Monday, April 28, 2025
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मंत्री रेखा आर्या ने छात्राओं को जीवन मे आगे बढ़ने का दिया गुरुमंत्र, लक्ष्य निर्धारित करने की कही बात

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‘कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या एम०के०पी० कॉलेज,देहरादून के चित्रकला विभाग द्वारा आयोजित भारतीय ज्ञान संस्कृति परंपरा महोत्सव-2023 के समापन समारोह में हुई शामिल’

देहरादून, आज प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या एम०के०पी० कॉलेज,देहरादून पहुँची जहां पर वह कॉलेज द्वारा आयोजित चित्रकला विभाग के भारतीय ज्ञान संस्कृति परंपरा महोत्सव-2023 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत हुई।इस दौरान सर्वप्रथम कॉलेज प्रसाशन द्वारा उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया जिसके उपरांत कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने लगाई गई विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इस दौरान छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी वर्ष भर की गतिविधियों के दौरान, यह पहल सार्वजनिक जागरूकता, हितधारक भागीदारी पैदा करने में सफल रही है और इसने भारतीय ज्ञान प्रणालियों के कई क्षेत्रों के प्रचार और पुनरुद्धार के लिए एक ढांचा तैयार करने में भी मदद की है।उन्होंने सभी से अपनी भारतीय परंपरा व संस्कृति पर चलने और उसका अनुसरण करने का अनुरोध किया। साथ ही सभी छात्राओं को अपने जीवन मे एक लक्ष्य का निर्धारण करते हुए उसपर चलने की बात कही।

मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज हमारी बालिकाएं भी बालकों से कहीं पीछे नही है वह भी आज के समय मे पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।आज सरकार द्वारा बालिकाओ के लिए कई सारी योजनाए चलाई जा रही है जिनका लाभ उनको प्राप्त हो रहा है।उन्होंने कहा कि चाहे आज खेल की बात करे तो देश व प्रदेश में हमारी बेटियां अपना व देश का नाम रोशन कर रही हैं।

बताते चले कि इस सात दिवसीय भारतीय संस्कृति ज्ञान परंपरा महोत्सव 2023 का समापन समारोह में वैदिक गणित, वाश तकनीक कार्यशाला, एपण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन चित्रकला विभाग द्वारा स्नेहिल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।जहां कार्यक्रम में उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा जम्मू-कश्मीर, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के कलाकारों के चित्र प्रदर्शित किए गए, कार्यशाला में विशेषज्ञों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम कंडवाल जी,प्रधानाचार्य श्रीमती सरिता कुमार जी, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. श्रीमती ममता सिंह जी सहित कॉलेज प्रबंधन के लोग एवं छात्राएं उपस्थित रहीं |

आरबीआई का बड़ा ऐलान : 2000 रुपए का नोट होगा बंद, 30 सितंबर तक बैंक में बदल सकेंगे आम लोग

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“सभी बैंक 30 सितंबर, 2023 तक 2000 रुपये के नोटों के लिए जमा या एक्सचेंज करने की सुविधा देंगे”

नई दिल्ली, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपए के नोट को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। RBI 2,000 रुपए के नोट चलन से हटाएगा। हालांकि, ये नोट 30 सितंबर तक लीगल टेंडर (Legal Tender) बने रहेंगे। RBI ने बैंकों से 30 सितंबर, 2023 तक 2,000 रुपए के नोट जमा करने या एक्सचेंज करने की सुविधा देने के लिए कहा है। इसका मतलब है कि 30 सिंतबर तक ही 2000 के नोट चलेंगे, इसके बाद सभी 2000 के नोट बंद हो जाएंगे।

RBI का कहना है कि 23 मई, 2023 से किसी भी बैंक में एक समय में 2000 रुपए के नोटों को दूसरी कीमत के नोटों में बदलने की सीमा 20,000 रुपये तक की जा सकती है। सभी बैंक 30 सितंबर, 2023 तक 2000 रुपये के नोटों के लिए जमा या एक्सचेंज करने की सुविधा देंगे।

इसके अलावा RBI ने सभी बैंकों से तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपए के नोट जारी नहीं करने को कहा है। RBI ने एक बयान में कहा कि एक बार में 20,000 रुपए कीमत तक के 2,000 रुपए के नोट बैंक से बदल सकते हैं। ये सुविधा 23 मई से देशभर के सभी बैंकों में उपलब्ध होगी।

विधानसभा भर्ती केस- सुप्रीम कोर्ट में बर्खास्त कर्मचारियों की याचिका खारिज

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सुप्रीम कोर्ट ने कर्मचारियों की याचिका खारिज कर विधानसभा अध्यक्ष के फैसले पर मुहर लगाई

