Wednesday, May 14, 2025
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केन्द्र पोषित योजनाओं की धीमी प्रगति पर कैबिनेट मंत्री नाराज, निर्माण कार्यों में लेटलतीफी नहीं होगी बर्दाश्त

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केन्द्र पोषित योजनाओं की धीमी प्रगति पर अधिकारियों को लगाई फटकार

शर्तों के अनुरूप काम न होने पर ब्लैक लिस्ट होंगी कार्यदायी संस्था

देहरादून, प्रदेशभर की चिकित्सा इकाईयों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं अन्य केन्द्र पोषित योजनाओं के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के ढुलमुल रवैये पर भी गहरी नाराजगी व्यक्त की। तय समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूरे न होने पर उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को ब्लैक लिस्टेड करने चेतावनी दी।

कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि परियोजनाओं के लटकने से इसका सीधा खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है जबकि राज्य सरकार की कोशिश है वह आम लोगों को समय पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराये।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने शासकीय आवास पर स्वास्थ्य विभाग समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न केन्द्र पोषित योजनाओं की एक-एक करके समीक्षा की। डॉ. रावत ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में चले रहे निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर विभागीय अधिकारियों से जवाब तलब किये। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं को समय पर पूरा हो जाना था उनके कार्य अभी अधूरे पड़े हुये हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से दो टूक कहा कि वह निर्माण कार्यों में हो रही लेटलतीफी को कतई भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और गैरजिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे।
विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, ईसीआरपी-1 तथा ईसीआरपी-2 के तहत सैकड़ों निर्माण कार्य स्वीकृत हैं, जिनमें ब्लड बैंक, ऑक्सीजन प्लांट, पीसीयू एवं आईसीयू बेड व उपकरण, क्रीटीकल केयर ब्लॉक, बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल एवं ट्रीटमेंट प्लांट, ट्राजिट हास्टल सहित कई निर्माण कार्य शामिल हैं। उन्होंने उक्त परियोजनाओं के निर्माण कार्यों में लगातार हो रही देरी के लिये कार्यदायी संस्थाओं की लचर कार्यप्रणाली को दोषी ठहराया। डॉ. रावत ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि कोई भी कार्यदायी संस्थ्या यदि शर्तां के अनुरूप कार्य पूरा नहीं करती है तो उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाय, साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कहा कि जो निर्माण कार्य पूरे कर दिये गये हैं उनके उपयोगिता प्रमाण पत्र शीघ्र भारत सरकार को भेजे जाय।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, प्रभारी अधिकारी निर्माण एनएचएम मुकेश मोहन, प्रभारी अधिशासी अभियंता स्वास्थ्य बी एन पांडे, देवेंद्र नैनवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं पेयजल निगम, एचएससीएल, ब्रिज एंड रूफ, मंडी परिषद, सिंचाई विभाग, ब्रीडकुल सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।

उदयपुर में होगी राष्ट्रीय डिफरेन्टली एबल्ड क्रिकेट प्रतियोगिता : उत्तरखण्ड़ से 14 खिलाड़ियों का हुआ चयन

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देहरादून, राष्ट्रीय क्रिकेट पैरा टी 20 प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड़ राज्य की टीम भी भाग लेगी, 28 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक राजस्थान के उदयपुर में होने वाली इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु उत्तरखण्ड़ डिफरेन्टली एबल्ड क्रिकेट टीम का चयन ट्रायल फिजीकली चैलेन्ज्ड क्रिकेट एसोसियेशन ऑफ उत्तराखण्ड़ एवं डिफेन्टली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इण्डिया (बीसीसीआई सर्पोटेड बॉडी) द्वारा दून में 23 अगस्त कराये गये। उक्त चयन ट्रायल फिजीकली चैलेन्ज्ड क्रिकेट एसोसियेशन ऑफ उत्तराखण्ड़ के सचिव, श्री प्रेम कुमार राज्य डीसीसीआई कोर्डिनेटर एवं प्रबन्धक नवीन चौहान एवं रणजी खिलाड़ी कोच, फतेह सिंह राणा के पर्यवेक्षण के नेतृत्व में सम्पन्न हुए।
राज्य के 13 जिलों से आये पैरा क्रिकेट खिलाड़ियों में से 14 खिलाड़ियों का चयन उत्तरखण्ड डिफरेन्टली एबल्ड क्रिकेट टीम में किया गया | जिसमें जनपद देहरादून से राजेश वर्मा, नरेन्द्र सिंह, नेपाल सिंह, उत्तरकाशी से तुषार रमोला, अंकित लाल, रूद्रप्रयाग से अंकित शुक्ला, मोहित कुमार, चम्पावत से विकास चन्द, संदीप रस्तोगी, ऊधमसिंहनगर से अक्षय कुमार, अल्मोड़ा से कुन्दन राम, पवन कुमार, बागेश्वर से दीपक एवं पिथौरागढ़ से दलीप का चयन किया गया, इसके अतिरिक्त 03 खिलाड़ी टिंकू कुमार (हरिद्वार), धर्मेन्द्र विश्वकर्मा (उत्तरकाशी ) कासिम अली (ऊधमसिंहनगर ) को स्टैण्ड बाई में रखा गया है |
चयनित सभी पैरा खिलाड़ियों को सचिव, प्रेम कुमार व उत्तराखण्ड राज्य डीसीसीआई कॉर्डिनेटर नवीन चौहान द्वारा आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु शुभकामनायें दी ।

