Tuesday, June 17, 2025
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रेलवे की भूमि पर बने 17 अवैध भवन स्वामियों को नोटिस, 30 दिनों में भवन खाली करने के आदेश

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मसूरी, झड़ीपानी में रेलवे की भूमि पर बने अवैध 17 भवनों के स्वामियों को रेलवे की टीम ने 30 दिनों में भवन खाली करने का नोटिस जारी कर दिया, जिसके बाद से कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया। वहीं, टीम ने दूसरे दिन भी रेलवे की भूमि से अवैध कब्जे हटाए। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल प्रशासन की टीम ने ओकग्रोव स्कूल झड़ीपानी स्थित रेलवे की भूमि पर बनाया गया आधा किलोमीटर लंबा पुस्ता जेसीबी से ध्वस्त करवाया। भूमि कब्जामुक्त करने के बाद रेलवे ने वहां अपने नाम का बोर्ड लगा दिया है। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल के अधिकारी दिनभर मौके पर मौजूद रहे। अतिक्रमण हटाने गई टीम ने रेलवे की भूमि पर बनाई गई सड़क पर भी गहरे गड्ढे कर दिए हैं, ताकि कोई आवागमन न कर पाए। एहतियात के तौर पर मौके पर रेलवे पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेलवे की भूमि पर अवैध रूप से बने भवन 30 दिनों में खाली नहीं हुए तो रेलवे प्रशासन जबरन भूमि से कब्जा हटाएगा। कार्रवाई के दौरान जो खर्च आएगा वह कब्जाधारियों से वसूला जाएगा। बतादें कि झड़ीपानी में रेलवे की भूमि पर पहाड़ काटकर सड़क बनाई गई है। इसके लिए बाकायदा पुस्ता निर्माण भी किया गया। जबकि यह आरक्षित वन भूमि है, जहां पर न तो पेड़ काटे जा सकते हैं और न ही कोई खनन कार्य किया जा सकता है। वन विभाग ने मामले में इतने दिनों तक कार्रवाई क्यों नहीं की। यह विभाग की भूमिका का संदेह के दायरे में खड़ा करती है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे की यहां पर 317 एकड़ भूमि है, जिसका सीमांकन करवाया जाएगा।

खास खबर : अब घर पर बना सकते हैं मिनी बार, लाइसेंस नीति मंजूर, पहला लाइसेंस हुआ जारी

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देहरादून, शराब पीने वालों के लिये काम की खबर है कि अब आप अपने घर पर ही बार बना सकते हैं | राज्य सरकार ने होम मिनी बार लाइसेंस नीति को मंजूरी दे दी है। कुछ शर्तों के साथ इच्छुक लोगों को होम बार लाइसेंस मिलेगा। घर के लिए बार लाइसेंस लेने के लिए संबंधित को 12 हजार रुपए लाइसेंस फीस देनी होगी। हर वर्ष लाइसेंस का नवीनीकरण कराना होगा। जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान ने बताया कि अभी तक एक लाइसेंस के लिए आवेदन आया था। इसे जारी कर दिया गया है। एक लाइसेंस पर 50 लीटर शराब देसी या विदेशी रखी जा सकती है।
सरकार की इस नीति पर सवाल भी उठने लगे हैं जहां एक तरफ देवभूमि को ड्रग्स फ्री व नशा मुक्त बनाने की बात की जा रही है वहीं दूसरी ओर शराब को बढ़ावा देना कहां तक वाजिब है। वैसे भी पहाड़ी इलाकों में शराब के नशे से कई लोगों के घर परिवार बर्बाद हो गए, इतना ही नहीं इस शराब से लोगों की पीढ़ियां भी बर्बाद हो गई हैं। बावजूद सरकार मुनाफा कमाने के चक्कर में अपने ही नागरिकों को नशे के दलदल में धकलने का काम कर रही है। सवाल यह है कि जब ड्रग्स फ्री देवभूमि की बात हो सकती तो फिर शराब मुक्त देवभूमि क्यों नहीं हो सकती? इससे जहां हर घर में शराब पहुंचेगी। वहीं, शराब की तस्करी भी बढ़ जाएगी और नौजवान नशे की गिरफ्त में आ जायेंगे |

 

