Wednesday, May 7, 2025
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मैडल लाओ नौकरी पाओ, क्योंकि खेलेगा उत्तराखंड तो आगे बढ़ेगा उत्तराखंड, खेल बनेगा करियर : रेखा आर्या

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-आउट ऑफ टर्न जॉब के लिए निकली विज्ञप्ति, अंतिम तिथि 18 दिसम्बर

-आउट ऑफ टर्न जॉब होगी प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए होगी मील का पत्थर साबित : रेखा आर्या

-खेल और खिलाड़ियो के लिए सरकार व विभाग लगातार कर रहा काम,नही किया जाएगा समझौता

-खेल नीति- 2021 “आउट ऑफ टर्न” सरकार की है अभूतपूर्व उपलब्धि : रेखा आर्या

देहरादून, उत्तराखंड के समस्त खिलाड़ियों के लिए यह बेहद खुशी का दिन है कि आज हमारे खिलाडी जिन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल किए है उन्हें हम सरकारी नौकरी में स्थान दे। ऐसे में यह कहते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि हमारे खिलाड़ी देश व प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं। हम अपने ऐसे खिलाड़ियो को नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आज जारी हुई विज्ञप्ति के माध्यम से वह सभी अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
वहीं खेल मंत्री ने बताया कि आउट ऑफ टर्न जॉब का जिओ जारी होने पर कहा कि निश्चित ही राज्य के ऐसे खिलाड़ी जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पदक ला रहे हैं उन्हें आउट ऑफ टर्न जॉब के माध्यम से नौकरी मिलेगी।कहा कि राज्य सरकार लगातार खेल को बढ़ावा देने व खिलाड़ियो को प्रोत्साहन के लिए काम कर रही है।हमारी कोशिश है कि हम खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करे।खेल और खिलाड़ियों के हितों के लिए कई निर्णय लिए जा रहे है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि खेल नीति, 2021 के अन्तर्गत, अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को उत्तराखण्ड में राजपत्रित/ अराजपत्रित पदों पर आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया था जिसका की सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
आपको बता दें कि वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन की अभी तक कोई व्यवस्था निर्धारित नहीं थी, जबकि वर्तमान में कई राज्यों द्वारा खिलाड़ियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक जीतने पर सीधे सेवायोजित किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप उत्तराखण्ड के प्रतिभावान खिलाड़ी, जिन्होने पूर्व में पदक प्राप्त किये है अथवा वर्तमान में पदक प्राप्त कर रहे है व अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिये अन्य राज्यों में सेवायोजन प्राप्त कर रहे है और उन्हीं राज्य का विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व भी कर रहे है। जिसके कारण उत्तराखण्ड राज्य खेल प्रतिभाओं के होने के बावजूद, अन्य राज्यों से पिछड़ गया था।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा राज्य के सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर अहम फैसला लिया गया है जो कि अपने आप मे एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।

वहीं खेलमंत्री रेखा आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए धन्यवाद प्रकट करते हुए आभार जताया है, और सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी |

 

डा० शैलेन्द्र प्रकाश मघवाल को सेन्ट्रल अमेरिका विश्वविद्यालय ने डॉक्टर ऑफ साइन्स की उपाधि से नवाजा

देहरादून, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल (लैन्सडाउन) में रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत प्रो० (डा०) शैलेन्द्र प्रकाश मधवाल को रसायन विज्ञान में उत्कृष्ट शोध हेतु सेन्ट्रल अमेरिका विश्वविद्यालय अमेरिका ने अपने सर्वोच्च सम्मान ऑनरेरी डाक्टर ऑफ साइन्स (डीएससी) की उपाधि प्रदान की है। इससे पूर्व डा० शैलेन्द्र प्रकाश मधवाल को साउथ अमेरिका विश्वविद्यालय अमेरिका द्वारा वर्ष 2016 में ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ लैटर्स (डी० लिट0) की उपाधि प्रदान की थी।
इससे पूर्व डा० मधवाल को ऐशिया पेसिफिक इन्टरनेशनल आवर्ड ज्वैल ऑफ इंडिया अवार्ड, विद्या स्त्न गोल्ड मेडल अवार्ड, राष्ट्रीय विद्या सरस्वती पुरस्कार, गोल्ड स्टार ऐशिया इन्टरनेशनल अवार्ड, लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड, भूतपूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत सरकार मे०ज० (सेवा निवृत) भुवन चंद्र खन्डूरी द्वारा प्राईड ऑफ उत्तराखण्ड भी दिया जा चुका है एवं अभी हाल ही में श्रीमति रितु भूषण खन्डूरी विधानसभा अध्यक्षा उत्तराखण्ड शासन द्वारा डिस्कवर उत्तराखण्ड 24 के बैनर तले उत्तराखण्ड गौरव रत्न अवार्ड 2022 भी प्राप्त हुआ है। मधवाल ने अपनी डॉक्टरेट रसायन विज्ञान में आरएसडी शोध/ड्रग्स में की है। डा० मधवाल के कई शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।
डा० मघवाल ने ऐसे यौगिकों का शोध किया, जो पोटेंशियल बॉयोलॉजिकल एक्टिविटी के साथ एंटीमाइक्रोबियल, एंटीफंगल एवं ऐंटी ट्यूमर इनहिबिटरी एक्टिविटी रखते हैं। कामवाल कई राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय विज्ञान-एजेन्सी के फैलो मेम्बर है।

