Thursday, May 2, 2024
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मुंबई में मिली कहां और किस हाल में मिली आमा, अब कहा रहेगी ‘आमा’

अल्मोड़ा, जनपद पुलिस टीम कानि.योगेश कुमार व म. कानि. साईन अंसारी द्वारा स्थानीय मुम्बई पुलिस, श्री गुरविन्दर सिंह ढिल्लों (गोनी), समाज सेवी श्री दान सिंह राजपूत व उनकी टीम एवं मानवाधिकार फाउण्डेशन मुंबई की अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी सावंत के सहयोग से 3 दिनों से दिन- रात कड़ी मेहनत से आमा की तलाश में जुटी थी।

एसएसपी अल्मोड़ा के लगातार निर्देशन/मार्गदर्शन में पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये और लगातार अलग-अलग स्थानों बोरीवली, कांदिवली, मलाड, अंधेरी वेस्ट व लोखंडवाला में बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, फ्लाई ओवर/ब्रिज के नीचे, लंगरों, रैन बसेरो, धर्मशालाओं आदि जगहों पर भ्रमण कर आमा की फोटो/पम्पलेट चस्पा कर व लोगों को दिखाकर पूछताछ करते हुए आमा की तलाश हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे थे।

पुलिस टीम 14 जनवरी की प्रातः 05 बजे से मुंबई के अंधेरी इस्ट इलाके में लोकल बस स्टेशन पर आने और जाने वाले बसों को चैक कर लोगों से पूछताछ कर रही थी तो अचानक समय लगभग 7.30 बजे प्रातः आमा बस स्टेशन पर दिखाई दी, आमा लोकल बस से कही और जाने की तैयारी में थी। पुलिस टीम द्वारा क्षणिक देर किये बिना आमा को अपने संरक्षण में लिया गया, आमा के पैर में पुरानी चोट होने के कारण आमा को चलने में परेशानी हो रही थी, पुलिस टीम सहयोगियों के साथ आमा को अंधेरी इस्ट सरकारी अस्पताल में उपचार हेतु ले गयी, अस्पताल में आमा के पैर की चोट का उपचार व स्वास्थ्य परीक्षण आदि कराया गया। उपचार के बाद आमा को नहलाया, धुलाया गया और आमा के लिए नये कपड़े खरीद कर आमा को पहनाये गये, इतने दिनों बाद अपने प्रति प्रेम व स्नेह देखकर आमा की आँखो से आँसू छलक उठे, पुलिस टीम द्वारा आमा को ढांढस बधाते हुए आमा को खाना खिलाने के बाद कुछ समय आराम कराते हुए,15 जनवरी की प्रातः की ट्रेन से पुलिस टीम आमा को लेकर मुम्बई से रवाना होकर दोपहर में काठगोदाम पहुची और 16 जनवरी की सांय अल्मोड़ा पहुँची।

श्री प्रदीप कुमार राय, एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा आमा से मिलकर कुशल क्षेम पूछकर आमा को शाँल ओढ़ाकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया गया। आमा की तलाश में दिन-रात जी तोड़ मेहनत करने वाली पुलिस टीम के कानि0 योगेश कुमार व म0कानि0 साईन अंसारी की पीठ थपथपाकर उत्साहवर्धन हेतु पुरस्कृत करने की बात कही गयी।
आमा को स्वास्थ्य व सुरक्षा के दृष्टिगत नारी निकेतन अल्मोड़ा के संरक्षण में रखा गया है, चिकित्सकों द्वारा आमा का उपचार किया जायेगा |

आमा के अल्मोड़ा पहुँचने पर एसएसपी अल्मोड़ा के निर्देश पर आमा का चिकित्सकीय परीक्षण जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में कराया गया।
चिकित्सकीय परीक्षण के अनुसार वर्तमान में आमा का स्वास्थ्य व मानसिक स्थिति पूर्ण रुप से सही नही होने के कारण आमा के स्वास्थय व मानसिक स्थिति के दृष्टिगत नारी निकेतन अल्मोड़ा में रखवाया गया है, नारी निकेतन अल्मोड़ा में चिकित्सकों की देखरेख में आमा का ईलाज करवाया जायेगा। आमा के स्वास्थय में सुधार होने पर आमा के परिजन उन्हें अपने साथ ले जा सकते है।

 

विकास भवन सभागार में बाल अधिकारों पर संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजनMay be an image of 9 people, people standing and indoor

