Wednesday, May 7, 2025
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गहरी खाई में गिरी बस, 36 लोगों की मौत, 19 घायल, पीएम मोदी ने किया अनुग्रह राशि का ऐलान

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श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर के डोडा से एक सड़क हादसे की खबर आई है, यहां बुधवार को एक बस के गहरी खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। सूत्रों के मुताबिक, बस किश्तवाड़ से जम्मू जा रही थी और इसमें कम से कम 55 यात्री सफर कर रहे थे।संबंधित अधिकारियों ने यात्रियों को बचाने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच, घायल यात्रियों को डोडा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस में क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के कारण चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। हालांकि, इस जानलेवा हादसे की वजह को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

वहीं घटना पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दु:ख जताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने डोडा डीसी से बात की और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, दुर्घटना स्थल पर डीसी डोडा श्री हरविंदर सिंह से अपडेट साझा करते हुए दुख हो रहा है। दुर्भाग्य से 36 लोगों की मौत हो गई है और 19 घायल हो गए हैं, जिनमें से 6 घायल गंभीर हैं।
पीएम मोदी ने घटना पर दुख जताया और इसे ”दुखद” बताया। उन्होंने रुपये की अनुग्रह राशि की भी घोषणा की। प्रत्येक मृतक के निकट संबंधी को 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

रिलायंस ज्वैलरी शोरूम प्रकरण : पुलिस की जांच में संधिक्त गैंग की कार्यशैली आयी सामने, लूटे गए 14 करोड़ के जेवरात

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गैंग द्वारा बिहार तथा पश्चिम बंगाल की जेल में बंद नए लड़कों को लूट की घटना के लिए किया जाता था हायर

-प्रत्येक टॉस्क के लिए 5 से 10 लाख रुपए की एडवांस में की जाती थी पेमेंट

-गैंग लीडर द्वारा हर घटना के लिए अलग-अलग लड़कों का किया जाता था इस्तेमाल, गैंग के सदस्यों की एक- दूसरे से नहीं रहती थी कोई पहचान

-घटना के लिए वाहनों, मोबाइल तथा हथियारों का गैंग लीडर द्वारा ही किया जाता था इंतेजाम

-घटना के समय गैंग के सदस्य केवल गैंग लीडर से ही रखते थे संपर्क

देहरादून, रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में पुलिस की अब तक कि जांच प्रकाश में आया है कि बिहार तथा पश्चिम बंगाल की जेल में विभिन्न अपराधों में बंद नए लड़कों को गैंग लीडर द्वारा चिह्नित कर उन्हें पेमेंट बेस पर हायर किया जाता है। गैंग के सदस्य एक दूसरे को नहीं जानते हैं तथा हर टॉस्क के लिए उन्हें 5 से 10 लाख रुपए की पेमेंट एडवांस में गैंग लीडर द्वारा की जाती है।

गैंग लीडर द्वारा हर घटना के लिए अलग-अलग लड़कों का इस्तेमाल किया जाता है तथा घटना को करने से पूर्व उन्हें हथियार, वाहन तथा मोबाइल गैंग लीडर द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं। घटना के समय गैंग के अन्य सदस्यों को आपस में कोई संपर्क नहीं रहता, वह केवल गैंग लीडर के संपर्क में रहते हैं।

रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में लूटी गई ज्वैलरी की लिखा पढ़ी में जानकारी करने तथा उपलब्ध कराए गए कागजों को वेरीफाई करने पर आभूषणों की कीमत 14 करोड़ रुपये होना ज्ञात हुआ है।

आईएएस अधिकारी एल. फेनई बने प्रमुख सचिव आबकारी

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देहरादून, राज्य में लंबे समय से आबकारी सचिव और कमिश्नर को लेकर कोर्ट से हो रहे निर्देशों के बाद अब सरकार ने भी आईएएस अधिकारी एल. फेनई को प्रमुख सचिव आबकारी बनाया है। अभी तक यह विभाग आईएएस अधिकारी हरिचंद सेमवाल देख रहे थे। आपको बताते चलें कि कोर्ट की ओर से पिछले दिनों राज्य सरकार से पूछा गया था कि एक व्यक्ति दो महत्वपूर्ण पदों पर कैसे काबिज है। जिसके बाद सचिव व आयुक्त की जिम्मेदारी देख रहे हरिचंद सेमवाल से सचिव का पदभार हटा दिया गया है।

