Wednesday, May 7, 2025
Home Blog Page 622

कांग्रेस ने गिनाई सरकार के एक साल की नाकामी, महिला व युवा विरोधी करार दिया

0

रुद्रप्रयाग -कांग्रेस ने धामी सरकार के एक साल को अत्यन्त ही निराशाजनक बताते हुये सरकार को जन विरोधी करार दिया। सरकार के “एक साल नई मिसाल” कार्यक्रम पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि धामी सरकार की विफलताओं के कारण इस एक वर्ष में उत्तराखण्ड को क ई बार शर्मशार होना पड़ा। सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिये झूठी उपलब्धियों की नौटंकी कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस के दिशा निर्देशानुसार आज जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी व जिला अध्यक्ष कुंवर सजवाण ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर प्रदेश की भाजपा नीति सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुये कहा कि सरकार का एक साल विफलताओं में गुजरा।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्या कांड हो चाहे सरकारी नौकरियों के भ्रष्टाचार का मामला उत्तराखंड को शर्मशार होना पड़ा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है व अधिकारी जनता के काम न कर वसूली में जुटे हुये हैं। उन्होंने कहा कि अब सरकार को चाहिए कि वह सस्ती शराब को लेकर आभार रैली निकाले ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवआण ने कहा कि भाजपा का एक साल नई मिसाल, केवल पाखण्ड है , उन्होंने कहा कि एक साल में भाजपा सरकार ने कई नईं मिसाल स्थापित की । महिलाओं का शोषण हो या प्रदेश की विगड़ती कानून ब्यवस्था , वेरोजगारों पर लाठी चार्ज का मामला हो या फिर पेपर लीक कर सरकारी नौकरियां बेचने का मामला प्रदेश सरकार का एक वर्ष इन्हीं उपलब्धियों का रहा।
प्रमुख छैत्र पंचायत अगस्त्यमुनी विजया देवी ने सरकार को महिला विरोधी बताते हुये कहा कि भाजपा महिला सशक्तीकरण के नाम पर सिर्फ ढोंग करती है। अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिये भाजपा महिलाओं का अपमान करने से नहीं चूकती। उन्होंने कहा कि आज गैस सिलेंडर के दाम आसमान पर है व सरकार शराब के दाम सस्ता कर युवाओं को नशा परोशना चाहती है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आनन्द सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र विष्ट, नगर अध्यक्ष प्रशांत डोभाल, विजयपाल जगवाण, दीपक भंडारी ,प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस संतोष रावत आदि मौजूद थे।

स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों के सपनों का भारत बनाएंगे- अनुराग ठाकुर

0

नई दिल्ली,  स्पीकर हाल कांस्टीट्यूशनल क्लब रफी मार्ग नई दिल्ली में शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव के बलिदान दिवस पर एक पावन स्मरण /श्रद्धांजलि सभा का आयोजन अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी संगठन (रजि.), स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजि.) तथा शहीद स्मृति चेतना समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री अनुराग सिंह ठाकुर सूचना प्रसारण मंत्री भारत सरकार उपस्थित हुए तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अजय कुमार मिश्रा, गृह राज्यमंत्री स्वतंत्रता सेनानी प्रभाग, श्री जगदंबिका पाल, सांसद लोकसभा, श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी राजमाता सांसद लोकसभा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत वन्देमातरम से की गई तत्पश्चात सभी अतिथियों तथा आगंतुकों द्वारा तीनों शहीदों भगत सिंह, राजगुरु तथा सुखदेव के साथ ही अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी समिति के पूर्व अध्यक्ष स्व. श्री एन.आर. मथाड, स्व. श्री कृष्ण कांत लहकर, कोषाध्यक्ष स्व. श्री विक्रम चोपड़ा एवं शहीद स्मृति चेतना समिति के संस्थापक स्व. श्री रवि चंद्र गुप्ता के चित्रों पर भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा शहीदों का स्मरण करके उन्हें भी अपनी श्रद्धांजलियां अर्पित की गईं।

