्थ्य परीक्षण आदि कराया गया। उपचार के बाद आमा को नहलाया, धुलाया गया और आमा के लिए नये कपड़े खरीद कर आमा को पहनाये गये, इतने दिनों बाद अपने प्रति प्रेम व स्नेह देखकर आमा की आँखो से आँसू छलक उठे, पुलिस टीम द्वारा आमा को ढांढस बधाते हुए आमा को खाना खिलाने के बाद कुछ समय आराम कराते हुए,15 जनवरी की प्रातः की ट्रेन से पुलिस टीम आमा को लेकर मुम्बई से रवाना होकर दोपहर में काठगोदाम पहुची और 16 जनवरी की सांय अल्मोड़ा पहुँची।
श्री प्रदीप कुमार राय, एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा आमा से मिलकर कुशल क्षेम पूछकर आमा को शाँल ओढ़ाकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया गया। आमा की तलाश में दिन-रात जी तोड़ मेहनत करने वाली पुलिस टीम के कानि0 योगेश कुमार व म0कानि0 साईन अंसारी की पीठ थपथपाकर उत्साहवर्धन हेतु पुरस्कृत करने की बात कही गयी।
आमा को स्वास्थ्य व सुरक्षा के दृष्टिगत नारी निकेतन अल्मोड़ा के संरक्षण में रखा गया है, चिकित्सकों द्वारा आमा का उपचार किया जायेगा |
आमा के अल्मोड़ा पहुँचने पर एसएसपी अल्मोड़ा के निर्देश पर आमा का चिकित्सकीय परीक्षण जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में कराया गया।
चिकित्सकीय परीक्षण के अनुसार वर्तमान में आमा का स्वास्थ्य व मानसिक स्थिति पूर्ण रुप से सही नही होने के कारण आमा के स्वास्थय व मानसिक स्थिति के दृष्टिगत नारी निकेतन अल्मोड़ा में रखवाया गया है, नारी निकेतन अल्मोड़ा में चिकित्सकों की देखरेख में आमा का ईलाज करवाया जायेगा। आमा के स्वास्थय में सुधार होने पर आमा के परिजन उन्हें अपने साथ ले जा सकते है।
विकास भवन सभागार में बाल अधिकारों पर संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
अल्मोड़ा, डॉ. आर. एस. टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा आज विकास भवन सभागार में बाल अधिकारों पर संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, परियोजना निदेशक एवं अन्य ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि इस ट्रेनिंग का उद्देश्य बाल अधिकारों के प्रति शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस तथा चिकित्सा विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग के माध्यम से अधिकारी बच्चों के सर्वांगीण विकास में आने वाली चुनौतियों का सामना करने एवं बच्चों को उनके विधिक अधिकार दिलाए जाने के टिप्स प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में सभी अधिकारियों के सुझाव एवं फीडबैक प्राप्त किए जाएंगे तथा उन सुझावों के आधार पर बाल अधिकारों के हितों में एसओपी बनाए जाने में काफी मदद मिलेगी।
उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की उप निदेशक पूनम पाठक ने बताया कि विभिन्न विषयों पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के क्रम में आज इस कार्यशाला का उद्देश्य बाल अपराधों एवं अधिकारियों को अन्य बाल समस्याओं के प्रति जागरूक करते हुए अभिभावकों तक पहुंच बनाना है तथा समाज में बच्चों के प्रति एक सद्भावनात्मक माहौल बनाना, उनके प्रति नम्र व्यवहार बनाना है।
इस कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों से बच्चों के प्रति उनके अनुभव एवं सुझाव लिए गए। तथा बाल अपराधों को रोकने के विभिन्न तरीके मास्टर ट्रेनरों द्वारा बताए गए। इस दौरान बच्चों का नशे के प्रति बढ़ते रुझान, यौन हिंसा, बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता लाना, बच्चों में उचित पोषण एवं उनकी देखभाल जैसे विभिन्न मामलों पर जानकारी दी गई।
इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण, उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की ट्रेनर डॉ मंजू ढोंढियाल, पुलिस के अधिकारी, शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समेत अन्य उपस्थित रहे।
पत्रकार गोष्ठी में माघमेले को ‘बाड़ाहाट कू थॉलु’ के नाम से ही प्रचारित करने पर हुई चर्चा
“मेला हमारी संस्कृति की विरासत है, इसमें आम व्यक्ति का सहयोग चाहिए ताकि भव्यता के साथ मेले को आयोजित किया जायेगा : दीपक विजल्वाण
