Wednesday, May 14, 2025
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हमारी बहनों ने जब भी कोई संकल्प लिया है, उसे सिद्धि तक पहुंचाया है : सीएम धामी

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‘सचिवालय में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये राखी के स्टॉलों का मुख्यमंत्री ने किया अवलोकन’

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और उन उत्पादों की अच्छी बिक्री हो, इस उद्देश्य से राज्य में ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी विकासखण्डों में महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 24 से 28 अगस्त 2023 तक राखियों के स्टॉल लगाये जा रहे हैं। स्टॉलों के अवलोकन के दौरान स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में राखी भी बांधी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके बाद सचिवालय से वर्चुअल माध्यम से सभी जनपदों से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने सभी से उनके द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों एवं उनकी बिक्री की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो भी स्थानीय उत्पाद बनाये जा रहे हैं, उनमें हमें गुणवत्ता और पैकेजिंग का विशेष ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि हमारी बहनों ने जब भी कोई संकल्प लिया है, उसे सिद्धि तक पहुंचाया है। ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ को और बेहतर बनाया जायेगा। जिसमें महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनके लिए अच्छे मार्केट की व्यवस्था भी की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिला स्वयं सहयता समूहों द्वारा नये उत्पाद बनाने के लिए अनेक नवाचार किये गये हैं। उनके द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अपील भी की है कि त्योहारों एवं विशेष पर्वों पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये स्थानीय उत्पादों को जरूर खरीदें। ‘वोकल फॉर लोकल’ से जहां हमारे उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय स्तर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य हो रहे हैं।

संवाद के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने बताया कि रक्षा बंधन के अवसर पर उनके द्वारा भोजपत्र, ऐपण, वैजयंती माला, पिरूल एवं अन्य स्थानीय उत्पादों पर आधारित राखियां बनाई गई हैं। जिनकी बाजार में मांग भी बहुत है। सभी जनपदों में जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय उत्पादों पर आधारित राखियों की बिक्री के लिए स्टॉल भी लगाये गये हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की सराहना की एवं उनका आभार भी व्यक्त किया।

सचिवालय में श्रीमती गीता पुष्कर सिंह धामी ने भी महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया।

इस अवसर पर अपर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्या, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती राधिका झा, आयुक्त ग्राम्य विकास श्री आनन्द स्वरूप, वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी एवं सीडीओ उपस्थित थे।

ब्रैकिंग : धामी कैबिनेट की बैठक खत्म, 30 प्रस्तावों पर हुई चर्चा, नगर पालिकाओं का हुआ विस्तार

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित हुई कैबिनेट बैठक संपन्न हो गई है। कैबिनेट बैठक में 30 प्रस्ताव पर चर्चा हुई, जिन पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है। कैबिनेट ब्रीफिंग शुरू मुख्य सचिव एसएस संधू, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव कार्मिक बगोली रहे मौजूद।

कैबिनेट बैठक के महत्वपूर्ण फैसले :

नगरपालिका और शहरी विकास पर हुई चर्चा।
नरेंद्र नगर की सीमा का किया गया विस्तार।
तीन गांव को नगर पालिका में जोड़ा गया।
150 व्यक्ति से ज्यादा है जनसंख्या घनत्व।
चमोली के घाट ब्लॉक को अब नगर पंचायत बनाया गया है।
घाट के महत्व को देखते हुए लिया गया है ये फैसला।
कीर्तिनगर का भी सीमा विस्तार किया गया है।
32 परिवार को शहरी क्षेत्र में जोड़ा गया है, पूर्व में ये रह गए थे।
मुनस्यारी बनाया गया नगर पंचायत।
नगर पालिका रुद्रप्रयाग का भी किया गया विस्तार, जोड़े गए कुछ और गांव।
भीमताल में भी लगातार पर्यटन बढ़ रहा है, इस लिए इसे उचकृत करके नगर पालिका बनाने का लिया फैसला, अब होगी नगर पालिका।।
वन विभाग के 2 प्रस्ताव आए सामने।
सहायक संख्या अधिकारी के पद किए गए खत्म।
मानव वन्य जीव संघर्ष राहत वितरण नियमवाली 2023 को मिली मंजूरी, इसमें सहायता निधि में धनराशि बहुत तेजी से दी जाएगी।
साधारण रूप से घायल पर 15 हजार।
गंभीर रूप से 1 लाख मिलेगी।
जंगली जानवर से संघर्ष में मृत्य होने पर मिलेगी 6 लाख रुपये।
शिक्षा विभाग में हुई चर्चा।
मुख्यमंत्री उच्च सोध प्रोत्साहन योजना, ये एक चैलेंज फंड के रूप में काम करेगी।
15 लाख तक के प्रोजेक्ट लिए जायेंगे कुछ विशेष में 18 लाख भी लिए जा सकते हैं।
इसमें फैकल्टी के साथ-साथ स्टूडेंट भी शुड कार्य करेंगे।
देव भूमि उद्यमिता योजना प्रदेश सरकार लेकर आ रही है।
इस योजना में एवरनेस कैंप लगाए जायेंगे।
इसमें अलग-अलग जिलों में शोध कार्य करवाए जायेंगे।
इसमें एक्सपर्ट स्टूडेंट को ट्रेंड करेंगे।
एक साल में तीन हजार को ट्रेनिंग मिलेगी।
चिकित्सा शिक्षा के तहत मेडिकल कॉलेज में भी हर साल नर्स की भर्ती निकाली जाएगी।