स्वतंत्रता सेनानी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि देशभर के लगभग 40 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों के संगठन मिलकर अपने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों की स्मृति में प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को 10 बजे 10 मिनट शहीदों के नाम कार्यक्रम चला रहे हैं, जिसमें भारी संख्या में लोग एकत्रित होकर प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को अपने स्वतंत्रता सेनानियों /शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि देश भर में स्वतंत्रता सेनानियों के संगठन अपने स्तर पर प्रत्येक स्वतंत्रता सेनानी/ शहीदों के स्मारकों तथा जन्म स्थान पर जाकर उनकी पद रज एकत्रित कर रहे हैं, जिसको जनपदवार कलशों में संग्रहीत किया जा रहा है। उन्होंने देश भर में जनपदवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/ शहीदों के फोटो सहित स्मारिकाओं को प्रकाशित कराने की भी जानकारी दी। श्री जितेन्द्र रघुवंशी ने बोलते हुए इस बात पर आक्रोश जाहिर किया कि देश भर के स्वतंत्रता सेनानियों के संगठनों ने कई बार भारत सरकार को प्रतिवेदन देकर दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल बनाने की मांग की गई, लेकिन आज तक भी केन्द्र सरकार ने उदासीनता ही दिखाई है। अब देशभर के स्वतंत्रता सेनानियों के संगठनों ने यह निर्णय लिया है कि देश भर से जनपदवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/शहीदों के पद रज कलश एवं स्मारिकाओं को लेकर भारी संख्या में स्वतंत्रता सेनानी और उत्तराधिकारीगण अक्टूबर माह में दिल्ली में इकट्ठा होंगे और तब तक धरना प्रदर्शन करेंगे जब तक सरकार दिल्ली में राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी मेमोरियल में इन पद रज कलशों तथा स्मारिकाओं को सम्मान पूर्वक स्थापित नहीं कर देगी।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी संगठन के संस्थापक श्री नित्यानंद शर्मा जी ने इस बात पर अफसोस जताया कि देश भर के स्वतंत्रता सेनानी संगठन कई वर्षों से सरकार से यह मांग करते चले आ रहे हैं कि स्थानीय स्तर पर पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों की जीवनियों को शामिल किया जाए, लेकिन सरकार ने अभी तक इस ओर कोई निर्णय नहीं लिया है।
अपने संबोधन में गृह राज्य मंत्री स्वतंत्रता सेनानी प्रभाग श्री अजय कुमार मिश्रा जी ने कहा कि केन्द्र सरकार स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के मान सम्मान में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा इस कार्यक्रम के माध्यम से अथवा ज्ञापनों के माध्यम से जिन बिंदुओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया है, वे उनके निस्तारण के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयास करेंगे। सूचना प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भी अपने श्रद्धा सुमन शहीदों को अर्पित करते हुए कहा कि देश स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुला सकता है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा उठाए गए बिन्दुओं पर शीघ्र ही विचार कर निर्णय लिए जाने का भरोसा दिलाया और कहा कि दिल्ली में राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
आयोजन की अध्यक्षता कर रहे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. श्री हरे कृष्ण महताब जी के सुपुत्र लोकसभा सांसद श्री भर्तृहरि महताब जी ने अपने संबोधन में कहा कि अब निश्चित रूप से स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा संगठित रूप से उठाई गई आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए। हम यथासंभव शीघ्र अति शीघ्र सरकार से इस विषय पर चर्चा करके स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान तथा उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
श्रद्धांजलि सभा को लोकसभा सांसद श्री जगदंबिका पाल तथा ने भी संबोधित किया। सर्व श्री प्रेम कुमार शुक्ला, रमेश कुमार मिश्रा, कपूर सिंह दलाल, राम महेश मिश्रा, सुरेश चंद्र बबेले, अशोक कुमार रायचा, रमेश चंद्र सविता, राजेश प्रताप सिंह, अवधेश पंत, महंथ प्रजापति, सूर्य प्रकाश पांड आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में निम्नलिखित स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के वंशजों तथा वीरांगनाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
आयोजन में देशभर से जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा उनके उत्तराधिकारी गण उपस्थित हुए उन्होंने अपने विचार प्रकट करते हुए भारत सरकार की इस बात के लिए तो सराहना की कि अमृत महोत्सव में सरकार ने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा शहीदों को श्रद्धापूर्वक याद किया तथा उनके उत्तराधिकारी परिवारों को भी सम्मान दिए जाने का प्रयास किया लेकिन इस बात पर अपना एतराज भी प्रकट किया कि अभी भी शासन और प्रशासन द्वारा देश भर में स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों की अनदेखी की जा रही है तथा उनके साथ उपेक्षा पूर्ण व्यवहार किया जाता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार जी ने बोलते हुए कहा कि सरकार को स्वतंत्रता सेनानियों के आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर आर्थिक मदद देकर उन्हें सरकारी योजनाओं के अंतर्गत स्वरोजगार शुरू करने हेतु बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि सरकार को संवैधानिक संस्थाओं तथा स्थानीय निकायों में स्वतंत्रता सेनानियों / शहीदों के परिवारों को नामित करना चाहिए।
सर्व श्री ले. आर. माधवन, पांडुरंग गणपति शिंदे, आनंद सिंह बिष्ट, राम विचार पांडेय, अवतार सिंह पटियाला, भगवान पुरी जी, नंदकिशोर माझी, बाबू साहब जाधव, सलीमुद्दीन फारूखी, श्रीमती कृष्णा सोम चौधरी, श्रीमती प्रेम देवी, श्रीमती गीता देवी, श्रीमती सरस्वती देवी।
यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।

