Monday, June 9, 2025
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नौकरानी ने लगाया था कर्नल पर रेप का आरोप,  अब पीड़िता का फोन मिल रहा लगातार बंद

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देहरादून(आरएनएस)।   सेना के कर्नल के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने वाली उनकी पूर्व नौकरानी के बाद देहरादून पुलिस की टेंशन भी बढ़ गई है। मामले की जांच कर रही पुलिस ने जब नौकरानी से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद हो गया है।  केस में जांच शुरू करने के लिए पुलिस को सबसे पहले नौकरानी के बयान दर्ज करने हैं। इसके बाद कर्नल की तैनाती और यूनिट का पता लगाया जाएगा। अंबाला निवासी महिला ने तहरीर दी कि वह 2015 में दून में झुग्गी बस्ती में रहकर घरों में झाड़ू और खाना बनाने का काम करती थी।  कुछ समय उन्होंने भारूवाला क्लेमेनटाउन में कर्नल गौरव सिंह गोसाईं के घर पर भी काम किया। उन्होंने बताया कि एक दिन कर्नल की पत्नी दीपाली बच्चों को लेकर शहर से बाहर गईं थी। आरोप है कि इस दौरान घर में अकेले रह रहे कर्नल ने उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी से जिक्र करने पर जान से मारने की धमकी दी। महिला इससे डर गई और अंबाला लौट गई।
पुलिस के अनुसार, महिला ने बताया कि 17 सितंबर 2023 को वो किसी काम से देहरादून आई थी। यहां अचानक बल्लूपुर चौक के समीप उन्हें कर्नल की पन्नी दीपाली मिल गई।
दीपाली ने उस वक्त अचानक काम छोड़ने का कारण पूछा तो महिला ने आपबीती सुना दी। पुलिस का कहना है कि कर्नल की पन्नी ने महिला को पुलिस में शिकायत करने के लिए कहा। तब पीड़िता ने क्लेमनटाउन थाने में केस दर्ज कराया।
एसओ क्लेमनटाउन दीपक धारीवाला ने बताया कि केस की जांच पटेलनगर थाने की महिला दरोगा के पास है। महिला दरोगा ने पीड़िता के फोन पर कई बार संपर्क किया। वह लगातार बंद चल रहा है। पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है।

सीएम धामी ने उत्तराखण्ड की विधानसभा में पेश किया यूसीसी विधेयक

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‘यूसीसी विधेयक पेश, सीएम को मिली बधाई’

‘सदन में जय श्री राम और भारत माता की जय के लगे नारे’

देहरादून, जय श्री राम व भारत माता की जयघोष के बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को विधानसभा में चर्चित समान नागरिक संहिता विधेयक पेश किया। विधेयक के पेश होने के बाद भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की। और सीएम धामी को बधाई दी।11 बजकर 25 मिनट पर स्पीकर ऋतु खंडूडी ने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद यूसीसी विधेयक पर चर्चा की जाएगी। इससे पूर्व, सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता विपक्ष आर्य व प्रीतम सिंह ने कहा विधेयक पर चर्चा कराई जानी जरूरी है।
यूसीसी की एक्सपर्ट्स कमेटी की रिपोर्ट पहले सदन में पेश की जानी चाहिए थी। ड्राफ्ट के अध्ययन को समय मिलना चाहिए। लेकिन सरकार विपक्ष को वंचित किया जा रहा है। आर्य ने प्रश्नकाल निलंबित होने पर कार्य संचालन नियमावली की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रश्न करने केअधिकार को खत्म किया जा रहा है।

स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने सदन को आश्वस्त किया कि यूसीसी विधेयक को चर्चा के बाद ही पारित किया जाएगा। इसके बाद सीएम ने यूसीसी विधेयक पेश किया। इससे पूर्व, X पर लिखे संदेश में सीएम ने कहा कि यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए गर्व का क्षण है कि हम UCC लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने वाले देश के पहले राज्य के रूप में जाने जाएंगे।