मुख्य बातें :
“नगर पालिकाओं का विस्तार हुआ, नए नगर पंचायत बने, नरेंद्रनगर का हुआ सीमा विस्तार, 3 नए गांव शामिल हुए, पर्यटन के मद्देनजर फैसला हुआ, चमोली के घाट को नगर पंचायत बनाया गया, कीर्तिनगर नगर पालिका का सीमा विस्तार किया गया, नस्यारी को नगर पंचायत बनाने पर फैसला, नगर पालिका देहरादून के हरबर्टपुर का सीमा विस्तार किया गया, नगर पालिका रुद्रप्रयाग का सीमा विस्तार किया गया, नैनीताल के भीमताल को नगर पंचायत से नगर पालिका बनाया गया।”

एसआरएचयू का एक और आविष्कार, भारत सरकार से मिला पेटेंट

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स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय की खोज को मिला पेटेंट
‘स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट को मिली बड़ी कामयाबी’
‘पैट्री डिश पर सैंपल में मौजूद सूक्ष्मजीव के फैलाव के लिए उपकरण किया अविष्कार’
देहरादून (डोईवाला), स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट  ने नई खोजों (अविष्कार) के क्षेत्र में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पैट्री डिश पर सैंपल में मौजूद सूक्ष्मजीव के फैलाव के लिए उपकरण का अविष्कार किया है। इससे किसी भी शोध व जांच के लिए एकत्रित किए गए सैंपल की रिपोर्ट पहले से बेहद सटीक आएगी। भारत सरकार ने इस अविष्कार का पेटेंट एसआरएचयू जौलीग्रांट के नाम दर्ज कर लिया है।
    एसआरएचयू के कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि शोध व अविष्कार के क्षेत्र में गौरवशाली विरासत को आगे बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय ने यह नई कामयाबी दर्ज की है। डॉ.धस्माना ने इस अविष्कार से जुड़े वैज्ञानिक डॉ.सीएस नौटियाल व डॉ.विवेक कुमार को बधाई व शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का यह अविष्कार मानव जाति के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि विश्वविद्यालय का फोकस शोध कार्यों पर है। विश्वविद्यालय की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में कई नए आविष्कारों पर बहुत महत्वपूर्ण कार्य चल रहे हैं। जल्द ही कुछ और खोजों में कामयाबी मिलने की उम्मीद है।
   एसआरएचयू के वैज्ञानिक सलाहाकार डॉ.सीएस नौटियाल ने कहा कि सैंपल कई तरह के हो सकते हैं, इसमें स्वास्थ्य जांच के लिए लिया गया सैंपल, वनस्पति विज्ञान से संबंधित या किसी मिट्टी का भी हो सकता है। जब सैंपल को पैट्री डिश पर एकत्रित किया जाता था, तो उसमें मौजूद सूक्ष्मजीव (बैक्टिरिया) के फैलाव (प्रसार) के लिए जिस पंरपरागत उपकरण का उपकरण किया जाता था उससे बैक्टिरिया भी नष्ट हो जाते थे। उस कारण रिपोर्ट बेहद सटीक नहीं आ पाती थी।
ऐसे करता है उपकरण काम :
   इस अविष्कार से जुड़े हिमालयन स्कूल ऑफ बायो साइंसेज (एचएसबीएस) के डॉ.विवेक कुमार ने बताया कि अब ये नया अविष्कृत हैंडटूल या स्प्रैडर आम एक तिपाई स्टैंड से बना है। इसमें एक सीधी रॉड है, जो नीचे से हैंडल के विपरीत दिशा में घूमी हुई है। पैट्री डिश पर हैंडल को घुमाने से सेंट्रल रॉड का नीचे का क्षैतिज (मुड़ा) हुआ हिस्सा पैट्री डिश पर सैंपल को समान रुप से फैलाता है। इसके लिए चार-पांच घुमाव पर्याप्त हैं। इससे सैंपल में मौजूद बैक्टिरिया को कोई नुकसान नहीं पुहंचता। इस कारण परिणाम सटीक और त्रुटि रहित प्राप्त होते हैं।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर सीएम धामी ने दी प्रधानमंत्री मोदी, इसरो की टीम, वैज्ञानिकों व देश-प्रदेश की जनता को बधाई व शुभकामनाएं

