Wednesday, May 7, 2025
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प्रदेश के लिए गौरव का पल : देश के सर्वोत्तम तीन थानों में आया बनबसा थाना, गृह मंत्री ने किया सम्मानित

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देहरादून, उतराखण्ड के जनपद चम्पावत के बनबसा थाने ने देश के सर्वश्रेष्ठ तीन पुलिस स्टेशनों में जगह बनाई है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने शुक्रवार 20 जनवरी को राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, नई दिल्ली में शुरू हुए DGsP/IGsP सम्मेलन- 2022 के दौरान चम्पावत जिले के बनबसा पुलिस स्टेशन को देश के सर्वोत्तम तीन पुलिस स्टेशन के रूप में सम्मानित किया। थानाध्यक्ष बनबसा उपनिरीक्षक लक्ष्मण सिहं को केंद्रीय गृह मंत्री से प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है।*

प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार भी DGsP/IGsP सम्मेलन- 2022 में प्रतिभाग कर रहे हैं। पुलिस थानों की वर्ष 2022 की वार्षिक रैंकिंग में बनबसा पुलिस स्टेशन को देश के सर्वोत्तम तीन थानों में स्थान मिला।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने समस्त उत्तराखण्ड पुलिस परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह उपलब्धि प्रदेश में सुशासन एवं सुदृढ़ कानून व्यवस्था की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे सभी पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा का प्रतिफल है।
पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड श्री अशोक कुमार ने पुलिस अधीक्षक, चम्पावत सहित बनबसा थाने के समस्त कर्मियों को इस उपलब्धी के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि देश में 16 हजार पुलिस स्टेशन हैं और उनमें से सर्वश्रेष्ठ तीन पुलिस स्टेशनों में जगह बनाना गौरव की बात है। यह पहली बार है कि उत्तराखण्ड के किसी पुलिस स्टेशन ने टॉप 3 में जगह बनाई है। इससे पहले देश के टॉप 10 थानों की श्रेणी में वर्ष 2017 में थाना बनभूलपुरा और ऋषिकेश को लिस्ट में 6 व 8 वें स्थान पर और वर्ष 2018 में थाना मुनस्यारी को 9 वें स्थान पर जगह मिली थी।

पुलिस स्टेशनों की रैंकिंग गृह मंत्रालय द्वारा एक वार्षिक अभ्यास है। देश के टॉप थानों की श्रेणी में स्थान पाने के लिए कुछ मानक तय किए जाते हैं। पुलिस स्टेशनों को 165 विभिन्न मापदंडों जैसे अपराध नियंत्रण, अपराध दर, जांच व मामलों के निपटान, बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सेवा के वितरण के आधार पर आंका जाता है। कुल बिंदुओं में से लगभग 20 प्रतिशत नागरिकों से पुलिस स्टेशन के बारे में मिले फीडबैक पर भी आधारित हैं।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज बोले- 20 साल से हो रही भू-धंसाव की चर्चा, फिर कैसे किसकी अनुमति से बन गए बहुमंजिला भवन…? होगी जांच

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चमोली (जोशीमठ), भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद मीडिया से बातचीत में महाराज ने कहा कि भू-धंसाव से कई आवासीय भवनों में दरारें आने से असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 20 साल पहले जब मैं जोशीमठ आता था तो इस बात की चर्चा होती थी कि जोशीमठ धंस रहा है। बहुमंजिला भवन बनाए गए हैं। ये भवन किसकी अनुमति पर बने हैं, इसकी जांच की जाएगी।

महाराज ने कहा कि केंद्रीय गृह व रक्षा मंत्री को पत्र भेज कर जोशीमठ में सेना और आईटीबीपी के कैंप में सीवरेज सिस्टम बनाने का आग्रह किया जाएगा। आपदा से प्रभावित परिवारों को क्षति का आकलन के बाद भी सरकार की ओर से पूरी मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार आपदा से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूरा विश्वास दिलाया है कि वह प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करेंगे। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बृहस्पतिवार को जोशीमठ में राहत शिविरों का निरीक्षण किया और प्रभावितों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की यहां जरूरत है सिर्फ वही जोशीमठ में रुकें। अनावश्यक कमरे न घेरें, जिससे प्रभावित परिवारों को कमरे मिल सकें।

सतपाल महाराज ने जोशीमठ की स्थिति का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन पर स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जोशीमठ की खबरें मीडिया में आने से अधिकांश पर्यटक उत्तराखंड के अन्य जगह की भी बुकिंग रद्द कर रहे हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि जोशीमठ को छोड़कर पूरा उत्तराखंड सुरक्षित है। सरकार औली में शीतकालीन खेलों को संपन्न कराने का भी प्रयास करेगी।