उत्तरकाशी, जनपद में माघमेले को लेकर स्थानीय प्रेस क्लब में गोष्ठी आयोजित की गयी, गोष्ठी में मेले के पौराणिक महत्व पर विस्तृत चर्चा हुई जिसे लेकर उपस्थित सभी पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि राजशाही समय से यह मेला “बाड़ाहाट कू थॉलु ” के नाम से ही जाना जाता रहा, परन्तु धीरे धीरे जनपद बनने के बाद से इसे माघ मेले के नाम से जाना जाने लगा, जिसके फलस्वरूप मेले का वास्तविक स्वरूप में विकास के साथ जो परिवर्तन हुआ वह इसके प्राचीन स्वरूप से हट कर मेले के उदेश्य से भटकता सा नजर आने लग गया है | यह देखते हुए इस गोष्ठी मे पत्रकारों ने इसके आधुनिकता के साथ इसकी प्राचीनता बनाये रखने के लिए इसे “बाड़ाहाट कू थॉलु” के नाम से ही प्रचारित किया जाना चाहिए, गोष्ठी में कई पत्रकारों ने यह भी सुझाव रखे कि रामलीला मैदान को केवल धार्मिक कार्यों के लिए ही उपयोग में लिया जाय और व्यापारिक प्रतिष्टानों को नगर के अन्य स्थानों पर लगाया जाय ताकि मेले में प्राचीनता के साथ नवीनता का भी समावेश हो सके |
गोष्ठी में पंहुचे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वाण ने कहा कि यह मेला केवल जिला पंचायत का ही नहीं अपितु हम आप सभी लोगों का है, इसके पौराणिक स्वरूप को जैसे कायम रखा जा सके इसके लिए आप सभी की राय के साथ आम व्यक्ति की बातों पर हम अमल करने का प्रयास करेंगे, यह मेला हमारी संस्कृति की विरासत है, इसमें आम व्यक्ति का सहयोग चाहिए ताकि भव्यता के साथ मेले को आयोजित किया जा सके l जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि यह मेला धार्मिकता से जुड़ा है, मेले को विकास के साथ जोड़ने के साथ इसकी पौराणिकता को भी कैसे कायम रखा जाय यह बिन्दु विचारणीय है, इस संदर्भ में यहां के विद्वानों, बुजुर्गो एवं अनुभवी लोगों के साथ एक विचार गोष्ठी का आयोजन हो, जिसमें मेले को लेकर चर्चा की जानी चाहिए, उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिए जाने की बात भी कही ताकि लोगों के आर्थिक पक्ष को भी बल मिल सके |
प्रेस क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पत्रकार स्व. सुरेन्द्र पुरी को भी श्रद्धांजलि देते हुए उनकी माता कृष्णापुरी को भी सम्मानित किया गया, क्लब द्वारा एक फेशन शौ का आयोजन भी किया गया जिसमें स्थनीय परिधानों के साथ सजी कई युवतियों ने भाग लिया |
‘बाड़ाहाट के थॉलु’ के संदर्भ में आयोजित गोष्ठी में सेवानिवृत हुए परिचालक शिवदयाल महंत को एवं दून से आये लेखाकार श्री कीर्ति पंवार जी को प्रेस क्लब की और सम्मानित किया गया, प्रेस क्लब के अध्यक्ष चिरंजीव सेमवाल ने मंच संचालन किया | गोष्ठी मे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वान, जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला, वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र भट्ट डा. रामचंद उनियाल, लोकेन्द्र विष्ट,पंचायत सदस्य प्रदीप कैंतुरा, मनीष राणा प्रेस क्लब के महासचिव दिग्वीर बिष्ट, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र भट्ट आदि कई पत्रकार उपस्थित रहे |
18 वी राष्ट्रीय आईस स्केटिंग प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड ने राज्य के लिये जीते 21 पदक ।
ज्ञातव्य हो कि गुरुग्राम में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के तत्वाधान में आयोजित हुई 18 वी० राष्ट्रीय आईस स्केटिंग प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने महिला और पुरूष वर्ग की विभिन्न आयु वर्ग की स्पीड और फिगर स्केटिंग स्पधाओं में कुल 21 पदक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया।
18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों के लगभग 250 से अधिक खिलाड़ियों ने स्पीड, फिगर और सिंक्रोनाइज स्केटिंग की विभिन्न स्प्रधाओं में भाग लिया और अपने अपने वर्गों में मेडल हासिल कर अपना और उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया।
प्रतियोगिता के दौरान सिक्रोनाइज स्केटिंग के स्प्रधा में खासतौर पर उत्तराखण्ड टीम की खासी प्रशंसा की गयी जब राज्य की टीम ने कोविड काल को संगीत के आईस डांस के माध्यम से बहुत ही खुबसुरती से प्रस्तुत किया और द्वितीय स्थान पाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड ने स्पीड, फिगर और सिक्रोनाइज स्प्रधा के लिये 9 खिलाड़ियों का चयन कर राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिये भेजा था, इन्ही खिलाड़ियों ने अपना लोहा मनवाते हुये 3 स्वर्ण, 13 सिल्वर और 5 ब्रांज मेडल के साथ कुल 21 मेडल राज्य की झोली में डालकर नाम कमाया।
18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड की बड़ी जीत पर आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष शिव पैन्यूली ने खिलाड़ियों को बधाई देकर खुशी जाहिर करते हुये कहा कि यह जीत मात्र खिलाड़ियों की जीत नहीं है वरन समस्त उत्तराखण्ड वासियों के अतिरिक्त खिलाड़ियों के उन अभिभावकों की भी जीत है जिनकी हौसला अफजाई से खिलाड़ियों ने मेडल हासिल किये। सिक्रोनाइज स्केटिंग में उत्तराखण्ड की टीम को जीत दिलाने में उत्तराखण्ड की एकमात्र एशियन चैम्पियनशिप एवार्डी कु० निष्ठा पैन्यूली और श्रीमती कीर्ति जवाहर रावतानी का सहयोग सराहनीय रहा।