बतौर पीठासीन अधिकारी बने वृक्षमित्र डा. सोनी ने खड़कसारी स्कूल में रोपे पौधे

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टिहरी गढ़वाल, जौनपुर के नैनबाग ललूट पट्टी बिष्टोंसी जिला पंचायत सदस्य के उप चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी पहुंचे वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय खड़कसारी परिसर में अपने टीम के साथ बोटलब्रास के पौधा का रोपण किया।
वृक्षमित्र डा0 सोनी ने कहा कि इस विद्यालय में जिला पंचायत सदस्य के उप चुनाव संपन्न कराने के लिए उन्हें पीठासीन अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। उनका कहना था कि वे जहां भी जाते है चाहे चुनाव हो या कोई अन्य कार्य वहां लगाने व उपहार में देने के लिए स्वयं अपने खर्चे से पौधे ले जाते है। यहां भी उन्होंने वही किया जो में हर चुनाव में करते आ रहे है। उनका चुनावी ड्यूटी का सफर 1999 से शुरु हुआ और द्वितीय, प्रथम अब पीठासीन अधिकारी के दायित्यों का निर्वाहन करते है। निर्वाचन अधिकारी ने जो बूथ उन्होंने दिया वहां पर पौधों का रोपण किया। यहां भी उन्होंने अपने मतदान पार्टी के साथ पौधों का रोपण किया और स्कूल की प्रधानाध्यापिका स्वाति मेंदोलिया को एक पौधा उपहार में भेंट किया। स्वाति मेंदोलिया ने कहा कि अपने जीवन में मैंने पहली बार किसी पीठासीन अधिकारी को देखा होगा जो अपने साथ पौधे लाकर अपने मतदान बूथ पर लगता हैं। डा0 सोनी ने हमारे विद्यालय परिसर में अपने मतदान पार्टी के साथ जिन पौधा का रोपण किया उनको जीवित रखने की पूर्ण जिम्मेदारी लेती हूं। वृक्षमित्र के नाम से मशहूर डा0 सोनी को बधाई है कि उन्होंने हमारे विद्यालय में पौधारोपण किया।
पौधारोपण में अजय भंडारी प्रथम मतदान अधिकारी, अतुलमणि त्रिपाठी द्वितीय मतदान अधिकारी, आशीष भंडारी तृतीय मतदान अधिकारी, अंकुर पुलिस कर्मी, विनोद लाल होमगार्ड, विपिन रावत, महिपाल सिंह, झबर सिंह, राजीव असवाल आदि मौजूूद थे।

 

राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी की अभद्र टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस का फूटा गुस्सा

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टिहरी, भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल से कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी किए जाने पर कांग्रेसजनों ने जिला मुख्यालय टिहरी के बोराडी पर भाजपा का पुतला दहन किया।
पुतला दहन कार्यक्रम के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा और प्रदेश कांग्रेस के सचिव मुसरफ़ अली ने कहा कि देश की आम चुनाव नजदीक आते ही भाजपा के लोग अनर्गल बयान बाजी करना शुरू कर देती है। भाजपा के पास विकास और जनहित का कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए जनमानस का ध्यान भटकने के लिए भाजपा इस तरह की बयान बाजी करती है जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
शहर कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पवार हुआ देवेंद्र नौटियाल ने कहा कि जिस दिन भारतीय जनता पार्टी की सच्चाई देश की आम जनता को समझ आ आएगी, भाजपा का उसी दिन पतन होना शुरू हो जाएगा। पवार ने कहा कि भाजपा के पास विकास का कोई रोड़ मैप नहीं है ।
महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष आशा रावत व ममता उनियाल ने कहा कि चुनाव के समय महिलाओं से झूठे वादे करके भाजपा सरकार में आई, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। आज महंगाई सातवे आसमान पर है भाजपा का अपना खजाना खूब भर रही है लेकिन लोग दर-दर के ठोकरे खा रहे हैं | इस अवसर पर आशा रावत, ममता उनियाल मीना शाह ,शहर कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पवार, पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र नौटियाल ,प्रदेश सचिव सैयद मुसरफ़ अली, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह रौतेला, विजयपाल सिंह रावत, आनंद सिंह मंदरवाल, वरिष्ठ नेता निहाल सिंह नेगी ,लखबीर सिंह चौहान ,बलवीर कोहली, नवीन सेमवाल,गब्बर सिंह रावत ,वीजेद्र सिंह रावत, नफीस खान, शैलेंद्रकांत, संतोष आर्या ,प्रदीप रावत वीरेंद्र दत्त, अनूप उनियाल दिनेश पवार अनीश खान मनोज शाहिद बड़ी संख्या में कांग्रेस में उपस्थित रहे।

मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सीएम धामी ने बरसाती नदियों को Glacier आधारित नदियों से जोड़ने पर दिया बल

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टिहरी (नरेन्द्रनगर), मध्य क्षेत्रीय परिषद की नरेंद्र नगर में आयोजित बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित प्रतिभाग कर रहे अन्य महानुभावों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस महत्वपूर्ण बैठक को उत्तराखण्ड में आयोजित किये जाने के लिये केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मध्य क्षेत्रीय परिषद केंद्र तथा राज्यों के मध्य आपसी सहयोग एवं समान प्रकार के मामलों में सेतु के समान है। परिषद आपसी विचारों एवं अनुभवों को साझा करने का भी सशक्त माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में उत्तराखण्ड से संबंधित कतिपय नीतिगत विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड का 71 प्रतिशत भूभाग वन क्षेत्र से आच्छादित है। राज्य की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्तराखण्ड में अवस्थापना सुविधाओं के विकास तथा आवश्यक सेवाओं के सृजन में अन्य राज्यों की अपेक्षा लागत अधिक रहती है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यावरणीय प्रतिबंधों के कारण विकास कार्यों के संचालन में कतिपय कठिनाइयां रहती है, जबकि हमारे आर्थिक संसाधन भी सीमित हैं। इन परिस्थितियों एवं संसाधनों की सीमित उपलब्धता के बावजूद राज्य की प्रति व्यक्ति आय को राष्ट्रीय औरत से लगभग दो गुना करने में हम सफल हुए हैं, तथा राज्य के विकास की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल कर उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट एवं आदर्श राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
उत्तराखण्ड से निकलने वाली गंगा, यमुना, काली सहित अनेक बारहमासी नदियां मैदानी क्षेत्रों की जीवन रेखा भी है | मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से निकलने वाली गंगा, यमुना, काली सहित अनेक बारहमासी नदियां मैदानी क्षेत्रों की जीवन रेखा भी है। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि वैज्ञानिक आधार पर बरसाती नदियों को ग्लेशियर आधारित नदियों से जोड़ने का अभिनव प्रयास किया जाना चाहिए, इसका लाभ न केवल उत्तराखण्ड को बल्कि पूरे देश को होगा। इसके लिये उत्तराखण्ड सहित अन्य मध्य क्षेत्रीय राज्यों को केंद्र सरकार से तकनीकि एवं वित्तीय सहयोग दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने सीमांत क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं को मजबूत करने की जरूरत है
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऑल वेदर रोड के अन्तर्गत राज्य में तेजी से काम हो रहा है परन्तु इसे सीमान्त क्षेत्र तक बढ़ाने की आवश्यकता है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की तर्ज पर राज्य के दूसरे मण्डल में टनकपुर से बागेश्वर रेलवे लाइन का निर्माण किया जाना भी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का आपदाओं जैसे भूस्खलन, अतिवृष्टि, वनाग्नि, ग्लेशियर खिसकना इत्यादि से चोली दामन का साथ है। इसके लिये राज्य को एक सशक्त वेदर फोर कास्टिंग सिस्टम, डॉप्लर रडार से युक्त अवस्थापना की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को बैंक की सुविधा हो, इसके लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं इसके लिये उन्होंने दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित ऐसे गांवों में विद्युत व्यवस्था, मोबाइल कनेक्टिविटी तथा बैंकिंग सेवा व्यवस्था में सुधार हेतु केन्द्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 को ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर‘‘ घोषित किया गया है, अतः मिड डे मील में अनिवार्य रूप से बच्चों को मिलेट प्रदान किया जाय ताकि बच्चे स्वस्थ रहें, इस बारे में शिक्षा मंत्रालय तथा खाद्य मंत्रालय के समन्वय से समुचित कार्यवाही किए जाने का भी मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने परिषद की 25वीं बैठक काशी विश्वनाथ की नगरी में रखे जाने का किया प्रस्ताव।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया ने देश के सामर्थ्य और शांति के प्रदर्शन को स्वीकार किया है। विभिन्न क्षेत्रों की परिषदों की बैठकों का आयोजन केन्द्र राज्य संबंधों को बेहतर बनाने का कार्य कर रहे है जो समस्याओं के समाधान का उपयुक्त मंच बन रहा है।
उन्होंने मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक काशी विश्वनाथ की नगरी में आयोजित किये जाने का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बीमारू से समृद्ध राज्य के रूप में पहचान बना रहा है।
उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान उत्तराखण्ड व हिमाचल के साथ हिमालयी राज्यों को आपदा की समस्या का सामना करना पड़ा है। अब कई नए क्षेत्र भी इसमें शामिल हो रहे है। इसके लिए उन्होंने नदियों के केचमेंट एरिया को सुरक्षित किये जाने के साथ ही नदियों के चौनलाइजेशन की दिशा में पहल किये जाने की बात कही।
उन्होंने आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं को रोकने में भी मिशन मोड में कार्य करने पर बल दिया। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में भी सभी राज्य आपसी सहभागिता से इस दिशा में क्या कुछ बेहतर कर सकते है इस पर चिन्तन किये जाने की उन्होंने जरूरत बतायी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस सन्धु के साथ ही सचिव गण उपस्थित थे |