देहरादून, सुप्रीम कोर्ट ने कर्मचारियों के विशेष याचिका को निरस्त कर दिया। बता दें कि इससे पहले नैनीताल हाईकोर्ट ने भी विधानसभा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के विधानसभा सचिवालय के आदेश को सही ठहराया था। बर्खास्त कर्मचारियों की ओर से दायर विशेष अनुग्रह याचिका (एसएलपी) को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इससे बर्खास्त कर्मचारियों को झटका लगा है।

इस फैसले से बर्खास्त कर्मियों को भारी झटका लगा है। कुछ समय पूर्व भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने इन बर्खास्त कर्मियों के केस लड़ने की बात कही थी। उत्तराखंड विधानसभा में नियमों के विरोध तदर्थ नियुक्तियों के संबंध में आज उच्चतम न्यायालय ने पुनः उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण के फैसले को सही ठहराते हुए बर्खास्त कर्मचारियों द्वारा दाखिल याचिका (SLP) को मात्र डेढ़ मिनट की सुनवाई में निरस्त कर दिया।

उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय की ओर से पैरवी कर रहे वकील अमित तिवारी ने बताया कि वर्ष 2021 में विधानसभा में तदर्थ रूप से नियुक्त हुए 72 कर्मचारियों द्वारा दाखिल की गई याचिका (एसएलपी) को आज उच्चतम न्यायालय की डबल बेंच के न्यायधीश हृषिकेश रॉय और न्यायधीश मनोज मिश्रा द्वारा सुना गया जिसमे डबल बेंच ने मात्र डेढ़ मिनट में ही याचिकाकर्ताओं की याचिका को निरस्त कर दिया और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण के द्वारा लिए गए फैसले को सही ठहराया।

आपको बता दे की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने नियम विरूद्ध तदर्थ नियुक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया था। जिसमें 2016 से 2021 में तदर्थ आधार पर नियुक्त 228 कर्मचारियों की विशेषज्ञ जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सेवाएं समाप्त की गई। भविष्य में विधानसभा सचिवालय में होने वाली नियुक्तियां नियम व पारदर्शिता हो इसके लिए स्पीकर ने नियमावली में संशोधन की पहल की थी। उत्तराखंड विधानसभा अब सीधी भर्ती के सभी खाली पदों को उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से भरेगी। इस संशोधन के साथ शासन ने सेवा नियमावली पर सहमति जताते हुए इसे विधानसभा को लौटा दिया है। संशोधित नियमावली में विधायी को फिर से विधानसभा का प्रशासकीय विभाग बनाने का प्रावधान किया गया है। उच्चतम न्यायालय में विधानसभा सचिवालय उत्तराखंड की ओर से वकील अमित तिवारी और वकील अर्जुन गर्ग ने पैरवी की।

कोटिया समिति की रिपोर्ट के आधार पर 2016 के बाद की गई लगभग 250 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था। इस मुद्दे पर पूर्व विधानसभाध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल व गोविन्द सिंह कुंजवाल भी निशाने पर आए। बर्खास्तगी के विरोध में कर्मियों ने लंबा आंदोलन भी चलाया।

डेंगू से बचाव को चलायें जागरूता अभियान : डॉ. धन सिंह रावत

अभियान में रेखीय विभागों को भी शामिल करने के दिये निर्देश

स्वास्थ्य योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने को बने कार्ययोजनाMay be an image of 9 people, people studying and dais

देहरादून, बरसात के मौसम में डेंगू की रोकथाम को लेकर अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दे दिये गये हैं। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को प्रदेशभर में वृहद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है, जिसमें सभी रेखीय विभागों को भी शामिल किया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिये विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। डा. रावत ने बताया कि बरसात के मौसम में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसको देखते हुये अभी से बचाव व रोकथाम को प्रभावी कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि माह अगस्त से लेकर माह अक्टूबर तक का समय डेंगू संक्रमण की दृष्टि से काफी संवेदनशील रहता है। डा. रावत ने बताया कि इसके लिये अभी से प्रदेशभर में वृहद स्तर पर जन जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये है, इन अभियानों में रेखीय विभागों आवास एवं शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, शिक्षा, सूचना विभाग आदि को भी शामिल किया जायेगा।

विभागीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में लगभग तीन दर्जन से अधिक स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, जिनकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी स्टेट आईईसी टीम की है। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को एनएचएम के तहत संचालित कार्यक्रमों का विभिन्न माध्यमों से वृहद प्रचार-प्रसार हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। जिसकी समीक्षा प्रत्येक माह स्वयं स्वास्थ्य मंत्री करेंगे।

बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डेंगू की रेकथाम के लिये कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जिसके तहत डेंगू के बचाव हेतु पोस्टर, बैनर एवं होर्डिंग्स के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आम लोगों को घरों के आस-पास पानी न जमा होने, कूलर, फूलदान में पानी प्रत्येक सप्ताह बदलने, पानी की टंकी, बाल्टियां आदि को पूरी तरह से ढ़कने, शरीर पर पूरे बाजू वाले कपड़े पहनने सहित अनेक सुझाव दिये जा रहे हैं।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य दीपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आशुतोष सयाना, निदेशक एनएचएम डा. सरोज नैथानी, अनु सचिव जसविंदर कौर, ओआईसी एनएचएम डा. पंकज सिंह, डा. अजय नगरकर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

कल खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, तीर्थयात्रियों का पहला जत्था हुआ रवानाMay be an image of 4 people and temple

जोशीमठ, हेमकुंड साहिब व लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को गोविंद घाट गुरुद्वारे से जो बोले सो निहाल के जयकारों के साथ पंज प्यारे, निशान साहिब के साथ यात्री घांघरिया के लिए रवाना हुए। पहले जत्थे में सात सौ से अधिक यात्री शामिल हैं। हेमकुंड साहिब लक्ष्मण मंदिर के कपाट 20 मई को विधि विधान के साथ सुबह 10 बजे खोल दिए जाएंगे। गोविंद घाट गुरूद्वारा में शुक्रवार सुबह गुरुवाणी अरदास, सुखमणी पाठ, शब्द-कीर्तन किया गया।

इसके बाद गोविंदघाट गुरुद्वारे से पंच प्यारों की अगुवाई में तीर्थयात्रियों का पहला जत्था घांघरिया के लिए रवाना हो गया है। हेमकुंड साहिब की तीर्थ यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में उत्साह बना हुआ है। सुबह आठ बजे गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने तीर्थ यात्रियों को सरोपा भेंटकर घांघरिया के लिए रवाना किया। हेमकुंड के लिए गोविंद घाट से अपराह्न दो बजे तक ही यात्रियों को घांघरिया जाने दिया जाएगा। फिलहाल यात्रा के लिए बुजुर्ग व बच्चों की मनाही है।

 

पंच केदार में गिने जाने वाला तुंगनाथ मंदिर 6 डिग्री तक झुका, अंदर बनी मूर्तियों में आया 10 डिग्री तक का झुकावMay be an image of temple

रुद्रप्रयाग, तुंगनाथ मंदिर एशिया में समुद्रतल से सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवालय है। पंच केदार में गिने जाने वाला तृतीय तुंगनाथ मंदिर 5 से 6 डिग्री तक झुक गया है जबकि मंदिर के अंदर बनी मूर्तियों और सभामंडप में 10 डिग्री तक झुकाव आ गया है। इस बारे में श्रीबद्रीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ने एएसआई को पत्र भेजा है। इसमें मंदिर का संपूर्ण अध्ययन कर यथाशीघ्र संरक्षण करने को कहा गया है। मंदिर के मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी का कहना है कि वर्ष 1991 में आए भूकंप और समय-समय पर प्राकृतिक आपदाओं से मंदिर पर व्यापक असर पड़ा है। वर्ष 2017-18 में एएसआई ने मंदिर का सर्वेक्षण करने के लिए ग्लास स्केल भी लगाईं थी। अब विभाग ने एक रिपोर्ट जारी कर मंदिर में झुकाव आने की बात कही है।

वर्ष 1991 के उत्तरकाशी भूकंप और 1999 के चमोली भूकंप के साथ ही 2012 की ऊखीमठ व 2013 की केदारनाथ आपदा का भी इस मंदिर पर असर पड़ा है। मंदिर की बाहर की दीवारों से कई जगहों पर पत्थर छिटके हुए हैं। सभामंडप की स्थिति काफी खराब हो गई है। साथ ही गर्भगृह का एक हिस्सा झुक गया है। तुंगनाथ मंदिर के संरक्षण व संवर्धन के लिए मंदिर समिति सक्षम है। मंदिर के पुनरोद्धार को लेकर जो भी कार्य होंगे, वह एएसआई व सीबीआरआई और अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञों की सलाह पर किए जाएंगे। लंबे समय से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से मंदिर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की कवायद चल रही है।

 

प्रदेश कांग्रेस ने भुलाया तो सीएम धामी ने सम्मान देकर बदल डाले सियासी समीकरण

“पूर्व सीएम एनडी तिवारी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने लगाये धामी जिंदाबाद के नारे”May be an image of 10 people, temple and text

 

रुद्रपुर, राजनीति के पुरोधा रहे पं. नारायण दत्त तिवारी भले ही आज इस दुनिया में नही हैं। लेकिन आज भी उनके चाहने वाले या समर्थकों की कमी नही है। साल 2002 से 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे तिवारी को कांग्रेस ने भुला दिया हो लेकिन उनके कामों को सम्मान देने का काम किया है सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने।

 

