Monday, April 28, 2025
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ओएनजीसी ने मनीष पाटिल को मानव संसाधन निदेशक नियुक्त किया

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नई दिल्ली, तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) ने मनीष पाटिल को मानव संसाधन निदेशक के रूप में नियुक्त किया है, कंपनी ने शुक्रवार को यह घोषणा की।

श्री पाटिल, तीन दशकों से अधिक के अनुभव के साथ एक ऊर्जा पेशेवर, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (इंडियनऑयल) से ओएनजीसी में शामिल हुए, जहां उन्होंने एचआर में संचालन, सूचना प्रणाली और प्रबंधन सेवाओं में विभिन्न वरिष्ठ पदों पर कार्य किया। पाटिल ने IOC कॉर्पोरेट कार्यालय में मानव संसाधन और CSR के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया। श्री पाटिल के पास गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, रायपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री, लजुब्जाना विश्वविद्यालय से एक्जीक्यूटिव एमबीए की डिग्री और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से साइबर लॉ में एडवांस्ड डिप्लोमा के साथ-साथ मानव संसाधन प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा है।

कंपनी ने कहा कि मिडस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम सेक्टर में उनका व्यापक अनुभव ओएनजीसी के लिए एक संपत्ति होगा, क्योंकि यह तेजी से बदलते ऊर्जा परिदृश्य को नेविगेट करना जारी रखता है।

“मैं कंपनी के विकास और परिवर्तन में योगदान करने और टीम ओएनजीसी के समृद्ध प्रतिभा पूल का लाभ उठाने के लिए तत्पर हूं। यह ऊर्जा क्षेत्र के लिए रोमांचक समय है और मैं देश में ओएनजीसी के 26,000 से अधिक ऊर्जा सैनिकों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं : मनीष पाटिल”

दु:खद : वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी का निधन, प्रदेश में शोक की लहर

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  देहरादून, उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार थीं। वह 84 वर्ष की थीं। उन्होंने मंगलवार सांय मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धन सिंह रावत समेत सभी मंत्रियों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों व राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा एवं राज्य आंदोलनकारी श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। डॉ. रावत ने श्रीमती बलूनी को याद करते हुये कहा कि वह राज्य आंदोलन की सशक्त पक्षकार थी और पृथक राज्य आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गयी। डॉ. रावत ने श्रीमती बलूनी के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुये, ईश्वर से इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बलूनी के निधन को दुःख प्रकट करते हुए इसे अपूरणीय क्षति बताया है। कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण में आंदोलन में सुशीला बलूनी के योगदान को हमेशा याद किया जायेगा।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इसे एक अपूरणीय क्षति बताया है उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

खुशखबरी : फिच ने स्टेबल आउटलुक के साथ भारत को दी ‘बीबीबी-‘ रेटिंग, देश को बताया मजबूत

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नई दिल्ली । अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग संकट, बढ़ती महंगाई और मंदी की आशंका के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। वैश्विक एजेंसी फिच रेटिंग्स ने स्टेबल आउटलुक के साथ भारत को दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता डिफ़ॉल्ट रेटिंग ‘बीबीबी‘की पुष्टि की है।
न्यूयॉर्क स्थित इस रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत की रेटिंग दूसरे देशों की तुलना में एक मजबूत ग्रोथ और लचीले बाहरी वित्त से ताकत को दर्शाती है। इसने पिछले एक साल में बड़े बाहरी झटकों को दूर करने में सफलता हासिल की है।
इसके अलावा रेटिंग एजेंसी ने भारत को मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में विश्व स्तर पर 6 फीसद की दर से सबसे तेजी से बढऩे वाली फिच-रेटेड सॉवरेन में से एक होने का अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार हेडलाइन मुद्रास्फीति में गिरावट आएगी, लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक के 2 से 6 फीसद लक्ष्य बैंड के ऊपर बनी रहेगी, जो पिछले वर्ष के 6.7 फीसद से वित्त वर्ष 24 में 5.8 फीसद औसत है। कोर मुद्रास्फीति का दबाव कम होता दिख रहा है, जो मार्च में गिरकर 5.7 फीसद हो गया। यह जुलाई 2021 के बाद सबसे कम है।