चांदी के भाव 71 हजार से नीचे, सोना के भी गिरे दाम

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नईदिल्ली,। इस सप्ताह के पहले दिन सोने चांदी के वायदा भाव में सुस्ती देखी जा रही है। आज दोनों के वायदा भाव गिरावट के साथ खुले। सोने के वायदा भाव 62,450 रुपये और चांदी के 70,900 रुपये के करीब कारोबार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने—चांदी के वायदा भाव की शुरुआत तेज रही। लेकिन बाद में इनकी कीमतों में गिरावट देखी जाने लगी
सोने के वायदा भाव की शुरुआत आज गिरावट के साथ हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का बेंचमार्क अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट 69 रुपये की गिरावट के साथ 62,493 रुपये के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 119 रुपये की गिरावट के साथ 62,443 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 62,493 रुपये के भाव पर दिन का उच्च स्तर और 62,400 रुपये के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। पिछले साल दिसंबर महीने में सोने के वायदा भाव ने 64,063 रुपये के भाव पर सर्वोच्च स्तर छुआ था।
चांदी के वायदा भाव की शुरूआत आज सुस्ती के साथ हुई। एमसीएक्स पर चांदी का बेंचमार्क मार्च कॉन्ट्रैक्ट आज 432 रुपये की गिरावट के साथ 70,776 रुपये के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 279 रुपये की गिरावट के साथ 70,929 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 70,950 रुपये के भाव पर दिन का उच्च और 70,776 रुपये प्रति किलो के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। पिछले साल दिसंबर महीने में चांदी के वायदा भाव 78,549 रुपये किलो के भाव पर पहुंच गए थे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने—चांदी के वायदा भाव की शुरुआत तेजी के साथ हुई। लेकिन बाद में इनके भाव में सुस्ती देखी जाने लगी। कॉमेक्स पर सोना 2,057.89 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। पिछला क्लोजिंग प्राइस 2,053.70 डॉलर था। खबर लिखे जाने के समय यह 6.30 डॉलर की गिरावट के साथ 2,047.70 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था। कॉमेक्स पर चांदी के वायदा भाव 22.84 डॉलर के भाव पर खुले, पिछला क्लोजिंग प्राइस 22.79 डॉलर था। खबर लिखे जाने के समय यह 0.16 डॉलर की गिरावट के साथ 22.63 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था।

बार एसोसिएशन चुनाव: 27 फरवरी को वोटिंग और 28 को मतगणना

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देहरादून(आरएनएस)।  बार एसोसिएशन देहरादून के वार्षिक चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया। चुनाव कार्यक्रम जारी होते ही दावेदार सक्रिय हो गए हैं। चुनाव अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता एलबी गुरुंग, दीपक आहलूवालिया और एसएस मेहरा की तरफ से चुनाव का पूरा कार्यक्रम जारी किया गया है। 28 फरवरी को मतगणना के बाद नई कार्यकारिणी बार एसोसिएशन की बागडोर संभालेगी।
यह चुनाव कार्यक्रम
– 14 और 15 फरवरी को नामांकन पत्रों की बिक्री होगी।
– 16 फरवरी को सुबह नौ बजे से दो बजे तक नामांकन होंगे।
– 17 फरवरी को सुबह दस बजे से दो बजे तक नाम वापसी होगी।
– 17 फरवरी को शाम पांच बजे नामांकन पत्रों की जांच के बाद दावेदारों की अंतिम सूची जारी होगी।
– 27 फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
– 28 फरवरी को सुबह दस बजे से मुतगणना शुरू होगी। इसके बाद जीते प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे।

पूर्व कैबिनेट मंत्री, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और मीडिया प्रभारी सहित हजारों ने ली भाजपा की सदस्यता

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देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री समेत कांग्रेस एवं विभिन्न दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत हजारों लोगों ने आज भाजपा की सदस्यता ली हैं । इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, लगातार पार्टी में शामिल होने वालों का सैलाब बताता है कि पीएम मोदी और सीएम धामी के नेतृत्व में समूचा उत्तराखंड भी भाज़पामय हो गया है । इसलिए मोदी जी के चुनावी रथ का राज्य की सभी सीटों पर प्रचंड जीत की हैट्रिक के साथ आगे बढ़ना निश्चित है ।

प्रदेश मुख्यालय में आज पार्टी ज्वाइन करने वालों की तादात इतनी अधिक रही कि कार्यक्रम को 3 पालियों में संपन्न करना पड़ा । इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने सभी नवांगुतों का फूल माला और पटका पहनाकर स्वागत किया । अपने संबोधन में उन्होंने पार्टी में शामिल होने वाले सभी राजनैतिक कार्यकर्ताओं को पार्टी का मुखिया होने के नाते उनके मान सम्मान का भरोसा दिलाया । उन्होंने कहा, पीएम श्री नरेंद्र मोदी मोदी के मार्गदर्शन एवं कम श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देश की भांति प्रदेश का भी चौमुखी विकास हो रहा है। आज देशवासियों को आगमी 5 वर्षों में भारत के तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनने और विकसित देशों में शुमार होने का पूरा भरोसा है । साथ ही वर्तमान नीतियां और हालत बताते हैं कि इस सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड के नाम होने वाला है । यही वजह है कि लगातार एक के बाद एक, प्रदेश स्तर पर ज्वाइनिंग अभियानों में विभिन्न पार्टियों के राजनैतिक कार्यकर्ताओं का सैलाब उमड़ रहा है । आज अधिक संख्या के चलते 3 पालियों में ज्वाइनिंग कराना दर्शाता है कि सम्पूर्ण उत्तराखंड भाजपामय बन गया है ।