उत्तराखंड की सियासी पिच पर धुआंधार बैटिंग कर रहे पुष्कर सिंह धामी इस बात से भली भांति परिचित है कि राज्य में सिडकुलों की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसे किसी भी स्तर पर नकारा नहीं जा सकता है। इसके साथ ही धामी यह बात भी जानते है कि आज भी राज्य के बड़े स्तर पर पार्टी के इतर तिवारी समर्थकों का बड़ा वर्ग है। नैनीताल सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तिवारी तराई क्षेत्र में भी खासा लोकप्रिय रहे हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने राजनीतिक रुप से साहसिक फैसला लेते हुए पंतनगर सिडकुल को उनके नाम पर रखे जाने की घोषणा की थी।

 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के पद चिन्हों पर चलते हुए मुख्यमंत्री ने उनकी उन पंक्तियों को भी चरितार्थ भी किया है जिसमें उन्होंने कहा था…….. सत्ताएं तो आती जाती रहेंगी ………..लेकिन व्यक्ति के कार्य और उसके साहसिक फैसले हमेशा याद रखे जायेंगे। जिन पंडित नारायण दत्त तिवारी को अब तक किसी भी सरकार ने सम्मान नही दिया और अपने नेता को भुला चुकी कांग्रेस गुटबाजी के भंवर में फंसी हुई है। ऐसे समय में सीएम धामी ने तराई में उनकी प्रतिमा का सिर्फ अनावरण ही नही किया बल्कि कार्यक्रम में ऐसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर उनका सम्मान भी किया।

 

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लिये गये मुख्यमंत्री धामी के इस साहसिक फैसले की राज्य में ही नही राज्य से बाहर भी राजनीतिक गलियारों में खूब सराहना हुई। वहीं अपना और अपने नेता का सम्मान होते देख कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेसी नेता भावुक नजर आये और दिल खोलकर सीएम धामी की प्रशंसा की। यही नहीं नेताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिन्दाबाद के नारे लगाकर उपस्थित जनसमुदाय को अंचभित भी कर दिया। ऐसे मौके राज्य में कम ही देखने को मिले है कि विपक्षी नेता सत्तासीन नेताओं के जिंदाबाद के नारे लगाये। कांग्रेस नेता का यह वीडियो कुछ ही पलों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गया। जिस पर खूब सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। सोशल मीडिया यूर्जस ने सीएम धामी के नेतृत्व क्षमता और फैसले की खूब तारीफ की। निकाय और लोकसभा चुनाव से ऐन पहले लिए गये सीएम धामी के इस फैसले से उत्तराखंड कांग्रेस सकते में है।

राज्य की सियासत में कई मिथकों को तोड़ चुके सीएम धामी ने अपने फैसलों से सभी को अपनी मुरीद बनाया हुआ है। विपक्ष के विधायकों के साथ विकास कार्यों को लेकर बैठक हो या फिर बड़े नेताओं के साथ तमाम मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा। यही वजह है कि धामी का विरोध करने के बजाय कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत, प्रीतम सिंह, हरीश धामी भी समय-समय पर उनकी तारीफ करते हुए नजर आते हैं।

“एक गांव एक उत्पाद” पर हुआ मंथन : बिज़नस के हुनर की होगी ट्रेनिंग

‘महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का विचार मंथन बैठक
जिपंस जगत मर्तोलिया द्वारा आत्मनिर्भर गांव बनाने की पहल शुरू’May be an image of 9 people

मुनस्यारी, “एक गांव एक उत्पाद” के नारे को हकीकत में बदलने के लिए आज तीन क्लस्टर तथा वन धन सेंटर से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा विचार मंथन किया गया। एक गांव एक उत्पाद के लिए ग्राम स्तर पर बैठकर योजना बनाने के लिए रणनीति बनाई गई।
विकास खंड के सभागार में न्याय पंचायत दरकोट तथा सेविला के तीन न्याय पंचायतों तथा वन धन सेंटर जैती के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच हुए विचार मंथन में स्वरोजगार के विषय पर बातचीत हुई।
महिलाओं ने अपने गांव की महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा की जा रहे रोज़गार परक कार्यो की सफलता की गाथा को सुनाया।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने कहा कि हर गांव की पहिचान उसके उत्पाद सेओन होगी। उन्होंने कहा कि एक गांव एक उत्पाद पर गंभीरता से कार्य करना होगा। इसके लिए विकास खंड कार्यालय, रीप, पशुपालन, उद्योग केन्द्र, उद्यान, कृषि को साथ ले लेकिन आजीविका मिशन के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी।
बैठक में दरकोट की खीमा पांगती ने महिला स्वयं सहायता समूहों से प्राप्त बजट से किए गए हस्तशिल्प निर्माण की सफलता की कहानी बताई।
पैंकुती की दीपा फर्स्वाण ने तुलसी की खेती की सफल कहानी को सबके सामने रखा।
विचार मंथन से तय हुआ कि एक गांव एक उत्पाद पर फोकस करते हुए बैठक की जाएगी। हर समूहों से दो महिला को बिजनेस करने के गुर सिखाए जाएंगे। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बैंक खातों का संचालन का कार्य भी इन महिलाओं को सिखाने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।
बैठक में एनआरएलएम की राधा, शंकुतला रावत, रीप के आजीविका समन्वयक हरेंद्र पंवार, कमलेश जोशी, शिल्पा जैष्ठा, प्रेम सिंह, महिला स्वयं सहायता समूहों की ग्राम संगठन की अध्यक्ष दीपा, कमला देवी, चंपा पांगती आदि मौजूद रहे।