लोकनाट्य स्थानीय लोकगीतों व संगीत के बगैर पूर्ण नहीं : डाॅ. राकेश भट्ट

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में उत्तराखंड के लोक रंगमंच पर लोक संगीत और लोक साहित्य का प्रभाव: गढ़वाल अंचल के विशेष संदर्भ में व्याख्यान का आयोजन किया गया, इस दौरान संगीत की एक प्रस्तुति सुपरिचित रंगकर्मी डॉ. राकेश भट्ट द्वारा दी गई। इसमें उनके साथ शुभम बिष्ट ने ढोलक वादन और आशुतोष ने हुड़का वादन के रुप में संगत की। डॉ. राकेश भट्ट ने अपनी विशेष प्रस्तुति में उत्तराखंड के परम्परागत लोक रंगमंच में गढ़वाल अंचल के लोकसाहित्य व संगीत के प्रभाव का सम्यक विश्लेष किया।

अपने व्याख्ययन में डॉ. भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड राज्य जिस तरह अपनी विशिष्ट भौगोलिक विविधताओं के लिए विख्यात है, जिस तरह वह प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए भी जाना जाता है। यहाँ का इतिहास, लोक रंगमंच और लोक संगीत की विविधतता किसी से छुपी नहीं है। ईश्वर ने जिस तरह यहाँ के मनुष्य को जीवन जीने के लिए भरपूर संसाधन दिए हैं उसी तरह पहाड़ के कठिन जीवन को सहज और सहज बनाने में लोकसंगीत को उतना ही विशिष्ट व बोधगम्य बनाया है। इसके बगैर यहां का जीवन नीरस व उमंग विहीन लगता है। उत्तराखंड के लोक जीवन से यहाँ के लोकगीत-लोक व संगीत एक प्राण वायु की तरह हैं।
उत्तराखंड की लोक गाथाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोक में कहानी,नाटक या अन्य कोई भी लोक साहित्य हो उसमें स्थानीय लोक गीतों और उनकी धुनों का समावेशित हो जाना स्वाभाविक है इसीलिए यहाँ का लोक साहित्य का नाम दुनिया के श्रेष्ठ्तम साहित्य में आता है।
गढ़वाल क्षेत्र के सांस्कृतिक पक्ष खासकर नंदा राज व अन्य देवयात्राओं, पांडव , बगडवाल , राधाखंडीे, बेडा परंपरा, नाग, नरसिंह गायन के साथ ही थड़िया, चैफला, मन्डाण रान्सा के बारे में डॉ. भट्ट ने जानकारी दी कि इन सब में लोक संगीत के गहराई के साथ समावेशित है। यहाँ के लोक नाटक स्थानीय लोक गीत व लोक संगीत के बिना प्राणविहीन हैं। लोक साहित्य या लोक नाटक के विषय वस्तु व् कथोपकथन को नाटकीय बिम्ब प्रदान करने का कार्य यदि किसी ने किया है तो वह यहाँ का लोक संगीत ही है।
लोक नाटकों में लोक गीतों व लोक संगीत के प्रभाव को जानने के लिए इस कार्यक्रम में डॉ. राकेश भट्ट व उनके साथी कलाकारों ने व्याख्यान के मध्य कई परम्परागत लोकगीतों की सार्थक प्रस्तुति दी। इनमें मुख्यतः ‘सँध्या सौरी एगे ते ऊंचा हिंवाला,‘ ‘सेरा का तिर्वाळ नईं डाली पन्यां जामी सेरा का धिसवाळ‘,‘हा रे नाच्यो बुढेलों झुकेलो‘,‘गौरी का पुत्र बलिहारी‘, ‘पेलन मास यू बालू जर्मी‘,‘आज लांदा देवतों तुमारी वार्ता‘,‘पेलो भंडार गौरा देखदी तख देखी सुल्फा तम्बाकू‘,‘जदेऊ जौहार लगौन्दू खोली का गणेश,‘ ‘मोरी का नारेण‘,‘आज लांदा मेरा भायो द्वापर की बात‘ और ‘जीतू त सोबनू छाया गरीबा का बेटा‘ थे। लोक में रचे-बसे इस संगीत से सभागार में उपस्थित लोगों को अपने उस पारंपरिक संगीत से रु-ब-रु होने का एक अवसर मिला जिसने युग युगीन तक अपने नैसर्गिक प्रवाह में रहकर पहाड़ के जन की पीड़ा, विपदा, दुःख, संत्रास, उत्सव, उल्लास, व्यंग्य, श्रृंगार, प्रेम आदि रस भावों को गहनता व सहजता के साथ अभिव्यक्त किया है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने डाॅ. राकेश भट्ट व उनके साथियों व सभागार में उपस्थित जनों का स्वागत किया और अन्त में निकोलस हाॅफलैण्ड ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान डाॅ. योगेश धस्माना, बिजू नेगी, सुन्दर सिंह बिष्ट, जगदीश सिंह महर, विजय भट्ट, सुमन डोभाल काला सहित अनेक रंगकर्मी, प्रबुद्ध लोग, इतिहास में रुचि रखने वाले अध्येता, साहित्यकार और लेखक सहित दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के युवा पाठक व सदस्य उपस्थित थे।