तीन जन सुरक्षा योजनायें आम लोगों की भलाई के लिए समर्पित : सीतारमण

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नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के 8 साल पूरे होने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने आज कहा कि ये तीन जन सुरक्षा योजनाएं नागरिकों की भलाई लिए समर्पित हैं और अप्रत्याशित जोखिमों, हानियों और वित्तीय अनिश्चितताओं के खिलाफ मानव जीवन को सुरक्षा प्रदान करती हैं।
पीएमजेजेबीवाई के अब तक कुल 16 करोड़ से अधिक नामांकन, पीएमएसबीवाई में अब तक कुल 34 करोड़ से अधिक नामांकन और एपीवाई के लिए 5 करोड़ से अधिक लोगों ने नामांकन करा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई और एपीवाई का शुभारम्भ 9 मई, 2015 को कोलकाता से किया था। ये तीनों योजनाएं नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित हैं, जो अप्रत्याशित घटना और वित्तीय अनिश्चितताओं से मानव जीवन को सुरक्षित करने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश के असंगठित वर्ग के लोग वित्तीय रूप से सुरक्षित रहे, दो बीमा योजनाएं शुरू कीं – पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई। इसके साथ ही सरकार ने वृद्धावस्था की जरूरतों को पूरा करने में मदद के लिए अटल पेंशन योजना- एपीवाई भी शुरू की।
श्रीमती सीतारमण ने इन तीनों जन सुरक्षा योजनाओं के पीछे की परिकल्पना को याद करते हुए कहा, वर्ष 2014 में राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन को यह सुनिश्चित करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था कि भारत के प्रत्येक नागरिक की पहुंच बैंकिंग सुविधाओं, वित्तीय साक्षरता और सामाजिक सुरक्षा कवरेज तक बढ़े और देश में वित्तीय समावेशन को और बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन तीन जन सुरक्षा योजनाओं की शुरुआत की गयी थी।
वित्त मंत्री ने कहा कि ये तीन सामाजिक सुरक्षा योजनाएं नागरिकों की भलाई के लिए समर्पित हैं, जो अप्रत्याशित जोखिमों, हानियों और वित्तीय अनिश्चितताओं की स्थिति में मानव जीवन की सुरक्षा के महत्व को स्वीकार करती हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य वंचित पृष्ठभूमि के लोगों को आवश्यक वित्तीय सेवाएं प्रदान करना है, जिससे उनकी वित्तीय कमजोरी दूर किया जा सके। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 26 अप्रैल 2023 तक पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई और एपीवाई के तहत क्रमश: 16.2 करोड़, 34.2 करोड़ और 5.2 करोड़ नामांकन किए गए हैं।
पीएमजेजेबीवाई योजना के बारे में वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना ने 6.64 लाख परिवारों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है और बीमा दावों के रूप में इन परिवारों को 13,290 करोड़ रुपये मिले। इसी तरह से पीएमएसबीवाई योजना के तहत 1.15 लाख से अधिक परिवारों को 2,302 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई दोनों योजनाओं के लिए दावा प्रक्रिया को आसान बनाने की वजह से दावों का तेजी से निपटान हुआ है।
उन्होंने कहा यह देखना उत्साहजनक है कि इन योजनाओं को अधिकतम लोगों तक पहुंचाने के लिए लक्षित दृष्टिकोण के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से समर्पित है कि इन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पूरे देश में प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचे।
वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत किशनराव कराड ने कहा, सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बीमा सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक लक्षित दृष्टिकोण अपनाया है और योजना के तहत पूरे देश में पात्र लाभार्थियों को कवरेज प्रदान करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में अभियान चलाए जा रहे हैं