वहीं कैबिनेट मंत्री ने मनोहर बाग, गांधी नगर, नृसिंह मंदिर, जेपी कॉलोनी सहित अन्य जगह पर प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम करेंगे और जल्द ही इस आपदा से उभरेंगे। मंत्री ने प्रभावितों से सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने ध्वस्त किए जा रहे होटलों और लोनिवि के गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया। इस दौरान पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, बदरीनाथ के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र रावत के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।

प्रभावितों ने की शिकायत- एनटीपीसी परियोजना की सुरंग में हो रही ब्लास्टिंग
जोशीमठ भू-धंसाव के बाद सरकार ने एनटीपीसी की जलविद्युत परियोजना समेत सभी निर्माण कार्यों पर लगाई है। प्रभावितों की मानें तो परियोजना की सुरंग में ब्लास्टिंग की जा रही है। बृहस्पतिवार को जोशीमठ प्रभावितों क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से प्रभावित लोगों ने ब्लास्टिंग करने की शिकायत की है।

कैबिनेट मंत्री महाराज ने जोशीमठ शहर के सिंहधार, नृपसिंह मंदिर, गांधीनगर, जेपी कॉलोनी (मारवाड़ी) आदि स्थानों में भू-धंसाव की जद में आए मकानों का निरीक्षण किया। इसके बाद नगर पालिका और गुरुद्वारे में चल रहे राहत शिविरों की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान प्रभावित परिवारों ने महाराज को अवगत कराया कि एनटीपीसी परियोजना की सुरंग में आपदा के बाद भी काम चल रहा है। आज भी सुरंग के अंदर ब्लास्टिंग की जा रही है। इस पर महाराज ने मुख्यमंत्री से दूरभाष पर बात कर प्रभावितों की शिकायतों से अवगत कराया।

महाराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाए। साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी अनावश्यक रूप से जोशीमठ में कमरे न घेरे। जिन अफसरों की आवश्यकता है, वही रुकें। इससे प्रभावित परिवारों को अस्थायी विस्थापन के लिए कमरे उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रभावितों को 50-50 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी गई है। क्षति का आंकलन करने के बाद सरकार पूरी मदद करेगी।

महिला की लाश मिलने से हड़कंप, उधड़ी हुई थी शव के चेहरे की चमड़ी, मामला संदिग्ध

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नैनीताल, जनपद में सड़क के किनारे महिला की लाश मिलने से हड़कंप मच गया, आस-पास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शव के चेहरे की चमड़ी उधड़ी हुई थी। पुलिस का कहना है कि शव को किसी जानवर द्वारा खाए जाने की आशंका है। लाश क्योंकि सड़क किनारे पड़ी हुई थी, इसलिए मामला संदिग्ध बना हुआ है। महिला की उम्र 35 से 40 साल के बीच है। उसने काले रंग का सलवार-कुर्ता पहना हुआ था। मृतक महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घटना शहर के समीपवर्ती दोगांव क्षेत्र की है। जहां गुरुवार को लोगों ने सड़क किनारे एक महिला की लाश पड़ी देखी। ये खबर जैसे ही इलाके में फैली मौके पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। बाद में ज्योलीकोट पुलिस को सूचना दी गई।

पुलिस मौके पर पहुंची तो लाश की हालत देख पुलिसकर्मी सन्न रह गए। महिला के चेहरे की चमड़ी उधड़ी हुई थी, मांस गायब था। चौकी प्रभारी नरेंद्र कुमार ने कहा कि मामला संदिग्ध मालूम पड़ रहा है। शायद शव को किसी जानवर ने खाने का प्रयास किया हो, इसीलिए चेहरे का मांस गायब था। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। तलाशी लेने पर महिला के पास से कोई सामान भी नहीं मिला। बहरहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही महिला की मौत की वजह पता चल पाएगी। महिला की लाश पैराफिट के किनारे पड़ी हुई थी। महिला की शिनाख्त की कोशिशें जारी हैं। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है, ताकि महिला को लेकर कोई सुराग हाथ लग सके।

उत्तराखंड के गांवों से पलायन कैसे रोके, एक बड़ा सवाल.. ?

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(गुड्डी नेगी, पहाड़ी उत्पादन स्टोर)

चंडीगढ़ में फेसबुक चला कर उत्तराखंड का विकास करना या देहरादून में बिस्तर मे पड़े- पड़े सरकार से पूछना कि पहाड़ में क्या विकास हुआ है ।

हम हिमाचल से कंपेर करते है, पर कभी ये नहीं सोचते कि, हिमाचल के लोगों का अपने प्रदेश के विकास में कितना अधिक योगदान है l हिमाचल के गाँव में उत्तराखंड से कम सड़के पहुंची है, उत्तराखंड़ से कम जगह पानी है, उत्तराखंड़ से जादा जंगली जानवर की दहशत है, परंतु वहाँ के लोग इस बहाने कभी अपना पहाड़ छोड़कर शहर नही आये, वहीं रहे और टूरिज्म, खेती , फलों और जूस की ऐसी पैदावार की, उन्हें अब कहीं शहर जाने की जरूरत नहीं होती l सरकार भी आपकी मदद तभी करती है, जब आप खुद की करने को तैयार रहते है, हमारे पहाड़ में हर कोई कहता है पलायन रोको , पर वो रुकेगा कैसे, वो आप खुद ही रोक सकते हो ।