सिलक्यारा टनल में फँसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू अभियान जारी

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देहरादून, सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के कारण फँसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। पाइप पुशिंग कर एस्केप टनल बनाने के लिए टनल में ऑगर ड्रिलिंग मशीन की स्थापना का कार्य पूरा करने के बाद मलबे के आर पार 900 एमएम व्यास के एमएस पाइप डालने की कार्रवाई जल्द शुरू होने की उम्मीद है। तकनीकी विशेषज्ञ और इंजीनियरों की टीम पाइप पुशिंग की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मौके पर है। उत्तराखंड पेयजल निगम के जीएम एवं ड्रिलिंग व बोरिंग के विशेषज्ञ दीपक मालिक इस अभियान के तकनीकी पक्ष और ड्रिलिंग प्रक्रिया की अगुवाई कर रहे हैं।

जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, एसडीएम डुंडा बृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम बड़कोट मुकेश चंद रमोला सहित कई अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद है और रेस्क्यू अभियान में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
क्षेत्रीय विधायक संजय डोभाल और भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री स्वराज विद्वान ने घटनास्थल का दौरा कर रेस्क्यू अभियान के बारे में मालूमात करते हुए पेशकश की कि रेस्क्यू अभियान में स्थानीय लोग हर तरह का सहयोग देने हेतु सदैव तैयार हैं।
इस बीच जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रेम पोखरियाल के साथ टनल के अंदर जाकर पाइप के जरिए मजदूरों से बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया। डॉ. पोखरियाल ने मजदूरों से उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली और स्वास्थ्य सम्बधित कुछ हिदायतें दी। सभी मजदूर सुरक्षित और सही स्थिति में बताए गए हैं। मजदूरों के लिए पाइप के जरिये खाद्य सामग्री भी भिजवाई गई है। टनल में फंसे मजदूरों की कुशलक्षेम जानने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे अनेक परिजनों को प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों ने ढांढस बंधाते हुए भरोसा दिलाया कि सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। अधिकारियों ने रेस्क्यू के प्रयासों की जानकारी देते हुए कुछ परिजनों की पाइप लाइन के जरिए फंसे मजदूरों से बात भी करवाई।

दीपावली की धूमधाम के बीच कई जगह लगी आग, रात से लेकर सुबह तक दौड़ती रही फायर ब्रिगेड