पर्यटन योजनायें बने रोजगार एवं स्वरोजगार के माध्यम

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राज्य की प्रमुख घाटियों की भी की जाय पर्यटन की दृष्टि से ब्रांडिंग

देहरादून, प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढावा देकर रोजगार एवं स्वरोजगार के संसाधन बढ़ाए जाएं। नई पर्यटन नीति का आम जनमानस तक व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए। पर्यटन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लोग कितना लाभ ले पा रहे हैं, इसका पूरा आंकलन किया जाए। जिन योजनाओं में आम जन का रूझान बढ़ा है, इनमें यदि टॉपअप लोन अथवा सब्सिडी की धनराशि बढ़ाने की आवश्यकता प्रतीत हो रही है, तो इसका भी प्रस्ताव तैयार किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड@25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किये गये अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, इन योजनाओं का लाभ राज्य के सभी पात्र लोगों को मिले, इसके लिए ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिससे यह पता चले सके कि कौन सा परिवार किन योजनाओं का लाभ लेने का पात्र है, और कितने परिवार योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। जो जरूरतमंद लोग सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, उनको विभिन्न संचार एवं प्रचार माध्यमों से योजनाओं की जानकारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा देने की जरूरत है। होम स्टे को बढ़ावा देकर लोगों की आर्थिकी को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से भी अपील की है, कि अपने जनपद भ्रमण के दौरान होम स्टे में जरूर रूकें, इससे इनको और बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि होम स्टे चलाने वालों को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाए।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अगले 10 सालों का विभागों द्वारा जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है, उसमें भविष्य की सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए रोडमैप पर चरणबद्ध तरीके से कार्य किये जाएं। 2025 तक जिन कार्यों एवं योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, उनमें अभी से कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाए। उन्होंने 2030 तक के पूरे रोडमैप पर सुनियोजित तरीके से कार्य किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में पर्यटन आधारित जो भी नई गतिविधियां की जा रही है और जिन स्थानों पर की जा रही है, पर्यटन विभाग द्वारा उनका वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। राज्य के समग्र विकास के लिए हर क्षेत्र में विभागों को आपसी समन्वय के साथ तेजी से आगे बढना होगा। विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये भी यह जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शीघ्र ही पर्यटन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग की संयुक्त बैठक की जाए। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर सड़क कनेक्टिविटी का होना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य के चिन्हित वाइब्रेंट विलेज के आस-पास भी पर्यटन गतिविधियों को तेजी से बढ़ावा दिया जाए। पर्यटक स्थलों के आस-पास हेलीपैड की भी व्यवस्थाएं रखी जाएं। मानसखण्ड मन्दिर परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने अधिकरियों दिये। उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रथम चरण में जिन 16 मन्दिरों को चिन्हित किया गया है, उन पर मिशन मोड में कार्य किये जाएं। विभिन्न पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों पर जिन पौराणिक गुफाओं को विकसित किये जाने की योजना है उन पर भी तेजी से कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें राज्य की प्रमुख वैलियों की पर्यटन की दृष्टि से ब्राडिंग करनी होगी। इसके लिए प्रत्येक जनपद में स्थित घाटियों के महत्व एवं प्राकृतिक उत्पादों को पहचान दिलाने के लिए भी कार्ययोजना बनाई जाए।

पर्यटन मंत्री श्री सताल महाराज ने कहा कि राज्य में ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इस दिशा में तेजी से कार्य भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ आध्यात्मिक और साहसिक पर्यटन को भी तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन के क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किये गये अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में मातृत्व मृत्युदर को और कम करने के लिए प्रयास किये जाएं। इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा। सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन खुशियों की संवारी का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को लंबी लाईन पर खड़ा न रहना पड़ें, इसके लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। ई-संजीवनी एप का वृहद स्तर पर प्रचार किया जाए। जिससे अधिकांश लोग घर से ही चिकित्सकों से परामर्श ले सकें। उन्होंने कहा कि 2025 तक देवभूमि उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी विभागों द्वारा क्या प्रयास किये गये हैं, इसकी भी समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय में आईटी सेल बनाया जाए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुदंरम, श्री दीपेन्द्र चौधरी, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन श्री दीपक गैरोला, अपर सचिव श्री सी. रविशंकर, श्री मनोज पंत, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. वितीता शाह, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना उपस्थित थे