अध्यक्ष ने बतलाया कि वर्ष 2023 की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य के 10 वर्ष के छोटे होनहार स्पीड स्केटर ओजस तेनजिंग धर्मशस्तु और फिगर स्केटर अमिताभ सिंह ने भी सभी को हैरान किया। उत्तराखण्ड के लिये यह प्रतियोगिता इसलिये भी महत्वपूर्ण हो गयी है जब स्पीड एडवास स्केटिंग की स्प्रधा में राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी अस्तित्व डोभाल ने अपने जीवन का पहला स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
श्री पैन्यूली ने बतलाया कि 18 वी0 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और इण्डियन औलम्पिक एसोसिएशन के सदस्य श्री अमिताभ शर्मा की दूरदृष्टि ने प्रतिरोज पुरस्कार वितरण के लिये जिस प्रकार देश के नामी खिलाड़ी हस्तियों को आमतित्र कर खिलाड़ियों को रूबरू होने का मौका दिया वह अविस्मरणीय रहेगा। इन मुख्य और विशिष्ट मेहमानों में. पदम भूखण ओलम्पिक बाक्सिंग चैम्पीमयन श्रीमती मैरी काम, पदम श्री और उपाध्यक्ष भारतीय खेल संघ, शॉप शुटर श्री गगन नारंग, नेशनल फुटवालर और संयुक्त सचिव, आई०ओ०ए० फुटवालर कल्याण चौबे इत्याद ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की और पुरस्कार वितरण किये। इसी श्रंखला में उत्तराखण्ड से भारतीय ओलम्पिक संघ की ज्वाईट सेक्रेटरी श्रीमती अलकनन्दा अशोक ने भी खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन कर पुरस्कारों से खिलाड़ियों को सम्मानित किया। यह समय उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों के लिये अतिविशिष्ट रहा।
अध्यक्ष, उत्तराखण्ड श्री पैन्यूली ने बतलाया कि प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व तब और भी महत्वपूर्ण हो गया जब सम्पूर्ण उत्तर भारत से एकमात्र एशियन चैम्पियनशिप एवार्डी व ओलम्पिक स्प्रिट एवार्डी अन्तराष्ट्रीय स्केटर, निष्ठा पैन्यूली का राष्ट्रीय एसोसिएशन ने फिगर स्केटिंग स्प्रधाओं का निर्णय देने के लिये निर्णायक मण्डल में “जज” के पद पर जिम्मेदारी सौंपी। यहां अब यह बतलाते हुये भी हर्ष हो रहा है कि पूर्व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की भांति ही इस वर्ष भी उत्तराखण्ड के प्रत्येक खिलाड़ी ने अपने-अपने वर्ग में पदक हासिल करने का सिलसिला जारी रखा।
राज्य के लिये स्पीड एडवास स्केटिंग में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले खिलाड़ी अस्तित्व डोभाल के अतिरिक्त राज्य से सबसे छोटी उम्र के स्पीड स्केटर ओजस तेनजिंग धर्मशस्तु का सुन्दर प्रदर्शन और फिगर स्केटिंग में सबसे छोटे खिलाड़ी अमिताभ सिंह को एक कास्य, दो रजत, आर्दश सिंह रावत को एक स्वर्ण, एक रजन और एक कांस, आयूष जगुडी को तीन रजत, अपूर्वा सिंह को एक रजत, एक कांस्य, तनिष्का सिंह को एक कांस्य और दो रजत, यशस्वी सिंह को दो रजत, एक कांस्य और हर्षिता रावतानी को एक स्वर्ण और दो रजत से सम्मानित किया गया। इस तरह उत्तराखण्ड के नौ (9) खिलाड़ियों ने विभिन्न स्प्रधाओं में कुल 21 पदक हासिल कर एक बार फिर राज्य में आईस स्केटिंग के खेल मैदान के उपलब्ध न होने पर भी मैदान मार लिया है। राज्य के लिये यह गौरव की बात है। वर्तमान तक उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर कुल 7 और राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक हासिल कर लिये है ।
श्री पैन्यूली ने बतलाया कि 18 वीं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्पीड स्केटिंग की स्प्रधाओं के सटीक परिणाम हासिल करने और स्प्रधा की व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखकर सफल बनाने के लिये उन्हे आबजरवर की भूमिका सौंपी गयी। उन्होंने बतलाया कि देहरादून रिंक में आयोजित साउथ एशियन विंटर गेम्स के बाद वर्ष 2023 में 18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता का भव्य आयोजन अब तक का सफलतम आयोजन रहा। आईस स्केटिंग ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य, शीतकालीन खेलों के अग्रणीय और खेल प्रेम श्री अमिताभ शर्मा की खेलों के विकास के प्रति रूचि और खेल आयोजन के सफल बनाने की उनकी ललक ने पुरस्कार वितरण के लिये राष्ट्र के बड़े नामी और प्रतिष्ठित खेल हस्ताक्षरों से करवाकर खिलाड़ियों का जो मान बढ़ाया वह खिलाड़ियों के लिये अविश्मरणीय रहेगा। प्रतियोगिता को हर तरह से सफल बनाने में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के महासचिव श्री जगराज सिंह साहनी की भुमिका भी प्रशंसनीय और महत्वपूर्ण रही।
देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज में स्थित साउथ एशिया के सबसे बड़े अन्तराष्ट्रीय आईस स्केटिंग रिंक के बारे में जानकारी देकर उन्होंने बतलाया कि अब जबकि देश के आईस स्केटिंग खिलाड़ियों के पास इण्डियन ओलम्पिक एसोसिएशन की कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में शीतकालीन खेलों के अग्रज आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष श्री अमिताभ शर्मा उपलब्ध है तो यह कहना आसान हो गया है कि अब देहरादून आईस रिंक के दिन भी जरूर बहुरेगे। शीघ्र ही एक बार फिर न केवल उत्तराखण्ड अपितु समस्त देश के आईस स्केटिंग खिलाड़ियों को इस रिंक में प्रशिक्षण लेने और राष्ट्रीय अन्तराष्ट्रीय स्केटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका जरूर मिलेगा। इस और स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री, खेल मंत्री और क्षेत्रीय विधायक रायपुर भी प्रयासरत है।
कमिश्नर द्वारा आरटीओ कार्यालय में छापामारी के बाद दलालों के अड्डे पर चला बुलडोजर
(अतुल अग्रवाल)
हल्द्वानी, संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि इनके द्वारा अवैध रूप से आरटीओ कार्यालय के बाहर दीवार पर लगी भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से निर्माण टीन और कच्चे निर्माण तैयार किए गए थे जिनको जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर दिया गया है अब उस स्थान को पार्किंग बनाया जाएगा।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के आरटीओ कार्यालय में छापामारी के बाद जहां आरटीओ कार्यालय के बाहर अवैध रूप से बने दलालों के अड्डे के अलावा कब्जा कर बनाए गए टीन सेट और कच्चे निर्माण को जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर दिया।
कुमाऊं कमिश्नर ने सोमवार को आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय में आरटीओ (प्रशासन) के न मिलने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। कमिश्नर ने आरटीओ कार्यालय परिसर के बाहर शराब की बोतल मिलने, पेड़ों पर कपड़े सुखाने और गंदगी देख नाराजगी जताई। निरीक्षण में कार्यालय के पास रेस्टोरेंट में शराब की बोतलें मिलीं। एक कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में गड़बड़ी मिलने पर सील कर दिया गया।
कमिश्नर दीपक रावत ने औचक निरीक्षण के दौरान परिवहन अधिकारियों से पार्किंग में ड्राइविंग टेस्ट लेने की व्यवस्था पर सवाल उठाया। इस दौरान आवेदकों से बातचीत भी की। कमिश्नर ने आरटीओ प्रशासन के कार्यालय में उपस्थित न होने के संबंध में परिवहन अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि विभागीय कार्यों से मुख्यालय गए हैं। इस मामले में आरटीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कमिश्नर ने आरटीओ कार्यालय के बाहर निरीक्षण किया। दीवार से लगी दुकानों में गंदगी, अतिक्रमण और शराब की बोतल मिलने पर नाराजगी जाहिर की। एक दुकानदार पर जुर्माना भी लगाया। उन्होंने बिना लाइसेंस संचालित एक सीएससी को सील करने के निर्देश दिए। कार्रवाई के दौरान खलबली मची रही और एजेंट भाग खड़े हुए। कार्रवाई के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, आरटीओ (प्रवर्तन) नंद किशोर, एआरटीओ विमल पांडे आदि मौजूद थे।
डिग्री कॉलेज में डांस वीडियो बनाने पर मचा बवाल, जानिए पूरा मामला
हरिद्वार, जनपद के रुड़की कस्बे के एक डिग्री कॉलेज में डांस क्लास के दौरान एक छात्रा द्वारा वीडियो बनाने पर बवाल हो गया। डांस कर रही छात्राओं ने वीडियो बनाने का विरोध किया तो दोनों पक्ष की छात्राओं ने परिजनों को कॉलेज बुला लिया। इस दौरान एक छात्रा के परिजनों ने दूसरी छात्रा के भाई के साथ मारपीट कर दी। मारपीट की जानकारी मिलते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी कॉलेज पहुंच गए। इसी बीच पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के परिजनों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को शांत कराया।
दरअसल सोमवार को कस्बे के एक डिग्री कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्राओं की डांस क्लास चल रही थी। इस बीच एक समुदाय की छात्रा ने मोबाइल से डांस कर रही छात्राओं की वीडियो बनानी शुरू कर दी। छात्राओं ने इस पर आपत्ति जतायी। इसके बाद छात्राओं के बीच कहासुनी हो गई। ऐसे में दोनों पक्ष की छात्राओं ने अपने-अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। सूचना पर एक पक्ष की छात्रा का भाई कॉलेज पहुंचकर मामले की जानकारी ले रहा था।