इन जन सुरक्षा योजनाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए इससे जुड़े सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए डॉ. कराड ने उन्हें इन योजनाओं से जुडऩे वाले लोगों की संख्या (कवरेज) और बढ़ाने के प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) एक साल की जीवन बीमा योजना है जो किसी भी कारण से होने वाली मृत्यु को कवर करती है। इसका साल-दर-साल नवीकरण किया जाता है। 18-50 वर्ष के आयु वर्ग के व्यक्ति जिनके पास एक व्यक्तिगत बैंक या डाकघर खाता है, योजना के तहत नामांकन के लिए पात्र हैं। 50 वर्ष की आयु पूरी करने से पहले योजना में शामिल होने वाले लोग नियमित प्रीमियम के भुगतान पर 55 वर्ष की आयु तक जीवन के जोखिम को जारी रख सकते हैं। 436 रुपये प्रति वर्ष की प्रीमियम पर किसी भी कारण से मृत्यु के मामले में 2 लाख रुपये का जीवन कवर मिलता है। योजना के तहत नामांकन खाताधारक के बैंक की शाखा/बीसी पॉइंट या बैंक की वेबसाइट पर जाकर या डाकघर बचत बैंक खाते के मामले में डाकघर में किया जा सकता है। योजना के तहत प्रीमियम खाताधारक के एकमुश्त शासनादेश के आधार पर ग्राहक के बैंक खाते से हर साल ऑटो डेबिट किया जाता है।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) एक साल की दुर्घटना बीमा योजना है जो दुर्घटना के कारण मृत्यु या दिव्यांगता के लिए कवरेज प्रदान करती है और यह साल-दर-साल नवीकरणीय है। 18-70 वर्ष के आयु वर्ग के व्यक्ति जिनके पास एक व्यक्तिगत बैंक या डाकघर खाता है, योजना के तहत नामांकन के लिए पात्र हैं। दुर्घटना के कारण मृत्यु या दिव्यांगता के लिए 20 रुपये प्रति वर्ष की प्रीमियम पर 2 लाख रूपये (आंशिक विकलांगता के मामले में एक लाख रुपये) का दुर्घटना मृत्यु सह विकलांगता कवर मिलता है। योजना के तहत नामांकन खाताधारक के बैंक की शाखा/बीसी प्वाइंट या बैंक की वेबसाइट पर या डाकघर बचत बैंक खाते के मामले में डाकघर में जाकर किया जा सकता है। योजना के तहत प्रीमियम खाताधारक के एकमुश्त शासनादेश के आधार पर ग्राहक के बैंक खाते से हर साल ऑटो डेबिट किया जाता है।
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सभी भारतीयों, विशेष रूप से गरीबों, वंचितों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए शुरू की गई थी। यह असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने और उनके भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार की एक पहल है। एपीवाई का प्रबंधन राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के समग्र प्रशासनिक और संस्थागत ढांचे के तहत पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) करता है। एपीवाई 18 से 40 वर्ष की आयु के सभी बैंक खाताधारकों के लिए खुला है जो आयकर दाता नहीं हैं और चुने गए पेंशन राशि के आधार पर देय योगदान अलग-अलग हैं। इस योजना में शामिल होने के बाद ग्राहक द्वारा किए गए योगदान के आधार पर उनकी 60 वर्ष की आयु के बाद ग्राहकों को गारंटीशुदा न्यूनतम मासिक पेंशन 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये या 5000 रुपये मिलती है। इसके तहत मासिक पेंशन ग्राहक को मिलेगी, और उसके बाद उसके पति या पत्नी को और फिर उन दोनों की मृत्यु के बाद ग्राहक की 60 वर्ष की आयु में संचित पेंशन राशि, ग्राहक के नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाएगी। ग्राहक की असामयिक मृत्यु (60 वर्ष की आयु से पहले मृत्यु) के मामले में, ग्राहक का पति या पत्नी शेष निहित अवधि के लिए ग्राहक के एपीवाई खाते में योगदान जारी रख सकते हैं, जब तक कि मूल ग्राहक की उम्र 60 वर्ष पूरी न हो जाए।
न्यूनतम पेंशन की गारंटी सरकार द्वारा दी जाएगी, अर्थात, यदि योगदान के आधार पर संचित राशि निवेश पर अनुमानित रिटर्न से कम होती है और न्यूनतम गारंटी पेंशन प्रदान करने के लिए अपर्याप्त है, तो केंद्र सरकार ऐसी अपर्याप्तता को पूरा करने के लिए फंड देगी। वैकल्पिक रूप से, यदि निवेश पर प्रतिफल अधिक है, तो अभिदाताओं को बढ़ा हुआ पेंशन लाभ मिलेगा। ग्राहक मासिक / तिमाही / छमाही आधार पर एपीवाई में योगदान कर सकते हैं। सरकारी सह-योगदान और उस पर वापसी/ब्याज की कटौती पर कुछ शर्तों के अधीन सदस्य स्वैच्छिक रूप से एपीवाई से बाहर निकल सकते हैं।