हम खुद की सारी जिंदगी पहाड़ में रहकर , फौज में भर्ती होते है या हम खुद ही सारी जिंदगी पहाड़ में रहकर शिक्षक बन जाते है, और फिर पहाड़ छोड़कर कोटद्वार, रामनगर, देहरादून, ऋषिकेश बस जाते है l

चलिए मान लेते है सबको अधिकार है अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का, शहरों में जाने का, पर दिक्कत तब आती है,जब हम रिटायर होने के बाद भी पहाड़ों में जाना नही चाहते l

क्या हमने खुद से ये सवाल किया कि देहरादून जैसे शहरों में सबसे जादा प्लॉट, घर बनाने वाले फौजी, शिक्षा विभाग से रिटायर कर्मचारी ही क्यों होते है, क्या वो जीवन में सब काम खत्म करने के बाद पहाडों में नही बस सकते थे, पर हमने खुद से सवाल करना बंद करना सीख लिया और सरकार पर सारा ठीकरा फोड़ने की आदत बना ली ।

सरकार से सवाल करते रहना चाहिए, ये एक स्वास्थ्य लोकतंत्र में बहुत जरूरी है, पर ये भी जरूरी है कि हम खुद अपनी भी जिम्मेदारी समझे l हो सके तो पहाड़ में रहकर रोजगार के अवसर पैदा करे, इसी सोच के साथ हम एक प्रयास कर रहे हैं कि, गांव में रोजगार उपलब्ध हो और गांव का आदमी अपनी रोजी रोटी के लिए अपना घर – परिवार छोड़ने के लिए मजबूर ना हो, हमने ग्राम चमाली, सतपुली, ब्लॉक एकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल में एक लघु उद्योग की स्थापना की है, जिसमें हम उत्तराखंड का हर्बल भीमल शैंपू का उत्पादन कर रहे हैं, इसके साथ साथ चोबटाखाल, पौड़ी गढ़वाल में पहाड़ी अचार का उत्पादन कर रहे हैं । अब देखना यह है कि इस प्रयास में हम कहां तक सफल हो पाते हैं ।

हम किसी मजबूरी से पलायन कर चुके है तो, खुद से प्रण ले कि जिस दिन इस काबिल हो गए पहाड़ वापस लौटकर वहा रोजगार के अवसर जरूर पैदा कर सके तो भी करेंगे, आगे रिटायर होंगे तो देहरादून, कोटद्वार, हलद्वानी , रामनगर मे मकान ना बनाकर अपने गाँव को आबाद करेंगे ।

यदि हम सबने यह सोच विकसित कर ली तभी जाकर उत्तराखंड का विकास संभव है , नहीं तो हम जिंदगी भर सरकारों को कौसते रहेंगे ।

पंचायती राज विभाग ने दो दिवसीय सफाई अभियान किया आयोजित, प्रशिक्षणार्थियों ने गांवों के कूड़े को एकत्रित कर पालिका कूड़ेदान में डाला

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पिथौरागढ़, पंचायती राज उत्तराखंड द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण में आज विशेष सफाई अभियान चलाया गया। सफ़ाई में इकट्ठा हुए 29 किलो कूड़े को गांवों से लाकर नगर पालिका पिथौरागढ़ के कूड़ेदान में डाला गया। प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत विकास योजना तैयार करनी की विधि पर पंचायत प्रतिनिधियों तथा रेखीय विभागों के अधिकारियों को टिप्स दिए गए।
जिले के विकास खंड पिथौरागढ़,मूनाकोट,कनालीछीना में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षण स्थल के आस पास फैले सूखे कूड़े को इकट्ठा किया गया। प्रशिक्षणार्थियों ने भी कूड़े को जमा करने में उत्साह के साथ भाग लिया। इस कूड़े को इन गांवों से लाकर शहर के कूड़ेदान में डाला गया।
प्रशिक्षण में सोसायटी फॉर एक्सन इन हिमालया पिथौरागढ़ के मास्टर ट्रेनर्स रेखा रानी, कला नगन्याल, हीरा सिंह मेहता, संतोषी नगन्याल,यशवंत सिंह बृजवाल, रेखा धामी, रेखा जोशी, नीतू खर्कवाल अंकिता पाठक ने ग्राम पंचायत विकास योजना में कूड़े के निस्तारण को प्रमुखता से योजना के रूप में शामिल करने को कहा।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को अपनी योजनाओं में शामिल करना चाहिए, तभी ग्राम पंचायतों को सांफ – सुथरा रखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि रेखीय विभागों के अधिकारियों को भी कूड़ा निस्तारण के लिए अपने विभागों में इस योजना को शामिल करना होगा।
कनालीछीना विकास खंड में क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों के प्रशिक्षण का उद्घाटन खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद टम्टा ने किया। इस अवसर पर युवा कल्याण अधिकारी हेमा पांडे, आशा फेशेलेटर मंजू पांडे, पूर्व एडीओ लक्ष्मी दत्त तिवारी, वार्ड मेम्बर्स जानकी भट्ट मौजूद रहे।