 

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश, राजस्व बकायेदारों के नाम अखबारों में छपवाएं

हरिद्वार, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राजस्व के बड़े बकायेदारों के नाम अखबारों में छपवाए जाएं तथा राजस्व के लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। जिलाधिकारी ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में राजस्व सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक ली।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि एसडीएम व तहसीलदार कोर्ट आदि में राजस्व से सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों को देखते हुये यह प्रतीत हो रहा है कि संबंधित कार्मिक कोर्ट को समय कम दे रहे हैं। उन्होंने कहा जो प्रकरण लम्बित हैं, अधिक से अधिक समय देते हुये उनका निस्तारण तेजी से करना सुनिश्चित करें। रूटीन के जो काम हैं, वे नियमित रूप से हों तथा आवश्यक बैठकें अपराह्न 3.00 बजे के बाद की जाएं।
बैठक में चकबन्दी से जुड़े हुए कुछ अधिकारियों के अनुपस्थित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की तथा उनका स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये। बैठक में वसूली का विवरण लेते हुये उन्होंने निर्देश दिये कि जो बड़े 10 बकायेदार हैं, उनका पूरा विवरण एक डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित किया जाये तथा उस विवरण को समाचार पत्रों आदि में भी प्रकाशित कराया जाये।

वार्षिक खतौनी के बारे में सन्तोषजनक उत्तर न मिलने पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि रोस्टर बनाकर 15 दिन के भीतर खतौनी तैयार की जाएं तथा जब तक खतौनी बन नहीं जाती है, तब तक लेखपालों का वेतन आहरण न किया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी ने गुण्डा ऐक्ट, सीनियर सिटीजन के प्रकरण, भरण-पोषण के मामले, शत्रु सम्पत्ति, आडिट आपत्ति, भगवानपुर में तहसील भवन का निर्माण, विभागीय कार्रवाई, पदोन्नति, पेंशन, सेवा का अधिकार, मजिस्ट्रियल जांच आदि की समीक्षा की।

 

खास खबर : प्रदेश के सूचना अधिकारियों के हुए तबादले

देहरादून, राज्य सरकार ने सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखण्ड के अधीन जिला सूचना कार्यालयों में कार्यरत कार्मिकों के तबादले कर दिए गए है।
जिला सूचना अधिकारी गोविंद सिंह को बागेश्वर से जिला सूचना कार्यालय पिथौरागढ़, जिला सूचना अधिकारी जानकी को पिथौरागढ़ से सूचना निदेशालय देहरादून, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी कृपाल लाल टम्टा को नैनीताल से जिला सूचना कार्यालय पिथौरागढ़, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी सुरेश कुमार को उत्तरकाशी से जिला सूचना कार्यालय बागेश्वर और कनिष्ठ सहायक सुरेंद्र कुमार को पिथौरागढ़ से जिला सूचना कार्यालय नैनीताल भेजा गया है।

सिलक्यारा टनल : 100 घंटों से ज्यादा समय से फंसे हुए हैं 40 मजदूर, अब बिगड़ने लगी तबीयत