विशाल ब्राह्मण महाकुंभ 24 सितम्बर को होगा आयोजित, महाकुंभ में रखी जायेगी 11 सूत्रीय मांग

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ ब्राह्मण फेडरेशन एवं संबद्ध एवं समस्त ब्राह्मण संगठन के तत्वावधान में ब्राह्मण जोड़ो अभियान का आयोजन किया जा रहा है, जिसका आयोजन 24 सितम्बर को पंत दीप हरकी पेडी हरिद्वार में किया जायेगा |
राष्ट्र स्तरीय इस विशाल ब्राह्मण महाकुंभ में लाखों ब्राह्मणों के आने का लक्ष्य रखा गया है | यह जानकारी स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होते हुये कार्यक्रम के संयोजक पंडित विशाल शर्मा ने दी | उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक शासन प्रणाली में संगठित समाज की ही आवाज सुनी जाती है और संगठित न होने के कारण ही ब्राह्मण समाज की सर्वत्र उपेक्षा की जा रही है | आज ब्राह्मण जाति शेष समाज के निशाने पर दिखाई देती है |
संयोजक पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि देशभर में हो रही ब्राह्मण की अनदेखी को लेकर ब्राह्मण महाकुंभ के माध्यम से 11 सूत्रीय मांग महाकुंभ में माननीय मुख्यमंत्री, माननीय प्रधानमंत्री, महामहिम माननीय राष्ट्रपति जी के समक्ष ज्ञापन के माध्यम से रखी जाएगी, जिसमें ब्राह्मण को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रही सरकारों को बताया जाएगा कि ब्राह्मणों को सिर्फ वोट बैंक रूप में ही इस्तेमाल न करें। समस्त भारतवर्ष में करोड़ों की संख्या में ब्राह्मण हैं, फिर भी ब्राह्मण अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित हैं। पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि प्रथम बार उत्तराखंड के हरिद्वार में अगले माह 25 सितम्बर को समस्त देशभर से बडी संख्या में ब्राह्मण सम्मिलित होंगे।

संयोजक विशाल शर्मा ने बताया कि हमारे कार्यकर्ता देशभर के कई राज्यों में जाकर निमंत्रण पत्र देने के लिए समस्त ब्राह्मण एवं समस्त ब्राह्मण संगठनों से मिलकर ब्राह्मण महाकुंभ को सफल बनाने का आह्वान कर रहे हैं। महाकुभ की समस्त तैयारियां अंतिम चरण में है। उत्तराखंड व राजधानी देहरादून के ब्राह्मण समाज से अपील की है कि प्रत्येक घर से कम से कम एक सदस्य की महाकुंभ में उपस्तिथि सुनिश्चित करें।
उक्त कार्यक्रम की सफलता हम उत्तराखंड वासियों की आन बान शान का का प्रश्न है । आज अगर हम एक नहीं हुए तो कभी नहीं। आज प्रेस वार्ता में उपस्थित डा.वी.डी. शर्मा, पंडित गोविंद बल्लभ पांडे, अरुण शर्मा, ब्राह्मण समाज महासंघ के अध्यक्ष प्रमोद मेहता एडवोकेट, महामंत्री शशि शर्मा, आचार्य पवन शर्मा, राजेश शर्मा, प्रमोद डोबरियाल उपस्थित थे।

क्वीली में उमड़ा नंदा भक्तों का सैलाब, मां नंदा के जयकारों के बीच सम्पन्न हुआ भव्य डाली कौथीग