 

एनकॉर्ड (Ncord) की समीक्षा बैठक : सौ से अधिक चयनित स्कूलों पर कार्यक्रम संचालन के जिलाधिकारी ने दिये निर्देश

अल्मोड़ा, नशा मुक्ति केंद्र हवालबाग में जिलाधिकारी वंदना एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रदीप कुमार राय द्वारा एनकॉर्ड (Ncord) की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान बैठक में नशामुक्ति केन्द्र हवालबाग के भवन के सुदृढ़ीकरण और स्टाफ को बढ़ाने तथा यहां भर्ती युवाओं को और अधिक व्यवस्था तथा सामाजिकता से जोड़ने पर निर्णय लिया गया। नशा मुक्ति अभियान के तहत जिलाधिकारी द्वारा शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को सौ से अधिक चयनित स्कूलों पर कार्यक्रम संचालन हेतु निर्देश दिए गए। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को नशा से ग्रस्त क्षेत्रों में अधिक से अधिक भ्रमण और कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने आयुष विभाग और स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सको को रोस्टर बनाकर नशामुक्ति केन्द्र के संचालन करने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने “आपरेशन निश्चय” के द्वारा पूरे अल्मोड़ा को नशा मुक्त करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक रखने की बात कही गई।
यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी पंत,मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण, नशा मुक्ति केंद्र के समन्वयक डॉ अजीत तिवारी समेत अन्य उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना में अच्छा काम करने पर केन्द्र ने उत्तराखंड को सराहा

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देहरादून, पीएम नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत केन्द्रपोषित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजनान्तर्गत सूक्ष्म खाद्य उद्योगों की स्थापना हेतु उद्यमियों को 35 प्रतिशत राजसहायता से लाभान्वित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त योजनान्तर्गत कास्तकारों/समूहों के उत्पादों के विपणन एवं ब्राण्डिंग हेतु भी राजसहायता प्रदान की जा रही है। PMFME योजनान्तर्गत एक जनपद एक उत्पाद को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है ताकि कलस्टर के रूप में औद्यानिकी को बढ़ावा देते हुए विपणन हेतु सुगमतापूर्वक उचित मात्रा में उत्पाद उपलब्ध हो सके।
प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बताया गया कि भारत सरकार द्वारा PMFME योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 तक उत्तराखण्ड राज्य में 1591 इकाई स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। PMFME योजनान्तर्गत 140 इकाईयों के ऋण स्वीकृत कराये जा चुके हैं तथा 295 इकाईयों के ऋण स्वीकृति की कार्यवाही बैंक स्तर पर गतिमान है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भी उत्तराखण्ड में PMFME योजना की प्रगति के सम्बन्ध में उद्यान विभाग की टीम को बधाई दी गयी है।
वर्तमान में राज्य में कुल 140 ईकाई स्वीकृत हैं और कृषि मंत्री ने इस बाबत कृषि सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम सहित सभी विभागीय अधिकारियो को बधाई दी है।
इसके अतिरिक्त लघु/सीमान्त कृषकों, स्वयं सहायता समूहों, सहकारिता समूहों, किसान उत्पादक संगठनों इत्यादि के विभिन्न औद्यानिक उत्पादों की बिक्री हेतु योजनान्तर्गत जनपद देहरादून एवं नैनीताल में PMFME स्टोर की स्थापना की गयी है। PMFME स्टोर के माध्यम से कृषकों/समूहों के उत्पादों की विपणन व ब्राण्डिंग सुनिश्चित करते हुए उन्हें उनके उत्पाद का अधिक मूल्य प्रदान कराया जा रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं को फूड सेफ्टी मानक आधारित उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद प्राप्त हो रहे हैं।

बर्फबारी के चलते रुका ध्वस्तीकरण का कार्य, प्रभावितों के बाहर पड़े समान पर जमीं बर्फ

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चमोली, राज्य में मौसम ने करवट ली और ठंड़ बढ़ने के साथ साथ जमकर बर्फबारी भी हुई, जिसके कारण जोशीमठ में धवस्तिकरण का कार्य रुका हुआ है। कार्य बंद होने के चलते होटल माउंट व्यू व मलारी इन के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिए गए हैं। बर्फबारी के चलते यहां लोगों का सामान अभी तक शिफ्ट नहीं हो पाया है, जिससे प्रभावितों के बाहर पड़े समान में बर्फ जम गई है। ये प्रभावित घरों को खाली कर राहत शिविर में रह रहे हैं।