जमीन के विवाद में निकले असलहे, पुलिस ने सगे भाइयों को बंदूक, कारतूस के साथ पकड़ा

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सितारगंज। ग्राम डयोढार में जमीन के विवाद में एक पक्ष ने असलहे लहराए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो बंदूक और छह कारतूस के साथ दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की सक्रियता से गांव में बड़ी घटना टल गई।
पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम ड्योढ़ार में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इस पर तत्काल एसएसआई विनोद फर्त्याल के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा तो भीड़ जमा थी। पुलिस को देखकर शोरशराबा कर रहे लोग भागने लगे।  इस पर टीम ने दौड़ाकर जोध सिंह को पकड़ लिया। उसके पास 12 बोर की बंदूक और
चार कारतूस बरामद हुआ। जबकि एक व्यक्ति मौके पर एक बंदूक और दो कारतूस फेंककर भाग गया। पकड़े गए जोध सिंह ने उसकी पहचान अपने भाई जसविंदर सिंह के रूप में कई। उसे भी पकड़ लिया गया। दोनों के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस दोनो को कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की तैयारी कर रही थी।

जिलाधिकारी ने किया विभागों का औचक निरीक्षण कार्यावधि में मोबाईल का प्रयोग करने पर चतुर्थ श्रैणी कर्मचारी का वेतन रोकने के दिये निर्देश

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रुद्रप्रयाग- आज जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्यालय में स्थित पेयजल निगम तथा पीएमजीएसवाई कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर संबंधित कार्यालयों में संचालित हो रहे कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने कार्यालयों मे स्वच्छता बनाये रखने व जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। पीएमजीएसवाई कार्यालय में कार्यावथि में मोबाईल का प्रयोग करते पाये जाने पर चतुर्थ श्रैणी कर्मचारी का वेतन रोकने व प्रतिकूल प्रवष्टि दर्ज करने की संस्तुति दी गई।
जल निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित पटल सहायकों को निर्देश दिए हैं कि उनके द्वारा जो भी कार्य संपादित किए जा रहे हैं उन कार्यों को तत्परता से करना सुनिश्चित करें तथा सभी पत्रावलियों का रख रखाव ठीक ढंग से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कार्यालय में स्वच्छता बनाए रखने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए हैं कि कार्यालय में जो भी पुराने रिकाॅर्ड हैं उनका बस्ता बनाते हुए लेबल लगाना सुनिश्चित करे ,तथा सभी कर्मचारियों के पटल पर अनिवार्य रूप से नेम प्लेट लगाई जाय। जिलाधिकारी द्वारा बायोमेट्रिक मशीन एवं उपस्थिति पंजिका का भी अवलोकन किया गया। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे भुगतान के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की गई।
पीएमजीएसवाई कार्यालय का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण एवं बायोमेट्रिक मशीन का भी अवलोकन किया जिसमें अधिशासी अभियंता अवकाश पर तथा कर्मचारी राजेंद्र लाल मेडिकल अवकाश पर तथा द्वारिका प्रसाद अर्जित अवकाश पर बताए गए। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय में तैनात अवर अभियंता के बारे में भी जानकारी ली गई जिस पर सहायक अभियंता ने अवगत कराया है कि कार्यालय में तीन अवर अभियंता नियमित हैं तथा आठ अवर अभियंता संविदा पर कार्यरत हैं जो फील्ड में गए हैं जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण मूवमेंट रजिस्टर बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए। कार्यालय में साफ-सफाई व्यवस्था ठीक ढंग से न होने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी धनपाल सिंह के द्वारा कार्यवधि में मोबाइल फोन का संचालन करते हुए पाए जाने पर उक्त कार्मिक का वेतन रोकने के साथ ही प्रतिकूल प्रविष्टि की संस्तुति की गई। उन्होंने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यवधि में किसी भी प्रकार से अनावश्यक रूप से अपना समय व्यतीत न करें तथा अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा के साथ करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय की दीवारों एवं अलमारियों में किसी भी तरह के पोस्टर अथवा कैलेंडर चस्पा न किए जाएं तथा कार्यालय स्थल को साफ-सुथरा बनाए रखें। उन्होंने सभी पटल सहायकों को निर्देश दिए हैं कि आम जनमानस के द्वारा जो भी समस्याएं प्राप्त होती हैं उनका समय से निराकरण करना सुनिश्चित करें तथा किसी भी समस्या एवं शिकायत के निराकरण में अनावश्यक विलंब न किया जाए। यदि किसी कार्मिक द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन करने में शिथिलता बरती जाती है तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी कार्यालयों में रिश्वत लेने संबंधी शिकायत दर्ज कराने हेतु टोल फ्री नंबर-1064 का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा बेलनी में संचालित हो रहे सीएससी सेंटर का भी निरीक्षण किया तथा संचालक के रजिस्ट्रेशन की भी जांच की गई।