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में शासन के उच्चाधिकारियों, विद्यालयी शिक्षा विभाग के अधिकारियों व स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऐतिहासिक सफल लैंडिंग का सजीव प्रसारण को देखा। सभी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी का सम्बोधन सुना व देखा। मुख्यमंत्री ने भारत की इस ऐतिहासिक सफलता के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, इसरो की टीम, वैज्ञानिकों व देश-प्रदेश की जनता को बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
कार्यक्रम में उपस्थित राजीव गांधी आवासीय नवोदय विद्यालय, ननूरखेड़ा, रायपुर तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय, बनियावाला के छात्रों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंद्रयान-3 की चन्द्रमा पर सफल लैंडिंग के साथ आज भारत विश्व का पहला देश बन गया है जिसके हम सभी साथी बने है। आज भारत दुनिया के हर क्षेत्र में नंबर एक बनने की दिशा में अग्रसर है। एक समय हमारे देश को सपेरो का देश कहा जाता था आज विज्ञान के क्षेत्र में देश नंबर 01 बना है। देश आज 11वीं से 5वीं अर्थव्यवस्था बन गया है। 2027-28 तक देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में तीसरी अर्थव्यवस्था बनने के साथ 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर दुनिया का नेतृत्व करने वाला शक्तिशाली व समर्थ देश बनेगा। इसकी जिम्मेदारी हमारे युवा छात्रों की है। हमारे आज के युवा छात्र देश का भविष्य है। हमारे युवा छात्र भविष्य में जिस क्षेत्र में जाए उसका नेतृत्व करे तथा देश के सपने एवं अपेक्षाओं को पूरा करने में अपना योगदान देने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने इस सफलता के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब चंद्रयान-2 सफल नही हो पाया तो प्रधानमंत्री ने हमारे वैज्ञानिकों को गले लगाकर उनका हौसला बढ़ाया तथा दुगनी ताकत से इस अभियान को पूर्ण करने की शुभकामनायें दी। आज प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन तथा हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से देश ने दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों से बातचीत कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने भी इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी। सचिव शिक्षा श्री रविनाथ रमन ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, महानिदेशक शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी सहित अन्य उच्चाधिकारी मौजूद थे।