उत्तराखंड में आज पहाड़ियों पर जमकर हिमपात हो रहा है। जोशीमठ में भारी बर्फबारी ने प्रभावितों के लिए मुसीबत बढ़ा दी है। चमोली जिले में एक दर्जन से अधिक गांव बर्फ से ढके हैं। बारिश और बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पड़ रही हैं। बृहस्पतिवार को देर शाम से जिले में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी रहा है।

चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि मजदूर काम नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए जोशीमठ में चल रहा तोड़ फोड़ का काम बंद कर दिया गया है. स्थिति में सुधार होने पर काम फिर से शुरू करेंगे।बर्फबारी से मंडल-चोपता हाईवे और घाट-रामणी मोटर मार्ग बंद हो गया है।
शुक्रवार को जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब के साथ ही फूलों की घाटी, औली, गौरसों बुग्याल, रूद्रनाथ, लाल माटी, जोशीमठ नगर, सुतोल, कनोल, डुमक, कलगोठ, उर्गम, भेंटी, सुराईथोटा, भल्लागांव, पाणा, ईराणी, झींझी आदि गांवों में तड़के से बर्फबारी हो रही है।

बदरीनाथ धाम में करीब दो और हेमकुंड साहिब में तीन फीट तक ताजा बर्फ जम गई है। जोशीमठ और घिंघराण क्षेत्र में साल की पहली बर्फबारी हुई है। जिससे यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए लोग दिन भर घरों में दुबके रहे। जोशीमठ में प्रशासन की ओर से जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई है।
भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ में असुरक्षित घोषित हो चुके ऐसे 21 भवन तोड़े जाएंगे। इनमें दो होटल, लोनिवि का गेस्ट हाउस ,तीन आवासीय भवन और जेपी कॉलोनी के 15 घर शामिल हैं। जेपी कॉलोनी के घर कॉलोनी के लोग खुद तोड़ेंगे। प्रशासन ने इसकी इजाजत दे दी है। तिरछे हो चुके दो अन्य होटलों को भी खाली करा दिया गया है। श्री बदरी-केदार मंदिर समिति ने नृसिंह मंदिर परिसर में बिना अनुमति यज्ञ, अनुष्ठान व अन्य आयोजनों पर रोक लगा दी है,
इस बीच 24 घंटे के भीतर ही पानी का फिर से रिसाव बढ़ गया है। लेकिन राहत वाली बात यह है कि क्रेकोमीटर की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन दिनों से क्षतिग्रस्त भवनों की दरारें नहीं बढ़ी हैं। उधर, देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों की रायशुमारी से जल्द से जल्द राहत की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अफसरों को ताकीद किया कि सभी पर्वतीय शहरों में ड्रेनेज और सीवर सिस्टम की योजना बनाई जाए। 27 जनवरी को हाईपावर कमेटी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें जोशीमठ के विस्थापन, पुनर्वास व पुनर्निर्माण योजना पर कुछ निर्णय हो सकते हैं।
बृहस्पतिवार को जोशीमठ में सीबीआरआई की टीम की निगरानी में लोनिवि के गेस्ट हाउस को जेसीबी से तोड़ना शुरू कर दिया। लोनिवि के सहायक अभियंता सुनील कुमाके मुताबिक,ने बताया कि गेस्ट हाउस वर्ष 1989 में बनाया गया था। इसे जेसीबी की मदद से तोड़ा जा रहा है। भवन के मलबे को नगर के बाहर डंपिंग जोन में डाला जा रहा है।

 

पंतजली योगपीठ में आचार्य बालकृष्ण से मंत्री गणेश जोशी ने की शिष्टाचार भेंट

हरिद्वार, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को हरिद्वार में पंतजली योगपीठ के कुलपति आचार्य बाल कृष्ण से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी और आचार्य बालकृष्ण के बीच डिजिटल कृषि, उत्तराखंड के सभी गांव के फसली सजरों की जियो मैपिंग, कृषि विभाग के न्याय पंचायतों पर खाद व बीज के विवरण हेतु बी-पोज लगाने और ग्रामीण लोगो के लिए सुलभ लोन व क्रेडिट कार्ड व्यवस्था सहित क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग ट्रेनिंग, मृदा परीक्षण, मिलेट्स प्रोजेक्ट, हनी डिसेबिलिटी सिस्टम की नई संभावनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर कृषि मंत्री जोशी ने कहा पतंजलि द्वारा एग्रीकल्चर एवं होल्टीकल्चर के क्षेत्र में अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। निश्चित ही निकट भविष्य काल में पतंजलि के साथ सामंजस्य बिठाकर इनके अनुभवों का लाभ लिया जाएगा।