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” हिमालय की अधिष्ठार्त्री देवी मां नंदा के मायके आगमन व अश्रुपूर्ण विदाई का पर्व पात बीडा में आज भब्य डाली कौथीग हजारों की सख्या में नंदा भक्तों का जमवाडा देखने को मिला”।

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- क्वीली गांव में विगत 17 अगस्त से शुरु हुये नंदा देवी पात बीडा महोत्सव में आज प्रसिद्ध डाली कौथीग में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंहुचे। नंदा के जयकारों के बीच आराध्य देवी नंदा व उसके धर्म भाई लाटू की अश्रुपूर्ण विदाई उपस्थित श्रद्धालुओं को भावुक कर गई।
आज ब्रह्ममुहूर्त से ही नंदा के प्रतीक डाळी पर कुणजा को लपेटा गया जिसके पश्चात डाळी के शीर्ष पर नंदा के विग्रह को रखा गया। उत्सव के लिए नंदा डाळी पर ऋतु फल लगाए गये। विधिवत पूजा अर्चना , हवन इत्यादि का धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। मां नंदा मंदिर प्रांगण में भूम्याल देवता के पश्वा, पंच पांडव, द्रोपदी, हनुमान के अवतरण के तत्पश्चात नंदा देवी का सामूहिक आवाह्न होता है, नंदा अपने पश्वा पर प्रकट होती है, और अपने भक्तों को आशीर्वाद देने और मैती मुल्क को निहारने के लिए लगभग 60 फीट ऊँची डाळी पर चढ़ कर नंदा सबको देखती है,May be an image of temple प्रसन्न होती है और डाली पर लगे ऋतुफल, वस्त्र अपने भक्तों की ओर प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया व खुशहाली का आशीर्वाद दिया। इससे पूर्व कुरझण ,सणगू, पाली जैखण्डा, टेमना से ग्रामीण पांरम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ क्वीली पहुंचे। माता के दर्शनों को दूर दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु क्वीली पंहुचे। इस दौरान कोटेश्वर धाम के महंत शिवा नंद गिरी जी महाराज की ओर से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था। जिला प्रशासन की ओर से ब्यवस्था सुचारु रखने के लिये ब्यापक तैयारी की गई थी।
कल 25 अगस्त को नवमी तिथि में बीड़ा एवं हरियाली का वितरण होगा इस तरह दिशा ध्यणियों, बहु बेटियों के मिलन का यह धार्मिक आयोजन सम्पन्न होगा।

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दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही : पीएम नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली । प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत लालफ ीताशाही से लाल कालीन की ओर बढ़ गया है और पिछले नौ वर्षों में निर्बाध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ डीआई) प्रवाह को सक्षम किया है। गुरुवार को त्र20 व्यापार और निवेश मंत्रिस्तरीय बैठक के एक आभासी संबोधन में पीएम मोदी ने त्र20 सदस्य देशों से एक लचीला और समावेशी वैश्विक मूल्य श्रृंखला बनाने का आह्वान किया जो भविष्य के झटकों का सामना कर सके। पीएम मोदी ने कहा हम लालफीताशाही से लाल कालीन की ओर चले गए हैं और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह को उदार बनाया है। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी पहल ने विनिर्माण को बढ़ावा दिया है। सबसे बढक़र, हम नीतिगत स्थिरता लाए हैं। हम प्रतिबद्ध हैं अगले कुछ वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही है और भारत को अवसरों तथा खुलेपन का संयोजन माना जा रहा है। जी 20 व्यापार एवं निवेश मंत्रियों की बैठक को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया और उसने प्रतिस्पर्धा का माहौल तथा पारदर्शिता बढ़ाई है। उन्होंने कहा, ‘‘ आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक स्तर पर आशावाद तथा विश्वास देखते हैं। भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने डिजिटलीकरण का विस्तार किया है और नवाचार को बढ़ावा दिया है। हम लाल फीताशाही से रेड कार्पेट की ओर बढ़े हैं। एफ डीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के प्रवाह को उदार बनाया है। उन्होंने कहा, ‘‘ सबसे बढक़र हम नीतिगत स्थिरता लाए हैं। हम अगले कुछ वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ मोदी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं ने विश्व अर्थव्यवस्था की परीक्षा ली और जी20 के सदस्यों के रूप में यह देशों की जिम्मेदारी है कि वे अंतरराष्ट्रीय व्यापार तथा निवेश में विश्वास का पुनर्निर्माण करें।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हमें मजबूत और समावेशी वैश्विक मूल्य श्रृंखलाएं बनानी चाहिए जो भविष्य में पेश होने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें। इस संदर्भ में, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के मानचित्रण के लिए एक सामान्य ढांचा बनाने का भारत का प्रस्ताव महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने ई-वाणिज्य की वृद्धि पर कहा कि बड़े और छोटे विक्रेताओं के बीच समान प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है। मोदी ने कहा, ‘‘ हमें उचित मूल्य खोज तथा शिकायत निवारण तंत्र में उपभोक्ताओं के समक्ष पेश होने वाली समस्या का भी समाधान तलाशने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि उनसे 60 से 70 प्रतिशत रोजगार का सृजन होता है और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में वे 50 प्रतिशत योगदान करते हैं।