मिड डे मील खाने से 35 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, खिचड़ी में मिली मरी हुई छिपकली

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सारण । बिहार के छपरा जिले में मिड डे मील खाने की वजह से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई है। एक के बाद एक 35 बच्चों की तबीयत बिगडऩे के बाद हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना डोरीगंज थाना क्षेत्र के रसूलपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है। दरअसल, जिस खिचड़ी का बच्चों ने सेवन किया उसमें मरी हुई छिपकली मिली है।
सदर एसडीओ संजय कुमार ने सदर अस्पताल में बीमार बच्चों का जायजा लिया और बताया कि बच्चों की हालत फिलहाल स्थिर है। उन्होंने बताया कि सभी बच्चों का इलाज सही तरीके से किया जा रहा है और डॉक्टरों की टीम मुस्तैद है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीम इस पूरे मामले की जांच करेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया है। मिड डे मील के में लापरवाही के इस मामले की जांच कराई जाएगी।
इस बीच विद्यालय के छात्र आकाश कुमार ने बताया कि रोज की तरह आज सुबह बच्चे एमडीएम का भोजन लेकर खा रहे थे तभी आकाश के ही थाली में मरी हुई छिपकली निकली। आकाश ने इस बात की सूचना शिक्षकों को दी जिसके बाद अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में मिड डे मील के वितरण को रोका गया। थोड़ी देर बाद बच्चों की तबीयत बिगडऩे लगी और देखते ही देखते 50 बच्चे उल्टी करने लगे और बीमार हो गए। विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका पूनम कुमारी ने बताया कि एनजीओ के द्वारा भोजन का वितरण किया जाता है। पिछले कुछ दिनों से भोजन में काफी गड़बडिय़ां पाई जा रही है।

महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने आंगनबाड़ी सहायिका के निधन पर जताया शोक, परिवार को बढ़ाया ढांढस

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‘मंत्री रेखा आर्या ने जिलाधिकारी से दूरभाष पर की वार्ता,दिए जरूरी दिशा निर्देश’

उत्तरकाशी, प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या उत्तरकाशी जनपद के चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत बड़ी मणि पहुंची। जहां कुछ दिन पूर्व गुलदार ने एक महिला के ऊपर जानलेवा हमला किया था,महिला आंगनबाड़ी सहायिका थी जिनकी इस घटना पर मृत्यु हो गई। काबीना मंत्री ने उनके परिवार जनों से मुलाकात की,और इस दुख की घड़ी में परिजनों को ढांढस बंधाया।इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने उपस्थित वन विभाग के अधिकारियों से उनके द्वारा परिवार की मदद के बारे में जानकारी ली। और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के निर्देश दिए। ताकि इस तरीके की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया कि विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है।

इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने जिलाधिकारी से भी फ़ोन पर वार्ता की और परिजनों को हर संभव विभागीय मदद देने और गांव में सोलर लाइट लगाने के निर्देश दिए। साथ ही मंत्री रेखा आर्या ने परिजनों से कहा कि महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग द्वारा भी प्रभावित परिवार की आर्थिक मदद की जाएगी। कहा कि मृतक उनके विभाग की नही बल्कि उनके परिवार का एक हिस्सा रही है और समस्त आंगनवाड़ी बहने उनका परिवार ही है। ऐसे में इस दुख की घड़ी में उनका यह कर्तव्य बनता है कि वह परिवार से मुलाकात करे और उनका ढांढस बंधाये।

जिला क्रिकेट लीग में ब्रदर्स क्लब और दून क्रिक हब का विजय क्रम जारी

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देहरादून, जिला क्रिकेट संघ के तत्वावधान में आयोजित 19 वर्षीय जिला क्रिकेट लीग में पहला मैच उन्नति क्रिकेट क्लब और ब्रदर्स क्लब के मध्य DIMS क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। उन्नति क्रिकेट क्लब ने टॉस जीता तथा क्षेत्ररक्षण का निर्णय किया,पहले बल्लेबाजी करते हुए ब्रदर्स क्लब ने निर्धारित 30 ओवरों में 243 रन 7 विकेट के नुकसान पर बनाए, रजत शर्मा ने 108 रन , दीपक नेगी ने नाबाद 21 रन तथा सार्थक पंवार ने नाबाद 17 रनों का योगदान दिया। उन्नति क्रिकेट क्लब की ओर से गेंदबाजी मे अक्षत रावत ने 3 विकेट और सृजन सिंह रावत, हर्षित नेगी ने 1-1विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी उन्नति क्रिकेट क्लब ने निर्धारित 30 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 179 रन बनाए, जिसमे यश चौहान ने 52 रन, श्रृजन सिंह रावत ने 49 रन तथा रजीत कुमार ने नाबाद 20 रनों का योगदान किया। ब्रदर्स क्लब की ओर से गेंदबाजी में रोहित वर्मा, संदीप ने 2 -2 विकेट तथा सार्थक पंवार ने 1 विकेट प्राप्त किया। यह मैच ब्रदर्स क्लब ने 64 रनों से जीता।