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उत्तरकाशी , जिले की सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे हुए सात राज्यों के 40 मजदूरों को 100 घंटे पूरे हो गए हैं। लेकिन अभी तक राज्य सरकार उनको सुरक्षित निकालने की कवायद में ही जुटी है, यह बहुत बड़ा प्रश्न सरकार के पाले में खड़ा है क्या इस आधुनिक तकनीकी के इस युग में यह कैसी विडम्बना है कि हम अभी तक सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर नहीं निकाल पाये, इधर एक के बाद नयी तकनीक की तैयारी की जा रही है सरकारी नुमाइंदे भी श्रमिकों के सकुशल होने की सूचना दे रहे हैं, भगवान करे कि फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित हो, लेकिन सवाल उठना लाजिमी है कि क्यों हुयी यह घटना, कौन है इसका जिम्मेदार ? इस पर सरकार भी मौन है | वहीं घटना स्थल पर सेना, एसडीआरएफ और अन्य बचावकर्मियों की टीम बचाव अभियान में जुटी हुई है। अब तो टनल में फंसे मजदूरों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई है। मजदूरों ने सिर दर्ज, पेट दर्ज और उल्टी जैसी बीमारियों की शिकायतें की हैं। हालांकि मजदूरों को स्वस्थ्य रहने के लिए पतली पाइप की मदद से सुरंग के अंदर जरूरी दवाइयां, ड्राइ फ्रूट्स, मल्टीविटामिन, जैसे सामान पहुंचाए जा रहे हैं।
वहीं प्रशासन टनल के बाहर एक 6 बेड वाला अस्थायी अस्पताल का भी सेटअप किया गया है और गंभीर मामलों को ऋषिकेश एम्स भेजने के भी इंतेजाम किए गए हैं। बता दें कि सुरंग के प्रदेश द्वार से लगभग 200 मीटर अंदर मजदूर फंसे हुए हैं और सुरंग द्वार पर 50 मीटर तक मलवा पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से बचावकर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गेट से मलवे को हटाने के लिए दिल्ली से कई अत्याधुनिक मशीने मंगाई गई हैं।

 

सिलक्यारा सुरंग में ऑगर मशीन ने 21 मीटर तक की ड्रीलिंग, श्रमिकों के सुरंग से जल्द निकलने की उम्मीद बढ़ी

उत्तरकाशी, जनपद के सिलक्यारा सुरंग में नई और शक्तिशाली ऑगर मशीन ने शुक्रवार सुबह तक 21 मीटर मलबे को भेद दिया जिससे पिछले पांच दिनों से अधिक समय से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों के जल्द बाहर आने की उम्मीद बढ़ गयी है। सिलक्यारा में बने उत्तरकाशी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, सुरंग में जमा मलबे में सुबह छह बजे तक 21 मीटर की दूरी तक ‘ड्रिलिंग’ हो चुकी है । सुरंग में 45 से 60 मीटर तक मलबा जमा है जिसमें ड्रिलिंग की जानी है। योजना यह है कि ड्रिलिंग के जरिए मलबे में रास्ता बनाते हुए उसमें 800 मिमी और 900 मिमी व्यास के कई बड़े पाइप को एक के बाद एक इस तरह डाला जाएगा कि मलबे के एक ओर से दूसरी ओर तक एक वैकल्पिक सुरंग बन जाए और श्रमिक उसके माध्यम से बाहर आ जाएं। इससे पहले, मंगलवार देर रात एक छोटी ऑगर मशीन से मलबे में ड्रिलिंग शुरू की गयी थी, लेकिन इस दौरान भूस्खलन होने से काम को बीच में रोकना पड़ा था। बाद में वह ऑगर मशीन भी खराब हो गयी थी।
इसके बाद भारतीय वायुसेना के सी-130 हरक्यूलिस विमानों के जरिए 25 टन वजनी बड़ी, अत्याधुनिक और शक्तिशाली अमेरिकी ऑगर मशीन दो हिस्सों में दिल्ली से उत्तरकाशी पहुंचाई गयी जिससे बृहस्पतिवार को दोबारा ड्रिलिंग शुरू की गयी। अधिकारियों ने बताया कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को लगातार खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
इसके अलावा श्रमिकों को ऑक्सीजन, बिजली, दवाइयां और पानी भी पाइप के जरिए निरंतर पहुंचाया जा रहा है। श्रमिकों से निरंतर बातचीत जारी है और बीच-बीच में उनकी उनके परिजनों से भी बात कराई जा रही है। उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएस पंवार ने कहा कि सुरंग के पास एक छह बिस्तरों का अस्थाई चिकित्सालय तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मौके पर 10 एंबुलेंस के साथ कई मेडिकल टीम भी तैनात हैं ताकि श्रमिकों को बाहर निकलने पर उनकी तत्काल चिकित्सकीय मदद दी जा सके। हर मौसम के अनुकूल चारधाम सड़क परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग का सिलक्यारा की ओर के मुहाने से 270 मीटर अंदर एक हिस्सा रविवार सुबह ढह गया था जिसके बाद से उसमें फंसे 40 श्रमिकों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

एसीएस राधा रतूड़ी ने उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का लिया अपडेट