चौबट्टाखाल को सीआरआईएफ से मिली 47 करोड़ की तीन सड़कें, महाराज ने केन्द्रीय मंत्री का जताया आभार

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पौड़ी (सतपुली), प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री एवं चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने केंद्रीय सड़क और अवसंरचना निधि के अंतर्गत सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार से अपने विधानसभा क्षेत्र की तीन महत्वपूर्ण सड़कों की स्वीकृति मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री एवं चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने केंद्रीय सड़क और अवसंरचना निधि के अंतर्गत सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार से अपने विधानसभा क्षेत्र की तीन महत्वपूर्ण सड़कों विकासखंड पाबौ में 14.50 करोड़ की लागत से बनने वाले 16.25 किमी लम्बे पाबौ-गड़ीगांव, पिनानी-दमदेवल मोटर मार्ग, विकासखंड ऐकेश्वर में 6.61 करोड़ की 7 किमी बैन्दूल मुसासु तुनाखाल मोटर मार्ग और 26 करोड़ की लागत की लागत से बनने वाली 24 किमी लंबी मरचूला सराईखेत बैजरों पोखड़ा सतपुली पौड़ी मोटर मार्ग के डामरीकरण सुधारीकरण एवं सड़क सुरक्षा की स्वीकृति मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

 

प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है : मुख्य सचिव

देहरादून, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में हैलीपोर्ट और हेलीपैड्स की संख्या को लगातार बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र आपदा की दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें पूरे प्रदेश के विभिन्न स्थानों को सड़कों के साथ ही एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। इससे पर्यटन क्षेत्रों में हाई एंड पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा जैसी परिस्थितियों में भी यह हेलीपैड अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्य सचिव ने जौलीग्रांट के पास हेलीपोर्ट एवं नैनीताल-मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों के लिए आसपास के क्षेत्र में हेलीपैड शीघ्र तैयार किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स के लिए चिन्हित किए गए मामलों में वन भूमि हस्तांतरण आदि के कार्यों में तेजी लाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने तैयार किए जा रहे हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स की प्रगति की भी जानकारी ली।
इस अवसर पर सचिव श्री सचिन कुर्वे एवं अपर सचिव एवं सीईओ यूसीएडीए श्री सी. रविशंकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स ने प्रशिक्षण, परीक्षण और जागरूकता अभियान में हासिल किया दूसरा स्थान, खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार ने दी बधाई

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(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, उत्तराखंड में खाद्य सुरक्षा विभाग ने अपने गठन के बाद से खाद्य सुरक्षा व स्वच्छता को लेकर सराहनीय कार्य किये हैं। यही वजह है कि आज आम जनमानस के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की विश्वसनीयता लगातार बढ़ रही है। इसी कड़ी में फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स पहल ने प्रशिक्षण, परीक्षण और जागरूकता अभियान सहित रिकॉर्ड संख्या में गतिविधियों के संचालन में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने की दिशा में पहल की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार ने इस उपलब्धि के लिए फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स पहल को शुभकामनायें देते हुए कहा कि यह कहते हुए खुशी हो रही है कि फ़ूड सेफ्टी ऑन व्हील्स कार्यक्रम खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में एक प्रेरक शक्ति रहा है। खाद्य उद्योग प्रथाओं और गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने को लेकर जागरूकता पैदा करने का काम कर रहा है। जिसका लाभ आम जनता को मिल रहा है। पहल की यह उपलब्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति समर्पण को लेकर उनके अथक प्रयासों को दर्शाती हैं।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा एवं विभिन्न पर्यटन स्थलों पर फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स का कार्य सराहनीय रहा है। इसके साथ ही मुख्यालय स्तर पर गठित प्रवर्तन टीम द्वारा मिलावटखोरी रोकने को समय-समय पर सराहनीय कार्य किया गया है।
गौरतलब है कि है कि उत्तराखंड ने दो अतिरिक्त फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स इकाइयों की शुरुआत करके खाद्य सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। यह विस्तार पूरे क्षेत्र में और भी अधिक कवरेज और आउटरीच सक्षम करेगा। जिससे यह सुनिश्चित होगा कि व्यापक आबादी पहल की सेवाओं से लाभान्वित हो सके। चारधाम यात्रा के दौरान फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स इकाइयों की तैनाती और श्रावण मेला कार्यक्रम के लचीलेपन और अनुकूलनशीलता को प्रदर्शित करता है। बड़े पैमाने पर खानपान करके सामूहिक समारोहों में पहल यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है कि खाद्य सुरक्षा चुनौतीपूर्ण और गतिशील वातावरण में भी प्राथमिकता शीर्ष पर बनी रहे।