जो प्रकृति की रक्षा करते हैं प्रकृति उनकी रक्षा करती है : अश्विनी कुमार चौबे

0

देहरादून, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (भावाअशिप) द्वारा 22 से 24 मार्च, 2023 तक देहरादून में “वन गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार के माध्यम से पारितंत्र सेवाओं की संवृद्धि और एसएलईएम (SLEM) ज्ञान का प्रसार” पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन हाइब्रिड मोड में किया जा रहा है।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री अश्विनी कुमार चौबे, माननीय राज्य मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, भारत सरकार द्वारा 22 मार्च को ऑनलाइन माध्यम से किया गया। उद्घाटन सत्र में मंचासीन गणमान्य व्यक्तियों में श्री अरुण सिंह रावत, महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प., श्री बी के सिंह, अतिरिक्त महानिदेशक वन (वानिकी), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, श्री प्रवीर पांडे, अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार; श्री अनुपम जोशी, वरिष्ठ पर्यावरण विशेषज्ञ, विश्व बैंक एवं श्रीमती कंचन देवी, उपमहानिदेशक, (शिक्षा), निदेशक (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) थे।
उद्घाटन सत्र के दौरान अपने संबोधन में माननीय राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे जी ने कहा कि हम लोग ऐसे समय में एकत्रित हो रहे हैं जब भारत आगामी 25 वर्ष के “अमृत काल” के लिए नए लक्ष्य तय कर रहा है। उन्होने कहा कि मुझे हर्ष हो रहा है कि माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा भा.वा.अ.शि.प. को सतत भूमि एवं पारितंत्र प्रबंधन (एसएलईएम) पर भूमि निम्नीकरण के मुद्दों पर वैज्ञानिक उपागम विकसित करने और नई प्रौद्योगिकियों के प्रवर्तन हेतु उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना करने की जो घोषणा की थी उसके अनुसरण में भा.वा.अ.शि.प. ने विश्व बैंक के सहयोग से भारत में स्लेम के तहत संस्थानिक और नीतिगत मुख्यधारा हेतु एक रोडमैप विकसित किया है। यह रोडमैप भारत के भूमि क्षरण तटस्थता (एलडीएन), सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) तथा राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) लक्ष्यों पर दिशानिर्देश और कार्ययोजना उपलब्ध कराएगा।
महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. ने मुख्य अतिथि, अन्य गण्यमान अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के विषय में प्रारंभिक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सतत भूमि और पारितंत्र प्रबंधन (SLEM) के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों, वनों, जैव विविधता का संरक्षण और बंजर भूमि की बहाली प्राप्त की जा सकती है। यह स्थानीय लोगों की बढ़ती भागीदारी, जैव विविधता के संरक्षण और पारितंत्र सेवाओं को बनाए रखने के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। पारितंत्र सेवाओं की अवधारणाएं मानव कल्याण के लिए अत्यधिक महत्व रखती हैं, इसीलिए यह वैश्विक हलचल का केंद्र है। भारत के लिए पारितंत्र सेवाओं का कुल मूल्य (TEV) $1.8 ट्रिलियन/वर्ष है। तराई आर्क परिदृश्य और जिम कॉर्बेट जैसे क्षेत्रों में पारितंत्र सेवाओं का कुल मूल्य क्रमशः $6 बिलियन और $2,153,174.3 है।
माननीय मंत्री जी ने कहा कि भारत एक सनातन संस्कृति का देश है जो सर्वथा विज्ञान आधारित है। उन्होंने वेदों और उपनिषदों को उद्धृत करते हुए कहा कि जो प्रकृति की रक्षा करते हैं, प्रकृति उनकी रक्षा करती है। उन्होंने आगे कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमने कभी प्रकृति का अविवेकपूर्ण दोहन नहीं किया बल्कि उसकी पूजा की। उन्होंने वनों के संरक्षण हेतु सतत उपयोजन और चक्रीय आर्थिकी पर जोर दिया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन करने के लिए भा.वा.अ.शि.प. को बधाई दी।
श्री प्रवीर पांडे, अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने संबोधन में हरित वित्त पर जोर देते हुए कहा कि अनुसंधान एवं विकास संस्थानों को धन का उपयोग इस प्रकार से करना चाहिए जिससे कि समाज को उसका लाभ मिल सके।
श्री वी के सिंह, अपर महानिदेशक, वन (वानिकी), पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार ने भा.वा.अ.शि.प. को ईएसआईपी को छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि इसे अन्य क्षेत्रों में भी दोहराया जाना चाहिए।
इस कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बांग्लादेश, भूटान, जापान, मलेशिया, नेपाल और थाइलैंड के विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, विश्वविद्यालयों, राज्य वन विभागों और विश्व बैंक, विश्व खाद्य संगठन, जीआईजेड, यूएऩडीपी के प्रतिनिधियों सहित भा.वा.अ.शि.प. के उपमहानिदेशकों, सहायक महानिदेशकों, संस्थानों के निदेशकों, वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों सहित 200 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे।
श्रीमती कंचन देवी, उपमहानिदेशक (शिक्षा) एवं निदेशक (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

Dehradun News: सीएम धामी ने सचिवालय बैडमिंटन क्लब की स्मारिका ''प्रयास'' का किया  विमोचन - Dehradun News CM Dhami released souvenir Prayas of Secretariat Badminton  Club

सचिवालय बैडमिंटन क्लब की स्मारिका ‘‘प्रयास’’ का सीएम धामी ने किया विमोचन

 

देहरादून, सीएम धामी ने बुधवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड सचिवालय बैडमिंटन क्लब की स्मारिका ‘‘प्रयास’’ का विमोचन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा समय-समय पर बैडमिंटन प्रतियोगिता के आयोजन के साथ क्लब की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका का प्रकाशन किया जाना सराहनीय प्रयास है।

उन्होंने कहा कि स्मारिका प्रयास बेहतर कल के लिये खेलों को बढ़ावा देने के लिये प्रेरणा का भी कार्य करेगी। सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा विभागीय कार्यों के साथ खेल को भी बढ़ावा देने का यह सराहनीय प्रयास है।

उन्होंने कहा कि खेल भावना अपने कार्यों के प्रति अनुशासन के लिए भी प्रेरित करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत के खिलाड़ी वैश्विक स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य की नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के पास प्रकृति प्रदत्त सब कुछ है। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य सबको आकर्षित करता है। अपने प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग से हमें उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। राज्य के समग्र विकास के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।
इस अवसर पर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक शिक्षा एवं सूचना बंशीधर तिवारी, सचिवालय बैडमिंटन क्लब के अध्यक्ष पन्ना लाल शुक्ल, स्मारिका के प्रधान सम्पादक भूपेंद्र बसेड़ा, संयुक्त सचिव जे.पी. मैखुरी के साथ ही अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

 

आंचल डेरी ने दूध की गुणवत्ता पर उठाए जा रहे सवालों को एमडी जयदीप अरोड़ा ने किया खारिज

Aanchal Dairy rejected the questions being raised on the quality of milk - आंचल  डेरी ने दूध की गुणवत्ता पर उठाए जा रहे सवालों को किया खारिज

देहरादून, आंचल डेरी के एमडी जयदीप अरोड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर आंचल डेरी के दूध की गुणवत्ता को लेकर उठाए जा रहे सवालों को खारिज किया है।
एमडी जयदीप अरोड़ा ने बताया कि विभिन्न खाद्य पदार्थों में मेलामाइन की मात्रा अधिकतम 2.5 मिलीग्राम निर्धारित की गई है जबकि दूध में मेला माईन की उपस्थिति पशुओं द्वारा उपयोग किए जा रहे चारे में उपयोग होने वाले कीटनाशक से भी हो सकती है। उन्होंने आंचल डेरी की ओर से उत्पादित किए जा रहे दूध की गुणवत्ता को सही बताया।