उर्गम-भर्की मोटरमार्ग पर वाहन खाई में गिरा, एक की मौत, दो गंभीर घायल

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चमोली, जनपद में एक बार फिर सड़क दुर्घटना की खबर आ रही है। यहां जोशीमठ विकासखंड में वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन में तीन लोग सवार थे। जिसमें एक की मौत हो गई। वहीं दो लोग गंभीर घायल हो गए है। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हादसा जोशीमठ विकासखंड स्थित उर्गम-भर्की मोटरमार्ग पर हुआ है। बताया जा रहा है कि यहां एक सूमो वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ टीम के साथ वाहन में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
बताया जा रहा है कि घायलों की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। वहीं एक की मौके पर ही मौत हो गई है। जिसका शव कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। मृतक की पहचान चालक रितेश चौहान पुत्र दिगम्बर सिंह चौहान निवासी चांई जोशीमठ के रूप में हुई है। वहीं घायलों की पहचान जयदीप सिंह बिष्ट निवासी देवर खडोरा और बिक्रम सिंह निवासी कुंजो मैकोट,जनपद चमोली गंभीर रूप में हुई है।

श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, माणा पास बार्डर को रवाना हुए

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जोशीमठ (बद्रीनाथ), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शनिवार शाम श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गये है तथा सीधे सीमा पर तैनात जवानों की हौसला-अफजाई हेतु भारत की तिब्बत से लगी माणा पास बार्डर को रवाना हुए। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार आज शाम भगवान बदरीविशाल की शयन आरती में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि मौसम खराब होने के कारण उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज श्री केदारनाथ धाम नहीं पहुंच सके तत्पश्चात बदरीनाथ पहुंच कर वह बीआरओ गेस्ट हाउस में अल्प विश्राम के बाद सीधे माणा पास बार्डर हेतु रवाना हो गये‌। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार प्रात: को भी भगवान बदरीविशाल के दर्शन को आ सकते है। तत्पश्चात भगवान बदरीविशाल की आरती में शामिल होंगे |

राज्य में फिर आज भूकंप के झटके, भूकंप की तीव्रता 5.0 दर्ज की गई

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हल्द्वानी, शनिवार को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह लगभग 11.32 बजे भूकंप से लोग दहशत में आ गये। जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ व नैनीताल के हल्द्वानी में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि तीव्रता कम होने की वजह से कुछ ही लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। भूकंप का केंद्र नेपाल बताया जा रहा है रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.0 दर्ज की गई है।

आज शनिवार की सुबह 11:32 बजे राज्य के पिथौरागढ़ जनपद सहित विभिन्न क्षेत्रों में भुकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता 5.0 रिक्टर स्केल आंकी गई है।
हालांकि अभी तक पिथौरागढ़ में किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन जिस तरीके से एक के बाद एक करके उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं उससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

‘गढ़भोज’ दिवस पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का ऐलान : मिलेट्स पर विद्यालयों में आयोजित होगी राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता

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युवा पीढ़ी के लिये जरूरी है अपनी संस्कृति व पराम्पराओं का ज्ञान : शिक्षा मंत्री”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), प्रदेशभर में मनाये जा रहे ‘गढ़भोज’ दिवस पर सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड के परम्परागत अनाजों को बढ़ावा देने के लिये सभी राजकीय विद्यालयों में राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन करने का ऐलान किया है। जिससे उत्तराखंड़ की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति व परम्परागत ज्ञान के साथ ही पहाड़ के अनाजों के बारे में भी जानकारी हासिल हो सके।

परंपरागत अनाजों पर होगी निबंध प्रतियोगिता : डा. धन सिंह | Udaipur Kiran

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यह बात विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने हिमालयन पर्यावरण जड़ी-बूटी एग्रो संस्थान ‘जाड़ी’ एवं पर्वतीय विकास शोध केन्द्र के तत्वाधान में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय रायपुर देहरादून में आयोजित गढ़भोज दिवस एवं सम्मान-2023 समारोह में कही। डॉ. रावत ने कहा कि भारत सरकार ने देश में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिये केन्द्रीय बजट में वित्तीय प्रावधान करते हुये अन्नश्री योजना शुरू की है, ताकि देशभर में परम्परागत मोटे अनाजों (मिलेट्स) के उत्पादन को बढ़ावा देकर किसानों की आय को दोगुना किया जा सके। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित किया है। जिसके तहत पूरी दुनियां में मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न स्तरों पर कार्य किये जा रहे हैं। डॉ. रावत ने बताया कि राज्य में भी सहकारिता विभाग के माध्यम से मोटे अनाजों मंडुवा, झंगोरा, चौलाई आदि की खरीद सीधे किसानों से की जा रही है जिससे किसानों को अच्छी खासी आमदानी हो रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश के विद्यालयों में दिये जा रहे मिड-डे मीड में भी मोटे अनाजों को शामिल किया है, जिससे छात्र- छात्राओं को पौष्टिक आहार मिल रहा है। विद्यालयी शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य में उत्पादित मोटे अनाजों पर राजकीय विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रदेश एवं जनपद स्तर पर सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जायेगा।

गढ़भोज कार्यक्रम में आयोजकों द्वारा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को आज उनके जन्मदिवस पर शॉल, स्मृति चिन्ह व बुके देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही डॉ. रावत द्वारा पहाड़ी अनाजों एवं व्यंजनों पर आधारित पुस्तक लिखने के लिये प्रदेश की तीन शिक्षिकाओं हरिद्वार से डॉ. नीतू गुप्ता, डॉ. श्वेता तथा रानीखेत अल्मोड़ा से डॉ. नमिता बिष्ट को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया, जबकि नशा मुक्ति केन्द्र में गढ़भोज को प्रोत्साहन देने के लिये देहरादून के उदय प्रताप सिंह को भी सम्मानित किया गया।

‘गढ़ भोज’ अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने शिक्षा मंत्री का स्वागत करते हुए कहा की डा. धन सिंह रावत जो कहते है वह करते है। राज्य के पहले मंत्री है जिन्होंने गढ़ भोज को लेकर सक्रियता दिखाई। उनके प्रयासों से आज गढ़ भोज मिड डे मिल में शामिल हो पाया साथ ही 7 अक्तूबर को गढ़ भोज दिवस के रूप में मान्यता दिलाई है। सेमवाल ने कहा की राज्य बनने से पूर्व उत्तराखंड का जन मानस – कोदा झंगौरा खायेंगे उत्तराखंड बनाएंगे के नारे लगाते थे। इसी से प्रेरणा लेकर राज्य बनने के साथ ही वर्ष 2000 से “नई पीढ़ी को परम्परागत मोटे अनाजों से बनने वाले भोजन से रूबरू करवा कर, इसे अपनी थाली का हिस्सा बनाने और उत्तराखंड की समृद्ध भोजन परंपरा को देश दुनिया के सामने लाने के लिए गढ़ भोज अभियान के माध्यम से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि गढ़ भोज दिवस की कल्पना के पीछे मात्र एक उत्सव का विचार नहीं है बल्कि वर्ष में कम से कम एक दिन उत्तराखंड के औषधीय गुणों से भरपूर फसलों से बनने वाले भोजन को मुख्यधारा से जोड़ने पर चर्चा करना व उन लोगो के प्रति कृतज्ञता प्रेषित कर जिन्होंने विरासत में हमें यह फसलें व भोजन दिए ।