अल्मोड़ा, डॉ. आर. एस. टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा आज विकास भवन सभागार में बाल अधिकारों पर संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, परियोजना निदेशक एवं अन्य ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि इस ट्रेनिंग का उद्देश्य बाल अधिकारों के प्रति शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस तथा चिकित्सा विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग के माध्यम से अधिकारी बच्चों के सर्वांगीण विकास में आने वाली चुनौतियों का सामना करने एवं बच्चों को उनके विधिक अधिकार दिलाए जाने के टिप्स प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में सभी अधिकारियों के सुझाव एवं फीडबैक प्राप्त किए जाएंगे तथा उन सुझावों के आधार पर बाल अधिकारों के हितों में एसओपी बनाए जाने में काफी मदद मिलेगी।
उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की उप निदेशक पूनम पाठक ने बताया कि विभिन्न विषयों पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के क्रम में आज इस कार्यशाला का उद्देश्य बाल अपराधों एवं अधिकारियों को अन्य बाल समस्याओं के प्रति जागरूक करते हुए अभिभावकों तक पहुंच बनाना है तथा समाज में बच्चों के प्रति एक सद्भावनात्मक माहौल बनाना, उनके प्रति नम्र व्यवहार बनाना है।
इस कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों से बच्चों के प्रति उनके अनुभव एवं सुझाव लिए गए। तथा बाल अपराधों को रोकने के विभिन्न तरीके मास्टर ट्रेनरों द्वारा बताए गए। इस दौरान बच्चों का नशे के प्रति बढ़ते रुझान, यौन हिंसा, बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता लाना, बच्चों में उचित पोषण एवं उनकी देखभाल जैसे विभिन्न मामलों पर जानकारी दी गई।
इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण, उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की ट्रेनर डॉ मंजू ढोंढियाल, पुलिस के अधिकारी, शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समेत अन्य उपस्थित रहे।

 

पत्रकार गोष्ठी में माघमेले को ‘बाड़ाहाट कू थॉलु’ के नाम से ही प्रचारित करने पर हुई चर्चा

“मेला हमारी संस्कृति की विरासत है, इसमें आम व्यक्ति का सहयोग चाहिए ताकि भव्यता के साथ मेले को आयोजित किया जायेगा : दीपक विजल्वाण

May be an image of 6 people and text that says 'प्रेस कलब उत्तरकार आप सभी का हार्दिक स्वागत करती'

उत्तरकाशी, जनपद में माघमेले को लेकर स्थानीय प्रेस क्लब में गोष्ठी आयोजित की गयी, गोष्ठी में मेले के पौराणिक महत्व पर विस्तृत चर्चा हुई जिसे लेकर उपस्थित सभी पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि राजशाही समय से यह मेला “बाड़ाहाट कू थॉलु ” के नाम से ही जाना जाता रहा, परन्तु धीरे धीरे जनपद बनने के बाद से इसे माघ मेले के नाम से जाना जाने लगा, जिसके फलस्वरूप मेले का वास्तविक स्वरूप में विकास के साथ जो परिवर्तन हुआ वह इसके प्राचीन स्वरूप से हट कर मेले के उदेश्य से भटकता सा नजर आने लग गया है | यह देखते हुए इस गोष्ठी मे पत्रकारों ने इसके आधुनिकता के साथ इसकी प्राचीनता बनाये रखने के लिए इसे “बाड़ाहाट कू थॉलु” के नाम से ही प्रचारित किया जाना चाहिए, गोष्ठी में कई पत्रकारों ने यह भी सुझाव रखे कि रामलीला मैदान को केवल धार्मिक कार्यों के लिए ही उपयोग में लिया जाय और व्यापारिक प्रतिष्टानों को नगर के अन्य स्थानों पर लगाया जाय ताकि मेले में प्राचीनता के साथ नवीनता का भी समावेश हो सके |

गोष्ठी में पंहुचे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वाण ने कहा कि यह मेला केवल जिला पंचायत का ही नहीं अपितु हम आप सभी लोगों का है, इसके पौराणिक स्वरूप को जैसे कायम रखा जा सके इसके लिए आप सभी की राय के साथ आम व्यक्ति की बातों पर हम अमल करने का प्रयास करेंगे, यह मेला हमारी संस्कृति की विरासत है, इसमें आम व्यक्ति का सहयोग चाहिए ताकि भव्यता के साथ मेले को आयोजित किया जा सके l जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि यह मेला धार्मिकता से जुड़ा है, मेले को विकास के साथ जोड़ने के साथ इसकी पौराणिकता को भी कैसे कायम रखा जाय यह बिन्दु विचारणीय है, इस संदर्भ में यहां के विद्वानों, बुजुर्गो एवं अनुभवी लोगों के साथ एक विचार गोष्ठी का आयोजन हो, जिसमें मेले को लेकर चर्चा की जानी चाहिए, उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिए जाने की बात भी कही ताकि लोगों के आर्थिक पक्ष को भी बल मिल सके |
प्रेस क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पत्रकार स्व. सुरेन्द्र पुरी को भी श्रद्धांजलि देते हुए उनकी माता कृष्णापुरी को भी सम्मानित किया गया, क्लब द्वारा एक फेशन शौ का आयोजन भी किया गया जिसमें स्थनीय परिधानों के साथ सजी कई युवतियों ने भाग लिया |
‘बाड़ाहाट के थॉलु’ के संदर्भ में आयोजित गोष्ठी में सेवानिवृत हुए परिचालक शिवदयाल महंत को एवं दून से आये लेखाकार श्री कीर्ति पंवार जी को प्रेस क्लब की और सम्मानित किया गया, प्रेस क्लब के अध्यक्ष चिरंजीव सेमवाल ने मंच संचालन किया | गोष्ठी मे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वान, जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला, वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र भट्ट डा. रामचंद उनियाल, लोकेन्द्र विष्ट,पंचायत सदस्य प्रदीप कैंतुरा, मनीष राणा प्रेस क्लब के महासचिव दिग्वीर बिष्ट, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र भट्ट आदि कई पत्रकार उपस्थित रहे |