उन्होंने पार्टी में शामिल होने वाले लोगों का जोश पढ़ते हुए कहा, आप सभी बेहद सौभाग्यशाली हैं कि विश्व का सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व, सर्वश्रेष्ठ पार्टी और सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ रहे हैं । कांग्रेस पार्टी समेत विपक्ष के पास न विचारधारा है, न मुद्दे हैं और न ही नेतृत्व है, यही वजह है कि भाजपा शामिल होने वालों का कारवां लगातार बढ़ने वाला है । उन्होंने दावा किया कि मोदी जी के चुनावी रथ का राज्य की सभी सीटों पर प्रचंड जीत की हैट्रिक के साथ आगे बढ़ना निश्चित है ।

इस दौरान पार्टी 2 हजार से अधिक समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता लेने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री दिनेश धन्ने ने कहा, पीएम मोदी और सीएम धामी के कामों से प्रभावित होकर उनकी सम्पूर्ण जन एकता पार्टी आज यहां है । पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और सीएम धामी के नेतृत्व उत्तराखंड विकास के हाइवे पर दौड़ रहा है । ठीक उसी तरह वह टिहरी को भी प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ जनपद बनाने के कृत संकल्प के साथ हम सभी भाजपा में आए हैं । उनके साथ भाजपा में शामिल होने वालों में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुषमा सजवान, श्रीमती संगीता ज्याडा, श्रीमती कुंती सजवान, पूर्व पंचायत सद्स्य श्रीमती रागिनी भट्ट, श्री मूर्ति सिंह नेगी, श्री देवेंद्र डुमोगा, श्री कृष्ण सिंह रावत, श्री दिनेश मियां, श्री विनोद नेगी, श्री अरविंद खारोला, छात्र संघ अध्यक्षों में श्री योगेश पाल, श्री राजवीर भंडारी, श्री प्रताप गोसाई, श्री विजयपाल रावत, श्री प्रशांत उनियाल, श्री कुशवीर तड़ियाल, श्री रविंद्र रावत, श्री अलंकर सुमन, पूर्व प्रमुख एवं क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधियों में पूर्व प्रमुख श्रीमती आनंदी नेगी, श्री संजय मैठाणी, ज्येष्ठ उप प्रमुख श्री जगमोहन नेगी, श्री पदम सिंह नेगी, नारायण सिंह पवार, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल श्री अतीक अहमद, श्री करम सिंह तोपवाल, श्री संजय सजवान, श्री दीपक राणा, श्री असद अली, श्री गंगाधर चमोली, पार्टी संगठन से नगर अध्यक्ष अध्यक्ष श्री फारुख शेख, देव सिंह पुंडीर, सोमवारी लाल सकलानी, शशि भूषण भट्ट, श्री बलवीर पुंडीर, श्री कृष्णा, मुंबई सिंह गुनसोला श्री अनीता भंडारी, श्रीमती अनीता थपलियाल दिनेश उनियाल

वहीं इसके अतिरिक्त कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी श्री पीके अग्रवाल ज़िला अध्यक्ष पछुवादून श्रीमती लक्ष्मी अग्रवाल प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती किरण सिंह प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस, श्री सुरेंद्र ठाकुर, प्रदेश सचिव श्री एस विक्रांत प्रजापति, रॉबिन चौधरी समेत बड़ी संख्या में सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा को सदायता ली । इस दौरान श्रीमती लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा, भाजपा के विचारों और मोदी धामी के विकास के कार्यों से प्रभावित होकर हम पुनः पार्टी में आए हैं । संगठन जो भी भूमिका और कार्य हमे सौंपेगी उसे हम सभी पूर्णतया क्षमता से उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे ।

इसी तरह उत्तरकाशी से वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री हेमचंदमोला के साथ अशरफ राणा, मोहनलाल मटवान, कमल लाल, राम दयाल, दलवीर चंद रमोला, जवाहरलाल मटवान घनश्याम लाल, श्रीमती सुनीता रमोला ने पार्टी का दामन थामा । इसके साथ ही यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष एवं श्रीनगर से दो बार विधानसभा चुनाव लड़े मोहन काला ने भी सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली । कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी द्वारा किया गया । इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोहरकांत ध्यानी जी प्रदेश महामंत्री श्री खिलेंद्र चौधरी श्री राजेंद्र बिष्ट मेरा रतूड़ी हेमा जोशी उपस्थित रहे ।

18वीं राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मेलन ‘‘भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा, विश्व शांति और सद्भाव‘‘