मणिपुर हिंसा में फंसे यूपी के छात्रों की होगी घर वापसी, सीएम योगी के निर्देश के बाद हरकत में आए अधिकारी

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लखनऊ, मणिपुर हिंसा में फंसे यूपी के छात्रों को सोमवार से सुरक्षित वापस घर लाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद रविवार को शासन के अधिकारी हरकत में आ गए। छात्रों को फ्लाइट से लाया जाएगा। उनको शिक्षण संस्थान से एयरपोर्ट तक सुरक्षित लाने की व्यवस्था मणिपुर सरकार करेगी। मणिपुर में फंसे छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम मदद की अपील जारी की थी। योगी ने इसे तुरंत संज्ञान लेते हुए गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को कार्रवाई के निर्देश दिए। संजय प्रसाद ने मणिपुर के मुख्य सचिव से बात कर छात्रों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था और वहां उनकी सुरक्षा का आग्रह किया।

मणिपुर के मुख्य सचिव ने उन छात्रों से संपर्क कर और उन्हें वापस भेजने के लिए एक आईएएस अधिकारी नामित किया है। राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि अब तक यूपी के 29 छात्रों के वहां फंसे होने की सूचना मिली है। ये छात्र स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, मेडिकल और तकनीकी शिक्षण संस्थान में पढ़ रहे हैं। कुछ बच्चों से संपर्क कर उन्हें वहां फंसे अन्य की जानकारी जुटाने और 1070 पर सूचना देने को कहा गया है। राहत आयुक्त ने बताया कि तीन छात्रों ने अपना कोर्स पूरा करके ही वापस आने की बात कही है। उन्होंने फिलहाल खुद को सुरक्षित बताया है।

फर्जी तरीके से क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग कर 80हजार उड़ाए

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रुद्रपुर। क्रेडिट कार्ड से अस्सी हजार की शॉपिंग होने पर कार्ड धारक ने बैंक कर्मियों को आरोपी बनाया है। कार्ड धारक का आरोप है कि बैंक कर्मियों ने फर्जी तरीके से डुप्लीकेट कार्ड बना कर उसके खाते से अस्सी हजार रुपये की ठगी की है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। सत्यम शुक्ला पुत्र राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला निवासी अलास्का ग्रीन कालोनी लालपुर किच्छा ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके मोबाइल पर एक बैंक से क्रेडिट कार्ड का ऑफर आया। इसे उसने स्वीकार करने के बाद बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग को समस्त कागजात एवं आधार कार्ड संख्या आदि उपलब्ध करा दिए। आरोप है कि बीते 29 दिसबंर को कस्टमर केयर ने सत्यम को बताया कि उसने अपने क्रेडिट कार्ड से गुड़गांव और बैंगलोर में अस्सी हजार रुपये की शॉपिंग की है। सत्यम ने बताया कि उसने किसी प्रकार की शॉपिंग नहीं की है। इसके बाद कस्टमर केयर ने शॉपिंग की डिटेल सत्यम की ईमेल आईडी पर भेज दी। इसे देखकर सत्यम को ठगे जाने का अहसास हुया। सत्यम ने आरोप लगाया कि बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने उसका डुप्लीकेट क्रेडिट बनाकर फर्जी तरीके से उपयोग किया गया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी का निधन

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देहरादून,    उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में श्रीमती सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।

रुद्रपुर के कांग्रेसियों ने इकबालपुर प्रदर्शन में किया कूच

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(विजय आहुजा)