दूसरा लीग मैच महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज और दून क्रिक हब के मध्य आयुष क्रिकेट ग्रांउड में खेला गया। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने टॉस जीता तथा क्षेत्ररक्षण का निर्णय किया,पहले बल्लेबाजी करते हुए दून क्रिक हब ने निर्धारित 30 ओवरों में 135 रन 7 विकेट खोकर बनाए, जिसमें अभिषेक चौहान ने नाबाद 39 रन तथा उदय सिंह ने 36 रनों का योगदान दिया। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की ओर से गेंदबाजी में प्रियांशु फर्त्याल ने 2 विकेट तथा हर्षवर्धन सिंह, उज्जवल सिंह ने 1-1 विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने निर्धारित 30 ओवर में 130 रन बनाकर ऑल आउट हो गई , जिसमें देव वर्मा ने 42 रन,अंशुमान ने 18 रन और अंशु राहा ने 14 रनो का योगदान किया। दून क्रिक हब की ओर से गेंदबाजी में अरनव भारद्वाज ने 3 विकेट तथा भव्या लखेड़ा ने 2 विकेट प्राप्त किए। यह मैच दून क्रिक हब ने 5 रनों से जीता ! जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव विजय प्रताप मल्ल ने लीग के सफल आयोजन एवं खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु अधिक से अधिक दर्शकों एवं खेल प्रेमियों को आमंत्रित किया है !

विभोर के गानों ने बांधा “पिनाक’ में समां, देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में विभोर पराशर की बेहतरीन प्रस्तुति

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‘लाइव कॉन्सर्ट में बॉलीवुड और पंजाबी फ्यूजन जमकर छाया’

देहरादून, बॉलीवुड के दिल छूते तरानों और पंजाब के तड़कते भड़कते गानों से पिनाक सराबोर रहा| मौक़ा था देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के कल्चरल फेस्ट ‘पिनाक’ में इंडियन आयडल फेम विभोर पराशर की धमाकेदार प्रस्तुति का, जिसका सभी ने जमकर लुत्फ़ उठाया|
बुधवार को सोनू निगम के शानदार आग़ाज़ के बाद अब बारी थी इंडियन आयडल से अपनी पहचान बनाने वाले बेहतरीन गायक विभोर पराशर की| गुरूवार को कल्चरल फेस्ट ‘पिनाक’ के दूसरे दिन विभोर के हिंदी और पंजाबी फ्यूजन का जलवा रहा| बॉलीवुड और पंजाबी गायकी से शोहरत तक पहुंचने वाले विभोर ने अपनी परफॉरमेंस  से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया| इस दौरान उन्होंने पिछले साल रिलीज़ हुए सुपरहिट गाने ‘बैंड बज गया, अरे मैं तो हीरो बन गया’, ‘सब है वारेया तू ही सचेया’ , ‘तेरे लेके काली कार घुमांगे’, ‘मंग जाणी वे मंग जाणी रात’ जैसे बेहतरीन गानों से सभी का दिल जीत लिया| इस दौरान विभोर ने बॉलीवुड सुपरहिट चार्ट बस्टर्स से ‘पिनाक’ में समां बाँधा| उन्होंने सोनू निगम से लेकर अरिजीत सिंह, ज़ुबिन नौटियाल, अरमान मालिक के बॉलीवुड गानों से माहौल में गर्मजोशी भर  दी| कोई अपने दोस्तों के साथ नाच रहा था, कोई गुनगुना रहा था, तो कोई इन खुशनुमा पलों को अपने कैमरे में कैद कर रहा था| चारों ओर मस्ती का आलम था और दिलों में जी भर जी लेने की चाहत| इस दौरान भीड़ भी मोबाइल टॉर्च जलाकर विभोर की शानदार प्रस्तुति पर उनका साथ दे रही थी| इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ| ‘पिनाक’ के तीसरे दिन शुक्रवार को छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये जायेंगे, जिसमें नृत्य, संगीत, स्टैंड अप कॉमेडी और फैशन नाईट का आयोजन होगा| कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रो. डॉ. प्रीति कोठियाल, उपकुलपति डॉ. आरके त्रिपाठी, मुख्य सलाहकार डॉ. एके जायसवाल, डीएए डॉ. संदीप शर्मा सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक और छात्र उपस्थित थे|