 

18 वी राष्ट्रीय आईस स्केटिंग प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड ने राज्य के लिये जीते 21 पदक ।May be an image of 8 people, people standing and text that says 'ICE SKATING AS OF UTTARA 1 Association Ice Skating of Uttarakhand'

ज्ञातव्य हो कि गुरुग्राम में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के तत्वाधान में आयोजित हुई 18 वी० राष्ट्रीय आईस स्केटिंग प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने महिला और पुरूष वर्ग की विभिन्न आयु वर्ग की स्पीड और फिगर स्केटिंग स्पधाओं में कुल 21 पदक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया।

18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों के लगभग 250 से अधिक खिलाड़ियों ने स्पीड, फिगर और सिंक्रोनाइज स्केटिंग की विभिन्न स्प्रधाओं में भाग लिया और अपने अपने वर्गों में मेडल हासिल कर अपना और उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया।

प्रतियोगिता के दौरान सिक्रोनाइज स्केटिंग के स्प्रधा में खासतौर पर उत्तराखण्ड टीम की खासी प्रशंसा की गयी जब राज्य की टीम ने कोविड काल को संगीत के आईस डांस के माध्यम से बहुत ही खुबसुरती से प्रस्तुत किया और द्वितीय स्थान पाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड ने स्पीड, फिगर और सिक्रोनाइज स्प्रधा के लिये 9 खिलाड़ियों का चयन कर राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिये भेजा था, इन्ही खिलाड़ियों ने अपना लोहा मनवाते हुये 3 स्वर्ण, 13 सिल्वर और 5 ब्रांज मेडल के साथ कुल 21 मेडल राज्य की झोली में डालकर नाम कमाया।

18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड की बड़ी जीत पर आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष शिव पैन्यूली ने खिलाड़ियों को बधाई देकर खुशी जाहिर करते हुये कहा कि यह जीत मात्र खिलाड़ियों की जीत नहीं है वरन समस्त उत्तराखण्ड वासियों के अतिरिक्त खिलाड़ियों के उन अभिभावकों की भी जीत है जिनकी हौसला अफजाई से खिलाड़ियों ने मेडल हासिल किये। सिक्रोनाइज स्केटिंग में उत्तराखण्ड की टीम को जीत दिलाने में उत्तराखण्ड की एकमात्र एशियन चैम्पियनशिप एवार्डी कु० निष्ठा पैन्यूली और श्रीमती कीर्ति जवाहर रावतानी का सहयोग सराहनीय रहा।

अध्यक्ष ने बतलाया कि वर्ष 2023 की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य के 10 वर्ष के छोटे होनहार स्पीड स्केटर ओजस तेनजिंग धर्मशस्तु और फिगर स्केटर अमिताभ सिंह ने भी सभी को हैरान किया। उत्तराखण्ड के लिये यह प्रतियोगिता इसलिये भी महत्वपूर्ण हो गयी है जब स्पीड एडवास स्केटिंग की स्प्रधा में राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी अस्तित्व डोभाल ने अपने जीवन का पहला स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

श्री पैन्यूली ने बतलाया कि 18 वी0 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और इण्डियन औलम्पिक एसोसिएशन के सदस्य श्री अमिताभ शर्मा की दूरदृष्टि ने प्रतिरोज पुरस्कार वितरण के लिये जिस प्रकार देश के नामी खिलाड़ी हस्तियों को आमतित्र कर खिलाड़ियों को रूबरू होने का मौका दिया वह अविस्मरणीय रहेगा। इन मुख्य और विशिष्ट मेहमानों में. पदम भूखण ओलम्पिक बाक्सिंग चैम्पीमयन श्रीमती मैरी काम, पदम श्री और उपाध्यक्ष भारतीय खेल संघ, शॉप शुटर श्री गगन नारंग, नेशनल फुटवालर और संयुक्त सचिव, आई०ओ०ए० फुटवालर कल्याण चौबे इत्याद ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की और पुरस्कार वितरण किये। इसी श्रंखला में उत्तराखण्ड से भारतीय ओलम्पिक संघ की ज्वाईट सेक्रेटरी श्रीमती अलकनन्दा अशोक ने भी खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन कर पुरस्कारों से खिलाड़ियों को सम्मानित किया। यह समय उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों के लिये अतिविशिष्ट रहा।