 

सातो आठो पर्व की धूम : कार्यक्रम में मां नंदा को समर्पित गाए जा रहे गीत

अल्मोड़ा, सातो आठो पर्व की अल्मोड़ा में धूम मची हुई है दुगाल खोला मे चंद्रमणि भट्ट के आवास पर महिलाओं द्वारा सातो आठो पर्व बड़ी धूमधाम से बनाया जा रहा है । इस कार्यक्रम में मां नंदा को समर्पित गीत गाए जा रहे हैं। जिसमें गौरा महेश्वरी और गणेश तथा नंदा के मायके आने पर एक बेटी की व्यथा को समाज के सामने उजागर करने का प्रयास किया जाता है, कि खैछे नन्दा हो यो भूखे भदौ मे, एक मार्मिक गीत है, जिसे महिलायें मार्मिक ढंग से गाती है ।
कार्यक्रम में झोड़ा नृत्य चाचरी व स्वांग के माध्यम से भगवती नन्दा के विविध चरित्रों को सामने लाया गया । गौरा के पुत्र गणेश को प्यार व दुलार से सहलाते व नचाती हुई महिलाये प्यार व दुलार वाला गीत कुछ इस प्रकार गा रही है ‘हौलोरी बाला हौलौरी, यह गीत बहुत ही मार्मिक ढंग से उकेरा गया है। गौरा का मायके पर हक जताना व भाभियों का टाल मटौल करना, इस पर्व की विशेषता है, अन्त में जब गौरा को हक नही मिलता तो गौरा रूठने लगती है , शापित होने के डर से भैय्या व भाभिया नन्दा को उसका हक देने के लिये तैयार हो जाते है ।
इस कार्यक्रम में कार्यक्रम में संयोजक तारा भट्ट भगवती गुर्रानी भावना काण्डपाल खष्टी भट्ट, संगीता भट्ट, कमला भट्ट, निर्मला दुर्गापाल, महिला कल्याण संस्था की अध्यक्ष रीता दुर्गापाल, दीपा जोशी, जानकी काण्डपाल, गंगा असवाल तनुजा गुर्रानी,म प्रेमा सुु्प्याल, मन्जू जोशी, आशा पाण्ड़े, कौशल्या पाण्डे, दीपा लोहनी, रमा विष्ट, गीता पोखरिया ,हेमा पाण्ड़े, पुष्पा भट्ट आदि महिलायें शामिल रही, चन्द्रमणी भट्ट का आयोजन में विशेष भूमिका है ।

 

एसआरटी बादशाहीथौल में छात्रों का अनिश्चितकालीन धरना जारी

पूर्व छात्र संघ पदाधिकारियों ने धरने को दिया समर्थन, सीयूईटी परीक्षा में पहाड़ के छात्रों को मिले 50 प्रतिशत आरक्षण

नई टिहरी, एसआरटी परिसर बादशाहीथौल में एबीवीपी से जुड़े छात्रों का नौ सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। पूर्व छात्र संघ पदाधिकारियों ने छात्रों की मांगों को जायज बताते हुए धरने को समर्थन दिया है, कहा कि विवि प्रशासन छात्रों की मांगो पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेता है तो आंदोलन तेज किया जायेगा।
गुरूवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल टिहरी में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से जुड़े छात्रों का नौ सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों ने विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
छात्र संघ महासचिव नितीश कोठारी ने कहा कि छात्रों की मांग है कि सीयूईटी परीक्षा में पहाड़ के छात्रों को 50प्रतिशत आरक्षण दिया जाएं, स्नातकोत्तर कक्षाओं में पूर्व की भांति पांच प्रतिशत कैंपस वेटेज देने, विवि के तीनों परिसरों में रिक्त सीटों पर छात्र-छात्राओं को मेरिट के आधार पर प्रवेश देने, परिसर में वाई फाई की सुविधा, एंबुलेंस सुविधा, खेल मैदान के लिए बजट की स्वीकृति, परिसर में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति, वायो मैट्रिक उपस्थित की व्यवस्था की जाएं।