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया तथा महत्वपूर्ण निर्देश दिए। एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की अद्यतन स्थिति एवं टनल में फंसे श्रमिकों की कुशलक्षेम की जानकारी ली।
आपदा नियंत्रण कक्ष में सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी को जानकारी दी गई कि ढही हुई सुरंग के 40 मीटर के लिए शॉटक्रेटिंग के साथ खुदाई का कार्य प्रगति पर है। बाएं और दाएं दोनों तरफ शीर्ष से 10 मीटर ऊपर गुहा बन गई है, सुरंग के साथ चिमनी का निर्माण शुरू हो गया है। अतिरिक्त शॉटक्रीट मशीन को आरवीएनएल पैकेज-III से कार्य स्थल पर स्थानांतरित किया गया है। प्राधिकरण अभियंता, टीम लीडर, आरवीएनएल से भूवैज्ञानिक निदेशक, एनएचआईडीसीएल के निदेशक (ए एण्ड एफ), निदेशक (टी) और कार्यकारी निदेशक (टी) और तथा सीजीएम, एनएचएआई के भू-तकनीकी विशेषज्ञों ने ढहने वाली जगह का समय-समय पर दौरा किया है। रात भर और उसके बाद सभी विकल्पों पर विचार किया गया तथा परिणामस्वरूप जो विकल्प कार्यान्वयन के अधीन है उसके तहत अंदर फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए हाइड्रोलिक जैक की मदद से 900 मिमी व्यास वाले एमएस स्टील पाइप को धक्का देना।
अधिकारियों द्वारा एसीएस श्रीमती रतूड़ी को जानकारी दी गई कि सुरंग के अंदर फंसे कार्यबल के पास पानी, भोजन, ऑक्सीजन, बिजली सभी उपलब्ध हैं, छोटे भोजन के पैकेट भी संपीड़ित हवा के साथ एक पाइप के माध्यम से सुरंग के अंदर भेजे गए हैं। श्रमिकों द्वारा खाद्य सामग्री प्राप्त होने की पुष्टि की गई है। श्रमिकों द्वारा बताया गया है कि वे सभी फंसे हुए श्रमिक सुरक्षित हैं। शुक्रवार सुबह 9ः30 बजे तक 22.0 मीटर पाइप पुशिंग का काम पूरा हो चुका है। पांचवें पाइप की पॉजिशनिंग का कार्य प्रगति पर है। स्टील पाइप को सफलतापूर्वक पुश करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा कार्य की प्रगति की निगरानी की जा रही है। एनएचआईडीसीएल के निदेशक (ए एंड एफ), निदेशक (टी), कार्यकारी निदेशक (पी) और बीआरओ, एनएचएआई, आरवीएनएल, राइट्स, भारतीय रेलवे, यूएसबीआरएल, इरकॉन, केआरसीएल, प्राधिकरण के इंजीनियर, मेसर्स नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, एसजेवीएनएल के विशेषज्ञ और डिज़ाइनर मेसर्स बर्नार्ड बचाव अभियान की नज़दीकी निगरानी एवं श्रमिकों की जल्द निकासी के लिए साइट पर मौजूद हैं।
अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि रेस्क्यू कार्यों में लगी सभी टेक्निकल एंजेसियों को शासन-प्रशासन एवं अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक सहयोग एवं सहायता ससमय उपलब्ध करवायी जानी चाहिए। एसीएस श्रीमती रतूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव कार्यों में लगी एंजेसियों और जिलाधिकारी उत्तरकाशी से निरन्तर अपडेट ले रहे हैं तथा कमिशनर गढ़वाल एवं आईजी गढ़वाल के निरन्तर सम्पर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई की है । केन्द्र सरकार के स्तर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन की निरन्तर निगरानी की जा रही है तथा राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिल रहा है।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग 20 नवम्बर को टिहरी जनपद में मनायेगा बाल दिवस

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देहरादून, मीडिया सेंटर सचिवालय परिसर में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना की अध्यक्षता में पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
प्रेस वार्ता का आयोजन दो वर्ष के कार्यकाल में आयोग में अपने अनुभव, उपलब्धियों व चुनौतियों को मीडिया के साथ साझा करने के उद्देश्य से किया गया। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा० गीता खन्ना ने बताया कि आयोग में उनके द्वारा लगभग दो वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। इस अंतराल में बच्चों के हितों व उनके अधिकारों को संरक्षित करने के लिए उनके द्वारा अथक प्रयास किये गये।