इसी बीच दूसरी छात्राओं के पक्ष के तीन-चार युवक कॉलेज पहुंचे और युवक के साथ मारपीट कर दी। मारपीट से कॉलेज में हड़कप मच गया। घटना की जानकारी किसी ने पुलिस और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को दी। कुछ ही देर में भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। इसी बीच पुलिस भी पहुंच गई। ऐसे में मारपीट करने वाले विशेष समुदाय के युवक मौके से फरार हो गए। भगवानपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण का कहना है कि पीड़ित छात्राओं या उनके परिजनों की ओर से तहरीर आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
ब्रैकिंग : जोशीमठ में नहीं रुक रहा भू- धंसाव, दो अन्य होटलों में भी आई दरारें
देहरादून, जोशीमठ में भू-धंसाव नहीं रुक रहा है। अब तक शहर के 849 भवनों में दरारें आ चुकी हैं। वहीं, होटल माउंट व्यू और मलारी इन के बाद अब दो अन्य कॉमेट और स्नो क्रेस्ट होटलों में भी दरारें आई हैं। होटल आपस में मिलने लगे हैं। वहीं, तहसील भवनों के ऊपरी और निचले हिस्से में भी भू-धंसाव हो रहा है।
सीबीआरआई की ओर से इनकी मॉनीटरिंग की जा रही है। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. सिन्हा ने बताया कि अगर ध्वस्तीकरण की जरूरत हुई तो इन्हें भी पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद ध्वस्त कर दिया जाएगा। सीबीआरआई ने मकानों पर क्रेकमीटर लगाए हैं। इससे दरारों की प्रवृत्ति का पता लगाया जा रहा है। वहीं, लोक निर्माण विभाग का गेस्ट हाउस भी तिरछा हो गया है। यहां का पूरा भवन एक तरफ को धंस गया है। इसलिए प्रशासन ने इस पर ध्वस्तीकरण के लिए स्टीकर लगा दिया है। दो होटल के बाद अब यह सरकारी भवन ध्वस्त किया जाएगा।
बताया कि कुछ घरों और जमीन पर आई दरारों में एक से दो मिलीमीटर की वृद्धि हुई है, लेकिन नए घरों में दरारें नहीं आई हैं। वहीं, पानी का रिसाव भूमि के अंदर न हो इसके लिए खेतों की दरारों को भरने का काम भी जारी है। उधर, जोशीमठ में मौसम खराब है। शहर में जारी राहत अभियानों और अध्ययन के लिए आने वाले चार दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं। मौसम विभाग ने 19, 20, 23 और 24 जनवरी को जोशीमठ, चमोली और पिथौरागढ़ में बारिश-बर्फबारी का अनुमान जताया है।
जेपी कॉलोनी में भी खतरे को देखते हुए असुरक्षित भवनों को ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया है। सीबीआरआई की ओर से सर्वे करने के बाद असुरक्षित घरों को होटलों की तरह वैज्ञानिक तरीके से ध्वस्त किया जाएगा। वहीं, होटल माउंट व्यू को ढहाने का काम मंगलवार को भी जारी है। यहां डायमंड कटर से छत को तोड़ने का काम किया जा रहा है। होटल को ऊपर से नीचे की ओर तोड़ने की कार्रवाई होगी।
परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ डीजीपी पुलिस ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से की ऑपरेशनल एवं प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा बैठक
देहरादून, महानिदेशक उत्तराखण्ड पुलिस श्री अशोक कुमार ने परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विभिन्न ऑपरेशनल एवं प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां के तहत आयोजित वर्टिकल इंटरैक्शन में ऑपरेशनल, प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों के कल्याण का स्तर बढ़े इसी हेतु काफी सुझाव हमें प्राप्त हुए। जिस सम्बन्ध में काफी सुझावों का संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किये गये हैं। छुट्टी जवानों का बेसिक अधिकार है, वह उन्हें खुशी-खुशी दे दी जाए। पुलिस कर्मियों द्वारा अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिराह पर आकस्मिक अवकाश हेतु अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाए। व्हाट्सएप पर छुट्टी के लिए आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने हेतु समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। समस्त पदोन्नति प्रशिक्षणों में सीसीटीएनएस सहित नवीन तकनीकों से सम्बन्धित कोर्सेज, सॉफ्ट स्किल्स, साइबर स्किल्स, संवेदनशीलता के मॉड्यूल तैयार कर इनका प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे हमारी पुलिस Tech savvy होगी। प्रत्येक थाने में एक एसओजी ट्रेन्ड आरक्षी की नियुक्ति की जाएगी, जो tech savvy हो surveillance savvy हो।
वीडियो कान्फ्रेसिंग में निम्न बिन्दुओं पर निर्देश दिए गए :
उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग एवं उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अयोजित होने वाली आगामी परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने और स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सर्तक रखते हुये सूचना संकलित करने के निर्देश दिए।
महिला सुरक्षा के दृष्टिगत गौरा शक्ति मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जाए। रजिस्टर्ड महिलाओं के साथ समन्वय कर उनकी शिकायत के समाधान करते हुए उन्हें सुरक्षित महसूस कराया जाए।
वर्तमान में राजस्व क्षेत्र से नियमित पुलिस क्षेत्र में आए ग्रामों में सम्बन्धित थानाध्यक्ष एवं क्षेत्राधिकारी भ्रमण पर जाएं और ग्रामीणों के साथ सम्बन्धित थाने एवं अन्य महत्वपूर्ण फोन नम्बर साझा करें। जिन स्थानों पर नए थाने/चौकी खुलने हैं वहां शीघ्र खोले जाएं।
हमें प्रत्येक थाने को महिला फ्रेंडली बनाना है। दोनों परिक्षेत्र प्रभारी प्रदेश के प्रत्येक थाने में एक महिला उपनिरीक्षक एवं 04 महिला आरक्षियों की नियुक्ति सुनिश्चित करें।
प्रत्येक जनपद में एक महिला उपनिरीक्षक को थानाध्यक्ष/चौकी प्रभारी बनाएं।
पीएसी/आईआरबी की ऑपरेशनल कार्यदक्षता बढ़ाने हेतु पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्गत निर्देशों का अनुपालन करें। मासिक क्राइम मीटिंग में पीएसी के दलनायक को भी बुलाएं। मानदंड के अनुसार ही ड्यूटी लगायी जाए। नफरी के अनुसार प्लाटून कमांडर और दलनायक साथ जाएं। पीएसी जवानों के मूवमेंट के दौरान जनपदों में उनके लिए चारपाइयों की व्यवस्था सम्बन्धित प्रतिसार निरीक्षकों द्वारा की जाएगी। जवान अपने साथ चारपाइयां लेकर नहीं जाएंगे।
जनपदों को साइबर सेलों को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु एसटीएफ द्वारा शीघ्र ही दक्ष कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है।
कानून व्यवस्था प्रभावित होने वाली घटनाओं एवं जन आक्रोश के दृष्टिगत पुलिसकर्मियों को तत्कालिक परिस्थितियों के चलते बिना जांच के निलम्बित या लाइन हाजिर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में 03 दिवस के अन्दर उक्त कर्मिक का पक्ष सुनते हुए गुण दोष के आधार पर यदि दोष सिद्ध नहीं होता है, तो उसे तत्काल बहाल या दूसरे स्थान पर नियुक्त कर दिया जाए।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- श्री वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण- श्री केवल खुराना, पुलिस उप महानिरीक्षक, पी/एम- श्री सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- सुश्री पी0 रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण- श्री बरिन्दरजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे |
खास खबर : प्रदेश में निशुल्क वितरित होंगे शीतकालीन फल पौंध : उद्यान मंत्री गणेश जोशी
‘सेब, खुमानी, आडू, प्लम, नाशपाती, अखरोट, कीवी आदि प्रजातियों के पौधे किये जाऐंगे वितरित’
‘वर्तमान में राजकीय उद्यानों में उपलब्ध हैं 2.60 लाख पौंधे’
देहरादून, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार के विजन-2025 के अन्तर्गत बागवानी फसलों का उत्पादन दोगुना किये जाने के लिए कृषकों को अधिक से अधिक फलदार पौधों का वितरण कर लक्ष्य को पूर्ण किया जा सकता है और हमने राजकीय पौधालयों में उत्पादित समस्त शीतकालीन फल पौधों को कृषकों के प्रक्षेत्र में रोपण किये जाने के लिए निःशुल्क वितरित किये जाने का निर्णय लिया गया है। विदित हो कि सरकार द्वारा शीतकालीन पौंधों का निशुल्क वितरण प्रदेश में पहली बार किया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि राज्य में स्थापित 93 राजकीय उद्यानों या पौधालयों में मौसम वर्षाकालीन एवं शीतकालीन में विभिन्न प्रकार की फल पौध रोपण सामग्री उत्पादित की जाती है। राजकीय उद्यानों में शीतकाल में मुख्य रूप से सेब, खुमानी, आडू, प्लम, नाशपाती, अखरोट, कीवी आदि प्रजातियों के पौधे तैयार किये जाते हैं। इस वर्ष शीतकालीन में लगभग 2.60 लाख फल पौधे राजकीय उद्यानों में उपलब्ध हैं, जिनका वितरण प्रदेश भर में निशुल्क किया जाऐगा। मंत्री ने कहा कि प्रदेश की बागवानी को एक नई ऊँचाई प्रदान कर सरकार के विजन-2025 तक बागवानी के उत्पादन को दोगुना करने के लक्ष्य को सफल बनाने में सभी का सहयोग अपेक्षित है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार का संकल्प है कि जब राज्य निर्माण की रजत जयंती होगी, तब हमारा राज्य देश के अग्रणी राज्यों में होगा। मंत्री ने कहा कि पिछले दिनों हमने आम नागरिकों और औद्योनिक क्षेत्र में कार्य कर रहे कृषिकों के साथ चर्चा कर प्रदेश में बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अहम निर्णय लिये। जहां पहले सिर्फ कुछ ही वरायटी के लिए परमिशन दी जाती थी, वहीं अब एम-7, एम-9, एमएम-106 एवं एमएम-111, सीडलिंग रुटस्टाक में से जो भी बागवान को ठीक लगे, उसे वह अपने बगीचें में लगा सकता है।