छात्र संघ अध्यक्ष दीपक गुनसोला, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकित सजवाण एवं पूर्व छात्र संघ महासचिव प्रदीप सिंह सजवाण ने छात्रों की मांगो को जायज बताते हुए हुए धरने को समर्थन दिया है। कहा कि यदि छात्रों की मांगो का शीघ्र समाधान नहीं किया जाता है तो क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर जन आंदोलन शुरू किया जायेगा।
धरने पर बैठने वालों में एबीवीपी जिला संयोजक गौतम मखलोगा, अंशुल भण्डारी, नम्रता मखलोगा, आशीष राणा, वैभव उनियाल, अनुराग मखलोगा, आदित्य रतूडी, प्रमेश जोशी, राजवीर नेगी, राघवेंद्र शुक्ला, अनुज सजवाण, अरविंद आर्य, पंकज असवाल, आदर्श भण्डारी, सचिन पयाल आदि शामिल थे।

 

भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की 17 दिवसीय दिवारा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए पहुंची गुप्तकाशी

रुद्रप्रयाग (ऊखीमठ), जनपद की केदार घाटी की खूबसूरत वादियों में बसे पर्यटक गाँव लमगौण्डी (शोणितपुर) में 26 वर्षों बाद आयोजित भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की 17 दिवसीय दिवारा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ की नगरी गुप्तकाशी पहुंच गयी है। भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के आयोजन से केदार घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा दिवारा यात्रा के विभिन्न गांवों व मुख्य बाजारों में पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया जा रहा है तथा दिवारा यात्रा के आयोजन से केदार घाटी के जनमानस में भारी उत्साह बना हुआ है। भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के गुप्तकाशी पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व ग्रामीणों ने भव्य स्वागत कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। शुक्रवार को दिवारा यात्रा गुप्तकाशी से अगले पड़ाव के लिए रवाना होगी तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुंचेगी।

आगामी 29 अगस्त केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा बद्री केदार भ्रमण के बाद 5 सितम्बर को दिवारा यात्रा अपने तपस्थली लमगौण्डी पहुंचेगी तथा 6 सितम्बर को हवन व विशाल भण्डारे के आयोजन के साथ दिवारा यात्रा का समापन होगा। गुरूवार को भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की तपस्थली लमगौण्डी गांव में विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर तैतीस कोटि देवी – देवताओं के साथ बाबा केदार, भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज का आवाहन कर आरती उतारी। ठीक 11 बजे भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा विश्वनाथ की नगरी गुप्तकाशी के लिए रवाना हुई तो ब्रह्मणों की वेद ऋचाओं, सैकड़ो भक्तों की जयकारों व स्थानीय वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों से सम्पूर्ण भूभाग गुजायमान हो उठा।
भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा ने विभिन्न गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों की कुशलक्षेम पुछी तथा ग्रामीणों ने अनेक पूजा सामाग्री अर्पित कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। देर सांय दिवारा यात्रा के गुप्तकाशी पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। दिवारा यात्रा के गुप्तकाशी पहुंचने पर सजवाण परिवार द्वारा रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गयी। दिवारा यात्रा समिति अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रकाश शुक्ला ने बताया कि भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित दिवारा यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु पद यात्रा कर रहे हैं तथा आगामी 29 अगस्त को दिवारा यात्रा केदारनाथ धाम पहुंचेगी।
इस मौके पर बद्री केदार मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, व्यवस्थापक सुधीर पोस्ती, सचिव सुरेश बगवाडी, उपाध्यक्ष अजय जुगरान, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा, सह कोषाध्यक्ष प्रदीप तिनसोला, प्रधान अखिलेश सजवाण, क्षेपस दुर्गेश वाजपेयी, पूर्व क्षेपस सुबोध बगवाडी, देवेन्द्र पोस्ती, जगदीश बगवाडी, कृष्णा जुगरान, पवन पोस्ती, मनोज बगवाडी, आशीष अवस्थी, शिव प्रसाद शुक्ला, आनन्द सजवाण, भगत सजवाण, सुकमाल सजवाण, डॉ. जगदीश बाजपेयी, शंकर प्रसाद अवस्थी, किशन अवस्थी, प्रेम प्रकाश जुगरान, विजेन्द्र शर्मा अरूण लाल मौर्य राकेश तिनसोला दिर्घायु अवस्थी, ईश्वर चन्द्र अवस्थी, दर्शन सजवाण, गोपाल शुक्ला सहित दिवारा यात्रा समिति पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि, व्यापारी व ग्रामीण मौजूद थे।