रुद्रपुर, गन्ना किसानो के बकाया भुगतान की मांग को लेकर रुड़की के इकबालपुर स्थित चीनी मिल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित 24 घंटे के धरना प्रदर्शन में रुद्रपुर से भी कांग्रेसियों ने पहुचकर धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और सरकार के खिलाफ गुबार निकाला।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा की अगुवाई में रुद्रपुर से महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा, महामंत्री पवन वर्मा,राजू भुसरी,पार्षद मोहन खेड़ा सहित तमाम कांग्रेसी इकबालपुर पहुचें और किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में आयोजित विशाल धरना प्रदर्शन में भागीदारी की।
धरना प्रदर्शन में प्रदेशभर से हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ हुंकार भरी और किसानों का बकाया गन्ना भुगतान शीघ्र करने की पुरजोर मांग की विशाल धरना प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा भाजपा सरकार गूंगी और बहरी हो चुकी है अन्नदाता किसानों का करोड़ों का बकाया भुगतान नहीं हो पा रहा है जिसके चलते किसान भाजपा सरकार में त्राहि-त्राहि करने को मजबूर है बकाया भुगतान नहीं होने से किसान फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहा है महंगाई से पहले ही जीना मुहाल है ऊपर से बकाया भुगतान नहीं होना किसानों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है भाजपा की प्रदेश के साथ-साथ केंद्र में भी सरकार है लेकिन डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी से जनता का जीना दो बार हो चुका है धरना स्थल पर आयोजित जनसभा में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने कहा की कॉन्ग्रेस किसानों के हितों के लिए बड़े से बड़ा आंदोलन चलाने के लिए तैयार है जल्द ही किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ तो प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा।

विश्व रेडक्रास दिवस : राजकीय इण्टर कॉलेज अजबपुरकलां एवं “रूम टू रीड ट्रस्ट” द्वारा प्राथमिक चिकित्सा एवं आपदा प्रबंधन पर किया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