बर्फ देखने जाते समय एक कार अनियंत्रित होकर गिरी, तीन घायल

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मसूरी (दीपक सक्सेना)। धनोल्टी में बर्फबारी देखने के लिए घूमने जाते हुए एक कार प्रातः अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी जिसमें सवार तीन घायलों को पुलिस ने रेस्क्यू कर निकाला व अस्पताल में भर्ती करवाया जिसमें एक ही हालत खराब होने पर उन्हें हायर सेंटर भेजा गया। प्रातः पुलिस को सूचना मिली कि धनोल्टी मार्ग पर कफलानी के समीप एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई जिस पर पुलिस व फायर कर्मी मौके पर पहुंचे व करीब 500 मीटर गहरी खाई से रेस्क्यू कर तीन घायलों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया। एसएएसआई गुमान सिंह ने बताया कि सुबह एक डिजायर स्विफट कार संख्या यूके 08एक्स 3677 500 मीटर गहरी खाई में गिरी जिसमें तीन लोग सवार थे तथा वाहन के अंदर ही फंसें थे जिस पर पुलिस व फायर कर्मियों ने तीनो युवकों को बर्फ के बीच बड़ी मुश्किल से खाई से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जिसमें एक ही हालत खराब होने पर उन्हें हायर सेंटर रैफर किया गया। बर्फबारी होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस टीम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घायलों को 108 एम्बुलेन्स के माध्यम से उपचार हेतु हॉस्पिटल भिजवाया गया। जिनमें से एक युवक की हालत गम्भीर होने के कारण उसे हायर सैन्टर रैफर किया गया है। उक्त तीनो घायल युवक डीआईटी संस्थान देहरादून के छात्र हैं। जो कि बर्फबारी को देखने के लिए धनोल्टी जा रहे थे। घटना की सूचना घायलों के परिजनो एवं डीआईटी प्रशासन को दी गई है। घायलों में आर्यन पुत्र सतेन्द्र निवासी हकीकत नगर सहारनपुर, यश यादव पुत्र राकेश यादव निवासी सहारनपुर व करन नेगी पुत्र भरत सिंह नेगी निवासी ऋषिकेश देहरादून हैं।

 

पर्यटन नगरी में दूसरी बार हिमपात, पर्यटकों ने लिया जमकर आनंद

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मसूरी (दीपक सक्सेना)। मसूरी के आसपास दूसरी बार हिमपात होने से जहां कड़ाके की सर्दी हो गई वहीं बड़ी संख्या में पर्यटकों ने मसूरी व धनोल्टी का रूख कर जमकर बर्फबारी का आनंद लिया। मसूरी सहित आस पास के धनोल्टी, बुरांसखंडा, नागटिब्बा, हाथी पांव क्षेत्र में भी बर्फबारी हुई है।
मसूरी के आसपास दूसरी बार बर्फबारी होने से कड़ाके की सर्दी हो गई। मध्य रात्रि के बाद बारिश शुरू हुई व प्रातः पांच बजे के बाद बर्फबारी शुरू हुई जिसके कारण मसूरी के उंचाई वाले क्षेत्र लाल टिब्बा, लंढौर छावनी क्षेत्र, हाथीपांव, राधा भवन स्टेट आदि क्षेत्रो में करीब एक इंच तक बर्फबारी हुई। जिसके चलते मसूरी के आसपास की पहाडीयंा बर्फ की सफेद चादर में लिपट गई। बर्फ पड़ने का पता लगने पर बड़ी संख्या में पर्यटकों ने मसूरी का रूख कर लिया व लाल टिब्बा क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने लगे व एक दूसरे के गोले बनाकर बर्फ खेलते रहे। वहीं दूसरी ओर धनोल्टी, बुरांसखंडा क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे व बर्फबारी का आनंद लिया। बर्फबारी का आनंद लेने दिल्ली से पहुंची कनिका ने कहा कि उन्हांेने पहली बार बर्फ देखी है तथा वह अपने को खुशनसीब मान रही हैं। क्यों कि वह मसूरी घूमने आई थी लेकिन बर्फ नहीं पड़ी थी लेकिन ठंड पूरी थी जिस पर लोगों ने कहा कि आज रात को बर्फबारी हो सकती है, जब सुबह उठे तो बर्फ पड़ी देख खुशी का ठिकाना नहीं रहा। व अपने साथ वालों को लेकर लाल टिब्बा पहुंच गई जहां पर अच्छी बर्फ देख आनंद आ गया व जमकर साथियों के साथ बर्फबारी का आनंद लिया। मेरठ से आये पर्यटक अरविंद कुमार ने बताया कि उन्होंने बर्फबारी का पूरा आनंद लिया व जमकर साथियों के साथ एक दूसरे के गोले मारकर खेलते रहे। वहीं बड़ी संख्या में पर्यटकों ने बुरांसखड़ा व धनोल्टी जाकर बर्फबारी का जमकर आनंद लिया।

 

धूमधाम से मनाया जायेगा गणतंत्र दिवसMay be an image of 6 people, people sitting and indoor