राज्य सरकार पीएम-उषा में भेजेगी 585 करोड़ के प्रस्तावः डॉ. धन सिंह रावत

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केन्द्र व राज्य सरकार के बीच पीएम उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत हुआ अनुबंध

पांच कम्पोनेंट के अंतर्गत राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों का होगा कायाकल्प

देहरादून, प्रदेश में उच्च शिक्षा के कायाकल्प के लिये राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के साथ हाल ही में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत पांच कम्पोनेंट के क्रियान्वयन को लेकर अनुबंध किया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ढ़ांचागत संसाधनों का विकास, छात्रों के कौशल आधारित शिक्षा, प्रौद्योगिकी का उपयोग, नैक में सुधार के लिये गुणवत्ता को बढ़ावा देना, ई-लर्निंग एवं वर्चुअल लर्निंग के आउट पुट पर नजर रखने सहित अनेक कार्य किये जायेंगे। इसके लिये राज्य सरकार शीघ्र ही भारत सरकार को 585 करोड़ का प्रस्ताव भेजेगी।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने विभागीय अधिकारियों से पीएम-उषा योजना के अंतर्गत केन्द्र सरकार को भेजे जाने वाले प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) योजना को राज्य में लागू करने के लिये हाल ही में राज्य सरकार व केन्द्र सरकार के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किये गये हैं। जिसके तहत उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य सरकार की ओर से केन्द्र सरकार को लगभग रूपये 585 करोड़ के प्रस्ताव तैयार किये गये हैं। इन प्रस्तावों पर आने वाले लागत का 90 फीसदी धनराशि केन्द्र सरकार व 10 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार वहन करेगी। पीएम-उषा योजना के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा पांच कम्पोनेंट के अंतर्गत ही धनराशि स्वीकृत की जायेगी जिनमें मेरू रूपानंतरण, मॉडल कॉलेज, विश्वविद्यालयों का संवर्द्धन, सुदूर एवं आकांक्षी क्षेत्रों पर फोकस, लैंगिक समावेशन और समानता के लिये समर्थन शामिल है। पीएम उषा योजना के तहत किये गये अनुबंध के अनुसार केन्द्र सरकार द्वारा प्रत्येक विश्वविद्यालय को मेरू रूपानंतरण के तहत 100 करोड़, विश्वविद्यालय संवर्द्धन 20 करोड़, मॉडल महाविद्यालय हेतु 15 करोड़, लैंगिक समावेशन और समानता के लिये 10 करोड़ तथा सुदूर एवं आकांक्षी क्षेत्रों पर फोकस के लिये 5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की जायेगी। विभागीय मंत्री ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा योजना के अंतर्गत प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की भौगोलिक परिस्थितियों, उपलब्ध भूमि एवं सांसाधनों की उपलब्धता के आधार पर लगभग 585 करोड़ के प्रस्ताव तैयार किये गये हैं जिनको शीघ्र ही भारत सरकार को भेजा जायेगा। इस योजना के अंतर्गत जो भी धनराशि केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत की जायेगी उसको अनुबंध की शर्तों के तहत वर्ष 2026 तक व्यय करना अनिवार्य होगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने उम्मीद जताई की पीएम-उषा के अंतर्गत करोड़ की धनराशि मिलने से प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की दशा व दिशा सुधारने में मदद मिलेगी।

बैठक में रूसा सलाहकार प्रो.एम.एस.एम. रावत, राज्य नोडल अधिकारी रूसा एवं अपर निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. ए.एस. उनियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सैकड़ों हरे पेड़ काटे जाने के आरोप में डीएफओ, एसडीओ व 3 रेंजर हुये निलंबित