एनएचएम की वर्ष 2026 तक की कार्ययोजना होगी तैयार विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून, सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं सुलभ बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत संचालित विभिन्न परियोजनाओं की वर्ष 2026 तक की कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र भारत सरकार को भेजी जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को विभागीय आवश्यकताओं एवं प्रदेश के भौगोलिक परिवेश को ध्यान में रखते हुये कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दे दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त जिन परियोजनाओं की प्रगति धीमी चल रही है उनमें तेजी लाने को कहा गया है।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति एवं अन्य राज्यों के साथ तुलनात्मक समीक्षा की। डा. रावत ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तत्वाधान में गत माह प्रदेश में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया जी ने सभी राज्यों से एनएचएम के अंतर्गत वर्ष 2026 तक की विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत करने को कहा। जिसके तहत राज्य सरकार ने प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं को देखते हुये राज्य में संचालित लगभग दो दर्जन परियोजनाओं का विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर भारत सरकार को भेजने का निर्णय लिया है ताकि आने वाले समय में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर एवं लोक प्रिय बनाया जा सके। इसी क्रम में एनएचएम के अधिकारियों को प्रत्येक जनपद से स्वास्थ्य विभाग की आवश्यकताओं का विवरण मंगवाकर वर्ष 2026 तक का रोड़मैप तैयार करने के निर्देश दे दिये गये हैं। वर्तमान में संचालित कतिपय योजनाओं की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुये विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार लाने व योजनाओं की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिये। डा. रावत ने कहा कि राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के मध्य बेहतर समन्वय होना जरूरी है तभी योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से किया जा सकता है।

समीक्षा बैठक में डॉ. मुकेश राय, डॉ. फरीद व डॉ. अर्चना के द्वारा एनएचएम के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं मैटरनल हेल्थ चाइल्ड हेल्थ, फेमिली प्लानिंग, पीसीएनडीटी, टीबी उन्मूलन, एनपीएनसीडी, पीएमएनडीपी, टेली कांस्लटेशन, फुटफॉल सहित डेढ़ दर्जन परियोजनाओं का पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण दिया गया।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य एवं मिशन निदेशक एनएचएम रोहित मीना, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, नमामि बंसल, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ आशुतोष सायना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, वित्त अधिकारी दीपाली भरणे, डॉ. अजीत जौहरी, डॉ. अमित शुक्ला सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य मंत्री ने सौंपे मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में विभाग के तहत 9 मृतक आश्रितों एवं 2 सीधी भर्ती से चयनित अभ्यर्थियों नियुक्ति पत्र वितरित कर उन्हें सरकारी सेवा में आने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कार्मिकों को राज्य के विभिन्न जनपदों में तैनाती दी गई है। अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने वाले मृतक आश्रितों अरुण कुमार, अखिलेश कुमार बिंद, आकाश कुमार, अमित शर्मा, अश्विनी कुमार, पीयूष जोशी, सुहैल, नीतू रानी एवं वंदना सिंह को विभाग के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर कनिष्ट सहायक पद पर नियुक्ति प्रदान की गई जबकि सीधी भर्ती के तहत चयनित मनोज सिंह एवं प्रिया रावत को वैयक्तिक सहायक पद पर तैनाती दी गई है। विभागीय मंत्री ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में विभिन्न रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।

वरिष्ठ रंगकर्मी रजनी अस्थाना का निधन, रंगकर्मियों में शोक की लहर

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देहरादून, उत्तराखंड की वरिष्ठ रंगकर्मी रजनी अस्थाना का आकस्मिक निधन हो गया । रजनी ओएनजीसी से सेवानिवृत्त हुई थी उनकी आयु 70 वर्ष थी। उन्होंने ओ एनजीसी थयेटर ग्रुप के साथ हिन्दी के बहुचर्चित नाटक आधे अधूरे ,महाभोज, आषाढ़ का एक दिन, नीम हकीम में प्रमुख भूमिका में अपनी अभिनय क्षमता का परिचय दिया । रजनी अस्थाना वर्षों से देहरादून की प्रसिद्ध नाट्य संस्था वातायन से जुड़ी हुई थी। वह पिछले कुछ दिनों डेंगू से पीड़ित थी और मैक्स अस्पताल में भर्ती थी जहां मंगलवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली | उनके निधन की सूचना वातायन के अध्यक्ष रोशन धस्माना ने दी |

वरिष्ठ रंगकर्मी पूर्ण रूप से रंगमंच को समर्पित :

उन्होंने वातायन नाट्य संस्था के साथ जिस लाहौर नई व्याख्या, जी जैसी आपकी मर्जी, नटसम्राट तथा अन्य नाटकों में बहुत सुंदर और सजीव अभिनय किया, रजनी पूर्ण रूप से रंगमंच को समर्पित थी। उन्होंने शास्त्रीय गायन की शिक्षा भी ग्रहण की थी। वह बहुत अच्छी गायिका थी तथा उन्हें गजल गायकी का भी शौक था ।
वह आचार्य रजनीश से काफी प्रभावित थी तथा उनके कार्यक्रमों में नियमित रूप से शामिल रहती थी । उनके निधन से रंगमंच जगत को अपूर्ण क्षति हुई है । दून के रंगमंच कर्मियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