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देहरादून, देश में दीपावली की धूम रही, वहीं राज्य राजधानी में दीपावली पर पटाखों के कारण कई जगह लगी आग के कारण पूरी रात फायर ब्रिगेड की टीम दौड़ती रही। रविवार रात से लेकर सोमवार सुबह तक आग की 18 से अधिक घटनाएं हुईं, जहां फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर पाया गया। दीपावली की रात सबसे पहले सहस्रधारा रोड स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़े के ढेर पर आग लगी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया, इसके बाद शमशेरगढ़ बालावाला में एक मकान पर आग लग गई, जहां फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और घर पर मौजूद सभी लोगों को बाहर निकालकर आग पर काबू पाया। इस दौरान घर का काफी सामान जल गया। इसके बाद राजपुर रोड स्थित पैरामिड बार की लिफ्ट में एक व्यक्ति के फंसे होने की सूचना मिली। टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला।
वहीं, बालावाला नत्थुवाला व जीएमएस रोड वसंत विहार में खाली प्लाट में आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम दौड़ी और आग बुझाई। दूसरी ओर एसबीआई प्रेमनगर में गायत्री ज्वेलर्स में आग लगने की सूचना मिली। यहां इनवर्टर फटने से काफी नुकसान हो गया। ऋषिविहार वसंत विहार में खाली कार में आग लगने से कार पूरी तरह से जल गई। राजेंद्र नगर लेन नंबर-4 के पीछे खाली प्लाट में आग लग गई। त्यागी रोड अभिनंदन होटल पंवार ढाबा में आग लग गई। इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को काफी समय बाद लगी। फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया।
बालावाला मुनाल फार्म हाउस स्थित एक मकान में आग लगने से सारा सामान जल गया। कोई जनहानि नहीं हुई। इसी तरह सहस्रधारा रोड धोरण गांव रोड पर एक वर्कशॉप में इनटर्वर फटने से आग लग गई। कारगी चौक स्थित कपड़ों की दुकान में आग लगने से काफी मात्रा में कपड़े जल गए। नंदा की चौकी स्थित विशाल मेगामार्ट में शार्ट सर्किट होने से आग लग गई, हालांकि समय रहते आग पर काबू पाया गया।
लकड़ी की दुकान में लगी आग
ऊर्जा पार्क उरेड़ा के निकट आग लग गई। राजपुर रोड पर लकड़ी की दुकान पर आग लग गई, जिसे फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी मुश्किल से काबू पाया। अग्निशमन अधिकारी सुरेश चंद्र ने बताया कि सूचना मिलने पर तत्काल टीमें भेजी गई, और आग पर काबू पाया। आग की घटनाओं में किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।
वहीं हरिद्वार जनपद में दीपावली की रात जलते हुए पटाखे और राकेट गिरने से शहर में पांच जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आई। ज्वालापुर में सेक्टर टू बैरियर के समीप कबाड़ी के गोदाम में भीषण अग्निकांड से अफरा-तफरी मच गई। पूरा गोदाम जलकर राख हो गया। बगल के दो मंजिला मकान में धुंआ भरने से कई लोग अंदर फंस गए। दमकल की पांच गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, वहीं, बेहोश गोदाम मालिक को जिला अस्पताल भिजवाया गया। बगल के मकान में फंसे पड़ोसियों को बमुश्किल निकाला गया। पुलिस के मुताबिक, ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में हजारीबाग में धर्मवीर निवासी मोहल्ला तेलियान ने अपना कबाड़ का गोदाम बनाया हुआ है। दीपावली की रात एक जलता हुआ रॉकेट गोदाम में जा गिरा था जिससे आग लग गयी |

बेकरी कंपाउंड स्थित तीन मंजिला भवन में लगी आग, लाखों का सामान हुआ खाक

नैनीताल, जनपद में दीपावली की धूमधाम के बीच सोमवार को मल्लीताल क्षेत्र में अंडा मार्केट के पास बेकरी कंपाउंड में देर भीषण आग लग गई। आग से गोदाम में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। वहीं भवन स्वामी समेत मौजूद लोगों ने 100 मीटर दूर बने फायर स्टेशन और जल संस्थान पर लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया है।
जानकारी के अनुसार मल्लीताल स्थित बेकरी कंपाउंड में रात लगभग 12 बजे एक तीन मंजिले भवन में आग लग गई। आबादी वाले बेकरी कंपाउंड में दिवाली के रॉकिट ने रामकिशोर बेदी के तीन मंजिले मकान को आग की भेंट चढ़ा दिया। स्थानीय लोगों ने आग लगने की सूचना तत्काल अग्निशमन विभाग को दी।