उपलब्धियां :
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साथ एक सुन्दर सम्बन्ध और सहयोग की दृष्टि से हमने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण हेतु प्रयासरत रहे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा सभी प्रादेशिक कार्यक्रमों में व आयोजित सभी कार्यशालाओं में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर उत्कृष्ट कार्य करने का प्रयास किया गया है।
भारत सरकार, सुप्रीम कोर्ट और अन्य सभी शीर्ष द्वारा आयोजित बैठकों में आयोग ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि उत्तराखंड हाईकोर्ट की जुवेनाइल जस्टिस कमेटी में अपना संवाद स्थापित कर आयोग के अनुरोध पर एक स्टेट स्टेकहोल्डर मीट की है और लगातार आभासी बैठक के माध्यम से व प्रशासन और आयोग के मार्गदर्शन का कार्य कर रहे है।
आयोग में अध्यक्ष पद पर निष्ठावान रूप से पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करने में आयोग के सदस्यों द्वारा जनपद स्तर पर सहयोग प्रदान किया जाता रहा है। माह जनवरी, 2022 में आयोग में अध्यक्ष पद ग्रहण करने के उपरान्त मेरा उद्देश्य राज्य स्तर पर बच्चों के अधिकारों व उनके साथ हो रहे उत्पीड़न को रोकने व इस प्रकार के कृत्य की पुर्नवृति रोकना रहा है।
आयोग द्वारा माह अप्रैल, 2023 को आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास हेतु डी०एम०एम०सी०, सभागार सचिवालय परिसर, देहरादून में राज्य में भूकंप, भूस्खलन व आगजनी जैसी आपदाओं आदि से बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत विभाग की तैयारियों एंव दिशा निर्देशों पर बैठक का आयोजन किया गया।
विद्यालयों/ शिक्षण संस्थों के अंतर्गत आने वाले शिक्षण संस्थानों में बच्चों के अधिकारों के हनन से सम्बन्धित मामलों में वृद्धि होने के दृष्टिगत माह मई, 2023 को द सेपियंस स्कूल, हरबर्टपुर विकासनगर देहरादून में बैठक की गई। बैठक में विकासनगर क्षेत्र के सभी विद्यालयां शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यों / निर्देशकों / प्रबंधकों से बाल अधिकारों के हनन जैसे सभी गम्भीर विषयों पर वार्ता की गई तथा शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 में योजित धाराओं के अंतर्गत नियमानुसार अनुसरण करने हेतु निर्देशित किया गया।
आयोग के सदस्यों के सहयोग से माह मई, 2023 में बाल श्रम एवं बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन तथा पुनर्वास पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें मंत्री श्रीमती रेखा आर्या जी द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर हमारा मनोबल बढाया गया था तथा आयोग द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य की सराहना की गई।
आयोग द्वारा माह जुलाई, 2023 में इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन फण्ड के सहयोग से ऑनलाईन बाल यौन शोषण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें साइबर बुलिंग, हैकिंग, ऑनलाइन बाल यौन शोषण जैसे गम्भीर मुद्दो पर चर्चा की गई। कार्यशाला में पुलिस विभाग द्वारा साइबर क्राइम पर पुलिस स्तर से की जा रही कार्यवाही भी साझा की गई तथा आयोग को हर सम्भव सहायता प्रदान किये जाने का भी आश्वासन दिया गया।