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देहरादून ,  यूकाॅस्ट के महानिदेशक प्रो.दुर्गेश पंत ने बताया कि उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् द्वारा आयोजित,उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मेलन (USSTC) एक वार्षिक कार्यक्रम है जो वैज्ञानिक समुदाय, शोधार्थियों, शिक्षाविदों, छात्र-छात्राओं एवं नवोन्मेषकों को एक साझा मंच प्रदान करता है जिसमे विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श, व्याख्यान और मंथन सत्र आयोजित किये जाते हैं। यह आयोजन उत्तराखंड के प्रतिभाशाली युवा वैज्ञानिकों को राज्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी शोध और शिक्षण कार्य को बढ़ावा देने में योगदान हेतु प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। विज्ञान सम्मेलन में विभिन्न विषयों के अंतर्गत तकनीकी सत्रों को शामिल किया जाता है जिनमें प्रख्यात वैज्ञानिकों के व्याख्यान और युवा शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के शोधपत्र शामिल हैं।

प्रो. दुर्गेश पंत ने कहा इस वर्ष, 18वीं राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मेलन का आयोजन यूकॉस्ट द्वारा कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी के साथ मिलकर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी में किया जाएगा । इस विज्ञान सम्मेलन का मुख्य विषय ‘‘भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा, विश्व शांति और सद्भाव‘‘ है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक स्वदेशी ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के बीच एक समन्वय स्थापित करना है ताकि हम परम्पराओं को संयोजित करते हुए आधुनिकता की ओर अग्रसर हों। विज्ञान महोत्सव मे प्राचीन ग्रंथों में पाए गए गहन- गूढ़ ज्ञान और आज के समय में उनकी प्रासंगिकता पर विभिन्न विद्वानों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, चिकित्सकों, शिक्षाविदों ओर विद्यार्थियों को एक साथ विचार -विमर्श हेतु मंच प्रदान करेगा ।
यह विज्ञान महोत्सव भारतीय पारंपरिक ज्ञान को फिर से पुनर्जीवित और प्रदर्शित करने का भी एक प्रयास है। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विचार-मंथन सत्र, विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ चर्चाएं और भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा, विश्व शांति और सद्भाव विषय पर मंथन सत्र हैं, जिसके अंतर्गत चार उप विषय- विज्ञान और आध्यात्मिकता, समग्र स्वास्थ्य और आयुर्वेद विज्ञान, वैदिक गणित तथा खगोल विज्ञान और आपदा प्रतिरोधी उत्तराखंड पर सत्र हैं । इसके साथ ही विज्ञान महोत्सव में कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान, गृह विज्ञान, भूविज्ञान, गणित, अभियांत्रिकी, भौतिकी, ग्रामीण विज्ञान, जीव विज्ञान आदि विषयों में उत्तराखंड के विभिन्न शिक्षण संस्थानों, अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी कॉलेजों में अध्ययनरत /कार्यरत शोधार्थियों और युवा वैज्ञानिकों के शोध कार्यों पर भी तकनीकी सत्र आयोजित किये जायेंगे। इस कार्यक्रम में इनोवेटर ऑफ द ईयर पुरस्कार भी दिया जायेगा जो कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए गए नवाचार के लिए दिया जाता है। इस विज्ञान महोत्सव में लगभग 400 से अधिक शोधकर्ता और 150 से अधिक विषय विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे । कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी संगम, डायरेक्टर्स मीट आदि विचार मंथन सत्र भी आयोजित किये जायेंगे। इसके साथ ही राज्य और राष्ट्रीय स्तर के शोध एवं अन्य संस्थाओं की विभिन्न प्रदर्शनियों और आयोजित कार्यक्रमों में स्कूली छात्र-छात्राएं, शोधार्थी, शिक्षक, विषय विशेषज्ञ और टेक्नोक्रेट भी प्रतिभाग करेंगे तथा अपने अनुसंधान और नवाचार से सबको अवगत कराएँगे। इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान राज्य में स्थित केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न संस्थानों द्वारा उनके विशिष्ट कार्यों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी।

विश्व कैंसर दिवस पर प्रदेश भर में आयोजित जनजागरुकता कार्यक्रम, अत्याधुनिक मशीन से की गई स्क्रीनिंग