जिसके बाद 100 मीटर दूर बने अग्निशमन कार्यालय से टीम पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद भी टीम को पानी की लाइन में पानी नहीं मिल सका। इस बीच आग ने रौद्र रूप ले लिया। अग्निशमन की टीम ने बमुश्किल आग बुझानी शुरू की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पानी की लाइनों में पानी नहीं आया, जिससे आग बुझाने में काफी परेशानी रही। मकान तक पहुंचने का रास्ता संकरा होने के कारण अलग-अलग जगहों से पानी लिया गया।

दमकल की कार्रवाई में देरी से मकान के भूतल और पड़ोस के मकानों को भी खतरा हो गया। गनीमत रही कि वहां कोई सो नहीं रह था नहीं तो जनहानि भी हो सकती थी। अग्निशमन की तीन गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। भवन स्वामी के अनुसार आग से लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। इस दौरान दमकल कर्मी प्रकाश कांडपाल उमेश कुमार, अमरदीप सिंह, कश्मीर सिंह, जसवीर सिंह, मोहन सिंह,,कुलदीप कुमार, दिनेश सिंह, रवि आर्य, मौ उमर, राजेंद्र सिंह,दमकल अधिकारी किशोर उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

कबाड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग, कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

देहरादून. मसूरी कैंपटी रोड़ गड्डी खाने के पास बीते देर रात एक कबाड़ी के गोदाम में भीषण आग लग गई। जिससे गोदाम में रखा सारा सामान जलकर राख हो गय। वहीं आग लगने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आग लगने की सूचना पर मौके पर पहुंची मसूरी पुलिस और फायर सर्विस के अधिकारी और कर्मी ने कबाड़ी के गोदाम पर लगी आग पर काबू पाने की कोशिश की। बता दे टीम ने करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक गोदाम पर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया था |
वहीं गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। आग लगने पर स्थानीय लोगों द्वारा आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग ने विकराल रूप ले लिया, जिससे लोग सफल नहीं हो सके। जिसके बाद लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस और दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मसूरी फायर सर्विस के अधिकारियों ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलने पर वह 2 फायर टेंडरों के साथ मौके पर पहुंचे और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

फायर सर्विस के अधिकारियों ने कहा कि आग के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। लेकिन अंदेशा जताया जा रहा है, कि पटाखे की चिंगारी से कबाड़ के गोदाम में आग लगी होगी। फिलहाल पूरे घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन गोदाम पर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।

एसडीआरएफ कमांडेंट ने मजदूरों से वॉकी टॉकी पर बात कर बढ़ाया हौसला

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श्रमिकों की पाइप के माध्यम से कराई परिजनों से बातचीत

सुरंग में फंसे मजदूरों को रसद व आवश्यक दवाइयां पहुंचाई गई

उत्तरकाशी, ब्रह्मखाल- बड़कोट के बीच सुरंग धंसने के कारण टनल में फंसे श्रमिकों से मणिकांत मिश्रा, कमान्डेंट SDRF ने वॉकी-टॉकी से बात कर उनकी कुशलता ली गयी है। श्रमिकों ने बताया कि वे सब ठीक है । कमान्डेंट ने हौसला बढाते हुए धैर्य और हिम्मत बनाये रखने को कहा। और उन्हें शीघ्र ही सुरक्षित रेस्क्यू किये जाने का भरोसा दिला।
इसके अलावा कम्प्रेसर के माध्यम से आवश्यक खाद्य सामग्री ( चना,बादाम,बिस्कुट,ओ०आर०एस, ग्लूकोज इत्यादि) व सिरदर्द व बुखार की कुछ दवाइयां भी पहुंचाई गई। टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत एवं बचाव अभियान जारी है।

वहीं सुरंग का दौरा करने के बाद सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा था कि फंसे हुए मजदूरों को मंगलवार रात या बुधवार तक बचाया जा सकता है। बचाव दल लगातार मलबा हटा रहा है। अब मलबे के ढेर में सुरंग तैयार करके पाइप डाला जाएगा। इसके जरिए मजदूरों को निकाला जाएगा। रंजीत कुमार सिन्हा ने सुरंग के अंदर भूस्खलन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सुरंग के अंदर सभी मजदूर सुरक्षित हैं जिन्हें पाइपलाइन के जरिए खाना, पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।