अध्यक्ष, उत्तराखण्ड श्री पैन्यूली ने बतलाया कि प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व तब और भी महत्वपूर्ण हो गया जब सम्पूर्ण उत्तर भारत से एकमात्र एशियन चैम्पियनशिप एवार्डी व ओलम्पिक स्प्रिट एवार्डी अन्तराष्ट्रीय स्केटर, निष्ठा पैन्यूली का राष्ट्रीय एसोसिएशन ने फिगर स्केटिंग स्प्रधाओं का निर्णय देने के लिये निर्णायक मण्डल में “जज” के पद पर जिम्मेदारी सौंपी। यहां अब यह बतलाते हुये भी हर्ष हो रहा है कि पूर्व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की भांति ही इस वर्ष भी उत्तराखण्ड के प्रत्येक खिलाड़ी ने अपने-अपने वर्ग में पदक हासिल करने का सिलसिला जारी रखा।

राज्य के लिये स्पीड एडवास स्केटिंग में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले खिलाड़ी अस्तित्व डोभाल के अतिरिक्त राज्य से सबसे छोटी उम्र के स्पीड स्केटर ओजस तेनजिंग धर्मशस्तु का सुन्दर प्रदर्शन और फिगर स्केटिंग में सबसे छोटे खिलाड़ी अमिताभ सिंह को एक कास्य, दो रजत, आर्दश सिंह रावत को एक स्वर्ण, एक रजन और एक कांस, आयूष जगुडी को तीन रजत, अपूर्वा सिंह को एक रजत, एक कांस्य, तनिष्का सिंह को एक कांस्य और दो रजत, यशस्वी सिंह को दो रजत, एक कांस्य और हर्षिता रावतानी को एक स्वर्ण और दो रजत से सम्मानित किया गया। इस तरह उत्तराखण्ड के नौ (9) खिलाड़ियों ने विभिन्न स्प्रधाओं में कुल 21 पदक हासिल कर एक बार फिर राज्य में आईस स्केटिंग के खेल मैदान के उपलब्ध न होने पर भी मैदान मार लिया है। राज्य के लिये यह गौरव की बात है। वर्तमान तक उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर कुल 7 और राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक हासिल कर लिये है ।

श्री पैन्यूली ने बतलाया कि 18 वीं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्पीड स्केटिंग की स्प्रधाओं के सटीक परिणाम हासिल करने और स्प्रधा की व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखकर सफल बनाने के लिये उन्हे आबजरवर की भूमिका सौंपी गयी। उन्होंने बतलाया कि देहरादून रिंक में आयोजित साउथ एशियन विंटर गेम्स के बाद वर्ष 2023 में 18 वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता का भव्य आयोजन अब तक का सफलतम आयोजन रहा। आईस स्केटिंग ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य, शीतकालीन खेलों के अग्रणीय और खेल प्रेम श्री अमिताभ शर्मा की खेलों के विकास के प्रति रूचि और खेल आयोजन के सफल बनाने की उनकी ललक ने पुरस्कार वितरण के लिये राष्ट्र के बड़े नामी और प्रतिष्ठित खेल हस्ताक्षरों से करवाकर खिलाड़ियों का जो मान बढ़ाया वह खिलाड़ियों के लिये अविश्मरणीय रहेगा। प्रतियोगिता को हर तरह से सफल बनाने में आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के महासचिव श्री जगराज सिंह साहनी की भुमिका भी प्रशंसनीय और महत्वपूर्ण रही।

देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज में स्थित साउथ एशिया के सबसे बड़े अन्तराष्ट्रीय आईस स्केटिंग रिंक के बारे में जानकारी देकर उन्होंने बतलाया कि अब जबकि देश के आईस स्केटिंग खिलाड़ियों के पास इण्डियन ओलम्पिक एसोसिएशन की कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में शीतकालीन खेलों के अग्रज आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष श्री अमिताभ शर्मा उपलब्ध है तो यह कहना आसान हो गया है कि अब देहरादून आईस रिंक के दिन भी जरूर बहुरेगे। शीघ्र ही एक बार फिर न केवल उत्तराखण्ड अपितु समस्त देश के आईस स्केटिंग खिलाड़ियों को इस रिंक में प्रशिक्षण लेने और राष्ट्रीय अन्तराष्ट्रीय स्केटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका जरूर मिलेगा। इस और स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री, खेल मंत्री और क्षेत्रीय विधायक रायपुर भी प्रयासरत है।

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