 

खास खबर : हल्द्वानी में 100 एकड़ भूमि पर खुलेगा खेल विश्वविद्यालय, मिली सैद्धान्तिक स्वीकृति

0

देहरादून, सीएम धामी जी की अध्यक्षता में सचिवालय में उत्तराखण्ड में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के सम्बन्ध में बैठक आहूत की गई। बैठक में खेल विभाग से सम्बंधित कई अहम निर्णय लिए गए।खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में उत्तराखण्ड में हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी । साथ ही खेल विश्वविद्यालय के एक्ट, नियमावली आदि बनाये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया कि स्वर्णिम गुजरात स्पोर्टस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की सेवायें विषय विशेषज्ञ के रूप में ली जायें। इसके अतिरिक्त खेल विश्वविद्यालय हल्द्वानी में स्थापित किये जाने की सम्भावनायें तलाशे जाने पर सहमति बनी है,साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि इन्दिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को सम्मिलित करते हुये इसके आस-पास भूमि चिह्नित की जाये जिससे कि उक्त कॉम्पलेक्स का उपयोग सुनिश्चित हो सके। कहा कि जल्द ही यह एक्ट के रूप लेते हुए खिलाड़ियो को समर्पित कर दिया जाएगा। खेल मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया और कहा कि निश्चित ही खेल विश्वविद्यालय के बनने से हमारे प्रदेश की खेल प्रतिभाएं निखरने के साथ ही उनका शैक्षिक व खेल का स्तर बेहतर होगा और वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रर्दशन करते हुए देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में करीब 100 एकड़ में यह खेल विश्वविद्यालय बनेगा जिसके लिए जिलाधिकारी को हल्द्वानी स्थित स्टेडियम के आस-पास ही जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं।

बैठक में मुख्य सचिव श्री एस. एस. संधू जी, अपर मुख्य सचिव व विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अभिनव कुमार जी एवं अपर सचिव एवं निदेशक खेल श्री जितेंद्र सोनकर जी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

फूलदेई पर्व का अंतिम दिवस : औ औ घोघा राजा,,,, औ औ घोघा राजा…का आह्वानआज मनाया जा रहा उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा से जुड़ा पर्व फूलदेई, फूलों  से महक रही घरों की दहलीज | India Times Group

(नरेन्द्र जमलोकी)

आज नव वर्ष प्रतिपदा और नवरात्र के पहले दिन अपने ग्राम देवता के दर्शन करने ग्राम रवि गांव पोस्ट ऑफिस फाटा जिला रुद्रप्रयाग जाना हुआ । संयोगवश घरों की देहरी पर प्रातः कालीन फूल डालने वाले फुलारियों के बाल पर्व फूलदेई पर्व का आज अंतिम दिवस भी था जिसे पूरे क्षेत्र में आठवडा नाम से धूमधाम से मनाया जाता है। दुर्गम क्षेत्र में स्थित ग्राम रवि गांव श्री केदारनाथ त्रियुगीनारायण मंदिर के पुजारियों का गांव है। इस गांव में मनाए जाने वाले फूलदेई पर्व में घोघा राजा की डोली को बच्चे अपने कंधों में रखकर भ्रमण कराते हैं । मंदाकिनी घाटी के अन्य क्षेत्रों में घोघा राजा के स्थान पर घोघा माता की डोली को भ्रमण कराने का चलन है। ग्राम देवता के आंगन में घोघा की डोली की पूजा की जाती है और फिर समूह में सभी बच्चे और बुजुर्ग उनका साथ देते हुए जोर-जोर से घोघा राजा के आने का आह्वान करते हैं कि औ औ घोघा राजा,,,, औ औ घोघा राजा,, और इसके पश्चात घोघा राजा के रूप में एक बच्चा दौड़कर आंगन में प्रस्तुत होता है और नर्तन करता है । मंदिर में मौजूद ब्राह्मण घोघा राजा के स्नान की तैयारी करते हुए उसकी पूजा करते हैं और फिर घोघा राजा दौड़कर एक नियत स्थान पर स्नान करने चले जाता है और फिर वह पीले वस्त्र पहन कर फिर मंदिर के आंगन में पहुंचता है,,सभी उसका इंतजार करते हैं और जब उसको भोग लगाया जाता है उसके बाद सभी फुलारी बच्चे और ग्राम जन मिलकर सामूहिक भोजन कर भगवान का आशीर्वाद लेते हैं । इस अनोखी परंपरा का आज मैं भी गवाह बना और ईश्वर से प्रार्थना भी की कि सभी को समृद्धि दे सुख शांति दे और सारे संसार में भाईचारा बना रहे। केदारनाथ और त्रियुगीनारायण मंदिर के हक हकूकधारी जमलोकी ब्राह्मणों के इस गांव में कई अनूठी परंपराएं हैं इन्हीं में से एक परंपरा को इसी माह की उन्तीस तारीख को बीं माता पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जायेगा । हमारे इस क्षेत्र में बाल पर्व कुछ अलग ही मनाते है |
गांव में अब पिछले वर्ष सड़क भी पहुंच गई है । केदारनाथ यात्रा के लिए 3 हेली सेवाएं भी इस गांव के निकट से संचालित होती हैं जिससे यहां पर पर्यटकों की भी काफी आवाजाही हो गई है । तमाम लोग यहां पर्यटन की अपार संभावना को देखते हैं । धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ यहां नैसर्गिक सौंदर्य होने के कारण सैलानियों की संख्या भी हर वर्ष बढ़ती जा रही है । हमारा पैतृक गांव होने के कारण इसी तरह की संभावनाओं को तलाशते हुए मैं भी आज यहां पहुंचा था।

 

 