एसडीआरएफ कमांडेंट ने दिलाया मजदूरों को सुरक्षित निकालने का भरोसा
आज मंगलवार को एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने घटनास्थल पर पहुंच श्रमिकों से बात कर सुरक्षित रेस्क्यू का आश्वसन दिया। रसद और आवश्यक दवाइयां भी पहुंचाई गई। उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल बड़कोट के बीच सुरंग धसने के कारण टनल में फंसे श्रमिकों से मणिकांत मिश्रा द्वारा वॉकी-टॉकी के माध्यम से बात कर उनकी कुशलता ली गई। उन्होंने श्रमिकों का हौसला बढ़ाया। श्रमिकों द्वारा बताया गया कि वे सब ठीक है। कम्प्रेसर के माध्यम से श्रमिकों को आवश्यक खाद्य सामग्री पहुंचाई गई। गाजियाबाद से भी आयरन के 820 एमएम के पाइप लेकर एक ट्रक पहुंच गया है। जबकि एक अन्य पाइप उतारकर जा चुका है। एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान भी रेस्क्यू कार्य का जायजा लेने पहुंचे। रेस्क्यू कार्य में लगे बल के जवानों व अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया।

श्रमिकों के परिजनों से कराई बातचीत :
टनल में रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। 900 मिमी व्यास के पाइप व ऑगर ड्रिलिंग मशीन साइट पर पहुंच गई है। मशीन से ड्रिलिंग का तेजी से किया जा रहा है। रेस्क्यू में जुटे उत्तरकाशी पुलिस के सीओ ऑपरेशन प्रशांत कुमार द्वारा टनल के अन्दर फंसे श्रमिकों से पाइप के माध्यम से उनके परिजनों की बातचीत करवाकर धैर्य बंधाया जा रहा है।सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। अंदर फंसे कोटद्वार निवासी गंभीर सिंह नेगी के बेटे ने उनसे संपर्क कर कुशलक्षेम जानी। उत्तरकाशी पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा भी श्रमिकों के परिजनों से सम्पर्क कर उनको अपडेट दिया जा रहा है।

विद्युत विभाग के इंजीनियर ने लगायी फांसी, मृतक जेई के पद पर था नियुक्त

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देहरादून, थाना रायपुर को सिटी कन्ट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई कि कण्डोली गली न. 01 रायपुर, देहरादून में एक व्यक्ति ने फांसी लगा ली है।
उक्त सूचना पर रायपुर पुलिस मौके पर पहुंची तो जानकारी मिली कि एक व्यक्ति विनोद नेगी पुत्र राजपाल नेगी निवासी लेन न0 3 कण्डोली रायपुर देहरादून उम्र 46 वर्ष द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गई है, जिसे उसके परिजन मैक्स अस्पताल ले गये है, जिसे चिकित्सकों के द्वारा मृत घोषित किया गया है।
रायपुर पुलिस द्वारा मृतक की पंचायतनामा कार्यवाही की गयी। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ है कि मृतक बिजली विभाग में सब स्टेशन माजरा पटेलनगर देहरादून में जेई के पद पर नियुक्त था। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।

सात दिवसीय गौचर मेला शुरू : सीएम धामी ने किया उद्घाटन, पारम्परिक पहाड़ी संस्कृति से सजा पांडाल बना आकर्षण का केन्द्र

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-गौचर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत करने की घोषणा

-गौचर मेले के पहले दिन ईष्ट रावल देवता की पूजा के साथ स्कूली बच्चों ने निकाली प्रभात फेरी