विधान सभा की अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूड़ी जी की अनुमति व आयोग के सदस्य श्री विनोद कपरवाण के सहयोग से गैरसैंण विधानसभा परिसर में माह जून, 2023 में आयोग द्वारा चतुर्थ बाल विधानसभा के द्वितीय सत्र का दो दिवसीय आयोजन किया गया, जिसमें विधानसभा की अध्यक्ष महोदया द्वारा बाल विधानसभा के विधायकों से संवाद कर उन्हें विधानसभा की कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया तथा विधानसभा का भ्रमण कराया गया व भविष्य में आयोग को बच्चों के हितों में किये जा रहे प्रयासों पर सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया गया।
उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा जनपद नैनीताल के भीमताल में सभी रेखीय विभागों के साथ बैठक की गई, जिसमें सभी विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया। मेरे द्वारा सभी रेखीय विभागों को आयोग के साथ एकजुट होकर बाल अधिकारों व उनके उत्थान व उत्पीड़न पर कार्य किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
आयोग द्वारा सदस्य श्री दीपक गुलाटी व सदस्य श्रीमती सुमन राय के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जनपद ऊधमसिंह नगर में बाल अधिकारों एवं सुरक्षा पर संवेदीकरण व जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सभी रेखीय विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
आयोग द्वारा समय समय पर प्रतिष्ठित निजी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, एकेडिमिक का औचक निरीक्षण किया गया तथा उनमें नजर में आई कमियों पर स्कूलों, कोचिंग संस्थानों को सुनवाई में आयोग में बुलाया गया।
आयोग द्वारा अनुशिक्षण संस्थान हेतु नियमावली तैयार किये जाने हेतु शासन से संस्तुति की गई।
रेस्क्यू किये गये बाल श्रमिकों के लिये पुनर्वास केन्द्र तैयार किये जाने हेतु शासन को संस्तुति की गई।
रनशे में लिप्त तथा नशा बेचने वाले बच्चों के लिये पुनर्वास केन्द्र तैयार किये जाने हेतु शासन से संस्तुति की गई।
स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा समस्त विभागों से मा० सर्वोच्च न्यायालय के प्रश्नों के उत्तर / सुझाव के क्रम में आयोग द्वारा मिसिंग चिल्ड्रन हेतु सुझाव शासन को प्रेषित किये गये।
मा० उच्च न्यायालय द्वारा जे जे एक्ट तथा पॉक्सो से जुड़े हितधारकों हेतु ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करने में आयोग द्वारा सहभागिता की गई।
आयोग द्वारा आगामी 20 नवम्बर को टिहरी जनपद में बाल दिवस मनाया जायेगा।

ब्रैकिंग : ओखलकांडा ब्लॉक के छीड़ाखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग पर गहरी खाई में गिरा वाहन, 7 लोगों की मौत

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जीप में 11 लोग बताए जा रहे सवार, अधौडा़ से हल्द्वानी को आ रही थी मैक्स

-800 मीटर गहरी खाई में गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा

-घायलों को एबुलेंस की मदद से हल्द्वानी हायर सेंटर किया गया रेफर

नैनीताल, जनपद के ओखलकांडा ब्लॉक के छीड़ाखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग में शुक्रवार की सुबह एक टैक्सी वाहन के खाई में गिरने से सात लोगों के मरने की आशंका है। साथ ही दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक वाहन में 11 लोग सवार बताये जा रहे हैं हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

ओखलकांडा ब्लॉक के छीड़ाखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग में शुक्रवार की सुबह एक टैक्सी वाहन के खाई में गिरने से सात लोगों के मरने की आशंका है। साथ ही दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को खाई से निकालकर ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से सड़क तक पहुंचाया।
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह 8 बजे एक टैक्सी वाहन 800 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। घटना में 7 यात्रियों के मरे होने की आशंका लग रही है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक और घयलों की सूची इस प्रकार है |
मृतक :
1- धनी देवी पत्नी रमेश पनेरू 38 साल
2- तुलसी प्रसाद पुत्र रमेश चंद्र 35 साल
3- रमा देवी पत्नी तुलसी प्रसाद 26 साल
4- योगेश पुत्र तुलसी प्रसाद 6 साल
5- देवी दत्त पुत्र ईश्वरी दत्त 45 साल
6- नरेश पनेरू पुत्र पूरन पनेरू 26 साल
7- तरुण पनेरू पुत्र तुलसी पनेरू 5 साल
घायल :
1- रमेश पनेरू पुत्र लाल मणी 36 साल चालक
2- शिव राज सिंह पुत्र कुंवर सिंह 25 साल
3- नवीन सिंह पुत्र कुंवर सिंह 20 साल
4- हेम चंद्र पनेरू पुत्र किशन चंद्र 46 साल

सीएम धामी का सख़्त रुख़, दो एक्सएन निलंबित

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मुख्यमंत्री धामी के गड्ढा मुक्त अभियान में हिलाहवाली करने वाले दो लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिरी है। सरकार ने लोनिवि के दो अधिशासी अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। सचिव लोनिवि पंकज पांडे ने गुरुवार को निलंबन आदेश जारी कर दिये हैं।

विजय कुमार, अधिशासी अभियंता (ईई)राजमार्ग खंड हल्द्वानी को भवाली क्षेत्र की सड़कों की स्थिति को सही न रख पाने के मामले में निलंबित किया गया। ईई अस्थाई खंड ऋषिकेश धीरेंद्र कुमार को जोगीवाला लाडपुर रायपुर रोड सहस्रधारा क्रासिंग से होते हुए खैरी मानसिंह के पास सड़क चौड़ीकरण, सौंदर्यकरण कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबित किया गया।

मुख्यमंत्री धामी अपनी पिछली बैठक में ही स्पष्ट संकेत दे चुके थे कि सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता की कमी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं। की जाएगी लिहाज़ा ताज़ा मामलों को देख अब सभी इंजीनियर अपने क्षेत्र में सड़कों के पुनः निरीक्षण में जुट गये हैं।