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देहरादून, उत्तरकाशी जिले के पुरोला टोंस वन प्रभाग में सूखे पेड़ों की आड़ में देवदार के सैकड़ों हरे पेड़ काटे जाने के आरोप में शासन ने डीएफओ, एक प्रभारी एसडीओ और तीन रेंजरों को निलंबित किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुमोदन के बाद प्रमुख सचिव वन आर के सुधांशु ने आदेश जारी किए हैं। प्रकरण के सामने आने के बाद प्रमुख वन संरक्षक ने जांच के आदेश दिए थे।
जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएफओ सहित कई अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई की संस्तुति की गई थी। मुख्यमंत्री की हरी झंडी मिलने के बाद प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु ने डीएफओ सुबोध काला, प्रभारी एसडीओ विजय सैनी, सांद्रा रेंज में तैनात रेंजर रामकृष्ण कुकसाल, कोटीगाड़ रेंज के रेंजर गोविंद सिंह चौहान और देवता रेंज के प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी ज्ञानेंद्र मोहन जुवाड़ा को निलंबित करने के आदेश जारी किए।
आदेश के अनुसार उप वन संरक्षक कुंदन कुमार को टोंस वन प्रभाग में प्रभागीय वनाधिकारी का जिम्मा सौंपा गया है। कुंदन हल्द्वानी में तैनात थे। डीएफओ काला को नैनीताल और एसडीओ सैनी को शिवालिक वृत्त देहरादून में अटैच किया गया है। रामकृष्ण को पिथौरागढ़ और चौहान को चंपावत कार्यालय में अटैच किया गया है। वन विकास निगम के एमडी की ओर से तत्कालीन डीएलएम रामकुमार सहित आठ अधिकारी-कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई के आदेश एक दिन पहले जारी किए जा चुके थे। गौरतलब हो कि पूर्व में टोंस वन प्रभाग में वन विकास निगम को जारी किए गए लॉट में 790 आवंटित सूखे पेड़ों की आड़ में 115 अतिरिक्त हरे पेड़ काटे गए थे।

डीएसपी को कैलिफोर्निया से आई कॉल और बच गई एक युवती की जान

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देहरादून, देर रात पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया से आई एक कॉल ने ऊधमसिंह नगर की रहने वाली एक युवती की जान बचा ली। मिली जानकारी के मुताबिक पूरा मामला यह है कि पिछले साल मेटा के नोडल अधिकारी की ओर से डीएसपी अंकुश मिश्रा को मेटा के लिए एसटीएफ का नोडल अफसर बनाया गया था। इसके बाद से प्रदेश में सोशल मीडिया फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से संबंधित कोई व्यक्ति पोस्ट करता है तो इसकी जानकारी कंपनी अंकुश मिश्रा को देती है।

मंगलवार रात भी कुछ ऐसा ही हुआ जिसमें ऊधमसिंह नगर की रहने वाली एक युवती ने अपने इंस्ट्राग्राम अकाउंट पर सुसाइड प्वाइंट की जानकारी ले रही थी बस इधर मेटा टीम ने जैसी ही युवती की पोस्ट देखी तो उन्होंने रात 11 बजे करीब डीएसपी साइबर अंकुश मिश्रा को फोन कर मामले से अवगत कराने के साथ युवती की पोस्ट का लिंक भी साझा किया। इधर मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए डीएसपी ने हेड कांस्टेबल प्रमोद को जांच करने के आदेश दिए तो युवती का पता चल गया।
एसपी क्राइम चंद्रशेखर आर गोड़के को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस युवती के पास पहुंची और उससे परेशानी का कारण पूछा। लगबभग डेढ़ घंटे तक चली बातचीत में पता चला कि युवती की मां का देहांत कुछ साल पहले हो गया था। उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। कुछ समय पहले नगदपुरी निवासी एक युवक से उसका प्रेम प्रसंग चला। यह भी कुछ समय बाद टूट गया। युवती इसी बात से परेशान होकर आत्महत्या के बारे में सोच रही थी। इसके बाद युवती ने अपने परिजनों से माफी मांगी, जिसके बाद उसे उसके ताऊ के सुपुर्द कर दिया गया है। गौरतलब हो कि पिछले साल मेटा के नोडल अधिकारी अश्विन मधुसुदन की ओर से डीएसपी अंकुश मिश्रा को मेटा के लिए एसटीएफ का नोडल अफसर बनाया गया था। इसके बाद से प्रदेश में फेसबुक या इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से संबंधित पोस्ट करता है तो इसकी जानकारी कंपनी अंकुश मिश्रा को देती है। आपको बता दें कि सोशल मीडिया और सर्च इंजन गूगल पर आत्महत्या के तरीकों को ढूंढने से लेकर आत्महत्या संबंधी पोस्ट डालने पर कंपनी सुरक्षा के कड़े मानकों का पालन करती है और यदि उन्हें कुछ संदिग्ध नजर आता है तो तुरंत अलर्ट करती है।