चमोली, गौचर में 71वॉं राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का शानदार आगाज हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौचर मेले का विधिवत उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों एवं फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गौचर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उच्चीकरण करने की घोषणा भी की।
गौचर मेले में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हमारे जीवन में इंद्रधनुषी रंगों की तरह हैं और जीवन में ताजगी और उत्साह भर देते हैं। प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने- बाने को बुनने में बहुत मदद की और लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण हमारे राज्य का एक प्रसिद्ध राजकीय मेला है। उन्होंने मेले को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की।
सीएम ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी, रोपवे कनेक्टिविटी, हवाई कनेक्टिविटी सहित ऊर्जा एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में विशेष कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन का निर्माण तथा निर्माणाधीन रोपवे परियोजनाएं इस बात का उदाहरण हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का ‘‘विकल्प रहित संकल्प‘‘ के साथ कार्य किये जा रहे हैं। इस संकल्प के कुछ पड़ाव हमने पार कर लिए हैं पर अभी बहुत काम करना बाकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने, प्रदेश की महिलाओं के लिये 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून और सख्त नकल विरोधी कानून लागू करने का काम किया है। राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए प्रदेश और प्रदेश का हित सर्वोपरि हैं। प्रदेश में किसी भी वर्ग का अहित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को देश का एक ‘श्रेष्ठ राज्य‘ बनाने के लिए सभी के सहयोग और मार्गदर्शन करते रहने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजपाल सिंह बिष्ट को गोविन्द प्रसाद नौटियाल पत्रकार सम्मान और “विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान, उत्तराखण्ड“ को पंडित महेशानन्द नौटियाल शिक्षा और साहित्य प्रसार सम्मान से सम्मानित भी किया। क्षेत्रीय विधायक अनिल नौटियाल एवं मेला उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू बिष्ट ने गौचर मेले का शुभारंभ करने पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया और मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए समस्याओं के निदान के लिए मांग पत्र भी दिया।
गौचर मेले में पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद प्रातः स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली।
मेलाध्यक्ष/जिलाधिकारी हिमांशु खुराना द्वारा झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली गई। गौचर मेला मुख्य द्वार से चटवापीपल पुल तक एवं वापसी उसी रूट से होते हुए मुख्य मेला द्वार तक क्रास कण्ट्री दौड़ का आयोजन किया गया। खेल मैदान में बालक एवं बालिकाओं की दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या पर रात्रि को प्रसिद्ध जागर गायिका श्रीमती बसंती बिष्ट द्वारा लोकगीत, नृत्य और जागर के साथ ही गायक जितेंद्र तुमक्याल और श्वेता मेहरा द्वारा कुमांऊनी नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। गौचर मेले में पारम्परिक पहाडी संस्कृति से सजा पांडाल मेलार्थियों के बीच खासे आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
मेले के उद्घाटन के अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, राज्य मंत्री रमेश गडिया, पूर्व विधायक श्रीमती मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख/मेला उपाध्यक्ष श्रीमती चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष/मेला उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू बिष्ट, कर्णप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती दमयंती रतूड़ी, जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक सुश्री रेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह देव आदि सहित बडी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे।

विधि विधान के साथ बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, मुखवा के लिए रवाना हुई मां गंगा की डोली

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देहरादून, शीतकाल के लिए गंगोत्री धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए। मां गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हो गई है। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रियाएं भी आज से शुरू हो गई है। धार्मिक परंपरा के अनुसार, पूजा-अर्चना और भोग लगने के बाद धाम परिसर में स्थित भगवान गणेश मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंंद किए जाएंगे।
खरशालीगांव में स्थित मां यमुना मंदिर में भी मां यमुना के स्वागत की तैयारी चल रही है। यमुनोत्री धाम से यमुना के पुजारी पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि 15 नवम्बर को भैया दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर निर्धारित समय पर मां यमुना के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे।और मां यमुना का उत्सव श्री विग्रह शीत कालीन प्रवास खुशी मठ, खरसाली के लिए अपने भाई शनि देव जी की अगुवाई में प्रस्थान करेगी।
इससे पूर्व बुधवार 15 नवम्बर सुबह 8 बजे खरशालीगांव से यमुना के भाई शनिदेव महाराज की डोली बहन को लेने यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी और 10 बजे धाम पहुंचेगी। उसके पश्चात विधि-विधान के विशेष पूजा अर्चना अभिषेक आदि कर शीतकाल के लिए छह माह के लिए मां यमुना मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।