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देहरादून, विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) युक्त थर्मल इमेजरी मशीन से महिलाओं की स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग की गई साथ ही आमजन को नुक्कड़ नाटक व अन्य माध्यमों से कैंसर के प्रति जागरुक किया गया।
कार्यक्रम में मौजूद स्वाति भदौरिया, मिशन निदेशक, एन.एच.एम. द्वारा बताया गया कि कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अत्याधुनिक मशीन के जरिए महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर की जांच हेतु इस मशीन का उपयोग पायलट प्रोजेक्ट के रुप में किया गया प्रयास है कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण कैंसर जांच सभी अस्पतालों में मिले।
मिशन निदेशक द्वारा बताया गया कि कैंसर दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों में आम जनमानस को कैंसर रोग से बचाव हेतु जागरूक करना तथा इसके लक्षणों की समय से पहचान कर उपचार को प्रोत्साहित करते हुये कैंसर से होने वाली मृत्यु दर को कम करना है। कैंसर के अधिकतम मामलों में इसका कारण तम्बाकू, धूम्रपान, खराब जीवनशैली एवं गलत खानपान है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख कैंसर, स्तन कैंसर एवं ग्रीवा कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है तथा कैंसर के रोगियों को पहचान कर माध्यमिक एवं तृतीयक देखभाल हेतु संदर्भित किया जा रहा हैं।
कार्यक्रम में मौजूद व्यक्तियों को अवगत कराया गया कि विश्व स्तर पर कैंसर प्रमुख स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में कैंसर का एज स्टैंडर्डाइज्ड रेट 98.5 प्रतिलाख जनसंख्या है (स्रोत- वैश्विक कैंसर वेधशाला)। इसके अनुसार उत्तराखण्ड राज्य में लगभग 12,017 व्यक्ति कैंसर रोग से ग्रसित है। सभी प्रकार के कैंसर रोगों में से मुख कैंसर, स्तन कैंसर एवं ग्रीवा कैंसर प्रमुख कैंसर है। कैंसर से होने वाली मृत्यु दर को कम करने हेतु रोगियों में प्रारम्भीक अवस्था में ही लक्ष्णों की पहचान करते हुये उपचार प्रदान किया जाना आवश्यक है।

गैर संचारी रोग (एन.सी.डी.) कार्यक्रम के अन्तर्गत दो प्रकार की स्क्रीनिंग गतिविधियां चलाई जा रही हैं
(1) पोपुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग- सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता से पूरे राज्य में पोपुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य सामान्य गैर संचारी रोगों (एन.सी.डी.) के लिए 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को स्क्रीन करना जिससे कैंसर के साथ अन्य एनसीडी की समय से पहचान की जा सके तथा प्रारम्भिक अवस्था में उपचार प्रदान किया जा सकें। प्रदेश के 1307 एस.एच.सी.- आयुष्मान आरोग्य मंदिर व 408 पी.एच.सी.- आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है।
(2) फैसिलिटी बेस्ड स्क्रीनिंग- जिसके अन्तर्गत समस्त जिला चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एन.सी.डी. क्लिनीक की स्थापना की गई है। इन चिकित्सालयों में आने वाले 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी रोगियों तथा उनके साथ आये उनके परिचारकों की एन.सी.डी. क्लिनिक के मेडिकल पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा गैर संचारी रोगों जैसे मधूमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर (मुख, स्तन एवं ग्रीवा कैंसर) की जांच की जा रही है। प्रदेश के 13 एन.सी.डी. क्लिनिक, जिला अस्पताल व 64 सी.एच.सी. एन.सी.डी. क्लिनिक में कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है।

गैर संचारी रोग रोकथाम हेतु प्रदेश की तैयारी
गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अन्तर्गत 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। 15.32 लाख व्यक्तियों की गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग की गई है। जिसमें आतिथि तक 13.07 लाख व्यक्तियों की मुख कैंसर, 7.00 लाख व्यक्तियों की स्तन कैंसर तथा 0.67 लाख व्यक्तियों की ग्रीवा कैंसर की स्क्रीनिंग की गई।
गैर संचारी रोगों की रोकथाम एव नियंत्रण के लिये कैंसर का उपचार ले रहे रोगियो को कीमोथेरेपी, दर्द प्रबंधन और अन्य डे-केयर संबंधी सेवाएं प्राप्त करने हेतु बार-बार कैंसर हॉस्पिटल जाना पडता था, जिसके कारण आने-जाने का खर्च एवं मरीज तथा सगे सम्बन्धियों को असुविधा का सामना करना पडता था, जिसे देखते हुए एन.पी.एन.सी.डी. कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी 13 जिलों में कैंसर डे-केयर सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। जहां कैंसर से पीड़ित मरीजों को उनके जनपद पर ही कीमोथेरेपी, दर्द प्रबंधन और अन्य डे-केयर संबंधी सेवाएं प्रदान की जायेंगी।
वर्तमान तक 10 जनपदों में कैंसर डे-केयर यूनिट स्थापित है। जिनमें वित्तीय वर्ष 2023-24 में वर्तमान तक 46 रोगियों द्वारा उपचार प्राप्त किया गया है। उत्तराखंड के 10 पहाड़ी जिलों में कैंसर डे केयर यूनिट की स्थापना की गई है। जिला अस्पताल अल्मोड़ा, जिला अस्पताल चमोली, जिला अस्पताल चंपावत, बेस अस्पताल श्रीनगर पौड़ी, जिला अस्पताल पिथौरागढ़, उप जिला अस्पताल नरेंद्र नगर टिहरी, जिला अस्पताल उत्तरकाशी, जिला अस्पताल बागेश्वर, उप जिला अस्पताल हरिद्वार, कोरोनेशन हॉस्पिटल देहरादून। शेष जनपदों नैनीताल, रूद्रप्रयाग एवं उधमसिंह नगर में कैंसर-डे केयर सेंटर की स्थापना का कार्य गतिमान है, जिसे वित्तीय वर्ष 2023-24 के अन्त तक पूर्ण कर लिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग और परिवहन निगम के 122 अभ्यर्थियों को प्रदान किये नियुक्ति पत्र