आईबीआर रिकॉर्ड धारकों ने भारत को गौरवान्वित किया

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देहरादून। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (आईबीआर) विभिन्न क्षेत्रों में कई शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों को पहचान दिलाने के लिए एक बार फिर खबरों में है। एक मिनट में सबसे अधिक संख्या में (67) पुश-अप करने का रिकॉर्ड दिल्ली की शलेनी बंथिया ने बनाया है, जबकि हैदराबाद की डॉ. एडुपुगंती पद्मजा रानी ने सबसे अधिक (21) शैक्षणिक डिग्रियां प्राप्त करने का रिकॉर्ड बनाया है। गुरु पूर्णिमा पर परफॉर्म करने के लिए अधिकतम सांस्कृतिक टीमों (30) को आमंत्रित करने का रिकॉर्ड विजयवाड़ा के अंगा उपेन्द्र वर्मा ने बनाया है। यह ईवेंट 3 जुलाई को लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, मंगलागिरी में हुई थी।

एक ही सत्र में अधिकतम (1148) लड़कियों को अंग्रेजी व्याकरण पढ़ाने का रिकॉर्ड केरल के प्रवीण चिरायथ ने बनाया। उधर, गणेशजी की आकृति वाले सबसे बड़े मंदिर का रिकॉर्ड श्री सिद्धि विनायक देवस्थान, महेमदावाद, गुजरात ने बनाया है। सबसे लंबे फ्रीस्टाइल रिले डांस मैराथन का रिकॉर्ड सिम्का के रोटारैक्ट क्लब द्वारा बनाया गया, जहां 80 प्रतिभागियों ने सिंहगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, पुणे में 16 घंटे तक नृत्य किया। रोलर स्केट्स पर 30 मिनट तक लासो पोजीशन में सबसे ज्यादा (3592) हुला हूप स्पिन का रिकॉर्ड दिल्ली की आराध्या गुप्ता ने बनाया।

सबसे लंबी अवधि (3 घंटे 39 मिनट) तक भरतनाट्यम का रिकॉर्ड वर्धा की अर्नवी सागर राचरलावर ने बनाया, जबकि एक ही जगह 30 मिनट तक योग करने वाले (3068) दिव्यांगों का रिकॉर्ड सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगों के सशक्तिकरण विभाग द्वारा स्थापित किया गया। विश्व टीकाकरण सप्ताह के दौरान, फाइजर लि. द्वारा न्यूमोकोकल वैक्सीन पर जागरूकता हेतु 3374 डॉक्टरों ने संकल्प लेकर रिकॉर्ड बनाया।

चंद्रयान -3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर जश्न : भारत माता की जय के साथ जमकर की आतिशबाजी

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देहरादून, चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लेंडिंग पर दूनवासियों ने जश्न मना कर आतिशबाजी की, बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घंटाघर में इकट्ठा हुये एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इसरो के सभी वैज्ञानिकों का भी आभार प्रकट किया। मंत्री ने कहा चंद्रयान 3 ने चंद्रमा के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग कर भारत को गर्व और उल्लास से भर दिया है। उन्होंने कहा यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिको की कड़ी मेहनत समर्पण और नवीनता के कारण ही यह मुमकिन हो सका है। मंत्री ने कहा इस ऐतिहासिक पल ने भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। मंत्री गणेश जोशी ने इस महान उपलब्धि के लिए सभी देशवासियों को भी बधाई दी।
इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष प्रदीप रावत, ज्योति कोटिया, संध्या थापा, निर्मला जोशी, अमित, सोनू, विष्णु प्रसाद गुप्ता, नैन सिंह पवार, निर्मला थापा, पार्षद भूपेन्द्र कथैत, सतेंद्र नाथ सहित सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

 