खिलाड़ी लक्ष्य सेन को उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार, संदीप कुमार डुकलान को मिलेगा द्रोणाचार्य पुरस्कार

Devbhoomi Uttarakhand Khel Ratna Award to Lakshya Sen and Chandan Singh  Devbhoomi Uttarakhand Khel Ratna Award to Lakshya Sen and Chandan Singh - लक्ष्य  सेन और चंदन सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल
देहरादून, उत्तराखंड में द्रोणाचार्य और खेल रत्न पुरस्कारों के लिए नामों की सूची जारी कर दी गई है। 24 मार्च को सीएम धामी प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में वर्ष 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 तक के देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार एवं वर्ष 2021 एवं 2022 में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों एवं उनके प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
पुरस्कारों के साथ ही वर्ष 2021 एवं 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को 2.08 करोड़ की धनराशि वितरित की जाएगी

देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार

वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन

वर्ष 2020-21 के लिए एथलेटिक्स चन्दन सिंह

देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार

वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन

वर्ष 2020-21 के लिए ताईक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी

वर्ष 2021-22 के लिए तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान
लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

वर्ष 2021-22 का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सुरेश चन्द्र पांडे को एथलेटिक्स खेल में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा।

गंगोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुलेंगे, 21 अप्रैल को मां गंगा की भोग मूर्ति गंगोत्री के लिए करेगी प्रस्थान

0

देहरादून, चैत्र नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई। श्रद्धालुओं के लिए 22 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। 21 तारीख को मां गंगा की भोग मूर्ति गंगोत्री के लिए प्रस्थान करेगी। इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार तैयारियों में जुटी है। सरकार को उम्मीद है कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक नया रिकॉर्ड बनाएगी।

बता दें कि अब श्रद्धालु घर बैठे गंगोत्री धाम की आरती देख सकेंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग प्रसाद योजना के तहत मंदिर में उच्च स्तर के कैमरे लगाने जा रहा है जिससे चार धाम यात्रा के दौरान हर दिन उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर आरती का सीधा प्रसारण होगा।

केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत चारों धामों में सौंदर्यीकरण सहित कई अन्य विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी योजना के तहत चारों धामों में पर्यटन विभाग उच्च स्तर के कैमरे भी लगाने जा रहा है जिससे धामों में होने वाली आरती व अन्य धार्मिक अनुष्ठान श्रद्धालु घर बैठे देख सकें।

पर्यटन विभाग की ओर से उत्तरकाशी जिले में पहले चरण में यह कार्य गंगोत्री धाम में किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने प्रसाद योजना की कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल को कैमरे लगाने के कार्य का इस्टीमेट भेजने को कहा है। कैमरे लगाए जाने के बाद गंगोत्री धाम परिसर में होने वाले धार्मिक अनुष्ठान व आरती का सीधा प्रसारण उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर होगा। यहां से श्रद्धालु गंगोत्री धाम की आरती देख सकेंगे।

 

हिंदू नववर्ष के साथ शुरु हुआ चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व, घरों से लेकर मंदिरों तक में की जा रही मां शैलपुत्री की अराधना

देहरादून, आज से नौ दिनों तक चलने वाले चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत हो गई है, चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जैती है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कूष्मांडा, पांचवें दिन मां स्कंदमाता, छठे दिन मां कात्यायनी, सातवे दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी और और नौवे दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।हिंदू नव वर्ष के साथ ही चैत्र नवरात्र आज से शुरू, इस दिन ऐसे करें क्लश  स्थापना और मां शैलपुत्री की पूजा | Loksaakshya

हिंदू नववर्ष 2023 की शुरुआत 21 मार्च 2023 को रात 10 बजकर 53 मिनट से हो चुकी है. इसी समय से चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का भी प्रारंभ हुआ है. आज से विक्रम संवत 2080 का आरंभ हो रहा है. इस संवत्सर का नाम नल है और बुधवार को प्रारंभ होने की वजह से इसके राजा बुध ग्रह और मंत्री शुक्र ग्रह होंगे।

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का अर्थ और महत्व
हेमाद्री के ब्रह्मपुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि प्रतिपदा तिथि को सूर्योदय के समय इस सृष्टि की रचना की थी. इस वजह से, हिंदू नव वर्ष हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा या प्रथमा तिथि को शुरू होता है। इस दिन से नया संवत्सर लागू होता है. संवत्सर का अर्थ है, सम+वत्सर यानि पूर्ण वर्ष

नए साल की शुरुआत वृश्चिक राशि में लग्न और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में शुक्ल योग के रूप में होगी. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि बुधवार को पड़ेने के कारण इस वर्ष बुध ग्रह का शासन होगा. इस दिन से विक्रमी संवत 2080 की शुरुआत हो रही है. 50वां संवत इस समय प्रभाव में रहेगा और 23 मार्च 2023 तक रहेगा।

हिंदू नववर्ष के अधिकारी
राजा- बुध
मंत्री- शुक्र
सस्येश- रवि
धन्येश- शनि
मेघेश- बृहस्पति
नीरेश- रवि
रसेश- मंगल
फलेश- बृहस्पति
धनेश- रवि
दुर्गेश- बृहस्पति

हुलिया बदलने में माहिर है भगौड़ा अमृतपाल, पंजाब पुलिस ने जारी की अलग-अलग चेहरों वाली तस्वीरें