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राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता रैली का फ्लैग ऑफ किया।

16 महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण के बाद प्रदान किये ड्राइविंग लाइसेंस।

सड़क सुरक्षा कैलेण्डर और सड़क सुरक्षा पर आधारित डाटा बुक का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन।

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में परिवहन निगम के अन्तर्गत चालक एवं परिचालक पद के लिए 106 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। इन अभ्यर्थियों को मृतक आश्रित के रूप में परिवहन विभाग में नियुक्ति दी गई है। परिवहन विभाग के अन्तर्गत चयनित 16 सहायक लेखाकारों को भी मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्रदान किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा माह के अन्तर्गत राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता रैली का फ्लैग ऑफ किया। इस अभियान के तहत सभी जनपदों में सड़क सुरक्षा के प्रति जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सड़क सुरक्षा कैलेण्डर और सड़क सुरक्षा पर आधारित डाटा बुक का विमोचन भी किया। 16 महिलाओं को परिवहन विभाग द्वारा निःशुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण देने के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने पर परिवहन निगम और परिवहन विभाग के सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी नौकरी की शुरूआत से ही अपने कर्तव्यों का ईमानदारी, सच्ची लगन और कड़ी मेहनत से निर्वहन करें। परिवहन सेवा को सुचारू रखने के लिए चालक और परिचालक का महत्वपूर्ण दायित्व होता है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में आत्म अनुशासन का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि नौकरी की शुरूआती चरण से ही अपनी नियमित दिनचर्या के साथ कार्य करना शुरू करेंगे, तो यही दिनचर्या आदत में शामिल हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इनकी सुख-सुविधाओं को और बेहतर बनाने की भी परिवहन विभाग और परिवहन निगम पर बड़ी जिम्मेदारी है। इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए हम सबको अपने-अपने क्षेत्रों में अहम योगदान देना है, सबके सहयोग से उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प के साथ कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से अनेक भर्ती प्रक्रियाएं गतिमान हैं। पिछले दो सालों में तेजी से भर्ती प्रक्रियाएं पूर्ण की गई हैं। सभी भर्तियां पूर्ण पारदर्शिता के साथ हों, इसके लिए राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद तेजी और पूर्ण पारदर्शिता से सभी परीक्षाएं सम्पन्न हुई हैं। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए निःशुल्क ड्राईविंग प्रशिक्षण दिलाने के लिए परिवहन विभाग के प्रयासों की सराहना भी की।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, सचिव परिवहन श्री अरविंद सिंह ह्यांकी, प्रबंध निदेशक परिवहन निगम डॉ. आनन्द श्रीवास्तव एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

 

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जारी किया वर्ल्ड पीस मिशन के द्वितीय चरण के शुभारम्भ का पोस्टरकैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, वर्ल्ड पीस मिशन के द्वितीय चरण के शुभारम्भ का पोस्टर  किया जारी... - shouryagatha

देहरादून, वर्ल्ड पीस मिशन के द्वितीय चरण का शुभारम्भ रविवार को उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा अभियान का पोस्टर जारी कर और अभियान संयोजक डा0 बिपिन जोशी को श्री राम नामी पटका पहनाकर किया गया।
काबीना मंत्री गणेश जोशी ने अभियान की सफलता की कामना करते हुए प्राचीन ऋषि मुनि परंपरा, योग अध्यात्म और आयुर्वेद को देवभूमि उत्तराखंड की विरासत बताया। अभियान संयोजक योगाचार्य डा0बिपिन जोशी ने बताया कि वर्ल्ड पीस मिशन द्वितीय चरण में 5 से 7 फरवरी तक सिंगापुर, 8 से 10 फ़रवरी मलेशिया और 11 से 13 फ़रवरी तक थाइलैंड में विश्व शांति और सौहार्द के लिए योग, ध्यान और सर्वधर्म समभाव के कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगें। जहां पवित्र गंगाजल, उत्तराखंड की टोपी, अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का प्रसाद, मंदिर के माडल और चित्र भारतीय समुदाय के लोगो को भेंट किए जायेगे।
अभियान दल में डा. मथुरा दत्त जोशी, भगवती जोशी, योग शिक्षिका गीता जोशी, विमला जोशी आदि शामिल रहेंगे।