चाँद पर कदम भारत के बढ़ते सामर्थ्य और विकसित देश बनने के संकेत :भट्ट

देहरादून, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट मिशन चंद्रयान 3 की सफलता को अविस्मरणीय और ऐतिहासिक बताते हुए सभी वैज्ञानिकों, पीएम मोदी एवं देशवासियों को बधाई दी है । उन्होंने कहा कि भारत के बढ़ते सामर्थ्य और विकसित देश बनने का स्पष्ट संकेत चांद की धरती से दुनिया ने आज देख लिया है । इस सफलता के लिए रात दिन एक करने वाले हमारे वैज्ञानिकों की जितनी प्रशंसा की जाए कम ही कम है । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह अनुसंधान कार्यों को प्राथमिकता देने की नीति अपनाई है उसका ही नतीजा है इतने कम समय में चांद के दक्षिणी पटल कभी न मिटने वाली उपलब्धि देश ने दर्ज की है ।

 

कांग्रेस नेता राजीव महर्षि ने इसरो वैज्ञानिकों को चंद्रयान लैंडिंग की सफलता दी बधाई

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देहरादून, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजीव महर्षि ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों को चंद्रयान 3 मिशन की सफलता के लिए बधाई दी है।
श्री महर्षि ने कहा कि इसरो वैज्ञानिकों की यह सफलता हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में बेहद गर्व की बात है कि हमने आज चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग देखी. चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाले देशों के एक चुनिंदा समूह में शामिल कर दिया है। यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की है। यह हमारे राष्ट्र की प्रगति में एक मील का पत्थर दर्शाता है।श्री महर्षि के कहा कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर इसरो की टीम और वैज्ञानिक समुदाय को हार्दिक बधाई की पात्र है। हमारे प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
उन्होंने कहा कि इसरो की स्थापना में दूरदर्शी राष्ट्र नेता पंडित जवाहर लाल नेहरू, लौह महिला श्रीमती इंदिरा गांधी तथा स्वप्नदृष्टा नेता राजीव जी के योगदान का सहज ही स्मरण हो जाता है। श्रीमती इंदिरा गांधी ने जिस तरह भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का हौसला बढ़ाया था, आज फिर उसी तरह का अनुभव हो रहा है।

 

चन्द्रयान-3 की साऊथ पोल पर सफल लैंडिंग पर विस अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने दी बधाईMay be an image of 1 person

देहरादून, चन्द्रयान-3 की साऊथ पोल पर सफल साफ्ट लैंडिंग पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने इसरो के वैज्ञानिक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई 2023 को चन्द्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के बाद बुद्धवार को चन्द्रयान-3 की चन्द्रमा के साऊथ पोल पर सफल ऐतिहासिक साफ्ट लैंडिंग होने के बाद भारत विश्व में ऐसा पहला देश बन गया है जो चन्द्रमा के साऊथ पोल पर पहुंचा है। भारत की इस विश्वव्यापी सफलता के लिए नासा ने भी इसरो को बधाई दी है।

उन्होंने कह की रक्षाबंधन की बधाई लेकर चंदा मामा से मिला चंद्रयान 3भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला
पहला देश बन गया है। यह इसरो की महान उपलब्धि है।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस दौरान देश के वैज्ञानिकों की भी दिल खोलकर तारीफ की और कहा कि हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धियां सराहनीय है. खण्डूडी ने कहा, मैं सभी देश और प्रदेशवासियों से यहीं कहूंगी कि ये गौरव का क्षण है हम सभी के लिए तिरंगे का मान फिर से अंतरिक्ष में स्थापित हो रहा है,हर क्षेत्र में तो भारत माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ ही रहा है. लेकिन हमारे वैज्ञानिकों की समय समय पर जो उपलब्धियां हैं वो बहुत सराहनीय हैं. मैं उन्हें अपनी बहुत मंगल कामनाएं और शुभकामनाएं देती हूं।

 

चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर महाराज ने दी बधाई

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देहरादून, चन्द्रयान-3 की साऊथ पोल पर सफल साफ्ट लैंडिंग पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने इसरो के वैज्ञानिकों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है।

श्री महाराज ने कहा कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई 2023 को चन्द्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के बाद बुद्धवार को चन्द्रयान-3 की चन्द्रमा के साऊथ पोल पर सफल ऐतिहासिक साफ्ट लैंडिंग होने के बाद भारत विश्व में ऐसा पहला देश बन गया है जो चन्द्रमा के साऊथ पोल पर पहुंचा है।

 

चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग : खुशी में झूमे भाजपाई, बाॕटी मिठाई की आतिशबाजी

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देहरादून, चन्द्रमा की सतह पर चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल व अंबेडकर नगर मंडल अध्यक्ष पंकज शर्मा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्त्ताओं ने घंटाघर पर आतिशबाजी व मिष्ठान वितरण कर सभी को भारत के इस ऐतिहासिक क्षण की शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर मुख्य रूप प्रदेश संगठन मंत्री अजेय कुमार, देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा व प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल, भाजयुमो राष्ट्रीय उपाध्यक्षा नेहा जोशी ने उपस्थित होकर सभी को अपनी शुभकामनाएं दी व एक दूसरे का मुंह मीठा कराया, उपस्थित पदाधिकारियों ने इसका श्रेय इसरो के समस्त वैज्ञानिकों को दिया और कहा की यह उन्ही की मेहनत से मुमकिन हो पाया है की आज हर एक भारतवासी को अपने ऊपर गर्व है, साथ ही यह भी कहा की आज मोदी जी नेतृत्व में भारत फिर विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर अंबेडकर नगर मंडल महामंत्री वैभव अग्रवाल, अभिषेक नौडियाल, महानगर मंत्री संदीप मुखर्जी, महानगर सह मीडिया प्रभारी अक्षत जैन, पूर्व पार्षद संतोख नागपाल, अंकित गुप्ता, हृदयेश लूथरा, रंजीत सिंह, शानू सभरवाल, संजीव विज, युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट, महामंत्री तरुण जैन, पारस गोयल, अंशुल चावला, आदेश गुप्ता, नवेंदु चौहान, चंद्र सागर उनियाल, बबलू बंसल उपस्थित रहें।

मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखते जनपद में कल बंद रहेंगे सभी विद्यालय

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- मौसम विभाग ने कल भारी वारिस की चेतावनी जारी की है। जिसे देखते हुये जिला प्रशासन ने कल सभी विद्यालयों में अवकास की घोषणा की है।
अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल ने अवगत कराया कि मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार कल दिनांक 24 अगस्त, 2023 को भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में कल दिनांक 24 अगस्त, 2023 को भारी वर्षा की सम्भावना के मधयनजर जनपद के कक्षा 1 से 12 तक के समस्त शासकीय अशासकीय विद्यालयों तथा आंगनबाडी केन्द्रो में अवकाश घोषित किया गया है । उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी एव जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास रुद्रप्रयाग को भी स्कूलों व आंगनबाडी केन्द्रों को सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

चांद पर शान से उतरा चंद्रयान, इसरो ने दुनिया को दिखाया जलवा,140 करोड़ भारतीय हुये गौरवांवित

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श्रीहरिकोटा, भारतीयों को गौरवांवित करने का वो क्षण आखिर आ ही गया, जिसका हरेक हिन्दुस्तानी को इंतजार था। पिछली असफलता को पीछे छोड़ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने इस बार चांद को मुट्ठी में करने की अपनी कसम को पूरी कर ली। 140 करोड़ भारतीयों को गौरान्वित करने वाला वह क्षण जब भारत चांद पर सवार होकर चांद की मिट्टी को चूमने के लिए चंद्रयान 3 शान से उतर गया है। कड़ी उड़ान रिहर्सल के बाद 14 जुलाई को चंद्रमा पर चंद्रयान श्रृंखला का तीसरा मिशन इसरो ने लॉन्च किया था। अब 40 दिन के सफर के बाद चंद्रयान 3 ने चांद के साउथ पोल यानी दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है।

चंद्रमा पर जाने की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अपनी तरह की अनूठी परियोजना अक्टूबर 2008 में लॉन्च की गई थी। जिसमें एक चंद्र ऑर्बिटर और एक इम्पैक्टर शामिल था। चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद, मून इम्पैक्ट प्रोब (एमआईबी) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के शेकलटन क्रेटर के पास जानबूझकर क्रैश लैंडिंग की। प्रभाव स्थल का नाम जवाहर पॉइंट रखा गया। 386 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ परियोजना के लिए कुछ उपकरणों की आपूर्ति नासा (नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) और ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) जैसी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा की गई थी।