फर्जी प्रमाण पत्र से नेपाली व्यक्ति बन गया सभासद, सदस्यता निरस्त करने की एसडीएम ने की संस्तुति

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कोटद्वार, अनुसूचित जाति का फर्जी जाति प्रमाणपत्र लगाकर एक नेपाली व्यक्ति बेड़गांव ग्राम पंचायत में सभासद (वार्ड मेंबर) बन गया। ग्राम प्रधान की शिकायत पर जब नायब तहसीलदार ने प्रमाणपत्र की जांच की तो वह फर्जी निकला। साथ ही इबटसन बंदोबस्त की नकल भी नहीं जमा थी। तहसीलदार ने जाति प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया। पंचायतीराज विभाग ने एसडीएम सदर से उक्त व्यक्ति सदस्यता निरस्त करने को संस्तुति की है |
ब्लॉक कल्जीखाल के ग्राम पंचायत बेड़गांव के तत्कालीन ग्राम प्रधान प्रमोद रावत (वर्तमान में निलंबित) ने अक्तूबर 2021 में तत्कालीन डीएम को एक शिकायती पत्र सौंपा था जिसमें एक सभासद के नेपाली मूल के होने की शिकायत की थी। कार्रवाई नहीं होने पर अप्रैल 2023 में प्रधान ने फिर से डीएम डॉ. आशीष चौहान से कार्रवाई की मांग की। डीएम ने मामले की जांच नायब तहसीलदार को सौंप दी। जांच में मिला कि बेड़गांव में 1950-60 के दशक में नेपाली मूल एक व्यक्ति बीर बहादुर आया।
जिसे 1977 में एक आवासीय परियोजना के लिए भूमि का पट्टा आवंटित हुआ था। वीर बहादुर ने तहसील सतपुली के एक गांव की युवती से विवाह कर लिया था, जिसके बाद से उसके परिवार के सदस्यों का नाम परिवार रजिस्टर में भी दर्ज हो गया था। वह तब से निरंतर सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा है। वीर बहादुर ने बेटे चंद्रमोहन का वर्ष 2012 में अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र भी बनवाया था। वर्ष 2019 के त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में चंद्रमोहन बेड़गांव पंचायत में अनुसूचित जाति आरक्षित सीट से निर्विरोध सभासद बन गया।

सीएम धामी ने सचिवालय में मिलेट बेकरी आउटलेट का किया उद्घाटन

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को सचिवालय में मिलेट बेकरी आउटलेट का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य के मोटे अनाजों पर आधारित उत्पादों को बढ़ावा देने और महिला स्वयं सहायता समूहों की आजीविका में वृद्धि करने के उद्देश्य से सचिवालय परिसर में मिलेट बेकरी का आउटलेट शुभारंभ किया गया है।

राज्य में ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थानीय मंडुआ, झंगोरा, ज्वार, चौलाई इत्यादि अनाजों के उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इन उत्पादों के मूल्य संवर्धन के लिए जनपद देहरादून के रायपुर ब्लॉक तथा जनपद पौड़ी के पौड़ी ब्लॉक में 2 मिलेट उत्पादों की बेकरी प्रारम्भ की गयी है। मिलेट बेकरी में मंडुआ तथा झंगोरा का प्रसंस्करण कर बिस्किट, ब्रेड तथा पिज्जा बेस व अन्य उत्पाद तैयार किये जा रहें है। अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अन्तर्गत स्थानीय मोटे अनाजों के उत्पादन और उपभोग को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में अनेक कार्यक्रम किये जा रहे हैं।
राज्य सरकार द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। वर्ष 2025 तक सवा लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 40 हजार 270 महिलायें लखपति दीदी बनायी जा चुकी है। चयनित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बेकरी विशेषज्ञ के माध्यम से बेकरी उत्पाद हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जिससे अधिक संख्या में समूहों द्वारा बाजार की मांग के अनुरूप उच्च गुणवत्ता तथा पोषण से युक्त बेकरी उत्पाद तैयार कर लोगों को उपलब्ध करा सके।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्रीमती राधिका झा एवं ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे

सूबे में 62 लाख लोगों की बनी आभा आईडी

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54 लाख को वितरित किये गये आयुष्मान कार्ड, आयुष्मान भवः कैम्पेन के तहत जारी है अभियान