मसूरी (दीपक सक्सेना)। पर्यटन नगरी मसूरी में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया। नगर पालिका सभागार में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि गणतंत्र दिवस पर सार्वजनिक ध्वजा रोहण लंढौर चौक पर प्रातः 11बजे होगा व इस मौके विभिन्न विभागों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया जायेगा वहीं सदभावना संस्था की ओर से भी एक विभूति को सम्मानित किया जायेगा। नगर पालिका परिषद सभागार में नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाने के लिए बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें निर्णय लिया गया कि गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जायेगा। इस मौके पर विभिन्न विभागों के एक एक कर्मचारी को, आईटीबीपी के एक जवान, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राज्य आंदोलनकारी, खेल संघ से एक को उनके द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया जायेगा। वहीं सदभावना संस्था की ओर से भी हर वर्ष की भांति एक विभूति को सम्मानित किया जायेगा। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि सभी सरकारी व गैर सरकारी प्रतिष्ठानों में प्रातः साढे नौ बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा, व सार्वजनिक ध्वजा रोहण लंढौर चौक पर होगा जिसमें मुख्यअतिथि ध्वजा रोहण करेंगे। वहीं सनातन धर्म गर्ल्स इंटर कालेज की छात्राएं राष्ट्रीय गीत व राष्ट्रीय गान गायेंगी। इस मौके पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा जिसके लिए पालिका नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया। वहीं ध्वजा रोहण के समय वाहन लंढौर बाजार क्षेत्र में न आयें इसके लिए कोेतवाल को निर्देशित किया गया ताकि वाहनों को घंटाघर से बाई पास व टिहरी की ओर से आने वाले वाहनों को मलिंगार चौक पर ही रोका जा सके। वहीं नगर पालिका प्रशासन ध्वजारोहण व मिष्ठान वितरित करने सहित शहर के हैरिटेज एवं ऐतिहासिक भवनों, सरकारी भवनों, शहीद स्मारक आदि पर प्रकाश की व्यवस्था करेगी। बैठक का संचालन कार्यालय अधीक्षक महावीर राणा ने किया। इस मौके पर पालिका अधिशासी अधिकारी राजवीर चौहान, नगर अभियंता वेद प्रकाश बधानी, पालिका सभासद दर्शन रावत, जसोदा शर्मा, सरिता कोहली, डा. विरेंद्र पांगती, स्वास्थ्य निरीक्षक विरेंद्र बिष्ट, डिप्टी रेंजर जगजीवन लाल, एसपी भटट, जल संस्थान से अभय सिंह, सनातन धर्म इंटर कालेज से रश्मि बिष्ट, नगर शिक्षा विभाग से अर्चना डोबरियाल, सदभावना से सुनील पंवार, अरविंद सोनकर, आदि मौजूद रहे।

 

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत चलाया गया स्वच्छता अभियान

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मसूरी (दीपक सक्सेना)।अधिशासी अधिकारी राजवीर सिंह चौहान नगर पालिका परिषद मसूरी के नेतृत्व में मसूरी में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत सफाई अभियान एवं सिंगल यूज प्रतिबंधित प्लास्टिक हेतु जन जागरूकता अभियान वार्ड नंबर 4 झालकी टिहरी बस स्टैंड से प्रारंभ किया गया। सफाई अभियान को सफल बनाने के क्रम में नगर पालिका परिषद मसूरी, कीन संस्था की टीम, हिल्दारी टीम एवं नेशनल मिशन ऑन हिमालयन स्टडीज की टीम द्वारा संयुक्त प्रयास किया गया है। इस क्रम में वार्ड में जहां भी कचरे का ढेर पाया गया तो उसको सफाई अभियान कर डीडब्ल्यू सेंटर भेजा गया और साथ ही उस वार्ड के घरों में जाकर मसूरी को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त बनाए जाने हेतु कपड़े के बैग वितरण किए गए। नगर पालिका परिषद मसूरी से सफाई निरीक्षक वीरेंद्र सिंह, सफाई नायक प्रताप सिंह, कीन संस्था के प्रतिनिधि एवं नेशनल मिशन ऑन हिमालय स्टडीज के कर्मचारी पूजा दानी, अक्षय रावत, नरगिस, नीतिज्ञा आर्य, निकिता रावत, हिमानी सेमवाल एवं स्वच्छ सर्वेक्षण से नीरज आदि सम्मिलित थे।

 

खास खबर : अब होमगार्ड्स को भी ड्यूटी के दौरान घायल/बीमार होने पर ड्यूटी भत्ता दिया जायेगा