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देहरादून, विश्व रेडक्रास दिवस के उपलक्ष में राजकीय इण्टर कॉलेज , अजबपुर कलां , देहरादून तथा “रूम टू रीड ट्रस्ट” द्वारा विद्यालय सभागार में विचार गोष्ठी के साथ ही प्राथमिक चिकित्सा एवं आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा , प्रधानाचार्या नर्वदा राणा, एनएसएस अधिकारी दीप्ति रावत , रुम टू रीड ट्रस्ट की सोशल मोबिलाईजर नीलम होल्कर , प्रियंका पटेल , शिवांगी नेगी आदि द्वारा विश्व रेडक्रास के संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट को श्रद्धांजलि अर्पित करके हुआ।
विचार गोष्ठी में विषय प्रवेश करते हुए नीलम होल्कर ने कहा कि हेनरी ड्यूनेंट महान‌् मानवतावादी थे। हमारे ट्रस्ट का साक्षरता कार्यक्रम भी मानवतावादी दृष्टिकोण पर आधारित है, कि प्रगति के अवसर असमान रूप से वितरित नहीं होने चाहिए। यह देश का एकमात्र बच्चों का शिक्षा कार्यक्रम है, जो साक्षरता कौशल और पढ़ने की आदत दोनों सिखाता है। हमारा बालिका शिक्षा कार्यक्रम लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय तक शिक्षा पूरी करने में सहायता करता है।
मुख्य अतिथि व यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा ने बतौर मुख्य वक्ता हेनरी ड्यूनेंट को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि जिनेवा स्विट्जरलैंड में 08 मई 1828 में जन्मे नोबेल पुरस्कार से अलंकृत हेनरी डयूनेंट बचपन से ही मानवीय , नैतिक एवं धार्मिक मूल्यों के पक्षधर थे। सन् 1859 में फ्रांस एवं आस्ट्रिया के मध्य हुए साॅल्फेरिनो के युद्ध के दौरान दोनों पक्षों के गंभीर रूप से घायल सैनिकों को चिकित्सा सेवाओं के अभाव में तड़पते व दम तोड़ते हुए उन्होंने स्वयं देखा था। जिसे देखकर उन्होंने एक पुस्तक “ए मेमोरी ऑफ सेल्फेरिनो ” में युद्ध के दौरान अपनी आंखों देखी विभीषिकाओं को लिखकर वर्णन किया। उन्होंने बिना किसी देश ,धर्म ,जाति , रंग की सीमा के मानवीय दृष्टिकोण से युद्ध के दौरान सभी सैनिकों के लिए मानवीय नियमों को लागू करवाने का काम करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास एवं रेड क्रीसेंट सोसायटी की स्थापना की । इसके आज लगभग 192 देश सदस्य हैं।
श्री वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास के सात अति महत्वपूर्ण मूलभूत सिद्धांतों मानवता , निष्पक्षता , तटस्थता , स्वतंत्रता , स्वैच्छिक सेवा, एकता तथा सार्वभौमिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम में “फर्स्ट एड तथा आपदा प्रबंधन” के तहत श्री अनिल वर्मा ने छात्राओं को हार्ट अटैक आदि से मृतप्राय व्यक्ति को पुनर्जीवन प्रदान करने के प्रयास के अंतर्गत सी० पी० आर० यानी कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इसके अतिरिक्त डेंगू एवं चिकनगुनिया , टी० बी० , एनीमिया, नशामुक्त देवभूमि , रक्तदान – नेत्रदान संकल्प करने तथा ट्रेफिक कंट्रोल के तहत यातायात नियमों का पालन करने की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्या श्रीमती नर्वदा राणा ने रेडक्रास के संस्थापक हेनरी डयूनेंट को अंतर्राष्ट्रीय महान् व्यक्तित्व बताते हुए उनकी मृत्यु के उपरान्त उनकी वसीयत की विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने बताया कि हेनरी डयूनेंट की वसीयत जब खोली गई तो दुनिया यह जानकर आश्चर्यचकित रह गई कि नोबेल पुरस्कार में उन्हें मिली धनराशि तथा लोगों से दानस्वरूप प्राप्त धन का उन्होंने बिल्कुल भी उपयोग नहीं किया था। उन्होंने अपनी वसीयत में लिखा था कि मुझे न राज्य की कामना है ,न स्वर्ग की ,और न ही पुनर्जन्म की । मेरी कामना तो दु:खी मानवता की पीड़ा को समाप्त करना है। अतः इस धनराशि को दीन दुखियों की भलाई करने वाली संस्थाओं में बांट दिया जाए । अतः वे बहुत बड़ी धनराशि रेडक्रास सोसायटी को प्रदान करके विश्व में अमरता को प्राप्त हो गये। अतः उनकी अतुलनीय मानवता की सेवा को दृष्टिगत रखते हुए उनके जन्मदिन पर विश्व रेडक्रास दिवस मनाया जाता है।
एनएसएस अधिकारी दीप्ति रावत ने रेडक्रास दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय संस्था युद्धकाल हो अथवा शांतिकाल सदैव लोगों के दुःख -दर्द को दूर करने में नि:स्वार्थ भावना से काम करती है। उन्होंने हेनरी ड्यूनेंट के जीवन से प्रेरणा लेने की छात्राओं से अपील की।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सोशल मोबिलाईजर शिवांगी नेगी ने मुख्य अतिथि अनिल वर्मा द्वारा हेनरी डयूनेंट के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालने तथा अति महत्वपूर्ण विषयों पर सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु विशेष आभार व्यक्त किया। साथ ही प्रधानाचार्या नर्वदा राणा , श्रीमती दीप्ति रावत , श्रीमती नीलम होल्कर तथा प्रियंका पटेल द्वारा आयोजन में सक्रिय सहयोग प्रदान करने के साथ ही उत्कृष्ट विचार प्रस्तुतीकरण हेतु आभार व्यक्त किया।साथ ही छात्राओं को पूर्ण अनुशासन में रहकर रूचिपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने की सराहना की।
कार्यक्रम का कुशल संचालन सोशल मोबिलाईजर प्रियंका पटेल ने किया।

महाराज ने नैनीताल जनपद को दिया 24 करोड़ 78 लाख 62 हजार की 20 विकास योजनाओं का तोहफा

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हल्द्वानी, प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन,सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, धर्मस्व, संस्कृति, जलागम एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज ने एक कार्यक्रम के दौरान 24 करोड़ 78 लाख 62 हजार की 20 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन,सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, धर्मस्व, संस्कृति, जलागम एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान 24 करोड़ 78 लाख 62 हजार की 20 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुये कहा कि इन योजनाओें के पूर्ण होने पर क्षेत्र का सर्वार्गींण विकास होगा।

 