देहरादून,  सूबे में अब तक 62 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) तथा 54 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। राज्य के मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों में आयुष्मान भव अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान की हर स्तर पर निगरानी की जा रही है ताकि मार्च 2024 तक प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आइडी तथा पांच वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।

राज्य में चिकित्सा सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं सुलभता को लेकर राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग मार्च 2024 तक प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी व आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में जुटा है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 62 लाख 69 हजार 338 लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाये जा चुके हैं। जिनमें से 4 लाख 3 हजार 105 आभा आईडी विगत 17 सितम्बर 2023 से संचालित ‘आयुष्मान भव अभियान’ के तहत बनाई गई हैं। देहरादून जनपद में अबतक कुल 1318990 आभा आईडी बनाई गई हैं। जबकि नैनीताल में 727771, हरिद्वार 1027120, ऊधमसिंह नगर 787596, पौड़ी गढ़वाल 456124, अल्मोड़ा 351181, टिहरी गढ़वाल 360786, पिथौरागढ़ 287832, चमोली 244178, बागेश्वर 147535, चम्पावत 168874, उत्तरकाशी 204927 तथा रूद्रप्रयाग जनपद में 135138 आभा आईडी बनाई गई हैं, जबकि राष्ट्रीय पोर्टल पर तैयार 51286 आभा आईडी का चिन्हिकरण किया जा रहा है।

इसी प्रकार राज्य में अब तक 54 लाख 38 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। जिनमें से 2 लाख 12 हजार 920 आयुष्मान कार्ड आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत बनाये गये हैं। अल्मोड़ा जनपद में अब तक कुल 2 लाख 72 हजार आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। इसी प्रकार बागेश्वर में 1 लाख 20 हजार, चमोली 2 लाख 12 लाख, चम्पावत 1 लाख 23 हजार, देहरादून 11 लाख 15 हजार, हरिद्वार 9 लाख 13 हजार, नैनीताल 5 लाख 17 हजार, पौड़ी गढ़वाल 3 लाख 92 हजार, पिथौरागढ़ 2 लाख 37 हजार, रूद्रप्रयाग 1 लाख 28 हजार, टिहरी गढ़वाल 3 लाख 39 हजार, ऊधमसिंह नगर 8 लाख 84 हजार तथा उत्तरकाशी जनपद में 1 लाख 86 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। आयुष्मान भव अभियान प्रदेश में निरंतर चलाया जा रहा है, जिसकी मॉनिटिरिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार की जा रही है। अभियान के तहत प्रत्येक जनपद की सभी चिकित्सा इकाईयों में लोगों के आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाई जा रही है, इसके साथ ही दोनों प्रकार के कार्डों के बनाने को लेकर आम लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है।

राज्य सरकार ने मार्च 2024 तक प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी व आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है। अब तक प्रदेश में 62 लाख लोगों की आभा आईडी व 54 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। तय लक्ष्य समय पर हासिल हो, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है।-डॉ. धन सिंह रावत, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।

निमोनिया से बच्चों में होने वाली मृत्यु को कम करना उत्तराखण्ड सरकार का लक्ष्य

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देहरादून, नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का प्रदेश भर में हुआ शुभारम्भ शिशु मृत्यु दर को कम करने में प्रयासरत स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड राज्य में शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए 15 से 21 नवंबर तक ‘नवजात शिशु देखभाल सप्ताह’ मनाया जा रहा है। इसमें कंगारू मदर केयर व स्तनपान को बढ़ावा देने तथा बीमार शिशुओं की पहचान कर उचित उपचार किया जाएगा। श्रीमती अमनदीप कौर, अपर मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आज दिनांक 16/11/2023 को सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए|
इस अवसर पर अपर मिशन निदेशक ने घर-घर जाकर गहनता से शिशुओ के स्वास्थ जाच किये जाने हेतु दिशा निर्देश दिए। इस हेतु औषधियों एवं उपकरणों के साथ साथ प्रशिक्षण पर भी जोर दिया गया।

इसके साथ ही 10 नवम्बर 2023 से 29 फरवरी 2024 तक संचालित किये जाने वाले सांस अभियान (SAANS Campaign) की समीक्षा बैठक की गयी। SAANS (Social Awareness and Action to Neutralize Pneumonia Successfully & SAANS) अभियान का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं में निमोनिया से होने वाली मृत्युओ को कम करना है। उक्त बैठक में डा0 अमित शुक्ला, प्रभारी अधिकारी मातृ एवं बाल स्वास्थ्य, एन0एच0एम0 के साथ-साथ समस्त जनपदों के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एवं जिला कम्युनिटी प्रबंधक द्वारा प्रतिभाग किया गया।