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देहरादून, प्रदेश में अब होमगार्ड्स को भी ड्यूटी के दौरान घायल/बीमार होने पर ड्यूटी भत्ता दिया जायेगा, होमगार्ड्स स्थापना दिवस-2022 के अवसर पर मुख्यमंत्री के द्वारा की गयी घोषणा के क्रम में उत्तराखण्ड शासन ने होमगार्ड्स को भी ड्यूटी के दौरान घायल/बीमार होने पर ड्यूटी भत्ता दिये जाने का शासनादेश निर्गत किया है। पुलिस महानिरीक्षक/कमाण्डेन्ट जनरल होमगार्ड्स श्री केवल खुराना ने बताया कि पूर्व में होमगार्ड्स के ड्यूटी के दौरान घायल/बीमार होने पर सम्बन्धित होमगार्ड्स को किसी प्रकार का कोई भी ड्यूटी भत्ता नही दिया जा रहा था। जिससे होमगार्ड्स की आर्थिक स्थिती कमजोर हो जाती थी तथा मेहनती एवं कर्मठ होमगार्ड्स की कार्यक्षमता प्रभावित होती थी। जिसको सबल बनाये जाने हेतु उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग से होमगार्ड्स स्वयंसेवको के ड्यूटी के दौरान घायल/बीमार होने के परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होने तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी/चिकित्सा अधीक्षक द्वारा स्वस्थ घोषित किये जाने तक की अवधि (जो पूर्ण सेवाकाल में 06 माह से अधिक नहीं होगी) पर ड्यूटी पर मानते हुए ड्यूटी भत्ता अनुमन्य किया गया है।
कमाण्डेन्ट जनरल होमगार्ड्स द्वारा होमगार्ड्स मुख्यालय से पत्र जारी करते हुए समस्त जनपदो के जिला कमाण्डेन्ट होमगार्ड्स को आदेशित किया है कि इस शासनादेश के सम्बन्ध में समस्त होमगार्ड्स को अवगत कराया जाए। इस शासनादेश के जारी होने से होमगार्ड्स में खुशी की लहर है।
पुलिस महानिरीक्षक/कमाण्डेन्ट जनरल होमगार्ड्स श्री केवल खुराना ने यह भी बताया कि भविष्य में होमगार्ड्स के उत्थान हेतु कई अन्य कल्याणकारी कार्य किये जायेगे। जिससे होमगार्ड्स के मनोबल में और अधिक वृद्वि होगी एवं होमगार्ड्स उच्च मनोबल के साथ पुलिस/प्रशासन के साथ ड्यूटी करेंगें तथा उत्तराखण्ड राज्य में होमगार्ड्स की कार्य क्षमता में मजबूती प्रदान किये जाने हेतु उक्त कदम एक मील का पत्थर साबित होगा।

सीजन की पहली बर्फबारी से ढ़के पहाड़, औली, हर्षिल, धनोल्टी सहित कई जगहों पर हुई बर्फबारी

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देहरादून, इस बार मौसम की बेरूखी से उत्तराखण्ड़ को भी दोचार होना पड़ा, जिस तरह से राज्य में सर्दी के मौसम में बारिशें होती थी उस तरह की बारिश अभी तक नहीं हुई, पिछले एक दो दिनों मौसम में परिवर्तन हुआ और उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थल लकदक हो गए हैं। वीकेंड पर हुई बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले हुए हैं। खासकर मसूरी के निकट धनोल्टी, उत्तरकाशी के हर्षिल, दयारा बुग्याल, नचिकेताताल और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चमोली के औली चोपता आदि में जमकर हिमपात हुआ है। बर्फबारी से लंबे समय से सूखी ठंड का असर भी कम हुआ है। जबकि बारिश और बर्फबारी फसलों के लिए संजीवनी बनकर बरसी है। इससे नकदी फसलों के अलावा पारंपरिक फसलों के बर्बाद होने की आशंका कुछ कम हुई है।Heavy snowfall here including Dhanaulti Munsiyari Chakrata big update on  weather in Uttarakhand Weather today - धनोल्टी, मुनस्यारी-चकराता सहित यहां  जमकर हुई बर्फबारी, उत्तराखंड में मौसम पर ...

 

उत्तराखंड में पिछले छह माह से अधिक समय से बारिश और बर्फबारी न होने से सूखी ठंड का प्रकोप था। बारिश न होने से लोग बीमारी के चपेट में आ रहे थे। जबकि फसलों को भारी नुकसान हो रहा था। खासकर नकदी फसलों को बड़े नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा था। सेब के लिए सीजन की बर्फबारी बेहद जरूरी थी। जिसका असर फ्लोरिंग और फ्रुटिंग पर भी पड़ता है। गत दिवस मौसम ने अचानक करवट बदली तो निचले हिस्से में बारिश के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई। खासकर विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ा औली में डेढ़ से दो फीट बर्फबारी हुई है। औली का अधिकांश हिसा बर्फबारी से सफेद चादर से ढक गया है। इसी तरह मिनी स्वटजरलैंड कह जाने वाले चोपता में भी जमकर बर्फबारी हुई है। उत्तरकाशी के चौरंगीखाल, नचिकेता ताल, डोडीताल, दयारा बुग्याल, रैथल, बारसू गांव और हर्षिल घाटी में भी जमकर हिमपात हुआ है। माह के अंत और वीकेंड पर हुई बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले हुए हैं। मसूरी के धनोल्टी, नागटिब्बा आदि इलाकों में भी बर्फबारी हुई है।