इस मौके पर गढ़भोज अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल, संस्था के अध्यक्ष डॉ. अरविंद दरमोड़ा, तत्व संस्था की सचिव आकांक्षा जायसवाल, गिरधारी बोरा, प्रो. जे.पी. पचौरी, प्रो. एम.एस.एम. रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, डॉ. ममता, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. यतीश वशिष्ठ, सुभाष रमोला, एपीडी समग्र शिक्षा मुकुल सती, नवोदय विद्यालय की प्रधानाचार्या सुनीता भट्ट, जगदम्बा प्रसाद मैंठाणी सहित अभियान से जुड़े विभिन्न संस्थाओं के सदस्य एवं विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

नवोदय विद्यालय में गढ़भोज का उठाया लुत्फ

हिमालयन पर्यावरण जड़ी-बूटी एग्रो संस्थान ‘जाड़ी’ एवं पर्वतीय विकास शोध केन्द्र के तत्वाधान में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय रायपुर देहरादून में आयोजित गढ़भोज दिवस पर कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओं को मोटे अनाजों से तैयार विभिन्न व्यंजन परोसे गये। जिसका सभी ने भरपूर लुत्फ उठाते हुये आयोजकों का आभार व्यक्त किया। मिलेट्स से तैयार व्यंजनों में प्रमुख रूप से स्थानीय चावलों से तैयार लाल भात, कोदे की पुरी, झंगोरे की खीर, भट की भटवाणी, चुटकाणी, चैंसु, हर्षिल की राजमा, पहाडी ककड़ी का रायता शामिल थे।

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का आयोजन 7 और 8 अक्टूबर को दून में, अमित शाह करेंगे शुभारंभ, तीन प्रकाशनों का भी होगा डिजिटल विमोचन

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(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, उत्तराखण्ड पुलिस 7 और 8 अक्टूबर को दो दिवसीय 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का आयोजन वन अनुसंधान संस्थान में जा रही है । “Policing in Amrit Kaal” थीम पर गृह मंत्रालय, भारत सरकार की संस्था पुलिस विकास एवं अनुसंधान ब्यूरो के तत्वावधान में इसे आयोजित कराया जा रहा है। इससे पूर्व उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा 41वें अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का आयोजन 21 से 23 जून, 2011 के मध्य वन अनुसंधान संस्थान देहरादून में ही कराया गया था।
दून के सरदार पटेल भवन में पत्रकारों को जानकारी देते हुये बीपीआरएंडडी महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव एवं डीजीपी उत्तराखण्ड़ अशोक कुमार ने बताया कि 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का उद्घाटन शनिवार, 7 अक्टूबर को वन अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत हॉल में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड़ पुष्कर सिंह धामी अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे।
समापन समारोह रविवार, 08 अक्टूबर को भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (ICFRE) सभागार में होगा। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल उत्तराखण्ड लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) श्री गुरमीत सिंह जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

एक नजर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो पर :
पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो, नई दिल्ली की स्थापना 1970 में की गई थी। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (BPR&D) देश की सभी पुलिस एजेंसियों को उनके बुनियादी ढांचे, मानव संसाधनों और प्रक्रियाओं को उन्नत और आधुनिक बनाने में मदद करती है। राज्य पुलिस बलों के लिए एक थिंक टैंक होने के नाते पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो, अपनी वार्षिक गतिविधियों में से एक के रूप में ऐसी कांग्रेस का आयोजन करती है। महानिदेशक बीपीआरएंडडी बालाजी श्रीवास्तव इस कांग्रेस के संयोजक हैं। सभी रैंकों के पुलिस अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ, फारेसिंक विशेषज्ञ प्रतिष्ठित 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के विचार-विमर्श में सक्रिय भाग ले रहे हैं।

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस में निम्नलिखित 5 विषयों को चयनित किया गया है :

-5जी युग में पुलिस व्यवस्था (Policing in 5G Era)

-नारकोटिक्स: एक अभूतपूर्व दृष्टिकोण (Narcotics : A Game Changing Approach)

-पुलिस और सीएपीएफ के बीच समन्वय (Coordination between Police and CAPFs)

-आंतरिक सुरक्षा और सोशल मीडिया की चुनौतियां (Internal Security & Social Media Challenges)

-सामुदायिक पुलिसिंग (Community Policing)