विदित हो कि इस सम्बन्ध में शासन द्वारा दिनांक 16 जनवरी, 2023 को शासनादेश निर्गत किया चुका है। राज्य के समस्त कृषक या बागवान एवं इच्छुक व्यक्ति अपने प्रक्षेत्र पर फलदार पौधों के रोपण के लिए अपने जनपद में स्थापित उद्यान सचल दल केन्द्र/मुख्य उद्यान अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क कर निःशुल्क फल पौध प्राप्त कर रोपण कर सकते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अल्मोड़ा में 76 हजार, बागेश्वर में 7 हजार, पिथौरागढ़ में 18 हजार, चम्पावत में 14 हजार, नैनीताल में 25 हजार, चमोली में 10 हजार, पौड़ी में 15 हजार, कोटद्वार में 9 हजार, उत्तरकाशी में 51 हजार, टिहरी में 10 हजार एवं देहरादून 7 हजार पौंधे राजकीय पौंधालयों में शीतकालीन फल उपलब्ध हैं।
पंजाब नेशनल बैंक ने सीएसआर के तहत राजकीय इण्टर कालेज, डोभालवाला में छात्र-छात्राओं को वितरित किये स्वेटर
देहरादून, राजकीय इण्टर कालेज, डोभालवाला में पंजाब नेशनल बैंक के सहयोग से सीएसआर के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को स्वेटर वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने विद्यालय के कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के छात्र छात्राओं को गर्म स्वेटर वितरित किए गये, मंत्री जोशी ने अपने संबोधन में कहा की यह विद्यालय मेरे गृह क्षेत्र का है और समय समय पर विद्यालय के प्रधानाचार्य जो भी आग्रह किया जाता है उससे मैं पूर्ण करने का हर समय प्रयास करता हूं। मंत्री ने कहा की किसी भी समाज की ताकत का आकलन धन दौलत से नहीं बल्कि इस बात से है कि वहां के कितने लोग शिक्षित हैं। उन्होंने कहा शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और शारीरिक शिक्षा का होना भी बेहद जरूरी है। मंत्री जोशी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। देश में शिक्षा नीति लागू हो चुकी है। उन्होंने कहा प्रदेश में शिक्षा को और बेहतर करने के लिए अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किए गए हैं । मंत्री जोशी ने कहा आधुनिक दौर में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों मैं कंप्यूटर इंटरनेट इत्यादि की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने ठंड के मौसम में गर्म स्वेटर विद्यालय के छात्रों को वितरण के लिए पीएनबी के इस सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही मंत्री जोशी ने कहा कि इस विद्यालय के लिए जो भी जरुरते है वह समय समय पर पूरा किया गया है ओर आगे भी अगर आवश्यकता होगी उसे भी पूरा किया जायेगा। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा मंत्री जोशी से विद्यालय के लिए 10 कंप्यूटर की मांग की जिसपर मंत्री जोशी ने शीघ्र ही विद्यालय में कंप्यूटर देने की बात कही।
इस अवसर पर एजीएम पीएनबी बैंक अजीत उपाध्याय, मुख्य प्रबंधक सरवेश भारनावड़ी, अलका अशुपम, ज़िला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, मोहन बहुगुणा, प्रमोद जुयाल, प्रदीप रावत, पार्षद सतेंद्र नाथ सहित कई लोग उपस्थित रहे।
रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से शिक्षा मंत्री ने बांटे 169 बच्चों को वितरण किए हाजिनिंग किट
देहरादून, राजकीय प्राथमिक विद्यालय ननूरखेड में रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा आयोजित बच्चों को हाजिंनिग किट वितरण किए गए। इस मौके पर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत मौके पर पहुंचे और बच्चों को हाजिंनिग वितरण किया गया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बच्चों के विकास के बारे में बताया और कहा कि खेल के साथ साथा अन्य गतिविधियों करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विनम्रता व्यक्ति को महान बनाती है। संस्कार एवं विनम्रता वाला व्यक्ति जीवन में कुछ अच्छा कर ही लेता है। ऐसे व्यक्ति समाज की अनमोल निधि होते हैं। लिखना पढऩा खेलना कूदना अच्छे संस्कार व विचार होन चाहिए।
चेयरमैन कुन्दन सिंह टोलिया ने बच्चों को रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा किए जा रहे कार्यो की बारे में जानकारी दी है और कहा कि यह संस्था प्रदेश व आमजन के हित में ठोस कार्य कर रही है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि निरंतर चलने का नाम जीवन है। छात्रों को शुभकामनाएं देते जीवन में सदैव सकारात्मक रहते हुए, देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी। इस मौके पर 169 बच्चों को हाजिंनिंब किट वितरण किया गया |