 

 

न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी बनी उत्तराखंड़ की मुख्य न्यायाधीश

Ritu Bahri first woman Chief Justice Uttarakhand High Court - उत्तराखंड  हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनी रितु बाहरी, राज्यपाल गुरमीत सिंह  ने दिलाई शपथ ...देहरादून, न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी ने रविवार को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। प्रदेश में मुख्य न्यायाधीश का पद संभालने वाली न्यायमूर्ति बाहरी पहली महिला हैं।
यहां राजभवन में राज्य के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने न्यायमूर्ति बाहरी को पद की शपथ दिलाई। उत्तराखंड की मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले न्यायमूर्ति बाहरी पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थीं। पिछले साल अक्टूबर में न्यायमूर्ति विपिन सांघी के सेवानिवृत्त होने के बाद से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में यह पद खाली था और न्यायमूर्ति मनोज तिवारी कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे थे।

 

राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की मांग को लेकर क 10 फरवरी दीनदयाल पार्क में दिया जायेगा धरना

 

“राज्य आंदोलनकारी स्व. मुन्नी खंडूड़ी को दी गयी श्रद्धांजलि”

देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषणा के तहत शहीद स्थल पर एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में राज्य में सशक्त भू-कानून व मूल निवास के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों के लम्बित चिन्हीकरण के मामले व 10% क्षैतिज आरक्षण शीघ्र लागू कराने हेतु सभी के सुझाव एकत्र किये गये।
बैठक का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल एवं अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी ने की। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रामेश्वरी बड़थ्वाल एवं द्वारिका बिष्ट ने मांग करते हुये कहा कि सरकार इसी विधानसभा सत्र में ही मूल निवास व सशक्त भू-कानून को पूर्णतया लागू कराने हेतु सदन में कानून पास करें।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी एवं महामन्त्री डीएस गुसाईं ने कहा कि मुख्यमन्त्री के आदेशों को किसी जिले में भी पालन नहीं किया जा रहा है। हमारे कई आंदोलनकारी अपने चिन्हीकरण की आस लिये दिवंगत हो गये परन्तु जिला प्रशासन द्वारा 31-दिसम्बर 2021 के शासनादेशों का पालन नहीं किया और ऐसे ही 10% क्षैतिज आरक्षण के मामले को नवम्बर से फरवरी तक घसीट दिया गया अभी कब वो लागू होगा यह प्रश्न खड़ा है क्योंकि हमारे कई बेरोजगार ओवर एज हो गये है।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व विशम्भर दत्त बौन्ठियाल के साथ रामलाल खंडूड़ी ने कहा कि मुख्यमन्त्री को राज्य बनने की अवधारणा पर कार्य करना ही होगा क्योंकि हमारे राज्य आंदोलनकारियों को भी हमारे पूर्ण अधिकार नहीं मिले औऱ ना ही हमारे प्रदेश वासियों को मूल निवास औऱ सशक्त भू कानून स्थाई राजधानी के अधिकार से वंचित हो रहें है और जिससे हमारे रोजगार औऱ संस्कृति के साथ ही पूरी भूमि लूटती जा रही है।
अतः सरकार को इस पर कठोर निर्णय लेकर एक ऐतिहासिक अध्याय रचे जो अब तक 23 वर्षों में नहीं कर पाया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुये निर्णय लिया कि हमारी वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी स्व. मुन्नी खंडूड़ी की छूटे हुये राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की मांग को पूर्ण करने हेतु 10-फरवरी को दीनदयाल पार्क में धरना दिया जायेगा।
बैठक के बाद सभी राज्य आंदोलनकारियों ने खड़े होकर स्व. मुन्नी खंडूड़ी जी को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में मुख्यतः जगमोहन सिंह नेगी, डीo एसo गुसाईं, विशम्भर दत्त बौठीयाल, रामलाल खंडूड़ी, सतेन्द्र भण्डारी , प्रदीप कुकरेती , पूरण सिंह लिंगवाल, मोहन सिंह रावत, गणेश डंगवाल, चन्द्र किरण राणा , द्वारिका बिष्ट , पुष्पलता सिलमाणा, सुलोचना भट्ट, रामेश्वरी बड़थ्वाल, गीता बिष्ट, शुभागा फर्स्वाण, राधा तिवारी , अरुणा थपलियाल , विजय बलूनी, मनोज नौटियाल, सुशील विरमानी , देवेश्वर काला, साबी नेगी, प्रभात डण्डरियाल , अनूप बिष्ट, देवेश्वरी नेगी, विरेन्द्र सिंह रावत, अभिशेख, विरेन्द्र सिंह रावत, रेवती बिष्ट, नरेन्द्र नौटियाल आदि थे।