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी द्वारा DGsP/IGsP सम्मेलन 2022 में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में Parliamentary Standing Committee No. 237 के निर्देशों के अनुपालन में ग्राम पुलिस प्रणाली एवं पुलिस शिकायत प्रधिकरण की प्रभावशीलता पर दो ब्रेकआउट सेशन भी आयोजित किये जाएंगे।
प्रत्येक सेशन के Outcomes गृह मंत्रालय को Policy बनाने हेतु प्रेषित किये जाएंगे।

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस (AIPSC) के आयोजन में उत्तराखण्ड पुलिस की तैयारियों को अत्यन्त उत्साहपूर्ण रिस्पांस मिला है। अब तक पुलिस अधिकारियों, तकनीकी विशेषज्ञों, फारेसिंक विशेषज्ञों आदि द्वारा पेपर प्रेषित किये गये हैं, जिनका BPR&D की एक विशेष समिति द्वारा आंकलन कर 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस में प्रस्तुत करने हेतु चयनित किये गये हैं। अब तक लगभग 106 प्रतिभागियों का नामांकन प्राप्त हो चुका है तथा 19 विषय विशेषज्ञों द्वारा सत्र स्पीकर हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी है।

क्या है प्रारूप :
प्रत्येक विषय (Theme) पर एक सेशन, ब्रेकआउट सेशन और उससे सम्बन्धित प्रस्तुतिकरण होगा। इस प्रकार 07 एवं 08 अक्टूबर को मिलाकर कुल 09 सत्र होंगे। प्रत्येक सत्र में पेपर प्रस्तुुत किये जायंगे। तत्पश्चात् माडरेटर द्वारा विषय के सभी आयामों को सम्मिलित करते हुये अपना पक्ष रखा जायगा। सत्र में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के ATR पर भी चर्चा होगी। अंत में सदन द्वारा सम्बन्धित विषय पर खुली चर्चा होगी और 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के नये संकल्प पारित किये जायेंगे। यह संकल्प पुलिसिंग के लिये मार्गदर्शक बिन्दु होंगे। इस अवसर पर चयनित पेपरों का एक कम्पेडियम भी विमोचित किया जायेगा। 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस में डिजिटलाइजेशन का उपयोग किया जा रहा है। कार्यक्रम के प्रबन्धन हेतु उत्तराखंड पुलिस इवेंट इनविटेशन मैनेजमेंट सिस्टम बनाया गया है, जिसमें इवेंट डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखने के लिए कई सुरक्षा उपाय भी किए गए हैं।
49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के दौरान एक Police Tech एग्जीबिशन का भी आयोजन किया जाएगा। एग्जीबिशन के उद्घाटन में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। एग्जीबिशन में 30 स्टॉल लगाये जाएंगे, जिसमें बेहतर पुलिसिंग के लिए विभिन्न नवीनतम उपकरण प्रदर्शित किए जांएगे। उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और एसडीआरएफ द्वारा अपने-अपने स्टॉल लगाये जा रहे हैं। टेक्निकल एग्जीबिशन में देहरादून के विभिन्न स्कूल एवं कॉलेजों के छात्रों को भी आमंत्रित किया गया है। 08 अक्टूबर, को समस्त लोगों के लिए एग्जीबिशन खुली रहेगी।

49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के दौरान माननीय गृह मंत्री जी द्वारा 3 प्रकाशनों का डिजिटल विमोचन किया जाएगा।

1. 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का सार संग्रह (कम्पेडियम)।
2. पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो द्वारा प्रकाशित पुलिस विज्ञान पत्रिका।
3. टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप द्वारा प्रकाशित उत्तराखण्ड पुलिस मार्चिंग विद द टाइम्स।

। सभी कार्यक्रमों का उत्तराखण्ड पुलिस के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं इस लिंक https://www.youtube.com/@UttarakhandPoliceYT पर लाइव प्रसारण भी किया जाएगा।

सिक्किम आपदा में मृतकों के परिवार को मोरारी बापू देंगे आर्थिक मदद

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नई दिल्ली। सिक्किम में बादल फटने से विभिन्न जिलों में तिस्ता नदी में भीषण बाढ़ आ गयी। नदी का जल स्तर अचानक 15-20 फीट बढ़ गया और इसके कारण आख़री रिपोर्ट के अनुसार लगभग 104 लोग लापता हो गए हैं। इसमें 23 भारतीय सेना के जवान भी शामिल हैं। अब तक 14 लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं। पूज्य मोरारी बापू ने इस दुखद घटना के पीड़ित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। स्थानीय प्रशासन द्वारा लापता लोगों की तलाश जारी है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की भी आशंका है।