इस मौके पर सोसाइटी के कोषाध्यक्ष मोहन सिंह खत्री ने बच्चों को आर्शीवाद दिया और उनके भविष्य की शुभकामनात करते हुए कहा कि बच्चे देश के भविष्य है उन्हें अपने जीवन में आगे बढना चाहिए और देश प्रदेश के साथ-साथ स्कूल व अपने मां बाप का नाम रोशन करना चाहिए यह संस्कार बच्चों में होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश है तो हम हैं। देश के पीछे सब कुछ अच्छा लगता है। देश को अच्छा करने के लिए हर नागरिक का योगदान होता है। जिस देश का हर नागरिक अच्छा है, तो देश अपने आप ही अच्छा हो जाता है। इस मौके कई गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे |
टी.सी.पी. तिराहा जोशीमठ के पास उद्यान विभाग की भूमि को मॉडल प्री-फैब्रिकेटेड हट बनाये जाने हेतु चिन्हित किया गया
देहरादून, सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने मंगलवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से विस्थापन हेतु अग्रिम के रूप 207 प्रभावित परिवारों को 3.10 करोड़ रूपये की धनराशि वितरित कर दी गयी है। राहत की खबर है कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 6 जनवरी 2023 को 540 एल.पी.एम. था, वर्तमान में घटकर 123 एल.पी.एम. हो गया है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि भारत सरकार के स्तर पर केन्द्र के तकनीकी संस्थानों को जोशीमठ के अर्न्तगत आपदाग्रस्त क्षेत्र की अध्ययन रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने हेतु टाईमलाइन दी गयी है। सीबीआरआई के 10 वैज्ञानिकों की टीम को तीन सप्ताह, एनजीआरआई के 10 वैज्ञानिकों की टीम को प्रारम्भिक रिपोर्ट दो सप्ताह तथा अन्तिम रिपोर्ट तीन सप्ताह, वाडिया संस्थान के 07 वैज्ञानिकों की टीम को प्रारम्भिक रिपोर्ट दो सप्ताह तथा अन्तिम रिपोर्ट दो माह, जीएसआई के सात वैज्ञानिकों की टीम को प्रारम्भिक रिपोर्ट दो सप्ताह तथा अन्तिम रिपोर्ट दो माह, सीजीडब्ल्यूबी के 04 वैज्ञानिकों की टीम को प्रारम्भिक रिपोर्ट एक सप्ताह तथा अन्तिम रिपोर्ट तीन सप्ताह तथा आईआईआरएस को एक सप्ताह में प्रारम्भिक रिपोर्ट तथा तीन माह में अन्तिम रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि टी.सी.पी. तिराहा जोशीमठ के पास उद्यान विभाग की भूमि को मॉडल प्री-फैब्रिकेटेड हट बनाये जाने हेतु चिन्हित किया गया है। जे.पी. के 15 भवनों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें तोड़ने का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 615 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2190 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 849 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। सर्वेक्षण का कार्य गतिमान है। उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 167 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 250 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 838 है।
प्रेस वार्ता में अपर सचिव आपदा प्रबन्धन, निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण संस्थान, निदेशक वाडिया संस्थान, निदेशक आईआईआरएस देहरादून, निदेशक एनआईएच तथा निदेशक आईआईटीआर उपस्थित थे।
जोशीमठ और उत्तराखंड के प्रभावित लोगों को मोरारी बापू ने 5 लाख की मदद की पेशकश
पिछले कुछ दिनों से समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों से ज्ञात हो रहा है कि जोशीमठ शहर और उसके आस-पास के क्षेत्र जो कि उत्तराखंड राज्य का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, भूस्खलन के कारण काफी संपत्ति की क्षति का सामना कर रहा है। ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि वहां रहने वाले लोगों को वर्षों से स्थानांतरित करना पड़ रहा है।
यह स्थिति स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण है। ऐसी विकट परिस्थिति में जोशीमठ और उसके आसपास के क्षेत्रों में विस्थापितों और प्रभावितों की सहायता के लिए पूज्य मोरारी बापू की प्रेरणा से लंदन स्थित रमेशभाई सचदेव द्वारा श्री हनुमान जी की प्रसादी के रूप में पांच लाख रुपये भेजे जाएंगे। इस कार्य को पूरा करने के लिए रामकथा के श्रोता उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एवं अन्य अधिकारियों के संपर्क में रहकर उनका मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे और यह सहायता राशि स्थानीय लोगों तक पहुंचेगी।