अभिनेत्री पूनम पांडे जिंदा हैं, जानें अभिनेत्री ने क्यों फैलाई खुद के मरने की खबर

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मुंबई, बॉलीवुड अभिनेत्री पूनम पांडे की अचानक मौत की खबर ने इंडस्ट्री को शॉक्ड कर दिया था। सोशल मीडिया पर उनके फैंस भी हैरान थे..परेशान थे। एक्ट्रेस के मौत की वजह सर्वाइकल कैंसर बताई जा रही थी। लेकिन अब बता दें कि उनके फैंस को बिल्कुल भी उदास होने की जरूरत नही है क्योंकि अभिनेत्री अभी भी जिंदा है और सही-सलामत है।
अभिनेत्री ने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी इसकी जानकारी दी है। उन्होंने एक वीडियो जारी करके फैंस को ये बताया है कि वो पूरी तरह से ठीक हैं और उन्होंने ये सिर्फ इसलिए किया है ताकि सर्वाइकल कैंसर को लेकर और आधिक जागरुक हो सकें। पूनम पांडे के एक सोशल मीडिया पोस्ट से ये बताया गया था कि पूनम का निधन सर्वाइकल कैंसर की वजह से हो गया और इस वक्त उनके अपने सदमे में हैं। इसी बीच में सोशल मीडिया पर सिलेब्रिटीज़ और पब्लिक उनके लिए दुख जताते दिखे वहीं काफी लोगों ने इसे फेक और पूनम का अगला स्टंट भी बताया था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने 1 पैन पर खोले 1000 खाते, बिना पहचान करोड़ों का लेनदेन भी किया- आरबीआई ने कसा शिकंजा

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नई दिल्ली । पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई के एक्शन की चर्चा हर तरफ है। आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम के शेयरों में बड़ी गिरावट आ गई है। दो दिन में ही कंपनी का शेयर 40 फीसदी टूट गया है। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक्शन लेने की वजह सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, आरबीआई को मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) संबंधी चिंताओं और वॉलेट पेटीएम तथा इसकी बैंकिंग शाखा के बीच सैकड़ों करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के कारण विजय शेखर शर्मा द्वारा संचालित इकाइयों पर शिकंजा कसना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के पास लाखों गैर-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) अनुपालन वाले खाते थे और हजारों मामलों में कई खाते खोलने के लिए एक ही पैन का उपयोग किया गया था। यानी 1 पैन पर 1000 बैंक अकाउंट खोले गए।
आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का निर्देश दिया था। जानकारी के मुताबिक 29 फरवरी के बाद आरबीआई पेटीमए पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस रद्द कर सकता है। आरबीआई ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह कदम व्यापक प्रणाली ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटरों की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद उठाया गया है। इन रिपोर्टों से भुगतान बैंक में लगातार नियमों के गैर-अनुपालन और सामग्री पर्यवेक्षण से जुड़ी चिंताएं सामने आईं।
आरबीआई ने इसके पहले 11 मार्च, 2022 को पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोडऩे से रोक दिया था। आरबीआई ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों को बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड माध्यम, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सहित अपने खातों से शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति किसी प्रतिबंध के बगैर दी जाएगी। वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे अपनी सहयोगी के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में। सूत्रों ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के पास लाखों गैर-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) अनुपालन वाले खाते थे और हजारों मामलों में कई खाते खोलने के लिए एक ही पैन का उपयोग किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि ऐसे उदाहरण हैं, जहां लेनदेन का कुल मूल्य करोड़ों रुपये में है, जिससे धन शोधन की चिंताएं बढ़ रही हैं। एक विश्लेषक के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास करीब 35 करोड़ ई-वॉलेट हैं। इनमें से लगभग 31 करोड़ निष्क्रिय हैं, जबकि केवल लगभग चार करोड़ ही बिना किसी शेष राशि या बहुत कम शेष के साथ सक्रिय होंगे। सूत्रों ने कहा कि असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निष्क्रिय खातों का उपयोग फर्जी खातों के लिए में किए जाने की आशंका है। ऐसे में केवाईसी में बड़ी अनियमितताएं हुईं है, जिससे ग्राहकों, जमाकर्ताओं और वॉलेट धारकों को गंभीर जोखिम का सामना करना पड़ा। सूत्रों ने कहा कि बैंक द्वारा प्रस्तुत अनुपालन कई मौकों पर अधूरा और गलत पाया गया।
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