पूज्य मोरारी बापू ने सभी मृतकों के परिवारों को पंद्रह हजार रुपये की राहत राशि भी समर्पित की है। यह सहायता राशि स्थानीय प्रशासन के साथ रामकथा के श्रोताओं द्वारा मृतकों के परिवारों तक पहुंचाई जाएगी।

देहरादून में लीजेंड्स लीग क्रिकेट के होंगे तीन मुकाबले राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होंगे लीग के 3 मैच

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देहरादून,  लीजेंड्स लीग क्रिकेट ने आगामी सीजन भारत के पांच शहरों में मैच खेले जाने की घोषणा की है। इस सीजन के मैच देहरादून, जम्मू, रांची, विशाखापत्तनम और सूरत में होंगे । लीजेंड्स लीग क्रिकेट के फ्रेंचाइजी आयोजन के दूसरे सीजन में 19 मैच होंगे और 18 नवंबर से शुरू कर 9 दिसंबर, 2023 तक होने वाले मैचों की पूरी तैयारी हो गई है।
देहरादून के खूबसूरत राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में लीजेंड्स लीग क्रिकेट के तीन मैच होंगे। यह स्टेडियम पहाड़ियों और जलधाराओं के बीच स्थित है और इसमें 25,000 दर्शक बैठ सकते हैं। 2018 में इस स्टेडियम को भारतीय दौरे पर अफगानिस्तान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए दूसरा घरेलू मैदान चुना गया था। यहां पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 3 जून 2018 को अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच आयोजित किया गया था। यह स्टेडियम उत्तराखंड क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान है।
देहरादून के अलावा लीजेंड्स लीग क्रिकेट के मैच 4 अन्य शहरों में होंगे जिनमें रांची जेएससीए स्टेडियम में पहले पांच; जम्मू के मौलाना आजाद स्टेडियम में चार मैच और विशाखपत्तनम में लीग के तीन मैच होंगे। लीजेंड्स लीग क्रिकेट सीजन 2 के अंतिम दौर के मैच सूरत के लालभाई कॉन्ट्रैक्टर स्टेडियम में आयोजित किएं जाएंगे।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट का मकसद चुने गए शहरों के क्रिकेट प्रेमियों को अभूतपूर्व अनुभव देना है। इन मैचों में 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर मैदान में उतरने वाले हैं। पिछले सीजन के 15 मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स और दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम सहित देश के अन्य प्रमुख शहरों में खेले गए। इस सीजन पांच शहरों में कुल 19 मैच होंगे। एलएलसी सीजन 2 हर तरह से बड़ा और बेहतर आयोजन होने का वादा करता है।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट के सह-संस्थापक और सीईओ, रमन रहेजा ने कहा, ‘‘लीजेंड्स लीग क्रिकेट का रोमांच शांत और सुंदर शहर देहरादून पहंुचने वाला है। यह शहर के लोगों के लिए अनोखा अनुभव होगा। सभी विश्वस्तरीय क्रिकेट का आनंद लेंगे। दिग्गज खिलाड़ियों को लेकर स्टेडियम के साथ-साथ उन शहरों में भी काफी उत्साह देखा गया जहां पिछले साल भारत में मैच खेले गए थे। इतिहास में पहली बार जोधपुर जैसे शहर में 80 से अधिक दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे। लगभग सभी मैचों की सीटें भरी थीं। आशा है इन शहरों के दर्शक इसी तरह हमें अपना प्यार देंगे।’’
लेजेंड्स लीग क्रिकेट के कमिश्नर रवि शास्त्री ने कहा, “लेजेंड्स लीग क्रिकेट का आयोजन दिन-ब-दिन बड़ा हो रहा है। खिलाड़यों की तादाद बढ़ने के साथ हमें यह उत्साह बनाए रखना है और नए शहरों के क्रिकेट प्रेमियों को क्रिकेट का बेहतरीन मुकाबला देखने का मौका देना है। मैं यही कहूंगा कि इस सीजन लेजेंड्स धमाल मचाने वाले हैं।’’