0

चंडीगढ़, खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख पिछले 4 दिनों से फरार है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेजी से जारी है। इस बीच पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह की पहचान के लिए उसकी अलग-अलग तस्वीरें जारी की हैं ताकी अगर वो हुलिया बदलकर भागने की कोशिश कर रहा हो तो उसे आसानी से पहचाना जा सके।
इसके अलावा पंजाब पुलिस ने राज्य के लोगों से भी अपील की है कि वो उसे पकड़ने में पुलिस का सहयोग करें। अमृतपाल पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार गाड़ियां बदल रहा है। हालांकि पुलिस ने उसकी उन दोनों गाड़ियों को बरामद कर लिया है जिनमें बैठकर वो फरार हुआ था।
वो पहले मर्सिडीज में बैठकरह भागा था। बाद में वह मर्सिडीज छोड़कर ब्रेजा में बैठ गया। उसका एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें टोल नाके से गुजरते हुए देखा जा सकता है। आखिरी बार उसे बाइक पर बैठकर फरार होते हुए देखा गया। पुलिस को शक है कि उसका ISIS से कनेक्शन हो सकता है।

गजा को नहीं भूले योगी आदित्यनाथ, सहपाठी से आज भी है आत्मीयता का लगाव

0

(डी पी उनियाल)

टिहरी (गजा), व्यक्ति अगर ऊंचे पद पर पहुंच जाय और बचपन की यादों को नहीं भूले तो वही महान है, ऐसे ही भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी है। सन् 1987 में जब पौड़ी गढ़वाल के आनन्द सिंह बिष्ट ने जलागम प्रबंध परियोजना में राजि. अधिकारी गजा में कार्य भार ग्रहण किया तो अपने पुत्र अजय सिंह बिष्ट को भी इंटर कालेज गजा में कक्षा 10 में प्रवेश दिलाया, दसवीं में पढ़ाई के बाद वह फिर पौड़ी गढ़वाल चले गए, लेकिन इंटर कालेज गजा और अपने सहपाठी राजेन्द्र सिंह खाती को नहीं भूले, सन् 2021 सितम्बर में जब राजेन्द्र सिंह खाती लखनऊ योगी आदित्यनाथ जी से मिलने गये तो योगी आदित्यनाथ जी ने आत्मीयता से कृष्ण सुदामा की तरह मुलाकात की, सहपाठी राजेन्द्र सिंह खाती का स्वागत कर गजा कालेज के लिए चार स्मार्ट क्लास उपकरण देने का वादा किया और कुछ माह बाद उपकरण भेज दिये, इसी माह राजेन्द्र सिंह खाती ने मुलाकात का समय मांगा, तो तुरंत बुलावा भेजा, श्रीमति मीना खाती, राजेन्द्र सिंह खाती, गजेन्द्र सिंह खाती ने लखनऊ में मुलाकात कर अंग वस्त्र और घंटाकर्ण देवता की मूर्ति भेंट की | सहपाठी राजेन्द्र सिंह खाती ने योगी आदित्यनाथ जी को गजा आने का न्योता दिया जिस पर उन्होंने सहमति जताई।

 

कुछ यूं मनाया गया हिन्दू नववर्ष, एक दूसरे को दी बधाई

May be an image of 9 people, people standing, people sitting and indoor

गजा, विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्र नगर के गजा में हिंदू नव वर्ष सम्वत २०८० तथा चैत्र नवरात्र के अवसर पर बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने हिन्दू नववर्ष २०८० व चैत्र मास नवरात्र प्रथम दिवस पर एक दूसरे को बधाईयां दी, कार्यक्रम का शुभांरभ श्रीमती मीना खाती अध्यक्ष नगर पंचायत गजा, रतन सिंह रावत मंडल अध्यक्ष, राजेन्द्र सिंह खाती वरिष्ठ भाजपा नेता, गजेन्द्र सिंह खाती जनपद मंत्री ,ने मां भारती के चित्र पर दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित करते हुए संयुक्त रूप से किया, कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्र सिंह खाती ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है ,आज हिन्दू नववर्ष के साथ साथ चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ भी है , यह कार्यक्रम दलगत राजनीति से हटकर सभी लोगों का है , नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा आज का दिन नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाये जाने का आह्वान किया गया है, नवरात्र के प्रथम दिन दुर्गा शक्ति के रुप में शैल पुत्री की पूजा की जाती है, गजेन्द्र सिंह खाती तथा रतन सिंह रावत ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि संस्कृति, परम्पराओं, त्योहारों को भाई चारे के साथ मनाया जाय। इस अवसर पर मंडल महामंत्री ज्योति पंत, युवा मोर्चा अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह चौहान,बीर सिंह असवाल,हंसलाल सिंह चौहान, कमल सिंह चौहान, आलम सिंह खाती, कलम सिंह कुट्टी,विजय सिंह रावत,सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे, बैठक में हिन्दू नववर्ष का ध्वज पूजन किया गया।

राशन विक्रेताओं के लाभांश भुगतान के लिए 35 करोड़ के सापेक्ष 9 करोड़ 35 लाख की धनराशि हुई अवमुक्त

0

धामी सरकार का वादा, बातें कम काम ज्यादा : रेखा आर्या

देहरादून, 01 जनवरी 2023 से भारत सरकार द्वारा NFSA के अन्तर्गत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना का खाद्यान्न निःशुल्क किए जाने के कारण राशन विक्रेताओं के लाभांश के भुगतान के सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण समस्या उत्पन्न हो गई थी। बात दे कि ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन उत्तराखंड द्वारा मांग की गई थीं कि राशन विक्रेताओं को NFSA के अंर्तगत लाभांश का भुगतान किया जाए जिसे लेकर बीती 19 जनवरी 2023 को खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने सचिव/ आयुक्त खाद्य, विभागीय अधिकारियों और राशन विक्रेताओं के सभी ज़िलों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुऐ राशन विक्रेताओं के पक्ष को सुना था। उक्त बैठक में खाद्य मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि 15 फरवरी 2023 तक राशन विक्रेताओं के लाभांश और परिवहन के मद में बजट आवंटन की कार्यवाही कर ली जाए और फरवरी अंत तक राशन विक्रेताओं को भुगतान भी सुनिश्चित कर लिया जाए।

खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इसी क्रम में आज शासन द्वारा उक्त मद में 35 करोड़ की धनराशि के सापेक्ष 9 करोड़ 35 लाख की राशि आवंटित कर दी गई है जिसका भुगतान सभी राशन डीलरों को कर दिया जाएगा। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि स्वीकृत धनराशि आहरित करने के पश्चात् PFMS Portal से वाउचर संख्या एवं दिनांक बजट नियंत्रक अधिकारी तथा प्रशासनिक विभाग को अद्यतन निर्धारित प्रारूप पर मासिक उपलब्ध करायी जायेगी साथ ही स्वीकृत/आवंटित की जा रही बजट धनराशि सस्ता गल्ला विक्रेताओं को लाभांश तथा आंतरिक गोदामों से एफ०पी०एस० तक परिवहन भाड़े का भुगतान सीधे उनके खाते में किया जायेगा तथा ऐसे भुगतान से पूर्व वित्तीय नियमों में दिये गये प्राविधानों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।

इश्क का चढ़ा ऐसा भूत : आठ साल छोटे प्रेमी को सिखाया तमंचा चलाना, फिर करवा दी पति की हत्या

0

मेरठ, उत्तराखण्ड़ के पड़ोसी प्रदेश यूपी से एक ऐसी खबर इ रही है जिसे पढ़कर आपके माथे पर लकीरें उभर आयेंगी, मामला जनपद मेरठ का है जहाँ फलावदा मेरठ की रहने वाली महिला शिवानी ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले खौफनाक साजिश रची और फिर पति को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस को शक हुआ तो पत्नी से पूछताछ की गई। वहीं पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ने वारदात की पूरी सच्चाई उगल दी। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

मामले की सच्चाई जानकर पुलिस अफसर भी हैरान
नंदग्राम थाना पुलिस ने ई-ब्लाक में 17 दिन पहले हुई पिकअप चालक कपिल चौधरी (43) की हत्या का खुलासा किया है। पत्नी ने ही मोबाइल रिपेयर की दुकान करने वाले 20 वर्षीय प्रेमी से पति कपिल की हत्या कराई। महिला अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी, जिसमें कपिल बाधक बन रहा था। हत्या कराने के लिए महिला ने खुद प्रेमी को तमंचा चलाना सिखाया था। वारदात से पूर्व महिला ने पति को नींद की गोलियां खिला दी थीं। पुलिस ने आरोपी पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

एसीपी नंदग्राम आलोक दुबे ने बताया कि तीन मार्च को ई-ब्लाक निवासी शिवानी उर्फ सीमा ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके पति कपिल चौधरी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। पुलिस ने मौके पर पहुंच घायल को अस्पताल पहुंचाया, उपचार के दौरान दिल्ली के जीटीबी अस्पताल उसकी मौत हो गई थी। शिवानी ने बताया था कि आर्थिक तंगी के कारण पति ने खुद को गोली मारी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो उसकी रिपोर्ट ने मौत का राज खोल दिया।

कपिल दाएं हाथ से करता था काम, गोली लगी थी बायीं ओर
कपिल के सिर में बायीं ओर गोली लगी थी, जबकि वह दाएं हाथ से काम करता था। एसीपी का कहना है कि दाएं हाथ से काम करने वाला व्यक्ति का बाएं हाथ से गोली चलाना संभव नहीं है। शक होने पर तमंचे को फिंगर प्रिंट की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। दूसरी ओर, महिला के फोन की कॉल डिटेल खंगाली गई। कॉल डिटेल में एक नंबर पर कई बार कॉल होना पाया गया। महिला से पूछताछ की गई तो उसने सेवा नगर नंदग्राम निवासी अंकुश से संबंध होने और हत्या कराने की बात स्वीकार कर ली।

मूलरूप से डुमरियागंज, सिद्धार्थ नगर के गांव तरेना का रहने वाला 20 वर्षीय अंकुश नंदग्राम ई-ब्लाक में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। फलावदा, मेरठ की रहने वाली महिला शिवानी भी इसी ब्लॉक में किराए पर रहती है और अंकुश की दुकान पर मोबाइल रिचार्ज कराने जाती थी। इसी दौरान दोनों में दोस्ती हुई और फिर बीते नवंबर माह में संबंध बन गए। महिला ने आयु में आठ साल छोटे प्रेमी के साथ रहने की ठान ली थी। उन्होंने कपिल की हत्या करने की योजना बनाई।

तमंचा चलाना सिखाया
शिवानी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके पति कपिल चौधरी ने उसे तमंचा चलाना सिखाया था। हत्या के लिए उसने अपने प्रेमी को तमंचा चलाना सिखाया और इसके बाद पति की हत्या करा दी। पुलिस के मुताबिक, महिला ने वारदात को अंजाम देने के दौरान व्हाट्सएप कॉल की थी। वारदात को अंजाम देने के बाद सिम तोडक़र मोबाइल को पानी में फेंक दिया था।

एक साल, नई मिसाल: विकास की खींची गई नई लकीर

0

-एक साल में धर्मांतरण, नकल विरोधी कानून, राज्य कि महिलओं को नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण, राज्य आंदोलनकारियों को आरक्षण जैसे तमाम जनहितैशी निर्णय लिए गए

देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है। इस एक साल में प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री धामी की अगुवाई में तमाम चुनावी वायदों को पूर्ण करने में कामयाब रही तो तात्कालिक परिस्थितियों के लिहाज से भी सरकार महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पीछे नहीं हटी। धर्मान्तरण पर रोक के लिए कानून समेत नकल विरोधी कानून, प्रदेश की महिलाओं को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण, अंत्योदय परिवारों को वर्ष में तीन सिलेंडर निःशुल्क भरवाने की सुविधा, समान नागरिक सहिंता व हाल ही में ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण से राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत आरक्षण जैसे अहम निर्णयों ने दर्शाया है कि राज्य सरकार में जनहित सर्वोपरी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ध्येय वाक्य ‘विकल्प रहित संकल्प’ को आत्मसात कर प्रदेश में नई कार्य संस्कृति की ओर कदम बढ़ाया है और वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में पूरी सरकार जी-जान से जुटी है। इस एक वर्ष में राज्य सरकार के कामकाज में प्रदेश की निरन्तर प्रगति के लिए संकल्प, समर्पण और प्रयास का समावेश देखने को मिला है। सरकार अब तक कई ऐसी पहल कर चुकी है जो भविष्य में उत्तराखण्ड की प्रगति में मील का पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में ही ‘समान नागरिक संहिता’ लागू करने को लेकर चुनाव से पूर्व किए वायदे को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया। राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिये विशेषज्ञों की समिति गठित की गई। विशेषज्ञों की यह कमेटी उत्तराखण्ड राज्य के लिये यूनिफार्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करने में जुटी है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए ‘भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064’ शुरू की गई है। सरकारी भर्तियों में अब तक घपले-घोटाले करते आये भर्ती माफिया को भी धामी सरकार जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाने में कामयाब रही तो युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करते हुए नकल विरोधी कानून को राज्य में लागू किया गया है। चुनाव पूर्व जनता से किया गया गरीबों को तीन सिलेण्डर निःशुल्क रिफिल करने के वायदे को भी सरकार धरातल पर उतार चुकी है। इसी तरह राज्य की महिलाओं को सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण और राज्य आंदोलनकारियों को नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण पर मुहर लगाई गई।

चिंतन शिविर के मंथन से भविष्य का रोड मैप हुआ तैयार

राज्य सरकार एक वर्ष के कार्यकाल में जहां तमाम बड़े निर्णय लेने में कामयाब रही तो राज्य में अफसरशाही को केंद्र बिंदु में रखकर पहली बार मसूरी में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन हुआ। इस शिविर के आयोजन के पीछे सरकार का ध्येय यही था कि अधिकारी पुराने ढर्रे को छोड़ नए विचारों और नई कार्यसंस्कृति के अनूरूप कार्य करें। इस शिविर में मुख्यमंत्री द्वारा दिये गए ऐतिहासिक उद्बोधन ने नौकरशाही में नई ऊर्जा का संचार करने का कार्य किया।

गैरसैंण मे पारित किया गया विकास का बजट

राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में इसी मार्च माह में बजट सत्र आयोजित किया गया। जिसमें जनहित के तमाम महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए तो सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि पहाड़ की राजधानी पहाड़ में हो, ये केवल जुमला नहीं बल्कि वास्तव में इसे आत्मसात भी किया जा रहा है।

“प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। इस एक वर्ष की यात्रा में हमने तमाम महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। चुनाव पूर्व किए गए वायदों को भी हमने पूरा किया है। आज उत्तराखंड विकास की नई गाथा लिख रहा है। पहाड़ में रेल, रोड और हवाई कनेक्टिविटी की दिशा में ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं तो खेती, बागवानी को बढ़ावा देकर हम आमजन की आय सृजन के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।”

पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
——————-

एक साल में लिए गए अहम निर्णय

-भर्ती माफिया पर कड़ा प्रहार करते हुए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है।

-प्रदेश की मातृ शक्ति के हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार की नौकरियों में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की गई

-जबरन और प्रलोभन से धर्मांतरण पर रोक के लिए सख्त कानून लाया गया।

-समान नागरिक संहिता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही सरकार

-अंत्योदय परिवारों को एक वर्ष में तीन गैस सिलिंडर निःशुल्क रिफिल की सुविधा का आगाज

-लखपती दीदी योजना में वर्ष 2025 तक प्रदेश की 1.25 लाख महिलाओं को लखपति बनाने की पहल।

-राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत आरक्षण।

-चारधाम और कांवड़ यात्रा में कुशल प्रबंधन से रिकॉर्ड संख्या में आए श्रद्धालु।

-केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं के पौराणिक और प्राचीन मंदिर क्षेत्रो में अवस्थापनात्मक विकास।

-वोकल फॉर लोकल के अंतर्गत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक जिला दो उत्पाद योजना

वस्टेट मिलेट मिशन, मंडुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3574 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीद।

-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने में उत्तराखंड अग्रणी राज्य। राजकीय और सहायता प्राप्त अशासकीय शिक्षण संस्थानों में कक्षा 1 से 12 के विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकें।

-टेली मेडिसिन के लिए 400 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 04 मेडिकल कॉलेज से जोड़ा गया।

-06 एरोमा वैली विकसित करने की योजना। 50 हजार पॉलीहाउस से बदलेगी उद्यानिकी की तस्वीर। इसके लिए बजट में 200 करोड़ रूपए का प्रावधान।
मिशन दालचीनी, मिशन तिमरू प्रारंभ करने का निर्णय।

-नई खेल नीति से प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन, खेल अवस्थापनात्मक सुविधाओं का विकास।

-उद्योगों को बढावा देने के लिए उत्तराखंड लॉजिस्टिक नीति, प्राइवेट इंडस्ट्रियल एस्टेट पॉलिसी।

-मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में सब्सिडी बढ़ाकर 40 प्रतिशत की।

-नई पयर्टन नीति में स्वरोजगार को बढ़ावा। कुछ गतिविधियों के लिए 100 प्रतिशत तक सब्सिडी।

-वर्ष 2022-23 में एमएसएमई में 7321 करोड़ की 1707 परियोजनाओं को मंजूरी। इससे 33 हजार व्यक्तिओं को रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

-वर्ष 2022-23 में वृहद उद्योगों में 3072 करोड़ की 16 परियोजनाओं को मंजूरी। इससे 3268 व्यक्तिओं को रोजगार के अवसर सृजित होंगे।