महाराज ने 16 करोड 69 लाख 17 हजार की धनराशि की 10 योजनाओं का लोकार्पण एवं 7 करोड, 90 लाख, 12 हजार की धनराशि की 6 योजनाओं का किया शिलान्यास किया। इसके अन्तर्गत 2 करोड 37 लाख 81 हजार की लागत से रामगढ के अन्तर्गत खुटानी-भवाली-धानाचुली-ओखलकांडा-खनस्यू-पतलोट मोटर मार्ग से मल्ला सूपी रूसानी दीगड कपूवा लोधिया तक मोटर मार्ग का लोकार्पण, 2 करोड 83 लाख 93 हजार की लागत से छीडाखान से हाईस्कूल तल्ली पोखरी तक मार्ग निर्माण, 7 करोड 50 लाख की लागत से पर्यटन आवास गृह सूखाताल, तल्लीताल, नौकुचियाताल एवं मुक्तेश्वर का उच्चीकरण, 81 लाख 88 हजार की लागत से पर्यटन आवास गृह काठगोदाम का नवीनीकरण, 1 करोड 65 लाख 75 हजार की लागत से विकास खण्ड बेतालघाट के ग्राम तोराड में लिफ्ट सिचाई योजना, 12 लाख की लागत से ब्लाक रामनगर में हिम्मतपुर पंचायत भवन का निर्माण,12 लाख की लागत से रामनगर में गांधीनगर पंचायत भवन का निर्माण, 20 लाख की लागत से हल्द्वानी के पंचायत भवन का निर्माण, लघु सिचाई विभाग की 50 लाख 75 हजार की लागत से 6 सोलर लिफ्ट तथा 74 लाख 38 हजार की लागत से 23 रिचार्ज साफ्टों के निर्माण की योजनाओं का लोकार्पण के अलावा 7 करोड, 90 लाख, 12 हजार की धनराशि से 6 योजनाओं का शिलान्यास भी किया।

 

जिसमें 68 लाख 2 हजार की धनराशि से हॉलीडे कैम्प ढिकुली का उच्चीकरण, 62 लाख 42 हजार की लागत से भटेलिया में पेट्रोल पम्प का निर्माण, 55 लाख 12 हजार की लागत से गरमपानी में पेट्रोल पम्प निर्माण, 1 करोड 77 लाख 99 हजार की लागत से रीखाकोट के तोक स्याली गौलानदी में 45 मी स्पान पैदल झूला पुल निर्माण, थपलिया मेहरागांव क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग के सुधारीकरण तथा 2 करोड 63 लाख 7 हजार की लागत से रामनगर कोसी बैराज के अपस्ट्रीम में दांए पार्श्व की कोसी नदी के बाढ सुरक्षात्मक कार्य का शिलान्यास करने के अलावा 1 करोड़ 63 लाख 50 हजार की लागत की 4 सड़क योजनाओं के सुधारी करण के कार्यों का भी शिलान्यास किया किया।

लोकार्पण एवं शिलान्यास के अवसर पर कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि पंचायती राज विभाग को सशक्त करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को 242 करोड की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। उन्होंने कहा इससे हमारे उत्तराखण्ड की पंचायतें मजूबत होंगी वही हमारा राज्य भी मजबूत होगा। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड में चार धाम यात्रा सुगमता के साथ चल रही है, अभी वर्तमान में चारधाम में बर्फवारी हो रही है जैसे ही बर्फवारी कम होगी श्रद्वालुओं को सूचित कर दिया जायेगा। उन्होंने यात्रियों से कहा कि वह मौसम विभाग की जानकारी के तहत ही अपनी यात्रा प्रारम्भ करें। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण होने से जनपद के विकास को एक गति प्रदान होगी।

कार्यक्रम में विधायक एवं पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, विधायक सरिता आर्या, रामसिंह कैडा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, रंजन बर्गली, प्रताप बोरा, नीतिन राणा, हरीश आर्य, भावना साह, कार्तिक हर्बोला, मोहन पाठक के साथ ही जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, एसएसपी पंकज भटट, मुख्य विकास अधिकारी डा0 संदीप तिवारी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएम विनीत तोमर, महाप्रबन्धक एपी बाजपेयी, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, उपजिलाधिकारी मनीष कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि अशोक चौधरी, सिंचाई केएस बिष्ट, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी रश्मि पंत, प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन के साथ ही विभागीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।