चंद्रयान-2 से मिले सबक को सीखकर इसरो ने चंद्रयान-3 के साथ आगे अपने कदम बढ़ाए। चंद्रयान-3 मिशन के लिए प्रणोदन मॉड्यूल लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन को तब तक ले जाएगा जब तक कि अंतरिक्ष यान 100 किमी चंद्र कक्षा में न हो जाए। उसके बाद, लैंडर अलग हो गया और मंज़िनस क्रेटर के पास सॉफ्ट लैंडिंग का लक्ष्य रखा। खतरों का पता लगाकर मशीनरी को सुरक्षित रखने में मदद करने के साथ ही चंद्रयान-3 को कई उन्नत तकनीकों के साथ डिजाइन किया गया। लैंडिंग पैरों को और मजबूत किया गया है, जिससे सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास आसान हो जाए।
लैंडर विक्रम ने चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिग की है। अब रोवर प्रज्ञान बाहर निकलकर 14 दिनों तक रिसर्च करेगा। लैंडर के अंदर से रोवर 1 सेंटीमीटर/सेकेंड की रफ्तार से लैंडर से बाहर निकलेगा। इसे निकलने में 4 घंटे लगेंगे। बाहर आने के बाद ये चांद की सतह पर 500 मीटर तक चलेगा। ये चंद्रमा पर 1 दिन (पृथ्वी के 14 दिन) काम करेगा।

 

 

चंद्रयान 3 : आखिर लैंडिंग के लिए क्यों चुनी गई 23 तारीख

नई दिल्ली, चंद्रयान 3 के पीछे जहां वैज्ञानिकों की पूरी टीम की मेहनत लगी वहीं हर कदम फूंक फूंक कर रखना पड़ा। जैसे कि लांचिंग और लैंडिंग का समय।
भारतीय स्‍पेस एजेंसी के अनुसार, विक्रम लैं‍डर की लैंडिंग के लिए जो जगह फाइनल की जानी थी वहां पर सूर्योदय होने तक इंतजार करना जरूरी था। वैसे भी चंद्रयान को ऐसे वक्त में चांद पर उतारने के लिए चांद पर 14 दिन सूरज की रोशनी होना जरूरी है। हर कोई ये भी जानने को उत्सुक हैं कि आखिर चंद्रयान-3 की लैंडिंग की तारीख 23 ही क्यों चुनी गई। इसके पिछे भी एक कारण निकल कर सामने आया है और वो ये कि चंद्रयान-3 में लगा लैंडर और रोवर सूरज की रौशनी का इस्तेमाल करेगा, जो कि इसके इक्विपमेंट्स के चार्ज रहने के लिए जरूरी है। चांद पर 14 दिन और अगले 14 दिन तक रात रहती है, दिन में काफी गर्मी होती है तो वहीं रात में काफी ठंड होती है और दक्षिणी ध्रुव पर तापमान माइनस 230 डिग्री तक चला जाता है। इसीलिए चंद्रयान ऐसे वक्त में चांद पर उतरेगा जब वहां 14 दिन सूरज की रोशनी रहेगी।

 

 

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की कामना के लिये किया यज्ञ का आयोजन

 


देहरादून, भारतीय जनता पार्टी, अंबेडकर नगर मंडल राजपुर रोड विधानसभा द्वारा घंटाघर स्थित पंचायती मंदिर में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की कामना हेतू एक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा हवन किया गया, जिसमें उन्होंने अग्नि देव से प्रार्थना करी कि चंद्रयान की सफल लैंडिंग हो और भारत ऐसा करने वाला पहला देश बने।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से देहरादून के प्रथम नागरिक श्री सुनील उनियाल गामा जी ,भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल जी, अंबेडकर नगर मंडल अध्यक्ष पंकज शर्मा जी, मंडल प्रभारी संदीप मुखर्जी, महामंत्री अभिषेक नौडियाल, भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अर्चित डाबर , अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अंकुर जैन, डॉ० जीएन राव, मंडल मंत्री दीपक जेठी, सोशल मीडिया संयोजक हिरदेश लूथरा, अंकित गुप्ता, मंडल उपाध्यक्ष अनूप गोयल, भाजपा नेता गोपाल पुरी, रईस अंसारी ,शानू सभरवाल, प्रीत करणवाल, राजकुमार प्रजापति एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित हुए।